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बीमा क्या है? इसके प्रकार और फायदे What is Insurance Hindi?

बीमा क्या है? इसके प्रकार और फायदे What is Insurance Hindi?

इस लेख मे हमने बीमा क्या है? और इसके प्रकार और फायदे What is Insurance Hindi? के बारे मे बताया है। इस अनुच्छेद मे आप जानेंगे बीमा का अर्थ, इसके विभिन्न प्रकार और लाभ। अगर आप इस पृष्ट पर हैं तो इन्श्योरेन्स के विषय मे आपके मन मे यह निम्नलिखित सवाल जरूर होंगे –

बीमा क्या है? What is Insurance Hindi?क्या आप Insurance या बीमा क्या है जानना चाहते हैं essay on insurance hindi?क्या आप बीमा या Insurance करवाने के फायदे जानना चाहते हैं Why insurance is important hindi? क्या आपने अभी तक अपने परिवार,घर या गाडी का Insurance नहीं करवाया है Know about insurance in hindi?

अगर हाँ! तो आपके लिए यह Post बहुत ही आवश्यक है। इस पुरे पोस्ट को पढने के बाद आप जान सकेंगे की What is Insurance हिंदी में या बीमा क्या है और क्यों जरूरी है बीमा करवाना?

आईए जानते हैं – बीमा क्या है? इसके प्रकार और फायदे What is Insurance Hindi?

Table of Content

बीमा क्या है? What is Insurance in Hindi?

इसको हम अगर आसान भाषा में समझना चाहें तो Insurance का अर्थ होता है – एक ऐसी व्यवस्था जिसमें कोई भी एक बीमा कंपनी (Insurance Company) आपके किसी भी प्रकार का नुक्सान, बीमारी, दुर्घटना या मृत्यु में आपको मुआवज़ा देने की गारंटी देता हो।

वैसे तो Insurance मदद करता है हर दुखद घटना के बाद पर यह हर किसी व्यक्ति के लिए बहुत ही आवश्यक होता है। आज के इस भीड़ भाड़ वाले जीवन में कब क्या हो जाया किसे पता है। ऐसे में अगर आपने अपने मूल्यवान चीजों का Insurance सही तरीके से किया है तो यह आपके लिए एक Backup Help के जैसे काम करता है। कैसे? हम आपको इसके विषय में आगे बताएँगे।

बीमा के प्रकार और उनके फायदे Types of Insurance with Benefits in Hindi

अलग अलग प्रकार के Insurance या बीमा के अलग-अलग फायदे होते हैं। हमने निचे कुछ महत्वपूर्ण Insurance Types और  उनके Advantages का विवरण दिया है।

#1 जीवन बीमा योजना क्या है और इसके फायदे (Life Insurance in Hindi)

जीवन बीमा योजना या Life Insurance में एक निर्दिष्ट मूल्य जमा करके Policy किये हुए व्यक्ति की मृत्यु हो जाने पर उस व्यक्ति के Policy के Nominee को किये हुए Policy के नियमों और शर्तों(Terms and Condition) के अनुसार पैसे दिए जाते हैं।

यह पालिसी लोग खासकर अपने परिवार के लिए छोड़ जाते हैं क्योंकि जीवन का कोई भरोसा नहीं इसलिए ज्यादातर लोग इस Policy को अपनाते हैं ताकि उनके जाने के बाद उनके परिवार को कुछ हद तक पैसों के मामले में मदद मिल जाये। term life insurance/claim/online quotes insurance/

#2 दुर्घटना बीमा योजना (Personal Accident Insurance in Hindi)

दुर्घटना बीमा योजना या Accidental Policy में भी आप एक निर्दिष्ट मूल्य जमा करके Policy किये हुए व्यक्ति के दुर्घटना हो जाने पर उस Policyholder व्यक्ति को चोट लग जाने या विकलांग  हो जाने पर, किये हुए Policy के नियमों और शर्तों(Terms and Condition) के अनुसार हस्पताल का खर्चा या मृत हो जाने पर राशी दी जाती है।

Accidental Insurance Policy का सबसे बड़ा लाभ यह है की इसमें आपके दुर्घटना हो जाने पर आपको किसी भी प्रकार का खर्च नहीं उठाना पड़ता। Insurance Policy Company सारा खर्चा उठाती है पर अलग-अलग Policy में अलग-अलग terms होते हैं जिन्हें पढ़ कर ही Policy करवाना चाहिए।

#3 चिकित्सा और स्वास्थ्य बीमा योजना ( Medical and Health Insurance in Hindi)

चिकित्सा और स्वास्थ्य बीमा योजना या Medical and Health Insurance में भी आप एक निर्दिष्ट मूल्य जमा करके Policy किये हुए व्यक्ति के स्वास्थ्य संबंधी सभी मामलों में जैसे किसी बीमारी अस्पताल में दाखिल होना, दवाइयों का खर्चा, ऑपरेशन का खर्चा अदि Insurance Provider कंपनी करती है।

यह Policy बहुत ही आवश्यक है क्योंकि प्रतिवर्ष हर किसी व्यक्ति की थोड़ी बहुत तबियत ख़राब तो होती ही है। ऐसे में यह Policy कंपनियाँ एक साल में कुछ Regular CheckUp का भी खर्चा उठाते हैं। आज कल के खाने-पीने के कारण तबियत कब ख़राब हो जाये कोई गारंटी नहीं है ऐसे में Health Insurance Policy बहुत मददगार साबित होते हैं।

स्वास्थ्य बीमा के प्रकार

  • फॅमिली हेल्थ इन्श्योरेन्स
  • सींगल पर्सन इन्श्योरेन्स
  • क्रिटिकल इलनेस्स इन्श्योरेन्स

#4 वाहन बीमा योजना (Vehicle Insurance in Hindi)

अगर आपके पास अपनी कार, मोटर साइकिल या कोई अन्य वाहन है तो वाहन बीमा योजना या Vehicle Insurance  आपके लिए जरूरी है। इस प्रकार की Insurance Policy आपके गाड़ी के दुर्घटना या चोरी हो जाने पर मददगार साबित होते हैं। लेकिन कुछ वाहन बीमा योजना  में Third Party पालिसी भी की जाती है जिसमें गाड़ी चलने वाले ड्राईवर या पैदल चलने वाले लोगों का Insurance Claim कर सकते हैं।

इस पालिसी का करना बहुत ही आवश्यक है क्योंकि यह हमारे घर के मूल्यवान चीजों में से एक यानिकी वाहनों के लिए किया जाता है। आज कल तो छोटे मोटे दुर्घटना होते ही रहते हैं ऐसे में भी इन वाहनों पर अधिक खर्चा होता है। अगर आपका वाहन Policy Insured है तो आपको घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि आप अपने वाहन के छोटे मोटे क्षति के लिए भी  Insurance Policy देने वाली कंपनी से Claim कर सकते हैं।

#5 घर का बीमा या गृह बीमा (Home Insurance in Hindi)

घर का बीमा या Home Insurance में जो Insurance किया जाता है उसमें आपके घर के Building का सामान और Structure के अनुसार Policy बनायीं जाती है। इसमें Insurance Company घर का या घर के सामान दोनों चीज के Damage होने पर खर्च वहन करती है।

यह बीमा घर के गिर जाने, कोई दुर्घटना हो जाने, सामान के चोरी हो जाने, जल जाने या किसी भी ऐसी असुविधा में काम आता है जिसमें घर या अन्दर रखे सामान का नुकसान हो गया हो।

#6 यात्रा बीमा (Travel Insurance in Hindi)

अगर आपको अकले या अपने परिवार के साथ कहीं Travel करना हो, तो ऐसे में यात्रा बीमा या Travel Insurance करना अच्छा साबित हो सकता है। ऐसे में यात्रा में देरी होने या cancel हो जाना या यात्रा के दौरान दुर्घटना हो जाने पर Insurance Company हानि हुए रुपयों को वहन करता है।

#7 फसल बीमा (Crop Insurance Hindi) or Farmer insurance in Hindi

अगर आप एक किसान हैं तो प्रति वर्ष आपको अपने फसल का बीमा जरूर करवाना चाहिए। मौसम का क्या भरोसा है बारिश हो भी सकती है नहीं भी। किन्तु अगर आपने अपने फसल का बीमा करवाएंगे तो आप बिना कोई चिंता खेती कर सकते हैं।

अगर बारिश नहीं हुआ या किसी अन्य कारण वश आपका फसल तबाह हो जाये तो ऐसे में Insurance Company नुकसान की भरपाई करता है।

अगर आपको Insurance या बीमा से जुडी यह जानकारी अच्छी लगी हो तो Comment या Email के माध्यम से अपने सुझाव हमें भेजना ना भूलें।

#8 अन्य प्रकार के बीमा (Other type Insurance Plan)

  • Pet Insurance पालतू जानवरों का बीमा
  • Political Risk Insurance राजनितिक जोखिम बीमा
  • Marriage Insurance विवाह के लिए बीमा
  • Coronavirus Insurance कोरोना वायरस बीमा
  • Mobile Insurance मोबाईल फोन का बीमा

direct insurance, standar Rd life insurance

50 thoughts on “बीमा क्या है? इसके प्रकार और फायदे What is Insurance Hindi?”

We love your post

आपने इस पोस्ट म बहुत ही सही तरेके से हामे इन्षुरेन्स के बारे मे बताया है,

Super explain…..bhut hi acha laga Padh ke..per or v jyada words me explain karte to mere exams ki preparation yhi se ho jati

This site is very useful for hindi users.

सर ये आप की पालिसी बहुत अछि हे

कृषि वाली बहुत अछी हे

thank you sir apne hame itni achhi jankari di insurence ke bare me thank you so much sir

बहुत अच्छी तरह से समझाया है आपसे आगे भी उम्मीद करते हैं कि आप इंश्योरेंस पर अच्छे से अच्छा लिखे ताकि लोगों को अच्छी तरह से समझ आ सके धन्यवाद

बहुत अच्छी जानकारी बीमा विषय को लेकर. हिंदी में लिखने के लिए आपको धन्यवाद.

Sir m chahta hu app ese hi mediclame inseroancs k bare m hmme knowledge DE jisse hmme aage bad sake

बहुत अच्छी जानकारी मिलि बीमा विषय को लेकर ।। धन्यवाद Very nice day……

Nice I read this and sharing my friend

Bahut achha sir hai sabhi policy thanks

Insurance ke baare mein aapne kaphi achha post likha hai. Aise hi likhte rahiye.

बहुत अच्छी जानकारी मिलि बीमा विषय को लेकर ।। धन्यवाद

Thanks for great information about insurance

bhut bhut dhanyavad itni acchhi jankari mili thak you so much sir

thanx muje ye padkar insurance ke bareme jankari mili our uske benifits samjneme help hue again thanx sir

Nice post Tysm sir

aapne bahut hi achchhi jaankaari di iske liye aapka bahut bahut dhanyabaad

Good information…dhanyawaad!

nice to read your post

insurance is a very very good service on a least amount,companies provide a beautiful future to all people living

GOOD INFORMATION FOR INSURANCE SECTOR FOR ME

thanks for given this information is so like good ………..

Thanks for given this information

why Vehicle Insurance is compulsory?? please explain in detail.

what is endowment plan ? please explain in simple words

bahut achchi jankari hai

BADE HI AASHAN SHABDO ME AAPNE ISKE BARE ME LIKHA HAI AUR SABHI TOPIC KO BHI KIYA HAI VERY NICE ARTICLE

आपने बहुत अच्छी जानकारी दी है।आपका बहुत बहुत शुक्रिया।

बीमा से संबंधित आपने सभी जानकारी बहुत ही आसान शब्दों में बताया है. ऐसे ही जानकारी शेयर करते रहिये जिससे हम सभी को कुछ सीखने का मौका मिलें. धन्यवाद.

Aapka post padhkar bahut hi accha lagta aap aise hi post aur bhi karte rahe Thanks

Hi, thank you so much for such a great and informative article. I was searching for this info and found it on your website. Keep up the good work.

Thank you sir aap isee tara se hami samjaya karo

Very nice feeling to read it nd i could know everything, what is insurance aftwr read it. Thanx alot sir nd i hope u will always write this typees of thoughts because we should teach something differents thnx alot once again sir…….

What a great content! I found your blog on google and loved reading it greatly. It is a great post indeed. Much obliged to you and good fortunes.

Such a piece of good information you have provided.. Thank you so much .!

very nice post

Good information thank you so much

Very good dearly , thanks for this idea ,this is good personality thought,great

Bahut achchi post he mja a gya bhai

Insurance के बारे मे बहुत अच्छे से बताया है आपने।

Okkkkk….. Thanks aage bhi aap aise hi help karna

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Essay on Insurance in Hindi

Essay on Insurance in Hindi: बीमा का महत्व पर निबंध

क्या आप भी “Essay on Insurance in Hindi” की तलाश कर रहे हैं? यदि हां, तो आप इंटरनेट की दुनिया की सबसे बेस्ट वेबसाइट essayduniya.com पर टपके हो. यदि आप Importance of Insurance Essay, Insurance Essay PDF in Hindi, Bima Par Nibandh यही सब सर्च कर रहे हैं तो आपका इंतजार यही पूरा होता है.

Essay on Insurance in Hindi

यहां हम आपको “Essay on Insurance in Hindi” उपलब्ध करा रहे हैं. इस निबंध/ स्पीच को अपने स्कूल या कॉलेज के लिए या अपने किसी प्रोजेक्ट के लिए उपयोग कर सकते हैं. इसके साथ ही यदि आपको किसी प्रतियोगिता के लिए भी Essay on Insurance in Hindi तैयार करना है तो आपको यह आर्टिकल पूरा बिल्कुल ध्यान से पढ़ना चाहिए. 

Essay On Insurance In Hindi 150 Words  

बीमा (Insurance) एक अनुबंध है। यह बीमा कम्पनी द्वारा दिया जाता है। बीमा करवाने वाले व्यक्ति को बीमाकृत कहते हैं। बीमा पॉलिसी कम्पनी और बीमाकृत व्यक्ति के बीच का एक समझौता है, जिसमें बताई गई पॉलिसी के अनुसार अगर बीमाकृत व्यक्ति के साथ कोई घटना घटित हो जाती है, तो बीमा कम्पनी द्वारा बीमाकृत व्यक्ति या उसके परिवार को बीमा की धनराशि दी जाती है। मनुष्य का जीवन काफी कीमती होता है, जैसा कि हम सभी जानते हैं एक मनुष्य के जीवन में कभी भी किसी भी प्रकार की समस्या आ सकती है।

एक व्यक्ति अपने जीवन में कई तरह की समस्याओं से परेशान रहता है। एक व्यक्ति का जीवन न सिर्फ उसके लिए बल्कि उसके परिवार के लिए भी काफी महत्वपूर्ण होता है। किसी परिवार में केवल एक ही पुरुष या महिला घर चलाने के लिए होता है, जो दिन-रात मेहनत करके अपने परिवार के लिए पैसा कमाता है, यदि ऐसे में उसे व्यक्ति के साथ कुछ घटना हो जाए तो उसका सारा परिवार अस्त व्यस्त हो जाएगा। ऐसी विपदा की घड़ी में ही इंश्योरेंस यानी की बीमा व्यक्ति के काम आता है। जो व्यक्ति अपने जीते जी बीमा करवाता है, वह एक तरह से अपने परिवार का भविष्य सुरक्षित कर देता है।

जीवन बीमा कई तरह के होते हैं, लेकिन सबका एक ही काम होता है, विपदा की घड़ी में व्यक्ति को आर्थिक सहायता प्रदान करना। जो व्यक्ति अपना जीवन बीमा लेता है, और भविष्य में किसी दुर्घटना का शिकार होता है, तो उसके सारे इलाज का पैसा बीमा कंपनी द्वारा दिया जाता है।

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Essay on Insurance in Hindi PDF 200 Words

हर इंसान को अपने जीवन की फिक्र करना चाहिए क्योंकि कोई भी इंसान कभी भी किसी भी दुर्घटना का शिकार होकर अपनी जान गवा सकता है। एक व्यक्ति के लिए आज के समय में जितना पैसा कमाना जरुरी है, उतना ही खुद को सुरक्षित रखने के लिए बीमा (Insurance) लेना जरूरी है। बीमा एक कानूनी अनुबंध है। इसके लिए एक पूरी प्रक्रिया है, जिसमें बीमाकृत व्यक्ति के पॉलिसी के लिए दस्तावेज तैयार किए जाते हैं। इसके बाद बीमाकृत व्यक्ति को हर माह बीमे की किश्त जमा करनी होती है।

अगर बीमा के अंतर्गत आने वाली नियम एवम शर्तों के तहत बीमाकृत व्यक्ति के साथ कोई घटना हो जाती है, तो उसे या उसके परिवार को बीमा का पैसा मिलता है। भारत में ऐसे कई परिवार होंगे जिनमें कमाने वाले सदस्य एक या दो होंगे जो दिन-रात मेहनत करके अपने घर को चलते हैं, लेकिन खुद की सुरक्षा पर जरा भी ध्यान नहीं दे पाते। ऐसे लोग जो अधिकतर जोख़िम भरा काम करते हैं, जिसमें उनकी जान जाने का खतरा अधिक होता है, उन्हें जीवन बीमा जरूर लेना चाहिए। जरूरी नहीं की जान जाने का खतरा होने पर ही जीवन बीमा लेना है। एक इंसान को अपने परिवार की भविष्य को सुरक्षित करने के लिए जीवन बीमा का सहारा जरूर लेना चाहिए।

जीवन बीमा काफी कठिन परिस्थितियों में हमारे काम आता है। बीमा यानी कि इंश्योरेंस वह साधन होता है, जिसके द्वारा हम कुछ शुल्क (प्रीमियम) जमा करके अपने साथ हानि होने पर सारा खर्च दूसरे पक्ष अर्थात बीमा कंपनी पर डाल सकते हैं। जो व्यक्ति बीमा लेता है, उसे बीमाकृत कहा जाता है। जीवन बीमा कंपनी किसी इंसान से थोड़े से रुपए लेकर मुसीबत के समय उसे एक निश्चित राशि प्रदान करती है, जिसका उद्देश्य उसे आर्थिक सहायता पहुंचाना होता है। हर व्यक्ति को अपने जीवन में किसी न किसी प्रकार के इंश्योरेंस को अवश्य लेना चाहिए क्योंकि इससे व्यक्ति के साथ-साथ उसके परिवार का भविष्य भी सुरक्षित हो जाता है।

Importance of Insurance Essay 500 Words 

आज के समय में हर व्यक्ति अपने भविष्य को सुरक्षित रखना चाहता है, उसके लिए व्यक्ति किसी न किसी प्रकार का बीमा अवश्य लेता है। वर्तमान में बीमा की कीमत काफी बढ़ती जा रही है, क्योंकि सभी लोग जानते हैं, कि उनके साथ कभी भी दुर्घटना घट सकती है, जिससे न सिर्फ वह बल्कि उनका पूरा परिवार भी परेशान हो सकता है। जीवन बीमा इसीलिए लिया जाता हैं, ताकि व्यक्ती के साथ दुर्घटना होने पर उसे और उसेक परिवार पर आर्थिक बोझ ना आए और दुर्घटना का सारा खर्च बीमा कंपनी पर उठा सके।

इंश्योरेंस क्या है?

इंश्योरेंस का अर्थ है बीमा। एक बीमा कंपनी द्वारा किसी ग्राहक से किश्त के रूप में थोड़े से पैसे लेकर उसे जीवन बीमा प्रदान किया जाता है। जिसके अंतर्गत यदि व्यक्ति के साथ किसी प्रकार की दुर्घटना होती है, या फिर दुर्घटना के कारण बीमाधारक की मृत्यु होती है, तो बीमा कंपनी द्वारा उसके परिवार को आर्थिक सहायता के रूप में एक निश्चित राशि प्रदान की जाती है। बीमा मात्रा थोड़े से पैसे लेकर एक व्यक्ति को सुरक्षित भविष्य प्रदान करता है। हर व्यक्ति अपने जीवन का महत्व समझते हुए और अपने परिवार की भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए थोड़े से पैसे जमा करके बीमा ले सकता है।

बीमा के उद्देश्य

बीमा का उद्देश्य एक व्यक्ति को सुरक्षा प्रदान करना होता है, यह सुरक्षा किसी भी प्रकार की हो सकती है जैसे की आर्थिक सुरक्षा, परिवार की सुरक्षा, जीवन सुरक्षा इत्यादि। बीमा कंपनी द्वारा अपने सभी बीमा धारकों को एक सुरक्षा प्रदान की जाती है, जिसके अंतर्गत जब भी बीमा धारक के साथ किसी प्रकार की दुर्घटना घटती है, तो बीमा कंपनी उसके इलाज सारा खर्च उठाती है, या फिर उसके परिवार को एक निश्चित धनराशि प्रदान करती है। बीमा कई प्रकार के होते हैं, जिनका एकमात्र उद्देश्य बीमा धारक को मुसीबत के समय सहायता प्रदान करना होता है।

बीमा के नियम और शर्तों

जब भी कोई व्यक्ति बीमा लेता है, तो बीमा कंपनी द्वारा उसे कुछ नियम और शर्तें बताई जाती हैं। बीमा धारक को बीमा कंपनी द्वारा बताई गई सभी शर्तों का पालन करना होता है। बीमा की कुछ महत्वपूर्ण शर्तें इस प्रकार होती हैं।

  • बीमा लेने के लिए व्यक्ति की उम्र 18 वर्ष से अधिक होना चाहिए।
  • बीमा लेने वाले व्यक्ति को बीमा से पूर्व किसी प्रकार की बीमारी नहीं होना चाहिए।
  • बीमा लेने के लिए बीमाधारक की अधिकतम उम्र बीमा के प्रकार पर निर्भर करती है।
  • बीमा के अंतर्गत आपको जिन दुर्घटनाओं के बारे में बताया जाएगा। दुर्घटना होने पर केवल उन्हीं चीजों के लिए कवर प्रदान किया जाएगा
  • बीमा का मैच्योरिटी टाइम पूरा होने के बाद आपको किसी प्रकार का पैसा वापस नहीं किया जाएगा।
  • यदि आप समय से पहले बीमा बंद करते हैं, तो आपको बचा हुआ पैसा कुछ कटौती के साथ वापस किया जाएगा।

जीवन बीमा हमारे लिए कई तरह से फायदेमंद साबित होता है, यह न केवल हमारे बुरे वक्त में हमें सहायता प्रदान करता है, बल्कि जीवन भर विकलांगता जैसी स्थिति आने पर हमें जीवन भर एक निश्चित आय प्रदान करता है। जीवन बीमा कई सारे प्रकार के होते हैं। हम अपनी सुरक्षा के अनुसार किसी एक प्रकार को चुनकर अपने भविष्य को सुरक्षित बना सकते हैं। जीवन बीमा न केवल हमारे लिए बल्कि हमारे परिवार और हमसे जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण चीज जैसे कि हमारा घर, कार उनके लिए भी फायदेमंद साबित होता है।

Bima Par Nibandh 700 Words 

भारत में हर व्यक्ति को वाहन चलाने के लिए वाहन का बीमा करवाना अनिवार्य है। वाहन का बीमा करवाना इसलिए अनिवार्य है, क्योंकि दुर्घटना के समय न केवल आप बल्कि आपके साथ कोई अन्य व्यक्ति भी चोटिल होता है, ऐसे में बीमा कंपनी द्वारा आपके साथ चोटिल हुए व्यक्ति को भी इलाज के दौरान सहायता प्रदान की जाती है। जिस तरह वाहन चलाने के लिए बीमा आवश्यक है, उसी तरह जीवन की गाड़ी को चलाने के लिए भी जीवन बीमा आवश्यक है। जीवन में हम कभी भी किसी दुर्घटना का शिकार होते हैं, तो हमारे परिवार पर इलाज का सारा खर्च आता है लेकिन यदि हमारे पास बीमा होगा तो बीमा कंपनी द्वारा हमें इलाज के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।

बीमा के प्रकार

बीमा कई प्रकार के होते हैं जिनमें से कुछ मुख्य प्रकार इस तरह है।

  • सामान्य बीमा: सामान्य बीमा एक ऐसा बीमा होता है, जिसमें आपकी मृत्यु को छोड़कर सब चीज शामिल होती हैं। सामान्य जीवन बीमा में आपके जीवन को छोड़कर घर कार्य यात्रा स्वास्थ्य आदि सभी चीजों की सुरक्षा प्रदान की जाती है।
  • स्वास्थ्य बीमा: स्वास्थ्य बीमा एक ऐसा बीमा होता है जिसमें बीमा धारक को चोट लगे या बीमार होने पर उसके इलाज का सारा खर्चा बीमा कंपनी द्वारा प्रदान किया जाता है।
  • मोटर बीमा: जिस तरह स्वास्थ्य बीमा आपके स्वास्थ्य को कवर करता है इस तरह मोटर बीमा आपके वाहनों को कवर करता है। भारत में वाहन चलाने के लिए मोटर बीमा करवाना अनिवार्य है।
  • दो पहिया बीमा: इस बीमा के अंतर्गत दो पहिया वाहन को सुरक्षित किया जाता है यदि वाहन चालक द्वारा किसी का एक्सीडेंट किया जाता है तो एक्सीडेंट के बाद उपचार का सारा खर्च बीमा कंपनी उठाती है।
  • यात्रा बीमा: यह बीमा यात्रा के समय आपको सुरक्षा प्रदान करता है इसके अंतर्गत उड़ान रद्द होना, सामान पासपोर्ट चोरी होना, अपहरण, व्यक्तिगत और चिकित्सक आपदा स्थिति शामिल है।
  • गृह बीमा: जिस तरह मोटर बीमा में आपके वाहनों को सुरक्षित किया जाता है इस तरह ग्रह बीमा में आपके घर को सुरक्षित किया जाता है भविष्य में यदि किसी प्राकृतिक आपदा के कारण आपके द्वारा बनाया गया घर नष्ट होता है तो बीमा कंपनी द्वारा आपको उस पर कर दिया जाता है।
  • अग्नि बीमा: यह बीमा अग्नि के कारण होने वाले नुकसानों को कवर करता है इसमें युद्ध दंगों आदि जैसे मामले शामिल है। इस बीमा के अंतर्गत बीमा धारक को और उसके निजी सामान को यदि अग्नि से हानि होती है तो कवर प्रदान किया जाता है।
  • जीवन बीमा: जीवन बीमा मृत्यु या विकलांगता जैसी आकस्मिक घटनाओं से आपको सुरक्षा प्रदान करता है। जब कोई बीमा धारक जीवन बीमा के अंतर्गत किसी दुर्घटना का शिकार होता है तब बीमा कंपनी द्वारा उसे मुआवजे के रूप में एक निश्चित राशि प्रदान की जाती है।
  • टर्म इंश्योरेंस: इस बीमा के अंतर्गत आप निश्चित समय तक प्रीमियम का भुगतान करते हैं यदि निर्धारित किए गए समय के अंतर्गत आपकी मृत्यु होती है तो आपके परिवार को धनराशि प्रदान की जाती है। यदि आप निश्चित किए गए समय तक जीवित रहते हैं तो आपको किसी प्रकार का पैसा नहीं दिया जाएगा।
  • संपूर्ण जीवन बीमा: संपूर्ण जीवन बीमा के नाम से ही पता चलता है, कि यह जीवन बीमा आपके पूरे जीवन काल के लिए है। इस बीमा के अंतर्गत आपके पूरे जीवन सुरक्षा प्रदान की जाएगी यदि आपकी मृत्यु होती है, तो आपके परिवार को भुगतान किया जाएगा।

बीमा के लाभ

जीवन बीमा सभी लोगों के लिए अत्यधिक उपयोगी होता है। बीमा हमारे व्यक्तिगत जीवन के लिए तो लाभदायक है ही इसके अलावा राष्ट्रीय हित के लिए भी बीमा आवश्यक होता है। बीमा के कुछ महत्वपूर्ण लाभ इस प्रकार हैं।

  • अभी कोई व्यक्ति भविष्य में किसी अनिश्चित घटना का शिकार होता है या फिर बीमारी का शिकार होता है तो उसके इलाज में लगने वाली बड़ी लागत का भुगतान बीमा कंपनी द्वारा किया जाता है।
  • बीमा हमें हमारी भविष्य की चिताओं से मुक्ति दिलाता है।
  • कुछ बीमा योजनाएं ऐसी होती है जिनके अंतर्गत रिटायरमेंट के बाद आपको पूरी उम्र एक न्यूनतम आय प्रदान की जाती है। जीवन बीमा एक निश्चित आय का भी अच्छा स्रोत है।
  • जो भी लोग बीमा धारा होते हैं वह जरूरत पड़ने पर अपनी बीमा पॉलिसी के माध्यम से रन अथवा लोन भी प्राप्त कर सकते हैं।
  • आप थोड़ा सा प्रीमियम जमा करके दुर्घटना का शिकार होने पर जीवन बीमा से अच्छा पैसा वापस प्राप्त कर सकते हैं।
  •  बीमा न केवल बीमाधारक को बल्कि उसके परिवार परिवार को भी सुरक्षा प्रदान करता है।

बीमा की हानियां

जिस तरह सिक्के के दो पहेली होते हैं इस तरह भी में के भी दो पहलू है एक पहलू में आपको बीमे के फायदे दिखाई दे रहे हैं तो दूसरे पहलू में कुछ नुकसान भी दिखाई देंगे।

  • कई सारे जीवन बीमा ऐसे होते हैं जिनमें निर्धारित किए गए समय तक आपकी मृत्यु न होने पर आपको एक भी रुपए वापस नहीं किया जाता।
  • बीमा कंपनी द्वारा आपको एक निर्धारित समय तक ही सुरक्षा प्रदान की जाती है समय पूरा होने के बाद यदि आपके साथ किसी प्रकार की दुर्घटना होती है तो उसके लिए बीमा कंपनी आपको किसी प्रकार की धनराशि प्रदान नहीं करेगी।
  • आपको हर महीने निर्धारित समय पर बीमा का प्रीमियम भरना होगा, अन्यथा आप पर लेट फीस लगा दी जाती है।

बीमा का महत्व

बीमा सभी लोगों के लिए काफी महत्व रखता है। जब बीमाधारक किसी दुर्घटना बीमारी या प्राकृतिक आपदा का शिकार होता है तो बीमा कंपनी बीमाधारक ऐसी अप्रत्याशित घटनाओं से वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती है। उदाहरण के हेतु, जब आप स्वास्थ्य बीमा लेते हैं, तो आपको चिकित्सा उपचार की उच्च लागत पर कवर प्रदान किया जाता है। सभी लोग थोड़े से पैसे जमा करके एक प्रीमियम लेकर स्वयं को एवं अपने परिवार को अचानक होने वाली दुर्घटनाओं से सुरक्षित रख सकते हैं। हर व्यक्ति को बीमा का महत्व समझते हुए अपनी सभी कीमती चीजों का बीमा करवाना चाहिए ताकि जब व्यक्ति का नुकसान हो तो बीमा कंपनी द्वारा उसे मुआवजा प्रदान किया जाए।

बीमा की विशेषताएं

जीवन बीमा की कई सारी विशेषताएं हैं जिसमें से कुछ खास विशेषताएं इस प्रकार हैं।

  • जीवन बीमा में पैसे डूबने का जोखिम कम होता है।
  • आकस्मिक घटनाओं पर वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
  • प्राकृतिक घटनाओं से निजी वस्तु के नुकसान पर भी मुआवजा प्रदान किया जाता है।
  • बीमा कंपनी थोड़े से पैसे लेकर जीवन भर की सुरक्षा प्रदान करती है।
  • बीमाधारक के अलावा बीमाधारक के परिवार को भी सुरक्षा प्रदान की जाती है।
  • यदि बीमाधारक मृत्यु होती है, तो उसके परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।

जीवन बीमा लेकर हम सिर्फ न केवल अपना बल्कि अपने परिवार के लोगों का भी भविष्य सुरक्षित रख सकते हैं। जिस व्यक्ति के पास बीमा होता है वह अपने भविष्य को लेकर निश्चित रहता है क्योंकि भविष्य में अगर वह किसी प्रकार की बीमारी या दुर्घटना का शिकार होता है तो उसके इलाज का सारा खर्च उसके परिवार पर न जाते हुए बीमा कंपनी पर जाएगा। बीमा लेना न केवल आपके लिए बल्कि उस व्यक्ति के लिए भी फायदेमंद साबित होगा जो दुर्घटना के वक्त आपके साथ होगा। थोड़े से पैसे जमा करके हम अपने भविष्य को सुरक्षित रख सकते हैं, इसीलिए सभी लोगो को किसी न किसी प्रकार का बीमा अवश्य लेना चाहिए।

Insurance Essay PDF in Hindi

हमारे सभी प्रिय विद्यार्थियों को इस “Essay on Insurance in Hindi ” जरूर मदद हुई होगी यदि आपको यह Jalvayu Parivartan Essay in Hindi अच्छा लगा है तो कमेंट करके जरूर बताएं कि आपको यह Essay on Insurance in Hindi कैसा लगा? हमें आपके कमेंट का इंतजार रहेगा और आपको अगला Essay या Speech कौन से टॉपिक पर चाहिए. इस बारे में भी आप कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं ताकि हम आपके अनुसार ही अगले टॉपिक पर आपके लिए निबंध ला सकें.

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बीमा क्या है ? [Concept of Insurance in Hindi]

Posted by P B Chaudhary | ⭐ Popular Stories , 📈 Share Market and Related

इस लेख में हम सरल एवं सहज हिन्दी में समझेंगे कि बीमा क्या है ? तथा इसके विभिन्न महत्वपूर्ण पक्षों को समझने का प्रयास करेंगे।

ज़िंदगी में कब कोई दुर्भाग्यपूर्ण घटना घट जाए, कौन जाने! ऐसे में अगर ये आश्वासन हो कि जो भी होगा उसकी क्षतिपूर्ति कर लेंगे; तो इससे बड़ी बात और क्या होगी; बीमा इसी प्रकार का आश्वासन देता है, तो आइये समझते हैं बीमा (Insurance) को बिलकुल शुरुआत से।

नोट – अगर आप शेयर मार्केट के बेसिक्स को ज़ीरो लेवल से समझना चाहते हैं तो आपको पार्ट 1 से शुरुआत करनी चाहिए।

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| बीमा क्या है?

बीमा (Insurance), पूंजी बाज़ार का एक घटक है जिसमें कोई कंपनी या सरकार एक निश्चित प्रीमियम के भुगतान के बदले कुछ निश्चित नुकसान जैसे- क्षति, बीमारी या मृत्यु के लिए मुआवजे की गारंटी प्रदान करता है।

आसान भाषा में कहें तो कोई भी ऐसी चीज़ जो जोखिम को कम करे उसे बीमा (Insurance) कहते है।

◾ ये दो पक्षों के बीच के कानूनी समझौता होता है। जिसमें से एक पक्ष बीमाकर्ता (Insurer) यानी कि बीमा_कंपनी होता है और दूसरा पक्ष बीमाधारक (Insured) यानी कि कोई व्यक्ति होता है।

◾ बीमाकृत आकस्मिकता (Insured contingency) के होने पर बीमा कंपनी बीमाधारक के घाटे को कम करने का वादा करती है और बीमाधारक, बीमाकर्ता द्वारा किए गए इस वादे के बदले में एक खास प्रीमियम का भुगतान करता है।

| बीमा पॉलिसी क्या है? (what is Insurance policy?)

बीमाकर्ता और बीमाधारक के बीच एक समझौते के फलस्वरूप जो एक कानूनी अनुबंध (contract) तैयार होता है उसे बीमा पॉलिसी (Insurance policy) कहा जाता है।

इस बीमा पॉलिसी में उन सारे शर्तों और परिस्थितियों का विवरण होता है जिसके तहत बीमा कंपनी बीमा राशि का भुगतान बीमाधारक को करेगी।

| बीमा के प्रकार

भारत के संदर्भ में देखें तो बीमा को मुख्यतः दो कैटेगरी में बांटा जाता है। 1. जीवन बीमा (Life insurance) 2. साधारण बीमा (General insurance) ।

जहां जीवन बीमा में किसी इंसानी ज़िंदगी का बीमा किया जाता है वहीं साधारण बीमा में परिसंपत्तियों (Assets) का बीमा किया जाता है। तो आइये इन दोनों को और विस्तार से समझते हैं।

1. जीवन बीमा क्या है? (What is Life insurance?)

जीवन बीमा ( Life Insurance) में दुर्घटना से लेकर मृत्यु तक जोखिम का वहन किया जाता है। इसका मतलब ये है कि बीमाधारक की दुर्घटना या मृत्यु होने पर बीमाधारक को या फिर उसके द्वारा नामांकित व्यक्ति (Nominee) को बीमा कंपनी की तरफ से मुआवजा मिलता है।

भारत सरकार ने 1956 में बीमा क्षेत्र को राष्ट्रीयकृत कर दिया था तथा निजी क्षेत्र में बीमा कंपनियों के खुलने पर भी रोक लगा दी गई थी। उसी समय काम कर रहे 245 देसी और विदेशी जीवन बीमा कंपनियों को अधिगृहीत करके भारतीय जीवन बीमा निगम (Life Insurance Corporation of India) यानी कि LIC की स्थापना की गई थी।

आज की बात करें तो यही एक सरकारी कंपनी है जो जीवन बीमा करती है बाद बांकी जितनी भी जीवन बीमा करने वाली कंपनी मिलेंगी सब निजी कंपनियाँ है। आप चाहे तो उस सब की लिस्ट विकिपीडिया पर देख सकते हैं।

| जीवन बीमा के प्रकार

? जीवन बीमा आमतौर पर 7 प्रकार के होते हैं। जिसकी चर्चा नीचे की गई है।

1. टर्म लाइफ इंश्योरेंस (Term life insurance) – जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है ये एक निश्चित समय अवधि के लिए होता है। ये समय अवधि 10 साल, 20 साल या फिर 30 साल हो सकता है।

इस समय अंतराल के अंदर में अगर बीमाधारक की मृत्यु हो जाती है तो उसके द्वारा नामांकित व्यक्ति (Nominee) को एक तय रकम दी जाती है। इस लाइफ इंश्योरेंस की खासियत ये है कि इसका प्रीमियम बहुत कम होता है।

2. यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान (Unit linked insurance plan) – ULIP निवेश और इंश्योरेंस का मिश्रण है जिसमें इंश्योरेंस, वेल्थ क्रिएशन और टैक्स-सेविंग इनवेस्टमेंट तीनों का फायदा मिलता हैं।

यूलिप में जो पैसा प्रीमियम के रूप दिया जाता हैं, वह आंशिक रूप से फंड में (यानी कि बॉन्ड और शेयर में) और आंशिक रूप से रिस्क कवर पर लगाया जाता है। हालांकि बीमाधारक को ये तय करने की छूट होती है कि वो अपना कितना पैसा शेयर में लगाना चाहता है और कितना पैसा बॉन्ड में। इसमें फ़िक्स्ड रिटर्न की कोई गारंटी नहीं होती है क्योंकि रिटर्न मार्केट के उतार-चढ़ाव पर निर्भर करता है।

3. अक्षय-निधि पॉलिसी (Endowment Policy) – ULIP की तरह ये भी निवेश और बीमा का मिश्रण है। लेकिन इसमें अंतर ये है कि ये एक निश्चित अवधि का रिस्क कवर करता है उस अवधि के खत्म होने पर बोनस के साथ तय रकम बीमाधारक को वापस कर दिया जाता है।

और अगर बीमाधारक को उस अवधि के दौरान मृत्यु हो जाती है तो फिर उसे द्वारा नामांकित व्यक्ति को तय रकम वापस कर दिया जाता है लेकिन बिना बोनस के।

4. मनीबैक इंश्योरेंस पॉलिसी (Moneyback insurance policy) – ये वाला लाइफ इंश्योरेंस भी निवेश और इंश्योरेंस का मिश्रण है ऊपर वाले दोनों बीमा पॉलिसीयों की तरह। पर इसमें अंतर ये है बीमित राशि (Assured Sum) पॉलिसी अवधि के दौरान ही किस्तों में मिलना शुरू हो जाता है।

आखरी किस्त पॉलिसी अवधि खत्म होने पर मिलती है। अगर पॉलिसी अवधि के दौरान ही बीमाधारक की मृत्यु हो जाये तो बीमित राशि उसके द्वारा नामांकित व्यक्ति को मिलता है।

5. आजीवन लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी (Whole Life insurance policy) – इस इंश्योरेंस का कोई फ़िक्स्ड अवधि नहीं होता है। यानी कि जैसे ही आपकी मृत्यु हुई (भले ही आपकी उम्र कितनी ही क्यों न हो) बीमित राशि (Assured Sum) आपके द्वारा नामांकित व्यक्ति को मिल जाएगा। इसका प्रीमियम बहुत ज्यादा होता है।

6. रिटायरमेंट प्लान (Retirement Plan) – इस प्रकार की बीमा योजना चिंता मुक्त सेवानिवृत्ति जीवन जीने के लिए पर्याप्त मात्रा में पूंजी बनाने में मदद करती है। तय की गई एक अवधि के बाद बीमाधारक को या उसकी मृत्यु के बाद उसके द्वारा नामांकित व्यक्ति को पेंशन के तौर पर एक निश्चित रकम का भुगतान किया जाता है।

यह भुगतान मासिक, छमाही या सालाना आधार पर हो सकता है. आप चाहे तो 60 वर्ष की आयु के बाद वार्षिक भुगतान या एकल भुगतान (single payment) का विकल्प चुन सकते हैं।

7. चाइल्ड इंश्योरेंस पॉलिसी (Child insurance policy) – ये प्लान बच्चों की शिक्षा के खर्च, विदेशी अध्ययन, विवाह आदि जैसे जरूरतों को देखते हुए डिजाइन किए गए हैं। अधिकांश चाइल्ड इंश्योरेंस पॉलिसी 18 वर्ष की आयु के बाद बच्चे को एकल भुगतान या वार्षिक भुगतान प्रदान करती हैं।

यदि पॉलिसी अवधि के दौरान माता-पिता का निधन हो जाता है, तो बच्चे या परिवार को भुगतान किया जाता है। कुछ बीमा कंपनियां पॉलिसीधारक की मृत्यु के मामले में प्रीमियम को माफ कर देती हैं और परिपक्वता अवधि के बाद एकमुश्त भुगतान करती हैं।

2. साधारण बीमा क्या है? (what is General insurance?)

जैसा कि हमने ऊपर भी पढ़ा साधारण बीमा में परिसंपत्तियों (Assets) का बीमा किया जाता है जिसमें में वाहन, घर, पशु, फसल, आदि शामिल होते हैं।

भारत सरकार ने 1971 में साधारण बीमा क्षेत्र में काम कर रहे 107 देसी एवं विदेशी कंपनियों को अधिगृहीत कर एक सरकारी बीमा कंपनी साधारण बीमा निगम (General insurance corporation) का गठन किया।

आज चार कंपनियाँ इसके अंडर काम करती है – (1) The Oriental Insurance Company (2) United India Insurance Company (3) National Insurance Company (4) New India Assurance । इसके अलावा जितनी भी कंपनियाँ

आपको साधारण बीमा करने वाली दिखती है सब निजी कंपनियाँ है। आप उस सब की लिस्ट विकिपीडिया पर देख सकते हैं।

| साधारण बीमा के प्रकार

? इसकी कोई एक निश्चित संख्या तो नहीं है फिर भी आइये उनमें से कुछ को देख लेते हैं।

◼ मोटर बीमा (motor insurance) – इसके तहत मोटर वाहन, दोपहिया, तिपहिया या चौपहिया वाहन की क्षति या चोरी के लिए बीमा कराया जाता है। मोटर्स व्हीकल एक्ट (Motors Vehicle Act) के तहत भारत में मोटर बीमा अनिवार्य है।

◼ गृह बीमा (Home insurance) – घर का बीमा घर और उसके अंदर की वस्तुओं की सुरक्षा करता है। बीमा पॉलिसी खरीदने के बाद अगर घर को किसी भी तरह का नुकसान होता है तो उसकी भरपाई बीमा कंपनी द्वारा किया जाता है।

◼ यात्रा बीमा (travel insurance) – यात्रा बीमा आपकी यात्रा को कवर करता है, ये घरेलू यात्रा भी हो सकती है और विदेशी यात्रा भी। कुछ यात्रा बीमा कीमती सामान के नुकसान या चोरी को कवर करता है वहीं कुछ यात्रा बीमा दुर्घटना और मेडिकल इमरजेंसी को कवर करती हैं।

इसी तरह से सामान्य बीमा के कई अन्य प्रकार भी होते है जो समय-समय पर आते रहते हैं। जैसे कि – समुद्री बीमा (Marine Insurance), वाणिज्यिक बीमा (commercial insurance), ग्रामीण बीमा (Rural insurance), फसल बीमा (Crop insurance) इत्यादि।

⬛ भारत सरकार द्वारा 2002 में कृषि बीमा को बढ़ावा देने के लिए एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी ऑफ इंडिया लिमिटेड (AICIL) की स्थापना की गई। 2016 में जो प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना लॉंच की गई थी वो इसी सरकारी कंपनी AICIL के द्वारा संचालित की जा रही है।

तो कुल मिलाकर आज 6 सरकारी कंपनियाँ बीमा क्षेत्र में काम कर रही है जिसमें से एक जीवन बीमा के क्षेत्र में, 4 साधारण बीमा क्षेत्र में तथा 1 कृषि बीमा के क्षेत्र में काम कर रही है (हालांकि कृषि बीमा को साधारण बीमा ही माना जाता है)।

इसके अलावा सभी निजी कंपनियाँ बीमा क्षेत्र में काम कर रही है। इन सभी का नियमन, बीमा नियमन एवं विकास प्राधिकरण (Insurance Regulation and Development Authority) यानी IRDA द्वारा किया जाता है। इसकी स्थापना सन 2000 ई. में की गई थी।

| बीमा के फायदे

बीमा एक जोखिम प्रबंधन उपकरण है जो न केवल व्यक्ति और व्यवसायों को लाभ पहुंचाता है बल्कि समाज और अर्थव्यवस्था को कई तरीकों से लाभान्वित करता है। बीमा के कुछ महत्वपूर्ण लाभ निम्नलिखित हैं:-

◼ मानसिक शांति (peace of mind) – चूंकि बीमा विभिन्न अनिश्चितताओं से सुरक्षा प्रदान करता है जो आपको या आपके परिवार को वित्तीय संकट में डाल सकता हैं इसीलिए बीमा होने से मानसिक शांति मिलती है एक प्रकार के सुरक्षा का अहसास होता है।

◼ जोखिम में कमी (Risk reduction) – दुर्घटना या किसी अप्रत्याशित घटना से होने वाले जोखिम को वित्तीय मदद से कम करने की कोशिश करता है।

◼ आसानी से ऋण मिल जाना (Easy loan) – खासतौर पर होम लोन के मामले में, बीमा कवर होने से ऋणदाता से आसानी से ऋण प्राप्त कर सकने की गुंजाइश बढ़ जाती है।

◼ बचत की आदत (Saving habit) – कई जीवन बीमा ऐसे है जो निवेश सह संरक्षण लाभ के साथ आते हैं। जैसे कि एंडोमेंट इंश्योरेंस (Endowment Insurance ) जैसी पॉलिसी लंबी अवधि के वित्तीय लक्ष्य हासिल करने में मदद करती हैं।

◼ कर लाभ प्रदान करना (Providing tax benefits) – कई प्रकार के बीमाओं में भुगतान किए गए प्रीमियम पर कर लाभ मिलता है। उदाहरण के लिए, जीवन बीमा योजनाओं के लिए भुगतान किए गए प्रीमियम को आयकर अधिनियम की धारा 80 सी के तहत छूट मिलती है।

इसी प्रकार से स्वास्थ्य बीमा योजनाओं के लिए भुगतान किए गए प्रीमियम आयकर अधिनियम की धारा 80 डी के तहत छूट मिलती है।

◼ कुल मिलाकर आपने देखा कि बीमा के कितने फायदे है फिर भारत में कम ही लोग बीमा करवाते हैं। ऐसा क्यों है? इसके कुछ निम्नलिखित कारण है –

(1) बीमा के दावों के निबटारे की जटिल एवं लंबी प्रक्रिया; (2) बीमा कंपनियों के नीति-नियमों का आसानी से समझ में नहीं आना; (3) जनसंख्या में शिक्षा एवं जागरूकता का अभाव; (4) बीमा कंपनियों पर जनता में विश्वास की कमी।

कुल मिलाकर ये है बीमा का बेसिक्स, उम्मीद है समझ में आया होगा। बेहतर समझ के लिए नीचे कुछ और लेख दिया गया है उसे भी जरूर पढ़ें।

| शेयर मार्केट सिरीज़

https://en.wikipedia.org/wiki/Insurance – IRDAI

बॉन्ड मार्केट: प्रकार एवं विशेषताएँ शेयर और इक्विटि में अंतर बॉन्ड और डिबेंचर में अंतर बॉन्ड और ऋण में अंतर प्राइवेट लिमिटेड और पब्लिक लिमिटेड में अंतर

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Insurance in Hindi – Full details with types and examples

In this post you will get full detail knowledge about Insurance in Hindi and its types with example. Read this article till the end to understand everything.

बीमा (इंश्योरेंस) अर्थात जहां जोखिम हो उससे सुरक्षा की गारंटी – भारत में बीमा का चलन बेहद ही चरम सीमा पर है। आज बीमा का क्षेत्र व्यापक होता जा रहा है , जहां पहले जीवन बीमा अथवा वाहन तक दायरा सीमित था। आज बीमा कंपनियों ने उन सभी क्षेत्रों तक अपनी पहुंच बना ली है जहां-जहां जोखिम हो सकता है।

आज बीमा के दायरे में – शिक्षा , दुर्घटना , कृषि , घर , जीवन आदि तक फैला हुआ है। व्यक्ति को चाहे – अनचाहे बीमा लेना ही पड़ता है , क्योंकि  दुर्घटना अथवा जोखिम किसी के भी जीवन में घट सकती है। उसकी क्षतिपूर्ति कुछ हद तक बीमा के द्वारा संभव हो सकता है।

आज हम बीमा से संबंधित लेख लिख रहे हैं , जिसमें बीमा के क्षेत्र व उसके लाभ अथवा हानि के बारे में बताने की कोशिश करेंगे –

Table of Contents

बीमा इंश्योरेंस का पूरा ज्ञान – Insurance in Hindi

कोई भी बीमा (इंश्योरेंस) जोखिम के अधीन रहता है। बीमा का मुख्य उद्देश्य किसी दुर्घटना अथवा जोखिम की क्षतिपूर्ति करना होता है। किंतु इसके पीछे बहुत सी शक्तियां कार्य करती है। इंश्योरेंस कंपनी विश्व स्तर पर कार्य कर रही है , उसमें अनगिनत कर्मचारी , कार्यालय अथवा पारिश्रमिक लगता है। यह सब आपके इंश्योरेंस में दिए गए पैसों के द्वारा ही कार्य करती है , साथ ही आपके किसी भी दुर्घटना अथवा जोखिम की क्षतिपूर्ति भी करती है। तो आप मोटे तौर पर समझ जाएं आपके पैसे के माध्यम से ही यह सब कंपनियां कार्य करती है।

यहां तक कि बड़े-बड़े धनाढ्य सेठ भी आपके पैसों से ही बनते हैं।

मोटे तौर पर आपको यह समझना होगा कि बीमा (इंश्योरेंस) आपके जीवन में भी अहम भूमिका निभाती है। आप अपने मेहनत – मजदूरी की कमाई को बीमा (इंश्योरेंस) के लिए देते हैं , जिसके बदले में कंपनी आपको कुछ हद तक जोखिम की भरपाई करने का दावा करती है। कभी-कभी यह कंपनी अपनी चालबाजी के द्वारा ग्राहकों को उनके हक से वंचित भी कर देती है।

बीमा लेते समय ग्राहक उन सभी महीन लिखाई नियम व शर्तों को नहीं पढता और अपनी स्वीकृति हस्ताक्षर के रूप में देता है। कभी भविष्य में ग्राहक दुर्घटना अथवा क्षतिपूर्ति के लिए जब इंश्योरेंस कंपनी से संपर्क करता है तो इंश्योरेंस कंपनी उसकी भरपाई करने से हाथ खड़ा कर देती है , अथवा उसे मना कर देती है। अधिक कार्यवाही करने पर कंपनियां उस हस्ताक्षर अथवा स्वीकृति को दिखाती है जो ग्राहक स्वयं किया हुआ होता है , उसके आगे वह लाचार हो जाता है।

ग्राहक के तौर पर आपको आवश्यकता है कंपनी की शाख अथवा प्रचलित बीमा कंपनी में ही अपनी गाढ़ी कमाई को लगाएं।

जीवन बीमा Life Insurance

माना जाए तो भारत में जीवन बीमा से ही अन्य बीमा का आरंभ हुआ है। जीवन बीमा भारत में प्रचलित है , यह जीवन मैं निहित जोखिमो को ध्यान में रखकर बनाया गया है। जीवन बीमा व्यक्ति के जीवन भर का साथ माना जाता है। यह व्यक्ति के जीवित रहने पर भी बीमा के अनुसार व्यक्ति को राशि उपलब्ध करवाती है अथवा व्यक्ति के मृत्यु के उपरांत उससे जुड़े नॉमिनी को सुरक्षा मुहैया कराती है। भारत में ऐसी कई बीमा कंपनियां है जो जीवित रहते हुए भी वार्षिक , त्रि वार्षिक अथवा अन्य रूप से समय-समय पर राशि उपलब्ध कराती है।

व्यक्ति की दुर्घटना अथवा अपंगता की स्थिति में भी यह कंपनी सहारा बन कर सामने आती है।

व्यक्ति को जहाँ आर्थिक रूप से आवश्यकता होती है , तो यह कंपनी उनकी आवश्यकता को पूरा करती है। किसी दुर्घटना अथवा जोखिम के तहत व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो यह कंपनी उसके परिवार के सदस्यों अथवा नॉमिनी को आर्थिक रूप से सहायता उपलब्ध कराती है।

उपर्युक्त जीवन बीमा में आर्थिक राशि वह राशि होती है जो व्यक्ति अपने हैसियत के अनुसार उन बीमा कंपनियों से बीमा इंश्योरेंस लेती है। यह बीमा काफी हद तक व्यक्ति के जीवन में अहम योगदान देती है। कई बार देखने में आया है कि व्यक्ति जो घर का मुखिया था , उसकी  असमय मृत्यु हो जाती है। जिसके बाद उसका परिवार बेसहारा हो जाता है। ऐसे समय में बीमा कंपनी बीमा लिए हुए व्यक्ति के घर वालों को आर्थिक सहायता मुहैया कराती है।

आप अपनी हैसियत और सुविधा के अनुसार जीवन बीमा ले सकते हैं।

किंतु इन सभी बीमा में जोखिम सदैव रहता है। आप जरूरी कागजात को ध्यानपूर्वक पढ़ें उनके नियम व शर्तों को भलीभांति परख लें तभी अपने जीवन की संचित पूंजी को इसमें निवेश करें।

स्वाथ्य बीमा  Health Insurance

व्यक्ति के जीवन में स्वास्थ्य संबंधी उतार-चढ़ाव सदैव लगा रहता है। कभी-कभी व्यक्ति उन बीमारियों से ग्रसित हो जाता है , जिसके कारण व्यक्ति का जीवन , सामान्य जीवन भी प्रभावित होता है। इस बीमारी के कारण कभी-कभी वह लाचार और भी बेबस हो जाता है। बेरोजगारी का कारण भी कई बार यह बीमारियां बन जाती है। इन बीमारियों के कारण रोजगार तो चला ही जाता है , साथ ही इसके इलाज के लिए इतनी पूंजी लगती है जो सामान्य व्यक्ति के बस की बात नहीं होती।

सरकार ऐसी बीमारियों के लिए कुछ हद तक सहायता तो करती है , किंतु वह नाकाफी सिद्ध होती है। जटिल और गंभीर बीमारियों का इलाज सरकारी अस्पताल में सामान्य तौर पर उतने कारगर नहीं होते। अगर होते भी हैं तो पैसे की आवश्यकता वहां भी अवश्य पड़ती है। ऐसे में व्यक्ति अपने स्वास्थ्य का बेहतर ध्यान रखने के लिए निजी अस्पताल की ओर रुख करता है। निजी अस्पताल में व्यक्ति के इलाज के लिए पूंजी एक बड़ी बाधा बन कर सामने खड़ी हो जाती है। जटिल और गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए निजी अस्पताल इतनी पूंजी की मांग करते हैं जो सबके बस की बात नहीं होती।

यहां स्वास्थ्य बीमा कंपनियां ऐसे व्यक्तियों की सहायक सिद्ध होती है।

अगर व्यक्ति ने इन गंभीर बीमारियों के लिए अपने जीवन में इंश्योरेंस अथवा बीमा लिया हुआ होता है तो काफी हद तक स्वास्थ्य बीमा उसके लिए वरदान साबित होता है। यह कंपनियां निजी अस्पताल के बिल का भुगतान करती है और व्यक्ति के बेहतर इलाज के लिए प्रयत्न करती है।

यहां ध्यान देने वाली बात एक और है कि स्वास्थ्य बीमा हर एक व्यक्ति को नहीं दिया जाता।

अगर एक स्वस्थ व्यक्ति और कम आयु का व्यक्ति है तो उसे स्वास्थ्य बीमा यथाशीघ्र मिल जाता है।

किंतु वहीं बुजुर्ग और कमजोर व्यक्ति हो उन्हें स्वास्थ्य बीमा कंपनी बीमा नहीं अथवा काफी मुश्किल से देती है। स्वास्थ्य बीमा कराते समय आपको उससे जुड़े दस्तावेजों को ध्यान पूर्वक पढ़ना होगा , क्योंकि बीमा कंपनियां कुछ हद तक ही व्यक्तियों को आर्थिक तौर पर सहायता करती है। कई कंपनियां चालाकी करती है और गंभीर रूप से बीमारियों को अलग-अलग श्रेणी में रखती है अगर आप उन श्रेणियों के अंतर्गत नहीं आते तो आपको उन से वंचित रखा जाता है।

कई केस में यह देखने को भी मिला है व्यक्ति अपने इलाज के लिए अस्पताल में जाता है वहां उसे बीमा की आवश्यकता होती है तब यह कंपनियां यह कहकर अपना हाथ पीछे कर लेती है व्यक्ति ने इंश्योरेंस के समय उनसे यह बीमारियां छिपाई थी।

इस प्रकार की चालाकियां कंपनियां करती है जिससे आपको सतर्क रहने की आवश्यकता है।

घर बीमा Home Insurance

वर्तमान समय में घर का बीमा भी प्रचलन में है। आप सोच रहे होंगे घर का बीमा यह क्यों आवश्यक है। यह पाश्चात्य देशों से प्रेरित है जहां कई प्रकार की घटनाओं को संज्ञान में लेते हुए इस प्रकार के बीमा की आवश्यकता पड़ी है। कितनी ही ऐसी आपदाएं जो प्राकृतिक होती है उसमें व्यक्ति का सब कुछ नष्ट हो जाता है। जमा पूंजी लुट जाती है , ऐसे में व्यक्ति की इतनी हैसियत नहीं होती कि वह दोबारा अपने घर का निर्माण करा सके।

ऐसी स्थिति में बीमा कंपनियां , व्यक्ति का सहारा बनती है और उसके घर के निर्माण में सहायता करती है।

कितनी ही ऐसी घटनाएं देखने को मिली है जहां घर में बिजली के द्वारा आग लग जाने के कारण अथवा असामाजिक तत्वों द्वारा घर के सभी सामानों का चोरी हो जाना आपने अवश्य ही देखा होगा। ऐसी स्थिति में व्यक्ति अपने घर का इंश्योरेंस करा लेता है। घर में चोरी अथवा आग लगने अथवा प्राकृतिक आपदा में घर के तबाह हो जाने के हालात में इंश्योरेंस कंपनी इसकी भरपाई करती है।

इंश्योरेंस कंपनी इस प्रकार की भरपाई तभी करती है जब भली-भांति परख लेती है कि इसमें व्यक्ति की कोई साजिश नहीं हो। कई बार व्यक्ति इंश्योरेंस कंपनी से वसूली के लिए अपने घर का नुकसान स्वयं करते हैं ताकि उन्हें इंश्योरेंस कंपनी उनके पैसे दे सके। ऐसी स्थिति में इंश्योरेंस कंपनी अब और स्मार्ट हो गई है वह सभी प्रकार से खोजबीन कर कानूनी रूप से सलाह लेते हुए ही उस क्षतिपूर्ति की भरपाई करती है।

घर के बीमा की आवश्यकता सभी को नहीं पड़ती , इसलिए व्यक्ति जल्द अपने घर की बीमा नहीं लेता। किंतु कई बार जब ऐसी प्राकृतिक घटना अथवा लूटपाट की घटना के द्वारा घर तबाह हो जाता है , तब उसे इस प्रकार के इंश्योरेंस की आवश्यकता पड़ती है।

जब व्यक्ति के पास किसी प्रकार की कोई सहारा नहीं होता।

सरकार द्वारा भी वह वंचित होता है , तब यही बीमा कंपनियां सहारा बनकर सामने आखरी होती है।

यह बीमा कई प्रकार के नियम अथवा शर्तों से बंधी हुई है।

जब भी आप इस प्रकार की बीमा ले उससे जुड़ी हुई सभी जानकारी अथवा नियम शर्तों को ध्यानपूर्वक पढ़ें। मेरे अनुसार आप किसी जानकार की मदद भी ले सकते हैं क्योंकि आपको जानकार बहुत ही सटीक और दोष अथवा गुण को बता सकने की क्षमता रखता है।

गाड़ी बीमा Vehicle Insurance

गाड़ी के बीमा की आवश्यकता वर्तमान समय में आवश्यक अति आवश्यक है। सर्वेक्षण के अनुसार दुर्घटना की गिनती में गुणात्मक वृद्धि हो रही है। गाड़ी का शौक सभी को होता है सभी की यही आशा होती है कि वह एक घर और एक गाड़ी अवश्य लेगा। लोगों ने इसे अपने स्टेटस सिंबल के तौर पर लीया है। व्यक्ति के पास गाड़ी का ना होना उसकी मजबूरी अथवा आर्थिक स्थिति को दर्शाता है , ऐसी सोच समाज में व्याप्त है। उसकी पूर्ति करने के लिए व्यक्ति जैसे – तैसे करके गाड़ी खरीदता है।इस दौड़ में सभी के पास गाड़ियां उपलब्ध है।

भारत जैसे देश में गाड़ियां जहां बहुतायत संख्या में है वहां सड़कों की स्थिति कैसी है यह जगजाहिर है।

लोगों के चलने तक की जगह नहीं होती , वह भी अवैध रूप से लोगों के कब्जे में होती है तो सड़कों की स्थिति कैसी होगी यह आप समझ सकते हैं। भारत के सर्वेक्षण में ही देखेंगे तो 50% से ज्यादा दुर्घटना सड़क की खराब स्थिति अथवा गड्ढों की वजह से होती है। इन दुर्घटनाओं में केवल गाड़ी का नुकसान नहीं होता , साथ ही व्यक्ति उसके परिवार अथवा तीसरी पार्टी जिसका एक्सीडेंट हुआ है।

इतने लोग इस दुर्घटना में प्रभावित होते हैं।

इस दुर्घटना में शारीरिक तथा आर्थिक रूप से क्षति पहुंचती है।

शारीरिक भरपाई करना तो किसी के लिए भी असंभव कार्य है किंतु आर्थिक रूप से कुछ हद तक भरपाई की जा सकती है। जिसके लिए सरकार ने वाहन मोटर अधिनियम के तहत गाड़ियों का बीमा अनिवार्य किया हुआ है। गाड़ी की बीमा के अंतर्गत गाड़ी ड्राइवर तथा थर्ड पार्टी तक की क्षतिपूर्ति का प्रावधान है।

इस बीमा के ना होने पर आपके ऊपर जुर्माना लगाया जा सकता है।

दुर्घटना की स्थिति में बीमा कंपनियां आर्थिक क्षति की पूर्ति करती है।

चाहे वह गाड़ी ड्राइवर अथवा थर्ड पार्टी की क्षतिपूर्ति हो।

दुर्घटना के अतिरिक्त वाहन के चोरी हो जाने की स्थिति में भी बीमा कंपनियां वाहन के मूल्य की देनदार होती है। ऐसी स्थिति में कंपनियां गाड़ी के वर्तमान स्थिति को कानूनी रूप से अध्ययन करती है। अगर वह गाड़ी वाकई में चोरी की गई है जिसमें किसी प्रकार की कोई साजिश बीमा धारक द्वारा नहीं की गई तो कंपनियां उसका भुगतान करने के लिए विवश होती है। कितनी ही बार देखने को मिला है कि , चोरी होने की स्थिति में बीमा कंपनियां क्षतिपूर्ति के रूप में भुगतान करने से परहेज करती है।

किंतु आपको धैर्य रखते हुए कानूनी मदद लेकर आप अपनी क्षतिपूर्ति कर सकते हैं।

वाहन बीमा आपको आवश्यक रूप से करवाना चाहिए , यह आपके गाड़ी के साथ-साथ आपकी और उस व्यक्ति की जो आपके और गाड़ी के माध्यम से दुर्घटना ग्रसित हुआ है उसकी सहायता हो सके। मोटर यांत्रिक रूप से कार्य करती है जिस पर कई बार व्यक्ति का वश नहीं चलता।  वह व्यक्ति के नियंत्रण से बाहर हो जाती है और किसी बड़ी दुर्घटना के रूप में तब्दील हो जाती है।

ऐसी स्थिति में कुछ हद तक बीमा कंपनियां उसकी भरपाई करती है।

अतः आपको वाहन का बीमा आवश्यक रूप से कराना ही चाहिए , इससे चोरी स्वयं के जीवन से धोखा देने के समान है।

अग्नि , आपदा बीमा Fire Disaster Insurance

आपदा एक ऐसी विनाशकारी घटना है जो बिना बताए घट जाती है।

आपदा का कई रूप है –

आसमानी बिजली ,

बादल का फटना ,

जोरदार बारिश ,

तूफान आदि आदि।

इस प्रकार की आपदा से केवल सतर्क रहा जा सकता है , किंतु ना ही उसे रोक सकते हैं और ना उसके नुकसान से बच सकते हैं। इस प्रकार की आपदा पर मनुष्य का कोई बस नहीं होता। आपदा मे मनुष्य का जीवन तबाह हो जाता है। जीवन भर की जमा पूंजी एक क्षण में बर्बाद हो जाती है। वह ऐसी स्थिति में नहीं होता कि वह पूरे जीवन की जमा पूंजी के लूट जाने पर वह दोबारा वैसी स्थिति में आ सके। अगर क्षति कम हो तो मनुष्य उसकी भरपाई कर सकता है , किंतु भीषण आपदा के बाद उसकी भरपाई करना लगभग नामुमकिन हो जाता है।

जापान और कई ऐसे देश हैं जहां प्राकृतिक आपदा किसी भी समय आ जाती है।

वहां का समाज प्राकृतिक आपदा को अमूमन रोज देखता है और उसका सामना करता है। बाढ़ और ज्वालामुखी के कारण विश्व के कई ऐसे देश हैं जो सदैव प्रभावित रहते हैं। इस प्रकार की आपदा में व्यक्ति जब अपना सब कुछ गंवा बैठता है वैसी स्थिति में बीमा कंपनियां उनके साथ खड़ी होती है और आर्थिक रूप से कुछ हद तक क्षतिपूर्ति करती है।

व्यापार / उद्योग बीमा Industry Insurance

जीवन में यूं तो हमेशा जोखिम रहता है एक पल का कोई भरोसा नहीं कि अगले पल क्या हो जाए। ठीक इसी प्रकार व्यापार में भी जोखिम सदैव बरकरार रहता है। बाजार का रुख कब बदल जाए कब मांग और पूर्ति के बीच गहरा अंतर आ जाए यह सब कहा नहीं जा सकता। व्यापार में जोखिम को देखते हुए बीमा कंपनी इस क्षेत्र में बहुत बड़ा अवसर अपने लिए देखती है। इसी अवसर के तहत बीमा कंपनियों ने व्यापार उद्योग में अपना पैर पसारना आरंभ कर दिया है।

व्यापारी को भी बीमा कंपनियों के इस रुचि से कुछ लाभ तो अवश्य ही मिला है।

व्यापार लगाने के लिए जहां बीमा कंपनियां पैसा देती हैं , ठीक उसी प्रकार व्यापार में हुए हानि के लिए भी वह कंपनियां उन्हें सुविधा उपलब्ध कराती है। बीमा कंपनियां व्यापार के जोखिम की क्षतिपूर्ति अवसर पर करती है बशर्ते आप उनके नियमों अथवा शर्तों के अनुरूप आते हो।

कई बार ऐसा देखने में आया है कि , बाजार में कंपनी के साख गिर जाती है , जिसके कारण कंपनी को भारी नुकसान होता है।

ऐसे समय में बीमा कंपनियां उन्हें आर्थिक रूप से सहायता उपलब्ध कराती है।

उनके आर्थिक क्षति की भरपाई करती है।

कितने ही ऐसे दंगे अथवा प्राकृतिक रूप से व्यापारी का व्यापार प्रभावित होता है।

इस प्रकार की स्थिति में  उनके व्यापार की कमर तक टूट जाती है।

सहायता के लिए उनके पास किसी प्रकार का कोई मार्ग अथवा व्यक्ति नहीं होता।

तब व्यक्ति को उनके जीवन में लिए गए बीमा द्वारा ही सहायता उपलब्ध होती है।

यात्रा दुर्घटना बीमा Travel Accident Insurance

यात्रा के समय दुर्घटना की संभावनाएं रहती है , इससे इनकार नहीं किया जा सकता है।

चाहे आप अपने निजी वाहन अथवा सार्वजनिक वाहन से यात्रा करें किंतु दुर्घटनाएं कभी भी हो सकती है। आपने रोज अखबारों में पढ़ा होगा अथवा टेलीविजन पर न्यूज़ में अवश्य ही देखा होगा कितनी ही दुर्घटनाएं यात्रा के दौरान होती है। कई बार पूरी ट्रेन , बस अथवा वायुयान दुर्घटना ग्रसित होती है जिसमें कोई भी यात्री जीवित नहीं बचता। इस दुर्घटना में आर्थिक रूप से क्षति तो होती ही है किंतु जीवन की भी हानि होती है। जीवन की हानि को किसी भी प्रकार से भरपाई करना संभव नहीं है , किंतु आर्थिक रूप से कुछ सहायता उपलब्ध अवश्य किया जा सकता है।

इस प्रकार की आर्थिक सहायता के लिए बीमा कंपनियां यात्रा टिकट पर बीमा का चार्ज लेती है।

उदाहरण के लिए आप देखते होंगे रेलवे टिकट बुक करते समय आपसे यात्रा के जोखिम के लिए कुछ रुपए लेती है। जिसमें लगभग दो – ढाई लाख रुपए के आसपास आपके दुर्घटना की जिम्मेदारी बीमा कंपनी लेती है। दुर्घटना की स्थिति में बीमा कंपनी उस बीमा राशि को टिकट धारक को देने के लिए बाध्य होती है। पहले ऐसा नहीं था , किंतु नई सरकार के बनने के बाद इस प्रकार का नियम लागू किया गया। क्योंकि कई बार ऐसी स्थिति होती है , दुर्घटना के समय कोई भी आर्थिक रूप से सहायता व्यक्ति तक नहीं पहुंच पाती।

वह केवल सरकार के भरोसे रहती है ऐसे में बीमा कंपनियों ने अपना व्यापार क्षेत्र में तलाश किया।

आज यात्रा दुर्घटना बीमा लगभग सभी प्रकार की यात्रा में शामिल किया गया है।

चाहे वह जल , स्थल अथवा वायु के द्वारा किया गया यात्रा हो।

सभी प्रकार की यात्रा में बीमा कंपनियां बीमा टिकट के साथ ही उपलब्ध कराती है।

चाहे उसकी जानकारी व्यक्ति को हो अथवा नहीं किंतु उसके पृष्ठभूमि को ध्यान से पढ़ें तो यात्रा दुर्घटना बीमा लगभग सभी यात्रा के साथ होता है।

शिक्षा बीमा Education Insurance

व्यक्ति के जीवन में शिक्षा का अहम रोल है। चाहे कोई भी व्यक्ति हो अपने लिए उत्तम शिक्षा चाहता है और जिसके लिए बड़े से बड़े शैक्षणिक संस्थान में वह जाना चाहता है। कई बार उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए पूंजी की आवश्यकता पड़ती है। उच्च शिक्षा ग्रहण करने में कितनी ही बार पूंजी बाधा बनकर सामने खड़ी हो जाती है। इस अवसर को बीमा कंपनियों ने बेहतर पहचाना और उन्हें शिक्षा जगत में बीमा देने के लिए अग्रणी भूमिका निभाना आरंभ किया है।

शिक्षा जगत में बीमा कंपनियां विद्यार्थियों को यह अवसर उपलब्ध कराती है और सुनिश्चित करती है उसके उच्च स्तरीय शिक्षा में पूंजी की कोई कमी ना हो। इसके लिए बीमा कंपनियों ने अलग-अलग श्रेणी के प्लान तैयार किए हैं , जिसके तहत व्यक्ति अपने सुविधा और हैसियत के अनुसार उन श्रेणियों की पहचान करता है और अपने अनुसार उसका चयन करता है।

जब व्यक्ति को उच्च शिक्षा के लिए भविष्य में पूंजी की आवश्यकता होती है तो बीमा कंपनी इस अवसर पर व्यक्ति का साथ देती है। कई बार उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए विदेश जाने की आवश्यकता पड़ती है तब भी बीमा कंपनियां उनका मददगार साबित होती है। शिक्षा बीमा भी जोखिम के अधीन है इससे सतर्क रहने और जरूरी दस्तावेजों को ध्यान से पढ़ने की आवश्यकता होती है , ताकि समय पर आपके लिए वह बीमा कंपनियां बाधा साबित ना हो।

कृषि बीमा Agriculture Insurance

भारत कृषि प्रधान देश है , यहां कृषि भारत की अर्थव्यवस्था में रीड की हड्डी का कार्य करती है। कृषि पर पूरे देश की अर्थव्यवस्था निर्भर करती है। अगर इस क्षेत्र में किसी प्रकार का नुकसान होता है तो वह देश के लिए ठीक नहीं होता।

गाड़ी बीमा के बाद कृषि बीमा का अहम रोल है।

किसान और उसके परिवार का जीवन उनके कृषि पर ही निर्भर करता है।

वह मेहनत मजदूरी करके फसल का उत्पादन करता है और किसी कारण प्राकृतिक आपदा से उसका कृषि  तबाह हो जाता है जिसमें उसके पास कुछ भी नहीं बचता। कितनी ही बार देखने में आया है किसान की पूरी फसल बरसात , बाढ़ अथवा भयंकर सुखा के कारण प्रभावित होती है।

इसमें किसान इतना लाचार हो जाता है कि वह आत्महत्या करने के लिए भी बाध्य हो जाता है।

बदली हुई सरकार ने इस क्षेत्र में अपना ध्यान दिया है तथा किसानों के संरक्षण और हितों को ध्यान में रखते हुए कृषि बीमा का विशेष प्रबंध किया है। जिसमें प्राकृतिक तौर पर हुए कृषि के नुकसान की भरपाई आर्थिक रूप से की जाती है। इस जगत में सरकारी कंपनियां महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है , वहीं निजी कंपनियां भी अपनी किस्मत इस जगत में अपना रही है। किसान अपने खेती का बीमा कराती है जिसमें किसी प्रकार की कोई अप्रिय अथवा प्राकृतिक रूप से प्रभावित होने पर बीमा कंपनी उसका भरपाई करती है।

कृषि बीमा के आगमन से किसानों और उसके परिवार में एक संतोष का भाव जागृत हुआ है।

जहां वह पहले अकेला और बेसहारा समझते थे , वहीं अब किसान के साथ सरकार और अन्य बीमा कंपनियां खड़ी है। किसी भी प्रकार की प्राकृतिक आपदा और क्षति होने पर सरकार तत्काल किसान को क्षतिपूर्ति करने का प्रयत्न करती है।

वित्तीय बीमा क्रेडिट कार्ड / ऑनलाइन / बैंक अकाउंट Financial Insurance

व्यक्तिगत जीवन में आपने महसूस किया होगा अथवा आसपास समाज में अवश्य सुना होगा। किसी व्यक्ति के साथ वित्तीय धोखाधड़ी हुई है , जिसके सामने वह बेबस और लाचार बना हुआ है। शासन-प्रशासन तक उसकी मदद नहीं कर पाते। इस समस्या ने पूरे देश को प्रभावित किया हुआ है आज जहां बैंक और वित्तीय सुविधा सरल रूप से उपलब्ध है इसके जोखिम भी बढ़ते जा रहे हैं। ऑनलाइन धोखाधड़ी भी बढ़ती जा रही है। लोगों के जेब में क्रेडिट अथवा डेबिट कार्ड रहता है और कहीं दूर बैठा कोई व्यक्ति उनके बैंक में सेंध लगा देता है। इस प्रकार की धोखाधड़ी को सरकार अब अपने नजर में रख रही है , तथा कई प्रकार के नियम भी लागू कर दिया गया है।

वित्तीय लेनदेन की धोखाधड़ी में अगर आप फस गए हो तो 3 कार्य दिवस के भीतर नजदीकी पुलिस थाने में अथवा बैंक में विस्तृत ब्योरे सहित जानकारी उपलब्ध करवानी होगी। जिसके बाद आपके साथ हुए धोखाधड़ी की भरपाई बैंक अथवा भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा की जाएगी। इस वित्तीय लेनदेन में धोखाधड़ी की भरपाई करने के लिए आज कई सारी बीमा कंपनियां भी उपलब्ध है , जो उन जोखिमो की जिम्मेदारी लेती है। उसके लिए आपको उनसे मिलकर बीमा लेने की आवश्यकता है।

जिसमें क्रेडिट कार्ड अथवा डेबिट कार्ड पर वह बीमा सुविधा उपलब्ध कराते हैं।

भारत में नोटबंदी के बाद कितने ही बैंक अथवा एजेंसी बंद हो गई अथवा दिवालिया हो गई।

क्योंकि उन्होंने वित्तीय लेनदेन में अनियमितता बरती थी जिसके कारण कितने ही बैंक बंद होने के कगार पर आ गए अथवा बंद हो गए। ऐसी स्थिति में बैंक भी अपने ग्राहक को एक लाख का बीमा देती है। अगर कोई बैंक दिवालिया होती है अथवा बंद होती है तो भारतीय रिजर्व बैंक के नियम के अनुसार 100000 रुपए तक की बीमा राशि ग्राहक को लौटानी होगी। अगर किसी खाता धारक का एक लाख से ऊपर कितनी ही राशि हो किंतु बैंक केवल ₹100000 ही देने के लिए बाध्य होगा।

यह भी एक प्रकार की बीमा इंश्योरेंस होता है जो भारतीय रिजर्व बैंक के मार्गदर्शन पर आधारित होता है।

उत्पाद बिमा (टेलीविज़न , मोबाइल , लेपटॉप , एयर कण्डीशनर आदि) Product Insurance

विलासिता भरी जिंदगी में आपने यह तो महसूस किया होगा कोई भी व्यक्ति अपने घर में पड़ोसियों से अधिक साधन की चाहत रखता है। अगर पड़ोसी के घर एयर कंडीशनर लगा है तो आप कूलर अथवा पंखे में अपना जीवन नहीं गुजारना चाहते। पड़ोसी के घर अगर एक एयर कंडीशनर लगा है तो आप एक अथवा उससे अधिक लगाने की चाहत रखते होंगे। ऐसे ही टेलीविजन , फ्रीज अथवा अन्य उपकरण जो आर्थिक रूप से महंगे होते हैं यहां तक कि मोबाइल भी इसमें शामिल कर सकते हैं।

इनके नुकसान अथवा हानि होने पर यह सामान्य व्यक्ति के लिए काफी परेशानी का सबब बन जाता है। जो व्यक्ति इन उपकरणों को काफी कठिनाई अथवा दिक्कतें सहकर खरीद कर अपने घर लाता है। उनके खराब होने अथवा नुकसान होने की स्थिति में वह बिल्कुल असहज महसूस करता है।

इस स्थिति को बीमा कंपनियों ने भली-भांति जांचा परखा और अपने लिए एक अवसर की तलाश की।

आज बीमा कंपनियां उन सभी महंगे उत्पादों पर बीमा इंश्योरेंस करने का दावा करती है जो व्यक्ति के लिए आवश्यक होती है। इन उत्पादों की खराबी अथवा नुकसान होने पर बीमा कंपनी उन उत्पादों को बदलकर ग्राहकों को उपलब्ध कराती है। इन उपकरणों में सबसे ज्यादा जोखिम रहता है , अतः बीमा कंपनियां भी इस इंश्योरेंस में सदैव सतर्क रहती है। वह पूर्ण रूप से जांच परख कर कर ही इन उत्पादों पर बीमा करने को राजी होती है। इसी जोखिम को ध्यान में रखते हुए बीमा कंपनियां पुराने उत्पादों पर बीमा करने के बजाय नए उत्पादों पर ही बीमा करना पसंद करती है।

आपने भी अपने घर में इन उत्पादों को अवश्य ही लगाया होगा जिसमें बीमा कंपनियां आपसे खरीदारी करते समय बीमा के लिए बात करती है और उसको लेने के बाद उस उत्पाद के जोखिम को बीमा कंपनी क्षतिपूर्ति के रूप में पूर्ण करती है।

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Insurance क्या है और बीमा कितने प्रकार के होते हैं?

क्या आप जानते हैं की इन्शुरन्स या बीमा क्या है (What is insurance in Hindi) ? क्यूँ हम सभी को अपने जीवन की या अपने property की बीमा जरुर से करनी आवश्यक होती है, वहीँ Insurance या बीमा के प्रकार कितने होते हैं इत्यादि. यदि आपके मन में भी Insurance या बीमा को लेकर कुछ doubts हैं तब आप इस post को अंत तक जरुर पढ़ें क्यूंकि आज हम Insurance के सभी पहलूवों के विषय में जानेंगे।

जैसे की हम सभी जानते हैं की किसी भी इन्सान का जीवन और संपत्ति दोनों ही मृत्यु, असक्षमता और बर्बादी से घिरी हुई होती है. किसी को ये नहीं मालूम की अगले ही पल उनके साथ क्या होने वाला है. वहीँ ऐसी दुर्घटनाओं से आपको बहुत ज्यादा financial losses हो सकते हैं. वहीँ ऐसे अवस्था से खुद को रक्षा करने के लिए Insurance एक बहुत ही बेहतरीन तरीका है जिससे इन risks को बहुत हद तक दूर किया जा सकता है।

वहीँ अगर आपको Insurance क्या होता है विषय में और अधिक जानना है तब आपको ये article बीमा क्या होता है पूरी तरीके से पढना होगा. जिससे आपको इसके विषय में पूरी जानकारी प्राप्त होगी. तो फिर बिना देरी किये चलिए शुरू करते हैं।

बीमा क्या है – What is Insurance in Hindi

Insurance एक तरह का legal agreement होता है दो two parties के बीच जो हैं पहला बीमा company (जो insurance देता है या insurer) और दूसरा है वो individual (जो insurance लेता है या insured).

Insurance Kya Hai Hindi

इसमें insurance company ये वादा करती है की अगर कभी कुछ अनहोनी या अकस्मातिक घटना हो जाती हैं तब Company ही सभी चीज़ों का उत्तर्दियी लेने वाली है. वहीँ जितनी भी चीज़ों का नुकशान हुआ होगा वो सभी company ही पूर्ण करेगी।

इस प्रकार के घटनाओं को आकस्मिकता कहा जाता है क्यूंकि इन घटनाओं का कोई ठीकाना नहीं होता है की वो कब घटित होने वाले हैं. इसमें insurance company को सभी नुकशान की भरपाई करनी पड़ती है जैसे की उन्होंने पहले वादा किया था।

बीमा के सिद्धांत – Principles of Insurance in Hindi

जब आप कोई insurance खरीदते हैं insurance company से तब insurer (जो की company होती है) और insured (जो की आप होते हैं) को एक legal contract प्राप्त होता है insurance का, इसे ही insurance policy कहा जाता है।

इस insurance policy में वो सभी details होते हैं जिनके विषय में आपको जानना चाहिए जैसे की वो सभी conditions और circumstances जिसके under की insurance company आपको आपका insurance amount pay करने वाली है यदि कोई loss होता है तब, यदि आपको नहीं तब आपके द्वारा चयन किया गया nominee।

  • लोन क्या है
  • बैंक क्या है
  • सिबिल स्कोर क्या है

Insurance एक बहुत ही बढ़िया तरीका होता है खुदको और खुदके परिवार को किसी भी financial loss से बचाता है. अक्सर ये पाया गया है की जितनी बड़ी insurance cover होती है उतनी ही छोटी premium भी होती है।

ऐसा शायद इसलिए क्यूंकि इस प्रकार के insurance को claim बहुत ही कम लोग करते हैं लेकिन उन्हें इसके लिए सभी premium भरने होते हैं. इसलिए company की इसमें ज्यादा फायेदा होता है।

कोई भी इन्सान या company insurance प्राप्त करने के लिए अर्जी कर सकता है लेकिन उस किस प्रकार का insurance प्रदान करना है ये बात insurance company तय करती है. इसके लिए insurance company आपके application को भली भांति evaluate करती है आपको कोई decision सुनाने से पहले।

वहीँ ज्यादातर समय comapny high-risk applicants को insurance प्रदान करने से मुकरती है।

इन्सुरांस के साथ माजरा ये है की, आपको पहले चुनना होता है की आपको किस चीज़ पर insurance चाहिए। उसके बाद insurer उसका risk calculate करता है, और सब कुछ जांच लेने के बाद ही आपको बताता है की आपको कितना premium भरना पड़ेगा।

1. Policy का चुनाव करें

एक insurance policy ऐसा एक document होता है जिसमें की आपको उसके विषय में सभी details लिखी गयी होती है. जैसे की किन चीज़ों के लिए आपको insurance मिलती है और किन चीज़ों के लिए नहीं।

2. Premium Pay करें

Premium उस amount को कहा जाता है जो की आप प्रत्येक महीने या फिर साल में एक बार pay करते हैं आपके policy के हिसाब से. इसकी amount इस बात पर निर्भर करती है की ये insurance किन चीज़ों को cover कर रहा है।

3. Claim करना

अगर insurance period के भीतर कुछ अनहोनी घटित हो जाती है तब आप या आपका nominee अपना insurance claim कर सकते हैं. इसमें आपको अपने हादसे का पूरा विवरण देना होता है जिसे की insurance company check करती है और अगर आपका claim सभी जगहों से ठीक हो तब आपको अपना claimed amount मिल जाता है जैसे की पहले तय हुआ था।

बीमा कितने प्रकार के होते हैं – Types of Insurance in Hindi

वैसे तो Insurance के बहुत से प्रकार हैं लेकिन यहाँ पर हम कुछ महत्वपूर्ण प्रकारों के विषय में जानेंगे।

1. जीवन बीमा – Life Insurance in Hindi

जैसे की नाम से पता चलता है की, life insurance में आपके जीवन की बीमा की जाती है. आप life insurance इसलिए खरीदते हैं ताकि आपके न होने पर भी आपका परिवार किसी के ऊपर dependent न हो और खुद financially secured हों।

Life insurance उन लोगों के लिए बहुत important हो जाता है जब आप अकेले ही अपना परिवार में कमाने वाले होते हैं और पूरा परिवार आप पर ही निर्भर करता है।

2. स्वास्थ्य बीमा – Health Insurance in Hindi

Health insurance को medical treatments के खर्चे को cover करने के लिए लिया जाता है. इसमें भी बहुत से प्रकार के health insurance policies होते हैं जो की अलग अलग diseases और ailments को cover करती हैं. आप एक generic health insurance policy भी ले सकते हैं या फिर कोई specific policy किसी disease के लिए भी ले सकते हैं. इसमें जो premium pay किया जाता है वो सभी प्रकार के treatment, hospitalization और medication costs को cover करता है।

3. कार बीमा – Car Insurance in Hindi

वैसे ही Car Insurance से आप अपने Car को insured कर सकते हैं. यदि कोई भी दुर्घटना घटित होनी है तब आपको इसका मुआवजा प्राप्त होता है।

4. शिक्षा बीमा – Education Insurance in Hindi

इस insurance में आप अपने बच्चे के सही education के लिए पैसे जमा कर रहे होते हैं और वो सही समय आने पर आपको एक lumpsum amount के तोर पर मिलता है अपने बच्चे के education के लिए।

5. गृह बीमा – Home Insurance in Hindi

यदि आपने अपना घर बना लिया है तब आपको जरुर से home insurance खरीद लेना चाहिए क्यूंकि इससे आपके घर को यदि कोई भी damage होती है फिर चाहे वो fire हो, कोई प्राकृतिक विपदा हो या कुछ और, सभी चीज़ों में आपको अपना मुआवजा प्राप्त होता है।

इन्शुरन्स लेने से क्या टैक्स लाभ भी प्राप्त होता है?

Insurance लेने के और भी फायेदे हैं safety, security benefits को छोड़कर. इससे आपको tax benefits भी प्राप्त होता है।

1. Life insurance premium वो भी up to ₹1.5 lakh तक को आप claim कर सकते हैं एक tax-saving deduction के तोर पर under Section 80C

2. Medical insurance premium वो भी up to ₹25,000 खुदके लिए और अपने परिवार के लिए, वहीँ ₹25,000 अपने माता पिता के लिए को आप claim कर सकते हैं एक tax-saving deduction के तोर पर under Section 80D

इन claims को आपको करना होता है e-filing income tax returns भरने के समय में।

Insurance Claim कैसे किया जाता है?

चलिए अब जानते हैं की आप कैसे अपना Insurance amount claim कर सकते हैं।

1. इसके लिए आपको पहले अपना claim करना होगा आपके insurance policy के against।

2. अब आपको सभी details प्रदान करना होगा आपके loss के विषय में जो की आपने suffer किया है. ये differ करता है insurance से insurance।

3. फिर आपको सभी bills/proof आपके damage, loss, hospitalisation , इत्यादि के submit करने होते हैं।

4. अब आपका काम यहीं पर ख़त्म हो जाता है, अब insurance company आपके claim को verify करेंगी।

5. वहीँ आपका claim यदि सही साबित हुआ तब आपको अपना claimed amount प्राप्त हो जाता है, आपके loss के अनुसार।

बीमा के कार्य

Insurance एक process के तोर पर evolve हुआ है जो की लोगों के loss और uncertainty की रक्षा करता है. इसे एक social device के तोर पर describe किया जाता है life और property का loss को कम करने में।

Insurance society में general economic growth को बढ़ावा देता है जिससे society की process सही तरीके से stability के साथ चल सके. Insurance industries develop करते हैं ऐसे financial institutions जो की आगे चलकर uncertainties और risks को कम करने में मदद प्रदान करते हैं।

1. Safety और Security प्रदान करते हैं

Insurance प्रदान करते हैं financial support और उसके साथ uncertainties को कम भी करते हैं business और human life में. ये किसी particular event के against safety और security प्रदान करता है. चूँकि हमेशा sudden loss होने का डर होता है, ऐसे में इसे कम करने में Insurance का बड़ा हाथ होता है।

2. Financial resources generate करती है

Insurance generate करती हैं funds, premium को collect कर. इन funds को invest किया जाता है government securities और stocks में. इन funds को देश के industrial development में इस्तमाल किया जाता है जिससे की देश का economic development हो सके. वहीँ Employment opportunities को भी बढ़ावा मिलता है।

3. Life insurance savings को बढ़ावा देती है

Insurance केवल risks और uncertainties से ही आपकी रक्षा नहीं करती है, बल्कि ये एक investment channel भी प्रदान करती है. Life insurance हमें enable करती है systematic savings करने के लिए regular premium भरने के तोर पर।

वहीँ Life insurance एक investment का mode भी प्रदान करती है।

ये हम में money saving करने की आदत पैदा करती है. Premium का जो lumpsum amount होता है वो हमें maturity के समय में matured amount के हिसाब से अंत में प्राप्त होता है. इसलिए insurance savings करने के लिए encourage करती है।

बीमा की परिभाषा – importance of insurance in Hindi

4. promote करती है economic growth:.

Insurance generate करती हैं significant impact हमारे economy पर वो भी domestic savings को mobilize कर. Insurance इस accumulated capital को productive investments का रूप प्रदान करती है।

Insurance enable करती है loss को mitigate करने में, financial stability करने में और trade को promote करती है, साथ में trade और commerce activities बढ़ावा प्रदान करती है जिससे अंत में economic growth और development प्रदान करती है. इसलिए, insurance economy की sustainable growth में एक अहम् भूमिका निभाते हैं।

5. Medical support:

Medical insurance को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है heath के risk को manage करने के लिए. क्यूंकि हम में से कोई भी कभी भी बीमार पड़ सकता है, जिसमें बहुत खर्चा हो सकता है. वहीँ अगर आपके पास medical insurance हो तब ये आपके बड़े खर्चे को cover कर देती है जिससे आपकी काफी मदद हो सकती है ऐसे परिस्तिथों में।

6. Risk को Spread करने में :

Insurance हमारे risk को spread करने में मदद करती है. जिससे वो हमें बड़े losses से रक्षा प्रदान करती है।

7. Funds Collect का एक बड़ा Source होता है :

Large funds को premium के द्वारा आसानी से collect किया जा सकता है. इन funds को country के development में इस्तमाल किया जा सकता है, जिससे देश की economic growth होती है।

बीमा लेने के फायदे

वैसे तो Insurance किसी भी individual, family businessman, businesses के साथ साथ society को भी बहुत फायेदा पहुंचाती है. वहीँ चलिए इसके कुछ महत्वपूर्ण advantages के विषय में जानते हैं : –

1. Insurance प्रदान करती है economic और financial protection, insured व्यक्ति या चीज़ को जिसका insurance कराया गया हो, वो भी एक nominal amount में जिसे की premium कहा जाता है।

वहीँ ये financial protection प्रदान करती है nominee को यदि कहीं insured व्यक्ति के pre-matured death हो जाती है तब. इसके साथ ये बहुत से loss को भी cover करती है जैसे की property का loss चोरी होने के कारण से, किसी अग्निकांड से या फिर कोई प्राकृतिक विपदा से।

2. वहीँ ये लोगों के risks को कम करती है जो की अन्यथा उनके लिए बड़े losses का कारण बन सकते थे. वैसे तो पूरी तरह से risks और uncertainities को हटाना मुमकिन नहीं है लेकिन इसे बहुत हद तक कम किया जा सकता है. इसलिए insurance company आपके risks को कमाने के लिय आपसे छोटा सा premium charge करती हैं।

3. ये लोगों के standard of living को maintain करने में मदद प्रदान करती है अगर कोई ऐसी unexpected loss हो जाता है तब. वहीँ unfortunate financial crisis से भी ये हमारी रक्षा करती है।

4. चूँकि Insurance में हमें कुछ premium pay करना होता है, जिसके लिए हमें ये saving करने पर प्रोत्साहना प्रदान करती है. जिससे saving करना हमारा एक habit बन जाता है।

5. ये हमें किसी दुसरे पर dependent होने से रक्षा करती है. जिससे की आप अपना जीवन अपने ढंग से जी सकें और हमें सशक्त बनाती है. ये life insurance policy हमें full financial support प्रदान करती है अगर किसी की death हो जाये तब।

6. ये Loan लेने में भी मदद प्रदान करती है. यदि आपकी कोई policy चल रही है तब आप उस policy के आधार पर insurance company से loan ले सकते हैं. जिसमें इस policy को collateral के हिसाब से रखा जाता है।

7. ये नयी नयी employment opportunities प्रदान करती है सभी के लिए. इस आधुनिक युग में सेकड़ों entrepreneurs और हजारों employees इसी लाइन में engaged हैं।

8. Foreign Trade को Promote करती है. किसी देश के international trade को बढ़ावा देने में insurance companies का बहुत बड़ा हाथ होता है. क्यूंकि Insurance करने से इन businesses का risks बहुत कम हो जाता है, जिससे वो मनचाहे export activities कर सकते हैं अपने businesses की।

9. Businesses को smoothly operate करने में insurance companies का बहुत बड़ा हाथ होता है. क्यूंकि इससे properties का loss divide हो जाता है. वहीँ employees का insurance company के द्वारा कराने से employees का motivation बढ़ा हुआ होता है।

10. ये inflation को कम करने में मदद करती है. Inflation को कम करने के लिए money की volume को कम करना होता है. वहीँ insurance companies लोगों से premium के तोर पर पैसे ले जाने से inflation को कम करने में सहायता मिलती है।

11. इन premium amounts को बहुत से development areas जैसे की trade और industry में खर्च किया जाता है. जिससे country का economic growth होता है।

बीमा लेने की हानि

Insurance के disadvantages के विषय में जानते हैं।

1. ये सभी प्रकार के losses को compensate नहीं करती है जिससे की ये पक्षपात करती है insurance लोगों के साथ, insurance companies के द्वारा।

2. Financial Compensation को प्रदान करने में काफी समय लग जाता है क्यूंकि बीच में काफी lengthy legal formalities से होकर गुजरना होता है।

3. वैसे तो insurance savings को encourage करती है, लेकिन ये उतनी facilities प्रदान नहीं करती है जितनी की bank के द्वारा प्रदान किया जाता है।

4. ये intentionally ही insurer को कम से कम compensate करने का सोचते हैं जिससे की इनकी profit को maximize किया जा सके।

5. ये crimes को भी बढ़ावा देती है society में, क्यूंकि ज्यादातर beneficiaries policy का insured amount पाना चाहते हैं।

6. कभी कबार तो premium का total amount, maturity amount से भी ज्यादा हो जाती है।

Insurance हिंदी में

ये चाहे कोई भी insurance हो, life insurance, health insurance या कोई general insurance, आप इन insurance policy को offline या online खरीद सकते हैं. जैसे की offline में आप insurance को insurance agents से खरीद सकते हैं, वैसे ही आप आजकल Online में कई websites से खरीद सकते हैं।

सबसे ध्यान देने वाली बात ये हैं की आपको अपनी तरफ से पूरी research कर लेनी चाहिए insurance का चुनाव करने से पहले क्यूंकि बाद में insurance बदलने से आपको loss हो सकती है।

आज आपने क्या सीखा

मुझे उम्मीद है की आपको मेरी यह लेख बीमा क्या है (What is Insurance in Hindi) जरुर पसंद आई होगी. मेरी हमेशा से यही कोशिश रहती है की readers को बीमा के प्रकार के विषय में पूरी जानकारी प्रदान की जाये जिससे उन्हें किसी दुसरे sites या internet में उस article के सन्दर्भ में खोजने की जरुरत ही नहीं है।

इससे उनकी समय की बचत भी होगी और एक ही जगह में उन्हें सभी information भी मिल जायेंगे. यदि आपके मन में इस article को लेकर कोई भी doubts हैं या आप चाहते हैं की इसमें कुछ सुधार होनी चाहिए तब इसके लिए आप नीच comments लिख सकते हैं।

यदि आपको यह post Insurance क्या होता है हिंदी में पसंद आया या कुछ सीखने को मिला तब कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook और Twitter इत्यादि पर share कीजिये।

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नमस्कार, मेरा नाम Gnyana है और मैं इस ब्लॉग पर शेयर मार्केट, फाइनेंस, क्रिप्टोकरेंसी और अन्य पैसे बचाने के लेख लिखती हूं। मेरा उद्देश्य अपने पाठकों को समझाना है कि कैसे वे अपनी कमाई को बढ़ा सकते हैं और समृद्ध हो सकते हैं।

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Nice and easy way article thanks….

principles of insurance likha hai lekin principles of insurance ke bare me hi koi post nhi likhi.. disappointed

Insurance is more and more necessary to our life and our family thanks for the great article.

very nice post sir

bahut achi tarah se bataye ho insurance ke bare

Insourence knowledge must information

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Hindi Essay on "Life Insurance", "जीवन बीमा का महत्व पर निबंध"

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इस लेख में पढ़ें " जीवन बीमा का महत्व पर निबंध ", " Essay on Life Insurance in Hindi ", " Jeevan Bima par Nibandh " for Students.

Hindi Essay on " Life Insurance ", " जीवन बीमा का महत्व पर निबंध "

जीवन बीमा पर निबंध.

बीमा  का अर्थ है -इंश्योरेंस । बीमा वह साधन  हैं जिसके द्वारा हम कुछ शुल्क (प्रीमियम) जमा करके हानि का जोखिम दूसरे पक्ष अर्थात बीमा करने वाली कंपनी  (बीमाकार या बीमाकर्ता) पर डाला जा सकता है। जो पक्ष बीमा पालिसी लेता है उसे 'बीमाकृत' कहते हैं। वास्तव में बीमा  बीमाकर्ता और दूसरा बीमाधारक के बीच एक ऐसा अनुबंध होता है जिसमे नुकसान, नुर्धतना या हानि की स्थिति में  बीमा कंपनी एक निश्चित राशी की भरपाई का वायदा करती है ।

Hindi Essay on "Life Insurance", "जीवन बीमा का महत्व पर निबंध"

जीवन बीमा से लाभ

जीवन बीमा हमारे लिए अत्यधिक उपयोगी है। हमारे व्यक्तिगत जीवन के लिए तो जीवन बीमा लाभदायक है ही, साथ ही राष्ट्रीय हित के लिए भी जीवन बीमा आवश्यक है । हमारे व्यक्तिगत जीवन में जीवन बीमा का सबसे बड़ा लाभ यह है कि यदि हम अपना बीमा करवा लेते हैं तो हम अपने परिवार की ओर से निश्चित हो जाते हैं । जीवन बीमा के लाभों को नीचे दिए शीर्षकों में समझाया गया है .

दुर्घटना बीमा कवर 

भविष्य पूर्णतः अनिश्चित घटना होती है कई बार हम दुर्घटनाओं या बीमारियों का शिकार हो जाते है। दुर्घटना के बाद इलाज करवाने में बड़ी लागत के जरुरत होती है। जीवन बीमा व्यक्ति को ऐसे समय में अपेक्षाओं के मुताबिक सहयता प्रदान करती है। 

सुनिश्चित आय

कुछ योजनाएं ऐसी है जिनसे आप रिटायरमेंट के बाद एक न्यूनतम आय सुनिश्चित कर सकते है। इसके अंतर गत आप निश्चित समय के भीतर पैसों की बचत करते जाते है, बाद में यही पैसा आपको एक आय के रूप में वापस मिलते है। ये रिटायरमेंट के समय एक निश्चित आय का काम करती है।

ऋण की सुविधा

जो लोग जीवन बीमा पालिसी धारक होते हैं, जरुरत पड़ने पर वह अपनी इंश्योरेंस पॉलिसी के माध्यम से लोन अथवा ऋण का लाभ उठाने का उठा सकते है। जो उन्हें खरीदी गई पॉलिसी पर सुनिश्चित लाभों को काम किये बिना उनके जीवन की आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद कर सकता है।

आयकर लाभ

जीवन बीमा की पालिसी लेने पर करों पर आकर्षक लाभ छूट प्रदान होती है और जिससे आप धन कि एक बड़ी राशि की बचत कर पाते है। लगभग सभी जीवन बीमा पॉलिसी लेने पर सरकार आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 80 सी प्रीमियम के भुगतान पर आयकर कटौती का लाभ प्रदान करती हैं और 10 (10) डी के तहत कर-मुक्त इंश्योरेंस राशि भी प्रदान करती हैं।

भारत में प्रमुख जीवन बीमा योजनायें 

भारत की प्रमुख जीवन बीमा योजनायें इस प्रकार हैं -

जीवन बीमा के विरोध में तर्क 

  • जीवन बीमा के विरोध में दिये जाने वाले तर्क और उनकी समीक्षा-भारत में ऐसे व्यक्तियों की भी कमी नहीं है जिनका दृष्टिकोण अत्यन्त संकुचित है और वे स्वयं तो अपना बीमा कराते ही नहीं, साथ ही अपने मित्रों को भी यह सलाह देते हैं कि जीवन-बीमा से लाभ नहीं है । ये लोग यह प्रदर्शित करते हैं कि वे चार्वाक के अनुयायी हैं। वे कहते हैं कि जब हम ही मर जायेंगे तो हमारे द्वारा जमा किया गया धन किस काम का ? हमारे बच्चे और स्त्री आदि तभी तक हमारे हैं जब तक कि हम हैं और 'जब मुंद गयी आँखें तो लाखों किस काम की' । यदि दार्शनिक दृष्टि से देखा जाय तो इन लोगों का कथन सत्य ही प्रतीत होता है, परन्तु इस सम्बन्ध में स्मरण रखना चाहिए कि 'अधिक ज्ञान बघारना सत्यानाश की जड़ है' । यदि इनकी निगाह से देखें तो संसार के समस्त कार्य हो व्यर्थ हैं। जब हम अपने पुत्रों और परिवार वालों के लिए कुछ नहीं कर सकते तो हमारे जीने से क्या लाभ ? मनुष्य और पशु में अन्तर ही क्या रहा ? संसार का यह जो चक्र चलता रहता है, इसके मध्य सूचारु रूप से जीवनयापन करते रहना और आने वाली संतति के लाभ के लिए प्रयत्न करते रहना ही मानव का सबसे बड़ा कर्तव्य है । थोथा ज्ञान व्यर्थ है।
  • बीमा विरोधियों का एक अन्य तर्क यह है कि भारत में रुपये की कीमत दिन प्रतिदिन गिरती जा रही है, आज से २० वर्ष पूर्व जो रुपये की कीमत थी वह आज नहीं है और जो कीमत आज है वह आज से २० वर्ष बाद नहीं रहेगी। इस सम्बन्ध में यह स्मरण रखना चाहिए कि मुद्रा की कीमत घटने या बढ़ने की बात तो समय पर निर्भर करती है। यह ठीक है कि आज से २० वर्ष पहले जिन्होंने दो हजार रुपये का बीमा कराया होगा और उनकी जो धनराशि आज मिली होगी उसे देखते हुए उन्हें विशेष आर्थिक लाभ नहीं हुआ होगा परन्तु यह सोचना ठीक नहीं है कि रुपये की कीमत जो आज है आज से २० वर्ष बाद उससे भी कम हो जायेगी। यदि कम हो भी जाय तो इसकी चिन्ता व्यर्थ है । जो धन आज हम अनिवार्य रूप से जमा नहीं करेंगे उसे हम अवश्य ही खर्च कर डालेंगे। इसलिए जीवन बीमा यह सोचकर न करवाना कि रुपये की कीमत घट जायेगी, उचित नहीं है।
  • जीवन बीमा के विरोधी एक तर्क यह प्रस्तुत करते हैं कि जीवन बीमा निगम हमारे द्वारा जमा किए गए धन पर जो ब्याज देता है वह अन्य स्थानों से मिलने वाले ब्याज की अपेक्षा बहुत कम है । यदि कोई व्यक्ति किसी व्यक्तिगत उद्योग के लिए कुछ धन ऋण पर दे तो उस पर जीवन बीमा निगम में जमा करने वाले धन की अपेक्षा अधिक ब्याज मिलेगा । बीमा के विरोधियों का यह तर्क भी ठीक नहीं है। यह तो ठीक है कि बहत से ऐसे क्षेत्र हैं जहाँ हमारे धन पर अधिक ब्याज मिल सकता है परन्तु यह भी हो सकता है कि हमारा धन ही डूब जाय और हमें आगे चलकर कुछ भी न मिले । जीवन-बीमा हमारे जीवन की सुरक्षा की भी गारण्टी लेता है जो अन्य कोई भी संस्थान जहाँ कि हम धन देंगे, लेने को तैयार नहीं होगा। कौन सा ऐसा मिल मालिक होगा जो हम से २० रुपये प्रतिमाह लेने के बाद यह कहे कि दुर्भाग्यवश दो वर्ष में आपकी मृत्यु हो जायगी तो आपके घर वालों को हम ५ हजार रुपये दंगे। यह कार्य तो केवल जीवन-बीमा निगम ही कर सकता है। अतएव यह सोचकर कि जीवन बीमा निगम हमारे धन पर हमें बहुत कम सूद देता है, बीमा न कराना उचित नहीं है।

भारत में जीवन बीमा निगम की स्थिति

जीवन बीमा के महत्व और उपयोगिता को ध्यान में रखते हुए हो हमारे देश में बीमे को अधिक से अधिक प्रोत्साहन दिया जा रहा है। आज से कुछ वर्ष पूर्व लोग बीमा कराने में अधिक विश्वास नहीं करते थे परन्तु प्रसन्नता की बात है कि आज स्थिति बदल गयी है और लोग प्रसन्नता से बीमा कराते हैं। सरकारी कर्मचारियों और बहुत से शिक्षकों आदि के लिए जीवन-बीमा अनिवार्य कर दिया गया है। इसके साथ ही अनेक ऐसी संस्थाएँ हैं जहाँ अनिवार्य रूप से जीवन बीमा का नियम है । परन्तु अभी जीवन बीमा के क्षेत्र में हम अन्य देशों के मुकाबले बहुत पीछे हैं । हमारी अशिक्षित ग्रामीण जनता जीवन-बीमा से लाभ नहीं उठा पाती। इसके लिए आवश्यकता इस बात की है कि जीवन-बीमा के महत्व को समझाने के लिए अधिक से अधिक प्रयास किया जाय । गांव में बहुत अधिक प्रचार करने की आवश्यकता है और इसलिए हर सम्भव प्रयास किया जाना चाहिए । इस बात की भी आवश्यकता है कि जीवन-बीमा निगम प्रति वर्ष अपने द्वारा जमा किये गये और व्यय किये गये धन के आँकड़े जनता के सन्मुख रखे जिससे कि बीमा कराने वालों को इस बात का संतोष हो सके कि उनका धन उचित रूप में व्यय हो रहा है। जीवन बीमा निगम की बीमा कराने वालों को और अधिक सुविधाएं देनी चाहिये । जीवन बीमा निगम मकान आदि बनवाने के लिए तो ऋण देता है परन्तु इसके साथ ही अन्य क्षेत्रों में भी ऋण देने की व्यवस्था की जानी चाहिये।

निष्कर्ष

जीवन-बीमा हमारे लिए अत्यन्त उपयोगी और लाभदायक हैं। हमारा देश एक प्रजातान्त्रिक देश है और हमारी सरकार ऐसे कार्यों को करने के लिए दृढ़ संकल्प है जिनसे कि जनता का अधिक से अधिक हित हो सके । यदि हम जीवन बोमा कराते हैं तो अपने भविष्य से तो निश्चिन्त होते ही हैं साथ ही देश के नवनिर्माण में भी योगदान करते हैं। इसलिए हम सबका कर्तव्य हैं कि हम जीवन-बीमा को प्रोत्साहन दें।

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बीमा या इंश्योरेंस क्या है?-What is Insurance in Hindi?

What-is-Insurance

हम सभी को जीवन में हेल्थ,लाइफ और यहां तक की नई बाइक खरीदने या फिर नया बिजनेस शुरू करने के लिए भी एक से अधिक बार इंश्योरेंस (Insurance) या बीमा (Bima) खरीदने की सलाह दी जाती हैं

लेकिन अक्सर हम इंश्योरेंस (Insurance) खरीदने से कतराते हैं, यह सोच कर के “ मैं तो अभी जवान हूं , स्वस्थ हूं ” तो मुझे क्या आवश्यकता है? या मैं बहुत अच्छी तरीके से कार चला सकता हूं तो मुझे कार के बीमा (Bima) या इंश्योरेंस (Insurance) की क्यों आवश्यकता है?

   इन विचारों के विपरीत सत्यता यह है कि हम चाहे कितने ही स्वस्थ हो, कितने ही युवा हो या आर्थिक रूप से कितने ही अच्छे हो या हम कितनी ही अच्छे ड्राइवर हो, हम सभी को बीमा (Bima) या इंश्योरेंस की आवश्यकता होती ही है क्योंकि यह एक सुरक्षा जाल के रूप में कार्य करता है जो किसी भी अप्रिय घटनाओं के कारण होने वाले फाइनैंशल लॉसेस (Financial Losses) की सुरक्षा करता है।

आइये इस आर्टिकल के माध्यम से जानते है की बीमा या इंश्योरेंस का क्या है?( Bima ya Insurance Kya Hai)?- Insurance Kya hota Hai? कैसे काम करता है?, कितने तरीके का होता है?, और यह क्यों जरुरी है ?(insurance kyu jaruri hai)

Page Contents

बीमा या इंश्योरेंस क्या है?-Bima ya Insurance Kya Hai?-Insurance Meaning in Hindi

What-is-Insurance

  इंश्योरेंस (Insurance) को हिंदी में बीमा (Bima) करते हैं। बीमा (Bima) या इंश्योरेंस (Insurance) भविष्य की किसी भी अप्रिय घटना से होने वाले नुकसान की आशंका से निपटने में मदद करता है। हमें नहीं पता कि कल क्या होगा ? इसके लिए भविष्य में होने वाले संभावित नुकसान की भरपाई के लिए बीमा (Bima) करवाया जाता है।

इस प्रकार से इंश्योरेंस (Insurance) या बीमा (Bima) का मतलब असमय होने वाली जोखिम (Risk) से सुरक्षा है।

बीमा या इंश्योरेंस एक प्रकार का कॉन्ट्रैक्ट (Contract) है।

सामान्यतया दो या दो से अधिक व्यक्तियों के बीच में कानूनी रूप से लागू किए जा सकने वाले एग्रीमेंट को कॉन्ट्रैक्ट (Contract) करते हैं।

इस प्रकार से इंश्योरेंस कंपनी (Insurance Company) और बीमा या इंश्योरेंस (Insurance) कराने वाले व्यक्ति के बीच में एक लीगल एग्रीमेंट होता है जिसकी सारी टर्म्स एंड कंडीशन एक पत्र या बॉन्ड (Bond)  में लिखी जाती है जिसे इंश्योरेंस पॉलिसी (Insurance Policy) करते हैं।

अतः इंश्योरेंस (Insurance) वास्तव में इंश्योरेंस कंपनी और बीमा या इंश्योरेंस कराने वाले व्यक्ति के बीच में एक कॉन्ट्रैक्ट (Contract) है।

इस कॉन्ट्रैक्ट के अनुसार इंश्योरेंस कंपनी बीमा या इंश्योरेंस कराने वाले व्यक्ति से एक निश्चित धनराशि लेती है जिसे प्रीमियम (Premium) कहते हैं और इसके बदले में इंश्योरेंस कंपनी (Insurance Company) इंश्योरेंस कराने वाले व्यक्ति को पॉलिसी के टर्म्स एंड कंडीशन के हिसाब से किसी नुकसान की स्थिति में हर्जाना देती है।

  जीवन का क्या भरोसा आज है और कल नहीं, इसलिए हर इंसान को इतना इंतजाम करना बहुत जरूरी है ताकि अगर आने वाले समय में स्वास्थ्य (Health), दुर्घटना (Accident) और मृत्यु (Death) होने पर पीछे परिवार को परेशानी का सामना ना करना पड़े। 

  बीमा या इंश्योरेंस (Insurance) कराने के अनेक फायदे हैं, लेकिन सबसे जरूरी बात यह है कि जब आप अपने जीवन काल में किसी प्रकार का बीमा या इंश्योरेंस (Insurance) करा लेते हैं तो आप टेंशन फ्री (Tension Free) हो जाते हैं, बस आपको उसके नियम और शर्तों का पालन करना होता है।

इंश्योरेंस कैसे काम करता है?-Insurance kaise hota hai ?-How Does Insurance Work?

यह “ रिस्क पुलिंग “(Risk Pooling) के सिद्धांत पर काम करता है। इस सिद्धांत के अनुसार जब आप कोई इंश्योरेंस कवर (Insurance Cover) के लिए इंश्योरेंस पॉलिसी (Insurance Policy) खरीदते हैं तो बीमा या इंश्योरेंस कंपनी (Insurance Company) को नियमित भुगतान ( जिसे की प्रीमियम कहते हैं) करते हैं, इसी तरह सभी कस्टमर से इंश्योरेंस कंपनी प्रीमियम इकट्ठे करते हैं और उसका एक पुल बनाती है।

यदि किसी प्रकार की असामायिक घटना घटित होती है और आप दावा करते हैं तो इंश्योरेंस पॉलिसी (Insurance Policy) के टर्म्स एंड कंडीशन के आधार पर नुकसान की भरपाई इंश्योरेंस कंपनी द्वारा पॉलिसीहोल्डर्स (Policy Holders) के प्रीमियम (Premium) के पुल से की जाती है।

बीमा या इंश्योरेंस क्यों जरूरी है?-Bima ya Insurance kyu jaruri hai – Importance of Insurance in Hindi

Insurance

यह समझना बहुत जरूरी है कि बीमा या इंश्योरेंस कितना महत्वपूर्ण है, जैसा कि हमने शुरुआत में ही कहा कि ज्यादातर लोग सोचते हैं कि बीमा एक अनावश्यक खर्च है। इसका कारण यह है कि हम अपने भविष्य में होने वाले अप्रिय घटनाओं के बारे में अनुमान नहीं लगा पाते।  इसलिए सभी को इंश्योरेंस करवाना चाहिए।

अब आपको बीमा या इंश्योरेंस (Insurance) कराने के 3 महत्वपूर्ण कारण बताते हैं :-

1. बीमा या इंश्योरेंस (Insurance) परिवार के फाइनैंशल स्थिरता सुनिश्चित करता है :-

‌‌ इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपकी मंथली इनकम (Monthly Income) क्या है या आप कितना पैसा बचा लेते  हैं,  कोई भी एक अप्रत्याशित घटना आपके परिवार कि आर्थिक स्थिति को खतरे में डाल सकती है।

 उदाहरण के लिए यदि आपके पास पर्याप्त लाइफ इंश्योरेंस (Life Insurance) नहीं है तो आपकी असामयिक मृत्यु होने पर आपके परिवार को आर्थिक तंगी से गुजरना पड़ सकता है। हालांकि कोई भी अमाउंट आप की जगह नहीं ले सकता है लेकिन इंश्योरेंस द्वारा आपके परिवार को भविष्य में होने वाले आर्थिक तंगी से गुजरने से बचाया जा सकता है।

2. इंश्योरेंस या बीमा मन की शांति लाता है :-

  बीमा या इंश्योरेंस कराने पर इंश्योरेंस कंपनी को दिया जाने वाला प्रीमियम (Premium) इस बात की गारंटी देता है कि किसी भी तरीके से अप्रत्याशित घटना की स्थिति में होने वाले नुकसान को इंश्योरेंस कंपनी कवर करेगी, इससे मानसिक शांति मिलती है

3. इंश्योरेंस कठिन समय के दौरान तनाव को कम करता है :-

इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए कितनी कोशिश करते हैं लेकिन एक अप्रत्याशित घटना पूरी तरह से चीजों को बदल सकती है जिससे आप शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक और फाइनेंशियल रूप से तनावपूर्ण हो सकते हैं।

पर्याप्त बीमा या इंश्योरेंस होने से इन सभी परिस्थितियों में मदद मिलती हैं। इस लिए कहते है की इंश्योरेंस बहुत जरूरी है(insurance jaruri hai)।

बीमा या इंश्योरेंस कितने प्रकार के होते हैं ?-How Many Types of Insurance ?

भारत में विभिन्न प्रकार के बीमा या इंश्योरेंस प्रोडक्ट उपलब्ध है। मुख्य रूप से इंश्योरेंस प्रोडक्ट को निम्न प्रकार वर्गीकृत किया गया है :-

लाइफ इंश्योरेंस (Life Insurance) प्रोडक्ट्स :-

लाइफ इंश्योरेंस आपको मृत्यु के जोखिम से बचाता है। जीवन बीमा या लाइफ इंश्योरेंस ( Life Insurance) पॉलिसी कई प्रकार की है जैसे टर्म प्लान( term Plan), एंडोमेंट प्लान्स, मनी बैक प्लान और यूनिट लिंक इन्वेस्टमेंट प्लान आदि

जनरल इंश्योरेंस (General Insurance) प्रोडक्ट्स :-

जनरल इंश्योरेंस प्रोडक्ट्स मृत्यु के अलावा विभिन्न तरीके के जोखिम से होने वाले फाइनैंशल लॉस को कवर करते हैं जैसे हेल्थ इंश्योरेंस (Health Insurance), कार इंश्योरेंस (Car Insurance), मरीन इंश्योरेंस (Marin Insurance), लायबिलिटी इंश्योरेंस (Liability Insurance), ट्रैवल इंश्योरेंस (Travel Insurance) और कमर्शियल इंश्योरेंस (commercial Insurance), आदि

इंश्योरेंस प्रोडक्ट्स होना चाहिए-Must Have Insurance Products

इस प्रकार से बीमा या इंश्योरेंस एक प्रभावी रिस्क मैनेजमेंट टूल (Risk Management Tool) है। यह हमारे लिए कीमती है जो जीवन , हेल्थ , घर और बिजनेस आदि की रक्षा करता है।

बीमा की आवश्यकता एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भिन्न हो सकती है लेकिन, प्रत्येक व्यक्ति के भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए निम्न प्रकार के इंश्योरेंस प्रोडक्ट होने ही चाहिए :-

लाइफ इंश्योरेंस -Life Insurance :-

Insurance

आज के इस भागमभाग वाली जिंदगी में जीवन बीमा या लाइफ इंश्योरेंस (Life Insurance) प्रत्येक व्यक्ति के पास होना ही चाहिए। जीवन बीमा परिवार के मुखिया की मृत्यु होने की स्थिति में परिवार को आर्थिक या फाइनेंसियल सपोर्ट करता है।

अतः लाइफ इंश्योरेंस आपकी अनुपस्थिति में अपने प्रियजनों की फाइनेंशियल सिक्योरिटी सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण आवश्यकता है।

स्वास्थ्य बीमा या हेल्थ इंश्योरेंस – Health Insurance :-

Insurance

हेल्थ की अनिश्चितता जीवन का हिस्सा है। जीवन में बीमारियों की संख्या बढ़ रही है और साथ ही में आजकल इलाज का खर्च बहुत तेजी से बढ़ रहा है । हेल्थ इंश्योरेंस लेने पर बीमार होने पर इंश्योरेंस कंपनी इलाज पर होने वाले खर्च को कवर करती है।

मोटर इंश्योरेंस – Motor Insurance :-

Insurance

मोटर व्हीकल एक्ट के अनुसार भारत में सड़क पर चलने वाले प्रत्येक वाहन का इंश्योरेंस कराना कानून के हिसाब से बहुत जरूरी है। दिन प्रतिदिन रोड एक्सीडेंट की बढ़ती हुई घटनाओं को देखते हुए  मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी होना सबसे महत्वपूर्ण है।

एक्सीडेंटल एंड डिसेबिलिटी इंश्योरेंस-Accident and Disability Insurance :-

Insurance

एक्सीडेंट अनएक्सपेक्टेड होता है जिसके परिणाम स्वरूप डिसेबिलिटी या विकलांगता हो सकती है, जिसका प्रभाव आपके इनकम पर पड़ता है। इसलिए अपने और अपने परिवार के फाइनैंशल स्थिरता बनाए रखने के लिए एक्सीडेंट्स के खिलाफ इंश्योरेंस कराना महत्वपूर्ण है।

होम इंश्योरेंस -Home Insurance :-

Insurance

घर आपकी सबसे मूल्यवान संपत्ति में से एक है जिसमें कई कीमती सामान और यादें भी शामिल है। आपकी संपत्ति को विभिन्न रिस्क जैसे की चोरी, प्राकृतिक आपदाओं के कारण होने वाले नुकसान से बचाने के लिए होम इंश्योरेंस सबसे उपयुक्त उपाय है।

ट्रैवल इंश्योरेंस -Travel Insurance :-

Insurance

ट्रैवल इंश्योरेंस किसी यात्रा के दौरान होने वाले नुकसान से बचाते हैं। अगर कोई व्यक्ति किसी काम से या घूमने के लिए विदेश जाता है या यात्रा के दौरान सामान गुम हो जाता है तो इंश्योरेंस कंपनी उसे मुआवजा देती है।

  इस तरह से कई प्रकार के बीमा होते हैं जो हर व्यक्ति के लिए उपयुक्त हो यह आवश्यक नहीं है। इंश्योरेंस लेने से पहले उनसे होने वाले प्रॉफिट के बारे में विचार करना जरूरी होता है।

आपको किस प्रकार के बीमा या इंश्योरेंस की आवश्यकता है यह कैसे तय करें-How To Decide on Type of Insurance You Need?

इंश्योरेंस को लेने से पहले उसकी आवश्यकता को समझना महत्वपूर्ण है, इसके लिए निम्न बातों को ध्यान रखना जरूरी है :-

  • कवर लेने का कारण,
  • कौन कौनसी रिस्क है, जिसके लिए कवर लेना है,
  • कितने समय के लिए कवरेज की आवश्यकता है,
  • कितना प्रीमियम दे सकते हैं।

इंश्योरेंस का मतलब जोखिम से सुरक्षा है। अगर कोई बीमा कंपनी किसी व्यक्ति का बीमा करती है तो उस व्यक्ति को होने वाले आर्थिक नुकसान की भरपाई बीमा कंपनी करेगी। इस तरह से सभी व्यक्तियों के लिए बीमा या इंश्योरेंस महत्वपूर्ण है।

उम्मीद है कि आपको यह आर्टिकल इंश्योरेंस क्या है ?(Insurance kya hai) और क्यों जरुरी है ?(insurance kyu jaruri hai) पसंद आया होगा। इसके अलावा अगर आपके पास अभी भी इससे संबंधित कोई भी डाउट है या कोई बेहतरीन सुझाव हैं और इसमें कुछ सुधार होने चाहिए तो इसके लिए आप नीचे कमेंट लिख सकते हैं।।

People Also Ask

बीमा भविष्य में किसी नुकसान की आशंका से निपटने का प्रभावी हथियार है।

जीवन बीमा ऐसा अनुबंध है जिसके अनुसार बीमाकर्ता (Insurer), बीमाकृत (Insured) को उसकी मृत्यु की स्थिति में या कुछ वर्षों के पूरा होने पर एक निश्चित रकम के भुगतान का वचन देता है।

बीमा के हर अनुबंध जैसे जीवन बीमा और व्यक्तिगत दुर्घटना और बीमारी बीमा क्षतिपूर्ति(Indemnity Contract) का अनुबंध है। इसलिए, बीमाकर्ता बीमित व्यक्ति द्वारा वास्तविक नुकसान का भुगतान करता है।

साधारण बीमा में वाहन, घर, पशु, फसल, स्वास्थ्य बीमा आदि सभी शामिल है।

1. संपूर्ण जीवन बीमा 2. टर्म जीवन बीमा 3. बंदोबस्ती की योजना 4. मनी-बैक नीति 5. यूनिट लिंक्ड बीमा योजना (ULIPs) 6. होम बीमा 7. मोटर बीमा 8. यात्रा बीमा

1. सभी जोखिमों(Risks)का बीमा नहीं कराया जा सकता है। 2. ऊंची प्रीमियम रेट है। 3. बीमा लाभकारी इन्वेस्टमेंट नहीं है। 4. बीमा की ऊंची ऑपरेटिंग कॉस्ट है। 5. बीमा केवल फाइनेंसियल वैल्यू तक ही सीमित है।

3 thoughts on “बीमा या इंश्योरेंस क्या है?-What is Insurance in Hindi?”

Very interesting topic, appreciate it for posting.

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Insurance In Hindi

Life Is Important So Insurance , My Goodness, My Insurance in Hindi!

बीमा क्या है? और बीमा के प्रकार What is Insurance in Hindi?

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बीमा क्या है?(Bima Kya hai) What is  Insurance in Hindi

insurance in hindi

Bima Kya Hai? बीमा पॉलिसी होल्डर और कंपनी के बीच एक एग्रीमेंट ( समझौता) है जो आकस्मिक घटने वाली दुर्घटना के मामले में एक निश्चित वित्तीय सहायता के एश्योरेंस देता है। बीमा लेने के लिए आपको उस बीमा कंपनी को मासिक या वार्षिक या अर्ध-वार्षिक भित्ति में नियमित रूप से पैसा देना पड़ता है जब तक आप कोई दुर्घटना से पीड़ित हो जाते अथवा बीमा का अवधि खतम हो जाता है।

आज कल हर चीज का बीमा कराया जा रहा है। और भारत समेत बहुत देशों में बीमा कराना एक बाध्यतामूलक हो गया है।और फॉरेन देशो में बीमा बहोत जरुरी है तो क्या आपको पता है बीमा असल में क्या होता है और बीमा को इतना महत्व क्यूँ दिया जा रहा है ?चलो आज हम जानते है की बीमा क्या है?

अगर आप बीमा को अच्छे से समझना चाहते चाहते है तो आप बिल्कुल सही जगह आए हैं। हम इस लेख “ Bima Kya Hai ? बीमा क्या है?और बीमा के प्रकार” में बीमा से जुड़े हर एक जानकारी आपके लिए प्रस्तुत करके लाए हैं। आप इस लेख में Bima Kya Hai और बीमा कितने प्रकार के होते हैं जान पाएंगे, तो लेख को अंतिम तक जरूर पढ़ें।

बीमा के प्रकार 

दो प्रकार के बीमा किया जाता

  • जेनरल इंश्योरेंस (General Insurance)
  • जीवन बीमा पॉलिसी/लाइफ इंश्योरेंस (Life Insurance)

जेनरल इंश्योरेंस अथवा सामान्य बीमा क्या है?

सामान्य बीमा किसी भी प्रकार का बीमा है जो जीवन बीमा नहीं है।  सामान्य बीमा निम्नलिखित प्रकार की आकस्मिक दुर्घटना को कवर करता है:

  • स्वास्थ्य बीमा (Health Insurance)
  • ऑटोमोबाइल बीमा (Automobile Insurance)
  • गृह बीमा (Home Insurance)
  • अग्नि बीमा (Fire Insurance)
  • यात्रा बीमा  (Travel Insurance)

1. स्वास्थ्य बीमा क्या है?/ Health Insurance Kya Hai?

पॉलिसी धारक की मृत्यु को छोड़कर किसी भी स्वास्थ्य समस्या के मामले में, पॉलिसी धारक कुछ चिकित्सा व्यय वहन करता है। ऐसे चिकित्सा खर्चों की प्रतिपूर्ति या सीधे बीमा कंपनी द्वारा भुगतान किया जाता है।

स्वास्थ्य बीमा निम्नलिखित प्रकार के खर्चों को कवर करता है:

  • अस्पताल में भर्ती
  • अस्पताल में भर्ती होने के बाद हुए मेडिकल बिल
  • अस्पताल में भर्ती होने की अवधि के दौरान सामान्य दिन देखभाल खर्च

स्वास्थ्य बीमा के प्रकार 

  • व्यक्तिगत स्वास्थ्य बीमा:  व्यक्तिगत स्वास्थ्य बीमा केवल पॉलिसी धारक की सुरक्षा करता है न कि उसके आश्रितों या परिवार के सदस्यों की।
  • परिवार फ्लोटर बीमा:  फैमिली फ्लोटर इंश्योरेंस पॉलिसी धारक के परिवार के सभी सदस्यों को कवर करता है। आमतौर पर परिवार के सदस्यों का मतलब पति पत्नी और बच्चे होते हैं।
  • गंभीर बीमारी कवर:  इस प्रकार का स्वास्थ्य बीमा कुछ विशिष्ट स्वास्थ्य समस्याओं जैसे कैंसर, ब्रेन स्ट्रोक, गुर्दे की विफलता आदि के लिए प्रदान करता है।
  • कर्मचारियों का स्वास्थ्य बीमा:  इसे समूह स्वास्थ्य बीमा भी कहा जाता है। इस प्रकार का स्वास्थ्य बीमा नियोक्ता द्वारा अपने कर्मचारियों के लाभ के लिए प्रदान किया जाता है।
  • दुर्घटना बीमा:  इस प्रकार का बीमा घातक दुर्घटनाओं से होने वाले खर्चों को कवर करता है।

2. ऑटोमोबाइल बीमा क्या है?/Automobile Insurance Kya Hai?

मोटर वाहन दुर्घटना होने पर होने वाले खर्चों का बीमा करने में मोटर बीमा सहायक होता है।

मोटर बीमा के प्रकार:

विभिन्न प्रकार के मोटर बीमा इस प्रकार हैं-

  • कमर्शियल व्हीकल बीमा
  • कार बीमा:  कार बीमा कार दुर्घटना से होने वाले खर्च के लिए सहायक है। कार बीमा केवल चार पहिया वाहनों को कवर करता है  न उससे अधिक और न कम। कार बीमा दो प्रकार के होते हैं। एक है थर्ड पार्टी इंश्योरेंस और दूसरा है कॉम्प्रिहेंसिव कवर पॉलिसी।
  • बाइक बीमा:  बाइक का बीमा बाइक दुर्घटनाओं से होने वाले खर्च के लिए किया जाता है। इस बीमा के लिए एकमात्र शर्त यह है कि बाइक का मालिकाना एक ही व्यक्ति के पास होना चाहिए।
  • कमर्शियल व्हीकल बीमा:  इस प्रकार का बीमा व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए किया जाता है। व्यापारिक संगठन कच्चे माल और तैयार माल के परिवहन के लिए अक्सर वाहन का उपयोग करते हैं और उनके लिए दुर्घटना एक सामान्य बात है। ऐसी समस्याओं को कवर करने के लिए इस प्रकार का बीमा सहायक होता है।

  3. गृह बीमा क्या है?/ Home Insurance Kya Hai

गृह बीमा प्राकृतिक आपदाओं से घर की सुरक्षा के लिए किया जाता है जैसे की आग लगना या फिर भूकंप और बाढ़ से घर टूट जाना। कुछ कंपनियां डकैती की तरह मानव निर्मित खतरों से भी सुरक्षा प्रदान करती हैं।

  • गृह बीमा के प्रकार: 
  • गृह स्ट्रक्चर बीमा:
  • सार्वजनिक देयता कवरेज:

गृह बीमा निमनालिखित प्रकार के होते हैं:

  • गृह स्ट्रक्चर बीमा:  इस बीमा का दावा तब किया जाता है जब घर किसी भी सहमत कारण से नष्ट हो जाता है।
  • सार्वजनिक देयता कवरेज:  इस प्रकार का बीमा तीसरे पक्ष के नुकसान को सहायता देने के लिए सहायक होता है जो डिस्ट्रक्शन के समय इमारत के अंदर थे।

स्टैंडर्ड फायर एंड स्पेशल पेरिस पॉलिसी:- 

इस प्रकार का बीमा किसी भी प्राकृतिक आपदा के कारण हुए नुकसान को कवर करने में सहायता करता है। कुछ ऐसे प्रोब्लम के उदाहरण हैं जेड लैंड स्लाइड, आग लग जाना और भुकम्प।

  • खतरा बीमा:  यह बीमा डकैती या चोरी के कारण हुए नुकसान को कवर करता है।
  • सामग्री बीमा:  यह बीमा घर के अंदर की संपत्ति जैसे फर्नीचर, टेलीविजन, कंप्यूटर, फ्रिज आदि को हुए नुकसान को कवर करता है।

  4. अग्नि बीमा क्या है?/ Fire Insurance Kya Hai

अग्नि बीमा आकस्मिक आग लगने के कारण हुए नुकसान की भरपाई करने में मदद करता है। आम तौर पर ऐसे बीमा के लिए प्रीमियम बड़ा होता है। भुगतान किए गए प्रीमियम की तुलना में कवर भी बड़ा है। आमतौर पर इस प्रकार के बीमा बड़े निगमों द्वारा किए जाते हैं।

विभिन्न प्रकार के अग्नि बीमा हैं। उनमें से कुछ इस प्रकार हैं:

  • वैल्यूड पॉलिसी
  • स्पेसिफिक पॉलिसी
  • फ्लोटिंग पॉलिसी
  • कंक्वेंशियल पॉलिसी
  • रिप्लेसमेंट पॉलिसी
  • कॉम्प्रिहेंसिव फायर इंश्योरेंस पॉलिसी

5. यात्रा बीमा  क्या है?/Travel Insurance Kya Hai

यात्रा बीमा भारत के भीतर या भारत के बाहर यात्रा करते समय आकस्मिक दुर्घटनाओं के कारण होने वाले नुकसान को कवर करने में सहायता करता है। ऐसी पॉलिसियों में सामान खो जाना, उड़ान रद्द करना, पासपोर्ट खो जाना और व्यक्तिगत और आकस्मिक चिकित्सा स्थिति शामिल है।

यात्रा बीमा के विभिन्न प्रकार हैं। 

  • घरेलू यात्रा बीमा:  इस प्रकार का बीमा देश के भीतर यात्रा करते समय होने वाली हानि को कवर करता है।
  • अंतरराष्ट्रीय यात्रा बीमा:  इस प्रकार का बीमा तभी लागू होता है जब कोई व्यक्ति भारत से बाहर यात्रा करते समय दुर्घटना का शिकार हो जाता है।
  • व्यक्तिगत यात्रा बीमा:  इस प्रकार का यात्रा बीमा केवल सोलो ट्रिप पर होने वाली दुर्घटनाओं की भरपाई करता है।
  • छात्र यात्रा बीमा:  यह बीमा केवल तभी लागू होता है जब कोई छात्र अध्ययन के उद्देश्य से यात्रा करते समय दुर्घटना का शिकार हो जाता है।
  • वरिष्ठ नागरिक यात्रा बीमा:  सीनियर सिटीजन के साथ होने वाली दुर्घटनाओं के मामले में यह बीमा लागू है। वरिष्ठ नागरिकों का अर्थ है 60 से 70 वर्ष की आयु वाले लोग।
  • परिवार यात्रा बीमा:  इस प्रकार का बीमा उस समय होने वाले नुकसान को कवर करता है जब परिवार की छुट्टी यात्रा के दौरान एक  दुर्घटना का शिकार हो जाता है।

जीवन बीमा  पॉलिसी  या लाइफ इंश्योरेंस  क्या है?  (JIban Bima/Life Insurance)

जीवन बीमा वो बीमा होता है जो की पॉलिसी होल्डर के मृत्यु हो जाने पर उसके परिवार को 1 पहले से निर्धारित किया गया रासी का प्रदान किया जाता है। जीवन बीमा कई प्रकार के होते हैं जिनमे से कुछ महत्वपूर्ण इंश्योरेंस प्लान ये है।

जीवन बीमा के प्रकार – Types Of Life Insurance in Hindi

लाइफ इंश्योरेंस निम्नलिखित प्रकार के होते हैंड

  • टर्म लाइफ इंश्योरेंस  (Term Life Insurance)
  • पूर्ण जीवन बीमा (Whole Life Insurance)
  • एंडोमेंट जीवन बीमा (Endowment Plans)
  • यूनिट लिंक्ड बीमा (Unit-Linked Insurance Plan)
  • चाइल्ड प्लान (Child Plan)
  • पेंशन प्लान (Pension Plan)

टर्म लाइफ इंश्योरेंस क्या है?/ Term Insurance Kya Hai

टर्म लाइफ इंश्योरेंस मैं मैच्योरिटी बेनिफिट नही होता। ये पॉलिसी के तहत पॉलिसी होल्डर को तभी क्षति की परिपूर्ति की जाती है जब उसका नृधरित समय पर देहांत हो जाए। टर्म इंश्योरेंस सस्ता है और साथ ही साथ काम प्रीमियम पर ज्यादा कवर देता है।

पूर्ण जीवन बीमा क्या है?/Whole Life Insurance

पूर्ण जीवन बीमा वो बीमा है जिस पर लंबे समय के लिए पॉलिसी होल्डर को प्रोटेक्शन दी जाती है। इस पॉलिसी के तहत पॉलिसी होल्डर को 100 साल तक का कवर मिलता है। यह प्लान का खासियत ये है की इसपर एक्सटेंडेड इंश्योरेंस मिलता है इसका मतलब है की आपको बस 10 या 15 साल तक का प्रीमियम देना होगा लेकिन आपको डेथ बेनिफिट मिलना बंद नही होगा। अगर आप 100 साल जीते हैं तो आपको प्रीमियम का पैसा एंडोमेंट कवर के हिसाब से लौटा दी जाती है।

एंडोमेंट बीमा क्या है?/Endowment Plans

एंडोमेंट प्लान मैं आपको मैच्योरिटी के बाद मैच्योरिटी बेनिफिट दिया जाता है। अगर पॉलिसी होल्डर का देहांत मैच्योरिटी समय से पहले हो जाता है तो उन्हें डेथ बेनिफिट मिलता है। एंडोमेंट पॉलिसी उनके लिए ज्यादा अच्छा है जिन्हे पैसे को सही जगह निवेश करना नही आता और उन्हें इंश्योरेंस के साथ साथ इन्वेस्टमेंट भी करना है। एंडोमेंट प्लान आपको दोनो का सुविधा देता है।

यूनिट लिंक्ड बीमा/Unit-Linked Insurance Plan

यह प्लान भी कुछ हद तक एंडोमेंट जैसा ही है। यह प्लान मैं भी आप निवेश के साथ साथ इंश्योरेंस ले सकते है। लेकिन इस प्लान मैं आपको निवेश करने के लिए ज्यादा फ्लेक्सिबिलिटी मिलती है। यहां आप खुदसे चयन कर सकते हैं की आप कहां निवेश करेंगे।

चाइल्ड प्लान/Child Plan

अपने बच्चो के भविष्य के लिए जिन्हे कुछ पैसे जोड़ने होते हैं उनके लिए यह प्लान बनाया गया है। अगर आपको कुछ हो जाता है तो आपके बच्चो को यह पैसे मिलते हैं साथ ही साथ आपके बच्चे जिंदगी कई आगे बढ़ते रहने से बच्चो को कुछ पुरस्कार भी मिलता है।  यह प्लान की खास बात ये है की जब आपको चाहिए होगा आप पैसे उठा भी सकते हैं।

पेंशन प्लान/Pension Plan

ये प्लान 1 तरह का निवेश ही है। इसमें आप अपना बुढ़ापे के वक्त को सुरक्षित रखने के लिए 1 फंड मैं रेगुलर निवेश करते रहते हैं जो ज्यादा समय तक रहने के कारण 1 बड़ा रिटर्न देता है। इसके अंतर्गत प्रोविडेंट फंड भी आते हैं जहा पर एंप्लॉयर और पॉलिसी होल्डर दोनो थोड़ा थोड़ा निवेश करते हैं। इसको इंश्योरेंस इसलिए कहा जाता है क्युकी इस तरह के इन मैं कभी कभी डेथ बेनिफिट भी मिलता है।

बीमा के क्या लाभ हैं?

बीमा की कई भूमिकाएँ और महत्व हैं। इनमें से कुछ नीचे दिए गए हैं:.

1. बीमा राशि का निवेश जल आपूर्ति, ऊर्जा और राजमार्गों जैसी कई पहलों में किया जाता है, जो देश की समग्र आर्थिक समृद्धि में योगदान करते हैं।

2. किसी एक व्यक्ति या संगठन पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय, खतरा विभिन्न लोगों और संगठनों को प्रभावित करता है।

3. बीमा आपको और आपके परिवार को विभिन्न जोखिमों से बचाता है जो अन्यथा आपको या आपके परिवार को वित्तीय संकट में डाल सकते हैं।

4. यह जोखिम नियंत्रण कार्रवाई को प्रोत्साहित करता है क्योंकि यह जोखिम हस्तांतरण तंत्र पर आधारित है।

5. बीमा पॉलिसियों का उपयोग ऋण के लिए संपार्श्विक के रूप में किया जा सकता है। जब गृह ऋण की बात आती है, तो बीमा कवरेज होने से ऋणदाता से ऋण प्राप्त करना आसान हो जाता है।

बीमा – कर लाभ

आयकर अधिनियम के अनुसार बीमा लाभ क्या हैं.

करों का भुगतान करना सभी नागरिकों की प्रमुख जिम्मेदारियों में से एक है। उचित निवेश करके, आप हमेशा अपने कर के बोझ को कम कर सकते हैं। 1961 का आयकर अधिनियम सभी करदाताओं के लिए योग्य निवेश पर विशिष्ट छूट प्रदान करता है। कर-लाभ वाले म्यूचुअल फंड, सावधि जमा, पेंशन योजनाएं, सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ) योजनाएं और जीवन बीमा पॉलिसियां ​​इन निवेशों के उदाहरण हैं।

इसके अलावा, कर विभाग विभिन्न बीमा योजनाओं, जैसे जीवन और स्वास्थ्य बीमा पॉलिसियों के लिए विशेष छूट देता है। चाहे आप किसी भी प्रकार का बीमा चुनें, सभी बीमा योजनाएं निवेश के रूप में तीन महत्वपूर्ण उद्देश्यों की पूर्ति करती हैं। वे कर लाभ, अप्रत्याशित घटनाओं के खिलाफ वित्तीय सुरक्षा और आपके पोर्टफोलियो के निर्माण में सहायता प्रदान करते हैं।

कर-कटौती योग्य बीमा के प्रकार

आज की दुनिया में, बीमा कवरेज बहुत जरूरी है। और, उनके मूल्य और अनुकूलन क्षमता को बढ़ावा देने के लिए, सरकार इन बीमा योजनाओं के लिए कर लाभ प्रदान करती है:

1. स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी

2. जीवन बीमा पॉलिसी

उसी के लिए विवरण नीचे दिया गया है:

स्वास्थ्य   बीमा   पॉलिसी   के   कार्य

एक स्वास्थ्य बीमा योजना आपकी समग्र बीमा रणनीति का एक अनिवार्य हिस्सा है। बढ़ती चिकित्सा लागत और जोखिम कारकों के कारण स्वास्थ्य कवरेज में बीमा का कार्य एक विकल्प की तुलना में अधिक आवश्यकता बन गया है। स्वास्थ्य बीमा उत्पाद मेडिकल इमरजेंसी की स्थिति में आपको और आपके परिवार के लिए वित्तीय सुरक्षा प्रदान करते हैं। ये बीमा केवल व्यापक स्वास्थ्य कवरेज प्रदान करते हैं और किसी अन्य जोखिम से आपकी रक्षा नहीं करते हैं। हालाँकि, 1961 के आयकर अधिनियम के तहत, यहाँ तक कि ये योजनाएँ भी कर छूट के लिए पात्र हैं।

कर लाभ नीचे दी गई तालिका में दिए गए हैं:

विशिष्ट बीमारियों में कैंसर, एड्स, क्रोनिक किडनी फेल्योर, न्यूरोलॉजिकल मुद्दे, रुधिर संबंधी विकार आदि शामिल हैं। ऊपर दी गई सीमा के भीतर निवारक चिकित्सा स्वास्थ्य जांच के लिए 5000 रुपये की कटौती शामिल है ।

जीवन बीमा पॉलिसी के कार्य

जीवन बीमा पॉलिसियां ​​सबसे सामान्य प्रकार का बीमा है, जिसे लोग भविष्य में अप्रत्याशित घटना के मामले में अपने और अपने परिवार के लिए वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने के लिए खरीदते हैं। इस पॉलिसी में, यदि आप योजना की अवधि के दौरान मर जाते हैं तो बीमा कंपनी आपके नामांकित व्यक्ति को एक निर्धारित राशि (जिसे सम एश्योर्ड भी कहा जाता है) का भुगतान करने के लिए सहमत होती है । कुछ बीमा योजनाएं, जैसे कि बंदोबस्ती, धन-वापसी, और संपूर्ण जीवन बीमा पॉलिसियां, यदि आप पॉलिसी की अवधि के अंत तक जीवित रहते हैं, तो परिपक्वता मूल्य लाभ प्रदान करते हैं। जीवन बीमा पॉलिसी के कर लाभ नीचे तालिका में दिए गए हैं:

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What is Insurance in Hindi ? Insurance क्या है ?

What is insurance in hindi .

आज की भाग दौड़ और तरह तरह परेशानी भरी जिन्दगी में हर व्यक्ति अपनी कीमती चीजों को काफी हद तक सुरक्षित करना चाहता है. जिसके लिए वह अपना सामान बैंक या किसी विश्वासी के पास रखना उचित समझता है. जहां से उसे चोरी या फिर कुछ भी धोखा होने का डर न हो. लेकिन डर तब भी पूरी तरह ख़त्म नहीं होता ऐसे में आज के समय Insurance काफी जरुरी है बात फिर चाहे वह आपके कीमती समान की हो या फिर जिन्दगी की Insurance सभी के लिए काफी अहम् हो चूका है.

What is Insurance in Hindi ? लेख में आज हम विस्तार से बात करेंगे Insurance क्या है ? यह हमारे लिए क्यों और किस प्रकार जरुरी है ? Insurance कितने प्रकार का होता है ?

Insurance क्या है ?

आज के समय में कई Insurance company हमारे कीमती समान जैसे जेवर , कार , मोटरसाइकिल , घर , दुकान , जमीन और स्वास्थ्य का बीमा करती है जिसके लिए वह भविष्य में कुछ भी नुक्सान होने पर मुआवजा मुहैया कराती हैं. जिसे Insurance कहते है.

उधाहरण से इसे समझे तो श्याम के पास 12 लाख की Brezza कार है जिसका उसने मुसीबत को ध्यान में रखते हुए पहले ही Insurance कराया हुआ है. हालाँकि श्याम को हर साल  Insurance company को लगभग 20 हजार रूपये देने होंगे लेकिन ऐसे में अब यदि श्याम की कार का कभी एक्सीडेंट हो भी जाता है तो श्याम के पास Back Up के रूप में Insurance company का साथ होगा. जिसमे श्याम को अपनी जेब से काफी कम खर्च उठाना पड़ेगा और बाकी रुपया Insurance company से पालिसी की शर्तों के अनुरूप मिल जायेगा.

साइबर क्राइम क्या है ?

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अब सवाल आता है की हम किस प्रकार और किन चीजो का Insurance करा सकते है और इसके क्या फायदे है ?

आज के समय में आप Insurance company द्वारा अपनी उन सभी चीजों का बीमा करवा सकते है जो मूल्यवान है.इसी के साथ साथ आप अपनी जिन्दगी और स्वस्थ्य का भी बीमा करवा सकते है. आइये What is Insurance in Hindi लेख में विस्तार से बात करते है बीमा के प्रकारों पर जिन्हें जानना काफी जरूरी है.

  • जीवन बीमा Life Insurance , आज के समय में किसी के जीवन का कुछ भरोसा नहीं है. ऐसे में इस पालिसी के अंतर्गत यदि कोई व्यक्ति दुर्घटना या बिमारी का शिकार हो जाता है और उसके प्रियजन उस व्यक्ति को हमेशा के लिए खो देते है तो Insurance company उस व्यक्ति के द्वारा बनाये गये नॉमिनी को अपनी योजना के तहत रुपया दे देती है.इस पालिसी द्वारा व्यक्ति म्रत्यु के बाद भी अपने परिवार के लिए अच्छी रकम छोड़ जाता है जो दुःख की घड़ी में काफी सहायक हो सकती है.
  • दुर्घटना बीमा Accidental Insurance , यदि कोई व्यक्ति अचानक दुर्घटना का शिकार हो जाता है तो उस समय इलाज में आने वाले खर्चों के लिए Accidental Insurance काफी उपयोगी साबित होता है. पालिसी के तहत इलाज में आने वाला खर्च पूरा Insurance company का होता है जो की सीधा अस्पताल या डॉक्टर के बिल के समय दिया जाता है. व्यक्ति को अपने पास से कुछ नही देना पड़ता.
  • टर्म लाइफ पालिसी Term Life Policy , What is Insurance in Hindi लेख में अब बात करते है टर्म लाइफ पालिसी की. यह पालिसी जीवन के जोखिमों से सुरक्षा देती है.यदि इस पालिसी के समय में व्यक्ति को कुछ हो जाता है तो Insurance company इसका भुगतान करती है अन्यथा व्यक्ति को कुछ नही दिया जाता.  यह एक ऐसी पालिसी है जिसका भुगतान काफी सस्ता होता है.

उधाहरण के लिये आप इसे ऐसे समझ सकते है की श्याम ने  Term Life Policy के अंतर्गत 1 करोड़ का बीमा लिया जो 8 सालों के लिए है और जिसकी क़िस्त हर साल 8 हजार रूपये जाती है. ऐसे में यदि इन 8 सालों में श्याम को कुछ हो जाता है तो  Insurance company 1 करोड़ रूपये नॉमिनी को भुगतान करेगी अन्यथा 8 सालों के बाद पालिसी खत्म हो जाएगी और श्याम को स्वंय कोई भी भुगतान नही दिया जाएगा.

  • Endowment Insurance Policy , यह पालिसी LIC जैसी बीमा कम्पनियों द्वारा की जाती है जिसमे पालिसी की अवधि तक यदि व्यक्ति को कुछ नहीं होता तो उसके द्वारा जमा किया गया समय समय पर सारा रुपया इक्कठा बोनस के साथ वापस कर दिया जाता है.
  •   Money Back Policy , इस पालिसी के तहत व्यक्ति को एक अवधि तक कुछ रुपया जमा करना होना है जिसके बाद वह रुपया उसे इकट्ठा वापस कर दिया जाता है और यदि व्यक्ति को इस दौरान कुछ हो जाता है तो वह रकम नॉमिनी को दी जाती है.
  • Whole life Policy , इस बीमा पालिसी में व्यक्ति को कुछ सालों तक ही भुगतान करना होता है जिसके बाद यदि धारक 100 सालों तक जीवित रहता है तो यह पालिसी Endowment Policy में बदल जाती है.

तो यह थे Insurance के कुछ प्रकार. What is Insurance in Hindi में हम उम्मीद करते है आपको पर्याप्त जानकारी मिली होगी. यदि आपके मन में What is Insurance in Hindi से जुड़े कोई भी सवाल है तो आप हमे कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है.

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Essay on insurance bill in hindi बीमा विधेयक पर निबंध.

Read the latest update on Insurance bill in Hindi language. What is Insurance bill? How can the Insurance bill help you? Know about Insurance bill in Hindi. Now students can write an essay in Hindi. बीमा विधेयक पर निबंध।

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बीमा विधेयक पर निबंध

बीमा से अभिप्राय होता है- आर्थिक-सुरक्षा की गारंटी। भारत के लोगों में हालाँकि जीवन-बीमा करवाने की चेतना और प्रवृत्ति उतनी सशक्त और प्रबल नहीं है, जितनी कि विदेशों में सहज रूप से देखी जाती है। किन्तु फिर भी आज भारतीय समाज जीवन-बीमा का महत्व प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से समझने लगा है। भारतीय समाज में बीमा धारकों की संख्या इधर कुछेक वर्षों से निरन्तर बढ़ती जा रही है। यह इस बात का सहज प्रमाण है कि भारतीय समाज जीवन बीमा को लेकर लगातार जागरूक होता जा रहा है।

बीमा-क्षेत्र को सरकारी नियंत्रण हमेशा से प्राप्त रहा है और इसी रूप-स्वरूप में भारतीय जीवन बीमा निगम ने अत्यधिक उल्लेखनीय और महत्वपूर्ण कार्य भारतीय समाज में किया भी है, इस बात से कदापि इंकार नहीं किया जा सकता। किन्तु बीमा-क्षेत्र को अत्यधिक व्यावसायिक और व्यापारिक रूप से गतिशील करने के उद्देश्य से समय-समय पर अनेक महत्वपूर्ण एवं उल्लेखनीय कार्य भारत सरकार द्वारा किए जाते रहे हैं। इसी प्रकार का एक अत्यंत महत्वाकांक्षी कार्य भारत सरकार की ओर से सन् 1999 में किया गया। सन् 1998 में ‘बीमा नियामक प्राधिकरण विधेयक’ को स्वदेशी एवं विदेशी निजी निवेश को बीमा क्षेत्र में व्यापक रूप से अनुमति प्रदान करने के एक महत्वाकांक्षी उद्देश्य से लोकसभा के पटल पर प्रस्तुत किया।

इस विधेयक का सर्वाधिक महत्व विदेशी निवेश के संदर्भ में रहा। इस विधेयक से बीमा क्षेत्र में भी विदेशी निवेश की अपार संभावनाएं पैदा हुईं। इससे, जहाँ इस क्षेत्र में एक नयी जान पड़ने की पूरी संभावनाएं है वहीं इसका एक व्यावसायिक और व्यापारिक रूप-स्वरूप ग्रहण करने की भी व्यापक संभावनाएं निहित हैं। आज का समाज प्राचीन समय के समान एक बद्ध और चारों ओर से सीमाओं से घिरा हुआ समाज नहीं है। आज का समय वैश्विक रूप से भूमण्डलीकरण और उदारीकरण का युग है। सारा विश्व एक ही सूत्र में पिरोया जा रहा हैं। इससे विश्व के किसी भी कोने में रहने वाला आदमी विश्व के दूसरे कोने में रहने वाले आदमी से निश्चित रूप से जुड़ गया है। इससे उसके पास आवश्यकताओं के संदर्भ में चुनाव के क्षेत्र, अत्यधिक बढ़ गये हैं। उसके पास आज चुनाव के एकाधिक अवसर इसी कारण उपलब्ध हो गये हैं।

बीमा क्षेत्र एक अत्यधिक सुरक्षा और मानवीय अन्तर्वस्तु का भरण-पोषण करने वाला क्षेत्र है। यह क्षेत्र प्रत्येक व्यक्ति में सुरक्षित होने का शांत भाव पैदा करता है। इसके लिए वह बीमा कम्पनी में एक फॉर्म भरकर एक निश्चित राशि का बीमा करवाता है, जिसमें समय सीमा अलग-अलग रखी जाती है। इसी समय तक बीमा-धारक को नियमित रूप से तयशुदा राशि बीमा-कम्पनी को प्रति माह देनी होती है। इसके साथ-साथ एक तरह से उसका धन भी संग्रह होता रहता है और अगर दुर्भाग्यवश उस बीमा धारक की मृत्यु हो जाती है अथवा अन्य कोई दुर्घटना उसके साथ हो जाती है, तो उसके उत्तराधिकारी को यथोचित राशि प्रदान करती है।

बीमा मात्र व्यक्तियों का ही नहीं होता अपितु आप अपनी किसी भी मूल्यवान वस्तु, स्थल, मकान, वाहन, व्यवसाय आदि का भी बीमा करवा सकते हैं। इससे वह वस्तु आपके लिए पूर्णत: संरक्षित हो जाती है।

यह बीमा विधेयक 1998 इस दृष्टि से अत्यंत उपयोगी और कारगर कहा जा सकता है कि इसके द्वारा इस बीमा क्षेत्र में विदेशी निवेश होगा और इस क्षेत्र को निरन्तर संचालित बनाएं रखने में जो अब तक आर्थिक कठिनाइयां सामने आया करती थी, उनसे बीमा क्षेत्र मुक्त हो सकेगा।

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हिंदी निबंध (Hindi Nibandh / Essay in Hindi) - हिंदी निबंध लेखन, हिंदी निबंध 100, 200, 300, 500 शब्दों में

हिंदी में निबंध (Essay in Hindi) - छात्र जीवन में विभिन्न विषयों पर हिंदी निबंध (essay in hindi) लिखने की आवश्यकता होती है। हिंदी निबंध लेखन (essay writing in hindi) के कई फायदे हैं। हिंदी निबंध से किसी विषय से जुड़ी जानकारी को व्यवस्थित रूप देना आ जाता है तथा विचारों को अभिव्यक्त करने का कौशल विकसित होता है। हिंदी निबंध (hindi nibandh) लिखने की गतिविधि से इन विषयों पर छात्रों के ज्ञान के दायरे का विस्तार होता है जो कि शिक्षा के अहम उद्देश्यों में से एक है। हिंदी में निबंध या लेख लिखने से विषय के बारे में समालोचनात्मक दृष्टिकोण विकसित होता है। साथ ही अच्छा हिंदी निबंध (hindi nibandh) लिखने पर अंक भी अच्छे प्राप्त होते हैं। इसके अलावा हिंदी निबंध (hindi nibandh) किसी विषय से जुड़े आपके पूर्वाग्रहों को दूर कर सटीक जानकारी प्रदान करते हैं जिससे अज्ञानता की वजह से हम लोगों के सामने शर्मिंदा होने से बच जाते हैं।

आइए सबसे पहले जानते हैं कि हिंदी में निबंध की परिभाषा (definition of essay) क्या होती है?

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हिंदी निबंध (Hindi Nibandh / Essay in Hindi) - हिंदी निबंध लेखन, हिंदी निबंध 100, 200, 300, 500 शब्दों में

कुछ सामान्य विषयों (common topics) पर जानकारी जुटाने में छात्रों की सहायता करने के उद्देश्य से हमने हिंदी में निबंध (Essay in Hindi) और भाषणों के रूप में कई लेख तैयार किए हैं। स्कूली छात्रों (कक्षा 1 से 12 तक) एवं प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में लगे विद्यार्थियों के लिए उपयोगी हिंदी निबंध (hindi nibandh), भाषण तथा कविता (useful essays, speeches and poems) से उनको बहुत मदद मिलेगी तथा उनके ज्ञान के दायरे में विस्तार होगा। ऐसे में यदि कभी परीक्षा में इससे संबंधित निबंध आ जाए या भाषण देना होगा, तो छात्र उन परिस्थितियों / प्रतियोगिता में बेहतर प्रदर्शन कर पाएँगे।

महत्वपूर्ण लेख :

  • 10वीं के बाद लोकप्रिय कोर्स
  • 12वीं के बाद लोकप्रिय कोर्स
  • क्या एनसीईआरटी पुस्तकें जेईई मेन की तैयारी के लिए काफी हैं?
  • कक्षा 9वीं से नीट की तैयारी कैसे करें

छात्र जीवन प्रत्येक व्यक्ति के जीवन के सबसे सुनहरे समय में से एक होता है जिसमें उसे बहुत कुछ सीखने को मिलता है। वास्तव में जीवन की आपाधापी और चिंताओं से परे मस्ती से भरा छात्र जीवन ज्ञान अर्जित करने को समर्पित होता है। छात्र जीवन में अर्जित ज्ञान भावी जीवन तथा करियर के लिए सशक्त आधार तैयार करने का काम करता है। नींव जितनी अच्छी और मजबूत होगी उस पर तैयार होने वाला भवन भी उतना ही मजबूत होगा और जीवन उतना ही सुखद और चिंतारहित होगा। इसे देखते हुए स्कूलों में शिक्षक छात्रों को विषयों से संबंधित अकादमिक ज्ञान से लैस करने के साथ ही विभिन्न प्रकार की पाठ्येतर गतिविधियों के जरिए उनके ज्ञान के दायरे का विस्तार करने का प्रयास करते हैं। इन पाठ्येतर गतिविधियों में समय-समय पर हिंदी निबंध (hindi nibandh) या लेख और भाषण प्रतियोगिताओं का आयोजन करना शामिल है।

करियर संबंधी महत्वपूर्ण लेख :

  • डॉक्टर कैसे बनें?
  • सॉफ्टवेयर इंजीनियर कैसे बनें
  • इंजीनियर कैसे बन सकते हैं?

निबंध, गद्य विधा की एक लेखन शैली है। हिंदी साहित्य कोष के अनुसार निबंध ‘किसी विषय या वस्तु पर उसके स्वरूप, प्रकृति, गुण-दोष आदि की दृष्टि से लेखक की गद्यात्मक अभिव्यक्ति है।’ एक अन्य परिभाषा में सीमित समय और सीमित शब्दों में क्रमबद्ध विचारों की अभिव्यक्ति को निबंध की संज्ञा दी गई है। इस तरह कह सकते हैं कि मोटे तौर पर किसी विषय पर अपने विचारों को लिखकर की गई अभिव्यक्ति ही निबंध है।

अन्य महत्वपूर्ण लेख :

  • हिंदी दिवस पर भाषण
  • हिंदी दिवस पर कविता
  • हिंदी पत्र लेखन

आइए अब जानते हैं कि निबंध के कितने अंग होते हैं और इन्हें किस प्रकार प्रभावपूर्ण ढंग से लिखकर आकर्षक बनाया जा सकता है। किसी भी हिंदी निबंध (Essay in hindi) के मोटे तौर पर तीन भाग होते हैं। ये हैं - प्रस्तावना या भूमिका, विषय विस्तार और उपसंहार।

प्रस्तावना (भूमिका)- हिंदी निबंध के इस हिस्से में विषय से पाठकों का परिचय कराया जाता है। निबंध की भूमिका या प्रस्तावना, इसका बेहद अहम हिस्सा होती है। जितनी अच्छी भूमिका होगी पाठकों की रुचि भी निबंध में उतनी ही अधिक होगी। प्रस्तावना छोटी और सटीक होनी चाहिए ताकि पाठक संपूर्ण हिंदी लेख (hindi me lekh) पढ़ने को प्रेरित हों और जुड़ाव बना सकें।

विषय विस्तार- निबंध का यह मुख्य भाग होता है जिसमें विषय के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाती है। इसमें इसके सभी संभव पहलुओं की जानकारी दी जाती है। हिंदी निबंध (hindi nibandh) के इस हिस्से में अपने विचारों को सिलसिलेवार ढंग से लिखकर अभिव्यक्त करने की खूबी का प्रदर्शन करना होता है।

उपसंहार- निबंध का यह अंतिम भाग होता है, इसमें हिंदी निबंध (hindi nibandh) के विषय पर अपने विचारों का सार रखते हुए पाठक के सामने निष्कर्ष रखा जाता है।

ये भी देखें :

अग्निपथ योजना रजिस्ट्रेशन

अग्निपथ योजना एडमिट कार्ड

अग्निपथ योजना सिलेबस

अंत में यह जानना भी अत्यधिक आवश्यक है कि निबंध कितने प्रकार के होते हैं। मोटे तौर निबंध को निम्नलिखित श्रेणियों में रखा जाता है-

वर्णनात्मक निबंध - इस तरह के निबंधों में किसी घटना, वस्तु, स्थान, यात्रा आदि का वर्णन किया जाता है। इसमें त्योहार, यात्रा, आयोजन आदि पर लेखन शामिल है। इनमें घटनाओं का एक क्रम होता है और इस तरह के निबंध लिखने आसान होते हैं।

विचारात्मक निबंध - इस तरह के निबंधों में मनन-चिंतन की अधिक आवश्यकता होती है। अक्सर ये किसी समस्या – सामाजिक, राजनीतिक या व्यक्तिगत- पर लिखे जाते हैं। विज्ञान वरदान या अभिशाप, राष्ट्रीय एकता की समस्या, बेरोजगारी की समस्या आदि ऐसे विषय हो सकते हैं। इन हिंदी निबंधों (hindi nibandh) में विषय के अच्छे-बुरे पहलुओं पर विचार व्यक्त किया जाता है और समस्या को दूर करने के उपाय भी सुझाए जाते हैं।

भावात्मक निबंध - ऐसे निबंध जिनमें भावनाओं को व्यक्त करने की अधिक स्वतंत्रता होती है। इनमें कल्पनाशीलता के लिए अधिक छूट होती है। भाव की प्रधानता के कारण इन निबंधों में लेखक की आत्मीयता झलकती है। मेरा प्रिय मित्र, यदि मैं डॉक्टर होता जैसे विषय इस श्रेणी में रखे जा सकते हैं।

इसके साथ ही विषय वस्तु की दृष्टि से भी निबंधों को सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक, खेल, विज्ञान और प्रौद्योगिकी जैसी बहुत सी श्रेणियों में बाँटा जा सकता है।

ये भी पढ़ें-

  • केंद्रीय विद्यालय एडमिशन
  • नवोदय कक्षा 6 प्रवेश
  • एनवीएस एडमिशन कक्षा 9

जिस प्रकार बातचीत को आकर्षक और प्रभावी बनाने के लिए लोग मुहावरे, लोकोक्तियों, सूक्तियों, दोहों, कविताओं आदि की मदद लेते हैं, ठीक उसी तरह निबंध को भी प्रभावी बनाने के लिए इनकी सहायता ली जानी चाहिए। उदाहरण के लिए मित्रता पर हिंदी निबंध (hindi nibandh) लिखते समय तुलसीदास जी की इन पंक्तियों की मदद ले सकते हैं -

जे न मित्र दुख होंहि दुखारी, तिन्हिं बिलोकत पातक भारी।

यानि कि जो व्यक्ति मित्र के दुख से दुखी नहीं होता है, उनको देखने से बड़ा पाप होता है।

हिंदी या मातृभाषा पर निबंध लिखते समय भारतेंदु हरिश्चंद्र की पंक्तियों का प्रयोग करने से चार चाँद लग जाएगा-

निज भाषा उन्नति अहै, सब उन्नति को मूल

बिन निज भाषा-ज्ञान के, मिटत न हिय को सूल।

प्रासंगिकता और अपने विवेक के अनुसार लेखक निबंधों में ऐसी सामग्री का उपयोग निबंध को प्रभावी बनाने के लिए कर सकते हैं। इनका भंडार तैयार करने के लिए जब कभी कोई पंक्ति या उद्धरण अच्छा लगे, तो एकत्रित करते रहें और समय-समय पर इनको दोहराते रहें।

उपरोक्त सभी प्रारूपों का उपयोग कर छात्रों के लिए हमने निम्नलिखित हिंदी में निबंध (Essay in Hindi) तैयार किए हैं -

सुभाष चंद्र बोस ने ब्रिटिश शासन के खिलाफ भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सुभाष चंद्र बोस भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) के नेता थे और बाद में उन्होंने फॉरवर्ड ब्लॉक का गठन किया। इसके माध्यम से भारत में सभी ब्रिटिश विरोधी ताकतों को एकजुट करने की पहल की थी। बोस ब्रिटिश सरकार के मुखर आलोचक थे और स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए और अधिक आक्रामक कार्रवाई की वकालत करते थे। विद्यार्थियों को अक्सर कक्षा और परीक्षा में सुभाष चंद्र बोस जयंती (subhash chandra bose jayanti) या सुभाष चंद्र बोस पर हिंदी में निबंध (subhash chandra bose essay in hindi) लिखने को कहा जाता है। यहां सुभाष चंद्र बोस पर 100, 200 और 500 शब्दों का निबंध दिया गया है।

भारत में 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू हुआ। इस दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। गणतंत्र दिवस के सम्मान में स्कूलों में विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होते हैं। गणतंत्र दिवस के दिन सभी स्कूलों, सरकारी व गैर सरकारी दफ्तरों में झंडोत्तोलन होता है। राष्ट्रगान गाया जाता है। मिठाईयां बांटी जाती है और अवकाश रहता है। छात्रों और बच्चों के लिए 100, 200 और 500 शब्दों में गणतंत्र दिवस पर निबंध पढ़ें।

26 जनवरी, 1950 को हमारे देश का संविधान लागू किया गया, इसमें भारत को गणतांत्रिक व्यवस्था वाला देश बनाने की राह तैयार की गई। गणतंत्र दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में भाषण (रिपब्लिक डे स्पीच) देने के लिए हिंदी भाषण की उपयुक्त सामग्री (Republic Day Speech Ideas) की यदि आपको भी तलाश है तो समझ लीजिए कि गणतंत्र दिवस पर भाषण (Republic Day speech in Hindi) की आपकी तलाश यहां खत्म होती है। इस राष्ट्रीय पर्व के बारे में विद्यार्थियों को जागरूक बनाने और उनके ज्ञान को परखने के लिए गणतत्र दिवस पर निबंध (Republic day essay) लिखने का प्रश्न भी परीक्षाओं में पूछा जाता है। इस लेख में दी गई जानकारी की मदद से Gantantra Diwas par nibandh लिखने में भी मदद मिलेगी। Gantantra Diwas par lekh bhashan तैयार करने में इस लेख में दी गई जानकारी की मदद लें और अच्छा प्रदर्शन करें।

मोबाइल फ़ोन को सेल्युलर फ़ोन भी कहा जाता है। मोबाइल आज आधुनिक प्रौद्योगिकी का एक अहम हिस्सा है जिसने दुनिया को एक साथ लाकर हमारे जीवन को बहुत प्रभावित किया है। मोबाइल हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन गया है। मोबाइल में इंटरनेट के इस्तेमाल ने कई कामों को बेहद आसान कर दिया है। मनोरंजन, संचार के साथ रोजमर्रा के कामों में भी इसकी अहम भूमिका हो गई है। इस निबंध में मोबाइल फोन के बारे में बताया गया है।

भारत में प्रत्येक वर्ष 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है। 14 सितंबर, 1949 को संविधान सभा ने जनभाषा हिंदी को राजभाषा का दर्जा प्रदान किया। इस दिन की याद में हर वर्ष 14 सितंबर को राष्ट्रीय हिंदी दिवस मनाया जाता है। वहीं हिंदी भाषा को सम्मान देने के लिए 10 जनवरी को प्रतिवर्ष विश्व हिंदी दिवस (World Hindi Diwas) मनाया जाता है। इस लेख में राष्ट्रीय हिंदी दिवस (14 सितंबर) और विश्व हिंदी दिवस (10 जनवरी) के बारे में चर्चा की गई है।

मकर संक्रांति का त्योहार यूपी, बिहार, दिल्ली, राजस्थान, मध्यप्रदेश सहित देश के विभिन्न राज्यों में 14 जनवरी को मनाया जाता है। इसे खिचड़ी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन लोग पवित्र नदियों में स्नान के बाद पूजा करके दान करते हैं। इस दिन खिचड़ी, तिल-गुड, चिउड़ा-दही खाने का रिवाज है। प्रयागराज में इस दिन से कुंभ मेला आरंभ होता है। इस लेख में मकर संक्रांति के बारे में बताया गया है।

पर्यावरण से संबंधित मुद्दों की चर्चा करते समय ग्लोबल वार्मिंग की चर्चा अक्सर होती है। ग्लोबल वार्मिंग का संबंध वैश्विक तापमान में वृद्धि से है। इसके अनेक कारण हैं। इनमें वनों का लगातार कम होना और ग्रीन हाउस गैसों का उत्सर्जन प्रमुख है। वनों का विस्तार करके और ग्रीन हाउस गैसों पर नियंत्रण करके हम ग्लोबल वार्मिंग की समस्या के समाधान की दिशा में कदम उठा सकते हैं। ग्लोबल वार्मिंग पर निबंध- कारण और समाधान में इस विषय पर चर्चा की गई है।

भारत में भ्रष्टाचार एक बड़ी समस्या है। समाचारों में अक्सर भ्रष्टाचार से जुड़े मामले प्रकाश में आते रहते हैं। सरकार ने भ्रष्टाचार पर नियंत्रण के लिए कई उपाय किए हैं। अलग-अलग एजेंसियां भ्रष्टाचार करने वालों पर कार्रवाई करती रहती हैं। फिर भी आम जनता को भ्रष्टाचार का सामना करना पड़ता है। हालांकि डिजीटल इंडिया की पहल के बाद कई मामलों में पारदर्शिता आई है। लेकिन भ्रष्टाचार के मामले कम हुए है, समाप्त नहीं हुए हैं। भ्रष्टाचार पर निबंध के माध्यम से आपको इस विषय पर सभी पहलुओं की जानकारी मिलेगी।

समय-समय पर ईश्वरीय शक्ति का एहसास कराने के लिए संत-महापुरुषों का जन्म होता रहा है। गुरु नानक भी ऐसे ही विभूति थे। उन्होंने अपने कार्यों से लोगों को चमत्कृत कर दिया। गुरु नानक की तर्कसम्मत बातों से आम जनमानस उनका मुरीद हो गया। उन्होंने दुनिया को मानवता, प्रेम और भाईचारे का संदेश दिया। भारत, पाकिस्तान, अरब और अन्य जगहों पर वर्षों तक यात्रा की और लोगों को उपदेश दिए। गुरु नानक जयंती पर निबंध से आपको उनके व्यक्तित्व और कृतित्व की जानकारी मिलेगी।

कुत्ता हमारे आसपास रहने वाला जानवर है। सड़कों पर, गलियों में कहीं भी कुत्ते घूमते हुए दिख जाते हैं। शौक से लोग कुत्तों को पालते भी हैं। क्योंकि वे घर की रखवाली में सहायक होते हैं। बच्चों को अक्सर परीक्षा में मेरा पालतू कुत्ता विषय पर निबंध लिखने को कहा जाता है। यह लेख बच्चों को मेरा पालतू कुत्ता विषय पर निबंध लिखने में सहायक होगा।

स्वामी विवेकानंद जी हमारे देश का गौरव हैं। विश्व-पटल पर वास्तविक भारत को उजागर करने का कार्य सबसे पहले किसी ने किया तो वें स्वामी विवेकानंद जी ही थे। उन्होंने ही विश्व को भारतीय मानसिकता, विचार, धर्म, और प्रवृति से परिचित करवाया। स्वामी विवेकानंद जी के बारे में जानने के लिए आपको इस लेख को पढ़ना चाहिए। यह लेख निश्चित रूप से आपके व्यक्तित्व में सकारात्मक परिवर्तन करेगा।

हम सभी ने "महिला सशक्तिकरण" या नारी सशक्तिकरण के बारे में सुना होगा। "महिला सशक्तिकरण"(mahila sashaktikaran essay) समाज में महिलाओं की स्थिति को सुदृढ़ बनाने और सभी लैंगिक असमानताओं को कम करने के लिए किए गए कार्यों को संदर्भित करता है। व्यापक अर्थ में, यह विभिन्न नीतिगत उपायों को लागू करके महिलाओं के आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण से संबंधित है। प्रत्येक बालिका की स्कूल में उपस्थिति सुनिश्चित करना और उनकी शिक्षा को अनिवार्य बनाना, महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस लेख में "महिला सशक्तिकरण"(mahila sashaktikaran essay) पर कुछ सैंपल निबंध दिए गए हैं, जो निश्चित रूप से सभी के लिए सहायक होंगे।

भगत सिंह एक युवा क्रांतिकारी थे जिन्होंने भारत की आजादी के लिए लड़ते हुए बहुत कम उम्र में ही अपने प्राण न्यौछावर कर दिए थे। देश के लिए उनकी भक्ति निर्विवाद है। शहीद भगत सिंह महज 23 साल की उम्र में शहीद हो गए। उन्होंने न केवल भारत की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी, बल्कि वह इसे हासिल करने के लिए अपनी जान जोखिम में डालने को भी तैयार थे। उनके निधन से पूरे देश में देशभक्ति की भावना प्रबल हो गई। उनके समर्थकों द्वारा उन्हें शहीद के रूप में सम्मानित किया गया था। वह हमेशा हमारे बीच शहीद भगत सिंह के नाम से ही जाने जाएंगे। भगत सिंह के जीवन परिचय के लिए अक्सर छोटी कक्षा के छात्रों को भगत सिंह पर निबंध तैयार करने को कहा जाता है। इस लेख के माध्यम से आपको भगत सिंह पर निबंध तैयार करने में सहायता मिलेगी।

वसुधैव कुटुंबकम एक संस्कृत वाक्यांश है जिसका अर्थ है "संपूर्ण विश्व एक परिवार है"। यह महा उपनिषद् से लिया गया है। वसुधैव कुटुंबकम वह दार्शनिक अवधारणा है जो सार्वभौमिक भाईचारे और सभी प्राणियों के परस्पर संबंध के विचार को पोषित करती है। यह वाक्यांश संदेश देता है कि प्रत्येक व्यक्ति वैश्विक समुदाय का सदस्य है और हमें एक-दूसरे का सम्मान करना चाहिए, सभी की गरिमा का ध्यान रखने के साथ ही सबके प्रति दयाभाव रखना चाहिए। वसुधैव कुटुंबकम की भावना को पोषित करने की आवश्यकता सदैव रही है पर इसकी आवश्यकता इस समय में पहले से कहीं अधिक है। समय की जरूरत को देखते हुए इसके महत्व से भावी नागरिकों को अवगत कराने के लिए वसुधैव कुटुंबकम विषय पर निबंध या भाषणों का आयोजन भी स्कूलों में किया जाता है। कॅरियर्स360 के द्वारा छात्रों की इसी आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए वसुधैव कुटुंबकम विषय पर यह लेख तैयार किया गया है।

गाय भारत के एक बेहद महत्वपूर्ण पशु में से एक है जिस पर न जाने कितने ही लोगों की आजीविका आश्रित है क्योंकि गाय के शरीर से प्राप्त होने वाली हर वस्तु का उपयोग भारतीय लोगों द्वारा किसी न किसी रूप में किया जाता है। ना सिर्फ आजीविका के लिहाज से, बल्कि आस्था के दृष्टिकोण से भी भारत में गाय एक महत्वपूर्ण पशु है क्योंकि भारत में मौजूद सबसे बड़ी आबादी यानी हिन्दू धर्म में आस्था रखने वाले लोगों के लिए गाय आस्था का प्रतीक है। ऐसे में विद्यालयों में गाय को लेकर निबंध लिखने का कार्य दिया जाना आम है। गाय के इस निबंध के माध्यम से छात्रों को परीक्षा में पूछे जाने वाले गाय पर निबंध को लिखने में भी सहायता मिलेगी।

क्रिसमस (christmas in hindi) भारत सहित दुनिया भर में मनाए जाने वाले बेहद महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। यह ईसाइयों का प्रमुख त्योहार है। प्रत्येक वर्ष इसे 25 दिसंबर को मनाया जाता है। क्रिसमस का महत्व समझाने के लिए कई बार स्कूलों में बच्चों को क्रिसमस पर निबंध (christmas in hindi) लिखने का कार्य दिया जाता है। क्रिसमस पर एग्जाम के लिए प्रभावी निबंध तैयार करने का तरीका सीखें।

रक्षाबंधन हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है। यह पर्व पूरी तरह से भाई और बहन के रिश्ते को समर्पित त्योहार है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर रक्षाबंधन बांध कर उनके लंबी उम्र की कामना करती हैं। वहीं भाई अपनी बहनों को कोई तोहफा देने के साथ ही जीवन भर उनके सुख-दुख में उनका साथ देने का वचन देते हैं। इस दिन छोटी बच्चियाँ देश के प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति को राखी बांधती हैं। रक्षाबंधन पर हिंदी में निबंध (essay on rakshabandhan in hindi) आधारित इस लेख से विद्यार्थियों को रक्षाबंधन के त्योहार पर न सिर्फ लेख लिखने में सहायता प्राप्त होगी, बल्कि वे इसकी सहायता से रक्षाबंधन के पर्व का महत्व भी समझ सकेंगे।

होली त्योहार जल्द ही देश भर में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाने वाला है। होली आकर्षक और मनोहर रंगों का त्योहार है, यह एक ऐसा त्योहार है जो हर धर्म, संप्रदाय, जाति के बंधन की सीमा से परे जाकर लोगों को भाई-चारे का संदेश देता है। होली अंदर के अहंकार और बुराई को मिटा कर सभी के साथ हिल-मिलकर, भाई-चारे, प्रेम और सौहार्द्र के साथ रहने का त्योहार है। होली पर हिंदी में निबंध (hindi mein holi par nibandh) को पढ़ने से होली के सभी पहलुओं को जानने में मदद मिलेगी और यदि परीक्षा में holi par hindi mein nibandh लिखने को आया तो अच्छा अंक लाने में भी सहायता मिलेगी।

दशहरा हिंदू धर्म में मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण त्योहार है। बच्चों को विद्यालयों में दशहरा पर निबंध (Essay in hindi on Dussehra) लिखने को भी कहा जाता है, जिससे उनकी दशहरा के प्रति उत्सुकता बनी रहे और उन्हें दशहरा के बारे पूर्ण जानकारी भी मिले। दशहरा पर निबंध (Essay on Dussehra in Hindi) के इस लेख में हम देखेंगे कि लोग दशहरा कैसे और क्यों मनाते हैं, इसलिए हिंदी में दशहरा पर निबंध (Essay on Dussehra in Hindi) के इस लेख को पूरा जरूर पढ़ें।

हमें उम्मीद है कि दीवाली त्योहार पर हिंदी में निबंध उन युवा शिक्षार्थियों के लिए फायदेमंद साबित होगा जो इस विषय पर निबंध लिखना चाहते हैं। हमने नीचे दिए गए निबंध में शुभ दिवाली त्योहार (Diwali Festival) के सार को सही ठहराने के लिए अपनी ओर से एक मामूली प्रयास किया है। बच्चे दिवाली पर हिंदी के इस निबंध से कुछ सीख कर लाभ उठा सकते हैं कि वाक्यों को कैसे तैयार किया जाए, Class 1 से 10 तक के लिए दीपावली पर निबंध हिंदी में तैयार करने के लिए इसके लिंक पर जाएँ।

बाल दिवस पर भाषण (Children's Day Speech In Hindi), बाल दिवस पर हिंदी में निबंध (Children's Day essay In Hindi), बाल दिवस गीत, कविता पाठ, चित्रकला, खेलकूद आदि से जुड़ी प्रतियोगिताएं बाल दिवस के मौके पर आयोजित की जाती हैं। स्कूलों में बाल दिवस पर भाषण देने और बाल दिवस पर हिंदी में निबंध लिखने के लिए उपयोगी सामग्री इस लेख में मिलेगी जिसकी मदद से बाल दिवस पर भाषण देने और बाल दिवस के लिए निबंध तैयार करने में मदद मिलेगी। कई बार तो परीक्षाओं में भी बाल दिवस पर लेख लिखने का प्रश्न पूछा जाता है। इसमें भी यह लेख मददगार होगा।

हिंदी दिवस हर साल 14 सितंबर को मनाया जाता है। भारत देश अनेकता में एकता वाला देश है। अपने विविध धर्म, संस्कृति, भाषाओं और परंपराओं के साथ, भारत के लोग सद्भाव, एकता और सौहार्द के साथ रहते हैं। भारत में बोली जाने वाली विभिन्न भाषाओं में, हिंदी सबसे अधिक उपयोग की जाने वाली और बोली जाने वाली भाषा है। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 343 के अनुसार 14 सितंबर 1949 को हिंदी भाषा को राजभाषा के रूप में अपनाया गया था। हमारी मातृभाषा हिंदी और देश के प्रति सम्मान दिखाने के लिए हिंदी दिवस का आयोजन किया जाता है। हिंदी दिवस पर भाषण के लिए उपयोगी जानकारी इस लेख में मिलेगी।

हिन्दी में कवियों की परम्परा बहुत लम्बी है। हिंदी के महान कवियों ने कालजयी रचनाएं लिखी हैं। हिंदी में निबंध और वाद-विवाद आदि का जितना महत्व है उतना ही महत्व हिंदी कविताओं और कविता-पाठ का भी है। हिंदी दिवस पर विद्यालय या अन्य किसी आयोजन पर हिंदी कविता भी चार चाँद लगाने का काम करेगी। हिंदी दिवस कविता के इस लेख में हम हिंदी भाषा के सम्मान में रचित, हिंदी का महत्व बतलाती विभिन्न कविताओं की जानकारी दी गई है।

15 अगस्त, 1947 को हमारा देश भारत 200 सालों के अंग्रेजी हुकूमत से आजाद हुआ था। यही वजह है कि यह दिन इतिहास में दर्ज हो गया और इसे भारत के स्वतंत्रता दिवस के तौर पर मनाया जाने लगा। इस दिन देश के प्रधानमंत्री लालकिले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते तो हैं ही और साथ ही इसके बाद वे पूरे देश को लालकिले से संबोधित भी करते हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री का पूरा भाषण टीवी व रेडियो के माध्यम से पूरे देश में प्रसारित किया जाता है। इसके अलावा देश भर में इस दिन सभी कार्यालयों में छुट्टी होती है। स्कूल्स व कॉलेज में रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। स्वतंत्रता दिवस से संबंधित संपूर्ण जानकारी आपको इस लेख में मिलेगी जो निश्चित तौर पर आपके लिए लेख लिखने में सहायक सिद्ध होगी।

प्रदूषण पृथ्वी पर वर्तमान के उन प्रमुख मुद्दों में से एक है, जो हमारी पृथ्वी को व्यापक स्तर पर प्रभावित कर रहा है। यह एक ऐसा मुद्दा है जो लंबे समय से चर्चा में है, 21वीं सदी में इसका हानिकारक प्रभाव बड़े पैमाने पर महसूस किया जा रहा है। हालांकि विभिन्न देशों की सरकारों ने इन प्रभावों को रोकने के लिए कई बड़े कदम उठाए हैं, लेकिन अभी भी एक लंबा रास्ता तय करना बाकी है। इससे कई प्राकृतिक प्रक्रियाओं में गड़बड़ी आती है। इतना ही नहीं, आज कई वनस्पतियां और जीव-जंतु या तो विलुप्त हो चुके हैं या विलुप्त होने की कगार पर हैं। प्रदूषण की मात्रा में तेजी से वृद्धि के कारण पशु तेजी से न सिर्फ अपना घर खो रहे हैं, बल्कि जीने लायक प्रकृति को भी खो रहे हैं। प्रदूषण ने दुनिया भर के कई प्रमुख शहरों को प्रभावित किया है। इन प्रदूषित शहरों में से अधिकांश भारत में ही स्थित हैं। दुनिया के कुछ सबसे प्रदूषित शहरों में दिल्ली, कानपुर, बामेंडा, मॉस्को, हेज़, चेरनोबिल, बीजिंग शामिल हैं। हालांकि इन शहरों ने प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए कई कदम उठाए हैं, लेकिन अभी बहुत कुछ और बहुत ही तेजी के साथ किए जाने की जरूरत है।

वायु प्रदूषण पर हिंदी में निबंध के ज़रिए हम इसके बारे में थोड़ा गहराई से जानेंगे। वायु प्रदूषण पर लेख (Essay on Air Pollution) से इस समस्या को जहाँ समझने में आसानी होगी वहीं हम वायु प्रदूषण के लिए जिम्मेदार पहलुओं के बारे में भी जान सकेंगे। इससे स्कूली विद्यार्थियों को वायु प्रदूषण पर निबंध (Essay on Air Pollution) तैयार करने में भी मदद होगी। हिंदी में वायु प्रदूषण पर निबंध से परीक्षा में बेहतर स्कोर लाने में मदद मिलेगी।

एक बड़े भू-क्षेत्र में लंबे समय तक रहने वाले मौसम की औसत स्थिति को जलवायु की संज्ञा दी जाती है। किसी भू-भाग की जलवायु पर उसकी भौगोलिक स्थिति का सर्वाधिक असर पड़ता है। पृथ्वी ग्रह का बुखार (तापमान) लगातार बढ़ रहा है। सरकारों को इसमें नागरिकों की सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए उपयुक्त कदम उठाने होंगे। जलवायु परिवर्तन को नियंत्रित करने के लिए सरकारों को सतत विकास के उपायों में निवेश करने, ग्रीन जॉब, हरित अर्थव्यवस्था के निर्माण की ओर आगे बढ़ने की जरूरत है। पृथ्वी पर जीवन को बचाए रखने, इसे स्वस्थ रखने और ग्लोबल वार्मिंग के खतरों से निपटने के लिए सभी देशों को मिलकर ईमानदारी से काम करना होगा। ग्लोबल वार्मिंग या जलवायु परिवर्तन पर निबंध के जरिए छात्रों को इस विषय और इससे जुड़ी समस्याओं और समाधान के बारे में जानने को मिलेगा।

हमारी यह पृथ्वी जिस पर हम सभी निवास करते हैं इसके पर्यावरण के संरक्षण के लिए विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) हर साल 5 जून को मनाया जाता है। इसकी शुरुआत 1972 में मानव पर्यावरण पर आयोजित संयुक्त राष्ट्र सम्मलेन के दौरान हुई थी। पहला विश्व पर्यावरण दिवस (Environment Day) 5 जून 1974 को “केवल एक पृथ्वी” (Only One Earth) स्लोगन/थीम के साथ मनाया गया था, जिसमें तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गाँधी ने भी भाग लिया था। इसी सम्मलेन में संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) की भी स्थापना की गई थी। इस विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) को मनाने का उद्देश्य विश्व के लोगों के भीतर पर्यावरण (Environment) के प्रति जागरूकता लाना और साथ ही प्रकृति के प्रति अपने कर्तव्य का निर्वहन करना भी है। इसी विषय पर विचार करते हुए 19 नवंबर, 1986 को पर्यवरण संरक्षण अधिनियम लागू किया गया तथा 1987 से हर वर्ष पर्यावरण दिवस की मेजबानी करने के लिए अलग-अलग देश को चुना गया।

आज के युग में जब हम अपना अधिकतर समय पढाई पर केंद्रित करने का प्रयास करते नजर आते हैं और साथ ही अपना ज़्यादातर समय ऑनलाइन रह कर व्यतीत करना पसंद करते हैं, ऐसे में हमारे जीवन में खेलों का महत्व कई गुना बढ़ जाता है। खेल हमारे लिए केवल मनोरंजन का साधन ही नहीं, अपितु हमारे सर्वांगीण विकास का एक माध्यम भी है। हमारे जीवन में खेल उतना ही जरूरी है, जितना पढाई करना। आज कल के युग में मानव जीवन में शारीरिक कार्य की तुलना में मानसिक कार्य में बढ़ोतरी हुई है और हमारी जीवन शैली भी बदल गई है, हम रात को देर से सोते हैं और साथ ही सुबह देर से उठते हैं। जाहिर है कि यह दिनचर्या स्वास्थ्य के लिए अच्छी नहीं है और इसके साथ ही कार्य या पढाई की वजह से मानसिक तनाव पहले की तुलना में वृद्धि महसूस की जा सकती है। ऐसी स्थिति में जब हमारे जीवन में शारीरिक परिश्रम अधिक नहीं है, तो हमारे जीवन में खेलो का महत्व बहुत अधिक बढ़ जाता है।

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हमेशा से कहा जाता रहा है कि ‘आवश्यकता ही अविष्कार की जननी है’, जैसे-जैसे मानव की आवश्यकता बढती गई, वैसे-वैसे उसने अपनी सुविधा के लिए अविष्कार करना आरंभ किया। विज्ञान से तात्पर्य एक ऐसे व्यवस्थित ज्ञान से है जो विचार, अवलोकन तथा प्रयोगों से प्राप्त किया जाता है, जो कि किसी अध्ययन की प्रकृति या सिद्धांतों की जानकारी प्राप्त करने के लिए किए जाते हैं। विज्ञान शब्द का प्रयोग ज्ञान की ऐसी शाखा के लिए भी किया जाता है, जो तथ्य, सिद्धांत और तरीकों का प्रयोग और परिकल्पना से स्थापित और व्यवस्थित करता है।

शिक्षक अपने शिष्य के जीवन के साथ साथ उसके चरित्र निर्माण में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। कहा जाता है कि सबसे पहली गुरु माँ होती है, जो अपने बच्चों को जीवन प्रदान करने के साथ-साथ जीवन के आधार का ज्ञान भी देती है। इसके बाद अन्य शिक्षकों का स्थान होता है। किसी व्यक्ति के व्यक्तित्व का निर्माण करना बहुत ही बड़ा और कठिन कार्य है। व्यक्ति को शिक्षा प्रदान करने के साथ-साथ उसके चरित्र और व्यक्तित्व का निर्माण करना भी उसी प्रकार का कार्य है, जैसे कोई कुम्हार मिट्टी से बर्तन बनाने का कार्य करता है। इसी प्रकार शिक्षक अपने छात्रों को शिक्षा प्रदान करने के साथ साथ उसके व्यक्तित्व का निर्माण भी करते हैं।

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की शुरुआत 1908 में हुई थी, जब न्यूयॉर्क शहर की सड़को पर हजारों महिलाएं घंटों काम के लिए बेहतर वेतन और सम्मान तथा समानता के अधिकार को प्राप्त करने के लिए उतरी थीं। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाने का प्रस्ताव क्लारा जेटकिन का था जिन्होंने 1910 में यह प्रस्ताव रखा था। पहला अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 1911 में ऑस्ट्रिया, डेनमार्क, जर्मनी और स्विट्ज़रलैंड में मनाया गया था।

हम उम्मीद करते हैं कि स्कूली छात्रों के लिए तैयार उपयोगी हिंदी में निबंध, भाषण और कविता (Essays, speech and poems for school students) के इस संकलन से निश्चित तौर पर छात्रों को मदद मिलेगी।

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बाल श्रम को बच्चो द्वारा रोजगार के लिए किसी भी प्रकार के कार्य को करने के रूप में परिभाषित किया गया है जो उनके शारीरिक और मानसिक विकास में बाधा डालता है और उन्हें मूलभूत शैक्षिक और मनोरंजक जरूरतों तक पहुंच से वंचित करता है। एक बच्चे को आम तौर व्यस्क तब माना जाता है जब वह पंद्रह वर्ष या उससे अधिक का हो जाता है। इस आयु सीमा से कम के बच्चों को किसी भी प्रकार के जबरन रोजगार में संलग्न होने की अनुमति नहीं है। बाल श्रम बच्चों को सामान्य परवरिश का अनुभव करने, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने और उनके शारीरिक और भावनात्मक विकास में बाधा के रूप में देखा जाता है। जानिए कैसे तैयार करें बाल श्रम या फिर कहें तो बाल मजदूरी पर निबंध।

एपीजे अब्दुल कलाम की गिनती आला दर्जे के वैज्ञानिक होने के साथ ही प्रभावी नेता के तौर पर भी होती है। वह 21वीं सदी के प्रसिद्ध वैज्ञानिकों में से एक हैं। कलाम देश के 11वें राष्ट्रपति बने, अपने कार्यकाल में समाज को लाभ पहुंचाने वाली कई पहलों की शुरुआत की। मेरा प्रिय नेता विषय पर अक्सर परीक्षा में निबंध लिखने का प्रश्न पूछा जाता है। जानिए कैसे तैयार करें अपने प्रिय नेता: एपीजे अब्दुल कलाम पर निबंध।

हमारे जीवन में बहुत सारे लोग आते हैं। उनमें से कई को भुला दिया जाता है, लेकिन कुछ का हम पर स्थायी प्रभाव पड़ता है। भले ही हमारे कई दोस्त हों, उनमें से कम ही हमारे अच्छे दोस्त होते हैं। कहा भी जाता है कि सौ दोस्तों की भीड़ के मुक़ाबले जीवन में एक सच्चा/अच्छा दोस्त होना काफी है। यह लेख छात्रों को 'मेरे प्रिय मित्र'(My Best Friend Nibandh) पर निबंध तैयार करने में सहायता करेगा।

3 फरवरी, 1879 को भारत के हैदराबाद में एक बंगाली परिवार ने सरोजिनी नायडू का दुनिया में स्वागत किया। उन्होंने कम उम्र में ही कविता लिखना शुरू कर दिया था। उन्होंने कैम्ब्रिज में किंग्स कॉलेज और गिर्टन, दोनों ही पाठ्यक्रमों में दाखिला लेकर अपनी पढ़ाई पूरी की। जब वह एक बच्ची थी, तो कुछ भारतीय परिवारों ने अपनी बेटियों को स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया। हालाँकि, सरोजिनी नायडू के परिवार ने लगातार उदार मूल्यों का समर्थन किया। वह न्याय की लड़ाई में विरोध की प्रभावशीलता पर विश्वास करते हुए बड़ी हुई। सरोजिनी नायडू से संबंधित अधिक जानकारी के लिए इस लेख को पढ़ें।

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Frequently Asked Question (FAQs)

किसी भी हिंदी निबंध (Essay in hindi) को तीन भागों में विभाजित किया जा सकता है- ये हैं- प्रस्तावना या भूमिका, विषय विस्तार और उपसंहार (conclusion)।

हिंदी निबंध लेखन शैली की दृष्टि से मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं-

वर्णनात्मक हिंदी निबंध - इस तरह के निबंधों में किसी घटना, वस्तु, स्थान, यात्रा आदि का वर्णन किया जाता है।

विचारात्मक निबंध - इस तरह के निबंधों में मनन-चिंतन की अधिक आवश्यकता होती है।

भावात्मक निबंध - ऐसे निबंध जिनमें भावनाओं को व्यक्त करने की अधिक स्वतंत्रता होती है।

विषय वस्तु की दृष्टि से भी निबंधों को सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक, खेल, विज्ञान और प्रौद्योगिकी जैसी बहुत सी श्रेणियों में बाँटा जा सकता है।

निबंध में समुचित जगहों पर मुहावरे, लोकोक्तियों, सूक्तियों, दोहों, कविता का प्रयोग करके इसे प्रभावी बनाने में मदद मिलती है। हिंदी निबंध के प्रभावी होने पर न केवल बेहतर अंक मिलेंगी बल्कि असल जीवन में अपनी बात रखने का कौशल भी विकसित होगा।

कुछ उपयोगी विषयों पर हिंदी में निबंध के लिए ऊपर लेख में दिए गए लिंक्स की मदद ली जा सकती है।

निबंध, गद्य विधा की एक लेखन शैली है। हिंदी साहित्य कोष के अनुसार निबंध ‘किसी विषय या वस्तु पर उसके स्वरूप, प्रकृति, गुण-दोष आदि की दृष्टि से लेखक की गद्यात्मक अभिव्यक्ति है।’ एक अन्य परिभाषा में सीमित समय और सीमित शब्दों में क्रमबद्ध विचारों की अभिव्यक्ति को निबंध की संज्ञा दी गई है। इस तरह कह सकते हैं कि मोटे तौर पर किसी विषय पर अपने विचारों को लिखकर की गई अभिव्यक्ति निबंध है।

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Data Administrator

Database professionals use software to store and organise data such as financial information, and customer shipping records. Individuals who opt for a career as data administrators ensure that data is available for users and secured from unauthorised sales. DB administrators may work in various types of industries. It may involve computer systems design, service firms, insurance companies, banks and hospitals.

Bio Medical Engineer

The field of biomedical engineering opens up a universe of expert chances. An Individual in the biomedical engineering career path work in the field of engineering as well as medicine, in order to find out solutions to common problems of the two fields. The biomedical engineering job opportunities are to collaborate with doctors and researchers to develop medical systems, equipment, or devices that can solve clinical problems. Here we will be discussing jobs after biomedical engineering, how to get a job in biomedical engineering, biomedical engineering scope, and salary. 

Ethical Hacker

A career as ethical hacker involves various challenges and provides lucrative opportunities in the digital era where every giant business and startup owns its cyberspace on the world wide web. Individuals in the ethical hacker career path try to find the vulnerabilities in the cyber system to get its authority. If he or she succeeds in it then he or she gets its illegal authority. Individuals in the ethical hacker career path then steal information or delete the file that could affect the business, functioning, or services of the organization.

GIS officer work on various GIS software to conduct a study and gather spatial and non-spatial information. GIS experts update the GIS data and maintain it. The databases include aerial or satellite imagery, latitudinal and longitudinal coordinates, and manually digitized images of maps. In a career as GIS expert, one is responsible for creating online and mobile maps.

Data Analyst

The invention of the database has given fresh breath to the people involved in the data analytics career path. Analysis refers to splitting up a whole into its individual components for individual analysis. Data analysis is a method through which raw data are processed and transformed into information that would be beneficial for user strategic thinking.

Data are collected and examined to respond to questions, evaluate hypotheses or contradict theories. It is a tool for analyzing, transforming, modeling, and arranging data with useful knowledge, to assist in decision-making and methods, encompassing various strategies, and is used in different fields of business, research, and social science.

Geothermal Engineer

Individuals who opt for a career as geothermal engineers are the professionals involved in the processing of geothermal energy. The responsibilities of geothermal engineers may vary depending on the workplace location. Those who work in fields design facilities to process and distribute geothermal energy. They oversee the functioning of machinery used in the field.

Database Architect

If you are intrigued by the programming world and are interested in developing communications networks then a career as database architect may be a good option for you. Data architect roles and responsibilities include building design models for data communication networks. Wide Area Networks (WANs), local area networks (LANs), and intranets are included in the database networks. It is expected that database architects will have in-depth knowledge of a company's business to develop a network to fulfil the requirements of the organisation. Stay tuned as we look at the larger picture and give you more information on what is db architecture, why you should pursue database architecture, what to expect from such a degree and what your job opportunities will be after graduation. Here, we will be discussing how to become a data architect. Students can visit NIT Trichy , IIT Kharagpur , JMI New Delhi . 

Remote Sensing Technician

Individuals who opt for a career as a remote sensing technician possess unique personalities. Remote sensing analysts seem to be rational human beings, they are strong, independent, persistent, sincere, realistic and resourceful. Some of them are analytical as well, which means they are intelligent, introspective and inquisitive. 

Remote sensing scientists use remote sensing technology to support scientists in fields such as community planning, flight planning or the management of natural resources. Analysing data collected from aircraft, satellites or ground-based platforms using statistical analysis software, image analysis software or Geographic Information Systems (GIS) is a significant part of their work. Do you want to learn how to become remote sensing technician? There's no need to be concerned; we've devised a simple remote sensing technician career path for you. Scroll through the pages and read.

Budget Analyst

Budget analysis, in a nutshell, entails thoroughly analyzing the details of a financial budget. The budget analysis aims to better understand and manage revenue. Budget analysts assist in the achievement of financial targets, the preservation of profitability, and the pursuit of long-term growth for a business. Budget analysts generally have a bachelor's degree in accounting, finance, economics, or a closely related field. Knowledge of Financial Management is of prime importance in this career.

Underwriter

An underwriter is a person who assesses and evaluates the risk of insurance in his or her field like mortgage, loan, health policy, investment, and so on and so forth. The underwriter career path does involve risks as analysing the risks means finding out if there is a way for the insurance underwriter jobs to recover the money from its clients. If the risk turns out to be too much for the company then in the future it is an underwriter who will be held accountable for it. Therefore, one must carry out his or her job with a lot of attention and diligence.

Finance Executive

Product manager.

A Product Manager is a professional responsible for product planning and marketing. He or she manages the product throughout the Product Life Cycle, gathering and prioritising the product. A product manager job description includes defining the product vision and working closely with team members of other departments to deliver winning products.  

Operations Manager

Individuals in the operations manager jobs are responsible for ensuring the efficiency of each department to acquire its optimal goal. They plan the use of resources and distribution of materials. The operations manager's job description includes managing budgets, negotiating contracts, and performing administrative tasks.

Stock Analyst

Individuals who opt for a career as a stock analyst examine the company's investments makes decisions and keep track of financial securities. The nature of such investments will differ from one business to the next. Individuals in the stock analyst career use data mining to forecast a company's profits and revenues, advise clients on whether to buy or sell, participate in seminars, and discussing financial matters with executives and evaluate annual reports.

A Researcher is a professional who is responsible for collecting data and information by reviewing the literature and conducting experiments and surveys. He or she uses various methodological processes to provide accurate data and information that is utilised by academicians and other industry professionals. Here, we will discuss what is a researcher, the researcher's salary, types of researchers.

Welding Engineer

Welding Engineer Job Description: A Welding Engineer work involves managing welding projects and supervising welding teams. He or she is responsible for reviewing welding procedures, processes and documentation. A career as Welding Engineer involves conducting failure analyses and causes on welding issues. 

Transportation Planner

A career as Transportation Planner requires technical application of science and technology in engineering, particularly the concepts, equipment and technologies involved in the production of products and services. In fields like land use, infrastructure review, ecological standards and street design, he or she considers issues of health, environment and performance. A Transportation Planner assigns resources for implementing and designing programmes. He or she is responsible for assessing needs, preparing plans and forecasts and compliance with regulations.

Environmental Engineer

Individuals who opt for a career as an environmental engineer are construction professionals who utilise the skills and knowledge of biology, soil science, chemistry and the concept of engineering to design and develop projects that serve as solutions to various environmental problems. 

Safety Manager

A Safety Manager is a professional responsible for employee’s safety at work. He or she plans, implements and oversees the company’s employee safety. A Safety Manager ensures compliance and adherence to Occupational Health and Safety (OHS) guidelines.

Conservation Architect

A Conservation Architect is a professional responsible for conserving and restoring buildings or monuments having a historic value. He or she applies techniques to document and stabilise the object’s state without any further damage. A Conservation Architect restores the monuments and heritage buildings to bring them back to their original state.

Structural Engineer

A Structural Engineer designs buildings, bridges, and other related structures. He or she analyzes the structures and makes sure the structures are strong enough to be used by the people. A career as a Structural Engineer requires working in the construction process. It comes under the civil engineering discipline. A Structure Engineer creates structural models with the help of computer-aided design software. 

Highway Engineer

Highway Engineer Job Description:  A Highway Engineer is a civil engineer who specialises in planning and building thousands of miles of roads that support connectivity and allow transportation across the country. He or she ensures that traffic management schemes are effectively planned concerning economic sustainability and successful implementation.

Field Surveyor

Are you searching for a Field Surveyor Job Description? A Field Surveyor is a professional responsible for conducting field surveys for various places or geographical conditions. He or she collects the required data and information as per the instructions given by senior officials. 

Orthotist and Prosthetist

Orthotists and Prosthetists are professionals who provide aid to patients with disabilities. They fix them to artificial limbs (prosthetics) and help them to regain stability. There are times when people lose their limbs in an accident. In some other occasions, they are born without a limb or orthopaedic impairment. Orthotists and prosthetists play a crucial role in their lives with fixing them to assistive devices and provide mobility.

Pathologist

A career in pathology in India is filled with several responsibilities as it is a medical branch and affects human lives. The demand for pathologists has been increasing over the past few years as people are getting more aware of different diseases. Not only that, but an increase in population and lifestyle changes have also contributed to the increase in a pathologist’s demand. The pathology careers provide an extremely huge number of opportunities and if you want to be a part of the medical field you can consider being a pathologist. If you want to know more about a career in pathology in India then continue reading this article.

Veterinary Doctor

Speech therapist, gynaecologist.

Gynaecology can be defined as the study of the female body. The job outlook for gynaecology is excellent since there is evergreen demand for one because of their responsibility of dealing with not only women’s health but also fertility and pregnancy issues. Although most women prefer to have a women obstetrician gynaecologist as their doctor, men also explore a career as a gynaecologist and there are ample amounts of male doctors in the field who are gynaecologists and aid women during delivery and childbirth. 

Audiologist

The audiologist career involves audiology professionals who are responsible to treat hearing loss and proactively preventing the relevant damage. Individuals who opt for a career as an audiologist use various testing strategies with the aim to determine if someone has a normal sensitivity to sounds or not. After the identification of hearing loss, a hearing doctor is required to determine which sections of the hearing are affected, to what extent they are affected, and where the wound causing the hearing loss is found. As soon as the hearing loss is identified, the patients are provided with recommendations for interventions and rehabilitation such as hearing aids, cochlear implants, and appropriate medical referrals. While audiology is a branch of science that studies and researches hearing, balance, and related disorders.

An oncologist is a specialised doctor responsible for providing medical care to patients diagnosed with cancer. He or she uses several therapies to control the cancer and its effect on the human body such as chemotherapy, immunotherapy, radiation therapy and biopsy. An oncologist designs a treatment plan based on a pathology report after diagnosing the type of cancer and where it is spreading inside the body.

Are you searching for an ‘Anatomist job description’? An Anatomist is a research professional who applies the laws of biological science to determine the ability of bodies of various living organisms including animals and humans to regenerate the damaged or destroyed organs. If you want to know what does an anatomist do, then read the entire article, where we will answer all your questions.

For an individual who opts for a career as an actor, the primary responsibility is to completely speak to the character he or she is playing and to persuade the crowd that the character is genuine by connecting with them and bringing them into the story. This applies to significant roles and littler parts, as all roles join to make an effective creation. Here in this article, we will discuss how to become an actor in India, actor exams, actor salary in India, and actor jobs. 

Individuals who opt for a career as acrobats create and direct original routines for themselves, in addition to developing interpretations of existing routines. The work of circus acrobats can be seen in a variety of performance settings, including circus, reality shows, sports events like the Olympics, movies and commercials. Individuals who opt for a career as acrobats must be prepared to face rejections and intermittent periods of work. The creativity of acrobats may extend to other aspects of the performance. For example, acrobats in the circus may work with gym trainers, celebrities or collaborate with other professionals to enhance such performance elements as costume and or maybe at the teaching end of the career.

Video Game Designer

Career as a video game designer is filled with excitement as well as responsibilities. A video game designer is someone who is involved in the process of creating a game from day one. He or she is responsible for fulfilling duties like designing the character of the game, the several levels involved, plot, art and similar other elements. Individuals who opt for a career as a video game designer may also write the codes for the game using different programming languages.

Depending on the video game designer job description and experience they may also have to lead a team and do the early testing of the game in order to suggest changes and find loopholes.

Radio Jockey

Radio Jockey is an exciting, promising career and a great challenge for music lovers. If you are really interested in a career as radio jockey, then it is very important for an RJ to have an automatic, fun, and friendly personality. If you want to get a job done in this field, a strong command of the language and a good voice are always good things. Apart from this, in order to be a good radio jockey, you will also listen to good radio jockeys so that you can understand their style and later make your own by practicing.

A career as radio jockey has a lot to offer to deserving candidates. If you want to know more about a career as radio jockey, and how to become a radio jockey then continue reading the article.

Choreographer

The word “choreography" actually comes from Greek words that mean “dance writing." Individuals who opt for a career as a choreographer create and direct original dances, in addition to developing interpretations of existing dances. A Choreographer dances and utilises his or her creativity in other aspects of dance performance. For example, he or she may work with the music director to select music or collaborate with other famous choreographers to enhance such performance elements as lighting, costume and set design.

Social Media Manager

A career as social media manager involves implementing the company’s or brand’s marketing plan across all social media channels. Social media managers help in building or improving a brand’s or a company’s website traffic, build brand awareness, create and implement marketing and brand strategy. Social media managers are key to important social communication as well.

Photographer

Photography is considered both a science and an art, an artistic means of expression in which the camera replaces the pen. In a career as a photographer, an individual is hired to capture the moments of public and private events, such as press conferences or weddings, or may also work inside a studio, where people go to get their picture clicked. Photography is divided into many streams each generating numerous career opportunities in photography. With the boom in advertising, media, and the fashion industry, photography has emerged as a lucrative and thrilling career option for many Indian youths.

An individual who is pursuing a career as a producer is responsible for managing the business aspects of production. They are involved in each aspect of production from its inception to deception. Famous movie producers review the script, recommend changes and visualise the story. 

They are responsible for overseeing the finance involved in the project and distributing the film for broadcasting on various platforms. A career as a producer is quite fulfilling as well as exhaustive in terms of playing different roles in order for a production to be successful. Famous movie producers are responsible for hiring creative and technical personnel on contract basis.

Copy Writer

In a career as a copywriter, one has to consult with the client and understand the brief well. A career as a copywriter has a lot to offer to deserving candidates. Several new mediums of advertising are opening therefore making it a lucrative career choice. Students can pursue various copywriter courses such as Journalism , Advertising , Marketing Management . Here, we have discussed how to become a freelance copywriter, copywriter career path, how to become a copywriter in India, and copywriting career outlook. 

In a career as a vlogger, one generally works for himself or herself. However, once an individual has gained viewership there are several brands and companies that approach them for paid collaboration. It is one of those fields where an individual can earn well while following his or her passion. 

Ever since internet costs got reduced the viewership for these types of content has increased on a large scale. Therefore, a career as a vlogger has a lot to offer. If you want to know more about the Vlogger eligibility, roles and responsibilities then continue reading the article. 

For publishing books, newspapers, magazines and digital material, editorial and commercial strategies are set by publishers. Individuals in publishing career paths make choices about the markets their businesses will reach and the type of content that their audience will be served. Individuals in book publisher careers collaborate with editorial staff, designers, authors, and freelance contributors who develop and manage the creation of content.

Careers in journalism are filled with excitement as well as responsibilities. One cannot afford to miss out on the details. As it is the small details that provide insights into a story. Depending on those insights a journalist goes about writing a news article. A journalism career can be stressful at times but if you are someone who is passionate about it then it is the right choice for you. If you want to know more about the media field and journalist career then continue reading this article.

Individuals in the editor career path is an unsung hero of the news industry who polishes the language of the news stories provided by stringers, reporters, copywriters and content writers and also news agencies. Individuals who opt for a career as an editor make it more persuasive, concise and clear for readers. In this article, we will discuss the details of the editor's career path such as how to become an editor in India, editor salary in India and editor skills and qualities.

Individuals who opt for a career as a reporter may often be at work on national holidays and festivities. He or she pitches various story ideas and covers news stories in risky situations. Students can pursue a BMC (Bachelor of Mass Communication) , B.M.M. (Bachelor of Mass Media) , or  MAJMC (MA in Journalism and Mass Communication) to become a reporter. While we sit at home reporters travel to locations to collect information that carries a news value.  

Corporate Executive

Are you searching for a Corporate Executive job description? A Corporate Executive role comes with administrative duties. He or she provides support to the leadership of the organisation. A Corporate Executive fulfils the business purpose and ensures its financial stability. In this article, we are going to discuss how to become corporate executive.

Multimedia Specialist

A multimedia specialist is a media professional who creates, audio, videos, graphic image files, computer animations for multimedia applications. He or she is responsible for planning, producing, and maintaining websites and applications. 

Quality Controller

A quality controller plays a crucial role in an organisation. He or she is responsible for performing quality checks on manufactured products. He or she identifies the defects in a product and rejects the product. 

A quality controller records detailed information about products with defects and sends it to the supervisor or plant manager to take necessary actions to improve the production process.

Production Manager

A QA Lead is in charge of the QA Team. The role of QA Lead comes with the responsibility of assessing services and products in order to determine that he or she meets the quality standards. He or she develops, implements and manages test plans. 

Process Development Engineer

The Process Development Engineers design, implement, manufacture, mine, and other production systems using technical knowledge and expertise in the industry. They use computer modeling software to test technologies and machinery. An individual who is opting career as Process Development Engineer is responsible for developing cost-effective and efficient processes. They also monitor the production process and ensure it functions smoothly and efficiently.

AWS Solution Architect

An AWS Solution Architect is someone who specializes in developing and implementing cloud computing systems. He or she has a good understanding of the various aspects of cloud computing and can confidently deploy and manage their systems. He or she troubleshoots the issues and evaluates the risk from the third party. 

Azure Administrator

An Azure Administrator is a professional responsible for implementing, monitoring, and maintaining Azure Solutions. He or she manages cloud infrastructure service instances and various cloud servers as well as sets up public and private cloud systems. 

Computer Programmer

Careers in computer programming primarily refer to the systematic act of writing code and moreover include wider computer science areas. The word 'programmer' or 'coder' has entered into practice with the growing number of newly self-taught tech enthusiasts. Computer programming careers involve the use of designs created by software developers and engineers and transforming them into commands that can be implemented by computers. These commands result in regular usage of social media sites, word-processing applications and browsers.

Information Security Manager

Individuals in the information security manager career path involves in overseeing and controlling all aspects of computer security. The IT security manager job description includes planning and carrying out security measures to protect the business data and information from corruption, theft, unauthorised access, and deliberate attack 

ITSM Manager

Automation test engineer.

An Automation Test Engineer job involves executing automated test scripts. He or she identifies the project’s problems and troubleshoots them. The role involves documenting the defect using management tools. He or she works with the application team in order to resolve any issues arising during the testing process. 

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निबंध (Hindi Essay)

आजकल के समय में निबंध लिखना एक महत्वपूर्ण विषय बन चुका है, खासतौर से छात्रों के लिए। ऐसे कई अवसर आते हैं, जब आपको विभिन्न विषयों पर निबंधों की आवश्यकता होती है। निबंधों के इसी महत्व को ध्यान में रखते हुए हमने इन निबंधों को तैयार किया है। हमारे द्वारा तैयार किये गये निबंध बहुत ही क्रमबद्ध तथा सरल हैं और हमारे वेबसाइट पर छोटे तथा बड़े दोनो प्रकार की शब्द सीमाओं के निबंध उपलब्ध हैं।

निबंध क्या है?

कई बार लोगो द्वारा यह प्रश्न पूछा जाता है कि आखिर निबंध क्या है? और निबंध की परिभाषा क्या है? वास्तव में निबंध एक प्रकार की गद्य रचना होती है। जिसे क्रमबद्ध तरीके से लिखा गया हो। एक अच्छा निबंध लिखने के लिए हमें कुछ बातों का ध्यान देना चाहिए जैसे कि – हमारे द्वारा लिखित निबंध की भाषा सरल हो, इसमें विचारों की पुनरावृत्ति न हो, निबंध के विभिन्न हिस्सों को शीर्षकों में बांटा गया हो आदि।

यदि आप इन बातों का ध्यान रखगें तो एक अच्छा निबंध(Hindi Nibandh) अवश्य लिख पायेंगे। अपने निबंधों के लेखन के पश्चात उसे एक बार अवश्य पढ़े क्योंकि ऐसा करने पर आप अपनी त्रुटियों को ठीक करके अपने निबंधों को और भी अच्छा बना पायेंगे।

हम अपने वेबसाइट पर कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 और कॉलेज विद्यार्थियों के लिए विभिन्न प्रकार के निबंध(Essay in Hindi) उपलब्ध करा रहे हैं| इस प्रकार के निबंध आपके बच्चों और विद्यार्थियों की अतिरिक्त पाठ्यक्रम गतिविधियों जैसे: निबंध लेखन, वाद-विवाद प्रतियोगिता और विचार-विमर्श में बहुत सहायक हो साबित होंगे।

ये सारे ‎हिन्दी निबंध (Hindi Essay) बहुत आसान शब्दों का प्रयोग करके बहुत ही सरल और आसान भाषा में लिखे गए हैं। इन निबंधों को कोई भी व्यक्ति बहुत ही आसानी से समझ सकता है। हमारे वेबसाइट पर स्कूलों में दिये जाने वाले निबंधों के साथ ही अन्य कई प्रकार के निबंध उपलब्ध है। जो आपके परीक्षाओं तथा अन्य कार्यों के लिए काफी सहायक सिद्ध होंगे, इन दिये गये निबंधों का आप अपनी आवश्यकता अनुसार उपयोग कर सकते हैं। ऐसे ही अन्य सामग्रियों के लिए भी आप हमारी वेबसाइट का प्रयोग कर सकते हैं।

Essay in Hindi

यूपीएससी मेन्स से पिछले 09 वर्षों के विषय-वार निबंध प्रश्न (2013 - 2021)

UPSC सिविल सेवा मुख्य परीक्षा का पेपर-I निबंध होता है। इसमें आईएएस मुख्य परीक्षा के उम्मीदवारों को कुछ दिए गए विषयों में से दो विषयों पर निबंध लिखने होते हैं। यह पेपर कुल 250 अंकों का होता है और इसके अंकों को अंतिम मेरिट सूची के लिए ध्यान में रखा जाता है। इस लेख में, हमने 2013 से 2021 तक UPSC mains exam में पूछे गए सभी निबंध विषयों को सूचीबद्ध किया है। हमने आपकी तैयारी को आसान बनाने के लिए पिछले 09 वर्षों के निबंध प्रश्नों को भी विषयों में वर्गीकृत किया है।

यूपीएससी मेन्स से पिछले 09 वर्षों के विषय-वार निबंध प्रश्न (2013 – 2021)- Download PDF Here

UPSC 2023

यूपीएससी निबंध विषय

  • “सर्वोत्तम कार्यप्रणाली” से बेहतर कार्यप्रणालियाँ भी होती हैं । (2021)
  • क्या यह नीति – गतिहीनता थी या कि क्रियान्वयन – गतिहीनता थी, जिसने हमारे देश की संवृद्धि को मंथर बना दिया था ? (2014)

आर्थिक विकास और विकास

  • व्यक्ति के लिए जो सर्वश्रेष्ठ है, वह आवश्यक नहीं कि समाज के लिए भी हो | (2019)
  • भारत में अधिकतर कृषकों के लिए कृषि जीवन – निर्वाह का एक सक्षम स्रोत नहीं रही है। (2017)
  • नवप्रवर्तन आर्थिक संवृद्धि और सामाजिक कल्याण का अपरिहार्य निर्धारक है |
  • क्‍या पूंजीवाद द्वारा समावेशित विकास हो पाना संभव है ? (2015)
  • सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के साथ-साध सकल घरेलू खुशहाली (GDH) देश की सम्पन्नता के मूल्यांकन के सही सूचकांक होगे । (2013)

संघवाद, विकेंद्रीकरण

  • भारत में संघ और राज्यों के बीच राजकोषीय संबंधों पर नए आर्थिक उपायों का प्रभाव । (2017)
  • संघीय भारत में राज्यों के बीच जल-विवाद | (2016)
  • सहकारी संघवाद : मिथक अथवा यथार्थ | (2016)

भारतीय संस्कृति और समाज

  • जो हम हैं, वह संस्कार; जो हमारे पास है, वह सभ्यता | (2020)
  • पितृ-सत्ता की व्यवस्था नजर में बहुत कम आने के बावजूद सामाजिक विषमता की सबसे प्रभावी संरचना है | (2020)
  • वे सपने जो भारत को सोने न दें । (2015)
  • क्या औपनिवेशिक मानसिकता भारत की सफलता में बाधक हो रही है ? (2013)

सामाजिक न्याय/गरीबी

  • बिना आर्थिक समृद्धि के सामाजिक न्याय नहीं हो सकता, किन्तु बिना सामाजिक न्याय के आर्थिक समृद्धि निरर्थक है | (2020)
  • प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा की उपेक्षा भारत के पिछड़ेपन के कारण हैं | (2019)
  • कहीं पर भी गरीबी, हर जगह की समृद्धि के लिए खतरा है | (2018)
  • जो समाज अपने सिद्धान्तों के ऊपर अपने विशेषाधिकारों को महत्त्व देता है, वह दोनों से हाथ थो बैठता है | (2018)
  • क्या प्रतिस्पर्धा का बढ़ता स्तर युवाओं के हित में है ? (2014)

मीडिया और समाज

  • पक्षपातपूर्ण मीडिया भारत के लोकतंत्र के समक्ष एक वास्तविक खतरा है | (2019)

पर्यावरण/शहरीकरण

  • जलवायु परिवर्तन के प्रति सुनम्य भारत हेतु वैकल्पिक तकनीकें | (2018)
  • हम मानवीय नियमों का तो साहसपूर्वक सामना कर सकते हैं, परंतु प्राकृतिक नियमों का प्रतिरोध नहीं कर सकते। (2017)

आर्थिक क्षेत्र / बहुराष्ट्रीय कंपनियां

  • भारत में लगभग रोजगार विहीन संवृद्धि : आर्थिक सुधार की विसंगति या परिणाम | (2016)
  • डिजिटल अर्थव्यवस्था : एक समताकारी या आर्थिक असमता का स्रोत | (2016)
  • पर्यटन : क्या भारत के लिए यह अगला बड़ा प्रेरक हो सकता है ? (2014)
  • राष्ट्र के भाग्य का स्वरूप – निर्माण उसकी कक्षाओं में होता है। (2017)
  • मूल्यों से वंचित शिक्षा, जैसी अभी उपयोगी है, व्यक्ति को अधिक चतुर शैतान बनाने जैसी लगती है । (2015)
  • अधिकार (सत्ता) बढ़ने के साथ उत्तरदायित्व भी बढ़ जाता है । (2014)
  • क्या मानकीकृत परीक्षण शैक्षिक योग्यता या प्रगति का बढ़िया माप है ? (2014)
  • भारत में “नए युग की नारी” की परिपूर्णता एक मिथक है। (2017)
  • स्त्री-पुरुष के समान सरोकारों को शामिल किए बिना विकास संकटग्रस्त है | (2016)

उद्धरण – आधारित/दर्शन

  • इच्छारहित होने का दर्शन काल्पनिक आदर्श (युटोपिया) है, जबकि भौतिकता माया है। (2021)
  • सत्‌ ही यथार्थ है और यथार्थ ही सत्‌ है। (2021)
  • पालना झूलाने वाले हाथों में ही संसार की बागडोर होती है। (2021)
  • शोध क्‍या है, ज्ञान के साथ एक अजनबी मुलाकात ! (2021)
  • मनुष्य होने और मानव बनने के बीच का लम्बा सफर ही जीवन है | (2020)
  • जहाज अपने चारों तरफ के पानी के वजह से नहीं डूबा करते, जहाज पानी के अंदर समा जाने की वजह से डूबते हैं | (2020)
  • सरलता चरम परिष्करण है | (2020)
  • विवेक सत्य को खोज निकालता है | (2019)
  • मूल्य वे नहीं जो मानवता है, बल्कि वे हैं जैसा मानवता को होना चाहिए | (2019)
  • स्वीकारोक्ति का साहस एवं सुधार करने की निष्ठा सफलता के दो मंत्र हैं | (2019)
  • एक अच्छा जीवन प्रेम से प्रेरित तथा ज्ञान से संचालित होता है | (2018)
  • किसी को अनुदान देने से, उसके काम में हाथ बँटाना बेहतर है। (2015)
  • शब्द दो – धारी तलवार से अधिक तीक्ष्ण होते हैं । (2014)
  • जो बदलाव आप दूसरों में देखता चाहते हैं- पहले स्वयं में लाइए – गॉंधीजी । (2013)
  • आप की मेरे बारे में धारणा, आपकी सोच दर्शाती है; आपके प्रति मेरी प्रतिक्रिया, मेरा संस्कार है। (2021)
  • विचारपरक संकल्प स्वयं के शांतचित्त रहने का उत्प्रेरक है | (2020)
  • यथार्थ आदर्श के अनुरूप नहीं होता है, बल्कि उसकी पुष्टि करता है | (2018)
  • आवश्यकता लोभ की जननी है तथा लोभ का आधिक्य नस्‍लें बर्बाद करता है | (2016)
  • फुर्तीला किन्तु संतुलित व्यक्ति ही दौड़ में विजयी होता है । (2015)
  • किसी संस्था का चरित्र चित्रण, उसके नेतृत्त्व में प्रतिबिम्बित होता है। (2015)
  • क्या गुटनिरपेक्ष आंदोलन (नाम) एक बहुध्रुवीय विश्व में अपनी प्रासंगिकता को खो बैठा है ? (2017)

विज्ञान और तकनीक

  • इतिहास स्वयं को दोहराता है, पहली बार एक त्रासदी के रूप में, दूसरी बार एक प्रहसन के रूप में। (2021)
  • आत्म-संधान की प्रक्रिया अब तकनीकी रूप से बाह्मय स्रोतों को सौंप दी गई है। (2021)
  • प्रौद्योगिकी, मानवशक्ति को विस्थापित नहीं कर सकती । (2015)
  • राष्ट्र के विकास व सुरक्षा के लिए विज्ञान व प्रौद्योगिकी (टेक्नॉलाजी) सर्वोपचार हैं । (2013)

इंटरनेट/आईटी

  • कृत्रिम बुद्धि का उत्थान : भविष्य में बेरोजगारी का खतरा अथवा पुनःकौंशल और उच्चकौशल के माध्यम से बेहतर रोजगार के सृजन का अवसर | (2019)
  • “सोशल मीडिया” अंतर्निहित रूप से एक स्वार्थपरायण माध्यम है। (2017)
  • साइबरस्पेस और इंटरनेट : दीर्घ अवधि में मानव सभ्यता के लिए वरदान अथवा अभिशाप | (2016)

अंतर्राष्ट्रीय संगठन / संबंध

  • अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में मौन कारक के रूप में प्रौद्योगिकी | (2020)
  • भारत के सीमा विवादों का प्रबन्धन – एक जटिल कार्य | (2018)
  • दक्षिण एशियाई समाज सत्ता के आस-पास नहीं, बल्कि अपनी अनेक संस्कृतियों और विभिन्न पहचानों के ताने-बाने से बने हैं | (2019)
  • रूढ़िगत नैतिकता आधुनिक जीवन की मार्गदर्शक नहीं हो सकती है | (2018)
  • ‘अतीत’ मानवीय चेतना तथा मूल्यों का एक स्थायी आयाम है | (2018)
  • हर्ष कृतज्ञता का सरलतम रूप है। (2017)
  • भारत के सम्मुख संकट – नैतिक या आर्थिक | (2015)
  • क्या स्टिंग ऑपरेशन निजता पर एक प्रहार है ? (2014)
  • ओलंपिक में पचास स्वर्ण पदक : क्या भारत के लिए यह वास्तविकता हो सकती है ? (2014)

आईएएस मेन्स की तैयारी करते समय, उम्मीदवारों को UPSC Mains Answer Writing Practise पर ध्यान देना चाहिए क्योंकि इससे आपकी गति, दक्षता और लेखन कौशल में सुधार होगा। यह स्वतः ही निबंध लेखन में भी मदद करेगा।

UPSC मेंस के लिए UPSC निबंध विषयों पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

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Hindi Essay (Hindi Nibandh) 100 विषयों पर हिंदी निबंध लेखन

Hindi Essay (Hindi Nibandh) | 100 विषयों पर हिंदी निबंध लेखन – Essays in Hindi on 100 Topics

हिंदी निबंध: हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा है। हमारे हिंदी भाषा कौशल को सीखना और सुधारना भारत के अधिकांश स्थानों में सेवा करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। स्कूली दिनों से ही हम हिंदी भाषा सीखते थे। कुछ स्कूल और कॉलेज हिंदी के अतिरिक्त बोर्ड और निबंध बोर्ड में निबंध लेखन का आयोजन करते हैं, छात्रों को बोर्ड परीक्षा में हिंदी निबंध लिखने की आवश्यकता होती है।

निबंध – Nibandh In Hindi – Hindi Essay Topics

  • सच्चा धर्म पर निबंध – (True Religion Essay)
  • राष्ट्र निर्माण में युवाओं का योगदान निबंध – (Role Of Youth In Nation Building Essay)
  • अतिवृष्टि पर निबंध – (Flood Essay)
  • राष्ट्र निर्माण में शिक्षक की भूमिका पर निबंध – (Role Of Teacher In Nation Building Essay)
  • नक्सलवाद पर निबंध – (Naxalism In India Essay)
  • साहित्य समाज का दर्पण है हिंदी निबंध – (Literature And Society Essay)
  • नशे की दुष्प्रवृत्ति निबंध – (Drug Abuse Essay)
  • मन के हारे हार है मन के जीते जीत पर निबंध – (It is the Mind which Wins and Defeats Essay)
  • एक राष्ट्र एक कर : जी०एस०टी० ”जी० एस०टी० निबंध – (Gst One Nation One Tax Essay)
  • युवा पर निबंध – (Youth Essay)
  • अक्षय ऊर्जा : सम्भावनाएँ और नीतियाँ निबंध – (Renewable Sources Of Energy Essay)
  • मूल्य-वृदधि की समस्या निबंध – (Price Rise Essay)
  • परहित सरिस धर्म नहिं भाई निबंध – (Philanthropy Essay)
  • पर्वतीय यात्रा पर निबंध – (Parvatiya Yatra Essay)
  • असंतुलित लिंगानुपात निबंध – (Sex Ratio Essay)
  • मनोरंजन के आधुनिक साधन पर निबंध – (Means Of Entertainment Essay)
  • मेट्रो रेल पर निबंध – (Metro Rail Essay)
  • दूरदर्शन पर निबंध – (Importance Of Doordarshan Essay)
  • दूरदर्शन और युवावर्ग पर निबंध – (Doordarshan Essay)
  • बस्ते का बढ़ता बोझ पर निबंध – (Baste Ka Badhta Bojh Essay)
  • महानगरीय जीवन पर निबंध – (Metropolitan Life Essay)
  • दहेज नारी शक्ति का अपमान है पे निबंध – (Dowry Problem Essay)
  • सुरीला राजस्थान निबंध – (Folklore Of Rajasthan Essay)
  • राजस्थान में जल संकट पर निबंध – (Water Scarcity In Rajasthan Essay)
  • खुला शौच मुक्त गाँव पर निबंध – (Khule Me Soch Mukt Gaon Par Essay)
  • रंगीला राजस्थान पर निबंध – (Rangila Rajasthan Essay)
  • राजस्थान के लोकगीत पर निबंध – (Competition Of Rajasthani Folk Essay)
  • मानसिक सुख और सन्तोष निबंध – (Happiness Essay)
  • मेरे जीवन का लक्ष्य पर निबंध नंबर – (My Aim In Life Essay)
  • राजस्थान में पर्यटन पर निबंध – (Tourist Places Of Rajasthan Essay)
  • नर हो न निराश करो मन को पर निबंध – (Nar Ho Na Nirash Karo Man Ko Essay)
  • राजस्थान के प्रमुख लोक देवता पर निबंध – (The Major Folk Deities Of Rajasthan Essay)
  • देशप्रेम पर निबंध – (Patriotism Essay)
  • पढ़ें बेटियाँ, बढ़ें बेटियाँ योजना यूपी में लागू निबंध – (Read Daughters, Grow Daughters Essay)
  • सत्संगति का महत्व पर निबंध – (Satsangati Ka Mahatva Nibandh)
  • सिनेमा और समाज पर निबंध – (Cinema And Society Essay)
  • विपत्ति कसौटी जे कसे ते ही साँचे मीत पर निबंध – (Vipatti Kasauti Je Kase Soi Sache Meet Essay)
  • लड़का लड़की एक समान पर निबंध – (Ladka Ladki Ek Saman Essay)
  • विज्ञापन के प्रभाव – (Paragraph Speech On Vigyapan Ke Prabhav Essay)
  • रेलवे प्लेटफार्म का दृश्य पर निबंध – (Railway Platform Ka Drishya Essay)
  • समाचार-पत्र का महत्त्व पर निबंध – (Importance Of Newspaper Essay)
  • समाचार-पत्रों से लाभ पर निबंध – (Samachar Patr Ke Labh Essay)
  • समाचार पत्र पर निबंध (Newspaper Essay in Hindi)
  • व्यायाम का महत्व निबंध – (Importance Of Exercise Essay)
  • विद्यार्थी जीवन पर निबंध – (Student Life Essay)
  • विद्यार्थी और राजनीति पर निबंध – (Students And Politics Essay)
  • विद्यार्थी और अनुशासन पर निबंध – (Vidyarthi Aur Anushasan Essay)
  • मेरा प्रिय त्यौहार निबंध – (My Favorite Festival Essay)
  • मेरा प्रिय पुस्तक पर निबंध – (My Favourite Book Essay)
  • पुस्तक मेला पर निबंध – (Book Fair Essay)
  • मेरा प्रिय खिलाड़ी निबंध हिंदी में – (My Favorite Player Essay)
  • सर्वधर्म समभाव निबंध – (All Religions Are Equal Essay)
  • शिक्षा में खेलकूद का स्थान निबंध – (Shiksha Mein Khel Ka Mahatva Essay)a
  • खेल का महत्व पर निबंध – (Importance Of Sports Essay)
  • क्रिकेट पर निबंध – (Cricket Essay)
  • ट्वेन्टी-20 क्रिकेट पर निबंध – (T20 Cricket Essay)
  • मेरा प्रिय खेल-क्रिकेट पर निबंध – (My Favorite Game Cricket Essay)
  • पुस्तकालय पर निबंध – (Library Essay)
  • सूचना प्रौद्योगिकी और मानव कल्याण निबंध – (Information Technology Essay)
  • कंप्यूटर और टी.वी. का प्रभाव निबंध – (Computer Aur Tv Essay)
  • कंप्यूटर की उपयोगिता पर निबंध – (Computer Ki Upyogita Essay)
  • कंप्यूटर शिक्षा पर निबंध – (Computer Education Essay)
  • कंप्यूटर के लाभ पर निबंध – (Computer Ke Labh Essay)
  • इंटरनेट पर निबंध – (Internet Essay)
  • विज्ञान: वरदान या अभिशाप पर निबंध – (Science Essay)
  • शिक्षा का गिरता स्तर पर निबंध – (Falling Price Level Of Education Essay)
  • विज्ञान के गुण और दोष पर निबंध – (Advantages And Disadvantages Of Science Essay)
  • विद्यालय में स्वास्थ्य शिक्षा निबंध – (Health Education Essay)
  • विद्यालय का वार्षिकोत्सव पर निबंध – (Anniversary Of The School Essay)
  • विज्ञान के वरदान पर निबंध – (The Gift Of Science Essays)
  • विज्ञान के चमत्कार पर निबंध (Wonder Of Science Essay in Hindi)
  • विकास पथ पर भारत निबंध – (Development Of India Essay)
  • कम्प्यूटर : आधुनिक यन्त्र–पुरुष – (Computer Essay)
  • मोबाइल फोन पर निबंध (Mobile Phone Essay)
  • मेरी अविस्मरणीय यात्रा पर निबंध – (My Unforgettable Trip Essay)
  • मंगल मिशन (मॉम) पर निबंध – (Mars Mission Essay)
  • विज्ञान की अद्भुत खोज कंप्यूटर पर निबंध – (Vigyan Ki Khoj Kampyootar Essay)
  • भारत का उज्जवल भविष्य पर निबंध – (Freedom Is Our Birthright Essay)
  • सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान हमारा निबंध इन हिंदी – (Sare Jahan Se Achha Hindustan Hamara Essay)
  • डिजिटल इंडिया पर निबंध (Essay on Digital India)
  • भारतीय संस्कृति पर निबंध – (India Culture Essay)
  • राष्ट्रभाषा हिन्दी निबंध – (National Language Hindi Essay)
  • भारत में जल संकट निबंध – (Water Crisis In India Essay)
  • कौशल विकास योजना पर निबंध – (Skill India Essay)
  • हमारा प्यारा भारत वर्ष पर निबंध – (Mera Pyara Bharat Varsh Essay)
  • अनेकता में एकता : भारत की विशेषता – (Unity In Diversity Essay)
  • महंगाई की समस्या पर निबन्ध – (Problem Of Inflation Essay)
  • महंगाई पर निबंध – (Mehangai Par Nibandh)
  • आरक्षण : देश के लिए वरदान या अभिशाप निबंध – (Reservation System Essay)
  • मेक इन इंडिया पर निबंध (Make In India Essay In Hindi)
  • ग्रामीण समाज की समस्याएं पर निबंध – (Problems Of Rural Society Essay)
  • मेरे सपनों का भारत पर निबंध – (India Of My Dreams Essay)
  • भारतीय राजनीति में जातिवाद पर निबंध – (Caste And Politics In India Essay)
  • भारतीय नारी पर निबंध – (Indian Woman Essay)
  • आधुनिक नारी पर निबंध – (Modern Women Essay)
  • भारतीय समाज में नारी का स्थान निबंध – (Women’s Role In Modern Society Essay)
  • चुनाव पर निबंध – (Election Essay)
  • चुनाव स्थल के दृश्य का वर्णन निबन्ध – (An Election Booth Essay)
  • पराधीन सपनेहुँ सुख नाहीं पर निबंध – (Dependence Essay)
  • परमाणु शक्ति और भारत हिंदी निंबध – (Nuclear Energy Essay)
  • यदि मैं प्रधानमंत्री होता तो हिंदी निबंध – (If I were the Prime Minister Essay)
  • आजादी के 70 साल निबंध – (India ofter 70 Years Of Independence Essay)
  • भारतीय कृषि पर निबंध – (Indian Farmer Essay)
  • संचार के साधन पर निबंध – (Means Of Communication Essay)
  • भारत में दूरसंचार क्रांति हिंदी में निबंध – (Telecom Revolution In India Essay)
  • दूरसंचार में क्रांति निबंध – (Revolution In Telecommunication Essay)
  • राष्ट्रीय एकता का महत्व पर निबंध (Importance Of National Integration)
  • भारत की ऋतुएँ पर निबंध – (Seasons In India Essay)
  • भारत में खेलों का भविष्य पर निबंध – (Future Of Sports Essay)
  • किसी खेल (मैच) का आँखों देखा वर्णन पर निबंध – (Kisi Match Ka Aankhon Dekha Varnan Essay)
  • राजनीति में अपराधीकरण पर निबंध – (Criminalization Of Indian Politics Essay)
  • प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर हिन्दी निबंध – (Narendra Modi Essay)
  • बाल मजदूरी पर निबंध – (Child Labour Essay)
  • भ्रष्टाचार पर निबंध (Corruption Essay in Hindi)
  • महिला सशक्तिकरण पर निबंध – (Women Empowerment Essay)
  • बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निबंध (Beti Bachao Beti Padhao)
  • गरीबी पर निबंध (Poverty Essay in Hindi)
  • स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध (Swachh Bharat Abhiyan Essay)
  • बाल विवाह एक अभिशाप पर निबंध – (Child Marriage Essay)
  • राष्ट्रीय एकीकरण पर निबंध – (Importance of National Integration Essay)
  • आतंकवाद पर निबंध (Terrorism Essay in hindi)
  • सड़क सुरक्षा पर निबंध (Road Safety Essay in Hindi)
  • बढ़ती भौतिकता घटते मानवीय मूल्य पर निबंध – (Increasing Materialism Reducing Human Values Essay)
  • गंगा की सफाई देश की भलाई पर निबंध – (The Good Of The Country: Cleaning The Ganges Essay)
  • सत्संगति पर निबंध – (Satsangati Essay)
  • महिलाओं की समाज में भूमिका पर निबंध – (Women’s Role In Society Today Essay)
  • यातायात के नियम पर निबंध – (Traffic Safety Essay)
  • बेटी बचाओ पर निबंध – (Beti Bachao Essay)
  • सिनेमा या चलचित्र पर निबंध – (Cinema Essay In Hindi)
  • परहित सरिस धरम नहिं भाई पर निबंध – (Parhit Saris Dharam Nahi Bhai Essay)
  • पेड़-पौधे का महत्व निबंध – (The Importance Of Trees Essay)
  • वर्तमान शिक्षा प्रणाली – (Modern Education System Essay)
  • महिला शिक्षा पर निबंध (Women Education Essay In Hindi)
  • महिलाओं की समाज में भूमिका पर निबंध (Women’s Role In Society Essay In Hindi)
  • यदि मैं प्रधानाचार्य होता पर निबंध – (If I Was The Principal Essay)
  • बेरोजगारी पर निबंध (Unemployment Essay)
  • शिक्षित बेरोजगारी की समस्या निबंध – (Problem Of Educated Unemployment Essay)
  • बेरोजगारी समस्या और समाधान पर निबंध – (Unemployment Problem And Solution Essay)
  • दहेज़ प्रथा पर निबंध (Dowry System Essay in Hindi)
  • जनसँख्या पर निबंध – (Population Essay)
  • श्रम का महत्त्व निबंध – (Importance Of Labour Essay)
  • जनसंख्या वृद्धि के दुष्परिणाम पर निबंध – (Problem Of Increasing Population Essay)
  • भ्रष्टाचार : समस्या और निवारण निबंध – (Corruption Problem And Solution Essay)
  • मीडिया और सामाजिक उत्तरदायित्व निबंध – (Social Responsibility Of Media Essay)
  • हमारे जीवन में मोबाइल फोन का महत्व पर निबंध – (Importance Of Mobile Phones Essay In Our Life)
  • विश्व में अत्याधिक जनसंख्या पर निबंध – (Overpopulation in World Essay)
  • भारत में बेरोजगारी की समस्या पर निबंध – (Problem Of Unemployment In India Essay)
  • गणतंत्र दिवस पर निबंध – (Republic Day Essay)
  • भारत के गाँव पर निबंध – (Indian Village Essay)
  • गणतंत्र दिवस परेड पर निबंध – (Republic Day of India Essay)
  • गणतंत्र दिवस के महत्व पर निबंध – (2020 – Republic Day Essay)
  • महात्मा गांधी पर निबंध (Mahatma Gandhi Essay)
  • ए.पी.जे. अब्दुल कलाम पर निबंध – (Dr. A.P.J. Abdul Kalam Essay)
  • परिवार नियोजन पर निबंध – (Family Planning In India Essay)
  • मेरा सच्चा मित्र पर निबंध – (My Best Friend Essay)
  • अनुशासन पर निबंध (Discipline Essay)
  • देश के प्रति मेरे कर्त्तव्य पर निबंध – (My Duty Towards My Country Essay)
  • समय का सदुपयोग पर निबंध – (Samay Ka Sadupyog Essay)
  • नागरिकों के अधिकारों और कर्तव्यों पर निबंध (Rights And Responsibilities Of Citizens Essay In Hindi)
  • ग्लोबल वार्मिंग पर निबंध – (Global Warming Essay)
  • जल जीवन का आधार निबंध – (Jal Jeevan Ka Aadhar Essay)
  • जल ही जीवन है निबंध – (Water Is Life Essay)
  • प्रदूषण की समस्या और समाधान पर लघु निबंध – (Pollution Problem And Solution Essay)
  • प्रकृति संरक्षण पर निबंध (Conservation of Nature Essay In Hindi)
  • वन जीवन का आधार निबंध – (Forest Essay)
  • पर्यावरण बचाओ पर निबंध (Environment Essay)
  • पर्यावरण प्रदूषण पर निबंध (Environmental Pollution Essay in Hindi)
  • पर्यावरण सुरक्षा पर निबंध (Environment Protection Essay In Hindi)
  • बढ़ते वाहन घटता जीवन पर निबंध – (Vehicle Pollution Essay)
  • योग पर निबंध (Yoga Essay)
  • मिलावटी खाद्य पदार्थ और स्वास्थ्य पर निबंध – (Adulterated Foods And Health Essay)
  • प्रकृति निबंध – (Nature Essay In Hindi)
  • वर्षा ऋतु पर निबंध – (Rainy Season Essay)
  • वसंत ऋतु पर निबंध – (Spring Season Essay)
  • बरसात का एक दिन पर निबंध – (Barsat Ka Din Essay)
  • अभ्यास का महत्व पर निबंध – (Importance Of Practice Essay)
  • स्वास्थ्य ही धन है पर निबंध – (Health Is Wealth Essay)
  • महाकवि तुलसीदास का जीवन परिचय निबंध – (Tulsidas Essay)
  • मेरा प्रिय कवि निबंध – (My Favourite Poet Essay)
  • मेरी प्रिय पुस्तक पर निबंध – (My Favorite Book Essay)
  • कबीरदास पर निबन्ध – (Kabirdas Essay)

इसलिए, यह जानना और समझना बहुत महत्वपूर्ण है कि विषय के बारे में संक्षिप्त और कुरकुरा लाइनों के साथ एक आदर्श हिंदी निबन्ध कैसे लिखें। साथ ही, कक्षा 1 से 10 तक के छात्र उदाहरणों के साथ इस पृष्ठ से विभिन्न हिंदी निबंध विषय पा सकते हैं। तो, छात्र आसानी से स्कूल और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए हिंदी में निबन्ध कैसे लिखें, इसकी तैयारी कर सकते हैं। इसके अलावा, आप हिंदी निबंध लेखन की संरचना, हिंदी में एक प्रभावी निबंध लिखने के लिए टिप्स आदि के बारे में कुछ विस्तृत जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं। ठीक है, आइए हिंदी निबन्ध के विवरण में गोता लगाएँ।

हिंदी निबंध लेखन – स्कूल और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए हिंदी में निबन्ध कैसे लिखें?

प्रभावी निबंध लिखने के लिए उस विषय के बारे में बहुत अभ्यास और गहन ज्ञान की आवश्यकता होती है जिसे आपने निबंध लेखन प्रतियोगिता या बोर्ड परीक्षा के लिए चुना है। छात्रों को वर्तमान में हो रही स्थितियों और हिंदी में निबंध लिखने से पहले विषय के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं के बारे में जानना चाहिए। हिंदी में पावरफुल निबन्ध लिखने के लिए सभी को कुछ प्रमुख नियमों और युक्तियों का पालन करना होगा।

हिंदी निबन्ध लिखने के लिए आप सभी को जो प्राथमिक कदम उठाने चाहिए उनमें से एक सही विषय का चयन करना है। इस स्थिति में आपकी सहायता करने के लिए, हमने सभी प्रकार के हिंदी निबंध विषयों पर शोध किया है और नीचे सूचीबद्ध किया है। एक बार जब हम सही विषय चुन लेते हैं तो विषय के बारे में सभी सामान्य और तथ्यों को एकत्र करते हैं और अपने पाठकों को संलग्न करने के लिए उन्हें अपने निबंध में लिखते हैं।

तथ्य आपके पाठकों को अंत तक आपके निबंध से चिपके रहेंगे। इसलिए, हिंदी में एक निबंध लिखते समय मुख्य बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित करें और किसी प्रतियोगिता या बोर्ड या प्रतिस्पर्धी जैसी परीक्षाओं में अच्छा स्कोर करें। ये हिंदी निबंध विषय पहली कक्षा से 10 वीं कक्षा तक के सभी कक्षा के छात्रों के लिए उपयोगी हैं। तो, उनका सही ढंग से उपयोग करें और हिंदी भाषा में एक परिपूर्ण निबंध बनाएं।

हिंदी भाषा में दीर्घ और लघु निबंध विषयों की सूची

हिंदी निबन्ध विषयों और उदाहरणों की निम्न सूची को विभिन्न श्रेणियों में विभाजित किया गया है जैसे कि प्रौद्योगिकी, पर्यावरण, सामान्य चीजें, अवसर, खेल, खेल, स्कूली शिक्षा, और बहुत कुछ। बस अपने पसंदीदा हिंदी निबंध विषयों पर क्लिक करें और विषय पर निबंध के लघु और लंबे रूपों के साथ विषय के बारे में पूरी जानकारी आसानी से प्राप्त करें।

विषय के बारे में समग्र जानकारी एकत्रित करने के बाद, अपनी लाइनें लागू करने का समय और हिंदी में एक प्रभावी निबन्ध लिखने के लिए। यहाँ प्रचलित सभी विषयों की जाँच करें और किसी भी प्रकार की प्रतियोगिताओं या परीक्षाओं का प्रयास करने से पहले जितना संभव हो उतना अभ्यास करें।

हिंदी निबंधों की संरचना

Hindi Essay Parts

उपरोक्त छवि आपको हिंदी निबन्ध की संरचना के बारे में प्रदर्शित करती है और आपको निबन्ध को हिन्दी में प्रभावी ढंग से रचने के बारे में कुछ विचार देती है। यदि आप स्कूल या कॉलेजों में निबंध लेखन प्रतियोगिता में किसी भी विषय को लिखते समय निबंध के इन हिस्सों का पालन करते हैं तो आप निश्चित रूप से इसमें पुरस्कार जीतेंगे।

इस संरचना को बनाए रखने से निबंध विषयों का अभ्यास करने से छात्रों को विषय पर ध्यान केंद्रित करने और विषय के बारे में छोटी और कुरकुरी लाइनें लिखने में मदद मिलती है। इसलिए, यहां संकलित सूची में से अपने पसंदीदा या दिलचस्प निबंध विषय को हिंदी में चुनें और निबंध की इस मूल संरचना का अनुसरण करके एक निबंध लिखें।

हिंदी में एक सही निबंध लिखने के लिए याद रखने वाले मुख्य बिंदु

अपने पाठकों को अपने हिंदी निबंधों के साथ संलग्न करने के लिए, आपको हिंदी में एक प्रभावी निबंध लिखते समय कुछ सामान्य नियमों का पालन करना चाहिए। कुछ युक्तियाँ और नियम इस प्रकार हैं:

  • अपना हिंदी निबंध विषय / विषय दिए गए विकल्पों में से समझदारी से चुनें।
  • अब उन सभी बिंदुओं को याद करें, जो निबंध लिखने शुरू करने से पहले विषय के बारे में एक विचार रखते हैं।
  • पहला भाग: परिचय
  • दूसरा भाग: विषय का शारीरिक / विस्तार विवरण
  • तीसरा भाग: निष्कर्ष / अंतिम शब्द
  • एक निबंध लिखते समय सुनिश्चित करें कि आप एक सरल भाषा और शब्दों का उपयोग करते हैं जो विषय के अनुकूल हैं और एक बात याद रखें, वाक्यों को जटिल न बनाएं,
  • जानकारी के हर नए टुकड़े के लिए निबंध लेखन के दौरान एक नए पैराग्राफ के साथ इसे शुरू करें।
  • अपने पाठकों को आकर्षित करने या उत्साहित करने के लिए जहाँ कहीं भी संभव हो, कुछ मुहावरे या कविताएँ जोड़ें और अपने हिंदी निबंध के साथ संलग्न रहें।
  • विषय या विषय को बीच में या निबंध में जारी रखने से न चूकें।
  • यदि आप संक्षेप में हिंदी निबंध लिख रहे हैं तो इसे 200-250 शब्दों में समाप्त किया जाना चाहिए। यदि यह लंबा है, तो इसे 400-500 शब्दों में समाप्त करें।
  • महत्वपूर्ण हिंदी निबंध विषयों का अभ्यास करते समय इन सभी युक्तियों और बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए, आप निश्चित रूप से किसी भी प्रतियोगी परीक्षाओं में कुरकुरा और सही निबंध लिख सकते हैं या फिर सीबीएसई, आईसीएसई जैसी बोर्ड परीक्षाओं में।

हिंदी निबंध लेखन पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. मैं अपने हिंदी निबंध लेखन कौशल में सुधार कैसे कर सकता हूं? अपने हिंदी निबंध लेखन कौशल में सुधार करने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक किताबों और समाचार पत्रों को पढ़ना और हिंदी में कुछ जानकारीपूर्ण श्रृंखलाओं को देखना है। ये चीजें आपकी हिंदी शब्दावली में वृद्धि करेंगी और आपको हिंदी में एक प्रेरक निबंध लिखने में मदद करेंगी।

2. CBSE, ICSE बोर्ड परीक्षा के लिए हिंदी निबंध लिखने में कितना समय देना चाहिए? हिंदी बोर्ड परीक्षा में एक प्रभावी निबंध लिखने पर 20-30 का खर्च पर्याप्त है। क्योंकि परीक्षा हॉल में हर मिनट बहुत महत्वपूर्ण है। इसलिए, सभी वर्गों के लिए समय बनाए रखना महत्वपूर्ण है। परीक्षा से पहले सभी हिंदी निबन्ध विषयों से पहले अभ्यास करें और परीक्षा में निबंध लेखन पर खर्च करने का समय निर्धारित करें।

3. हिंदी में निबंध के लिए 200-250 शब्द पर्याप्त हैं? 200-250 शब्दों वाले हिंदी निबंध किसी भी स्थिति के लिए बहुत अधिक हैं। इसके अलावा, पाठक केवल आसानी से पढ़ने और उनसे जुड़ने के लिए लघु निबंधों में अधिक रुचि दिखाते हैं।

4. मुझे छात्रों के लिए सर्वश्रेष्ठ औपचारिक और अनौपचारिक हिंदी निबंध विषय कहां मिल सकते हैं? आप हमारे पेज से कक्षा 1 से 10 तक के छात्रों के लिए हिंदी में विभिन्न सामान्य और विशिष्ट प्रकार के निबंध विषय प्राप्त कर सकते हैं। आप स्कूलों और कॉलेजों में प्रतियोगिताओं, परीक्षाओं और भाषणों के लिए हिंदी में इन छोटे और लंबे निबंधों का उपयोग कर सकते हैं।

5. हिंदी परीक्षाओं में प्रभावशाली निबंध लिखने के कुछ तरीके क्या हैं? हिंदी में प्रभावी और प्रभावशाली निबंध लिखने के लिए, किसी को इसमें शानदार तरीके से काम करना चाहिए। उसके लिए, आपको इन बिंदुओं का पालन करना चाहिए और सभी प्रकार की परीक्षाओं में एक परिपूर्ण हिंदी निबंध की रचना करनी चाहिए:

  • एक पंच-लाइन की शुरुआत।
  • बहुत सारे विशेषणों का उपयोग करें।
  • रचनात्मक सोचें।
  • कठिन शब्दों के प्रयोग से बचें।
  • आंकड़े, वास्तविक समय के उदाहरण, प्रलेखित जानकारी दें।
  • सिफारिशों के साथ निष्कर्ष निकालें।
  • निष्कर्ष के साथ पंचलाइन को जोड़ना।

निष्कर्ष हमने एक टीम के रूप में हिंदी निबन्ध विषय पर पूरी तरह से शोध किया और इस पृष्ठ पर कुछ मुख्य महत्वपूर्ण विषयों को सूचीबद्ध किया। हमने इन हिंदी निबंध लेखन विषयों को उन छात्रों के लिए एकत्र किया है जो निबंध प्रतियोगिता या प्रतियोगी या बोर्ड परीक्षाओं में भाग ले रहे हैं। तो, हम आशा करते हैं कि आपको यहाँ पर सूची से हिंदी में अपना आवश्यक निबंध विषय मिल गया होगा।

यदि आपको हिंदी भाषा पर निबंध के बारे में अधिक जानकारी की आवश्यकता है, तो संरचना, हिंदी में निबन्ध लेखन के लिए टिप्स, हमारी साइट LearnCram.com पर जाएँ। इसके अलावा, आप हमारी वेबसाइट से अंग्रेजी में एक प्रभावी निबंध लेखन विषय प्राप्त कर सकते हैं, इसलिए इसे अंग्रेजी और हिंदी निबंध विषयों पर अपडेट प्राप्त करने के लिए बुकमार्क करें।

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जीवन बीमा पर सुविचार अनमोल वचन Life Insurance Quotes In Hindi

जीवन बीमा पर सुविचार अनमोल वचन Life Insurance Quotes In Hindi : जीवन बीमा (Life insurance) के बारे में हम सभी जानते हैं. यह बीमाधारक और जीवन बीमा कम्पनी  के बीच हुआ एक करार होता है.

इंश्योरेंस की शर्तों  के अनुसार अमुक व्यक्ति का जीवन समाप्त हो जाने पर तय मानदंड के अनुसार उन्हें एक राशि मुहैया करवाई जाती हैं.

आज हम जीवन बीमा पर सुविचार LIC पर कोट्स स्लोगन शायरी स्टेटस में हम कुछ थोट्स जानेगे.

जीवन बीमा पर सुविचार Life Insurance Quotes In Hindi

जीवन बीमा पर सुविचार अनमोल वचन Life Insurance Quotes In Hindi

हमारे जीवन की कोई निश्चिंतता नही हैं कभी भी हम में से किसी का जीवन समाप्त हो सकता है, भले ही यह कहने और सुनने में अच्छा न लगे पर जो जन्मा है उसे एक दिन लौटना ही होगा.

ऐसे में LIC & best life insurance होने से जीवन सुरक्षा के रूप में एक रकम परिवार वालों को मिल जाती हैं. जीवन बीमा में छोटे छोटे प्रीमियम होते है हमें इसकी तरफ कदम उठाना चाहिए.

आज हम जीवन बीमा के सर्वश्रेष्ठ नारे व सुविचार / Insurance slogans and Quotes in Hindi जानते है.

लाइफ इंश्योरेंस कोट्स इन हिंदी

थ्योडोर रूजवेल्ट का कहना था कि ”मैंने केवल एक विश्वसनीय भविष्य वक्ता को जाना हैं और वह जीवन बीमा का आदमी. वह मुझकों बताता है कि क्या होने वाला हैं, और वैसा ही होता हैं.

पत्नियाँ जीवन बीमा पॉलिसी लेने के प्रति आपत्ति कर सकती हैं, परन्तु विधवाएं ऐसा कभी नहीं करती.

समय की है यह माँग, जरुरी है बीमा प्लान

जीवन बीमा कराएं और जीवन में खुशिया लाए.

जीवन की बस एक है सीमा, जरुरी है सुरक्षा बीमा

जिन्दगी में जरुरी साथ पाये, चलो अब जीवन बीमा कराये

अपनी जिन्दगी सुरक्षित बनाओ, जल्दी से जीवन बीमा कराओ

जीवन बीमा का यह सहारा, मुसीबत में बने आसरा

लाइफ इंश्योरेंस है परिवार का मान, यह बनाये हमारी शान

सुरक्षा की जब हो चाह, जीवन बीमा की पकड़िये राह

आज ही जीवन बीमा कराओ, बेहतर जीवन पाओ.

खुद बढ़ो, देश बढाओ, अपना अब जीवन बीमा कराओ.

घर गाड़ी हो या मकान, इन्शुरेन्स करवाना है आसान

Insurance Slogans in hindi जीवन बीमा पर नारे हिंदी में

समय की है यह माँग, जरुरी है बीमा प्लान ।

जीवन की बस एक है सीमा, जरुरी है सुरक्षा बीमा.

अपने जीवन को सुरक्षित बनाओ, तुरंत अपना इन्शुरेन्स कराओ.

जब जीवन हो आसान जीना, तो जरुर करवाए अपना बीमा.

इन्शुरेन्स का यह सहारा, मुसीबत में बने आसरा

करो जीवन बिमा पर भरोसा, ये लायेगा नयी जीवन कि आशा।

गाड़ी हो या हो मकान, इन्शुरेन्स करवाना है आसान।

अपने जीवन को सुरक्षित बनाओ, तुरंत अपना इन्शुरेन्स कराओ।

  • बीमा क्या है परिभाषा
  • स्वास्थ्य और व्यायाम 
  • स्वस्थ भारत पर निबंध

आशा करता हूँ फ्रेड्स आपकों  Life Insurance Quotes In Hindi का यह लेख अच्छा लगा होगा, यदि आपकों जीवन बीमा पर सुविचार का यह छोटा सा संग्रह अच्छा लगा हो तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करे. लाइफ इंश्योरेंस हिंदी कोट्स नारे स्लोगन शायरी आपके पास हो तो कमेंट कर बताए.

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दा इंडियन वायर

हिंदी भाषा का महत्व पर निबंध

insurance essay in hindi language

By विकास सिंह

importance of hindi language

विषय-सूचि

हिंदी भाषा का महत्व पर निबंध (Importance of hindi language)

हिंदी भाषा विश्व में सबसे ज्यादा बोले जाने वाली भाषाओं में से एक है। हिंदी भाषा का महत्व सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पुरे विश्व में काफी अधिक है।

हिंदी भाषा में 11 स्वर और 35 व्यंजन होते हैं और इसे “देवनागरी” नामक एक लिपि में लिखा जाता है। हिंदी एक समृद्ध व्यंजन प्रणाली से सुसज्जित है, जिसमें लगभग 38 विशिष्ट व्यंजन हैं। हालाँकि, ध्वनि की इन इकाइयों के रूप में स्वरों की संख्या निर्धारित नहीं की जा सकती है, बड़ी संख्या में बोलियों की मौजूदगी के कारण, जो व्यंजन प्रदर्शनों की सूची के कई व्युत्पन्न रूपों को नियोजित करती हैं।

हालाँकि, व्यंजन प्रणाली का पारंपरिक मूल सीधे संस्कृत से विरासत में मिला है, जिसमें अतिरिक्त सात ध्वनियाँ हैं, जिन्हें फारसी और अरबी से लिया गया है।

हिंदी भाषा किन क्षेत्रों में बोली जाती है?

500 मिलियन से अधिक बोलने वालों के साथ, चीनी के बाद हिंदी दूसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है। हिंदी को भारत के “राजभाषा” (राष्ट्रभाषा) के रूप में अपनाने से पहले इसमें काफी बदलाव आया है।

इंडो-आर्यन भाषाई वर्गीकरण प्रणाली के सिद्धांत के अनुसार, हिंदी भाषाओं के मध्य क्षेत्र में रहती है। 1991 की जनगणना की रिपोर्ट के अनुसार, हिंदी को “देश भर में एक भाषा” के रूप में भारतीय आबादी के 77% से अधिक द्वारा घोषित किया गया था। भारत की बड़ी आबादी के कारण हिंदी दुनिया में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषाओं में से एक है।

1991 की भारत की जनगणना के अनुसार (जिसमें हिंदी की सभी बोलियाँ शामिल हैं, जिनमें कुछ भाषाविदों द्वारा अलग-अलग भाषाएं मानी जा सकती हैं – जैसे, भोजपुरी), हिंदी लगभग 337 मिलियन भारतीयों की मातृभाषा है, या भारत के 40% लोगों की है। उस वर्ष जनसंख्या।  एसआईएल इंटरनेशनल के एथनोलॉग के अनुसार, भारत में लगभग 180 मिलियन लोग मानक (खारी बोलि) हिंदी को अपनी मातृभाषा के रूप में मानते हैं, और अन्य 300 मिलियन लोग इसे दूसरी भाषा के रूप में उपयोग करते हैं।

भारत के बाहर, नेपाल में हिंदी बोलने वालों की संख्या 8 मिलियन, दक्षिण अफ्रीका में 890,000, मॉरीशस में 685,000, अमेरिका में 317,000 है। यमन में 233,000, युगांडा में 147,000, जर्मनी में 30,000, न्यूजीलैंड में 20,000 और सिंगापुर में 5,000, जबकि यूके, यूएई, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया में भी हिंदी बोलने वालों और द्विभाषी या त्रिभाषी बोलने वालों की उल्लेखनीय आबादी है जो अंग्रेजी से हिंदी के बीच अनुवाद और व्याख्या करते हैं।

हिंदी भाषा का विकास (growth of hindi language)

1947 के विभाजन के बाद भारत सरकार द्वारा समर्थित संक्रांति दृष्टिकोण से हिंदी की वर्तमान बनावट बहुत प्रभावित है। स्वतंत्रता से पहले अपने मूल रूप में, हिंदी ने उर्दू के साथ मौखिक समानता की काफी हद तक साझा की है। हिंदी और उर्दू को अक्सर एक ही इकाई के रूप में संदर्भित किया जाता था जिसका शीर्षक था “हिंदुस्तानी”।

इसके साथ ही कई अन्य भाषाओं जैसे अवधी, बघेली, बिहारी (और इसकी बोलियाँ), राजस्थानी (और इसकी बोलियाँ) और छत्तीसगढ़ी। हालाँकि, यह दृष्टिकोण वस्तुतः प्रत्येक शैक्षणिक संस्थान और सार्वजनिक सूचना के माध्यम की वकालत करता है, जो वाराणसी बोली की तर्ज पर भारतीय विद्वानों द्वारा विकसित एक संस्कृत-उन्मुख भाषा को रोजगार देता है।

लिपि:

देवनागरी लिपि

महत्वपूर्ण लेखक:

रामधारी सिंह ‘दिनकर’, जयशंकर प्रसाद, सुमित्रानंदन पंत, मैथिली शरण गुप्त, सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’, महादेवी वर्मा, सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन, हरिवंश राय बच्चन, नागार्जुन, धर्मवीर भारती, अशोक बजाज, अशोक बजाज, अशोक बजाज चंद्र शुक्ला, महादेवी वर्मा, मुंशी प्रेमचंद, फणीश्वर नाथ रेणु, हरिशंकर परसाई, रामवृक्ष बेनीपुरी, चक्रधर शर्मा गुलेरी, विष्णु प्रभाकर, अमृत लाल नागर, भीष्म साहनी, सूर्यकांत निराला आदि को हिंदी के सबसे मशहूर लेखकों में गिना जाता है ।

हिंदी स्थानीयकरण और सूचना प्रौद्योगिकी

हिंदी टाइपिंग में इस्तेमाल किए जाने वाले कई लोकप्रिय फॉन्ट हैं; यूनिकोड, मंगल, क्रुतिदेव, आदि वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों की एक टीम पहले से ही मशीनी अनुवाद सॉफ्टवेयर को विकसित करने और हिंदी को मानकीकृत करने के लिए काम कर रही है, हालाँकि वे इसके माध्यम से कोई बड़ा तोड़ नहीं बना पाए हैं।

हिंदी भाषा की बढ़ती प्रोफ़ाइल के प्रति हाल की चेतना ने लाखों हिंदी बोलने वालों को आशा दी है और आशा है कि आने वाले समय में हिंदी को मान्यता मिलेगी और संयुक्त राष्ट्र आधिकारिक भाषा बन जाएगी। यह समय हिंदी केंद्र, हिंदी विश्वविद्यालयों, हिंदी गैर सरकारी संगठनों और लाखों हिंदी भाषियों को हिंदी की रूपरेखा बढ़ाने के लिए हाथ मिलाना चाहिए। हिंदी सिनेमा और बॉलीवुड ने पहले ही अच्छा योगदान दिया है, इसी तरह हिंदी मीडिया ने भी चमत्कार किया है।

वैश्विक मोर्चे पर हिंदी के बढ़ते महत्व के आधार पर, अंग्रेजी से हिंदी अनुवाद और हिंदी से अंग्रेजी अनुवाद के लिए भविष्य उज्ज्वल है। हालाँकि, भारतीय को अंग्रेज़ी शब्दकोश और अंग्रेज़ी से हिंदी शब्दकोश में ऑनलाइन हिंदी विकसित करने और ऑनलाइन हिंदी भाषा प्रशिक्षण कार्यक्रम विकसित करने के प्रयासों की आवश्यकता है।

[ratemypost]

विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

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धन्यवाद !

Finally I got a nice speech

thank you vikas singh bhai

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