HindiKiDuniyacom

शिक्षक पर निबंध (Teacher Essay in Hindi)

एक विद्यार्थी के जीवन में शिक्षक एक ऐसा महत्वपूर्ण इंसान होता है जो अपने ज्ञान, धैर्य, प्यार और देख-भाल से उसके पूरे जीवन को एक मजबूत आकार देता है। यहाँ दिये गये प्रत्येक निबंध एक विद्यार्थी के जीवन में एक शिक्षक के महत्व को रेखांकित करता है साथ ही उसकी भूमिका को भी स्पष्ट करेगा। ये निबंध बेहद सरल और अलग-अलग शब्द सीमाओं में दिये गये हैं जिसका उपयोग विद्यार्थी अपनी आवश्यकतानुसार कर सकते हैं।

शिक्षक दिवस पर 10 वाक्य | मेरे प्रिय अध्यापक पर निबंध

शिक्षक पर छोटे तथा बड़े निबंध (Short and Long Essay on Teacher in Hindi, Shikshak par Nibandh Hindi mein)

शिक्षक पर निबंध – 1 (250 – 300 शब्द).

शिक्षक के पेशे को सबसे अच्छे और आदर्श पेशे के रुप में माना जाता है क्योंकि शिक्षक किसी के जीवन को बनाने में निस्वार्थ भाव से अपनी सेवा देते हैं। उनके समर्पित कार्य की तुलना किसी अन्य कार्य से नहीं की जा सकती। शिक्षक वो होते हैं, जो अपने सभी विद्यार्थियों का ध्यान रखते हैं। वो उनके खाने की आदत, स्वच्छता का स्तर, दूसरों से व्यवहार और पढ़ाई की ओर एकाग्रता की जाँच करते हैं।

शिक्षक की भूमिका

शिक्षक स्कूलों में हर चौथे महीने में स्वास्थ्य कैंप का आयोजन करते हैं जिससे विद्यार्थियों का वजन, कद, बौद्धिक स्तर, रक्तचाप, हृदय गति, फेफड़ों की क्षमता, खून की जाँच, पेशाब की जाँच, छोटी माता प्रतिरक्षण, एमएमआर के लिये प्रतिरक्षा, चेचक, डीपीटी बूस्टर खुराक, पोलियो ड्रॉप आदि की नियमित जाँच हो सके और उनका स्वास्थ्य रिकार्ड रखा जाये।

शिक्षक और विद्यार्थी का सम्बन्ध

एक शिक्षक और एक विद्यार्थी का सम्बन्ध अनूठा होता है। विद्यार्थी श्रद्धा भाव रखकर ज्ञान रूपी अमृत प्राप्त करता है और शिक्षक अभिभावक की तरह ज्ञान प्रदान करता है। शिक्षक केवल अपने विद्यार्थियों को खुश और सफल देखना चाहते हैं। एक अच्छा शिक्षक कभी अपना धैर्य नहीं खोता और हर विद्यार्थी के अनुसार पढ़ाता है।

शिक्षक हमें साफ कपड़े पहनने के लिये, स्वस्थ भोजन खाने के लिये, अपने माता पिता का ध्यान देने के लिये, दूसरों से अच्छा व्यवहार करने के लिये, जीवन में कभी झूठ नहीं बोलने के लिये, सकारात्मक प्रतिक्रिया के लिये, अपने स्कूल, कॉपी, किताबों, दूसरी चीजों का ध्यान देने के लिये, पढ़ाई में एकाग्रता के लिये प्रार्थना करने के लिये, किसी भी दुविधा को लेकर अपने विषय शिक्षक से चर्चा करने के लिये आदि बहुत सी अच्छी बातों के लिये प्रेरित करते हैं।

इसे यूट्यूब पर देखें – Essay on Teacher in Hindi

Shikshak par Nibandh – निबंध 2 (300 शब्द)

विजय और सफलता पाने के लिये जीवन में शिक्षा को सबसे शक्तिशाली हथियार के रुप में माना जाता है। अपने देश के भविष्य और युवाओं के जीवन को बनाने और उसे आकार देने के लिये इस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी और कार्य को करने के लिये शिक्षकों को दिया जाता है। शिक्षा की ओर महत्वपूर्ण जिम्मेदारी को शिक्षक निभाता है और बच्चों के वर्तमान और भविष्य को बनाता है। अपने पूरे जीवन भर ढेर सारे विद्यार्थियों को निर्देशित और शिक्षित करने के द्वारा अच्छे समाज का निर्माण करने में शिक्षक एक महान कार्य करता है।

जीवन में सही रास्ता चुनने के लिये शिक्षक को भगवान द्वारा धरती पर भेजा जाता है साथ ही साथ बुरी परिस्थिति में सही फैसला करने में उन्हें सक्षम बनाता है। शिक्षक बच्चों को उनके बचपन से ही नेतृत्व करते हैं और उन्हें मानसिक, सामाजिक और बौद्धिक रुप से काबिल बनाते हैं। शिक्षक किसी सामान्य व्यक्ति की तरह होते हैं जो हमारे बीच में से ही होते हैं लेकिन वो अपने विद्यार्थियों के लिये पढ़ाने का एक अलग कार्य चुनते हैं।

मेरी सबसे प्रिय शिक्षिका कला और विज्ञान की हैं जो अपने चेहरे पर एक बड़ी सी मुस्कान लिये रहती हैं और हमें खुश रखती हैं। अपने पढ़ाने की रणनीति में वो ढेर सारी रणनीति को जोड़ती हैं जो हम बहुत पसंद करते हैं। हम सभी को उनके पढ़ाने का तरीका बहुत पसंद है और हम सभी उनके विषय में अच्छा प्रतिशत लाते हैं। वो हमें जीवन की सच्चाई से रुबरु कराती हैं, अपने जीवन के अनुभव बताती हैं और मुश्किल परिस्थितियों से आसानी से निकलने का तरीका सिखाती हैं।

वो हमारी सबसे प्रिय शिक्षिका हैं तथा सभी बच्चों को एक बराबर तरीके से समझती हैं। वो हमारे बीच में किसी से अलग व्यवहार नहीं करती और हमेशा अच्छा करने के लिये प्रेरित करती हैं। हमलोग घर पर अपने अभिभावकों से उनकी अच्छाईयों का गुणगान करते हैं। वो जानती हैं कि हमलोग केवल उन्हीं के विषय में बहुत रुचि लेते हैं इसलिये, एक दिन उन्होंने कहा कि हम सभी को हर विषय में ध्यान देना चाहिये जिससे कोई भी हमें किसी भी क्षेत्र में हरा न सके। हमें हर पहलू में मजबूत बनना चाहिये इसी वजह से हमें हर विषय को एक बराबर पढ़ना चाहिये।

शिक्षक पर निबंध – 3 (400 शब्द)

हमारे लिये एक शिक्षक भगवान की तरफ से एक अनमोल तोहफा है। एक शिक्षक ईश्वर की तरह है क्योंकि ईश्वर पूरे ब्रह्माण्ड का निर्माता होता है जबकि एक शिक्षक को एक अच्छे राष्ट्र का निर्माता माना जाता है। शिक्षक समाज में बहुत प्रतिष्ठित लोग होते हैं जो पढ़ाने के अपने जादू के माध्यम से आम लोगों की जीवन शैली और दिमागी स्तर को बढ़ाने की जिम्मेदारी उठाते हैं। अपने बच्चों के लिये माता-पिता एक शिक्षक से बहुत उम्मीद रखते हैं। एक शिक्षक की भूमिका कक्षा से खेल के मैदान और हरेक विद्यार्थी के लिये बदलती रहती है। हरेक के जीवन में शिक्षक बहुत महत्वपूर्ण इंसान होता है जो हमारे जीवन में अलग-अलग कार्य करता प्रतीत होता है।

कक्षा में आने से पहले, एक अच्छा शिक्षक रोज के शिक्षा के अपने लक्ष्य को सुनिश्चित करता है। हर शिक्षक के पढ़ाने की अपनी अलग खासियत होती है। वो अपने ज्ञान, कौशल और व्यवहार में हर विषय के लिये बदल सकते हैं। वो अपना सबसे बेहतरीन प्रयास करते हैं और जीवन में हमको हमारे लक्ष्य तक पहुंचने में बहुत मदद करते हैं। सभी के जीवन में स्कूली जीवन सबसे अच्छा माना जाता है क्योंकि यही वो समय होता है जब लोग जीवन की मूल बातें और अलग-अलग विषय सीखते हैं। हम सभी अपना लक्ष्य स्कूल के समय में ही तय कर लेते हैं जो हमारे राष्ट्र के विकास का फैसला करता है। हरेक विद्यार्थी स्कूल में अपने दिमाग को खोल के रखता है और खेल, क्विज़, समूह चर्चा, बहस, निबंध लेखन, भाषण, पर्यटन, यात्राऔर अध्ययन यात्रा आदि जैसे अतिरिक्त गतिविधियों में भाग लेने के द्वारा अपने ज्ञान और कौशल को बढ़ाते हैं।

अच्छा शिक्षक अपने विद्यार्थियों का अच्छा दोस्त भी होता है जो उन्हें सही रास्ता प्राप्त करने में मदद करता है। स्कूल और कॉलेजों में बहुत सारे शिक्षक होते हैं लेकिन कोई एक शिक्षक सभी विद्यार्थियों का पसंदीदा होता है। अनोखे शिक्षण और सिखाने की प्रक्रिया के अपने सामूहिक भूमिका के माध्यम से शिक्षक हमारे शिक्षा का लक्ष्य तय करते हैं। हमारे शिक्षकगण हमको हमेशा सौहार्द में कार्य करने के लिये प्रेरित करते हैं। हमारे शिक्षक हमें समझते हैं और हमारी समयस्याओं को व्यक्तिगत और पेशेवर दोनों तरीके से सुलझाते हैं। वो हमें जीवन के प्रति सकारात्मक नजरिया अपनाना सिखाते हैं।

एक अच्छा शिक्षक वो होता है जो अपने पूरे जीवन में विद्यार्थियों को केवल देता है लेकिन कुछ भी लेता नहीं है बल्कि वो अपने विद्यार्थियों की सफलता से बहुत खुश हो जाता है। एक बेहतरीन शिक्षक वो होता है जो अपने राष्ट्र के लिये एक बेहतरीन भविष्य की पीढ़ी उपलब्ध कराता है। केवल उचित शिक्षा से ही सामाजिक समस्याएँ, भ्रष्टाचार आदि को खत्म किया जा सकता है जो अंतत: एक राष्ट्र को वास्तविक विकास और वृद्धि की ओर ले जायेगा।

निबंध 4 (600 शब्द)

शिक्षक वह होते हैं जो अपनी ज्ञान कीज्योति से हमें प्रकाशित करते हैं और हमारा मार्गदर्शन करते हैं। यह किसी भी आयु वर्ग के लोग हो सकते हैंऔर इनका हमारे जीवन को सफल बनाने में बहुत बड़ा योगदान होता है। इतिहास में जितने भी महान पुरुष हुए सभी के शिक्षकों का भी जिक्रहमें मिलता है।शिक्षक जिसे हम गुरु कह कर भी बुलाते हैं, और हमारे अभिलेखों में गुरु को वंदनीय एवं पूजनीय बताया गया है। हम प्रत्येक गुरुपूर्णिमा के अवसर पर इनकी पूजा भी करते हैं।

हमारे पुराणों में गुरु को भगवान से बढ़ कर बताया गया है, वो इस लिये क्यों कि यह माना जाता है कि धरती पर मनुष्य जब आया तो उसे भगवान का बोध नहीं था, वह गुरु ही है जिसने मनुष्य को भगवान से अवगत कराया। इस लिये पहले गुरु की पूजा की जाती है और उसके बाद भगवान की। हमारे हिंदू मान्यताओं में शिक्षक को भगवान से भी उपर माना जाता है।

शिक्षक की उपयोगिता

किसी भी समाज कोविकसित करने के लिये, यह महत्वपूर्ण है कि वहां के लोग शिक्षित हों और एक शिक्षक ही ऐसे समाज का निर्माण कर सकता है। अर्थात शिक्षक को हम किसी देश के प्रगति का सूचकमान सकते हैं। वे बच्चों को शिक्षित करते हैं और अपनी ज्ञान की आभा से उन्हे चमकना सिखाते हैं, जिससे बच्चे क्षितिज से निकलते नन्ही किरणों से सफर तय कर के, नभ तल पर आकर सूर्य की तरह चमकना सीख जाते हैं और देश का नाम रौशन करते हैं।

मनुष्य चाहे जितना भी बड़ा क्यों न हो जाए, उसे कभी न कभी एक मार्गदर्शक कि आवश्यकता जरूर पड़ती है और आपका मार्गदर्शक ही आपका शिक्षक व गुरु है। गुरु की सीमा केवल स्कूली पुस्तकों मात्र तक सीमित नहीं होती, जरूरत पड़ने पर वे सच्चे दोस्त भी बन जाते हैं और आपकी हर प्रकार से सहायता करते हैं।

किसे आप शिक्षक कह सकते हैं

ऐसे तो हर वह शक्सशिक्षक कहलाता है जिससे आप कुछ सीखते हैं, चाहे वह आपकी मां ही क्यों न हो। मां किसी भी व्यक्ति की पहली शिक्षक होती है जो उसे चलना, बोलना जैसी मूलभूत आवश्यकताएं सिखाती हैं। अध्यापक वह व्यक्ति है जो आपको स्कूल में शिक्षा देते हैं, गुरु जो जीवन संबधी ज्ञान देते हैं और शिक्षक इन दोनो के मिश्रण को कहते है, जो आवश्यकता पड़ने पर हर प्रकार से आपको अज्ञान के अंधेरे से बाहर निकालते हैं।

हम अपने शिक्षकों का जितना भी गुणगान करें कम ही है और छात्रों के जीवन मे उनके स्कूली शिक्षकों का बहुत योगदान होता है, वे उन्हे सदैव याद रखते हैं।महात्मा गांधी, गोपाल कृष्ण गोखले को अपना राजनैतिक गुरु मानते थे, ठीक इसी प्रकार भले किसी के जीवन में गुरु अलौकिक रूप से उपस्थित रहते हैं, परंतु उसके शिष्य के अच्छे प्रदर्शन से गुरु की चर्चा खुद ब खुद होने लगती है।

शिक्षक की आवश्यकता सर्वत्रहोती है, जिसे नकारा नहीं जा सकता। उनकी शिक्षा कि झलक हमेंउनके क्षात्रों मे मिल जाती है। एक अच्छा गुरु सदैव अपने शिष्य को आगे बढ़ने के लिये प्रेरित करता है। हमें सदैव अपने गुरु का आदर करना चाहिये और सच्चे मायनों मे गुरु का आदर तभी हो सकता है, जब हम उनके बताए गए मार्ग पर चलें। एक शिक्षक होना बहुत कठिन कार्य है और नमन है सभी शिक्षकों को जिसने मेरे जीवन में अहम भुमिका निभाई। आज कल के दौर में फोन और सोशल मीडियाकी मदद से लोग आपस में जुड़े रहते हैं और अपने शिक्षकों से जुड़े रहने के यह सबसे अच्छे माध्यम हैं। कुछ लोग जो शिक्षक का पेशा चुनते हैं वाकई में काबिले तारीफ होते हैं। जो अपने कंधो पर देश को भविष्य संवारने का दायित्व लेकर चलते हैं। नमन है ऐसे हौसलों को नमन है सभी शिक्षकों को।

Essay on Teacher in Hindi

संबंधित जानकारी:

शिक्षक दिवस पर निबंध

मेरे शिक्षक पर निबंध

FAQs: Frequently Asked Questions

उत्तर – शिक्षकों के सम्मान के लिए शिक्षक दिवस (Teachers Day) मनाया जाता है।

उत्तर – शिक्षक बच्चों को जीवन में अच्छा करने के लिए प्रेरित करते हैं।

उत्तर – सावित्रीबाई ज्योतिराव फुले भारत की प्रथम महिला शिक्षिका थीं।

उत्तर – हाल में रणजीत सिंह डिसले को ग्लोबल टीचर प्राइज 2020 (Global Teacher Award 2020) से पुरस्कृत किया गया है।

संबंधित पोस्ट

मेरी रुचि

मेरी रुचि पर निबंध (My Hobby Essay in Hindi)

धन

धन पर निबंध (Money Essay in Hindi)

समाचार पत्र

समाचार पत्र पर निबंध (Newspaper Essay in Hindi)

मेरा स्कूल

मेरा स्कूल पर निबंध (My School Essay in Hindi)

शिक्षा का महत्व

शिक्षा का महत्व पर निबंध (Importance of Education Essay in Hindi)

बाघ

बाघ पर निबंध (Tiger Essay in Hindi)

CollegeDekho

Frequently Search

Couldn’t find the answer? Post your query here

  • अन्य आर्टिकल्स
  • शिक्षक दिवस पर निबंध (Teachers Day Essay in Hindi) - टीचर्स डे पर 200, 500 शब्दों में हिंदी में निबंध देखें

Updated On: May 13, 2024 02:06 pm IST

  • शिक्षक दिवस पर निबंध 200 शब्दों में (Teachers Day Essay …
  • शिक्षक दिवस पर निबंध (Essay on Teachers Day in Hindi) …
  • शिक्षक दिवस पर निबंध 500 शब्दों में (Teachers Day Essay …
  • शिक्षक दिवस पर निबंध 10 लाइन (Teachers Day Essay in …

शिक्षक दिवस पर निबंध (Teachers Day Essay in Hindi)

शिक्षक दिवस पर निबंध 200 शब्दों में (Teachers Day Essay in Hindi in 200 words)

शिक्षक दिवस पर निबंध 200 शब्दों में (teachers day essay in hindi in 200 words) - ऐसे लिखें , शिक्षक दिवस पर निबंध (essay on teachers day in hindi) - महत्वपूर्ण दोहे , शिक्षक दिवस पर निबंध 500 शब्दों में (teachers day essay in hindi in 500 words), शिक्षक दिवस पर हिंदी में निबंध (essay on teachers day in hindi) - 500 शब्दों में ऐसे लिखें , शिक्षक दिवस का महत्व (importance of teachers day), शिक्षकों के बारे में जानकारी (about teachers) , शिक्षकों के लिए सम्मान का महत्व (importance of respect for teachers), शिक्षक दिवस की समारोह और आयोजन, शिक्षक दिवस के अवसर पर भाषण (speech on teachers day), शिक्षा के महान गुरुओं की कहानियाँ (stories of great teachers of education), सवित्री बाई फुले (savitri bai phule), सर्वपल्ली राधाकृष्णन (sarvepalli radhakrishnan), शिक्षकों के लिए आदर्श और उदाहरण (role models and examples for teachers), शिक्षक दिवस का संदेश और प्रेरणा (teachers day message and inspiration), शिक्षक दिवस पर निबंध 10 लाइन (teachers day essay in hindi in 10 lines).

  • भारत में हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है।
  • यह डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती पर मनाया जाता है।
  • वह एक दार्शनिक, शिक्षक और भारत के पहले उपराष्ट्रपति थे।
  • एक छात्र के जीवन में शिक्षक बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
  • शिक्षक समाज की रीढ़ हैं।
  • शिक्षक दिवस पर हम अपने शिक्षकों को पुरस्कृत करके या उनके बारे में दो शब्द कहकर उन्हें सम्मान देते हैं।
  • स्कूल और कॉलेजों में शिक्षक दिवस बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।
  • इस दिन छात्र विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं।
  • छात्र शिक्षकों के प्रति अपना प्यार व्यक्त करने के लिए शुभकामनाएं और उपहार देते हैं।
  • शिक्षक दिवस शिक्षक और छात्र के बीच विशेष बंधन का उत्सव है।

Are you feeling lost and unsure about what career path to take after completing 12th standard?

Say goodbye to confusion and hello to a bright future!

डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन (5 सितंबर, 1888) को पूरे देश में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। 

देश में पहली बार 1962 को शिक्षक दिवस मनाया गया था और तभी से पुरे देश में शिक्षक दिवस मनाया जा रहा है। इसी साल मई में डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने देश के दूसरे राष्ट्रपति के तौर पर पदभार संभाला था। 

डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। सर्वपल्ली राधाकृष्णन और शिक्षकों के समाज के प्रति योगदान को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है

हर साल, भारत डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती को उनके योगदान और उपलब्धियों के प्रति श्रद्धांजलि के रूप में राष्ट्रीय शिक्षक दिवस मनाता है। 5 सितंबर, 1888 को जन्मे डॉ. राधाकृष्णन ने न केवल भारत के राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया, बल्कि एक विद्वान, दार्शनिक और भारत रत्न से सम्मानित भी थे।

शिक्षक दिवस पर निबंध लिखने की सरल प्रक्रिया इस लेख में बताई गई है, छात्र यहां दिए गए सैंपल का उपयोग करके शिक्षक दिवस पर हिंदी में निबंध लिखना सिख सकते हैं। 

क्या यह लेख सहायक था ?

सबसे पहले जाने.

लेटेस्ट अपडेट प्राप्त करें

क्या आपके कोई सवाल हैं? हमसे पूछें.

24-48 घंटों के बीच सामान्य प्रतिक्रिया

व्यक्तिगत प्रतिक्रिया प्राप्त करें

बिना किसी मूल्य के

समुदाय तक पहुंचे

समरूप आर्टिकल्स

  • दिल्ली विश्वविद्यालय में नॉर्थ कैंपस कॉलेजों की लिस्ट (North Campus Colleges in Delhi University)
  • मेरा प्रिय खेल पर निबंध (Essay on my favourite Game in Hindi) - कक्षा 6 से 12 के लिए निबंध लिखना सीखें
  • मदर्स डे पर निबंध (Mothers Day Essay in Hindi): मातृ दिवस पर हिंदी में निबंध
  • दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) में साउथ कैंपस कॉलेजों की लिस्ट (List of South Campus Colleges in DU): चेक करें टॉप 10 रैंकिंग
  • लेक्चरर बनने के लिए करियर पथ (Career Path to Become a Lecturer): योग्यता, प्रवेश परीक्षा और पैटर्न
  • KVS एडमिशन लिस्ट 2024-25 (प्रथम, द्वितीय, तृतीय) की जांच कैसे चेक करें (How to Check KVS Admission List 2024-25How to Check KVS Admission List 2024-25 (1st, 2nd, 3rd): डायरेक्ट लिंक, लेटेस्ट अपडेट, क्लास 1 उच्च कक्षा के लिए स्टेप्स

नवीनतम आर्टिकल्स

  • 2024 के लिए भारत में फर्जी विश्वविद्यालयों की नई लिस्ट (Fake Universities in India): कहीं भी एडमिशन से पहले देख लें ये सूची
  • 100% जॉब प्लेसमेंट वाले टॉप इंस्टिट्यूट (Top Institutes With 100% Job Placements): हाई पैकेज, टॉप रिक्रूटर यहां दखें
  • हरियाणा पॉलिटेक्निक परीक्षा 2024 (Haryana Polytechnic Exam 2024): यहां चेक करें संबंधित तारीखें, परीक्षा पैटर्न और काउंसलिंग प्रोसेस
  • यूपी पुलिस सिलेबस 2024 (UP Police Syllabus 2024 in Hindi) - सिपाही, हेड कांस्टेबल भर्ती पाठ्यक्रम हिंदी में देखें
  • 10वीं के बाद डिप्लोमा कोर्स (Diploma Courses After 10th): मैट्रिक के बाद बेस्ट डिप्लोमा कोर्स, एडमिशन, फीस और कॉलेज की लिस्ट देखें
  • पर्यावरण दिवस पर निबंध (Essay on Environment Day in Hindi) - विश्व पर्यावरण दिवस पर हिंदी में निबंध कैसे लिखें
  • भारत में पुलिस रैंक (Police Ranks in India): बैज, स्टार और वेतन वाले पुलिस पद जानें
  • जेएनवीएसटी रिजल्ट 2024 (JNVST Result 2024): नवोदय विद्यालय कक्षा 6वीं और 9वीं का रिजल्‍ट
  • 10वीं के बाद सरकारी नौकरियां (Government Jobs After 10th) - जॉब लिस्ट, योग्यता, भर्ती और चयन प्रक्रिया की जांच करें
  • 10वीं के बाद आईटीआई कोर्स (ITI Courses After 10th in India) - एडमिशन प्रोसेस, टॉप कॉलेज, फीस, जॉब स्कोप जानें

नवीनतम समाचार

  • CBSE 12th टॉपर्स 2024 लिस्ट: राज्य और स्ट्रीम-वार टॉपर के नाम, मार्क्स प्रतिशत देखें
  • CBSE 12th रिजल्ट 2024 लिंक एक्टिव: आसानी से डाउनलोड करें इंटर की मार्कशीट
  • MP Board 10th Toppers 2024 List Available: MPBSE 10वीं के डिस्ट्रिक्ट वाइज टॉपर्स की लिस्ट देखें

ट्रेंडिंग न्यूज़

जेईई मेन 2024 में 25,000 से 50,000 रैंक स्वीकार करने वाले कॉलेजों की लिस्ट (Colleges Accepting 25,000 to 50,000 Rank in JEE Main 2024)

Subscribe to CollegeDekho News

  • Select Stream Engineering Management Medical Commerce and Banking Information Technology Arts and Humanities Design Hotel Management Physical Education Science Media and Mass Communication Vocational Law Others Education Paramedical Agriculture Nursing Pharmacy Dental Performing Arts
  • Select Program Type UG PG Diploma Ph.D Certificate

कॉलेजदेखो के विशेषज्ञ आपकी सभी शंकाओं में आपकी मदद कर सकते हैं

  • Enter a Valid Name
  • Enter a Valid Mobile
  • Enter a Valid Email
  • Select Level UG PG Diploma Ph.D Certificate
  • By proceeding ahead you expressly agree to the CollegeDekho terms of use and privacy policy

शामिल हों और विशेष शिक्षा अपडेट प्राप्त करें !

Details Saved

hindi essay on teacher

Your College Admissions journey has just begun !

Try our AI-powered College Finder. Feed in your preferences, let the AI match them against millions of data points & voila! you get what you are looking for, saving you hours of research & also earn rewards

For every question answered, you get a REWARD POINT that can be used as a DISCOUNT in your CAF fee. Isn’t that great?

1 Reward Point = 1 Rupee

Basis your Preference we have build your recommendation.

मेरे शिक्षक पर निबंध 10 lines (My Teacher essay in Hindi) 100, 150, 200, 250, 300, 500 शब्दों मे

hindi essay on teacher

My Teacher Essay in Hindi – एक शिक्षक वह व्यक्ति होता है जो एक छात्र के जीवन को ढालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कुछ शिक्षक जीवन की कुछ समस्याओं की कुंजी के रूप में आपकी स्मृति में रहते हैं। एक शिक्षक न केवल अकादमिक ज्ञान प्रदान करता है बल्कि नैतिक मूल्यों को भी साझा करता है, और नैतिकता को आत्मसात करता है जो हमारे व्यक्तित्व को एक बेहतर इंसान के रूप में आकार देता है।

छात्रों को सकारात्मकता और नकारात्मकता को संतुलित करने और छात्र के जीवन को आकार देने में बचपन का अधिकतम समय बिताने में मदद करने के लिए एक शिक्षक माता-पिता के साथ आगे आता है। एक शिक्षक एक जीवन बदलने वाला रोल मॉडल है जो आपके विकास के विकास को प्रभावित करता है, महत्वपूर्ण दैनिक मूल्यों को विकसित करता है। वे अपार धैर्य, सहनशीलता और एक चमकदार झिलमिलाती मुस्कान के साथ समाज के निर्माण खंड हैं।

My Teacher Essay in Hindi – शिक्षकों के बारे में प्रासंगिक जानकारी के साथ छात्रों की सहायता के लिए, असाइनमेंट के लिए एक गाइड के रूप में एक लंबा और छोटा निबंध यहां दिया गया है। इसके अतिरिक्त, दस सरल संकेत जो एक बुनियादी दिशानिर्देश प्रदान करते हैं जिस पर कोई व्यक्ति समझ को फ्रेम कर सकता है।

माई टीचर निबंध 10 लाइन्स (My Teacher Essay 10 Lines in Hindi)

  • 1. शिक्षक वह होता है जो हमें हमारी जीवन यात्रा की ओर ले जाता है।
  • 2. शिक्षक हमें जीवन जीना सिखाता है।
  • 3. मेरे स्कूल में मेरे कई शिक्षक और महोदया हैं।
  • 4. वे सब हमें पढ़ाते हैं और शिक्षा देते हैं।
  • 5. मेरे शिक्षक मेरे दोस्तों की तरह हैं, वे सभी हमसे प्यार करते हैं।
  • 6. हम अपने शिक्षकों के साथ सब कुछ साझा कर सकते हैं।
  • 7. कभी-कभी जब मैं असामान्य हो जाता हूं तो मेरे शिक्षक मुझे डांटते हैं।
  • 8. मुझे इससे कोई आपत्ति नहीं है क्योंकि यह एक अच्छे उद्देश्य के लिए था।
  • 9. वे हमें अनुशासन, शिष्टाचार सिखाते हैं और हमें सही दिशा में ले जाते हैं।
  • 10. शिक्षक छात्रों के जीवन के सबसे अच्छे गुरु होते हैं। इसलिए हमें उनका सम्मान करना चाहिए।

इनके बारे मे भी जाने

  • Essay in Hindi
  • New Year Essay
  • New Year Speech
  • Mahatma Gandhi Essay
  • My Mother Essay
  • My Family Essay
  • Environment Essay
  • Health Is Wealth Essay

मेरे शिक्षक पर लघु निबंध (Short Essay on My Teacher in Hindi)

My Teacher Essay in Hindi – शिक्षक के बिना विद्यार्थी नहीं रह सकता। जाहिर है, मुझे स्कूल और घर में कई शिक्षकों का साथ मिला है।

मैं किताबों से जो कुछ सीखता हूं, उसे वे पूरी तरह से समझाते हैं। इस प्रकार मुझे विभिन्न विषयों में अच्छा ज्ञान प्राप्त होता है।

वे मुझे व्यक्तिगत रूप से सलाह देते हैं। वे हर तरह से मेरा मार्गदर्शन करते हैं। अक्सर स्कूल में मैं उनकी कंपनी को पूरी तरह से नहीं ढूंढ पाता। लेकिन मैं उनके फुरसत में इसका आनंद लेने का प्रबंधन करता हूं।

मैं स्कूल के अलावा घर पर ही अपने प्राइवेट ट्यूटर्स के यहां पढ़ता हूं। वे मुझे मेरे गृहकार्य करने में मदद करते हैं। मैं उनकी मदद से अपने अध्ययन को संशोधित करता हूं।

कभी-कभी वे मेरी गलतियों के लिए मुझे फटकार लगाते हैं। लेकिन मुझे इससे ऐतराज नहीं है।

मैं अपने शिक्षकों से कई अच्छी आदतें सीखता हूं। वे मुझे जल्दी उठने, स्वच्छता की आदत बनाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।

मेरे शिक्षक निबंध 100 शब्द (my teacher essay 100 words in Hindi)

यदि हम कभी बैठकर अपना आशीर्वाद गिनें, तो हम उस महत्व को नज़रअंदाज़ नहीं कर पाएंगे जो हमारे जीवन में एक शिक्षक का है या था। शिक्षकों की तुलना अक्सर हमारे समाज के निर्माण खंडों से की जाती है जो हमें ज्ञान और ज्ञान की एक मजबूत नींव रखने में मदद करते हैं, जिस पर हम अपने जीवन और करियर का निर्माण करते हैं। यह सम्मानित पेशा अक्सर दूसरों के बीच सबसे सम्मानजनक में से एक के रूप में गिना जाता है क्योंकि यह शिक्षक हैं जो दूसरों के विकास में काम करते हैं। दूसरों को ज्ञान से समृद्ध करने और उनका मार्गदर्शन करने जैसे व्यक्तित्व गुणों के लिए कोई व्यक्ति स्वभाव से शिक्षक भी हो सकता है न कि पेशे से।

मेरे शिक्षक निबंध 150 शब्द (my teacher essay 150 words in Hindi)

My Teacher Essay in Hindi – शिक्षक पृथ्वी पर सबसे महत्वपूर्ण प्राणियों में से एक हैं क्योंकि वे छात्रों के व्यक्तित्व को ढालने में मदद करते हैं और उन्हें भविष्य के जीवन के लिए सही दिशा में मार्गदर्शन करते हैं। अध्यापन पेशे में, परिदृश्य लगभग किसी भी अन्य प्रतिष्ठित पेशे के समान है, जिसमें अच्छे और बुरे दोनों लोगों की उपस्थिति होती है, लेकिन दुनिया में बहुत कम शिक्षकों पर दुष्ट होने का दावा किया जाता है।

युवा आत्माओं के साथ व्यवहार करते समय शिक्षकों को हमेशा बहुत दयालु और समझदार होना चाहिए क्योंकि उनके खट्टे कार्यों का उन पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है। शिक्षण के ऐसे कई तरीके हैं जिन्हें शिक्षक पाठ को अधिक रोचक बनाने के लिए अनुकूलित कर सकते हैं। शिक्षकों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे उस अवधारणा के बारे में तैयार और आश्वस्त हैं जिसे वे कक्षा में पढ़ाने जा रहे हैं। ऐसी घटनाएं होती हैं जहां शिक्षकों ने दोस्तों या माता-पिता की तुलना में बहुत अधिक मदद की है। इसलिए, हम सभी को अपने शिक्षकों का सम्मान और प्यार करना चाहिए और उन्हें हमेशा अपनी याद में रखना चाहिए।

मेरे शिक्षक निबंध 200 शब्द (my teacher essay 200 words in Hindi)

राष्ट्र के विकास में एक शिक्षक की भक्ति काबिले तारीफ है, क्योंकि अच्छे शिक्षक आवश्यक संपत्ति हैं। शिक्षकों की उपस्थिति प्रागैतिहासिक समाज से रही है। शुरुआत में, जब कोई किसी चीज़ में बहुत अच्छा था, तो दूसरे ने उनसे अनुरोध किया कि वे उन्हें किसी चीज़ के बदले में इसके बारे में सिखाएँ

अधिकांश शिक्षक किसी को भी जरूरत पड़ने पर किसी भी समय मदद करने को तैयार रहते हैं। एक शिक्षक अपने छात्रों में अवधारणाओं के बारे में सफलतापूर्वक जिज्ञासा जगा सकता है और फिर उस ज्ञान की भूख या प्यास को सफलतापूर्वक संतुष्ट भी कर सकता है। एक आदर्श शिक्षक को शिक्षण में कुशल, ईमानदार, अनुशासित, प्रतिभाशाली, विनम्र, मेहनती, कर्तव्यपरायण और ईमानदार होना चाहिए।

शिक्षक छात्रों को डर पर काबू पाने में मदद करते हैं और प्रत्येक छात्र की क्षमता का पता लगाते हैं, कभी-कभी इससे पहले कि वे खुद को जान सकें। शिक्षकों को अक्सर समाज के अभिभावक देवदूत कहा जाता है, क्योंकि उनमें एक मित्र, मार्गदर्शक और दार्शनिक के सभी गुण होते हैं। एक शिक्षक अपने छात्रों की सफलता में अत्यधिक गर्व और व्यक्तिगत सफलता महसूस कर सकता है। एक अच्छा शिक्षक एक छात्र की शैक्षणिक सफलता से परे देख सकता है और उन्हें अपने जीवन के उद्देश्य को पूरा करने का मार्ग खोजने में मदद कर सकता है।

मेरे शिक्षक निबंध 250 शब्द – 300 शब्द (my teacher essay 250 words – 300 words in Hindi)

एक शिक्षक एक ऐसा व्यक्ति होता है जिसके पास दूसरों को सीखने, मार्गदर्शन करने और किसी समस्या को हल करने में मदद करने के लिए सराहनीय कौशल होता है। शिक्षकों के पास उत्कृष्ट संचार कौशल होना चाहिए ताकि छात्र सब कुछ समझ सकें और आसानी से सीख सकें। शिक्षकों के पास उनके पदनाम या जहां वे पढ़ा रहे हैं, के अनुसार कई साख हैं।

हमारे माता-पिता भी, एक हद तक, शिक्षक के रूप में योग्य होते हैं, भले ही वे गैर-पेशेवर होते हैं, लेकिन वे अभी भी हमारा मार्गदर्शन करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं और हमारे पैदा होने से पहले या उससे पहले भी हमारी मदद करने का संकल्प लेते हैं। शिक्षक भी उस अनुभव के साथ बढ़ते हैं जो उन्हें किसी संस्थान में अध्यापन के वर्षों के दौरान मिलता है। शिक्षक कई पीढ़ियों को अपने सामने बढ़ते हुए देखते हैं और कई बार, उनके व्यक्तित्व को गढ़ने में एक महत्वपूर्ण कारक बन जाते हैं।

किसी को आश्चर्य हो सकता है कि एक शिक्षक होना कितना कठिन हो सकता है, लेकिन मैं आपको बता दूं कि यह कोई आसान काम नहीं है। एक शिक्षक होने के नाते अपने शिक्षण के मामले में कुशल होना और अवधारणाओं को आसानी से समझाने में बहुत अच्छा होना, इसके अलावा, एक शिक्षक के पास प्रत्येक छात्र की प्रगति को समझने और गतिशील शिक्षा के साथ परिवर्तन पर काम करने के लिए जबरदस्त अवलोकन कौशल भी होगा। वर्तमान में प्रणाली।

इसके अलावा, एक शिक्षक होने का अर्थ यह भी है कि आप अपने छात्रों के ज्ञान, और पढ़ाए गए विषय पर दक्षता का परीक्षण करने में सक्षम हों और बाद में उन लोगों की मदद करें जो मूल्यांकन के परिणामों से स्पष्ट रूप से समझ नहीं पाए। इसलिए, हिंदू धर्म में शिक्षकों के महत्व को बेहतर ढंग से व्यक्त करने के लिए, ‘गुरु’ को अक्सर भगवान और माता-पिता के समान आसन दिया जाता है। किसी की सफलता के पीछे हमेशा एक शिक्षक का योगदान होता है।

  • My Best Friend Essay
  • My School Essay
  • pollution Essay
  • Essay on Diwali
  • Global Warming Essay
  • Women Empowerment Essay
  • Independence Day Essay
  • My Hobby Essay
  • Wonder Of Science Essay
  • Air Pollution Essay
  • Importance Of Education Essay
  • My Favourite Teacher Essay

मेरे शिक्षक निबंध 500 शब्द (my teacher essay 500 words in Hindi)

माई फेवरेट टीचर यात्रा के मार्ग का मार्गदर्शन और निर्देशन करने के लिए मूल्यवान पाठ प्रदान करते हैं और पूरे स्कूल-जीवन का मार्गदर्शन करते हैं। वे हर छात्र के जीवन में सकारात्मकता और नकारात्मकता का संतुलन हासिल करने का प्रयास करते हैं। हालांकि, एक सिक्के की तरह, शिक्षकों की दो श्रेणियां हैं- सख्त शिक्षक और समझदार शिक्षक। एक समझदार शिक्षक शिक्षण परिदृश्यों में सुधार करता है।

प्रत्येक शिक्षक का सबसे बड़ा अधिकार अपने छात्रों की उपलब्धियां होती हैं जिन्हें वे संजोते हैं। उनका मुख्य लक्ष्य अपने छात्रों को सामान्य समाज और पूरे राष्ट्र में एक व्यक्ति के रूप में हासिल करने के लिए प्रोत्साहित करना है। देश की भविष्य की उन्नति शिक्षक पर टिकी हुई है कि वह छात्रों को सफल उपलब्धि हासिल करने के लिए तैयार करे। वे महत्वपूर्ण संदेश देते हैं जो आवश्यक जीवन कारकों को प्राप्त करने के लिए परिस्थितियों की जांच करते हैं।

भारत में शिक्षकों के लिए मूल्यवान जीवन-पाठ और प्रेम को मनाने के लिए, हम भारत के दूसरे राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की स्मृति में लगातार 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के वार्षिक उत्सव की सराहना करते हैं। भारत में डॉ. एस. राधाकृष्णन, डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम, स्वामी विवेकानंद, प्रेमचंद जैसे महान शिक्षक हैं, और कई ऐसे शिक्षक हैं, जिन्होंने आगे बढ़ने के लिए मूल्यवान सबक दिए हैं।

शिक्षक महान रोल मॉडल होते हैं जो छात्र के निर्णयों को प्रभावित करते हैं। उदाहरण के लिए, भारत के सबसे प्रतिष्ठित राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ने अपने शिक्षक के कारण एक महान एयरोस्पेस इंजीनियर के रूप में अपना स्थान हासिल किया। पक्षी कैसे उड़ते हैं, इस पर श्री शिव सुब्रमण्यम अय्यर की शिक्षा ने समाज में डॉ कलाम के योगदान को प्रभावित किया।

पुश्तैनी युग के दौरान गुरु को भी गुरु के रूप में संबोधित किया जाता था, जो गुरुकुल प्रणाली के माध्यम से आध्यात्मिक और शैक्षणिक ज्ञान प्रदान करता था, और छात्र ज्ञान प्राप्त करने के लिए अपने गुरु के साथ रहते थे।

एक रोल मॉडल वह व्यक्ति होता है जो कुछ महान हासिल करने की क्षमता को प्रेरित करता है। हर छात्र के जीवन में माता-पिता के बाद शिक्षक सबसे प्रभावशाली व्यक्ति होते हैं। प्रत्येक बच्चा सबसे पहले प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों के माध्यम से सीखता है। फिर, छात्र का अगला चरण मध्य विद्यालय का शिक्षक होता है, जो आवश्यक किशोर संक्रमणों के माध्यम से छात्रों का मार्गदर्शन करता है। छात्र जीवन से संबंधित कई प्रश्नों के साथ अपनी मध्य विद्यालय यात्रा के माध्यम से युवा वयस्कों के रूप में परिपक्व होते हैं। एक हाई स्कूल शिक्षक छात्र के जीवन के नए चरण के प्रश्नों के लिए मार्गदर्शन और मूल्यों को प्रदान करने में मदद करता है। प्रत्येक शिक्षक की सर्वोच्च संतुष्टि या उपलब्धि यह है कि सम्मान के माध्यम से सफलता प्राप्त करने के लिए छात्रों को बढ़ते हुए देखें।

प्रत्येक छात्र के जीवन के प्रारंभिक चरणों के दौरान शिक्षकों का महत्वपूर्ण प्रभाव होता है। छोटे छात्र शिक्षकों में अत्यधिक विश्वास रखते हैं और उसी के अनुसार सुनते हैं। यह छात्रों पर शिक्षक के प्रभाव के महत्व को दर्शाता है। जैसे-जैसे कोई बड़ा होता है, और कॉलेज की ओर जाता है, तब शिक्षक मित्र और संरक्षक बन जाते हैं जो जीवन की महान उपलब्धियों के लिए प्रेरित करते हैं। शिक्षक अनजाने में छात्रों को महत्वपूर्ण, मूल्यवान जीवन पाठ प्रदान करते हैं। उदाहरण के लिए, जब किसी छात्र को चोट लगती है, तो शिक्षक उसे अस्पताल में सहायता करता है जिससे छात्र सुरक्षित महसूस करता है। वे स्कूल में माता-पिता की भूमिका निभाते हैं।

एक शिक्षक न केवल सलाह देता है, बल्कि समय बढ़ने पर वे विभिन्न भूमिकाएँ भी अपनाते हैं। समय के साथ, वे दुखी होने पर दोस्त बन जाते हैं, चोट लगने पर माता-पिता और महान सलाहकार। इस प्रकार, शिक्षक महान गुरु होते हैं जो एक छात्र के जीवन को प्रभावित करते हैं और उसे आकार देते हैं। उनमें कई विशेषताएं हैं जो प्रत्येक छात्र के जीवन में एक विशेष स्थान रखती हैं।

मेरे शिक्षक निबंध पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

शिक्षकों के पास कौन से आवश्यक गुण हैं.

शिक्षक एक दयालु, मिलनसार, धैर्यवान, देखभाल करने वाले, सक्षम परामर्शदाता, खुले विचारों वाले और सुलभ जैसे कई गुण रखते हैं।

एक प्रभावी शिक्षक के रूप में किसे माना जाता है?

एक प्रभावी शिक्षक एक अच्छी तरह से प्रशिक्षित औपचारिक व्यक्ति होता है जो सभी छात्रों को पूरा करता है, शिक्षण अवधि को अधिकतम करता है, छात्रों की निगरानी करता है, अपेक्षाओं का उच्च उत्साह रखता है, और उनकी क्षमता और शिल्प को दर्शाता है।

एक शिक्षक की जिम्मेदारी क्या है?

एक जिम्मेदार शिक्षक दैनिक पाठ योजना तैयार करता है और अपने छात्रों को सभी स्तरों पर शिक्षित करता है। वे अपने छात्रों को होमवर्क, ग्रेड और हर छात्र की प्रगति का दस्तावेजीकरण करते हैं। वे विभिन्न विषयों पर छात्रों को निर्देश देते हैं कि यह सुनिश्चित करें कि उनके छात्र आकर्षक अध्ययन योजनाओं के साथ पहुंचें।

शिक्षक बनने में कितना समय लगेगा?

एक पेशेवर शिक्षक बनने से पहले, जो एक शैक्षणिक संस्थान में पढ़ाएगा, किसी को स्कूल पूरा करना होगा, फिर तीन या चार साल का कॉलेज, और शायद शिक्षक बनने के लिए दो साल का प्रशिक्षण।

क्या कोई ऐसी तारीख है जो पूरी तरह से शिक्षक दिवस के रूप में पहचानती है?

हाँ वहाँ है। यूनेस्को ने हर साल 5 अक्टूबर को शिक्षक दिवस के रूप में पेश किया जिसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाया जा सकता है।

क्या अध्यापन पेशा वही है जो बीस साल पहले था?

आपके प्रश्न का उत्तर नहीं है, क्योंकि शिक्षा क्षेत्र लगातार विकसित हो रहा है, और इसी तरह शिक्षण पद्धतियां भी हैं। जब हमारे माता-पिता को शिक्षकों द्वारा पढ़ाया जाता था, तब से लेकर अब तक कई बदलाव हुए।

english speaking course

Learn English at Home

Essay on My Teacher (मेरे अध्यापक पर निबंध)

Essay on my teacher ( मेरे अध्यापक पर निबंध ).

Let’s start the Essay on My Teacher.. ..

Outlines of the Essay

  • Introduction ( परिचय )
  • My Favourite Teacher ( मेरे पसंदीदा शिक्षक )
  • Her values ( उनका महत्व )
  • My teacher’s best things (मेरे अध्यापक की सबसे अच्छी बातें)

Conclusion of the Essay ( निबंध का निष्कर्ष )

Spoken English Guru English Speaking Course Kit

Introduction   ( परिचय )

It’s said, there’s no knowledge, no wisdom without your guru . There are books all around the world, we can easily have access to them, but the way and things that a teacher brings closer to our prism of perspective are way too far to compare with anything.

कहा जाता है कि बिना गुरु के किसी ज्ञान, किसी बुद्धिमता का कोई अस्तित्व नहीं होता है। दुनिया भर में हर जगह किताबें उपलब्ध हैं, हम आसानी से उन्हें पा सकते हैं, लेकिन एक अध्यापक जिस तरह से विचारों को हमारे सोचने- समझने के तरीके के सामने रखते हैं, वह अतुलनीय होता है।

Teachers enlighten our minds, closely associated with us remind us of things we could do with our lives, books and potentials. We might read out a thing from the book and completely understand it but that doesn’t suffice the presence of a teacher. We all require someone to guide.

अध्यापक हमारे दिमाग को तेज करते हैं। वे हमारे साथ रहकर हमें उन लक्ष्यों की याद दिलाते हैं जिन्हें हम अपने जीवन, पुस्तकों और क्षमताओं के सहारे पा सकते हैं। हम पुस्तक से किसी चीज़ को तो पढ़ सकते हैं और इसे पूरी तरह से समझ सकते हैं लेकिन एक अध्यापक की मौजूदगी को पूरा नहीं कर सकते है। हम सभी को किसी न किसी के मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है।

My Favourite Teacher ( मेरे पसंदीदा अध्यापक )

I have various teachers in school, different teachers for every subject. I like all of them, all of them have a different way of teaching, talking, checking our notebooks and dealing with the subject. There are times I’m scared of telling people that I don’t get a few concepts in Mathematics, but I’m glad that I can go up to my teacher of Maths. He’s a nice person and tells me Maths is a tricky subject, but if I get the trick It would become easier.

मेरे स्कूल में कई अध्यापक हैं, विभिन्न विषयों के लिए विभिन्न अध्यापक हैं। मुझे वे सभी पसंद हैं, उन सभी के पढ़ाने, बातचीत करने, हमारी नोटबुक को चेक करने और किसी विषय के बारे में समझाने का एक अलग तरीका है। कई बार मैं लोगों को यह बताने से डरता हूं कि मुझे गणित (मैथ्स) की कुछ अवधारणाएं (कॉन्सेप्ट्स) नहीं आते, लेकिन मुझे खुशी है कि मैं इसके बारे में जानने के लिए अपने मैथ्स के टीचर के पास जा सकता हूँ। वह एक अच्छे इंसान है और मुझे बताते हैं कि मैथ्स एक ट्रिकी विषय है, लेकिन अगर ट्रिक को समझ लिया जाए तो ये आसान लगने लगेगा।

Out of all the teachers, I like my English teacher the most. Her name is Divya. She is a new teacher in our school. She says, she has taught in many other schools of the city as well. She has come across various work cultures, new students, new people, new school buildings etc. She admits that she loves teaching and doesn’t regret to choose this profession, this is the only thing that doesn’t bore her.

सभी अध्यापकों में से, मुझे अपनी इंग्लिश की अध्यापक सबसे अधिक पसंद हैं। उनका नाम दिव्या है। वह हमारे स्कूल के लिए एक नई अध्यापक है, वह कहती हैं कि उन्होंने शहर के कई अन्य स्कूलों में भी पढ़ाया है, उनका विभिन्न प्रकार की संस्कृतियों, नए स्टूडेंस, नए लोग, नए स्कूल बिल्डिंग आदि से मिलना हुआ है।वह स्वीकार करती है कि उन्हें पढ़ाना बहुत पंसद है और इस पेशे को चुनने के लिए पछतावा नहीं करती है, यह एकमात्र ऐसी चीज है जो उन्हें बोर नहीं करती है।

She comes up with new poems even out of our texts and explains them to us in great detail. She has got a great sense of humour. She plays games with us in the free period, she is very friendly and doesn’t let the teacher-student relationship barrier hurt the students.

यहाँ तक कि वह हमारे पाठ्यक्रम के बाहर से भी नई कविताओं को लेकर आती हैं और उन्हें हमें विस्तार से समझाती हैं। उनका सेंस ऑफ ह्यूमर बहुत अच्छा है। वह खाली समय में हमारे साथ गेम खेलती हैं, वह बहुत ही मिलनसार हैं और वह शिक्षक और विधार्थी के बीच की दूरी को बनाकर भी हमें सहज महसूस कराती हैं।

Her Nature ( उनका स्वभाव )

She’s very humble, friendly and interactive and that’s why everyone likes her. She accepts all of us with our imperfections as well, with our grammatical mistakes and spelling errors. She’s very open to new opinions and recommendations.

वह बहुत ही विनम्र, मिलनसार, विचार-विमर्श करने वाली (इंटरैक्टिव) हैं और इसी वजह से हर कोई उन्हें पंसद करता है। वह हमें हमारी सभी कमियों के बावजूद स्वीकार करती हैं, ग्रामर की गलतियाँ हों या फिर स्पेलिंग मिस्टेकस । वह नए विचारों और सुझावों का खुले दिल से स्वागत करती हैं।

She says, she has been an ardent reader since school and encourages us to do the same. She tells us that she wants to study more so that she can engage more in teaching and she could then come up with more diverse and better ideas. She says that Education is the most golden tool of growth and encourages us to learn as much as we can, from all the possible sources possible.

वह कहती हैं कि अपने स्कूल के समय से ही वह एक उत्साही पाठक (पढ़ने वाली) रही हैं और हमें भी ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित करती हैं। वह हमें बताती हैं कि वह और अधिक पढ़ाई करना चाहती है ताकि टीचिंग के क्षेत्र में और अधिक काम कर सके और फिर ज्यादा विविधता और बेहतर विचारों के साथ पढ़ा सके। वह कहती हैं कि ‘शिक्षा’ विकास के लिए सबसे सुनहरा साधन है और यह हमें सभी मुमकिन स्रोतों (सोर्सज) से जितना संभव हो सके उतना सीखने के लिए प्रोत्साहित करता है।

My Teacher’s best things ( मेरे अध्यापक की सबसे अच्छी बातें )

My Teacher’s best thing is her teaching style, her elegance, her interactivity, her openness to new ideas or thoughts. There are many other great things about her, I’m lucky having found her.

मेरे अध्यापक की सबसे अच्छी चीज है उनके पढ़ाने का तरीका, उनकी शिष्टता, उनके बातचीत करने का तरीका, नई सोच और विचारों के प्रति उनका खुलापन। उसके बारे में कई अन्य अच्छी चीजें हैं, मैं उनका साथ पाकर भाग्यशाली समझता हूँ।

A teacher has very influential energy to pass with his/her students. Students are generally imitative, they imitate what their teachers do, we similarly follow our teachers’ ideas and paths. They’re true path guiders, their role is very crucial to one’s development and becoming one individual.

एक अध्यापक के पास अपने स्टूडेंटस को देने के लिए बहुत प्रभावशाली ऊर्जा होती है। स्टूडेंट सामान्यतः अनुसरण करने वाले होते हैं, उनके अध्यापक जो भी करते हैं वे उसका अनुसरण करते हैं, हम भी बिल्कुल इसी तरह अपने शिक्षक के विचारों और रास्तों पर चलते हैं। वे सच्चे पथ प्रदर्शक होते हैं, उनकी भूमिका हमारे विकास में और हमारे व्यक्तित्व को बनाने में अति महत्वपूर्ण होती है।

I hope, you like this Essay on My Teacher.

TRENDING ARTICLES:

  • Aditya’s Journey (2003 – 2019)
  • Essay on My Family
  • Essay on Myself

90 Days इंग्लिश स्पीकिग कोर्स किट (Offline): CLICK HERE 90 Days इंग्लिश स्पीकिग कोर्स (Online): CLICK HERE सभी Books की PDF eBooks का सैट: CLICK HERE 6 months ऑनलाइन ब्लॉगिंग कोर्स: CLICK HERE 6 months ऑनलाइन कम्प्यूटर कोर्स: CLICK HERE YouTube: CLICK HERE Facebook: CLICK HERE Instagram: CLICK HERE Android App: CLICK HERE

अगर आपको ये आर्टिकल (Essay on My teacher) पसन्द आया हो, तो इसे अपने दोस्तों के साथ WhatsApp, Facebook आदि पर शेयर जरूर करिएगा। Thank you! – Aditya sir

13 thoughts on “Essay on My Teacher (मेरे अध्यापक पर निबंध)”

' src=

You are my favorite teacher in my life so far i have never seen a teacher like you in my hole life who is completely devoted to her childern even though i have no met you but i consider you my ideal i have got a lot to learn from your video sir i don’t have word to express thanks to you love you sir Amit Negi From Uttrakhand

' src=

Pingback: Essay on Internet (इंटरनेट पर निबंध) 2019 - Study Master

Pingback: Essay on Rainy Season for Children and Students - Study Master

Pingback: Essay on Mahatma Gandhi in English (महात्मा गांधी पर निबंध) - October 2019

' src=

आपका आर्टिकल पढ़कर मुझे बहुत अच्छा लगा. में अक्सर आपके ब्लॉग के न्यू आर्टिकल्स पढ़ती हूं जिससे मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला. आपके सभी आर्टिकल से टॉपिक को पूरी तरह से समझने की पूर्ण क्षमता होती है. आप इसी तरह से हमें अपना ज्ञान देते रहे इसके लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद.

' src=

Dear Shivanee, Thank you so much for your kind words. As well, I personally checked your blogs (essays & history); you are doing a great job. Keep it up. All the best! – Aditya

' src=

Thank you for your help ? I am So happy from Work ?……. Again Thank you So much ?

Thank you for your Help…… I am So happy from your Work….!!!!! Your Essay Reminds me of my English Teacher ………. Thank you So much ??

Anushka Chaudhary From Uttar Pradesh, India

' src=

very nice essay .. thanks for sharing

' src=

This is great for me I am class 8 student

' src=

Bhot achcha

' src=

Leave a Comment Cancel Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

hindi essay on teacher

30,000+ students realised their study abroad dream with us. Take the first step today

Here’s your new year gift, one app for all your, study abroad needs, start your journey, track your progress, grow with the community and so much more.

hindi essay on teacher

Verification Code

An OTP has been sent to your registered mobile no. Please verify

hindi essay on teacher

Thanks for your comment !

Our team will review it before it's shown to our readers.

hindi essay on teacher

  • Essays in Hindi /

Essay on Teachers Day in Hindi : कैसे लिखें शिक्षक दिवस पर निबंध 100, 200 और 500 शब्दों में

' src=

  • Updated on  
  • सितम्बर 6, 2023

Essay on Teachers Day in Hindi

आज शिक्षक दिवस है। हर साल 5 सितंबर के दिन शिक्षक दिवस मनाया जाता है। शिक्षक दिवस पर निबंध परीक्षा, स्कूल असाइनमेंट आदि की दृष्टि से बहुत ही महत्त्वपूर्ण विषय है। ऐसे में आइये जान लेते हैं शिक्षक दिवस पर निबंध के कुछ सैंपल निबंध। इस ब्लॉग को अंत तक पढ़ें और जानिए 100, 200 और 500 शब्दों में Essay on Teachers Day in Hindi. 

Essay on Teachers Day in Hindi 100 शब्दों में  

100 शब्दों में शिक्षक दिवस पर निबंध कुछ इस प्रकार है –

शिक्षक दिवस हर साल 5 सितंबर को मनाया जाता है। इस दिन हम अपने शिक्षकों को समर्पण और आभार दिखाते हैं। शिक्षक हमारे जीवन के महत्वपूर्ण हिस्से होते हैं, वे हमें ज्ञान और मार्गदर्शन प्रदान करते हैं।

शिक्षक दिवस के दिन विद्यालयों में विशेष कार्यक्रम आयोजित होते हैं और छात्र अपने शिक्षकों के साथ समय बिताते हैं। यह दिन हमें याद दिलाता है कि शिक्षक हमारे जीवन में कितना महत्वपूर्ण होता है और हमें उनके साथ आभारी और समर्पित रहना चाहिए।

इसलिए, हमें शिक्षकों के प्रति गहरा समर्पण दिखाना चाहिए और उनके प्रयासों को सराहना करना चाहिए। शिक्षक दिवस हमें यह याद दिलाता है कि शिक्षा हमारे समाज के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

hindi essay on teacher

Essay on Teachers Day in Hindi 200 शब्दों में   

200 शब्दों में शिक्षक दिवस पर निबंध कुछ इस प्रकार है –

शिक्षक दिवस हर साल 5 सितंबर को मनाया जाता है और यह दिन शिक्षकों के समर्पण और योगदान को सलाम करने के लिए उपयोगी है। शिक्षक हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, वे हमें ज्ञान और नैतिक मूल्यों का पाठ पढ़ाते हैं।

शिक्षक दिवस के दिन विद्यालयों में विशेष कार्यक्रम आयोजित होते हैं जिनमें छात्र अपने शिक्षकों को सम्मान देते हैं। छात्र अपने पसंदीदा शिक्षकों को उनके योगदान के लिए धन्य करते हैं और उनका आभार व्यक्त करते हैं।

शिक्षक दिवस हमें याद दिलाता है कि शिक्षा हमारे समाज के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और हमें उनके साथ आभारी और समर्पित रहना चाहिए। इसलिए, इस दिन हमें शिक्षकों के प्रति गहरा समर्पण दिखाना चाहिए और उनके प्रेरणास्पद शिक्षण के लिए सराहना करना चाहिए।

इस दिवस के माध्यम से हम शिक्षकों को उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए प्रशंसा और सम्मान प्रदान करते हैं और उनके साथ अपना आभार व्यक्त करते हैं।

hindi essay on teacher

Essay on Teachers Day in Hindi 500 शब्दों में  

500 शब्दों में Essay on Teachers Day in Hindi कुछ इस प्रकार है –

प्रस्तावना 

शिक्षा ही हमारे समाज के उत्थान की कुंजी है और शिक्षक ही इस कुंजी के धारक होते हैं। शिक्षकों का हमारे जीवन में महत्त्व रेखांकित करने के लिए शिक्षक दिवस हर साल 5 सितंबर को मनाया जाता है। शिक्षक हमारे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, वे हमें ज्ञान और समझ प्रदान करते हैं, जो हमारे विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं।

शिक्षक दिवस का महत्व 

शिक्षक दिवस के दिन हम अपने शिक्षकों के प्रति आभार और समर्पण की भावना प्रकट करते हैं। हम उनके साथ अपने अनुभव साझा करते हैं और उनसे उनके जीवन के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं, जिससे हम उनके साथ ज्यादा जुड़ सकें। इस दिन हमें यह भी याद दिलाया जाता है कि शिक्षक न केवल ज्ञान के दाता होते हैं, बल्कि वे हमारे मार्गदर्शक और प्रेरणा स्रोत भी होते हैं।

शिक्षक दिवस का महत्व यह भी है कि यह हमें याद दिलाता है कि शिक्षा हमारे समाज के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। शिक्षकों के बिना कोई भी समाज प्रगति नहीं कर सकता, और इसलिए हमें उनके प्रति गहरा समर्पण और आभार दिखाना चाहिए। वे न केवल हमें पढ़ाते हैं, बल्कि हमारे चरित्र का निर्माण भी करते हैं, और इस दिन के माध्यम से हम उनके योगदान के लिए सराहना करते हैं और उनके प्रेरणास्पद शिक्षण के लिए धन्य मानते हैं।

शिक्षक दिवस हमें शिक्षा के महत्व को पुनर्निरीक्षित करने का मौका भी देता है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि शिक्षा ही हमारे समाज के उत्थान की कुंजी है और शिक्षक ही इस कुंजी के धारक होते हैं। उनका योगदान हमारे देश के भविष्य को बनाने और सुधारने में महत्वपूर्ण होता है।

शिक्षक दिवस का उद्देश्य 

इस दिन को मनाने के द्वारा हम शिक्षकों को उनके साथी और मार्गदर्शक के रूप में स्वीकार करते हैं। हम उनके साथ एक टीम के रूप में काम करते हैं जो शिक्षा के क्षेत्र में नए उत्थानों को साधने का प्रयास कर रही है।

इस दिन हमें यह भी समझने को मिलता है कि शिक्षक शिक्षा देने के लिए अपने समय, समर्पण, और पूरा दिल लगा देते हैं। उनका काम विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि वे नई पीढ़ियों को ज्ञान और आदर्शों के साथ संजीवनी शक्ति प्रदान करते हैं।

इस दिन को मनाने के द्वारा हम शिक्षकों को साथी और मार्गदर्शक के रूप में स्वीकार करते हैं। हम उनके साथ एक टीम के रूप में काम करते हैं जो शिक्षा के क्षेत्र में नए उत्थानों को साधने का प्रयास कर रही है।

निष्कर्ष 

शिक्षक दिवस हमारे शिक्षकों के प्रति हमारी आदर और समर्पण की भावना को प्रकट करने का मौका है। इस दिन हम उनके योगदान की प्रशंसा करते हैं और उनके साथ उनके महत्वपूर्ण कार्य के प्रति आभारी रहते हैं। शिक्षक दिवस हमें शिक्षा के महत्व को समझने और मान्यता देने का अवसर प्रदान करता है और हमें उनके साथ आभारी और समर्पित रहने का संकेत देता है।

hindi essay on teacher

शिक्षक दिवस पर 10 लाइन्स

शिक्षक दिवस पर 10 लाइन्स कुछ इस प्रकार हैं –

  • शिक्षक दिवस हर साल 5 सितंबर को मनाया जाता है। 
  • यह दिन शिक्षकों के समर्पण और योगदान को सलाम करने के लिए उपयोगी है।
  • शिक्षक हमारे जीवन में ज्ञान का प्रदाता होते हैं।
  • उनका योगदान हमारे भविष्य को सवरने में महत्वपूर्ण होता है।
  • शिक्षकों का महत्व न केवल ज्ञान देने में होता है, बल्कि वे हमारे चरित्र का निर्माण भी करते हैं।
  • शिक्षक दिवस के दिन विद्यालयों में विशेष कार्यक्रम आयोजित होते हैं।
  • छात्र अपने पसंदीदा शिक्षकों को समर्पण और सम्मान देते हैं।
  • शिक्षक दिवस हमें शिक्षा के महत्व को याद दिलाता है।
  • हमें अपने शिक्षकों के प्रति आभारी और समर्पित रहना चाहिए।
  • इस दिन हम शिक्षकों के प्रति अपनी प्रशंसा और सम्मान व्यक्त करते हैं।

शिक्षक दिवस कोट्स 

शिक्षक दिवस पर कुछ उपयोगी शिक्षक दिवस कोट्स हैं:

“शिक्षक वो डायमंड होते हैं जो सोंधकर सोंधकर चमकते हैं।” 
“शिक्षा एक ज्यों का उपहार है जो आपके जीवन को रौशनी से भर देता है।” – एल्बर्ट आइंस्टीन
“शिक्षक हमारे भविष्य के निर्माणकर्ता होते हैं, वे नई पीढ़ियों को सपनों की दिशा में ले जाते हैं।” – फ्रैंका पॉम्पडियू
“शिक्षकों का काम न केवल ज्ञान देने में होता है, बल्कि वे जीवन के मूल्यों और नैतिकता की प्रेरणा भी प्रदान करते हैं।” – विक्रम पाटिल
“शिक्षा ही सबसे बड़ा धन है जो हमें कभी नहीं छूटने चाहिए।” 
“शिक्षक एक प्रेरणास्पद द्वार होते हैं जो ज्ञान की दुकान खोलते हैं।” 
“शिक्षा एक पूर्णता की ओर की पहल है, और शिक्षक हमें उस पूर्णता की ओर ले जाते हैं।” 
“शिक्षक वो दीपक होते हैं जो अन्धकार को दूर करते हैं और ज्ञान की रोशनी प्रदान करते हैं।”

शिक्षक दिवस भारत में हर साल 5 सितंबर को मनाया जाता है। इस दिन शिक्षकों के समर्पण और योगदान को समर्थन और सम्मान करने का मौका होता है।

शिक्षक दिवस की शुरुआत भारतीय विद्वान और भारतीय गणराज्य के पहले उपराष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन के रूप में 1962 में की गई थी।

शिक्षक दिवस का महत्व शिक्षकों के समर्पण और योगदान को समर्थन और सम्मान करने का है। यह एक मौका है छात्रों के लिए उनके पसंदीदा शिक्षकों के साथ समय बिताने का और उनके प्रति आभार और समर्पण व्यक्त करने का।

शिक्षक दिवस के दिन विद्यालयों और शिक्षा संस्थानों में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जैसे कि सभाएँ, प्रतियोगिताएँ, और शिक्षकों के सम्मान का आयोजन। छात्र अपने शिक्षकों को प्रशंसा और सम्मान प्रदान करते हैं।

शिक्षक दिवस का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों के समर्पण और योगदान को समर्थन और सम्मान करना है। यह एक दिन है जब छात्र अपने शिक्षकों के प्रति अपनी प्रशंसा और समर्पण की भावना प्रकट करते हैं।

शिक्षक दिवस का महत्व न केवल भारत में होता है, बल्कि यह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी मनाया जाता है ताकि शिक्षकों के महत्व को दुनिया भर में समझा जा सके।

यह था शिक्षक दिवस पर निबंध, Essay on Teachers Day in Hindi पर हमारा ब्लॉग। इसी तरह के अन्य निबंध से सम्बंधित ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।

' src=

विशाखा सिंह

A voracious reader with degrees in literature and journalism. Always learning something new and adopting the personalities of the protagonist of the recently watched movies.

प्रातिक्रिया दे जवाब रद्द करें

अगली बार जब मैं टिप्पणी करूँ, तो इस ब्राउज़र में मेरा नाम, ईमेल और वेबसाइट सहेजें।

Contact no. *

browse success stories

Leaving already?

8 Universities with higher ROI than IITs and IIMs

Grab this one-time opportunity to download this ebook

Connect With Us

30,000+ students realised their study abroad dream with us. take the first step today..

hindi essay on teacher

Resend OTP in

hindi essay on teacher

Need help with?

Study abroad.

UK, Canada, US & More

IELTS, GRE, GMAT & More

Scholarship, Loans & Forex

Country Preference

New Zealand

Which English test are you planning to take?

Which academic test are you planning to take.

Not Sure yet

When are you planning to take the exam?

Already booked my exam slot

Within 2 Months

Want to learn about the test

Which Degree do you wish to pursue?

When do you want to start studying abroad.

September 2024

January 2025

What is your budget to study abroad?

hindi essay on teacher

How would you describe this article ?

Please rate this article

We would like to hear more.

सोचदुनिया

शिक्षक पर निबंध

Essay on Teacher in Hindi

शिक्षक पर निबंध : Essay on Teacher in Hindi :- आज के इस लेख में हमनें ‘शिक्षक पर निबंध’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है। यदि आप शिक्षक पर निबंध से सम्बंधित जानकारी खोज रहे है? तो इस लेख को शुरुआत से अंत तक अवश्य पढ़े। तो चलिए शुरू करते है:-

शिक्षक पर निबंध : Essay on Teacher in Hindi

प्रस्तावना :-

एक व्यक्ति के जीवन का सबसे महत्वपूर्ण भाग उसका बचपन होता है। बचपन में सीखी गई चीज़ें उसे उसके भविष्य के लिए तैयार करती है। एक व्यक्ति का बचपन एक कच्चे घड़े के समान होता है।

जिस प्रकार मिट्टी के एक कच्चे घड़े को कुम्हार किसी भी आकृति में ढाल सकता है, ठीक उसी प्रकार एक बच्चे को भी बचपन मे ही जिस आकृति में ढाल दिया जाता है उसी तरह का उसका पूरा जीवन हो जाता है।

जिस प्रकार मिट्टी के घड़े को आकृति देने का काम एक कुम्हार का होता है, उसी प्रकार एक बच्चे को शिक्षित करने का काम एक शिक्षक का होता है। किसी भी चीज़ को सीखने के लिए गुरु की आवश्यकता होती है।

शिक्षक का महत्व :-

एक मनुष्य के जीवन में जितना अधिक महत्व शिक्षा का होता है, उतना ही अधिक महत्व शिक्षक का भी होता है। क्योंकि शिक्षक ही एक बच्चे को सही ज्ञान प्रदान कर शिक्षित करता है। शिक्षक कक्षा के प्रत्येक छात्र को बराबर नजरों से देखता है। वह प्रत्येक विद्यार्थी की कमजोरी व ताकत को समझकर उन्हें रास्ता दिखाता है।

इसीलिए शिक्षक समय-समय पर परीक्षा लेकर बच्चे की स्थिति से उन्हें अवगत करवाता है, ताकि विद्यार्थी यह जान सके कि उन्हें कितनी अधिक मेहनत की आवश्यकता है। एक शिक्षक ज्ञान का दीपक होता है। वह अपने चारों तरफ ज्ञान का प्रकाश फैलाता है।

शिक्षक भविष्य के निर्माता :-

हमारी जिंदगी में बहुत से रिश्तें आते है और चले जाते हैं, लेकिन सिर्फ हमारे माता-पिता ही होते है, जो बिना स्वार्थ के हमारे साथ रहते है। यदि माता-पिता के बाद कोई व्यक्ति जो हमारे भविष्य के बारे में सोचता है, तो वह और कोई नही बल्कि शिक्षक ही होता है।

शिक्षक एक देश के भविष्य में बहुत बड़ा योगदान देता है। एक देश का भविष्य उसके युवाओं व बच्चों के हाथ में होता है, क्योंकि भविष्य में बच्चों को ही कुछ न कुछ बनकर देश को संभालना है। इन सभी को सही शिक्षा प्रदान करने का काम शिक्षकों का होता है।

शिक्षक कैसे बनते है? :-

एक व्यक्ति को ज्ञान प्रदान करने वाला एक शिक्षक होता है। एक शिक्षक के पास भी काफी अधिक ज्ञान होना चाहिए, ताकि वह बच्चों को सही ज्ञान प्रदान कर सके। इसके लिए भारत सरकार द्वारा एक बी.एड. की पढ़ाई होती है, जो कि एक शिक्षक बनने के लिए करनी पड़ती है।

उसके बाद ही वह बच्चों को शिक्षित करने योग्य बनता है। यदि कोई उच्च कक्षा के बाच्चों को शिक्षा प्रदान करना चाहता है, तो उसे और भी अधिक शिक्षा प्राप्त करनी होती है।

एक शिक्षक एक विद्यार्थी का भविष्य तय करता है। पहले के समय में बच्चे गुरुकुल में गुरू से धर्म के बारे में सीखते थे। अब बच्चे शिक्षकों से शिक्षा प्राप्त करने के लिए विद्यालय जाते है और शिक्षक एक विद्यार्थी को ज्ञान प्रदान करता है।

कईं बार शिक्षक विद्यार्थियों को कठोरता से समझाता हैं, कईं बार विद्यार्थियों को वह कठोरता बिल्कुल पसंद नहीं आती है। लेकिन भविष्य में वही कठोरता बच्चों के भविष्य को उज्ज्वल बनाती है।

हमारे पुराणों में भी कहा है कि जब भगवान व गुरु दोनों खड़े हो, तो एक छात्र को हमेशा पहले गुरु के चरणों को स्पर्श करना चाहिए। भगवान को भी पृथ्वी पर आकर ज्ञान लेने के लिए गुरु का ही सहारा लेना पड़ता है।

अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।

अगर इस लेख के द्वारा आपको किसी भी प्रकार की जानकारी पसंद आई हो तो, इस लेख को अपने मित्रों व परिजनों के साथ  फेसबुक  पर साझा अवश्य करें और हमारे  वेबसाइट  को सबस्क्राइब कर ले।

' src=

नमस्कार, मेरा नाम सूरज सिंह रावत है। मैं जयपुर, राजस्थान में रहता हूँ। मैंने बी.ए. में स्न्नातक की डिग्री प्राप्त की है। इसके अलावा मैं एक सर्वर विशेषज्ञ हूँ। मुझे लिखने का बहुत शौक है। इसलिए, मैंने सोचदुनिया पर लिखना शुरू किया। आशा करता हूँ कि आपको भी मेरे लेख जरुर पसंद आएंगे।

Similar Posts

वसंत ऋतु पर निबंध

वसंत ऋतु पर निबंध

वसंत ऋतु पर निबंध : Essay on Spring Season in Hindi:- आज के इस महत्वपूर्ण जानकारी से भरे लेख में हमनें ‘वसंत ऋतु पर निबंध’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।

होली 2023 पर निबंध

होली 2023 पर निबंध

होली पर निबंध : Essay on Holi 2023 in Hindi:- आज के इस महत्वपूर्ण जानकारी से परिपूर्ण लेख में हमनें ‘होली पर निबंध’ से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी प्रदान की है।

महिला शिक्षा पर निबंध

महिला शिक्षा पर निबंध

महिला शिक्षा पर निबंध : Essay on Woman Education in Hindi:- आज के इस महत्वपूर्ण लेख में हमनें ‘महिला शिक्षा पर निबंध’ से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी प्रदान की है।

भारत में आतंकवाद पर निबंध

भारत में आतंकवाद पर निबंध

भारत में आतंकवाद पर निबंध : Essay on Terrorism in India in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘भारत में आतंकवाद पर निबंध’ से सम्बंधित पूरी जानकारी प्रदान की है।

दुर्गा पूजा पर निबंध

दुर्गा पूजा पर निबंध

दुर्गा पूजा पर निबंध: Essay on Durga Puja in Hindi:- आज के इस महत्वपूर्ण जानकारी से पूर्ण लेख में हमनें ‘दुर्गा पूजा पर निबंध’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।

खेल पर निबंध

खेल पर निबंध

खेल पर निबंध : Essay on Sports in Hindi:- आज के इस बेहद महत्वपूर्ण जानकारी से परिपूर्ण लेख में हमनें ‘खेल पर निबंध’ से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी प्रदान की है।

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

hindi essay on teacher

शिक्षक दिवस पर निबंध

Teachers Day Essay in Hindi

विद्यार्थियों के जीवन में शिक्षक का एक विशेष स्थान होता है। राष्ट्र के भविष्य को सवारने में शिक्षको की महत्त्व भूमिका होती है, उनके की सहायता से एक आदर्श नागरिक का जन्म होता है।

5 सितंबर को हमारे देश में शिक्षकों के सम्मान में शिक्षक दिवस मनाया जाता है, वहीं आज की युवा पीढी को शिक्षकों के महत्व को समझाने एवं गुरु-शिष्य के अनूठे रिश्ते की परंपरा को कायम रखने के लिए आजकल स्कूल-कॉलेजों में इस विषय पर निबंध प्रतियोगिता आयोजित करवाई जाती है, या फिर कई बार परीक्षा में इस दिवस पर निबंध लिखने के लिए कहा जाता है।

जीवन में शिक्षक के महत्त्व को समझने के लिए विभिन्न शब्दों एवं आसान और सरल शब्दों में हम यहाँ शिक्षक दिवस पर निबंध –  Teachers Day Essay  उपलब्ध कराने जा रहे है, जो आपके बच्चो और विद्यार्थियों के लिए विविध प्रतियोगिताओ में उपयोगी साबित हो सकते है।

Teachers Day Essay in Hindi

शिक्षक दिवस पर निबंध – Teachers Day Essay in Hindi

हमारी सफलता के पीछे हमारे शिक्षक का बहुत बड़ा हाथ होता है। हमारे माता-पिता की तरह ही हमारे शिक्षक के पास भी ढ़ेर सारी व्यक्तिगत समस्याएँ होती हैं लेकिन फिर भी वह इन सभी को भूलकर रोज स्कूल और कॉलेज आते हैं तथा अपनी जिम्मेदारी को अच्छी तरह से निभाते हैं।

कोई भी उनके बेशकीमती कार्य के लिये उन्हें धन्यवाद नहीं देता इसलिये एक विद्यार्थी के रुप में शिक्षकों के प्रति हमारी भी जिम्मेदारी बनती है कि कम से कम साल में एक बार उन्हें जरुर धन्यवाद दें।

शिक्षको के कार्य को समर्पित करते हुए 5 सितम्बर का दिन पुरे देश में शिक्षक दिवस के रूप मनाया जाता है। शिक्षकों को सम्मान देने और भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस को याद करने के लिये हर साल इसे मनाया जाता है। देश के विकास और समाज में हमारे शिक्षकों के योगदान के साथ ही शिक्षक के पेशे की महानता को उल्लेखित करने के लिये हमारे पूर्व राष्ट्रपति के जन्मदिवस को समर्पित किया गया है।

डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन एक महान शिक्षक थे, जिन्होंने अपने जीवन के 40 वर्ष अध्यापन पेशे को दिए है। वे विद्यार्थियों के जीवन में शिक्षकों के योगदान और भूमिका के लिये प्रसिद्ध थे। इसलिये वे पहले व्यक्ति थे जिन्होंने शिक्षकों के बारे में सोचा और हर वर्ष 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रुप में मनाने का अनुरोध किया।

डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म 5 सितंबर 1888 को हुआ था और 1909 में चेन्नई के प्रेसिडेंसी कॉलेज में अध्यापन पेशे में प्रवेश करने के साथ ही दर्शनशास्त्र शिक्षक के रुप में अपने करियर की शुरुआत की।

उन्होंने देश में बनारस, चेन्नई, कोलकाता, मैसूर जैसे कई प्रसिद्ध विश्वविद्यालयों तथा विदेशों में लंदन के ऑक्सफोर्ड जैसे विश्वविद्यालयों में दर्शनशास्त्र पढ़ाया है। अध्यापन पेशे के प्रति अपने समर्पण की वजह से उन्हें अपने बहुमूल्य सेवा की पहचान के लिये 1949 में विश्वविद्यालय छात्रवृत्ति कमीशन के अध्यक्ष के रुप में नियुक्त किया गया।

1962 से शिक्षक दिवस के रुप में 5 सितंबर को मनाने की शुरुआत हुई। अपने महान कार्यों से देश की लंबे समय तक सेवा करने के बाद 17 अप्रैल 1975 को उनका निधन हो गया।

शिक्षक विद्यार्थियो के जीवन के वास्तविकतः कुम्हार की तरह होते हैं, जो न सिर्फ हमारे जीवन को आकार देते हैं बल्कि हमें इस काबिल बनाते हैं कि हम पूरी दुनिया में अंधकार होने के बाद भी प्रकाश की तरह जलते रहें। इसी वजह से हमारा राष्ट्र ढ़ेर सारे प्रकाश के साथ प्रबुद्ध हो सकता है।

हमारे शिक्षक हमें शैक्षणिक दृष्टी से तो बेहतर बनाते ही हैं, साथ ही हमारे ज्ञान और विश्वास के स्तर को बढ़ाकर नैतिक रुप से भी हमें अच्छा बनाते है। जीवन में अच्छा करने के लिये वह हमें हर असंभव कार्य को संभव करने की प्रेरणा देते हैं। विद्यार्थी इस शिक्षक दिवस को बहुत उत्साह और खुशी के साथ मनाते है। विद्यार्थी अपने शिक्षकों को ग्रीटिंग कार्ड देकर बधाई भी देते हैं।

हमें पूरे दिल से ये प्रतिज्ञा करनी चाहिये कि हम अपने शिक्षक का सम्मान करेंगे क्योंकि बिना शिक्षक के इस दुनिया में हम सभी अधूरे हैं।

शिक्षक दिवस पर निबंध – Shikshak Par Nibandh

Shikshak Par Nibandh

प्रस्तावना-

शिक्षकों के सम्मान में एवं भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती पर 5 सितंबर को हर साल हमारे देश में धूमधाम से शिक्षक दिवस मनाया जाता है।

यह दिवस समाज में न सिर्फ शिक्षकों के महत्व को बताता है, बल्कि शिष्यों के ह्रद्य में अपने शिक्षक के प्रति आदर-भाव की भावना भी प्रकट करता है, क्योंकि गुरु ही अपने शिष्य के जीवन से अंधकार मिटाकर उसे ज्ञान के प्रकाश की तरफ ले जाते हैं, जिससे मनुष्य सफलता हासिल करता है।

गुरु के बिना ज्ञान संभव नहीं है और बिना ज्ञान के मनुष्य का जीवन निर्रथक होता है। वहीं गुरुओं की महिमा तो बड़े-बड़े कवियों ने भी अपने श्लोंकों के माध्यम से बताई है और शिक्षकों को इस समाज में भगवान के बराबर दर्जा दिया गया है।

“गुरुर्ब्रह्मा ग्रुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः। गुरुः साक्षात् परं ब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः ॥

शिक्षक दिवस कब मनाया जाता है? – When is Teachers Day

हमारे भारत देश में गुरु-शिष्य के अनूठे रिश्ते के बारे में तो वेद-पुराणों में भी बताया गया है। वहीं शिक्षकों के सम्मान में डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती पर हर साल 5 सितंबर को हमारे देश में शिक्षक दिवस के रुप में मनाया जाता है।

शिक्षक, राष्ट्र निर्माता होते हैं, अपनी ज्ञान की गंगा से शिष्यों के जीवन में अज्ञानता को दूर करते हैं साथ ही एक  सभ्य समाज एवं शिक्षित राष्ट्र का निर्माण करने में अपनी महत्वपूर्ण भागीदारी निभाते हैं।

इसलिए यह दिन शिक्षकों को समर्पित दिन है, वहीं इस दिन समाज में उत्कृष्ट काम करने वाले शिक्षकों को सम्मानित भी किया जाता है और देश के पूर्व राष्ट्रपति  डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी को याद किया जाता हैं, क्योंकि उन्होंने अपना पूरा जीवन अध्यापन कार्य में समर्पित कर दिया था एवं समाज में शिक्षकों के महत्व को बताने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

शिक्षक दिवस क्यों मनाया जाता है? – Why is Teachers Day Celebrated

स्वतंत्र भारत के प्रथम उप-राष्ट्रपति एवं पूर्व राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती को शिक्षक दिवस के रुप में मनाते हैं। 5 सितंबर, 1888 सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म हुआ था।

वे एक अच्छे राजनेता होने के साथ महान शिक्षकविद और अच्छे दार्शनिक भी थे, जिन्होंने अपने जीवन का अधिकांश समय समाज में शिक्षको के महत्व को बताने एवं शिक्षण कार्य की महानता को बताने में व्यतीत कर दिया था, एवं देश के विकास एवं उत्थान में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी।

इसलिए उनके सम्मान में हर साल उनकी जयंती को शिक्षक दिवस के रुप में मनाया जाता है। उन्होंने राष्ट्रपति के तौर पर साल 1962 से 1967 तक राष्ट्र की सेवा की थी। आपको बता दें कि साल 1962 में  डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी को देश का राष्ट्रपति के रुप में नियुक्त किया गया था।

उसके बाद उनके द्धारा समाज में किए गए महान कामों  के लिए उनके सम्मान में लोगों ने  5 सितंबर के दिन को ‘राधाकृष्णन दिवस’ के तौर पर मनाने का फैसला किया था।

लेकिन, हमेशा ही समाज में शिक्षकों के महत्व को बताने वाले राधाकृष्णन जी ने इसे मनाने से मना कर दिया और 5 सितंबर को उनकी जयंती को मनाने की बजाय ‘शिक्षक दिवस’ के रुप में मनाने की इच्छा जताई थी।

जिसके बाद से हर साल इस दिन को शिक्षक दिवस के तौर पर मनाया जाने लगा। 5 सितंबर, 1962 को हमारे देश में पहली बार शिक्षक दिवस मनाया गया था।

देश के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने वाले डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी शिक्षकों का काफी सम्मान करते थे।

वे अपने जीवन में करीब 40 साल तक शैक्षणिक कार्य से जुड़े रहे। आपको बता दें कि राजनीती में आने से पहले उन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी, कलकत्ता यूनिवर्सिटी, मैसूर यूनिवर्सिटी समेत कई शिक्षक संस्थानों में अध्यापक के तौर पर काम किया था। वे अपने छात्रों के पसंदीदा शिक्षक के रुप में जाने जाते थे।

वहीं उन्होंने अपने महान विचारों से लोगों को शिक्षकों के महत्व के बारे में जागरूक किया। इसके साथ ही राष्ट्र निर्माण में शिक्षकों के योगदान का उल्लेख किया। इसके साथ ही उन्होंने सभ्य एवं शिक्षित समाज का निर्माण करने वाले शिक्षकों को सम्मानित करने के लिए 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रुप में अनुरोध किया था।

इसलिए उनकी जयंती को शिक्षक दिवस के रुप में मनाया जाता है

शिक्षक दिवस कैसे मनाया जाता है? – How Is Teachers Day Celebrated

हमारे देश में 5 सितंबर को हर साल धूमधाम से शिक्षक दिवस मनाया जाता है। शिक्षक दिवस को लेकर बच्चे काफी उत्साहित रहते हैं, साथ ही अपने टीचर्स को सम्मानित करने एवं उन्हें स्पेशल महसूस करवाने के लिए विशेष तरह की तैयारियों में कई दिन पहले से ही जुट जाते हैं।

इस मौके पर स्कूल, कॉलेजों समेत अन्य शिक्षक संस्थानों में विशेष तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है साथ ही इस दिन समाज में उत्कृष्ट काम करने वाले शिक्षकों को सम्मानित भी किया जाता है।

शिक्षक दिवस का दिन हर  शिक्षक और छात्रों के लिए बेहद अहम दिन होता है, इस दिन शिक्षकों के महत्व को छात्रों को समझाने के लिए शिक्षक दिवस पर भाषण , निबंध लेखन समेत कई प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जाता है।

इसके अलावा स्कूलों एवं अन्य शैक्षणिक संस्थानों में छात्र स्लोगन, कविता आदि के माध्यम से शिक्षकों के प्रति अपने भावना को प्रकट करते हैं साथ ही उनका आभार जताते हैं।

इस मौके पर कई छात्र अपने टीचर्स को गिफ्ट या फिर अपने हाथ से बनाया हुआ ग्रीटिंग कार्ड देकर भी इस दिन को खास मनाने की कोशिश करते हैं एवं अपने गुरु-शिष्य के रिश्तों की डोर को मजबूत करते हैं, साथ ही  भारत में गुरु शिष्य की अनूठी परंपरा को कायम करने का संकल्प लेते हैं।

गुरु-शिष्य का रिश्ता बेहद पवित्र एवं अनूठा रिश्ता होता है, जिसमें एक शिक्षक निस्वार्थ भाव से अपने शिष्यों को पढ़ाता है, और एक अभिभावक की तरह अपने छात्र की सफल जीवन की कामना करताहै, हालांकि, वर्तमान में गुरु-शिष्य का रिश्ता महज औपचारिक बन गया है एवं शिक्षक व्यवसाय महज सिर्फ एक पेशा बन चुका है।

जिसमें तमाम शिक्षक, पैसों के लालच में छात्र के भविष्य को अंधकार में डाल रहे हैं, जिसकी वजह से यह रिश्ता तार-तार हो रहा है, और शिक्षक-शिष्य के रिश्ते की गरिमा घट रही है।

वहीं छात्रों और शिक्षकों दोनों का ही फर्ज है कि वे इस रिश्ते के महत्व को समझें एवं गुरु-शिष्य की परंपरा को कायम रखने में अपनी भागीदारी निभाएं।

शिक्षक दिवस, शिक्षकों को अपने दायित्व को याद दिलवाने एवं छात्रों को अपने गुरुओं के सम्मान की याद दिलवाता है। इसलिए, शिक्षक दिवस गुरु-शिष्य दोनों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।

शिक्षक दिवस पर निबंध – Paragraph On Teachers Day

Paragraph On Teachers Day

गुरु के बिना मनुष्य को ज्ञान की प्राप्ति नहीं हो सकती है। शिक्षक, मनुष्य के जीवन का मुख्य आधार होते हैं। शिक्षक का हर किसी के जीवन में बेहद महत्व है। एक शिक्षक, न सिर्फ छात्र का सही मार्गदर्शन कर उनके जीवन को सफल बनाते हैं, बल्कि एक सभ्य एवं शिक्षित समाज के निर्माण में भी मद्द करते हैं।

इसके साथ ही विकसित राष्ट्र के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। इसलिए शिक्षकों के सम्मान में हर साल  5 सितंबर को भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के मौके पर शिक्षक दिवस मनाया जाता है।

शिक्षक, शिष्य एवं ईश्वर के बीच एक सेतु का काम करते हैं। इसलिए शिक्षक को भगवान से भी ऊंचा दर्जा दिया गया हैं, वहीं महान संत कबीर दास ने भी अपने इस दोहे के माध्यम से गुरु की महिमा बताई है –

“गुरु गोबिंद दोऊ खड़े, का के लागूं पाय। बलिहारी गुरु आपणे, गोबिंद दियो मिलाय।।”

शिक्षक दिवस 5 सितंबर को ही क्यों मनाया जाता है? – Why Teachers Day Celebrated On 5th September

स्वतंत्र भारत के प्रथम उप-राष्ट्रपति, पूर्व राष्ट्रपति एवं महान शिक्षक डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी का जन्म 5 सितंबर 1888 को तमिलनाडु में हुआ था। उन्होंने न सिर्फ अपने जीवन का ज्यादातर समय अध्यापन के कार्य में व्यतीत किया बल्कि समाज के लोगों को शिक्षकों महत्व बताया एवं राष्ट्रनिर्माण में शिक्षकों के योगदान के बारे में जागरूक करने में अपनी महत्पूर्ण भूमिका निभाई।

डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी एक महान राजनेता होने के साथ-साथ एक अच्छे शिक्षक भी थे। 1962 में देश के राष्ट्रपति के पद पर सुशोभित होने से पहले उन्होंने अपने जीवन के करीब 40 साल शिक्षक के तौर पर काम किया था, वे समस्त संसार को एक ही स्कूल मानते थे।

उन्होंने, अपने महान विचारों से लोगों को शिक्षकों के महत्व को बताया था, साथ ही शिक्षक की राष्ट्र निर्माण एवं समाज के उत्थान में भूमिका का भी बखान किया था।

डॉ. राधाकृष्णन ने 1962 से 1967 में जब देश के राष्ट्रपति के पद का कार्यभार संभाला था, तब लोगों ने 5 सितंबर को उनके जन्मदिवस को उनके सम्मान में ‘राधाकृष्णन दिवस’ के तौर पर मनाने का फैसला लिया था, लेकिन उन्होंने अपनी जयंती को ‘राधाकृष्णन दिवस’ के तौर पर नहीं बल्कि शिक्षकों के सम्मान में शिक्षक दिवस बनाने का अनुरोध किया था। तभी से इसे शिक्षक दिवस के रुप में मनाया जाता है।

वह हमारे देश के ऐसे पहले राष्ट्रपति थे, जिन्होंने शिक्षकों के हित के बारे में सोचा और शिक्षकों के महत्व को बताया।

प्रख्यात शिक्षाविद रह चुके डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का मानना था कि एक आदर्श और अच्छा शिक्षक वह होता है जो छात्र को उसके भविष्य में आने वाली चुनौतियों से लड़ने के लिए तैयार करे और उसे सक्षम बनाए।

वहीं उनके विचार लोगों को अपनी तरफ काफी प्रभावित करते थे, एवं वे भी छात्रों के पसंदीदा शिक्षक थे, इसलिए शिक्षक दिवस के दिन डॉ. राधाकृष्णनन जी को याद किया जाता है और उन्हें श्रद्धांजली अर्पित की जाती है।

कौन थे डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन? – Who is Dr Sarvepalli Radhakrishnan

डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन न सिर्फ देश के सर्वप्रथम उप-राष्ट्रपति एवं दूसरे राष्ट्रपति थे बल्कि वे एक महान शिक्षक, दार्शनिक, भारतीय संस्कृति के संवाहक और प्रख्यात शिक्षाविद थे, जिनका जन्म 5 सितंबर 1888 को तमिलनाडु के तिरूतनी गांव में हुआ था और शिक्षकों से उनका बेहद लगाव होने की वजह से उनकी जयंती को शिक्षक दिवस के रुप में मनाया जाता है।

आपको बता दें कि उन्होंने अपने जीवन के करीब 40 साल अध्यापन कार्य किया। उनकी ख्याति एक प्रख्यात और पसंदीदा शिक्षक के रुप में देश के कोने-कोने में फैली थी। वे न सिर्फ देश की नामचीन शिक्षण संस्थानों में लेक्चर देते थे, बल्कि विदेशों में भी उन्हें शिक्षा पर लेक्च र देने के लिए बुलाया जाता था।

राधाकृष्णन जी का मानना था कि एक शिक्षक के बिना मनुष्य कभी अपनी मंजिल तक नहीं पहुंच सकता एवं उनकी नजरों में एक आदर्श शिक्षक वही होता है, जो कि युवाओं को देश के भविष्य के रुप में तैयार करता है।

देश के विकास में अपना महत्पूर्ण योगदान देने वाले डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को साल 1962 में देश का दूसरा राष्ट्रपति के रुप में नियुक्त किया गया था। वहीं 17 अप्रैल 1975 में लंबे समय तक बीमार रहने के बाद उनका निधन हो गया था, लेकिन आज उनके महान कार्यों की बदौलत उन्हें आज भी याद किया जाता है एवं उनकी जयंती को शिक्षक दिवस के तौर पर मनाया जाता है।

शिक्षक दिवस का महत्व – Importance of Teachers Day

शिक्षक दिवस को पूरे भारत देश में बेहद हर्षोल्लास और धूमधाम से मनाया जाता है।शिक्षकों के सम्मान में मनाए जाने वाला यह दिन शिक्षक और शिष्य दोनों के लिए बेहद खास दिन होता है।

इन दिन समाज के विकास में अच्छा काम करने वाले शिक्षकों के योगदान के लिए उन्हें सराहा जाता है एवं उन्हें सम्मानित किया जाता है।

आपको बता दें कि एक आदर्श शिक्षक एक सभ्य समाज के साथ-साथ शिक्षित राष्ट्र का भी निर्माण करता है, एवं युवाओं को देश के भविष्य के लिए तैयार करता है एवं जीवन में आने वाली किसी भी परेशानी का मुकाबला करने के सक्षम बनाता है। इसी वजह से यह दिन शिक्षकों के लिए समर्पित किया गया है।

वहीं यह दिवस न सिर्फ शिक्षकों को छात्र के प्रति अपने दायित्वों की याद दिलवाता है, बल्कि छात्रों के मन में भी अपने गुरुओं के प्रति सम्मान का भाव पैदा करता है।

5 सितंबर को शिक्षकों के सम्मान में मनाए जाने वाले शिक्षक दिवस के मौके पर विद्यालयों एवं शिक्षण संस्थानों में कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किए जाते हैं, एवं इनके माध्यम से आज की युवा पीढ़ी को शिक्षक के महत्व को बताया जाता है।

इसके साथ ही यह दिवस गुरु और शिष्य के रिश्ते को और अधिक मजबूती प्रदान करने में मद्द करता है।

यह दिन समाज के लिए उत्कृष्ट काम करने वाले शिक्षकों का मनोबल भी बढ़ाता है। शिक्षक दिवस के मौके पर हर छात्र को अपने शिक्षकों के सम्मान करने का संकल्प लेना चाहिए क्योंकि गुरु के बिना हम सभी का जीवन अपूर्ण है एवं किसी भी तरह का ज्ञान प्राप्त करना असंभव है, वहीं किसी महान कवि ने सही ही कहा है कि –

“गुरु बिना ज्ञान नहीं और ज्ञान बिना आत्मा नहीं, कर्म, धैर्य, ज्ञान और ध्यान सब गुरु की ही देन है।।”

4 thoughts on “शिक्षक दिवस पर निबंध”

' src=

Nice Article Admin Ji on Teachers Day Essay.

' src=

Such a great article about teachers day really amazing. Thanks for sharing this with us.

' src=

बहुत ही सुंदर, उपयोगी, लाभप्रद लेख लिखा है. इस लेख को लिखने के लिए आपका हृदय से धन्यवाद. शिक्षक दिवस कि शुभकामनाएं.

' src=

Apako bhi Shikshak Diwas ki Shubhkamnaye.

Leave a Comment Cancel Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

Gyan ki anmol dhara

Grow with confidence...

  • Computer Courses
  • Programming
  • Competitive
  • AI proficiency
  • Blog English
  • Calculators
  • Work With Us
  • Hire From GyaniPandit

Other Links

  • Terms & Conditions
  • Privacy Policy
  • Refund Policy

जीवन में शिक्षक का महत्व निबंध

जीवन में शिक्षक का महत्व निबंध hindi essay on importance of teacher in life.

शिक्षक एक व्यक्ति को कुशल नागरिक बनाता है। शिक्षक वह प्रकाश है जो सभी के ज़िन्दगी में रोशनी भर देता है। शिक्षक एक मोमबत्ती रूपी ज्ञान का उजाला है जो लोगों को अँधेरे से निकालकर प्रकाश की ओर ले जाती है। शिक्षक की भूमिका किसी से छिपी नहीं है। शिक्षक अपने शिक्षा के ज़रिये व्यक्ति ,समाज और राष्ट्र का निर्माण करता है।  उनकी शिक्षा की वजह से व्यक्ति में आत्मविश्वास का संचार होता है जिसकी वजह से वह अपने ज़िन्दगी में कुछ कर गुजरने की चाहत रखता है। शिक्षक  एक खूबसूरत आईने की तरह  है जिससे व्यक्ति अपने वजूद की पहचान कर पाता है। शिक्षा वह मज़बूत ताकत है जिससे हम समाज को सकारात्मक बदलाव की ओर ले जा सकते है।

शिक्षक एक सभ्य समाज का निर्माण करता है। एक बच्चे के जीवन में उसके माता -पिता उसके प्रथम शिक्षक होते है। शिक्षा की एहमित सबसे पूर्व माता -पिता ही कराते है। उसके पश्चात बच्चा विद्यालय में शिक्षक से रुबरुं होते है जो हर विषय संबंधित ज्ञान बच्चों को प्रदान करता है। अगर छात्र मार्ग भटक जाए तो शिक्षक अपने ज्ञान से उसे सही मार्ग पर ले जाता है।

शिक्षक विद्यार्थिओं का मार्ग दर्शक है। ज़िन्दगी के कठिन मोड़ पर जब हम रास्ता भटक जाते है तो कोई न कोई इंसान शिक्षक के रूप में अपनी भूमिका निभाता है। कम उम्र में बच्चे का जीवन गीली मिटटी की तरह होता है।  तब शिक्षक एक कुम्हार की तरह उसे शिक्षा रूप हाथों से एक मज़बूत आकार प्रदान करता है।

शिक्षक विद्यार्थिओं को आने वाले बेहतर भविष्य के लिए तैयार करते है। विद्यार्थी के मन में विषय संबंधित और जीवन संबंधित कोई भी दुविधा आये तो शिक्षक उस दुविधा को हल करने में हर मुमकिन कोशिश करता है। शिक्षक की मेहनत की वजह से कोई डॉक्टर ,कोई इंजीनियर ,कोई वकील ,पायलट ,सैनिक इत्यादि बन जाते है। अगर शिक्षक नहीं होंगे तो यह पद पर कोई  व्यक्ति कार्यरत नहीं हो पाएंगे । शिक्षक इंसान को अच्छे और बुरे के बीच फर्क करना सिखाते है।  वह अधर्म ,घृणा ,ईर्ष्या ,हिंसा इन बुरी आदतों से विद्यार्थिओं को दूर रहना सिखाते है। शिक्षक शिष्टता ,सहनशीलता ,धैर्य से जीवन के संघर्षों से पार करना सिखाते है।

शिक्षक हमे जीवन में अनुशासन का पाठ पढ़ाते है। समय को ठीक तरीके से जो इंसान व्यवसस्थित कर पाए वह ज़िन्दगी में  सफलता को छूता है। समय का ज्ञान करना हमे शिक्षक सिखाते है।

इसलिए विद्यार्थी जीवन में टाइम टेबल की बड़ी एहमियत होती है।  भविष्य में भी मनुष्य इस सीख को कभी नहीं भूलता है।  इससे वह कार्य को समन्वय कर सकता है।शिक्षक एक व्यक्ति में राज्य या कोई भी क्षेत्र का नेतृत्व करने के गुण सिखाती है। शिक्षक द्वारा दी गयी शिक्षा  सम्पूर्ण  राष्ट्र का निर्माण में सहायक होता है। अध्यापक को हमेशा अपने कर्त्तव्य का पालन करना पड़ता है।  उनकी शिक्षा की वजह से एक शिक्षित वर्ग और समाज तैयार होता है।  विद्यार्थी बड़े होकर अपने शिक्षक को कभी  नहीं भूलते है। शिक्षक और विद्यार्थी का बंधन अटूट होता है।  यह बन्धन सम्मान और विश्वास का होता है। विद्यार्थी शिक्षक के पैर छूकर उनका सम्मान करना कदापि नहीं भूलते है।

आजकल के शिक्षण प्रणाली में काफी  बदलाव आया है।  पहले के समय में अध्यापक श्यामपट का उपयोग करते थे। तब बच्चे शिक्षक से सवाल करने में हिचकिचाते थे लेकिन आज के दौर में परिवर्तन आया है। आज बच्चे जिज्ञासु और उत्सुक है। वह शिक्षकों से सवाल पूछते है जो की एक सकारात्मक बदलाव है। आज अध्यापक पढ़ाने के लिए स्मार्ट बोर्ड का उपयोग करते है।  स्मार्ट बोर्ड से पढ़ाई आसान हो गयी है। शिक्षक पढ़ाई संबंधित विषयों को पढ़ाने और समझाने के लिए उन्हें वास्तविक जीवन के उदाहरण के साथ जोड़कर  समझाते है ताकि बच्चों को सारे तथ्य अच्छे से समझ आ जाये।

जैसे हमारा सांस लेना आवश्यक है। इसके बैगर हम जी नहीं सकते है।  वैसे ही अध्यापक के बिना विद्यार्थी अधूरे है।  शिक्षक नहीं होंगे तो वह विद्या प्राप्त करने में असमर्थ हो जाएंगे।  पूरे भारत वर्ष में ५ सितम्बर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है। विभिन्न प्रकार के सांस्कृकित कार्यक्रम आयोजित किये जाते है।

 सभी बच्चे शिक्षक के सम्मान में कार्ड और फूल देकर अपनी भावनाये प्रकट करते है। जब विद्यार्थी ज़िन्दगी में सफल नागरिक बन जाते है तो सबसे अधिक ख़ुशी शिक्षक को होती है। शिक्षक की ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहता जब वर्षो पश्चात भी विद्यार्थी उनके सिखाये हुए चीज़ों को नहीं भूलता है। वर्षो पश्चात भी विद्यार्थी शिक्षक के पैर छूकर उनका सम्मान करना नहीं भूलते है।

शिक्षक ज्ञान का महासागर है। बच्चो के भविष्य को सवारने में शिक्षक का योगदान अतुलनीय है। शिक्षक नहीं तो देश की प्रगति भी नहीं। शिक्षक अपना सारा जीवन में बच्चो के विकास में समर्पित कर देते है। उनका सम्मान विद्यार्थी  तह उम्र करेंगे। शिक्षक वह ज्ञान का प्रकाश है जो अन्धकार की राह को चीरकर ज्ञान की रोशनी भर देती है।

  • महान व्यक्तियों पर निबंध
  • पर्यावरण पर निबंध
  • प्राकृतिक आपदाओं पर निबंध
  • सामाजिक मुद्दे पर निबंध
  • स्वास्थ्य पर निबंध
  • महिलाओं पर निबंध

Related Posts

हर घर तिरंगा पर निबंध -Har Ghar Tiranga par nibandh

आलस्य मनुष्य का शत्रु निबंध, अनुछेद, लेख

मेरा देश भारत पर निबंध | Mera Desh par nibandh

होली पर निबंध-Holi Essay March 2024

‘मेरा स्टार्टअप एक सपना’ निबंध

Leave a Comment Cancel reply

All Education Updates

Join WhatsApp

Join telegram, शिक्षक दिवस पर निबंध (essay on teachers day in hindi) | 05 september teachers day essay in hindi.

Photo of author

शिक्षक दिवस पर निबंध (Essay On Teachers Day In Hindi)- हम सभी के जीवन में सफलता के पीछे एक शिक्षक का हाथ होता है। माता-पिता के बाद शिक्षक ही हमारे जीवन में अहम महत्व रखते हैं। 5 सितंबर टीचर्स डे के दिन का महत्व इसलिए भी है क्योंकि इस दिन को भारत के पूर्व राष्ट्रपति “डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन” के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है। वे भारत के पहले उपराष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति थे जो इन पदों पर आसीन होने से पहले एक शिक्षक थे। शिक्षक दिवस (Teachers Day) के दिन छात्र अपने अध्यापकों को उपहार भी देते हैं और टीचर्स डे पर निबंध (Teachers Day Par Nibandh) भी लिखते हैं।

शिक्षक का मतलब होता है शिक्षा देने वाला और हम सभी के उलझनों से भरे हुए इस जीवन में शिक्षक का होना बहुत ज़रूरी है। माता-पिता के बाद एक शिक्षक ही होता है, जो हमेशा चाहता है कि उसका छात्र अपने जीवन में उससे भी ज़्यादा कामयाबी हासिल करे। शिक्षक ही हमें सिखाते हैं कि कैसे हमें अपने जीवन में अपने लक्ष्य तक पहुँचने के लिए कठिन परिश्रम करना है। वो शिक्षक ही होते हैं जो हमें सही और गलत की पहचान करना सिखाते हैं। जब हम किसी मुश्किल में फंस जाते हैं, तो शिक्षक ही उस मुश्किल से बाहर निकलने में हमारी मदद करते हैं। शिक्षक और विद्यार्थी का रिश्ता ज्ञान से जुड़ा एक रिश्ता है, जिसमें सीखना और सीखाना निरंतर चलता ही रहता है।

ये भी पढ़ें

शिक्षक दिवस कब मनाया जाता है?

हर वर्ष 5 सितंबर को पूरे भारत में शिक्षक दिवस मनाया जाता है और शिक्षकों को सम्मान दिया जाता है। शिक्षक दिवस पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी के जन्म दिवस के दिन मनाया जाता है। इस अवसर पर उनको याद किया जाता है। शिक्षक और छात्रों के रिश्तों को और भी अच्छा बनाने का एक महान अवसर होता है। जो स्कूलों, कॉलेजों और संस्थानों में काफी धूमधाम से मनाया जाता है। शिक्षक दिवस भारत में हर साल राष्ट्रीय स्तर पर 5 सितंबर को मनाया जाता है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शिक्षक दिवस 5 अक्टूबर को मनाया जाता है।

ये निबंध भी पढ़ें

शिक्षक दिवस क्यों मनाया जाता है?

भारत में सन् 1962 से 5 सितंबर का दिन शिक्षक दिवस (टीचर्स डे) के रूप में मनाया जा रहा है। शिक्षक दिवस हर साल हमारे देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के मौके पर मनाया जाता है। इसी दिन उन्‍होंने राष्ट्रपति का पद ग्रहण किया था और उसी साल से उनके सम्मान में उनके जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाने लगा।

शिक्षक दिवस किसकी याद में मनाया जाता है?

हमारे देश के पहले उपराष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म 5 सितंबर सन् 1888 को हुआ था और उन्हीं की याद में हर साल भारत में इस दिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन एक शिक्षाविद भी थे, जिन्होंने भारत के शिक्षा स्तर को सुधारने के लिए बहुत से कार्य किए। राधाकृष्णन को सन् 1954 में भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान यानी कि भारत रत्न से सम्मानित किया गया था और उनको 27 बार नोबेल पुरस्कार के लिए भी नामित किया गया था। ऐसा कहा जाता है कि डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के कुछ विद्यार्थियों और दोस्तों ने एक बार उनसे उनके जन्मदिवस को मनाने की बात कही, तो इसपर राधाकृष्णन ने कहा कि ‘अगर मेरा जन्मदिन अलग से मनाने की जगह शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाए, तो मुझे बहुत गर्व महसूस होगा।’ बस तभी से भारत में शिक्षक दिवस मनाने की शुरुआत हुई।

शिक्षक दिवस कैसे मनाया जाता है?

इस दिन छात्र अपने शिक्षकों की लंबी आयु की कामना करते हैं साथ ही शिक्षकों को बधाई देने के लिए तरह- तरह की योजना बनाते हैं। छात्र इस दिन अपने अध्यापक को तोहफा, ग्रीटिंग कार्ड, पेन, डायरी इत्यादि देकर बधाई देते हैं। स्कूल और कॉलजों समेत अलग-अलग संस्थानों में शिक्षक दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। छात्र विभिन्न तरह से गुरुओं का सम्मान करते हैं, तो वहीं शिक्षक गुरु शिष्य परंपरा को कायम रखने का संकल्प लेते हैं। भारत के अलावा 21 देशों में भी 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है। शिक्षकों को हमेशा सम्मान और प्रेम देना चाहिए क्योंकि शिक्षक हमें सफलता के रास्ते पर भेजने की कोशिश करते हैं। माता-पिता अपने बच्चों को प्यार करते हैं और देखभाल करते हैं लेकिन शिक्षक हमें सफलता के मार्ग पर भेजने की पूरी कोशिश करते हैं ताकि वह अपने जीवन में एक अच्छा मुकाम हासिल कर सकें।

शिक्षक दिवस का महत्व क्या है?

शिक्षकों के साथ-साथ छात्रों के लिए भी शिक्षक दिवस का महत्व अधिक होता है। शिक्षक दिवस छात्रों के लिए शिक्षक के प्रति एक सम्मानित भाव पैदा कराता है। शिक्षक विद्यार्थी के चरित्र का निर्माण करता है और उन्हें एक आदर्श नागरिक बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। एक शिक्षक अपने छात्रों को बड़े ही प्यार से और कभी-कभी डांटकर भी शिक्षित करता है। शिक्षक अपने छात्रों को एक अच्छा और नेक इंसान बनाने में मदद करते हैं। शिक्षक के बिना जीवन का किसी भी क्षेत्र में हमें सफलता नहीं मिल सकती। छात्र का भविष्य निर्माण करने में शिक्षक की अहम भूमिका होती है। शिक्षक ही अपने छात्र के अंदर का आत्मविश्वास बढ़ाता है।

ये सच है कि बिना गुरु के हमें ज्ञान की प्राप्ति नहीं हो सकती। दुनिया में गुरु का स्थान ईश्वर के समान माना गया है। कहा जाता है कि “गुरुर ब्रह्मा गुरुर विष्णु गुरुर देवो महेश्वरः गुरुर साक्षात परब्रह्म:, तस्मै श्री गुरुवे नमः” अर्थात् गुरु ब्रम्हा के सामान है, गुरु विष्णु के सामान है, गुरु ही महेश्वर यानी कि शिव के सामान है। गुरु सभी देवों में श्रेष्ठ परब्रम्ह के सामान है, ऐसे गुरु को हमारा नमन है।

शिक्षक दिवस पर निबंध 150 शब्दों में

भारत में हर साल 5 सितंबर का दिन शिक्षक दिवस (टीचर्स डे) के रूप में मनाया जाता है। ये दिन मुख्य रूप से शिक्षकों को सम्मान देने के लिये मनाया जाता है। 5 सितंबर को ही शिक्षक दिवस इसलिए मनाया जाता है क्योंकि इसी दिन भारत के पहले उपराष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन होता है। राधाकृष्णन शिक्षा के प्रति अत्यधिक समर्पित और शिक्षा को बढ़ावा देने वाले व्यक्ति थे। इस दिन पूरा देश उन्हें एक शिक्षक के रुप में भी याद करता है। ये तो हम सभी जानते हैं कि 5 सितंबर को टीचर्स डे होता है लेकिन ये बहुत की कम लोग जानते हैं कि टीचर्स डे 5 सितंबर को ही क्यूं मनाया जाता है। आपको बता दें कि जब 1962 में डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन भारत के दूसरे राष्ट्रपति बने तो कुछ छात्रों ने 5 सितंबर को उनका जन्मदिन मनाने के लिए कहा। सर्वपल्ली ने अपने छात्रों को इस बात का जवाब देते हुए कहा कि 5 सितंबर को मेरा जन्म दिन मनाने के बजाय क्यूं न इस दिन को अध्यापन के प्रति मेरे समर्पण के लिये शिक्षक दिवस के रुप में मनाया जाये। छात्रों को उनका ये विचार पंसद आया और उसी दिन से पूरे भारत में 5 सितंबर के दिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाने लगा।

शिक्षक दिवस पर निबंध 300 शब्दों में

पूरी दुनिया में शिक्षक दिवस (टीचर्स डे) को एक विशेष दिन के रूप में मनाया जाता है। टीचर्स डे गुरू के सम्मान में मनाया जाने वाला एक दिन है, जिसे किसी त्योहार की तरह ही बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है। भारत में हर साल शिक्षक दिवस 05 सितंबर को मनाया जाता है, जबकि इंटरनेशनल टीचर्स डे 05 अक्टूबर को होता है। इंटरनेशनल टीचर्स डे की घोषणा साल 1994 को यूनेस्को ने की थी और भारत में शिक्षक दिवस मनाने का विचार भारत के पूर्व राष्ट्रपति, विद्वान, दार्शनिक और भारत रत्न से सम्मानित डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन का था।

डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म 5 सितंबर 1888 को तमिलनाडु के तिरुमनी में हुआ था। उन्हीं के जन्मदिवस के रूप में हम इस तारीख को शिक्षक दिवस मनाते हैं और उन्हें याद करते हैं। डॉ राधाकृष्णन 05 सितंबर यानी कि अपने जन्मदिन पर जब अपने कार्यालय पहुंचे, तो वहां मौजूद उनके कुछ छात्र और दोस्त इस दिन को खास अंदाज मनाने की ज़िद करने लगे। डॉ. राधाकृष्णन ने इस बात से तो साफ इनकार कर दिया लेकिन उन्होंने अपने छात्रों से कहा कि अगर वो इस दिन को वाकई खास बनाना चाहते हैं, तो इस देश के शिक्षकों के लिए बनाएं। और इस तरह से भारत में 05 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाने की शुरुआत डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस पर हुई।

शिक्षक दिवस का दिन सभी शिक्षकों के सम्मान और उनका आभार प्रकट करने का दिन है। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने भी कहा था कि पूरी दुनिया एक विद्यालय है, जहां हम कुछ न कुछ नया सीखते हैं। हमारे शिक्षक हमें केवल पढ़ाते ही नहीं हैं, बल्कि हमें अच्छे और बुरे के बीच का फर्क भी समझाते हैं। हम सभी अपने शिक्षकों को सदैव सम्मान करना चाहिए और जीवन में उनके बताए हुए रास्ते पर ही चलना चाहिए।

शिक्षक दिवस पर निबंध 10 लाइन

Noto Serif Devanagari 2 min

  • हर साल भारत में शिक्षक दिवस 5 सितंबर को मनाया जाता है।
  • विश्व स्तर पर शिक्षक दिवस 5 अक्टूबर को मनाया जाता है।
  • भारत के पहले उपराष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की याद में शिक्षक दिवस मनाया जाता है।
  • डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म 5 सितंबर सन् 1888 को हुआ था।
  • डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने ही अपने जन्मदिवस पर ही शिक्षकों का सम्मान करने के लिए शिक्षक दिवस की शुरुआत की थी।
  • शिक्षक दिवस शिक्षकों के आदर और सम्मान का दिन का है।
  • इस दिन को सभी छात्र अपने गुरुओं को सम्मान देकर और तोहफे देकर मनाते हैं।
  • शिक्षक दिवस हमारे जीवन में शिक्षकों के महत्त्व को बताता है।
  • शिक्षक ही अपने छात्रों को शिक्षा और ज्ञान देता है।
  • हमें कभी भी अपने शिक्षक का अपमान या निरादर नहीं करना चाहिए।

People also ask

प्रश्न- शिक्षक दिवस कब मनाया जाता है? उत्तर: भारत में हर साल राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षक दिवस 5 सितंबर को मनाया जाता है।

प्रश्न- विश्व शिक्षक दिवस कब मनाया जाता है? उत्तर: विश्व स्तर पर शिक्षक दिवस 5 अक्टूबर को मनाया जाता है।

प्रश्न- शिक्षक दिवस क्यों मनाया जाता है? और शिक्षक दिवस कब से शुरू हुआ? उत्तर: शिक्षक दिवस भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की याद में मनाया जाता है। भारत में शिक्षक दिवस की शुरुआत 5 सितंबर 1962 से हुई।

प्रश्न- शिक्षक दिवस पर निबंध कैसे लिखते हैं? उत्तर: शिक्षक दिवस पर निबंध लिखना सीखने के लिए आप हमारा आर्टिकल पढ़ सकते हैं।

प्रश्न- शिक्षक दिवस का क्या महत्व है? उत्तरः शिक्षक दिवस छात्रों के लिए शिक्षक के प्रति एक सम्मानित भाव पैदा कराता है और उनके रिश्ते को और भी मजबूत बनाता है।

Leave a Reply Cancel reply

Recent post, cg set application form 2024 – तिथि, योग्यता, परीक्षा पैटर्न, फीस, सीजी सेट 2024 की पूरी जानकारी, डेली करेंट अफेयर्स 2024 (daily current affairs in hindi), mp b.ed merit list 2024 {पहली मेरिट लिस्ट जारी} एमपी बीएड मेरिट लिस्ट 2024 यहां से देखें, एमपी ओपन स्कूल कक्षा 12वीं टाइम टेबल 2024 {जारी} (mpsos class 12th time table 2024), mpsos 10th class time table 2024 – एमपी ओपन स्कूल कक्षा 10वीं टाइम टेबल 2024, एमपी ओपन स्कूल टाइम टेबल 2024 (mpsos time table 2024 class 10th, 12th).

Join Telegram Channel

Join Whatsapp Channel

Subscribe YouTube

Join Facebook Page

Follow Instagram

hindi essay on teacher

School Board

एनसीईआरटी पुस्तकें

सीबीएसई बोर्ड

राजस्थान बोर्ड

छत्तीसगढ़ बोर्ड

उत्तराखंड बोर्ड

आईटीआई एडमिशन

पॉलिटेक्निक एडमिशन

बीएड एडमिशन

डीएलएड एडमिशन

CUET Amission

IGNOU Admission

डेली करेंट अफेयर्स

सामान्य ज्ञान प्रश्न उत्तर

हिंदी साहित्य

[email protected]

© Company. All rights reserved

About Us | Contact Us | Terms of Use | Privacy Policy | Disclaimer

  • निबंध ( Hindi Essay)

hindi essay on teacher

Essay on Teacher Day in Hindi | शिक्षक दिवस पर निबंध हिंदी में

 alt=

शिक्षक को समाज का शिल्पकार भी कहा जाता है। शिक्षक की वजह से हम अच्छे बुरे का ज्ञान हासिल कर पाते है। हमारे जीवन मे माता-पिता के बाद को सच्चा हितैषी है तो वह शिक्षक ही है। Essay on Teacher Day in Hindi  में आज हम शिक्षक के महत्व के बारे में जानेंगे।

शिक्षक दिवस में निबंध और शिक्षक दिवस पर भाषण (Speech On Teachers Day In hindi) की तलाश कई Students को रहती है।

तो आज हम आपके लिए Speech और Essay दोनों लेकर आए हैं। Essay on Teacher Day in Hindi  को आसान भाषा मे लिखा गया है, ताकि समझने और याद करने में आसानी रहे।

Table of Contents

5 lines On Teachers Day for Kid – शिक्षक दिवस के अवसर पर बच्चों के लिए 5 लाइन.

  • 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है।
  • इस दिन विद्यार्थी शिक्षकों के प्रति अपना सम्मान दिखाते हैं।
  • विद्यार्थियों के द्वारा गाने, नाटक और नृत्य का आयोजन किया जाता है।
  • पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का आज के दिन जन्म हुआ था।
  • डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन भी एक अध्यापक थे, जिन्होंने 40 वर्षों तक अलग-अलग कॉलेजों में अध्यापन किया है।

Essay on Teacher Day in Hindi – शिक्षक दिवस पर निबंध हिंदी में (200 Words)

गुमनामी के अंधेरे में था,पहचान बना दिया दुनिया के गम से मुझे अनजान बना दिया उनकी ऐसी कृपा हुई, गुरु ने मुझे एक अच्छा इंसान बना दिया।

लोग कहते हैं कि तकदीर गढ़ने वाले भगवान होते हैं लेकिन यदि खुली आंखों से भगवान को देखना चाहते हैं तो हमें शिक्षकों को देखना चाहिए क्योंकि हमारी असली तकदीर शिक्षक ही गढ़ते हैं।

गुरु की महिमा का बखान चंद शब्दों में करना बहुत ही मुश्किल है। इनके बारे में जितना भी लिखा जाए और कहा जाए वह सब कम है, क्योंकि आज दुनिया जैसी दिखती हैं उनमें गुरुओं का सबसे अहम योगदान है।

देश के शिक्षकों को समर्पित 5 सितंबर का दिन हमारे देश में बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।

5 सितंबर एक ऐसा दिन होता है जहाँ पर शिक्षक और एक विद्यार्थी के बीच विषयों से हटकर एक अलग तरह का संवाद होता है।

आमतौर पर विद्यार्थी अपने शिक्षकों से थोड़ा भयभीत रहते हैं लेकिन 5 सितंबर के दिन यह भय खत्म हो जाता है जब शिक्षक भी उनके साथ तरह तरह के कार्यक्रमों में भाग लेते हैं और उन्हें प्रोत्साहित करते हैं।

5 सितंबर के दिन ही हमारे देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म हुआ था। डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन ना सिर्फ एक बहुत अच्छे राष्ट्रपति थे जिनको हमारा देश हमेशा याद रखता है बल्कि वो एक ऐसे शिक्षक थे जिनकी कक्षा लेने के लिए विद्यार्थी आतुर रहते थे।

इन्हीं के जन्म दिवस के उपलक्ष पर भारत में हमेशा 5 सितंबर के दिन शिक्षक दिवस मनाया जाता है।

Essay on Teacher Day in Hindi – शिक्षक दिवस पर निबंध हिंदी में (500 Words)

Introduction – प्रस्तावना

शिक्षकों का समाज के प्रति जो योगदान है उसके लिए कृतज्ञता जताने के लिए हर देश में शिक्षक दिवस विशेष तौर पर मनाया जाता है।

शिक्षक दिवस मनाने का विचार नया नहीं है बल्कि यह 19वीं शताब्दी से चला आ रहा है। शुरुआती दौर में शिक्षक की किसी विशेष उपलब्धि पर पूरा सम्मान दिया जाता था, लेकिन धीरे-धीरे हर देश ने यह समझा की शिक्षकों का सम्मान किया जाना कितना जरूरी है और फिर दुनिया के हर एक देश ने शिक्षक दिवस मनाना शुरू किया।

भारत में शिक्षक दिवस 5 सितंबर के दिन मनाया जाता है। इसी दिन हमारे देश के द्वितीय राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म हुआ था, जबकि दुनिया के दूसरे देशों में शिक्षक दिवस 5 अक्टूबर के दिन मनाया जाता है।

Importance of Teachers day – शिक्षक दिवस का महत्व

भारत में हमेशा ही गुरुओं को एक ऊंचा दर्जा दिया गया है और यह बताया गया है कि गुरु का महत्व ईश्वर से भी ज्यादा है। हमारे देश में गुरुओं को बहुत सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है।

गुरुओं के सम्मान के लिए वैसे तो हर दिन हैं लेकिन गुरु पूर्णिमा और शिक्षक दिवस विशेष तौर पर गुरुओं को समर्पित दिन है।

गुरु पूर्णिमा विशेष तौर पर शिक्षकों को समर्पित है साथ ही साथ ऐसे गुरुओं को समर्पित है जो हमारी आध्यात्मिक प्रगति में मदद करते हैं।

गुरु पूर्णिमा का संबंध वेदव्यास से है जो कि महाभारत,वेद, पुराण जैसे ऐतिहासिक लेखों के रचयिता थे। गुरु पूर्णिमा आषाढ़ मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है।

वहीं शिक्षक दिवस प्रतिवर्ष 5 सितंबर के दिन मनाया जाता है। इसी दिन हमारे पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म हुआ था।

उनके राष्ट्रपति बनने के बाद कुछ विद्यार्थियों और मित्रों ने उनका जन्म दिवस मनाने की कोशिश की तब इस मौके पर उन्होंने कहा था कि उन्हें इस बात की बहुत खुशी होगी यदि 5 सितंबर के दिन देश के हर एक शिक्षक को याद किया जाए और उन्हें सम्मानित किया जाए क्योंकि समाज में उनका योगदान बहुत बड़ा है। तभी से 5 सितंबर के दिन शिक्षक दिवस मनाया जाने लगा है।

International Teachers Day – अंतरराष्ट्रीय शिक्षक दिवस

विश्व शिक्षक दिवस या अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक दिवस प्रतिवर्ष 5 अक्टूबर के दिन मनाया जाता है। 5 अक्टूबर के दिन अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक दिवस मनाने की घोषणा 5 अक्टूबर 1966 को पेरिस में हुई थी इसको इसकी घोषणा करने वाला यूनेस्को था।

अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक दिवस मनाने के पीछे की मूल भावना यह थी कि शिक्षकों को उचित सम्मान मिले। शिक्षकों का योगदान समाज में बहुत ज्यादा है लेकिन उन्हें इस योगदान के लिए उतना सम्मानित नहीं मिलता था, जितने सम्मान के वह हकदार है।

How do you celebrate Teachers’ Day in India? भारत मे शिक्षक दिवस कैसे मनाते हैं?

शिक्षक दिवस के दिन पढ़ाई से संबंधित कोई कार्य नहीं होते बल्कि उसकी जगह विद्यार्थी अपने शिक्षकों के लिए चित्र बनाते हैं कविताएँ सुनाते हैं और उनके बारे में भाषण देते हैं।

भारत में शिक्षक दिवस को बहुत धूमधाम के साथ मनाया जाता है। 5 सितंबर के दिन सभी विद्यार्थी एवं शिक्षक विद्यालय आते हैं, लेकिन इस दिन कोई भी कक्षाएँ नहीं लगती हैं, बल्कि इसकी जगह पर कई सांस्कृतिक एवं रचनात्मक गतिविधियां होती है।

जैसे कई विद्यार्थी चित्रकारी के माध्यम से शिक्षकों के प्रति अपना सम्मान दिखाते हैं, वहीं कुछ भाषण के जरिए शिक्षकों के महत्व का बखान करते हैं। कुछ शिक्षकों के सामने कविता प्रस्तुत कर उनका मनोरंजन करते हैं तो कुछ गाने एवं नृत्य के साथ शिक्षकों का मनोरंजन करते हैं।

विद्यार्थियों के कार्यक्रम खत्म हो जाने के बाद शिक्षक भी अपने विद्यार्थियों को शिक्षक दिवस की प्रस्तुति के लिए उन्हें शाबाशी देते हैं और भाषण के माध्यम से उन्हें अच्छे भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी देते हैं।

Importance Of Teachers in Our Life – शिक्षकों का हमारे जीवन मे महत्व

हमारे जीवन मे शिक्षकों का बहुत ज्यादा है। शिक्षक पृथ्वी पर मौजूद भगवान ही है। ये इतने महत्वपूर्ण है, इसीलिए इन्हें भगवान का दर्जा मिला है।

जब बोलना सीख ही रहे होते हैं, हाथ कलम का बोझ उठाने के लायक मजबूत भी नही हो पाते हैं उस वक़्त एक शिक्षक ही हमारा हाथ पकड़कर पहला अक्षर लिखवाता है।

शिक्षक को भी थकान होती होगी लेकिन फिर भी वह अपना काम पूरी जिम्मेदारी से करते हैं। यदि वो अपने काम मे लापरवाही करने लगें तो बच्चों का बेशकीमती बचपन जिसमें सीखने की शक्ति सबसे ज्यादा होती है, वह बर्बाद चला जाएगा।

इसके बाद जब हम थोड़ा बड़े होते हैं, तो गणित, विज्ञान, इतिहास, भूगोल आदि की पहली समझ हमें शिक्षक ही देते है।

यही से हमें अपनी रुचि पता चलती है। जिस विषय मे रुचि होती है फिर आगे की पढ़ाई उसी विषय मे करते हैं। वहाँ पर भी शिक्षक ही पढ़ाते हैं। इसी शिक्षा के आधार पर ही हमारी नौकरी लगती है।

यानी शिक्षक बचपन मे हमारी उंगली पकड़ते हैं और तब तक नही छोड़ते है जब तक हम कुछ बनकर अपने पैरों पर खड़े नही हो जाते।

Conclusion – उपसंहार

हम सब यह भलीभांति जानते हैं कि शिक्षक हमारे जीवन को बेहतर बनाने के लिए खूब मेहनत करते हैं। हालांकि यह उनका पेशा है लेकिन वो सिर्फ इस वजह से काम नही करते बल्कि उनका मकसद होता है अच्छे और योग्य इंसान बनाना। इसलिए आज हम जिस भी मुकाम पर है एक बार पीछे मुड़कर सभी शिक्षकों को दिल से धन्यवाद जरूर कहना चाहिए।

Welcome Speech for Teachers Day – शिक्षक दिवस पर स्वागत भाषण.

आदरणीय प्रधानाचार्य महोदय, उप प्रधानाचार्य महोदय एवं यहां उपस्थित सभी शिक्षकगण और मेरे प्यारे साथियों।

आज हम सब यहाँ शिक्षक दिवस की एक अनुपम बेला को आनंदमय तरीके से मनाने के लिए एकत्रित हुए हैं।

जैसा कि आपको पता ही है कि आज 5 सितंबर का दिन है और आज के दिन ही हमारे दूसरे राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म हुआ था।

डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन की बहुत तीव्र इच्छा थी कि उनके जन्मदिवस के दिन सिर्फ उन्हें न याद करके बल्कि देश के समस्त शिक्षकों को याद किया जाए। इसी वजह से यह दिन शिक्षक दिवस के रूप में पूरे देश में उत्साह पूर्वक मनाया जाता है।

सच कहूं तो हम बहुत सौभाग्यशाली हैं जो हमें आप जैसे मूल्यवान शिक्षक मिले जो ना सिर्फ हमें विषयों का ज्ञान देते हैं बल्कि नैतिकता और मानवीय मूल्यों की भी पहचान कराते हैं।

आज मैं अपने सभी शिक्षकगण का तहे दिल से आभार व्यक्त करता हूं और चाहता हूं कि वह हमारा मार्गदर्शन इसी तरह से करते रहें और हमारे ऊपर उनका आशीर्वाद हमेशा बना रहे।

आज के इस पावनबेला पर हम विद्यार्थियों ने मिलकर आप सबके लिए कुछ विशेष तैयारियाँ की हैं जैसे किसी ने नृत्य, भाषण तो किसी ने एक अच्छा गीत तैयार किया है। हम सब आज मंच के माध्यम से आप सब के सम्मान में अपनी प्रस्तुति देने के लिए बहुत उत्साहित है।

हमारे शिक्षक कभी हमारे लिए नरम होते हैं तो कभी गर्म होते हैं हमारी नासमझी और गलतियों की हमें सजा भी देते हैं वहीं दूसरी तरफ हमें अच्छी चीजों की सीख भी देते हैं।

हमारे शिक्षक चाहते हैं कि हम अपने जीवन में एक अच्छे मुकाम पर हो। हम बच्चे हैं हो सकता है हम आज इस बात के महत्व नहीं समझ पा रहे हो लेकिन हमें इस बात पर पूरा भरोसा है कि हमारी शिक्षकों के आँख में पल रहा सपना कभी झूठा नहीं हो सकता।

कभी-कभी हम कक्षा में जरूरत से ज्यादा शरारत करने लगते हैं और यह सोचते हैं कि शिक्षकों को इस बारे में पता नहीं चलेगा लेकिन अब जाकर समझ आ रहा है कि यह हमारी सूझबूझ नहीं बल्कि शिक्षकों की सहनशीलता है जिसकी वजह से हमें कक्षा में थोड़ी शरारत करने का मौका मिलता है।

शिक्षक इस बात को भलीभांति समझते हैं कि एक विद्यार्थी को विकास करने के लिए किन-किन चीजों की जरूरत पड़ती है।

तभी तो समाज शिक्षक को एक मूर्तिकार भी कहते हैं जो निर्जीव मूर्ति नहीं बल्कि सजीव मूर्ति की रचना करते हैं और उन्हीं सजीव मूर्ति से समाज का निर्माण होता है।

मुझे आज भी वह दिन याद आता है जब मैं छठवीं कक्षा में था। मैं अपने विद्यालय में नया-नया था। मेरे अंदर कुछ आत्मविश्वास की कमी थी मैं पढ़ने में अच्छा था लेकिन आत्मविश्वास की कमी के चलते अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहा था।

तभी मेरे एक शिक्षक ने इस बात को भांप लिया और मुझे कक्षा में हमेशा आगे बैठने के लिए कहा उन्होंने ना सिर्फ मुझे बैठने के लिए कहा आप बल्कि मेरे लिए एक सीट ही सुनिश्चित कर दी।

कक्षा में सबसे आगे बैठने से मेरे अंदर आत्मविश्वास का जन्म हुआ और मैं खुद पर विश्वास करने लगा फिर उसका परिणाम यह हुआ कि मैं परीक्षा में अव्वल दर्जे से पास हुआ।

यह सिर्फ एक उदाहरण है। ऐसे अनेकों उदाहरण है जो यह बताते हैं कि शिक्षक एक सच्चे पारखी होते हैं। वह इस बात को भलीभांति समझते हैं कि किस विद्यार्थी को किन चीजों की जरूरत है।

फिर वह सब उस विद्यार्थी को उपलब्ध भी कराते हैं। आज के इस पावन अवसर पर मुझे कुछ बोलने का अवसर मिला इसके लिए मैं अपने शिक्षकों का तहे दिल से धन्यवाद व्यक्त करता हूं और एक दो लाइनों के साथ अपने शब्दों को विराम देता हूं कि

गुरु गोविन्द दोऊ खड़े काके लागै पाएं । बलिहारी गुरु आपने गोविन्द दिओ बताए।।

अब मैं आदरणीय प्रधानाचार्य को मंच पर आमंत्रित करना चाहूंगा और वह मंच पर आकर मां सरस्वती के सामने रखे दीपक को प्रज्वलित करके आज के कार्यक्रम की शुरुआत करें।

Teachers Day Speech by Principal – प्रिंसिपल का शिक्षक दिवस पर भाषण

यहां उपस्थित सभी आदरणीय शिक्षकगण एवं मेरे प्यारे बच्चों.

सर्वप्रथम शिक्षक दिवस की इस पावनबेला पर भारत के द्वितीय राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन को मैं नमन करता हूं और समाज के प्रति उनके कार्यों के लिए उनके प्रति सम्मान व्यक्त करता हूं।

आज यह देख करके बहुत खुशी हो रही है कि हमारे विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र एवं छात्राएं कितने रचनात्मक कार्य कर सकते हैं। शिक्षक दिवस सिर्फ शिक्षकों के लिए नहीं है बल्कि शिक्षकों से ज्यादा यह छात्र एवं छात्राओं के लिए है, क्योंकि एक शिक्षक उतना ही अच्छा होता है जितने अच्छे उसके छात्र और छात्राएं होती हैं।

शिक्षक की पहचान उसके द्वारा पढ़ाएं गए विद्यार्थियों से ही होती है इसलिए यदि आप लोग अपने जीवन में अच्छा करेंगे तो हमारा सम्मान खुद ही बढ़ जाएगा।

जैसा कि आप सब यह जानते हैं कि शिक्षक दिवस डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस के दिन मनाया जाता है, क्योंकि वह एक शिक्षक थे अपने जीवन के आखिरी काल में जब उनसे यह पूछा गया कि आप एक राष्ट्रपति के रूप में याद किया जाना पसंद करेंगे या फिर एक शिक्षक के रूप में तब उन्होंने कहा था कि वह जीवनपर्यंत एक शिक्षक के रूप में याद किए जाना ज्यादा पसंद करेंगे।

बच्चों आप लोगों के भाषण, गायन और आप लोगों ने जो यहां पर कार्यक्रम प्रस्तुत किए हैं वह सब वाकई में सराहनीय है। हम सब मंच पर बैठकर आपके द्वारा किए गए इन सभी कार्यक्रम की प्रशंसा ही कर रहे थे।

बच्चों आप लोगों का रचनात्मक होना बहुत ज्यादा जरूरी है यदि आप लोग रचनात्मक रहेंगे तो भविष्य काफी सुरक्षित रहेगा, क्योंकि रचनात्मक लोगों में अच्छे निर्णय करने की क्षमता होती है।

वह किसी रूढ़िवादी एवं परंपरागत सोच के गुलाम नहीं होते हैं। वह अपने हर एक निर्णय में अच्छे से अच्छा करने की कोशिश करते हैं डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन भी एक ऐसे ही व्यक्तित्व थे।

इसलिए बच्चों आप सब अपनी रचनात्मकता को इसी तरह बरकरार रखिए और जब भी हमारे विद्यालय में कोई भी सांस्कृतिक कार्यक्रम होता है तो उसमें आप सब बढ़-चढ़कर हिस्सा लीजिए क्योंकि किताबों में लिखा हुआ ज्ञान लेना तो जरूरी है ही साथ ही साथ कुछ ज्ञान अनुभव के माध्यम से मिलता है वह सब भी आप लेने की कोशिश करिए।

और हमारा पूरा साथ आप लोगों के साथ है आप सब अपने जीवन में काफी उन्नति हासिल करें एक सफल व्यक्ति बने और समाज और देश का नाम रोशन करें आज के इस पावन बेला पर मैं बस आप सब लोगों के लिए यही दुआ करूंगाऔर अपने इन्हीं शब्दों के साथ में अपने शब्दों को विराम देता हूँ।

Poems On Teachers day in Hindi – हिंदी में शिक्षक दिवस पर कविताएँ

आदर्शों की मिसाल बनकर, बाल जीवन संवारता शिक्षक |

सदाबहार फूल-सा खिलकर, महकता और महकाता शिक्षक ||

नित नए प्रेरक आयाम लेकर हर पल भव्य बनाता शिक्षक |

संचित ज्ञान का धन हमें देकर, खुशियां खूब मनाता शिक्षक ||

पाप व लालच से डरने की, धार्मिक सीख सिखाता शिक्षक |

देश के लिए मर मिटने की, बलिदानी राह दिखाता शिक्षक ||

प्रकाशपुंज का आधार बनकर, कर्तव्य अपना निभाता शिक्षक |

प्रेम सरिता की बनकर धारा, नैया पार लगाता शिक्षक ||

Thank-you Poem For Teachers day in Hindi – हिंदी में शिक्षक दिवस के लिए धन्यवाद कविता

रोज सुबह मिलते है इनसे, क्या हमको करना है ये बतलाते है | ले के तस्वीरें इन्सानों की, सही गलत का भेद हमें ये बतलाते है | कभी ड़ांट तो कभी प्यार से, कितना कुछ हमको ये समझाते है । है भविष्य देश का जिन में , उनका सबका भविष्य ये बनाते है | है रगं कई इस जीवन में, रगों की दुनिया से पहचान, ये करवाते है । खो ना जाये भीड़ में कहीं हम, हम को हम से ही ये मिलवाते है । हार हार के फिर लड़ना ही जीत है सच्ची, ऐसा एहसास ये हमको करवाते है । कोशिश करते रहना हर पल, जीवन का अर्थ हमें ये बतलाते है । देते है नेक मज़िल भी हमें, राह भी बेहत्तर हमे ये दिखलाते है । देते है ज्ञान जीवन का, काम यही सब है इनका, ये शिक्षक कहलाते है, ये शिक्षक कहलाते है ||

Poem On Teacher’s Day – शिक्षक दिवस पर कविता

गुरु बिन ज्ञान नहीं गुरु बिन ज्ञान नहीं रे।अंधकार बस तब तक ही है, जब तक है दिनमान नहीं रे॥ मिले न गुरु का अगर सहारा, मिटे नहीं मन का अंधियारा लक्ष्य नहीं दिखलाई पड़ता, पग आगे रखते मन डरता। हो पाता है पूरा कोई भी अभियान नहीं रे। गुरु बिन ज्ञान नहीं रे॥ जब तक रहती गुरु से दूरी, होती मन की प्यास न पूरी। गुरु मन की पीड़ा हर लेते, दिव्य सरस जीवन कर देते। गुरु बिन जीवन होता ऐसा, जैसे प्राण नहीं, नहीं रे॥ भटकावों की राहें छोड़ें, गुरु चरणों से मन को जोड़ें। गुरु के निर्देशों को मानें, इनको सच्ची सम्पत्ति जानें। धन, बल, साधन, बुद्धि, ज्ञान का, कर अभिमान नहीं रे, गुरु बिन ज्ञान नहीं रे॥ गुरु से जब अनुदान मिलेंगे, अति पावन परिणाम मिलेंगे। टूटेंगे भवबन्धन सारे, खुल जायेंगे, प्रभु के द्वारे। क्या से क्या तुम बन जाओगे, तुमको ध्यान नहीं, नहीं रे॥

Quotes on Teachers Day in Hindi – शिक्षक दिवस पर प्रेरणादायी विचार.

गुरुर्ब्रह्मा ग्रुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः । गुरुः साक्षात् परं ब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः ॥

जो बनाए हमें अच्छा और सच्चा इंसान,दे सही-गलत की पहचान,उन शिक्षकों को कोटि-कोटि प्रणाम।

साक्षर हमें बनाते हैं

जीवन क्या है समझाते हैं

जब गिरते हैं हम हार कर तो साहस वही बढ़ाते हैं

ऐसे महान व्यक्ति ही शिक्षक कहलाते हैं।

गुरु की उर्जा सूर्य-सी, अम्बर-सा विस्तार,

गुरु की गरिमा से बड़ा, नहीं कहीं आकार।

गुरु का सद्सान्निध्य ही,जग में हैं उपहार,

प्रस्तर को क्षण-क्षण गढ़े, मूरत हो तैयार।

गुरु का महत्व कभी न होगा कम,

भले कर ले कितनी भी उन्नति हम,

वैसे तो हैं इंटरनेट पे हर प्रकार का ज्ञान,

पर अच्छे बुरे की नहीं हैं उसे पहचान।

शांति का पढ़ाया पाठ, अज्ञान का मिटाया अंधकार,गुरु ने सिखाया हमें नफरत पर विजय है प्यार!

Gumnami ke andhere me tha, Ek pehchaan bana diya, Duniya ke gum se mujhe, Unhone anjaan bana diya, Unki aisi kripa huyi ke, Guru ji ne mujhe ek achha, Insaan bana diya.

आपके कुछ प्रश्न.

भारत मे शिक्षक दिवस कब मनाया जाता है?

5 सितंबर को देश मे शिक्षक दिवस मनाया जाता है।

भारत मे शिक्षक दिवस क्यों मनाया जाता है?

डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस के दिन उनकी याद में मनाया जाता है।

शिक्षक दिवस के दिन क्या करते हैं?

देश के सभी शिक्षकों को सम्मानित करते हैं।

शिक्षक दिवस 5 सितंबर को ही क्यों मनाया जाता है?

5 सितंबर 1888 को डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म हुआ था। उनकी इच्छा थी कि उनका जन्मदिन शिक्षकों को समर्पित हो।

विश्व शिक्षक दिवस कब मनाया जाता है?

प्रतिवर्ष 5 अक्टूबर के दिन विश्व शिक्षक दिवस मनाया जाता है।

RELATED ARTICLES MORE FROM AUTHOR

 width=

Essay on rules of Cleanliness and Legal Matter in Hindi

Essay on need of cleanliness in hindi, भारत में स्वच्छता पर निबंध – भूमिका, महत्व, और उपाय, essay on e-commerce in india in hindi, essay on impact and scope of gst bill in india in hindi, essay on racial discrimination in india in hindi.

hindi essay on teacher

Essay on Shahdara Sharif in Hindi | हिंदी में शाहदरा शरीफ पर निबंध

Advantages and disadvantages of khobrail (coconut) oil | खोबरेल (नारियल)  तेल के फायदे एंव..., essay on navratri in hindi, essay on make in india in hindi | make in india policy | scheme....

Nibandh

मेरे प्रिय शिक्षक पर निबंध

ADVERTISEMENT

रूपरेखा : प्रस्तावना - मेरे प्रिय शिक्षक कौन है - उनके व्यक्तित्व - आज के शिक्षकों से तुलना - उनके अंदर का ज्ञान - खेल कूद आदि में उनकी दिलचस्पी - स्नेहपूर्ण व्यवहार - आदर्श जीवन - उपसंहार।

शिक्षक का हमारे जीवन में अधिक महत्व है। शिक्षक हमारे जीवन में वह व्यक्ति होता है, जो हमें अच्छी शिक्षा के साथ बहुत सी अन्य महत्वपूर्ण चीजों को सिखाता है। एक शिक्षक अपने विद्यार्थियों के लिए बहुत अधिक मायने रखता है। वह हमारे जीवन में विकास की प्रारम्भिक अवस्था से हमारे परिपक्व होने तक बहुत अधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वह हमें और हमारे भविष्य को देश के जिम्मेदार नागरिक बनाने की ओर मोड़ देते हैं।

अपने छात्रजीवन में मुझे अनेक शिक्षकों से स्नेह तथा मार्गदर्शन मिला है, लेकिन इन सबमें राजीव यादव मेरे प्रिय शिक्षक रहे हैं। सचमुच, उनके जैसा अपार ज्ञान, असीम स्नेह और प्रभावशाली व्यक्तित्व बहुत कम शिक्षकों में पाया जाता है।

राजीव सर का कद लंबा और रंग गोरा है। उनकी आँखें चमकीली हैं। उनकी आवाज गंभीर, स्पष्ट और प्रभावशाली है। उनका शरीर फुर्तीला और स्वस्थ है। वे हमेशा तेज़ चाल से चलते हैं। वे प्रायः सफेद धोती-कुर्ता अथवा सफारी सूट पहनते हैं।

आज के कई शिक्षक अपने पद को केवल अर्थप्राप्ति का साधन मानते हैं और विद्यार्थियों के सामने किताबों के पन्ने पलट देने को ही पढ़ाना समझते हैं। मानो सच्चे ज्ञान-दान और चरित्र-निर्माण से उन्हें कोई मतलब ही न हो। लेकिन राजीव सर के बारे में यह बात नहीं है। वे शिक्षक-पद के गौरव और उसकी जिम्मेदारी को भली-भाँति समझते हैं और अपने कर्तव्यों का पूर्ण रूप से निर्वाह करते हैं।

राजीव सर विद्वान व्यक्ति हैं। उनका अंदर का ज्ञान ही उन्हें आज सब छात्रों का प्रिय बनाया है। विज्ञान, गणित और समाजशास्त्र में भी उनकी रुचि कम नहीं है। अंग्रेजी व्याकरण वे इस प्रकार समझाते हैं कि सारी बातें कक्षा में ही कंठस्थ हो जाती हैं। हिंदी भाषा पर उनका पूर्ण अधिकार है। कोई भी विद्यार्थी अपनी शंका, बिना किसी भय और हिचकिचाहट के उनके सामने रख सकता है और उसका उचित समाधान प्राप्त कर सकता है।

राजीव सर खेल-कूद में भी बहुत रुचि लेते हैं। वे विद्यार्थियों के साथ खेल में भाग लेते हैं। नाटक, चर्चा-गोष्ठी, चित्र-प्रतियोगिता, निबंध प्रतियोगिता आदि में वे विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करते हैं और उन्हें समय-समय पर विविध क्षेत्रों में प्रगति करने के लिए प्रोत्साहित करते रहते हैं। हमारे विद्यालय का ऐसा कोई कार्यक्रम नहीं, जिसमें राजीव सर का योगदान न हो।

राजीव सर विद्यालय को एक परिवार मानते हैं। सभी विद्यार्थियों को उनका प्यार मिलता है। उन्हें क्रुद्ध (गुस्सा) होते कभी किसी ने नहीं देखा है। वे बहुत अनुशासन व्यक्ति है। वे बहुत हिमायती हैं। पढ़ाई में कमजोर छात्रों पर उनकी ममतामयी दृष्टि रहती है। परीक्षा में अनुत्तीर्ण छात्रों को वे स्ने से पढ़ाते है और उन्हें उत्तीर्ण कराते हैं। कोई छात्र कमजोर होता है तो उन्हें वह अतिरिक्त अध्ययन कराते है।

राजीव सर निरभिमानी हैं। घमंड तो उन्हें छू तक नहीं गया है। उनके चेहरे से सदा प्रसन्नता और आत्मीयता झलकती है। उनके रहन-सहन और वेशभूषा से सादगी प्रकट होती है। झूठ, लोभ, रिश्वत, ईर्ष्या आदि बुराइयों से तो वे कोसों दूर हैं। वे बहुत शांत स्वाभाव के व्यक्ति है। उनका जीवन एक आदर्श जीवन है। वे सभी छात्रों को आदर्श जीवन जीने की सलाह देते है।

वह शिक्षण की अच्छी तकनीकियों के साथ, दोस्ताना स्वभाव, हास्य, धैर्यवान और आसानी से सभी परिस्थितियों के अनुसार खुद को ढालने वाले एक अच्छे शिक्षक है। मैं उनके आज्ञाकारी विद्यार्थियों में से एक हूँ। बहुत ही उत्साहित और हमें हमेशा पढ़ाई में सबसे अच्छा करने के लिए प्रोत्साहित करते रहते थे। सचमुच वे सभी के चहिते शिक्षक है और मेरे प्रिय शिक्षक भी वही हैं।

Nibandh Category

Teacher's Day Essay in Hindi

Teacher’s Day Essay in Hindi, 100, 150, 200, 300, 500 Words

क्या आप भी “Teacher’s Day Essay in Hindi” की तलाश कर रहे हैं? यदि हां, तो आप इंटरनेट की दुनिया की सबसे बेस्ट वेबसाइट essayduniya.com पर टपके हो. यदि आप Teacher’s Day Essay in Hindi, Essay on Teacher’s Day in Hindi, Teacher’s Day Par Essay, Teachers Day Nibandh, Shikshak Diwas Essay यही सब सर्च कर रहे हैं तो आपका इंतजार यही पूरा होता है.

Teacher’s Day Essay in Hindi

यहां हम आपको “Teacher’s Day Essay in Hindi” उपलब्ध करा रहे हैं. इस निबंध/ स्पीच को अपने स्कूल या कॉलेज के लिए या अपने किसी प्रोजेक्ट के लिए उपयोग कर सकते हैं. इसके साथ ही यदि आपको किसी प्रतियोगिता के लिए भी Essay on Teacher’s Day in Hindi तैयार करना है तो आपको यह आर्टिकल पूरा बिल्कुल ध्यान से पढ़ना चाहिए. 

Teachers Day Essay in Hindi 100 Words 

हर साल 5 सितंबर के दिन शिक्षक दिवस (Teachers Day) मनाया जाता है। इस दिन भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और शिक्षाविद्  डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी का जन्मदिन होता है। शिक्षक दिवस  शिक्षकों के प्रति सम्मान व्यक्त करने और उनका ध्यानवाद करने के लिए मनाया जाता है। टीचर्स डे के दिन सभी स्कूल, कॉलेजों और शिक्षण संस्थानों में कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। कई स्कूलों में छुट्टी होती है इसलिए इसके एक दिन पहले ही यानी 4 सितंबर के दिन ही बहुत से स्कूल, कॉलेजों में टीचर्स डे को मनाया जाता है। हम सभी लोग शिक्षक दिवस के अवसर पर अपने स्कूल में भव्य आयोजन करते हैं और शिक्षकों के लिए ग्रीटिंग कार्ड्स, चॉकलेट और बहुत से उपहार लाते हैं।

शिक्षक दिवस भाषण हिंदी में Teacher’s Day Essay in English Teacher’s Day Speech in English शिक्षक पर 10 लाइन निबंध 10 Lines on Teacher’s Day in English शिक्षक दिवस पर निबंध Dr. Sarvepalli Radhakrishnan Essay

Teachers Day Essay in Hindi 200 Words 

शिक्षक दिवस हर साल 5 सितंबर के दिन मनाया जाता है। इस दिन हमारे देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी का जन्मदिन होता है। इन्हीं के जन्मदिन के अवसर पर शिक्षक दिवस को मनाया जाता है। किसी भी व्यक्ति के मानसिक और व्यवहारिक विकास के लिए शिक्षक एक बहुत एहम भूमिका निभाते हैं। शिक्षक अपने कर्तव्य का निर्वाह करते हुए बच्चों को शिक्षा, सही मार्गदर्शन और ज्ञान देते हैं। शिक्षा हर व्यक्ति के लिए बहुत अधिक महत्वपूर्ण है। इसे जीवन जीने का सबसे आवश्यक साधन भी कहा जा सकता है, और यह साधन हमें अपने शिक्षक और गुरुओं द्वारा प्राप्त होता है।

जो हमारे जीवन के विभिन्न पढ़ावों में अलग-अलग प्रकार से सहायक होता है। शिक्षक बच्चों को पढ़ना-लिखना सिखाते हैं, उन्हें जीवन की सिख देते हैं और अपने जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित भी करते हैं। शिक्षक एक अबोध बच्चे को न केवल पढ़ना-लिखना ही सीखते हैं, बल्कि उनके व्यक्तित्व, कौशल में और चरित्र निर्माण में भी सहायक होते हैं। शिक्षक दिवस के अवसर पर सभी शैक्षणिक संस्थानों, स्कूल, कॉलेजों में शिक्षकों के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। बच्चे इस दिन शिक्षकों के लिए ग्रीटिंग कार्ड, चॉकलेट्स, फूल और उपहार लेकर आते हैं और उनके प्रति अपना प्रेम और सम्मान व्यक्त करते हैं। 

Teacher's Day Essay in Hindi

Teachers Day Essay in Hindi 300 Words 

5 सितंबर को हर साल शिक्षक दिवस मनाया जाता है। शिक्षक दिवस को देश के सभी शिक्षकों को सम्मान देने के लिए मनाया जाता है। इस दिन सन 1888 को भारत के महान शिक्षाविद्, दार्शनिक और पूर्व प्रधानमंत्री डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी का जन्म हुआ था। वे भारत के प्रधानमन्त्री, दार्शनिक, राजनेता और महान शिक्षक रह चुके थे। डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी के जन्मदिन पर एक बार कुछ विद्यार्थी उनका जन्मदिन मनाने आए थे, तब राधाकृष्णन जी ने 5 सितंबर को केवल अपने जन्मदिन के रूप में मनाए जाने के बजाए उसे शिक्षक दिवस के रूप में मनाए जाने का अनुरोध किया। उनके इस प्रस्ताव के कारण ही सन 1962 से लेकर आज तक हर साल 5 सितम्बर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है।

शिक्षक इस देश के निर्माण और विकास में बहुत महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। वे देश की युवा पीढ़ी को शिक्षित करते हैं। एक देश तभी विकास कर सकता है, जब उस देश के युवा शिक्षित और सामर्थ्यशाली हो। जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए एक व्यक्ति में शिक्षा, अच्छा चरित्र, अनुशासन, शिष्टाचार और कौशल होना बहुत जरूरी है। शिक्षक विद्यार्थी में इन सभी गुणों को का निर्माण कर उन्हें जीवन में सफल बनाने के लिए सहायक होते हैं शिक्षकों के प्रति सम्मान एवं आभार प्रकट करने के लिए बच्चे इस दिन अपने शिक्षकों को फूल, ग्रीटिंग कार्ड एवं कई तरह के उपहार देते हैं।

शिक्षक दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के कारण शिक्षक और बच्चों के बीच का संबंध गहरा और मजबूत हो जाता है। आज के दिन स्कूल, कॉलेज, कोचिंग और शिक्षण संस्थानों में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इस दिन बच्चे अपने टीचर्स के लिए नृत्य प्रस्तुति, गायन प्रतियोगिता और भाषण देते हुए। स्कूलों में इस दिन शिक्षकों को अपने रोज के काम से थोड़ा-सा विराम मिलता है। उनके लिए बच्चों द्वारा कई प्रकार की तैयारियां की जाती है। बच्चों द्वारा शिक्षक दिवस के अवसर पर केक भी काटा जाता है और इस दिन को धूमधाम से मनाया जाता है।

Teachers Day Essay in Hindi 500 Words

हर व्यक्ति के जीवन में शिक्षक का होना बहुत आवश्यक है, जो उसे हर प्रकार की शिक्षा देकर शिक्षित कर सके। सभी के लिए उनका शिक्षक कोई भी व्यक्ति हो सकता है। हमारी संस्कृति में मां को पहला शिक्षक कहा गया है। क्योंकि मां एक बच्चे को जीवन के मूलभूत आचरण, व्यवहार सिखाती है, जो किसी भी इंसान के जीवन में बहुत काम आते हैं। एक मां के बाद बच्चे को सामान्य तौर पर उसके शिक्षक ही शिक्षित करते हैं। जिसके बिना किसी भी व्यक्ति का जीवन अधूरा है। क्योंकि शिक्षा इंसान के जीवन निर्वाह का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है, और उसके सहारे ही इंसान का जीवन मजबूती से टीका रहता है।

शिक्षक दिवस क्यों मनाया जाता है? (Why we Celebrate Teachers Day)

डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी की जयंती के दिन हर साल शिक्षक दिवस मनाया जाता है। राधाकृष्णन जी का जन्म 5 सितंबर 1888 में तिरुपति, वर्तमान में आंध्र प्रदेश में हुआ था। वे एक महान दार्शनिक, भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति, प्रसिद्ध शिक्षक और राजनीतिज्ञ थे। उन्होंने भारत के कई क्षेत्रों में अपना योगदान दिया था। उनके इस योगदान के लिए उन्हें कई पुरुस्कार मिले हैं। उन्हें भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान पुरुस्कार से भी पुरुस्कृत किया गया है। क्योंकि राधाकृष्णन जी शिक्षकों की महत्वता को जानते हुए ही अपने जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाए जाने के लिए कहा था। इसलिए ही हर साल 5 सितंबर के दिन को शिक्षक दिवस के तौर पर मनाया जाता है।

शिक्षक दिवस मनाए जाने का इतिहास

शिक्षक दिवस को आज हम सब डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी के कारण ही माना पा रहे हैं। राधाकृष्णन जी स्वयं एक शिक्षक थे, इसके साथ ही वे एक  विद्वान, राजनेता, भारत के पूर्व राष्ट्रपति भी थे। वे जब राष्ट्रपति के पद पर थे तब 5 सितंबर 1962 के दिन उनके पास कुछ विद्यार्थियों ने आकर उनका जन्मदिन मनाने का आग्रह किया। तब राधाकृष्णन जी ने 5 सितंबर का दिन केवल अपने जन्मदिन के रुप में न मनाकर शिक्षक दिवस के रूप में अध्यापन पेशे के प्रति उनके समर्पण के रूप में मनाए जाने को कहा था। उस दिन के बाद से लेकर आज तक हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है। 

शिक्षक देश की पीढ़ी को शिक्षित करने, साक्षर समाज और देश का निर्माण करने में अपना योगदान देते हैं। शिक्षकों के इस कार्य के लिए उन्हें सम्मान देने के लिए शिक्षक दिवस जैसे आयोजन एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ताकि वे अपने कार्य को ऐसे ही करते रहें और इसी प्रकार प्रेरित रहें। हम सभी को शिक्षकों द्वारा दी गई सिख और उनके पाठ को हमेशा याद याद रखना चाहिए व उनकी आज्ञा का पालन चाहिए। इसके साथ ही हम सभी को शिक्षकों के कार्य के लिए उन्हें प्रोत्साहित करना चाहिए एवम सम्मान करना चाहिए, और ऐसे ही शिक्षक दिवस को धूमधाम से मानना चाहिए। 

Teachers Day Nibandh

हमारे सभी प्रिय विद्यार्थियों को इस “ Teacher’s Day Essay in Hindi ” जरूर मदद हुई होगी यदि आपको यह Essay on Teacher’s Day in Hindi अच्छा लगा है तो कमेंट करके जरूर बताएं कि आपको यह Teacher’s Day Essay in Hindi कैसा लगा? हमें आपके कमेंट का इंतजार रहेगा और आपको अगला Essay या Speech कौन से टॉपिक पर चाहिए. इस बारे में भी आप कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं ताकि हम आपके अनुसार ही अगले टॉपिक पर आपके लिए निबंध ला सकें.

Leave a Comment Cancel reply

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

10 Lines on Teacher in Hindi | शिक्षक पर 10 वाक्य | लाइन निबंध

In this article, we are providing 10 Lines on Teacher in Hindi for students and kids for classes 1,2,3,4,5,6,7,8,9,10,11,12. हिंदी में शिक्षक पर 10 वाक्य | पंक्तियाँ, Short 10 lines Essay on Teacher |  in Hindi. एक शिक्षक ( Teacher ) हमारे जीवन में एक मार्गदर्शक, गुरु, मित्र होने के साथ और कई भूमिकाएं निभाते है। इस आर्टिकल में आपको Shikshak par 10 Line Nibandh की पूरी जानकारी मिलेगी।

10 Lines on Teacher in Hindi Essay | शिक्षक पर 10 लाइन निबंध

( Set -1 ) 10 Lines About Teacher in Hindi | शिक्षक पर 10 पंक्तियाँ निबंध

1. शिक्षक को गुरू या अध्यापक भी कहा जाता है। माता पिता हमारे प्रथम शिक्षक होते हैं।

2. शिक्षक भविष्य निर्माता होते हैं जो हर बच्चे को उज्जवल भविष्य देने का प्रयास करते हैं।

3. शिक्षक वह होता है जो हमें अग्यानता से ग्यान की तरफ ले जाता है।

4. शिक्षक हमें ग्यान देकर समाज में रहने योग्य बनाता है।

5 . शिक्षक हर कदम पर हमारा मनोबल बढ़ाता है और हमें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है।

6 . शिक्षक ने अपने जीवन में जो कुछ भी सीखा होता है वह वहीं सबकुछ बच्चों को सिखाता है।

7 . शिक्षक समाज में सबसे ज्यादा आदर के पात्र है।

8 . शिक्षक में सहनशीलता और सकारात्मकता की भावना होनी चाहिए।

9 . शिक्षक हमें हमारे अच्छे और बूरे गुणों से परिचित करवाता है और उन्हें सुधारने में सहायता करता है।

10 . किसी भी देश को महान बनाने में शिक्षक का महत्वपूर्ण योगदान होता है।

जरूर पढ़े-

10 Lines on My Favourite Teacher in Hindi

10 Lines on Teachers Day in Hindi

Essay on My Teacher in Hindi

( Set -2 ) 10 Lines on Teacher in Hindi Essay | शिक्षक पर 10 लाइन निबंध

1 . शिक्षक वो होते हैं जो अपने ज्ञान से हमारे अज्ञान को दूर करते हैं।

2 . एक शिक्षक हमें सही और गलत में अन्तर बताता है।

3. शिक्षक को सम्मान देने के लिए हर वर्ष 5 सितम्बर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है।

4. शिक्षक हमे हमेशा सही दिशा में आगे बड़ने को प्रेरित करते हैं।

5. इतिहास में अगर देखे तो किसी भी सफल व्यक्ति के पीछे एक शिक्षक का ही हाथ होता है।

6. शिक्षक हमारे जिवन का और साथ ही साथ वो हमारे चरित्र के भी निर्माता होते हैं।

7. शिक्षक हमे अपनी योग्यता का और साथ ही हमे अपने समय का सदुपयोग करना सीखते है।

8. एक अच्छा शिक्षक कभी भी अपना धैर्य नहीं खोता और वे हर विद्यार्थी को उनके अनुसार पढ़ाते है।

9. एक अच्छा शिक्षक हमे कुछ बनाए या ना बनाए लेकीन वो हमे अच्छा इन्सान जरूर बनाते हैं।

10. एक शिक्षक के बिना हमारा जीवन ठीक ऐसे ही है जैसे मां बाप के बीना एक बच्चे का जीवन।

Meri Pathshala Nibandh

10 Lines on My School in Hindi

इस लेख के माध्यम से हमने 10 lines on Teacher in Hindi Essay का वर्णन किया है और आप यह article को नीचे दिए गए विषयों पर भी इस्तेमाल कर सकते है।

Teacher lines in Hindi Essay on Teacher in Hindi Information About Teacher in Hindi Teacher Essay in Hindi

Leave a Comment Cancel Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

शिक्षक पर निबंध | Essay on Teacher in Hindi

hindi essay on teacher

शिक्षक पर निबंध | Essay on Teacher in Hindi!

शिक्षक बच्चों को ज्ञानवान और सुसंस्कृत बनाते हैं । बच्चा घर से निकल कर विद्‌यालय में प्रवेश लेता है तो शिक्षक की शरण में जाता है । विद्‌यालय में शिक्षक ही बच्चों के अभिभावक होते हैं । वे बच्चों को जीवन जीने की शिक्षा देते हैं । बच्चा शिक्षक का अनुगृहीत होता है एवं उन्हें अपना नमन अर्पित करता है ।

शिक्षक बच्चों के अंदर ज्ञान का प्रकाश फैलाते हैं एवं उनके अंदर के अज्ञान रूपी अंधकार को दूर कर देते हैं । बच्चे शिक्षक के समीप श्रद्धाभाव से जाते हैं ताकि वे ज्ञान के समुद्र में गोते लगा सकें । कहा भी गया है कि ‘ श्रद्‌धावान् लभते ज्ञानम्। ‘ अर्थात् श्रद्‌धावान् को ज्ञान प्राप्त होता है । यदि विद्‌यार्थी के अंदर श्रद्‌धा होती है तो शिक्षक उसे अपना समस्त ज्ञान देते हैं ।

शिक्षक का दायित्व बहुत बड़ा है । वह मानव-समाज को सही दिशा दे सकता है । आज के बच्चे कल का भविष्य होते हैं । यदि बच्चे पढ़े-लिखे होंगे तो वे देश का नाम रौशन करेंगे । यदि वे सुसंस्कृत होंगे तो देश सभ्य बनेगा । यदि शिक्षक बच्चों में अच्छे संस्कार डालेंगे तो उससे देश को लाभ होगा । शिक्षा चारों तरफ फैले, कोई भी बच्चा अशिक्षित न रहे इसका भार शिक्षकों पर है । शिक्षक चाहें तो ऐसे समाज का निर्माण कर सकते हैं जिसमें ऊँच-नीच, जातिगत भेदभाव, ईर्ष्या, वैमनस्य आदि दुर्गुणों का कोई स्थान न हो । कबीरदास जी कहते हैं –

गुरु कुम्हार शिष कुंभ है, गढ़ि-गढ़ि काई खोट ।

अंतर हाथ सहारि दे, बाहर मारे चोट ।।

ADVERTISEMENTS:

अर्थात् गुरु कुम्हार और शिष्य घड़ा है । जिस प्रकार कुम्हार यत्न से घड़े को सुघड़ बनाता है उसी तरह गुरु भी विद्‌यार्थियों के दोषों का परिमार्जन करता है । गुरु की कठोरता बाहरी होती है, अंदर से वह दयावान ‘और विद्‌यार्थी का शुभचिंतक होता है । इसलिए गुरु की डाँट-फटकार पर ध्यान नहीं देना चाहिए । गुरु विद्‌यार्थी का हमेशा भला चाहता है ।

आज प्राचीन गुरु-शिष्य परंपरा भले ही समाप्त दिखाई दे रही हो, शिक्षक का कर्त्तव्य अपनी जगह कायम है । शिक्षा प्राप्त करने के लिए आज भी लगन, परिश्रम, त्याग, नियमबद्धता, विनम्रता जैसे गुणों को धारण करने की आवश्यकता होती है । शिक्षक विद्‌यार्थियों को ऐसे गुणों से युक्त बनाते हैं । वे उनका मार्गदर्शन करते हैं । वे विद्‌यार्थियों की उलझन मिटाते हैं । उनमें साहस, धैर्य, सहिष्णुता, ईमानदारी जैसे गुणों का संचार करते हैं ।

आज शिक्षा का फलक बड़ा हो गया है । इसमें नैतिक शिक्षा के साथ-साथ विषय ज्ञान और तकनीकी शिक्षा का समावेश हो गया है । अत : आवश्यक है शिक्षक विषय-ज्ञान और तकनीकी-ज्ञान में निपुण हों । इसके लिए शिक्षकों को उचित ट्रेनिंग दी जानी चाहिए । ऐसे शिक्षकों की नियुक्ति की जानी चाहिए जो योग्य हों । अज्ञानी शिक्षक विद्‌यार्थियों का भला नहीं कर सकते । जिन्हें स्वयं सही-गलत का पता नहीं, वे विद्‌यार्थियों को क्या शिक्षा दे सकते हैं ।

योग्य शिक्षक विद्‌यार्थियों का उचित मार्गदर्शन करते हैं । वे नियमित समय पर विद्‌यालय आते हैं । वे अपनी ऊर्जा केवल शिक्षा देने में व्यय करते हैं । वे कमजोर विद्‌यार्थियों का विशेष ध्यान रखते हैं । वे सादा जीवन और उच्च विचार के सिद्‌धांत का अनुसरण करते हैं । वे विषय-वस्तु को इतने सरल एवं प्रभावी ढंग से समझाते हैं कि बच्चे उनकी बातों को हृदय में धारण कर सकें । अध्ययनशीलता शिक्षकों का एक आवश्यक गुण है । वे निरंतर अध्ययन करते रहते हैं ताकि नई बातें सीखकर विद्‌यार्थियों को बता सकें । ऐसे योग्य शिक्षकों को समाज में उचित सम्मान मिलता है ।

योग्य शिक्षकों को सरकार सम्मानित करती है । शिक्षकों के सम्मान में प्रतिवर्ष 5 सितंबर का दिन शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है । इस दिन विद्‌यालयों में विशेष समारोह होते हैं जिनमें बच्चों की भागीदारी होती है । राष्ट्रपति योग्य शिक्षकों को पदक और पुरस्कार देते हैं । राष्ट्र उन शिक्षकों को नमन करता है जो अज्ञानांधकार को दूर करने में सहायक होते हैं ।

Related Articles:

  • शिक्षक दिवस पर निबन्ध | Essay for Kids on Teacher’s Day in Hindi
  • शिक्षक-सैनिक संवाद पर निबंध | Essay on Dialogue Between a Teacher and a Soldier in Hindi
  • मेरे प्रिय शिक्षक पर निबंध | Essay on My Favourite Teacher on in Hindi
  • मेरे प्रिय अध्यापक पर निबंध / Essay on My Favourite Teacher in Hindi

यदि मैं शिक्षक होता पर निबंध (If I Were A Teacher Essay In Hindi)

यदि मैं शिक्षक होता पर निबंध (If I Were A Teacher Essay In Hindi)

आज हम यदि मैं शिक्षक होता तो पर निबंध (Essay On If I Were A Teacher In Hindi) लिखेंगे। यदि मैं शिक्षक होता पर लिखा यह निबंध बच्चो (kids) और class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए लिखा गया है।

यदि मैं शिक्षक होता विषय पर लिखा हुआ यह निबंध (Essay On If I Was A Teacher In Hindi) आप अपने स्कूल या फिर कॉलेज प्रोजेक्ट के लिए इस्तेमाल कर सकते है। आपको हमारे इस वेबसाइट पर और भी कही विषयो पर हिंदी में निबंध मिलेंगे, जिन्हे आप पढ़ सकते है।

शिक्षक बच्चो को पढ़ाते है और उनके आने वाले भविष्य को उज्जवल बनाते है। शिक्षक की सबसे अहम जिम्मेदारी है विद्यार्थियों को शिक्षित करना और उन्हें सम्पूर्ण रूप से तैयार करना। शिक्षा का महत्व हर युग में बढ़ता चला जा रहा है। हर व्यक्ति का शिक्षित होना अनिवार्य है।

शिक्षा प्राप्त करना सभी का मौलिक अधिकार है। शिक्षक विद्यार्थियों को काबिल बनाते है, ताकि वह ज़िन्दगी में कुछ कर सके और अपने और अपने परिवार का नाम रोशन कर सके। ज़िन्दगी में एक अच्छा और सफल नागरिक बनने के लिए शिक्षक का मार्ग दर्शन प्राप्त करना विद्यार्थियों के लिए  ज़रूरी होता है।

कभी कभी मैं सोचता हूँ यदि मैं शिक्षक होता तो क्या करता। यदि मैं शिक्षक होता तो विद्यार्थियों के प्रति अपने कर्त्तव्य को पूरे निष्ठा के साथ निभाता। यदि मैं अध्यापक होता तो हमेशा मैं अपने विषय संबंधित पुस्तकों के साथ जीवन मूल्यों और नविन तथ्यों को भी पढ़ाता, ताकि मैं विद्यार्थियों के समक्ष नए विचारो को प्रस्तुत कर सकूँ। यदि मैं अध्यापक होता तो यह मेरे लिए अत्यंत गर्व की बात होती।

पैसे के बारें अधिक ना सोचता

यदि मैं शिक्षक होता तो विद्यार्थियों को अच्छे तरह से पढ़ाने के बारें में सोचता। मैं उन्हें नए तरीको के साथ पढ़ाने की चेष्टा करता। आजकल विद्यालय और कॉलेज में पढ़ा रहे अध्यापक पैसे कमाने पर अधिक ध्यान देते है। रोजगार करना आवश्यक है।

लेकिन कुछ अध्यापक कक्षा में अधिक नहीं पढ़ाते है और बच्चो पर दबाव डालते है कि वह उनके पास ट्यूशन के लिए आये। यह गलत है। विद्यार्थी अपने फैसले लेने के लिए स्वतंत्र है।  यदि मैं अध्यापक होता तो पूरे पाठ को अच्छे से समझाता ताकि विद्यार्थी को ट्यूशन लेने की ज़रूरत ना पड़े।

सभी शिक्षकों को कक्षा में ही अपने विषयो की व्याख्या करनी चाहिए, ताकि विद्यार्थियों को बाहर कोचिंग के लिए ना जाने पड़े।

विद्यार्थी को कभी निराश नहीं होने देता

यदि मैं शिक्षक होता तो विद्यार्थियों को अच्छे से पाठ को समझाता। हर वाक्य की अच्छे से व्याख्या करता और विद्यार्थियों का हौसला बढ़ाता। हमेशा उन्हें प्रोत्साहित करता कि वह अच्छे से पढ़ाई करे और परीक्षा में अच्छे अंक लाये।

कभी कभी कम अंक लाने से विद्यार्थी निराश हो जाते है। ऐसे मौको पर मैं उन्हें निराश नहीं होने देता और पुनः कोशिश करने के लिए कहता। जिन विद्यार्थियों को कम अंक आते है और जिन्हे विषय संबंधित डाउट अर्थात शंका होती है, तो मैं उन्हें अलग से पढ़ाता। ऐसे विद्यार्थियों पर भी शिक्षक को अधिक ध्यान देना चाहिए ताकि वह पीछे ना रहे।

गरीब विद्यार्थियों को शिक्षा

यदि मैं अध्यापक होता तो विद्यालय में पढ़ाने के पश्चात मैं गरीब, ज़रूरतमंद बच्चो को निशुल्क शिक्षा प्रदान करता। अक्सर गरीब परिवारों के पास पैसे नहीं होते है, इसलिए मैं अध्यापक बनकर उन्हें पढ़ाता। भले ही मुझे पैसे ना मिलते, लेकिन मैं उन बच्चो को उचित शिक्षा प्रदान करता।

विद्यार्थियों को सही मार्ग दिखाता

यदि मैं शिक्षक होता, तो विद्यार्थियों को कभी गलत राह चुनने नहीं देता। विद्यार्थी अगर कोई गलत फैसला करते या गलत राह पर चलते तो मैं उन्हें सही राह दिखाता। उन्हें कभी भटकने नहीं देता। अगर वह किसी प्रतियोगिता में हार जाते तो उसे सबक समझकर आगे विजय प्राप्त करने के लिए उन्हें उत्साहित करता।

शिक्षक एक सच्चा पथ प्रदर्शक

शिक्षक एक सच्चा मार्ग दर्शक होता है। वह एक मोमबत्ती के जैसे विद्यार्थियों के जीवन में शिक्षा रूपी रोशनी भर देता है। अक्सर शिक्षक गुस्सा होकर बच्चो को समझाने के लिए मारते -पीटते है। मारने पीटने से बच्चो पर कुछ ख़ास असर नहीं होता है।

कभी कभी कुछ बच्चे जिद्दी बन जाते है। यदि मैं शिक्षक होता तो संयम रखकर बच्चो को समझाता और जीवन से संबंधित कुछ उदाहरण पेश करता, ताकि उन्हें अच्छे से हर पहलु समझ सके। मैं उनका सच्चा मित्र बनकर उन्हें सही रास्ता दिखाता। मैं उन्हें भटकने नहीं देता। यदि मैं शिक्षक होता तो विद्यार्थी को ईमानदारी की राह पर सैदेव चलने के लिए कहता।

व्यवहारिक ज्ञान पर ज़ोर

कुछ शिक्षक बच्चो को किताबी ज्ञान तक ही सीमित रखते है। यदि मैं शिक्षक होता तो सिर्फ विद्यार्थियों को विषय पुस्तक के पाठ को समझाने के साथ प्रैक्टिकल अर्थात व्यवहारिक ज्ञान भी प्रदान करता। पुस्तकों के ज्ञान को असल जीवन से जोड़कर समझाता ताकि उन्हें समझने में आसानी हो।

देश के प्रति दायित्व

यदि मैं शिक्षक होता तो अपने विद्यार्थियों को देशभक्तो की कहानी चुनाता। उनके बलिदान और देश प्रेम से जुड़े सारी घटनाओ को विद्याथियों को विस्तार से बताता। इससे विद्याथियों को एक सच्चे देशभक्त होने का महत्व पता चलता है और वह भी एक सफल और जिम्मेदार नागरिक के साथ एक सच्चे देशभक्त बनते है ।

विद्यार्थियों को ट्यूशन लेने की आवश्यकता ना होती

यदि मैं अध्यापक होता तो विद्यार्थियों को इतना विस्तार से समझाता कि उन्हें ट्यूशन लेने की आवश्यकता ना होती। मेरे पढ़ाये हुए नोट्स पढ़कर वह परीक्षाओं में अच्छे अंक ले आते। अगर कक्षा में शिक्षक अच्छे से विस्तार से पढ़ाये तो विद्यार्थियों को ट्यूशन लेने की ज़रूरत ही नहीं पड़ेगी।

परीक्षा की तैयारी

यदि मैं शिक्षक होता तो विद्यार्थियों को कक्षा में ही परीक्षा की तैयारी करवाता। इससे विद्यार्थियों का आत्मविश्वास बढ़ता है और उनमे एक जिम्मेदारी पनपती है और वह परीक्षा में बेहतर करते है।

यदि विद्यार्थियों को कोई चीज़ समझ ना आये, तो मैं उन्हें समझाने की बार बार कोशिश करता। पाठ में मौजूद विभिन्न शंकाओ को दूर करता। पिछले वर्ष के प्रश्नपत्रों को हल कराने में उनकी मदद करता।

शिक्षक का महत्व कम होना

शिक्षा का महत्व तो बढ़ रहा है। मगर पहले जैसे गुरु या शिक्षक को जैसे मान -सम्मान मिलता था, वैसा आज का माहौल नहीं है। इसका दोष समाज में पनप रहे आदर्श रहित मनुष्य है।  कुछ दोष कुछ शिक्षकों का भी है, जिन्होंने शिक्षा को एक व्यापार बनाकर रख दिया है।

गली महौल्ले में कोचिंग सेंटर खुल गए है और शिक्षा को बेचा जा रहा है। शिक्षा को इस तरह व्यवसाय बना देने से भी शिक्षक अपनी अहमियत खो रहे है। यदि मैं शिक्षक होता तो पैसो को कम और विद्या को लोगो तक पहुंचाने में ज़्यादा रूचि रखता।

शिक्षण प्रणाली

शिक्षा पद्धति सिर्फ पुस्तकों के ज्ञान तक सीमित नहीं रहना चाहिए। यदि मैं शिक्षक होता तो शिक्षा प्रणाली में बदलाव करता। मैं दीवारों के अंदर शिक्षा प्रदान करने के साथ विद्यार्थियों को बाहर के वास्तविक ज्ञान से रूबरू करवाता।

सिर्फ विद्यार्थी अपने पाठ को रट कर परीक्षा पास करे यह सही नहीं है। विद्यार्थियों में बुनियादी ज्ञान होना ज़रूरी है। यह तभी मुमकिन है जब वह किताबो से निकलकर उस तह तक जाएंगे। विद्यार्थियों को वास्तविक ज्ञान से परिचित करवाना शिक्षक का कर्त्तव्य है। यदि मैं शिक्षक होता तो बंधे और पुराने शिक्षा पद्धति में परिवर्तन लाने की चेष्टा करता।

विद्यार्थियों को समाज में मौजूद अन्धविश्वाशो से दूर रखता

यदि मैं शिक्षक होता तो मैं विद्यार्थियों को समाज में मौजूद अंधविश्वास जैसे दहेज़ प्रथा, धर्म जाति पर विवाद जैसे गलत सोच से दूर रखता। उन्हें अन्याय के विरुद्ध अपना विचार रखने के लिए कहता और सही मार्ग दिखाता।

मैं विद्यार्थियों को अच्छी सोच रखने की सलाह देता। विद्याथियों को नम्रता, संयम, सम्मान करना और सबसे ज़रूरी चीज़ सही गलत, अच्छे बुरे में फर्क करना सिखाता।

परीक्षाएं लेता

शिक्षक होने के नाते यह मेरा फ़र्ज़ होता कि विद्यार्थी कितना सीख रहे है और उसकी मैं जांच करता। जांच करने के लिए मैं जो भी सीखाता उसकी परीक्षा लेता। समय समय पर बच्चो की परीक्षा लेना ज़रूरी होता है। परीक्षाएं दर्शाती है विद्यार्थी कितने तैयार है और वह विषय संबंधित तथ्यों को कितना समझ और सीख पाए है।

विद्यार्थी को सम्पूर्ण रूप से तैयार

यदि मैं शिक्षक होता तो विद्यार्थियों को समूर्ण रूप से तैयार करता। ठीक वैसे ही जैसे कुम्हार गीली मिटटी से बर्तन बनाने के लिए उसे अपने हाथों से एक आकार प्रदान करता है। उसी तरह मैं भी बच्चो को शिक्षा द्वारा नए सांचे में परिवर्तित करता।

विद्यार्थियों को अज्ञान के अन्धकार से ज्ञान रूपी प्रकाश की ओर ले आता। एक व्यवस्थित शिक्षा प्रणाली का निर्माण करता, जिससे वह एक सफल ओर योग्य नागरिक बन सके। सच्ची शिक्षा वही है जो विद्यार्थियों को अपने जिम्मेदारियों का अहसास दिलवाये।

किताबो की शिक्षा के साथ जीवन के नए माईने भी सिखलाये। यदि मैं अध्यापक होता तो खुले आसमान के नीचे उन्हें जीवन का नया पाठ सिखलाता। आजकल विद्यार्थी किताबो को पढ़कर ही परीक्षाएं पास करते है। यदि मैं शिक्षक होता तो उन्हें गहन अध्ययन करवाता। ज्ञान सिर्फ किताबो तक ही सीमित नहीं होती है।

यदि मैं शिक्षक होता, तो विद्यार्थियों को सम्पूर्ण व्यक्तित्व वाला इंसान बनाने का प्रयत्न करता। उन्हें समझता और उनके अच्छाईयों का समर्थन करता और गलत चीज़ो पर टोकता। मैं ट्यूशन और गाइड इत्यादि को समाप्त कर, व्यवहारिक शिक्षा को अधिक प्राथमिकता देता। यदि मैं शिक्षक होता तो विद्यार्थियों के आने वाले भविष्य को संवारता और उन्हें एक काबिल इंसान बनाता।

इन्हे भी पढ़े :-

  • यदि मैं शिक्षा मंत्री होता पर निबंध (If I Were A Education Minister Essay In Hindi)
  • मेरे प्रिय अध्यापक पर निबंध (My Favourite Teacher Essay In Hindi)
  • शिक्षक दिवस पर निबंध (Teachers Day Essay In Hindi)
  • यदि मैं प्रधानमंत्री होता पर निबंध (If I Were A Prime Minister Essay In Hindi)
  • यदि मैं डॉक्टर होता पर निबंध (If I Am A Doctor Essay In Hindi)
  • शिक्षा पर निबंध (Essay On Education In Hindi)

तो यह था, अगर मैं शिक्षक होता तो पर निबंध, आशा करता हूं कि यदि मैं शिक्षक होता  पर हिंदी में लिखा निबंध (Hindi Essay On If I Am A Teacher) आपको पसंद आया होगा। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा है, तो इस लेख को सभी के साथ शेयर करे।

Sharing is caring!

Related Posts

इंद्रधनुष पर निबंध (Rainbow Essay In Hindi Language)

इंद्रधनुष पर निबंध (Rainbow Essay In Hindi)

ओणम त्यौहार पर निबंध (Onam Festival Essay In Hindi)

ओणम त्यौहार पर निबंध (Onam Festival Essay In Hindi)

ध्वनि प्रदूषण पर निबंध (Noise Pollution Essay In Hindi Language)

ध्वनि प्रदूषण पर निबंध (Noise Pollution Essay In Hindi)

Question and Answer forum for K12 Students

Hindi Essay (Hindi Nibandh) 100 विषयों पर हिंदी निबंध लेखन

Hindi Essay (Hindi Nibandh) | 100 विषयों पर हिंदी निबंध लेखन – Essays in Hindi on 100 Topics

हिंदी निबंध: हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा है। हमारे हिंदी भाषा कौशल को सीखना और सुधारना भारत के अधिकांश स्थानों में सेवा करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। स्कूली दिनों से ही हम हिंदी भाषा सीखते थे। कुछ स्कूल और कॉलेज हिंदी के अतिरिक्त बोर्ड और निबंध बोर्ड में निबंध लेखन का आयोजन करते हैं, छात्रों को बोर्ड परीक्षा में हिंदी निबंध लिखने की आवश्यकता होती है।

निबंध – Nibandh In Hindi – Hindi Essay Topics

  • सच्चा धर्म पर निबंध – (True Religion Essay)
  • राष्ट्र निर्माण में युवाओं का योगदान निबंध – (Role Of Youth In Nation Building Essay)
  • अतिवृष्टि पर निबंध – (Flood Essay)
  • राष्ट्र निर्माण में शिक्षक की भूमिका पर निबंध – (Role Of Teacher In Nation Building Essay)
  • नक्सलवाद पर निबंध – (Naxalism In India Essay)
  • साहित्य समाज का दर्पण है हिंदी निबंध – (Literature And Society Essay)
  • नशे की दुष्प्रवृत्ति निबंध – (Drug Abuse Essay)
  • मन के हारे हार है मन के जीते जीत पर निबंध – (It is the Mind which Wins and Defeats Essay)
  • एक राष्ट्र एक कर : जी०एस०टी० ”जी० एस०टी० निबंध – (Gst One Nation One Tax Essay)
  • युवा पर निबंध – (Youth Essay)
  • अक्षय ऊर्जा : सम्भावनाएँ और नीतियाँ निबंध – (Renewable Sources Of Energy Essay)
  • मूल्य-वृदधि की समस्या निबंध – (Price Rise Essay)
  • परहित सरिस धर्म नहिं भाई निबंध – (Philanthropy Essay)
  • पर्वतीय यात्रा पर निबंध – (Parvatiya Yatra Essay)
  • असंतुलित लिंगानुपात निबंध – (Sex Ratio Essay)
  • मनोरंजन के आधुनिक साधन पर निबंध – (Means Of Entertainment Essay)
  • मेट्रो रेल पर निबंध – (Metro Rail Essay)
  • दूरदर्शन पर निबंध – (Importance Of Doordarshan Essay)
  • दूरदर्शन और युवावर्ग पर निबंध – (Doordarshan Essay)
  • बस्ते का बढ़ता बोझ पर निबंध – (Baste Ka Badhta Bojh Essay)
  • महानगरीय जीवन पर निबंध – (Metropolitan Life Essay)
  • दहेज नारी शक्ति का अपमान है पे निबंध – (Dowry Problem Essay)
  • सुरीला राजस्थान निबंध – (Folklore Of Rajasthan Essay)
  • राजस्थान में जल संकट पर निबंध – (Water Scarcity In Rajasthan Essay)
  • खुला शौच मुक्त गाँव पर निबंध – (Khule Me Soch Mukt Gaon Par Essay)
  • रंगीला राजस्थान पर निबंध – (Rangila Rajasthan Essay)
  • राजस्थान के लोकगीत पर निबंध – (Competition Of Rajasthani Folk Essay)
  • मानसिक सुख और सन्तोष निबंध – (Happiness Essay)
  • मेरे जीवन का लक्ष्य पर निबंध नंबर – (My Aim In Life Essay)
  • राजस्थान में पर्यटन पर निबंध – (Tourist Places Of Rajasthan Essay)
  • नर हो न निराश करो मन को पर निबंध – (Nar Ho Na Nirash Karo Man Ko Essay)
  • राजस्थान के प्रमुख लोक देवता पर निबंध – (The Major Folk Deities Of Rajasthan Essay)
  • देशप्रेम पर निबंध – (Patriotism Essay)
  • पढ़ें बेटियाँ, बढ़ें बेटियाँ योजना यूपी में लागू निबंध – (Read Daughters, Grow Daughters Essay)
  • सत्संगति का महत्व पर निबंध – (Satsangati Ka Mahatva Nibandh)
  • सिनेमा और समाज पर निबंध – (Cinema And Society Essay)
  • विपत्ति कसौटी जे कसे ते ही साँचे मीत पर निबंध – (Vipatti Kasauti Je Kase Soi Sache Meet Essay)
  • लड़का लड़की एक समान पर निबंध – (Ladka Ladki Ek Saman Essay)
  • विज्ञापन के प्रभाव – (Paragraph Speech On Vigyapan Ke Prabhav Essay)
  • रेलवे प्लेटफार्म का दृश्य पर निबंध – (Railway Platform Ka Drishya Essay)
  • समाचार-पत्र का महत्त्व पर निबंध – (Importance Of Newspaper Essay)
  • समाचार-पत्रों से लाभ पर निबंध – (Samachar Patr Ke Labh Essay)
  • समाचार पत्र पर निबंध (Newspaper Essay in Hindi)
  • व्यायाम का महत्व निबंध – (Importance Of Exercise Essay)
  • विद्यार्थी जीवन पर निबंध – (Student Life Essay)
  • विद्यार्थी और राजनीति पर निबंध – (Students And Politics Essay)
  • विद्यार्थी और अनुशासन पर निबंध – (Vidyarthi Aur Anushasan Essay)
  • मेरा प्रिय त्यौहार निबंध – (My Favorite Festival Essay)
  • मेरा प्रिय पुस्तक पर निबंध – (My Favourite Book Essay)
  • पुस्तक मेला पर निबंध – (Book Fair Essay)
  • मेरा प्रिय खिलाड़ी निबंध हिंदी में – (My Favorite Player Essay)
  • सर्वधर्म समभाव निबंध – (All Religions Are Equal Essay)
  • शिक्षा में खेलकूद का स्थान निबंध – (Shiksha Mein Khel Ka Mahatva Essay)a
  • खेल का महत्व पर निबंध – (Importance Of Sports Essay)
  • क्रिकेट पर निबंध – (Cricket Essay)
  • ट्वेन्टी-20 क्रिकेट पर निबंध – (T20 Cricket Essay)
  • मेरा प्रिय खेल-क्रिकेट पर निबंध – (My Favorite Game Cricket Essay)
  • पुस्तकालय पर निबंध – (Library Essay)
  • सूचना प्रौद्योगिकी और मानव कल्याण निबंध – (Information Technology Essay)
  • कंप्यूटर और टी.वी. का प्रभाव निबंध – (Computer Aur Tv Essay)
  • कंप्यूटर की उपयोगिता पर निबंध – (Computer Ki Upyogita Essay)
  • कंप्यूटर शिक्षा पर निबंध – (Computer Education Essay)
  • कंप्यूटर के लाभ पर निबंध – (Computer Ke Labh Essay)
  • इंटरनेट पर निबंध – (Internet Essay)
  • विज्ञान: वरदान या अभिशाप पर निबंध – (Science Essay)
  • शिक्षा का गिरता स्तर पर निबंध – (Falling Price Level Of Education Essay)
  • विज्ञान के गुण और दोष पर निबंध – (Advantages And Disadvantages Of Science Essay)
  • विद्यालय में स्वास्थ्य शिक्षा निबंध – (Health Education Essay)
  • विद्यालय का वार्षिकोत्सव पर निबंध – (Anniversary Of The School Essay)
  • विज्ञान के वरदान पर निबंध – (The Gift Of Science Essays)
  • विज्ञान के चमत्कार पर निबंध (Wonder Of Science Essay in Hindi)
  • विकास पथ पर भारत निबंध – (Development Of India Essay)
  • कम्प्यूटर : आधुनिक यन्त्र–पुरुष – (Computer Essay)
  • मोबाइल फोन पर निबंध (Mobile Phone Essay)
  • मेरी अविस्मरणीय यात्रा पर निबंध – (My Unforgettable Trip Essay)
  • मंगल मिशन (मॉम) पर निबंध – (Mars Mission Essay)
  • विज्ञान की अद्भुत खोज कंप्यूटर पर निबंध – (Vigyan Ki Khoj Kampyootar Essay)
  • भारत का उज्जवल भविष्य पर निबंध – (Freedom Is Our Birthright Essay)
  • सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान हमारा निबंध इन हिंदी – (Sare Jahan Se Achha Hindustan Hamara Essay)
  • डिजिटल इंडिया पर निबंध (Essay on Digital India)
  • भारतीय संस्कृति पर निबंध – (India Culture Essay)
  • राष्ट्रभाषा हिन्दी निबंध – (National Language Hindi Essay)
  • भारत में जल संकट निबंध – (Water Crisis In India Essay)
  • कौशल विकास योजना पर निबंध – (Skill India Essay)
  • हमारा प्यारा भारत वर्ष पर निबंध – (Mera Pyara Bharat Varsh Essay)
  • अनेकता में एकता : भारत की विशेषता – (Unity In Diversity Essay)
  • महंगाई की समस्या पर निबन्ध – (Problem Of Inflation Essay)
  • महंगाई पर निबंध – (Mehangai Par Nibandh)
  • आरक्षण : देश के लिए वरदान या अभिशाप निबंध – (Reservation System Essay)
  • मेक इन इंडिया पर निबंध (Make In India Essay In Hindi)
  • ग्रामीण समाज की समस्याएं पर निबंध – (Problems Of Rural Society Essay)
  • मेरे सपनों का भारत पर निबंध – (India Of My Dreams Essay)
  • भारतीय राजनीति में जातिवाद पर निबंध – (Caste And Politics In India Essay)
  • भारतीय नारी पर निबंध – (Indian Woman Essay)
  • आधुनिक नारी पर निबंध – (Modern Women Essay)
  • भारतीय समाज में नारी का स्थान निबंध – (Women’s Role In Modern Society Essay)
  • चुनाव पर निबंध – (Election Essay)
  • चुनाव स्थल के दृश्य का वर्णन निबन्ध – (An Election Booth Essay)
  • पराधीन सपनेहुँ सुख नाहीं पर निबंध – (Dependence Essay)
  • परमाणु शक्ति और भारत हिंदी निंबध – (Nuclear Energy Essay)
  • यदि मैं प्रधानमंत्री होता तो हिंदी निबंध – (If I were the Prime Minister Essay)
  • आजादी के 70 साल निबंध – (India ofter 70 Years Of Independence Essay)
  • भारतीय कृषि पर निबंध – (Indian Farmer Essay)
  • संचार के साधन पर निबंध – (Means Of Communication Essay)
  • भारत में दूरसंचार क्रांति हिंदी में निबंध – (Telecom Revolution In India Essay)
  • दूरसंचार में क्रांति निबंध – (Revolution In Telecommunication Essay)
  • राष्ट्रीय एकता का महत्व पर निबंध (Importance Of National Integration)
  • भारत की ऋतुएँ पर निबंध – (Seasons In India Essay)
  • भारत में खेलों का भविष्य पर निबंध – (Future Of Sports Essay)
  • किसी खेल (मैच) का आँखों देखा वर्णन पर निबंध – (Kisi Match Ka Aankhon Dekha Varnan Essay)
  • राजनीति में अपराधीकरण पर निबंध – (Criminalization Of Indian Politics Essay)
  • प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर हिन्दी निबंध – (Narendra Modi Essay)
  • बाल मजदूरी पर निबंध – (Child Labour Essay)
  • भ्रष्टाचार पर निबंध (Corruption Essay in Hindi)
  • महिला सशक्तिकरण पर निबंध – (Women Empowerment Essay)
  • बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निबंध (Beti Bachao Beti Padhao)
  • गरीबी पर निबंध (Poverty Essay in Hindi)
  • स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध (Swachh Bharat Abhiyan Essay)
  • बाल विवाह एक अभिशाप पर निबंध – (Child Marriage Essay)
  • राष्ट्रीय एकीकरण पर निबंध – (Importance of National Integration Essay)
  • आतंकवाद पर निबंध (Terrorism Essay in hindi)
  • सड़क सुरक्षा पर निबंध (Road Safety Essay in Hindi)
  • बढ़ती भौतिकता घटते मानवीय मूल्य पर निबंध – (Increasing Materialism Reducing Human Values Essay)
  • गंगा की सफाई देश की भलाई पर निबंध – (The Good Of The Country: Cleaning The Ganges Essay)
  • सत्संगति पर निबंध – (Satsangati Essay)
  • महिलाओं की समाज में भूमिका पर निबंध – (Women’s Role In Society Today Essay)
  • यातायात के नियम पर निबंध – (Traffic Safety Essay)
  • बेटी बचाओ पर निबंध – (Beti Bachao Essay)
  • सिनेमा या चलचित्र पर निबंध – (Cinema Essay In Hindi)
  • परहित सरिस धरम नहिं भाई पर निबंध – (Parhit Saris Dharam Nahi Bhai Essay)
  • पेड़-पौधे का महत्व निबंध – (The Importance Of Trees Essay)
  • वर्तमान शिक्षा प्रणाली – (Modern Education System Essay)
  • महिला शिक्षा पर निबंध (Women Education Essay In Hindi)
  • महिलाओं की समाज में भूमिका पर निबंध (Women’s Role In Society Essay In Hindi)
  • यदि मैं प्रधानाचार्य होता पर निबंध – (If I Was The Principal Essay)
  • बेरोजगारी पर निबंध (Unemployment Essay)
  • शिक्षित बेरोजगारी की समस्या निबंध – (Problem Of Educated Unemployment Essay)
  • बेरोजगारी समस्या और समाधान पर निबंध – (Unemployment Problem And Solution Essay)
  • दहेज़ प्रथा पर निबंध (Dowry System Essay in Hindi)
  • जनसँख्या पर निबंध – (Population Essay)
  • श्रम का महत्त्व निबंध – (Importance Of Labour Essay)
  • जनसंख्या वृद्धि के दुष्परिणाम पर निबंध – (Problem Of Increasing Population Essay)
  • भ्रष्टाचार : समस्या और निवारण निबंध – (Corruption Problem And Solution Essay)
  • मीडिया और सामाजिक उत्तरदायित्व निबंध – (Social Responsibility Of Media Essay)
  • हमारे जीवन में मोबाइल फोन का महत्व पर निबंध – (Importance Of Mobile Phones Essay In Our Life)
  • विश्व में अत्याधिक जनसंख्या पर निबंध – (Overpopulation in World Essay)
  • भारत में बेरोजगारी की समस्या पर निबंध – (Problem Of Unemployment In India Essay)
  • गणतंत्र दिवस पर निबंध – (Republic Day Essay)
  • भारत के गाँव पर निबंध – (Indian Village Essay)
  • गणतंत्र दिवस परेड पर निबंध – (Republic Day of India Essay)
  • गणतंत्र दिवस के महत्व पर निबंध – (2020 – Republic Day Essay)
  • महात्मा गांधी पर निबंध (Mahatma Gandhi Essay)
  • ए.पी.जे. अब्दुल कलाम पर निबंध – (Dr. A.P.J. Abdul Kalam Essay)
  • परिवार नियोजन पर निबंध – (Family Planning In India Essay)
  • मेरा सच्चा मित्र पर निबंध – (My Best Friend Essay)
  • अनुशासन पर निबंध (Discipline Essay)
  • देश के प्रति मेरे कर्त्तव्य पर निबंध – (My Duty Towards My Country Essay)
  • समय का सदुपयोग पर निबंध – (Samay Ka Sadupyog Essay)
  • नागरिकों के अधिकारों और कर्तव्यों पर निबंध (Rights And Responsibilities Of Citizens Essay In Hindi)
  • ग्लोबल वार्मिंग पर निबंध – (Global Warming Essay)
  • जल जीवन का आधार निबंध – (Jal Jeevan Ka Aadhar Essay)
  • जल ही जीवन है निबंध – (Water Is Life Essay)
  • प्रदूषण की समस्या और समाधान पर लघु निबंध – (Pollution Problem And Solution Essay)
  • प्रकृति संरक्षण पर निबंध (Conservation of Nature Essay In Hindi)
  • वन जीवन का आधार निबंध – (Forest Essay)
  • पर्यावरण बचाओ पर निबंध (Environment Essay)
  • पर्यावरण प्रदूषण पर निबंध (Environmental Pollution Essay in Hindi)
  • पर्यावरण सुरक्षा पर निबंध (Environment Protection Essay In Hindi)
  • बढ़ते वाहन घटता जीवन पर निबंध – (Vehicle Pollution Essay)
  • योग पर निबंध (Yoga Essay)
  • मिलावटी खाद्य पदार्थ और स्वास्थ्य पर निबंध – (Adulterated Foods And Health Essay)
  • प्रकृति निबंध – (Nature Essay In Hindi)
  • वर्षा ऋतु पर निबंध – (Rainy Season Essay)
  • वसंत ऋतु पर निबंध – (Spring Season Essay)
  • बरसात का एक दिन पर निबंध – (Barsat Ka Din Essay)
  • अभ्यास का महत्व पर निबंध – (Importance Of Practice Essay)
  • स्वास्थ्य ही धन है पर निबंध – (Health Is Wealth Essay)
  • महाकवि तुलसीदास का जीवन परिचय निबंध – (Tulsidas Essay)
  • मेरा प्रिय कवि निबंध – (My Favourite Poet Essay)
  • मेरी प्रिय पुस्तक पर निबंध – (My Favorite Book Essay)
  • कबीरदास पर निबन्ध – (Kabirdas Essay)

इसलिए, यह जानना और समझना बहुत महत्वपूर्ण है कि विषय के बारे में संक्षिप्त और कुरकुरा लाइनों के साथ एक आदर्श हिंदी निबन्ध कैसे लिखें। साथ ही, कक्षा 1 से 10 तक के छात्र उदाहरणों के साथ इस पृष्ठ से विभिन्न हिंदी निबंध विषय पा सकते हैं। तो, छात्र आसानी से स्कूल और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए हिंदी में निबन्ध कैसे लिखें, इसकी तैयारी कर सकते हैं। इसके अलावा, आप हिंदी निबंध लेखन की संरचना, हिंदी में एक प्रभावी निबंध लिखने के लिए टिप्स आदि के बारे में कुछ विस्तृत जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं। ठीक है, आइए हिंदी निबन्ध के विवरण में गोता लगाएँ।

हिंदी निबंध लेखन – स्कूल और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए हिंदी में निबन्ध कैसे लिखें?

प्रभावी निबंध लिखने के लिए उस विषय के बारे में बहुत अभ्यास और गहन ज्ञान की आवश्यकता होती है जिसे आपने निबंध लेखन प्रतियोगिता या बोर्ड परीक्षा के लिए चुना है। छात्रों को वर्तमान में हो रही स्थितियों और हिंदी में निबंध लिखने से पहले विषय के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं के बारे में जानना चाहिए। हिंदी में पावरफुल निबन्ध लिखने के लिए सभी को कुछ प्रमुख नियमों और युक्तियों का पालन करना होगा।

हिंदी निबन्ध लिखने के लिए आप सभी को जो प्राथमिक कदम उठाने चाहिए उनमें से एक सही विषय का चयन करना है। इस स्थिति में आपकी सहायता करने के लिए, हमने सभी प्रकार के हिंदी निबंध विषयों पर शोध किया है और नीचे सूचीबद्ध किया है। एक बार जब हम सही विषय चुन लेते हैं तो विषय के बारे में सभी सामान्य और तथ्यों को एकत्र करते हैं और अपने पाठकों को संलग्न करने के लिए उन्हें अपने निबंध में लिखते हैं।

तथ्य आपके पाठकों को अंत तक आपके निबंध से चिपके रहेंगे। इसलिए, हिंदी में एक निबंध लिखते समय मुख्य बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित करें और किसी प्रतियोगिता या बोर्ड या प्रतिस्पर्धी जैसी परीक्षाओं में अच्छा स्कोर करें। ये हिंदी निबंध विषय पहली कक्षा से 10 वीं कक्षा तक के सभी कक्षा के छात्रों के लिए उपयोगी हैं। तो, उनका सही ढंग से उपयोग करें और हिंदी भाषा में एक परिपूर्ण निबंध बनाएं।

हिंदी भाषा में दीर्घ और लघु निबंध विषयों की सूची

हिंदी निबन्ध विषयों और उदाहरणों की निम्न सूची को विभिन्न श्रेणियों में विभाजित किया गया है जैसे कि प्रौद्योगिकी, पर्यावरण, सामान्य चीजें, अवसर, खेल, खेल, स्कूली शिक्षा, और बहुत कुछ। बस अपने पसंदीदा हिंदी निबंध विषयों पर क्लिक करें और विषय पर निबंध के लघु और लंबे रूपों के साथ विषय के बारे में पूरी जानकारी आसानी से प्राप्त करें।

विषय के बारे में समग्र जानकारी एकत्रित करने के बाद, अपनी लाइनें लागू करने का समय और हिंदी में एक प्रभावी निबन्ध लिखने के लिए। यहाँ प्रचलित सभी विषयों की जाँच करें और किसी भी प्रकार की प्रतियोगिताओं या परीक्षाओं का प्रयास करने से पहले जितना संभव हो उतना अभ्यास करें।

हिंदी निबंधों की संरचना

Hindi Essay Parts

उपरोक्त छवि आपको हिंदी निबन्ध की संरचना के बारे में प्रदर्शित करती है और आपको निबन्ध को हिन्दी में प्रभावी ढंग से रचने के बारे में कुछ विचार देती है। यदि आप स्कूल या कॉलेजों में निबंध लेखन प्रतियोगिता में किसी भी विषय को लिखते समय निबंध के इन हिस्सों का पालन करते हैं तो आप निश्चित रूप से इसमें पुरस्कार जीतेंगे।

इस संरचना को बनाए रखने से निबंध विषयों का अभ्यास करने से छात्रों को विषय पर ध्यान केंद्रित करने और विषय के बारे में छोटी और कुरकुरी लाइनें लिखने में मदद मिलती है। इसलिए, यहां संकलित सूची में से अपने पसंदीदा या दिलचस्प निबंध विषय को हिंदी में चुनें और निबंध की इस मूल संरचना का अनुसरण करके एक निबंध लिखें।

हिंदी में एक सही निबंध लिखने के लिए याद रखने वाले मुख्य बिंदु

अपने पाठकों को अपने हिंदी निबंधों के साथ संलग्न करने के लिए, आपको हिंदी में एक प्रभावी निबंध लिखते समय कुछ सामान्य नियमों का पालन करना चाहिए। कुछ युक्तियाँ और नियम इस प्रकार हैं:

  • अपना हिंदी निबंध विषय / विषय दिए गए विकल्पों में से समझदारी से चुनें।
  • अब उन सभी बिंदुओं को याद करें, जो निबंध लिखने शुरू करने से पहले विषय के बारे में एक विचार रखते हैं।
  • पहला भाग: परिचय
  • दूसरा भाग: विषय का शारीरिक / विस्तार विवरण
  • तीसरा भाग: निष्कर्ष / अंतिम शब्द
  • एक निबंध लिखते समय सुनिश्चित करें कि आप एक सरल भाषा और शब्दों का उपयोग करते हैं जो विषय के अनुकूल हैं और एक बात याद रखें, वाक्यों को जटिल न बनाएं,
  • जानकारी के हर नए टुकड़े के लिए निबंध लेखन के दौरान एक नए पैराग्राफ के साथ इसे शुरू करें।
  • अपने पाठकों को आकर्षित करने या उत्साहित करने के लिए जहाँ कहीं भी संभव हो, कुछ मुहावरे या कविताएँ जोड़ें और अपने हिंदी निबंध के साथ संलग्न रहें।
  • विषय या विषय को बीच में या निबंध में जारी रखने से न चूकें।
  • यदि आप संक्षेप में हिंदी निबंध लिख रहे हैं तो इसे 200-250 शब्दों में समाप्त किया जाना चाहिए। यदि यह लंबा है, तो इसे 400-500 शब्दों में समाप्त करें।
  • महत्वपूर्ण हिंदी निबंध विषयों का अभ्यास करते समय इन सभी युक्तियों और बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए, आप निश्चित रूप से किसी भी प्रतियोगी परीक्षाओं में कुरकुरा और सही निबंध लिख सकते हैं या फिर सीबीएसई, आईसीएसई जैसी बोर्ड परीक्षाओं में।

हिंदी निबंध लेखन पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. मैं अपने हिंदी निबंध लेखन कौशल में सुधार कैसे कर सकता हूं? अपने हिंदी निबंध लेखन कौशल में सुधार करने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक किताबों और समाचार पत्रों को पढ़ना और हिंदी में कुछ जानकारीपूर्ण श्रृंखलाओं को देखना है। ये चीजें आपकी हिंदी शब्दावली में वृद्धि करेंगी और आपको हिंदी में एक प्रेरक निबंध लिखने में मदद करेंगी।

2. CBSE, ICSE बोर्ड परीक्षा के लिए हिंदी निबंध लिखने में कितना समय देना चाहिए? हिंदी बोर्ड परीक्षा में एक प्रभावी निबंध लिखने पर 20-30 का खर्च पर्याप्त है। क्योंकि परीक्षा हॉल में हर मिनट बहुत महत्वपूर्ण है। इसलिए, सभी वर्गों के लिए समय बनाए रखना महत्वपूर्ण है। परीक्षा से पहले सभी हिंदी निबन्ध विषयों से पहले अभ्यास करें और परीक्षा में निबंध लेखन पर खर्च करने का समय निर्धारित करें।

3. हिंदी में निबंध के लिए 200-250 शब्द पर्याप्त हैं? 200-250 शब्दों वाले हिंदी निबंध किसी भी स्थिति के लिए बहुत अधिक हैं। इसके अलावा, पाठक केवल आसानी से पढ़ने और उनसे जुड़ने के लिए लघु निबंधों में अधिक रुचि दिखाते हैं।

4. मुझे छात्रों के लिए सर्वश्रेष्ठ औपचारिक और अनौपचारिक हिंदी निबंध विषय कहां मिल सकते हैं? आप हमारे पेज से कक्षा 1 से 10 तक के छात्रों के लिए हिंदी में विभिन्न सामान्य और विशिष्ट प्रकार के निबंध विषय प्राप्त कर सकते हैं। आप स्कूलों और कॉलेजों में प्रतियोगिताओं, परीक्षाओं और भाषणों के लिए हिंदी में इन छोटे और लंबे निबंधों का उपयोग कर सकते हैं।

5. हिंदी परीक्षाओं में प्रभावशाली निबंध लिखने के कुछ तरीके क्या हैं? हिंदी में प्रभावी और प्रभावशाली निबंध लिखने के लिए, किसी को इसमें शानदार तरीके से काम करना चाहिए। उसके लिए, आपको इन बिंदुओं का पालन करना चाहिए और सभी प्रकार की परीक्षाओं में एक परिपूर्ण हिंदी निबंध की रचना करनी चाहिए:

  • एक पंच-लाइन की शुरुआत।
  • बहुत सारे विशेषणों का उपयोग करें।
  • रचनात्मक सोचें।
  • कठिन शब्दों के प्रयोग से बचें।
  • आंकड़े, वास्तविक समय के उदाहरण, प्रलेखित जानकारी दें।
  • सिफारिशों के साथ निष्कर्ष निकालें।
  • निष्कर्ष के साथ पंचलाइन को जोड़ना।

निष्कर्ष हमने एक टीम के रूप में हिंदी निबन्ध विषय पर पूरी तरह से शोध किया और इस पृष्ठ पर कुछ मुख्य महत्वपूर्ण विषयों को सूचीबद्ध किया। हमने इन हिंदी निबंध लेखन विषयों को उन छात्रों के लिए एकत्र किया है जो निबंध प्रतियोगिता या प्रतियोगी या बोर्ड परीक्षाओं में भाग ले रहे हैं। तो, हम आशा करते हैं कि आपको यहाँ पर सूची से हिंदी में अपना आवश्यक निबंध विषय मिल गया होगा।

यदि आपको हिंदी भाषा पर निबंध के बारे में अधिक जानकारी की आवश्यकता है, तो संरचना, हिंदी में निबन्ध लेखन के लिए टिप्स, हमारी साइट LearnCram.com पर जाएँ। इसके अलावा, आप हमारी वेबसाइट से अंग्रेजी में एक प्रभावी निबंध लेखन विषय प्राप्त कर सकते हैं, इसलिए इसे अंग्रेजी और हिंदी निबंध विषयों पर अपडेट प्राप्त करने के लिए बुकमार्क करें।

IMAGES

  1. Essay on my favourite teacher in hindi

    hindi essay on teacher

  2. teachers-day-essay-in-hindi

    hindi essay on teacher

  3. my-favourite-teacher-essay-in-hindi

    hindi essay on teacher

  4. Essay on Teacher in Hindi

    hindi essay on teacher

  5. Teacher Day Essay In Hindi

    hindi essay on teacher

  6. write an essay on my favourite teacher in hindi || मेरा प्रिय अध्यापक

    hindi essay on teacher

VIDEO

  1. Teachers Day Speech in Hindi/शिक्षक दिवस पर भाषण/Speech on Teachers Day in Hindi

  2. Speech on Teachers day in Hindi

  3. Simple Easy English paragraph on My favourite subject Hindi My Favourite Subject Hindi English essay

  4. Teacher Essay || teacher Essay on 10 lines || English essay on school teacher @SAZeducation11

  5. Poem

  6. Teachers Day Speech In Hindi

COMMENTS

  1. शिक्षक पर निबंध

    शिक्षक पर निबंध (Teacher Essay in Hindi) एक विद्यार्थी के जीवन में शिक्षक एक ऐसा महत्वपूर्ण इंसान होता है जो अपने ज्ञान, धैर्य, प्यार और देख-भाल से ...

  2. शिक्षक दिवस पर निबंध (Teachers Day Essay in Hindi)

    शिक्षक दिवस पर निबंध (Teachers Day Essay in Hindi) - भारत एक ऐसा देश है जहाँ शिक्षकों का दर्जा माता-पिता और भगवान् से भी ऊपर है। प्राचीन काल में शिक्षक को "गुरु" कहा जाता था ...

  3. My Favourite Teacher Essay in Hindi (100 शब्दों में)

    100, 300 और 500 शब्दों में जानिए My Favourite Teacher Essay in Hindi, मेरे प्रिय शिक्षक पर निबंध सभी कक्षाओं के स्टूडेंट्स के लिए।

  4. मेरे शिक्षक पर निबंध 10 lines (My Teacher essay in Hindi) 100, 150, 200

    माई टीचर निबंध 10 लाइन्स (My Teacher Essay 10 Lines in Hindi) 1. शिक्षक वह होता है जो हमें हमारी जीवन यात्रा की ओर ले जाता है।. 2. शिक्षक हमें जीवन जीना सिखाता है ...

  5. Essay on My Teacher (मेरे अध्यापक पर निबंध) in Hindi and English

    Outlines of the Essay. Introduction (परिचय) My Favourite Teacher (मेरे पसंदीदा शिक्षक) Her values (उनका महत्व) My teacher's best things (मेरे अध्यापक की सबसे अच्छी बातें) Conclusion of the Essay (निबंध का ...

  6. Essay on Teachers Day in Hindi

    इस ब्लॉग में जानिए सैंपल Essay on Teachers Day in Hindi, कैसे लिखें शिक्षक दिवस पर निबंध 100, 200 और 500 शब्दों में? शिक्षक दिवस कोट्स

  7. शिक्षक पर निबंध : Essay on Teacher in Hindi

    शिक्षक पर निबंध : Essay on Teacher in Hindi:- आज के इस महत्वपूर्ण जानकारी से परिपूर्ण लेख में हमनें 'शिक्षक पर निबंध' से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी प्रदान की है।

  8. 5 सितंबर: शिक्षक दिवस पर निबंध

    5 सितंबर: शिक्षक दिवस पर निबंध. teachers day 2021. प्रस्तावना- हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है। यह दिन गुरु-शिष्य को समर्पित है। गुरु ...

  9. शिक्षक दिवस पर निबंध

    Teachers Day Essay in Hindi शिक्षक दिवस पर निबंध - Teachers Day Essay in Hindi. हमारी सफलता के पीछे हमारे शिक्षक का बहुत बड़ा हाथ होता है। हमारे माता-पिता की तरह ही हमारे शिक्षक के पास भी ...

  10. जीवन में शिक्षक का महत्व निबंध » हिंदी निबंध, Nibandh

    जीवन में शिक्षक का महत्व निबंधHindi Essay on Importance of teacher in life. शिक्षक एक व्यक्ति को कुशल नागरिक बनाता है। शिक्षक वह प्रकाश है जो सभी के ज़िन्दगी ...

  11. हिन्दी निबंध : मेरे प्रिय शिक्षक

    कक्षा में पढ़ाते समय वे हमें अपने-अपने विषय का समुचित ज्ञान देते हैं, और समझ न आने पर हमारी हर शंका का समाधान भी करते हैं। कक्षा में पढ़ाने के साथ-साथ ...

  12. शिक्षक दिवस पर निबंध (Essay On Teachers Day In Hindi)

    शिक्षक दिवस पर निबंध (Essay On Teachers Day In Hindi)-हम सभी के जीवन में सफलता के पीछे एक शिक्षक का हाथ होता है। माता-पिता के बाद शिक्षक ही हमारे जीवन में अहम महत्व रखते हैं ...

  13. Essay on Teacher Day in Hindi

    शिक्षक दिवस में निबंध और शिक्षक दिवस पर भाषण (Speech On Teachers Day In hindi) की तलाश कई Students को रहती है।. तो आज हम आपके लिए Speech और Essay दोनों लेकर आए हैं। Essay on ...

  14. मेरे प्रिय शिक्षक पर निबंध

    Essay In Hindi कक्षा 1 से 4 के लिए निबंध कक्षा 5 से 9 के लिए निबंध कक्षा 10 से 12 के लिए निबंध प्रतियोगी परीक्षा के लिए निबंध ऋतुओं पर निबंध त्योहारों ...

  15. Teacher's Day Essay in Hindi, 100, 150, 200, 300, 500 Words

    Teachers Day Essay in Hindi 500 Words. प्रस्तावना. हर व्यक्ति के जीवन में शिक्षक का होना बहुत आवश्यक है, जो उसे हर प्रकार की शिक्षा देकर शिक्षित कर सके। सभी ...

  16. 10 Lines on Teacher in Hindi

    Essay on My Teacher in Hindi. ( Set -2 ) 10 Lines on Teacher in Hindi Essay | शिक्षक पर 10 लाइन निबंध. 1. शिक्षक वो होते हैं जो अपने ज्ञान से हमारे अज्ञान को दूर करते हैं।. 2. एक शिक्षक ...

  17. शिक्षक पर निबंध

    शिक्षक पर निबंध | Essay on Teacher in Hindi! शिक्षक बच्चों को ज्ञानवान और सुसंस्कृत बनाते हैं । बच्चा घर से निकल कर विद्‌यालय में प्रवेश लेता है तो शिक्षक की शरण में ...

  18. यदि मैं शिक्षक होता पर निबंध (If I Were A Teacher Essay In Hindi)

    यदि मैं शिक्षक होता विषय पर लिखा हुआ यह निबंध (Essay On If I Was A Teacher In Hindi) आप अपने स्कूल या फिर कॉलेज प्रोजेक्ट के लिए इस्तेमाल कर सकते है। आपको हमारे इस वेबसाइट पर ...

  19. HistoryDekho.com

    Learn about the importance of teacher in Hindi language, their role, qualities and challenges in this educational essay from HistoryDekho.com.

  20. Hindi Essay (Hindi Nibandh)

    Hindi Essay (Hindi Nibandh) | 100 विषयों पर हिंदी निबंध लेखन - Essays in Hindi on 100 Topics. January 31, 2024 January 31, 2024 by Veerendra. ... (Role Of Teacher In Nation Building Essay) नक्सलवाद पर ...