फुटबाल पर निबंध 100, 150, 250, 500 शब्दों में | Essay on Football in Hindi

आज के इस आर्टिकल में हम आपके लिए लेकर आए हैं फुटबाल पर निबंध 100, 150, 250, 500 शब्दों में। हम सभी जानते हैं कि फुटबॉल बहुत ही लोकप्रिय खेल है। हर साल फुटबॉल के टूर्नामेंट का आयोजन दुनिया भर में किया जाता है। इतना ही नहीं बच्चों को भी स्कूलों में फुटबॉल खेलना सिखाया जाता है और बच्चे भी अब चाहते हैं कि वो इस क्षेत्र में अपना कैरियर बनाएं। ऐसे में कई बार विद्यार्थियों को फुटबॉल पर निबंध लिखने के लिए परीक्षा में कहा जाता है। तो अगर आप भी एक विद्यार्थी हैं और फुटबॉल के ऊपर अलग-अलग शब्दों में निबंध ढूंढ रहे हैं तो हमारे आज के इस आर्टिकल को पूर पढ़ें। 

फुटबॉल पर निबंध

फुटबाल पर निबंध 100 शब्दों में

फुटबॉल एक बहुत ही प्रसिद्ध और रोमांचक खेल है जिसे पूरी दुनिया के लोग पसंद करते हैं। यह एक बहुत ही पुराना खेल है जिसे पुराने जमाने से ही लोग खेलते चले आ रहे हैं। यह खेल 11-11 खिलाड़ियों की दो टीमों के बीच में खेला जाता है। जब भी किसी खिलाड़ी को गेंद पास करनी होती है तो वह इसके लिए अपने हाथों का उपयोग नहीं कर सकता। फुटबॉल का पूरा खेल पैरों से ही खेला जाता है। यह एक ऐसा खेल है जिसे खेलने के लिए किसी भी इंसान के शरीर में बहुत ज्यादा ऊर्जा होनी चाहिए। 

फुटबाल पर निबंध 150 शब्दों में

पूरे विश्व में सैकड़ों तरह के खेल खेले जाते हैं और फुटबॉल भी उन्हीं खेलों में से एक है। यह एक बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध और लोकप्रिय खेल है। फुटबॉल खेलने के लिए पूरी दुनिया के हर देश की अपनी राष्ट्रीय फुटबॉल टीम बनी हुई है। राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर पर कई तरह के फुटबॉल टूर्नामेंट खेले जाते हैं जिसमें जो टीम जीतती है उसे पुरस्कार दिया जाता है। 

जब भी फुटबॉल के मैच का आयोजन होता है तो तब उसे देखने के लिए दर्शक भारी मात्रा में जाते हैं। लोगों के इस लोकप्रिय खेल का आविष्कार लगभग 19वीं शताब्दी के मध्य में इंग्लैंड देश में हुआ था। लेकिन इसमें अभी भी कुछ विवाद है क्योंकि चीन इस बात का दावा करता है कि उसने सबसे पहले फुटबॉल का आविष्कार किया था। 

जो भी टीम फुटबॉल खेलती है उसे बहुत सारे नियमों के समूह का पालन करना होता है। यह नियम इंटरनेशनल फुटबॉल एसोसिएशन बोर्ड के द्वारा बनाए जाते हैं। वैसे तो फुटबॉल के मैच साल भर होते रहते हैं लेकिन फीफा मतलब की फेडरेशन इंटरनेशनल फुटबॉल एसोसिएशन हर 4 साल बाद फुटबॉल विश्व कप खेल को आयोजित करवाता है। इस फुटबॉल विश्व कप मैच को देखने के लिए दुनिया भर के दर्शक बहुत ही ज्यादा उत्सुक और उत्साहित रहते हैं। 

फुटबाल पर निबंध 250 शब्दों में

फुटबॉल दुनियाभर में मशहूर खेल है जिसे सभी लोग बड़े चाव से देखते हैं। ‌इस खेल का आविष्कार सदियों पहले हो गया था और फिर इसे फुटबॉल का नाम दिया गया। जिस समय इस खेल का आविष्कार हुआ था उस समय कुलीन अंग्रेजों के शाही घरानों में यह खेल बहुत शौक से खेला जाता था। 

धीरे-धीरे इस खेल में बहुत से सुधार हुए और आधुनिक फुटबॉल की अगर बात करें तो इसमें अब दो टीमें एक दूसरे के साथ प्रतिस्पर्धा करतीं हैं। जो भी टीम अच्छा प्रदर्शन करती है उसे विजेता घोषित कर दिया जाता है। हर टीम में 11 खिलाड़ी होना जरूरी होता है। आज फुटबॉल को पूरे विश्व में ना सिर्फ देखा जाता है बल्कि खेला भी जाता है और यही कारण है कि यह खेल आज बहुत ज्यादा प्रसिद्धि प्राप्त कर चुका है। ऐसे बहुत सारे फुटबॉल प्रेमी हैं जो लाइव मैच देखने के लिए हजारों रुपए खर्च करने से भी पीछे नहीं हटते। ‌

जब भी किसी देश में फुटबॉल टूर्नामेंट होता है तो वहां पर दर्शक अपनी फेवरेट टीम को हौसला देते हैं। अपने दर्शकों की तरफ से हौसला मिलने पर फुटबॉल के खिलाड़ियों में भी उत्साह भर जाता है और इस वजह से वो खेल के मैदान में अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करते हैं। 

हर गुजरते दिन लोगों के बीच फुटबॉल के लिए उत्साह बढ़ता ही जा रहा है। युवा वर्ग के लोग ही नहीं बल्कि सभी उम्र के लोग इस खेल का भरपूर आनंद लेते हैं। मौजूदा समय में फुटबॉल को क्रिस्प और शार्ट कर दिया गया है और यही वजह है कि आज की पीढ़ी इस गेम को इतना ज्यादा पसंद करती है।

फुटबाल पर निबंध 500 शब्दों में

फुटबॉल इस पूरी दुनिया में खेला जाने वाला एक बहुत ही मनोरंजक खेल है। हमारे देश भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में फुटबॉल युवाओं के बीच बहुत ज्यादा लोकप्रिय है। फुटबॉल खेलने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इससे व्यक्ति का स्वास्थ्य अच्छा रहता है और इसमें युवा वर्ग अपना एक बेहतरीन कैरियर भी बना सकते हैं। पहले फुटबॉल पश्चिमी देशों में अधिकतर खेला जाता था। लेकिन धीरे-धीरे यह खेल पूरी दुनिया के लोगों द्वारा पसंद किया जाएगा और खेला जाने लगा। 

फुटबॉल का खेल दो टीमों के बीच में खेला जाता है और हर टीम में 11-11 खिलाड़ी शामिल होते हैं। फुटबॉल एक आयताकार मैदान में खेला जाने वाला खेल है। दोनों टीमों में से जो भी टीम सबसे ज्यादा गोल करती है उनको ही विजेता घोषित किया जाता है। पर फुटबॉल खेलने के लिए कुछ नियम भी बनाए गए हैं और उन नियमों का सभी खिलाड़ियों के द्वारा मानना जरूरी होता है। ‌

फुटबॉल खेल के नियम

फुटबॉल के खेल को खेलने के लिए बहुत से नियम भी होते हैं जोकि निम्नलिखित इस प्रकार से हैं –

  • फुटबॉल चौरस मैदान में खेला जाता है जिसके अंदर 2 लंबी स्पर्श रेखाएं होती हैं और दो छोटी गोल रेखाएं बनी हुई होती है। इस खेल को आधी रेखा से विभाजित किए गए मैदान में खेला जाता है। 
  • इस खेल को खेलने के लिए जिस फुटबॉल का उपयोग किया जाता है वह चमड़े से बनी होनी चाहिए और उसका आकार 60-70 सेंटीमीटर परिधि में होना चाहिए। 
  • फुटबॉल के अंदर हवा भरी होनी चाहिए।
  • इस खेल को दो टीमों के बीच में खेला जाना चाहिए और हर टीम में 11-11 प्लेयर्स होना जरूरी है।
  • इस खेल की अवधि 90 मिनट तक की होती है जिसे दो भागों में विभाजित किया जाता है और हर भाग 45 मिनट का होता है। 
  • जब कोई टीम गोल कर देती है तो उसके बाद खेल की दोबारा से शुरूआत करने के लिए गोल किक होती है।

फुटबॉल खेल का महत्व 

दुनिया भर के देशों में फुटबॉल का बहुत ज्यादा महत्व है। हमारे देश भारत में भी फुटबॉल को बहुत से लोगों का प्रिय खेल माना जाता है। इसलिए भारत के बहुत से शहरों और राज्यों में विशेष तौर से बंगाल में फुटबॉल को काफी महत्व दिया जाता है। आज के युवा भी फुटबॉल खेलने में बहुत ज्यादा रुचि लेते हैं क्योंकि इस खेल को खेलने से जहां एक और स्वास्थ्य अच्छा रहता है तो वहीं दूसरी ओर एक शानदार कैरियर भी इस फील्ड में बनाया जा सकता है। 

फुटबॉल खेलने के लाभ

जो खिलाड़ी नियमित रूप से फुटबॉल खेलते हैं उससे उन्हें बहुत सारे लाभ मिलते हैं जो कि निम्नलिखित हैं –

  • फुटबॉल खेलने से हृदय का स्वास्थ्य अच्छा होता है।
  • जो व्यक्ति फुटबॉल खेलता है वह बहुत अनुशासन में रहता है और समय का पाबंद भी बनता है।
  • फुटबॉल का खेल किसी भी इंसान को टीम वर्क करने के लिए प्रेरणा देता है।
  • इस खेल को खेल कर व्यक्ति के शारीरिक स्वास्थ्य में काफी सुधार होता है। 
  • जो लोग मोटापे से परेशान रहते हैं उनके शरीर से फैट कम हो जाता है।
  • फुटबॉल खेलने से मांसपेशियों को ताकत मिलती है।
  • जो लोग नियमित रूप से फुटबॉल खेलते हैं उनका शारीरिक स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर बनता है। 

Essay on Football in Hindi – FAQ

Q. फुटबॉल में कितने खिलाड़ी होते हैं.

Ans. फुटबॉल के प्रत्येक टीम में 11 खिलाड़ी होते हैं।

Q. फुटबॉल मैच की अवधि कितनी होती है?

Ans. फुटबॉल मैच कुल 90 मिनट का होता है। जिसे 45-45 मिनट के दो भागों में खेला जाता है जिसके बीच कुछ समय का ब्रेक भी होता है।

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दोस्तों यह था हमारा आज का लेख फुटबाल पर निबंध 100, 150, 250, 500 शब्दों में। हमने अपने इस आर्टिकल में आपको आसान भाषा में फुटबॉल पर निबंध अलग-अलग भाषाओं में बताया है। हमें पूरी उम्मीद है कि फुटबॉल पर निबंध का यह आर्टिकल आपको जरूर हेल्पफुल लगा होगा। अगर जानकारी अच्छी लगी हो तो इस पोस्ट को उन लोगों के साथ भी जरूर शेयर करें जो फुटबाल पर निबंध 100, 150, 250, 500 शब्दों में ढूंढ रहें हैं। 

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फुटबॉल पर निबंध – Essay on Football in Hindi

Essay on Football in Hindi :  दोस्तों आज हमने  फुटबॉल पर निबंध  कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 ,10, 11 & 12 और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए है.

खेल हमारे जीवन के लिए बहुत आवश्यक है इसलिए हमें सभी खेलों को रुचि लेकर खेलना चाहिए. वर्तमान में सभी लोग अपने अपने कामों में लगे रहते हैं जिस कारण खेल नहीं पाते है.

जिससे उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है इसलिए में फुटबॉल जैसे खेल खेलते रहना चाहिए.

Essay on Football in Hindi

Get Some Essay on Football in Hindi for class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 ,10, 11 & 12 Students.

Best Essay on Football in Hindi 150 Words

हमारे देश में कई प्रकार के खेल खेले जाते हैं उनमें से एक फुटबॉल भी है जो कि पूरी दुनिया में बहुत लोकप्रिय है . भारत में खेल इसलिए लोकप्रिय हुआ क्योंकि इसको खेलना बहुत सस्ता पड़ता है. यह मैदान में खेले जाने वाला खेल है.

फुटबॉल को दो टीम के मध्य खेला जाता है प्रत्येक टीम में 11-11 खिलाड़ी होते है. यह खेल घास के मैदान या फिर कृत्रिम घास के आयताकार मैदान में खेला जाता है.

मैदान की लंबाई 110 मीटर होती है और चौड़ाई मीटर होती है. दो टीम के मध्य एक मैच 90 मिनट तक चलता है जिसमें 15 मिनट का ब्रेक किया जा सकता है.

यह भी पढ़ें –  क्रिकेट पर निबंध – Essay on Cricket in Hindi

इस खेल में फुटबॉल को पैर से ढकेलते हुए दूसरी टीम के गोलपोस्ट में गोल करना होता है जिस टीम के भी ज्यादा गोल होते है वही टीम विजयी घोषित की जाती है.

हर 4 साल में फीफा द्वारा फुटबॉल का सबसे बड़ा आयोजन किया जाता है.

Mera Priya Khel Football in Hindi Nibandh 400 Words

परिचय –

हमारे देश में आम तौर पर हॉकी क्रिकेट खो खो जैसे खेल लोकप्रिय हैं लेकिन वर्तमान में फुटबॉल के प्रति बच्चों और युवा वर्ग के लोगों का काफी रुझान है.

इसी कारण भारत में भी यह खेल बहुत लोकप्रिय हो गया है आजकल मैदानों में बच्चों द्वारा फुटबॉल खेल खेलते हुए देखा जा सकता है.

फुटबॉल खेलने के लिए दो टीम की आवश्यकता होती है जिनमें प्रत्येक टीम में 11-11 खिलाड़ी होते है, प्रत्येक खिलाड़ी का टीम में एक अहम रोल होता है.

इसमें दोनों टीमों में मैदान में एक गोल कीपर, एक बांया (लेफ्ट) आउट, एक दांया (राइट) आउट, दो हॉफ बैक, चार बैक और दो केन्द्रीय (सेंटर) फॉरवर्ड होते है.

इसका मैदान घास से ढका हुआ 110 मीटर लंबा और 75 मीटर चौड़ा होता है जिसको चिन्हित लाइनों द्वारा बराबर बराबर दो भागों में विभाजित कर दिया जाता है. एक मैच 90 मिनट का होता है जिसमें 15 मिनट का अंतराल होता है.

इसमें हॉकी खेल की तरह ही फुटबॉल को पैर से ढकेलते हुए दूसरी टीम के गोलपोस्ट में पहुंचाना होता है जिसे गोल भी कहा जाता है.

फुटबॉल खेल का महत्व –

फुटबॉल खेल खेलने में कितना मजा आता है उतना ही मजा इसे उत्साह पूर्वक देखने में भी आता है. फुटबॉल खेलने से शारीरिक और मानसिक विकास होता है शरीर स्वस्थ रहता है और मन एकाग्र रहता है.

जिससे बच्चों को यह खेल खेलने से बहुत लाभ होता है. फुटबॉल खेल खेलने से संपूर्ण शरीर में रक्त का प्रवाह सुचारू रूप से होता है जिससे पाचन शक्ति मजबूत होती है.

फुटबॉल खुले मैदान में दौड़कर खेले जाने वाला खेल है इसलिए दौड़ने से अधिक मात्रा में पसीना आता है जिससे शरीर की सभी कीटाणु पसीने के साथ बाहर निकल जाते है.

यह बहुत ही रोचक खेल है इसे खेलने के लिए दिमाग को एकाग्र रखना बहुत जरूरी होता है इसलिए जो भी बच्चे खेल को खेलते है उनका दिमाग दिन प्रतिदिन बेहतर और कुशल होता जाता है.

फुटबॉल खेल शरीर को तो स्वच्छ बनाता ही है साथ ही अगर कोई इसे कैरियर के रूप में लेना चाहे तो इसमें अच्छा वित्तीय वेतन भी मिलता है.

निष्कर्ष –

किसी ने सच ही कहा है कि खेल ही जीवन है इसलिए में फुटबॉल के साथ-साथ अन्य खेल में खेलने चाहिए. खेल खेलने से हमारा शरीर तो स्वस्थ रहता ही है साथ ही मन भी खुश रहता है.

भागदौड़ भरे जीवन में हम खेलों को भूलाने लगे है इसलिए जरूरत है कि हम फिर से अपने बच्चों को आउटडोर गेम खेलने के लिए प्रोत्साहित करें.

Full Essay on Football in Hindi 1100 Words

जिस प्रकार मानव मस्तिक को स्वस्थ रखने के लिए ध्यान और शिक्षा की आवश्यकता होती है उसी प्रकार शरीर को स्वस्थ रखने के लिए खेल खेलना बहुत आवश्यक है, इसीलिए मानव जीवन में खेलों का विशिष्ट महत्व है.

खेल हमारे जीवन का हिस्सा है इनके बिना जीवन नीरस सा हो जाता है. इसीलिए हमारे देश में प्रत्येक प्रकार के खेल को महत्व दिया जाता है. फुटबॉल खेल भी इन्ही खेलों में से एक है जिसको पूरे विश्व में खेला जाता है.

भारत में भी यह खेल बहुत लोकप्रिय है लेकिन बंगाल में फुटबॉल को सबसे अधिक खेला जाता है. फुटबॉल रूस का राष्ट्रीय खेल है.

फुटबॉल खेल का इतिहास –

फुटबॉल खेल की उत्पति बहुत पुरानी है फीफा के अनुसार खेल की प्रारंभिक शैली की उत्पत्ति चाइना में हुई थी इसके अलावा रोमन द्वारा खेले जाने वाला खेल “हर्पस्तम” फुटबॉल का दूसरा पूर्वज कहा जा सकता है.

19वीं शताब्दी के मध्य तक इंग्लैंड की पब्लिक स्कूलों में इस खेल को कई रूपों में खेला जाने लगा. सबसे पहले इस खेल के रूल कैंब्रिज विश्वविद्यालय में तैयार किए गए थे इस नियम बनाने की प्रणाली में फुटबॉल संस्थान भी शामिल थी.

आधुनिक फुटबॉल के नियम इंग्लैंड में द फुटबॉल एसोसिएशन (फुटबॉल संघ) के गठन के द्वारा बनाई गई जिसके 1863 में बने लॉज़ ऑफ द गेम (खेल के कानून) के आधार पर ही आज फुटबॉल खेल खेला जाता है.

फुटबॉल खेल को लोकप्रिय करने के लिए फेडरेशन इंटरनेशनल द फुटबॉल असोसिएशन (फीफा), अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल संस्था का गठन 1904 में पेरिस में किया गया.

फुटबॉल खेलने की प्रक्रिया –

इस खेल को खेलने के लिए फुटबॉल की आवश्यकता होती है जो कि गेद जैसी गोलाकार होती है लेकिन यह चमड़े बनी होती है जिसके मध्य में हवा भरी हुई होती है. अक्टूबर को एक आयताकार मैदान जो की घास से ढका हुआ हो या फिर कृत्रिम घास से बनाया हुआ हो उसके अंदर खेला जाता है.

मैदान को दो टीम के लिए चिन्हित लाइनों द्वारा बराबर बराबर हिस्सों में बांट दिया जाता है फिर दोनों टीम मध्य टॉस किया जाता है जो टीम टॉस जीतती है वही सबसे पहले खेल चालू करती है.

इसमें दोनों टीमों में मैदान में एक गोल कीपर, दो हॉफ बैक, चार बैक, एक बांया (लेफ्ट) आउट, एक दांया (राइट) आउट और दो केन्द्रीय (सेंटर) फॉरवर्ड होते है.

मैच शुरू होने से पहले फुटबॉल को मैदान के बीचो-बीच रखकर टॉस जीतने वाली टीम का एक खिलाड़ी प्रतिद्वंदी टीम वाले बहुत की तरफ “किक” मारता है

फिर अन्य खिलाड़ियों को फुटबॉल को पैर से ढकेलते हुए एक दूसरे को फुटबॉल पास करते हुए दूसरी टीम के गोलपोस्ट में पहुंचाना होता है.

जैसे ही फुटबॉल दूसरी टीम के गोलपोस्ट में पहुंचाता है तो एक गोल मान लिया जाता है इसी तरह जो टीम ज्यादा गोल करती है वही टीम विजयी घोषित कर दी जाती है.

फुटबॉल खेलते समय इसके नियमों का भी ध्यान रखना पड़ता है इसके नियम हमने नीचे लिखे हैं.

फुटबॉल खेल के नियम –

(1) इस खेल में मैदान की लंबाई कम से कम 100 गज और 130 से अधिक नहीं होती है और मैदान की चौड़ाई कम से कम 50 गज और 100 गज से अधिक नहीं होती है.

(2) अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल मैच के दौरान मैदान की लंबाई 120 गज से अधिक और 110 गज से कम नहीं हो सकती है और मैदान की चौड़ाई 80 गज से अधिक किंतु 70 गज से कम नहीं होती है.

(3) फुटबॉल का मैदान 2 लंबी रेखाओं (स्पर्श लाइन) और दो छोटी साइड (गोल लाइन) चेक तैयार किया जाता है.

(4) ‘डी’ (अर्ध-चंद्राकार) गोल पोस्ट से 6 गज की दूरी पर होता है.

(5) फुटबॉल का आकार 27 इंच से अधिक नहीं होता है.

(6) फुटबॉल का वजन 14 औस से कम और 16 औस से अधिक नहीं होता है.

(7) इस खेल में दो निर्णायक और दो कप्तान होते है.

(8) फुटबॉल खेलने के लिए प्रत्येक टीम में 11-11 खिलाड़ी होते है किंतु एक टीम में सात खिलाड़ी होने आवश्यक होते हैं नहीं तो यह खेल नहीं खेला जा सकता है.

(9) इस खेल में 45-45 मिनट के दो राउंड होते है जिनके मध्य 15 मिनट का ब्रेक होता है.

(10) फुटबॉल को गोलकीपर के अलावा कोई भी खिलाड़ी हाथ नहीं लगा सकता है.

(11) एक गोल हो जाने के बाद दोबारा से फुटबॉल को मैदान के मध्य में रखकर “किक” किया जाता है.

(12) इस खेल में दोनों टीम के खिलाड़ियों की यूनिफॉर्म अलग अलग होती है जिससे खिलाड़ियों को पहचानने में दिक्कत नहीं होती लेकिन गोलकीपर की यूनिफॉर्म सबसे भिन्न होती है.

(13) स्कूप, पेनल्टी, किक, थ्रो-इन, ऑफ साइड, टच डाउन, स्ट्रापर, ड्रापकिक यह फुटबॉल खेल की शब्दावलीयां है जिनको फुटबॉल खेलने वाले खिलाड़ी अच्छी तरह से जानते है.

फुटबॉल खेलने के लाभ –

खेल हमारे जीवन में अहम स्थान रखते है खेलों के कारण ही हमारा शारीरिक और मानसिक विकास हो पाता है सभी खेलों को खेलने से कुछ ना कुछ लाभ होता है इसी प्रकार फुटबॉल खेलने से भी बहुत लाभ होता है जो कि निम्नलिखित है –

(1) फुटबॉल खेलने वाले खिलाड़ी से मानसिक, शारीरिक, बौद्धिक, सामाजिक और वित्तीय रूप से मजबूत होते है.

(2) इस खेल को खेलने से शरीर में रक्त का प्रवाह सुचारू रूप से होता है जिसके कारण संपूर्ण शरीर में चुस्ती स्फूर्ति बनी रहती है.

(3) फुटबॉल खेलने के लिए हमेशा दिमाग को अलर्ट रखना पड़ता है जिसके कारण दिमाग की एकाग्रता की शक्ति बढ़ जाती है.

(4) खेल खेलने से हाथ और पैरों की मांसपेशियां हष्ट पुष्ट हो जाती है.

(5) फुटबॉल खेलने से बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो जाती है जिससे उन्हें कम बीमारियां होती है.

(6) इस खेल में अगर खिलाड़ी हार भी जाते है तो उन्हें सम्मान के साथ गले लगाया जाता है जिसके कारण बच्चों में एक दूसरे के प्रति सम्मान की भावना जागृत होती है.

(7) फुटबॉल खेलने से दृढ़ इच्छा का निर्माण होता है.

(8) इस खेल को खेलने वाले बच्चे उत्सुक और जिज्ञासु बनते है जो कि उनको कैरियर बनाने में बहुत काम आता है

(9) फुटबॉल खेलने से मोटापे और आलस्य से छुटकारा मिल जाता है.

(10) इस खेल को खेलने से व्यक्ति साहसी और कर्मठ बनता है.

फुटबॉल के प्रसिद्ध खिलाड़ी –

फुटबॉल खेलने वाले बहुत से प्रसिद्ध खिलाड़ी हुए है जिनमें से कुछ के नाम इस प्रकार है –

अरुण घोष, मेवालाल, मनजीत सिंह, वाइचिंग भूटिया, पी.के. बनर्जी, श्याम थापा, प्रशांत बैनर्जी, शाबिर अली, पेले, चुन्नी गोस्वामी, चन्दन सिंह, इंद्र सिंह, जरनैल सिंह इत्यादि है.

उपसंहार –

खेल चाहे किसी भी प्रकार का हो हमें हमेशा अपने बच्चों को और स्वयं खेलना चाहिए, यह हमें जीवन जीने का तरीका सिखाते है साथ ही हमारी शरीर के लिए भी लाभदायक होते है.

वर्तमान में लोग ज्यादातर कंप्यूटर और मोबाइल में खेल खेलने में बिताते है जिसका हमारे स्वास्थ्य पर बहुत अधिक बुरा प्रभाव पड़ता है. इसलिए हमें मैदान में खेले जाने वाले खेलों की ओर ध्यान देना चाहिए इनमें सबसे अच्छा फुटबॉल खेल है जिसको बड़े और बच्चे साथ मिलकर खेल सकते है.

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फुटबॉल पर निबंध 100, 200, 300, 500, शब्दों मे (10 lines Essay On Football in Hindi)

essay on football game in hindi

Essay On Football in Hindi – फुटबॉल एक ऐसा खेल है जिसे खेलने के लिए ताकत, फिटनेस और चतुराई की आवश्यकता होती है। यह 90 मिनट का खेल है। दो दल हैं। Essay On Football प्रत्येक टीम में अधिकतम 11 खिलाड़ी और न्यूनतम 7 खिलाड़ी हो सकते हैं। दो गोलपोस्ट हैं। प्रत्येक टीम के गोलकीपर गेंद को गोल क्षेत्र में प्रवेश करने से रोकते हैं। अन्य खिलाड़ी गेंद को लात मारकर आगे बढ़ने की कोशिश करते हैं। वे गोल करने के लिए विरोधियों को पास करने की कोशिश करते हैं। यह उत्तेजना, भावना, खून और पसीने के साथ अत्यधिक तीव्र खेल है।

फुटबॉल पर निबंध 10 लाइन्स (Essay on  Football 10 Lines in Hindi) 100-150 words

  • 1) फुटबॉल एक बाहरी खेल है जो दुनिया में सबसे लोकप्रिय है।
  • 2) फुटबॉल को उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया में “सॉकर” भी कहा जाता है।
  • 3) फुटबॉल नाम दो शब्दों, “फुट” और “बॉल” से मिलकर बना है, जहां खिलाड़ी दौड़ते हैं और अपने पैर से एक बड़ी गेंद को किक मारते हैं।
  • 4) फुटबॉल दो टीमों के बीच खेला जाता है और प्रत्येक टीम में 11 खिलाड़ी होते हैं और उनमें से एक खिलाड़ी गोलकीपर होता है।
  • 5) एक बड़े मैदान के दोनों सिरों पर “गोल पोस्ट” बना होता है जहाँ उस गोलपोस्ट के साथ एक बड़ा सा जाल बंधा होता है।
  • 6) प्रत्येक खिलाड़ी अपने प्रतिद्वंद्वी के साथ प्रतिस्पर्धा करता है और गेंद को प्रतिद्वंद्वी के गोल पोस्ट में मारने की कोशिश करता है जिसे “गोल” कहा जाता है।
  • 7) गोल को बचाने के लिए दो गोलकीपर अपनी टीम के गोल पोस्ट के सामने खड़े होते हैं ताकि गेंद को उनके गोल पोस्ट में प्रवेश करने से रोका जा सके।
  • 8) फुटबॉल के खेल में एक रेफरी होता है जो एक खिलाड़ी द्वारा किए गए गोल का न्याय करता है और यह भी सुनिश्चित करता है कि खेल ईमानदारी से खेला जाए।
  • 9) फुटबॉल का खेल 90 मिनट का होता है जिसमें 10 मिनट के ब्रेक के साथ 45-45 मिनट के दो सत्र होते हैं।
  • 10) कोई गोल नहीं होने या समान गोल होने की स्थिति में, प्रत्येक टीम को 30 मिनट का अतिरिक्त समय और अंत में 5 प्रयासों का “पेनाल्टी शूटआउट” दिया जाता है।

फुटबॉल पर निबंध 200 शब्द (Essay on Football 200 words in Hindi)

फुटबॉल आधुनिक समय में भी दुनिया का सबसे लोकप्रिय खेल है। यह युवाओं के मनोरंजन और आनंद के लिए आम तौर पर दो टीमों द्वारा खेला जाने वाला सबसे रोमांचक और चुनौतीपूर्ण खेल है। यह जजों के सामने पुरस्कार जीतने के लिए प्रतियोगिता के आधार पर भी खेला जाता है।

मूल रूप से, यह ग्रामीणों (इटली में रग्बी कहा जाता है) द्वारा खेला जाता था। कुछ विशेषज्ञों के अनुसार इसकी उत्पत्ति चीन में होने की बात कही जाती है। यह दो टीमों (प्रत्येक में ग्यारह सदस्य) द्वारा एक दूसरे द्वारा अधिकतम लक्ष्य प्राप्त करने के उद्देश्य से खेला जाता है। इस खेल की अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं को 90 मिनट की अवधि में खेला जाता है (प्रत्येक 45 मिनट के दो भागों में विभाजित किया जाता है। खिलाड़ी खेल के दो हिस्सों के बीच कुछ ब्रेक (15 मिनट से अधिक नहीं) लेते हैं। इस खेल में एक रेफरी और दो द्वारा सहायता की जाती है। लाइनमैन (खेल का आयोजन)।

फुटबॉल खेलने के फायदे

फुटबॉल खेलना एक अच्छा शारीरिक व्यायाम है। यह अन्य आयु वर्ग के लोगों सहित बच्चों, बच्चों और युवाओं को कई अन्य लाभ भी प्रदान करता है। यह आमतौर पर छात्रों के स्वास्थ्य लाभ के लिए स्कूलों और कॉलेजों में खेला जाता है। यह छात्र के कौशल, एकाग्रता स्तर और स्मरण शक्ति में सुधार करने में मदद करता है। यह एक ऐसा खेल है जो व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक और सामाजिक रूप से स्वस्थ और तंदरुस्त बनाता है। यह मनोरंजन का एक बड़ा स्रोत है जो दिमाग और शरीर को तरोताजा कर देता है। यह एक व्यक्ति को दैनिक जीवन की सभी सामान्य समस्याओं से निपटने में मदद करता है।

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फुटबॉल पर निबंध 250 शब्द (Essay on Football 250 words in Hindi)

फुटबॉल दुनिया के सबसे मनोरंजक खेलों में से एक है। यह विभिन्न देशों में युवाओं द्वारा पूरी रुचि के साथ खेला जाता है। इसके दो बड़े पहलू हैं, एक स्वास्थ्य और दूसरा वित्तीय। यह एक व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक और आर्थिक रूप से मजबूत बनाता है क्योंकि इस खेल के अच्छे करियर के साथ बहुत सारे स्वास्थ्य लाभ हैं। पहले यह पश्चिमी देशों में खेला जाता था, लेकिन बाद में यह पूरी दुनिया में फैल गया। फुटबॉल एक गोल आकार का रबर ब्लैडर (चमड़े के साथ अंदर बना हुआ) होता है जो हवा से कसकर भरा होता है।

यह दो टीमों द्वारा खेला जाता है जिनमें प्रत्येक में ग्यारह खिलाड़ी होते हैं। यह 110 मीटर लंबे और 75 मीटर चौड़े एक आयताकार मैदान में खेला जाता है, जिस पर ठीक से रेखाएँ अंकित होती हैं। प्रत्येक टीम का लक्ष्य प्रत्येक टीम के पीछे के छोर पर विपरीत गोल-पोस्ट में गेंद डालकर अधिक से अधिक गोल करना होता है। प्रत्येक टीम के लिए मैदान में एक गोलकीपर, दो हाफ-बैक, चार बैक, एक लेफ्ट आउट, एक राइट आउट और दो सेंटर-फॉरवर्ड होते हैं। इसके कुछ महत्वपूर्ण नियम हैं जिनका खेल खेलते समय प्रत्येक खिलाड़ी को पालन करना चाहिए। इसे केंद्र से खेला जाना शुरू किया जाता है और गोलकीपर के अलावा किसी भी खिलाड़ी को गेंद को हाथों से छूने की अनुमति नहीं होती है।

भारत में फुटबॉल खेल का महत्व

फुटबॉल एक आउटडोर खेल है जो खिलाड़ियों और दर्शकों दोनों के लिए फायदेमंद माना जाता है। यह भारत में विशेष रूप से बंगाल में बहुत महत्व का खेल है। पागल फुटबॉल खिलाड़ी फुटबॉल मैच जीतने की पूरी कोशिश करते हैं। इस खेल को देखने वालों और खिलाड़ियों की दृढ़ इच्छाशक्ति उन्हें जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए बहुत प्रेरित करती है। यह लोगों को खेल खेलने और देखने के लिए और अधिक उत्साही और इच्छुक बनाता है। एक फुटबॉल मैच आस-पास के क्षेत्रों से उत्सुक और जिज्ञासु दर्शकों की भारी भीड़ को आकर्षित करता है। यह एक टीम गेम है जो सभी खिलाड़ियों को टीम भावना सिखाता है।

यह 90 मिनट का खेल है जिसे 45 मिनट के दो भागों में थोड़े से ब्रेक के साथ खेला जाता है। यह एक ऐसा खेल है जो खिलाड़ियों को शारीरिक, मानसिक, सामाजिक, बौद्धिक और आर्थिक रूप से स्वस्थ और मजबूत बनाता है। इस खेल का वित्तीय करियर अच्छा है इसलिए कोई भी छात्र (जो ज्यादा दिलचस्पी रखता है) इस क्षेत्र में अपना उज्ज्वल करियर बना सकता है। इस खेल को नियमित रूप से खेलने से व्यक्ति हमेशा स्वस्थ और फिट रहता है।

फुटबॉल पर निबंध 300 शब्द (Essay on Football 300 words in Hindi)

अगर नियमित रूप से खेला जाए तो फुटबॉल का खेल हम सभी के लिए बहुत उपयोगी है। यह हमें कई तरह से फायदा पहुंचाता है। यह एक दिलचस्प आउटडोर खेल है जो दो टीमों द्वारा खेला जाता है जिसमें प्रत्येक में 11 खिलाड़ी होते हैं। यह अच्छे शारीरिक व्यायाम का खेल है जो खिलाड़ियों को सद्भाव, अनुशासन और खेल भावना के बारे में सिखाता है। यह दुनिया भर में एक लोकप्रिय खेल है और कई देशों के विभिन्न शहरों और कस्बों में वर्षों से खेला जाता है।

फुटबॉल खेल की उत्पत्ति

ऐतिहासिक रूप से फुटबॉल का खेल 700-800 साल पुराना है लेकिन 100 साल से भी ज्यादा समय तक दुनिया का पसंदीदा खेल बना रहा। इसे रोमनों द्वारा ब्रिटेन लाया गया था। इसे पहली बार 1863 में इंग्लैंड में खेलना शुरू किया गया था। इस खेल को संचालित करने वाले पहले शासी निकाय के रूप में इंग्लैंड में फुटबॉल एसोसिएशन का गठन किया गया था। पहले लोग गेंद को अपने पैर से लात मार कर इसे खेल रहे थे जो बाद में एक दिलचस्प खेल बन गया।

धीरे-धीरे, इस खेल को बहुत लोकप्रियता मिली और एक आयताकार मैदान पर नियमों के साथ खेला जाने लगा जो सीमा रेखाओं और एक केंद्र रेखा से चिह्नित था। यह महंगा नहीं है और इसे सॉकर भी कहा जाता है। इस खेल के नियमों को मूल रूप से 1863 में फुटबॉल एसोसिएशन, इंग्लैंड द्वारा एक व्यवस्थित कोड में व्यवस्थित किया गया था जो फीफा द्वारा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शासित है। यह हर चार साल के बाद फीफा विश्व कप का आयोजन करता है।

फुटबॉल खेलने के नियम

फुटबॉल खेल खेलने के नियमों को आधिकारिक तौर पर खेल के नियम कहा जाता है। इस खेल को दो टीमों के अंतर्गत खेलने के लगभग 17 नियम हैं:

  • यह एक आयताकार मैदान में खेला जाता है जिसमें दो लंबी भुजाएँ (स्पर्श रेखाएँ) और दो छोटी भुजाएँ (गोल रेखाएँ) होती हैं। यह आधी रेखा से विभाजित मैदान में खेला जाता है।
  • फ़ुटबॉल आकार में (चमड़े से बना) 68-70 सेमी परिधि में और हवा से भरा होना चाहिए।
  • इसमें प्रत्येक में 11 खिलाड़ियों की दो टीमें हैं। अगर किसी टीम में 7 से कम खिलाड़ी हैं तो एक बार इस खेल को शुरू नहीं किया जा सकता है।
  • खेल के नियमों को सुनिश्चित करने के लिए एक रेफरी और 2 सहायक रेफरी होने चाहिए। सहायक रेफरी।
  • यह खेल 90 मिनट की अवधि का है जिसमें प्रत्येक 45 मिनट के 2 भाग हैं। अंतराल 15 मिनट से अधिक नहीं होना चाहिए।
  • एक गेंद हर समय खेल में रहती है लेकिन खेल से बाहर हो जाती है जब भी किसी टीम ने गोल किया हो या रेफरी ने खेल को रोक दिया हो।
  • गोल होने के बाद खेल को फिर से शुरू करने के लिए गोल किक होती है।

फुटबॉल पूरी दुनिया में सबसे लोकप्रिय खेल है। यह एक सस्ता खेल है, जो लगभग सभी देशों में बहुत रुचि के साथ खेला जाता है। इसका नियमित अभ्यास करने वाले खिलाड़ियों को कई तरह से लाभ मिलता है। यह शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बहुत सारे लाभ प्रदान करता है।

फुटबॉल पर निबंध 500 शब्द (Essay on Football 500 words in Hindi)

Essay on Football – फुटबॉल एक ऐसा खेल है जिसे दुनिया भर में लाखों लोग खेलते हैं और प्यार करते हैं। इसे एक सार्वभौमिक खेल कहा जा सकता है क्योंकि हर छोटा और बड़ा राष्ट्र इसे खेलता है।

इसके अलावा, यह एक महान आराम करने वाला, तनाव से राहत देने वाला, अनुशासन और टीम वर्क का शिक्षक है। इसके अलावा यह शरीर और दिमाग को फिट और स्वस्थ रखता है। यह एक टीम गेम है जो इसे और अधिक मनोरंजक गेम बनाता है क्योंकि यह लोगों को खेल कौशल के महत्व को सिखाता है। नेतृत्व, और एकता।

फुटबॉल का इतिहास

फ़ुटबॉल का इतिहास यूनानियों के प्राचीन काल में देखा जा सकता है। सभी जानते हैं कि यूनानी महान खिलाड़ी थे और उन्होंने कई खेलों का आविष्कार किया।

फुटबॉल उनमें से एक के साथ होता है। फ़ुटबॉल जैसा एक समान खेल कई देशों में खेला जाता है लेकिन फ़ुटबॉल का नवीनतम संस्करण जिसे हम जानते हैं, इंग्लैंड में उत्पन्न हुआ है। इसी तरह इंग्लैंड ने खेल का पहला नियम बनाया। उस दिन के बाद से फुटबॉल ने ऐसी प्रगति की है जिसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते।

फुटबॉल का महत्व

फुटबाल दर्शक के साथ-साथ खिलाड़ी की दृष्टि से भी एक महत्वपूर्ण खेल है। 90 मिनट का यह खेल उत्साह और रोमांच से भरपूर है।

इसके अलावा, यह खिलाड़ी को मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ और अनुशासित रखता है। और यह नब्बे मिनट का खेल उनके खेल कौशल, धैर्य और सहनशीलता का परीक्षण करता है।

इसके अलावा, यह सब आप नए दोस्त बनाते हैं और अपनी प्रतिभा का विकास करते हैं। इन सबसे ऊपर, यह एक वैश्विक खेल है जो देशों के बीच शांति को बढ़ावा देता है।

फुटबॉल कैसे सीखें

कोई भी खेल सीखना कोई आसान काम नहीं है। इसके लिए समर्पण और मेहनत की ज़रूरत है। इसके अलावा, यह सब खेल आपके धैर्य और इसके प्रति आग्रह की परीक्षा लेते हैं। इसके अलावा, हर नए कौशल के साथ जो आप सीखते हैं, आपका खेल भी बेहतर होता है। इन सबसे ऊपर, सीखना एक कभी न खत्म होने वाली प्रक्रिया है इसलिए फुटबॉल सीखने के लिए आपको हर मिनट के विवरण पर ध्यान देना होगा जिसे आप गिनना या याद करना भूल जाते हैं।

भारत में फुटबॉल

यदि हम कुछ वर्ष पहले के परिदृश्य पर नजर डालें तो हम कह सकते हैं कि पश्चिम बंगाल को छोड़कर अन्य राज्यों में फुटबॉल लोकप्रिय खेल नहीं था। साथ ही, भारतीय फुटबॉल खेलने में ज्यादा दिलचस्पी नहीं लेते हैं। इसी तरह, अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के पास कुछ सीमित संसाधन हैं और सरकार से सीमित समर्थन है।

लेकिन, अब परिदृश्य पूरी तरह बदल चुका है। इस समय फुटबॉल देश में क्रिकेट के स्तर से मेल खाता है। इसके अलावा, देश हर साल विभिन्न फुटबॉल टूर्नामेंट आयोजित करता है।

सबसे बढ़कर, फुटबॉल की अलोकप्रियता के कारण लोगों को पता ही नहीं चलता कि हमारे पास अंडर-17 और अंडर-23 है, साथ ही एक फुटबॉल टीम भी है।

फुटबॉल टूर्नामेंट

फुटबॉल का सबसे बड़ा टूर्नामेंट फीफा वर्ल्ड कप है जो हर 4 साल में होता है। इसके अलावा, यूईएफए कप, एशियाई कप (एएफसी), अफ्रीकी समापन (सीएएफ) और कई अन्य जैसे कई अन्य टूर्नामेंट हैं।

निष्कर्ष निकालने के लिए, हम कह सकते हैं कि फुटबॉल बहुत दिलचस्प है कि हर मिनट के साथ दर्शक की सांसे थम जाती है। इसके अलावा, आप अनुमान नहीं लगा सकते कि फुटबॉल में अगले सेकंड या मिनट में क्या होने वाला है। इन सबके अलावा फुटबॉल खेलने वाले को फिट और स्वस्थ रखता है। इन सबसे ऊपर, यह दुनिया में शांति का संदेश फैलाने का एक माध्यम हो सकता है क्योंकि यह एक वैश्विक खेल है।

फुटबॉल निबंध पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

प्रश्न 1. फुटबॉल का सबसे बड़ा टूर्नामेंट कौन सा आयोजित किया जाता है .

उत्तर: फीफा एसोसिएशन फुटबॉल के इंटरनेशनल फेडरेशन द्वारा आयोजित सर्वोच्च फुटबॉल टूर्नामेंट है।

प्रश्न 2. विद्यालयों में फुटबॉल को प्राथमिकता क्यों दी जाती है ?

उत्तर फुटबॉल सामाजिक और मनोवैज्ञानिक लाभों के संकेत दिखाता है जो आत्म-सम्मान में सुधार करता है और अच्छी खेल भावना और अनुशासन प्राप्त करने के लिए आत्मविश्वास के स्तर को बढ़ाता है।

प्रश्न 3. फुटबॉल के अन्य नाम क्या हैं ?

उत्तर: फुटबॉल को आमतौर पर ऑस्ट्रेलिया में सॉकर के रूप में जाना जाता है, और दक्षिण अफ्रीका और रग्बी फुटबॉल के अमेरिकी संस्करण हैं।

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Short essay on football in hindi फुटबॉल पर निबंध.

Today we added Essay on Football in Hindi language/ Mera priya khel football in Hindi. After reading this article you will get football information in Hindi. Now you can write a short essay on Football in Hindi and send it through the comment box section. An essay about football is my favourite sport. School going kids may get an essay on football for class 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11 and 12.

Hindiinhindi Essay on Football in Hindi

Short Essay on Football in Hindi 300 Words

फुटबॉल पूरे विश्व में खेले जाने वाला सबसे लोकप्रिय खेल है। फुटबॉल लोगो के ध्यान को राहत पाने के लिए मदद करता है और सभी खिलाड़ियों को अपनी टीम के साथ कार्य करना सिखाता है। यह पेरो द्वारा खेले जाने वाला खेल खिलाड़ियों और प्रन्शंसको में तंदरुस्ती लाता है। इस खेल को पेरो के साथ गेंद को ठोकर मार कर खेला जाता है, इसलिए इसका नाम फुट (पैर) बाल (गेंद), यानि की फूटबाल है। फुटबॉल खिलाड़ियों को स्वस्थ और अनुशाषित रखता है।

फुटबॉल खेल नियमित रूप से खेलने पर यह खिलाड़ियों को बहुत लाभ प्रदान करता है। फुटबॉल सभी आयु वर्ग के लिए लाभदायक है। फुटबॉल के कुछ महत्वपूर्ण लाभ कुछ इस प्रकार है – मानसिक और शारीरिक ताकत प्रदान करना, खिलाड़ियों में आत्मविश्वास भरना, समयनिष्चित और अनुशाषित बनाना, हृदय के स्वास्थ्य में सुधार, टीम में काम करने को प्रेरित करना और तंदरुस्ती के कौशल सत्तर को सुधरता है।

फुटबॉल को एक प्राचीन ग्रीक खेल हर्पास्टॉन के रुप में माना जाता है। जिसे रोम के लोग ब्रिटैन ले गए और फुटबॉल खेल की उत्पत्ति बाहरवीं सदी के बाद इंग्लैंड देश में हुई। इंग्लैंड में इसकी शुरुआत 1863 में हुई थी। फूटबाल खेल सन् 1800 में अग्रणी खेल बन गया, जिसके बाद इसे स्कूल और कॉलेजो में खेला जाने लगा।

फुटबॉल के 90 मिनट गेम में 45-45 मिनट के दो अंतराल होते है। दो टीमों में 11-11 खिलाडी होते है, जो पेरो से फुटबॉल को ठोकर मरते हुए गोआल करने की कोशिश करते है। यदि किसी टीम में 7 खिलाड़ी से कम खिलाड़ी है तो इस खेल को शुरु नहीं कर सकते हैं। दोनों टीमों में 1-1 गोलकीपर होता हे, जो फुटबॉल को अपने हाथो से रोक सकता है। जो टीम 90 मिनट में ज्यादा गोआल करती है, वह जीत जाती है। फुटबॉल को दो लम्बी रेखाओ – स्पर्श लाइन और गोल लाइन में खेला जाता है। खेल के नियमों को सुनिश्चित करने के लिए फुटबॉल गेम में एक रेफरी और दो सहायक रेफरी होते है।

अंत : फुटबॉल पूरी दुनिया में खेले जाने वाला लोकप्रिय खेल है। यह खेल आसानी से एक फुटबॉल और कुछ दोस्तों के साथ कही भी खेला जा सकता है। फुटबॉल का भारत में विशेषरुप से बंगाल में बहुत महत्व है।

Essay on Football in Hindi 1000 Words

रूपरेखा : फुटबॉल एक लोकप्रिय खेल, फुटबॉल के मैदान का आकार, दिल्ली के अंबेडकर स्टेडियम में हुए डूरंड फाइनल का वर्णन, दोनों टीमों का आकर्षक प्रदर्शन, उपसंहार।

हॉकी, क्रिकेट, बास्केटबॉल, फुटबॉल आजकल के प्रमुख खेल हैं। इनमें फुटबॉल का खेल सबसे सस्ता और लोकप्रिय है। इसके लिए केवल एक गेंद और समतल मैदान चाहिए। गाँव के छोटे-छोटे विदयालयों से लेकर राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक इस खेल की प्रतियोगिताएँ चलती रहती हैं।

फटबॉल के लिए 103.5 मीटर लंबा और 67.5 मीटर चौड़ा समतल और आयताकार मैदान आवश्यक होता है। मैदान के दोनों सिरों पर बीचो-बीच दो खंभे गाड़कर दोनों ओर गोल बना दिए जाते हैं। गेंद को पैर से ठोकर लगाकर गोल के बीच से निकालना ही खिलाड़ियों का उददेश रहता है। इसी को गोल करना कहते हैं। हर टीम में एक खिलाड़ी गोल-रक्षक होता है।

भारत की राजधानी दिल्ली में आयोजित डूरंड फुटबॉल प्रतियोगिता एक महत्त्वपूर्ण प्रतियोगिता मानी जाती है। एक दिन हम डूरंड प्रतियोगिता के अंतर्गत फुटबॉल का मैच देखने गए। डूरंड कप के फाइनल में मोहन बागान और ईस्ट बंगाल की टीमें दिल्ली के अंबेडकर स्टेडियम में खेल थीं। हज़ारों की संख्या में दर्शक बैठे थे। दोनों टीमों के कप्तान मैदान के बीच खड़े थे। इधर रेफरी ने सीटी बजाई और उधर एक खिलाड़ी ने गेंद में किक लगाई। देखते-ही-देखते खेल में गति आ गई। खिलाड़ियों के पैर से लगकर गेंद कभी इस ओर उछलती थी, कभी उस ओर। कभी खिलाड़ियों के पैरों के बीच चक्कर काटती तो कभी आकाश चूमने लगती। जब एक ओर की अग्रिम पंक्ति लहर की तरह तीव्रगति से आगे बढ़ती तो दूसरी टीम की रक्षा पंक्ति चट्टान की तरह आगे आकर प्रवाह को रोक देती। दिसंबर का महीना होने पर भी सभी खिलाड़ी पसीने से तर थे। दोनों टीमों के खेल को देखकर सभी दर्शक मंत्रमुग्ध थे।

खेल अपनी चरम सीमा पर पहुँच चुका था। तभी मोहन बागान के एक खिलाड़ी का हाथ गेंद से छू गया। रेफ़री ने सीटी बजा दी। फुटबॉल के खेल में हाथ से गेंद छूना, किसी खिलाड़ी को धक्का देना, पकड़ना, ठोकर मारना या खेल में किसी प्रकार का व्यवधान पहुँचाना नियम-विरुद्ध माना जाता है। खेल क्षण भर के लिए रुक गया। रेफ़री ने गेंद को एक स्थान पर रखा और ईस्ट बंगाल को किक मारने का आदेश दिया। ईस्ट बंगाल के एक खिलाड़ी ने ज़ोर से किक लगाई कि गेंद दूसरी ओर गोलरक्षक सीमा के पास जा गिरी। सभी खिलाड़ी जी जान से गोल करने पर तुल पड़े। लेकिन गोलरक्षक इतना सतर्क था कि खिलाड़ियों के सभी प्रयत्न विफल रहे। इसी बीच रेफ़री ने सीटी बजाकर मध्यावकाश की घोषणा कर दी। खेल रुक गया। सभी खिलाड़ी मैदान से बाहर आ गए।

मध्यावकाश के बाद खेल फिर आरंभ हुआ। गेंद बीच में रखी गई। इस बार ईस्ट बंगाल के अंतिम पंक्ति के खिलाड़ी जान की बाज़ी लगाकर खेलने लगे। पाँच मिनट के अंदर ही वे मोहन बागान की रक्षापंक्ति को चीर कर आगे बढ़े और गोलरक्षक के सभी प्रयत्न विफल करते हुए वे गोल करने में सफल हो गए। हज़ारों की संख्या में बैठे दर्शकों ने एक साथ खड़े होकर खिलाड़ियों का अभिनंदन किया। ईस्ट बंगाल के सभी खिलाड़ी खुशी से नाच उठे। कई वर्षों के बाद उन्हें मोहन बागान पर पहले गोल करने का अवसर प्राप्त हुआ था।

खेल फिर आरंभ हुआ। ईस्ट बंगाल के खिलाड़ी उत्साहित और मोहन बागान के खिलाड़ी आवेश से भरे हुए थे। मोहन बागान की अग्रिम पंक्ति के खिलाड़ी बड़ी तेज़ी के साथ बॉल को आगे ले जाने का प्रयत्न कर रहे थे। ईस्ट बंगाल के खिलाड़ी अब सुरक्षात्मक ढंग से खेल रहे थे। लेकिन वे मोहन बागान के आक्रामक खेल का मुकाबला नहीं कर पा रहे थे। इसी समय मोहन बागान के एक खिलाड़ी ने सिर से गेंद मारकर गोल में डालने का प्रयत्न किया, किंतु ईस्ट बंगाल के गोलरक्षक ने बड़ी फुरती से उछलकर गेंद को लपक लिया और उसे दूर फेक दिया। रेफ़री के आदेश पर गेंद पैनल्टी पर रखी गई। गोलरक्षक के अतिरिक्त ईस्ट बंगाल के सभी खिलाड़ी वहाँ से हट गए। मोहन बागान के खिलाड़ी ने इतने ज़ोर से किक मारी कि गेंद गोलरक्षक के हाथ से लगती हुई जाल में जा लगी। दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ इस विजय का स्वागत किया। मोहन बागान के खिलाड़ी इस बराबरी पर आनंद से उछलने कूदने लगे।

खेल का समय समाप्त हो चुका था। रेफ़री ने लंबी सीटी बजाकर खेल समाप्त होने की घोषणा की। दोनों टीमें जहाँ अपने-अपने खेलों पर प्रसन्न थीं, वहीं दर्शक दोनों टीमों के उत्साह पूर्ण कोशल-प्रदर्शन की प्रशंसा कर रहे थे।

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Football पर निबंध, कहानी, जानकारी | Football essay in hindi

फुटबॉल  पर निबंध, Football essay on hindi, फुटबॉल   पर essay, Football  essay in hindi, (500+ Words Essay On Football) फुटबॉल पर कैसे लिखे निबंध, how to write Football essay. 

यहां, हमने फुटबॉल (Football) निबंध प्रदान किया है। और परीक्षा के दौरान फुटबॉल (Football) पर निबंध कैसे लिखना है, इस बारे में एक विचार प्राप्त करने के लिए छात्र इस फुटबॉल (Football) निबंध के माध्यम से जा सकते हैं। और फिर, वे अपने शब्दों में भी एक निबंध लिखने का प्रयास कर सकते हैं।

Table of Contents

फुटबॉल  पर एस्से (Essay on Football)

Football दुनिया के सबसे लोकप्रिय खेलों में से एक है। यह लगभग हर देश में बच्चों से लेकर पेशेवर खिलाड़ियों तक सभी द्वारा खेला जाता है। पेशेवर फ़ुटबॉल को दुनिया भर में अरबों लोग देखते हैं। और इसे कुछ देशों में “सॉकर” भी कहा जाता है। यह एक बाहरी खेल है, जिसमें पूर्ण एथलेटिकवाद (athleticism) की आवश्यकता होती है, क्योंकि खिलाड़ियों को पूरे खेल में पूरे मैदान में दौड़ना और भागना पड़ता है। 

फुटबॉल पर यह निबंध इस खेल से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करेगा। और यह छात्रों को विभिन्न फुटबॉल टूर्नामेंटों और यह खेल कैसे खेला जाता है, यह जानने में भी काफी मदद करेगा।

फुटबॉल कैसे खेला जाता है? (How Football is Played)

Football दो टीमों द्वारा खेला जाता है। प्रत्येक टीम में ग्यारह (11) खिलाड़ी होते हैं। खेल एक बड़े आयताकार आकार के घास के मैदान पर खेला जाता है। मैदान की चौड़ाई के दोनों सिरों पर दो गोलपोस्ट मौजूद होते हैं। खिलाड़ी गेंद को किक करके या प्रतिद्वंद्वी के गोल पोस्ट में हेड करके एक-दूसरे को पास करते हैं। खिलाड़ियों को गेंद को लात मारकर और टीम के साथियों के भीतर पास करके खेल खेलना होता है।

केवल गोलकीपर ही गोल पोस्ट के आसपास के प्रतिबंधित क्षेत्र में हाथों से गेंद को रोक सकता है। टीम का उद्देश्य अपनी विरोधी टीम की तुलना में अधिक गोल करना होता है। जब गेंद गोल रेखा से गुजरती है तो टीम एक गोल करती है। यह खेल 45 मिनट के दो हिस्सों के लिए खेला जाता है, और जो टीम सबसे अधिक गोल करती है वह इसे जीत जाती है।

फुटबॉल एक टीम स्पोर्ट है। गोल करने के लिए खिलाड़ी की प्रतिभा उनकी टीम को जीतने में मदद करती है। गोलपोस्ट से आगे बढ़ना, attack करना, शूट करना और स्कोर करना चैंपियन खिलाड़ियों के सामूहिक कौशल सेट हैं। इस खेल ने दशकों से कुछ बेहतरीन खिलाड़ियों को देखा है। उनमे से कुछ प्रसिद्ध खिलाड़ी पेले, डिएगो माराडोना, जॉर्ज बेस्ट, क्रिस्टियानो रोनाल्डो, लियोनेल मेसी, आदि हैं।

फुटबॉल टूर्नामेंट (Football Tournaments)

विश्व कप फुटबॉल का सबसे प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट है। यह सबसे बड़ा फुटबॉल टूर्नामेंट है, जो फीफा ( FIFA ) द्वारा आयोजित किया जाता है। यह प्रतियोगिता हर चार साल में एक बार होती है। इस टूर्नामेंट में क्वालीफाई करने के लिए लगभग 190 से 200 राष्ट्रीय टीमें प्रतिस्पर्धा कर रही हैं। फाइनल विभिन्न देशों की 32 टीमों के बीच आयोजित किया जाता है, जो 4 सप्ताह से अधिक की अवधि के लिए एक दूसरे के साथ प्रतिस्पर्धा करते हैं।

विश्व कप के अलावा, अन्य सबसे प्रसिद्ध और प्रतिष्ठित टूर्नामेंट Continental Championships हैं। ये हैं यूरोपीय चैंपियनशिप (UEFA): द एशियन कप (AFC), द कोपा अमेरिका (CONMEBOL), अफ्रीकन कप ऑफ नेशंस (CAF), द ओएफसी नेशंस कप (OFC), द CONCACAF गोल्ड कप। 

इन टूर्नामेंटों के अलावा भी, फुटबॉल क्लबों के बीच कई तरह के चैंपियंस लीग टूर्नामेंट भी आयोजित किए जाते हैं।

भारत में फुटबॉल (Football in India)

भारत में विभिन्न खेल खेले जाते हैं। Football उनमें से ही एक है। हालांकि इसे अन्य खेलों की तरह लोकप्रियता नहीं मिली है, लेकिन अब लोग इसमें भी काफी दिलचस्पी लेने लगे हैं। अब केरल, गोवा, पश्चिम बंगाल, मणिपुर, मिजोरम, सिक्किम और अन्य राज्यों के लोगों ने फुटबॉल खेलना शुरू कर दिया है। 

अंग्रेजों ने भारत में फुटबॉल खेल की शुरुआत की। शुरुआत में यह खेल सेना की टीमों के बीच खेला जाता था। यह खेल तब प्रसिद्ध हुआ जब 1911 में भारतीय फुटबॉलरों ने IFA-शील्ड ट्रॉफी जीती। यह पहली बार है जब किसी भारतीय टीम ने टूर्नामेंट मैच जीता, इससे पहले केवल ब्रिटिश टीमें ही खेल जीतती थीं।

भारत एक एकल खेल राष्ट्र से एक बहु-खेल राष्ट्र के रूप में विकसित हुआ है। हालांकि, Football जैसे खेलों में लोगों की भागीदारी में सुधार के लिए और अधिक संसाधन और खेल के बुनियादी ढांचे को उपलब्ध कराने की आवश्यकता है। लोगों को उचित प्रशिक्षण, परामर्श और मार्गदर्शन प्रदान करके उन्हें Football में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। 

साथ ही सरकार को राज्य स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को सुरक्षित नौकरी देकर या उनकी आर्थिक मदद करके भी उन्हें बढ़ावा देना चाहिए, ताकि वे खेलों पर अधिक ध्यान दें।

FAQ (Frequently Asked Questions)

फुटबॉल के एक खेल में कितने खिलाड़ी होते हैं.

फुटबॉल का खेल में (प्रत्येक टीम में) कुल 11 खिलाड़ी खेलते हैं।

फुटबॉल की उत्पत्ति क्या है?

आधुनिक फुटबॉल की शुरुआत 19वीं सदी में ब्रिटेन में हुई थी।

फुटबॉल के खेल में रेफरी की मुख्य भूमिका क्या होती है?

रेफरी किसी मैच के दौरान यह देखता है कि खिलाड़ियों द्वारा सभी नियमों का पालन किया जाता है या नहीं।

निबंध लिखते समय किन नियमों का पालन करना चाहिए?

1. यह व्याकरणिक के रूप से सही हो।  2. इसमें पूर्ण वाक्य का इस्तेमाल करे। 3. इसमें किसी भी तरह का abbreviations का उपयोग नहीं करे।

आशा करता हूं कि आज आपलोंगों को कुछ नया सीखने को ज़रूर मिला होगा। अगर आज आपने कुछ नया सीखा तो हमारे बाकी के आर्टिकल्स को भी ज़रूर पढ़ें ताकि आपको ऱोज कुछ न कुछ नया सीखने को मिले, और इस articleको अपने दोस्तों और जान पहचान वालो के साथ ज़रूर share करे जिन्हें इसकी जरूरत हो। धन्यवाद।

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फुटबॉल पर निबंध Essay on Football in Hindi (Mera Priya Khel)

फुटबॉल पर निबंध Essay on Football in Hindi (Mera Priya Khel)

फुटबॉल विश्व में सबसे अधिक खेला जाने वाला खेल है। यह विश्व के सभी देशों में प्रचलित है। लोकप्रियता के मामले में फुटबॉल, क्रिकेट से भी आगे है। 200 से ज्यादा देशों में फुटबॉल खेला जाता है। अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस, स्पेन, बेल्जियम, इंग्लैंड, रूस, कोलंबिया, पेरू, उरूग्वे, अर्जेंटीना, दक्षिण कोरिया, मोरक्को, नाइजीरिया, सेनेगल, कोस्टा रिका जैसे देशों में फुटबॉल बहुत लोकप्रिय खेल है।

इस खेल में सिर्फ 90 मिनट का समय लगता है, इसलिए यह क्रिकेट की तुलना में अधिक लोकप्रिय है। दर्शक इसे देखने के लिए उत्साहित रहते हैं। उन्हें बहुत अधिक समय भी नहीं देना पड़ता है जबकि क्रिकेट खेलने के लिए कम से कम 3 घंटे का समय देना पड़ता है।

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फुटबॉल खेलने से ना सिर्फ मनोरंजन होता है बल्कि स्वास्थ्य भी अच्छा हो रहता है। इस खेल में शरीर के सभी अंगो का भरपूर व्यायाम हो जाता है। इस तरह मनोरंजन के साथ-साथ स्वास्थ्य भी उत्तम बनता है। फुटबॉल के खेल को बच्चे से लेकर बूढ़े तक खेलना पसंद करते हैं। इसमें बड़ी सी गेंद जिसे फुटबॉल कहते हैं, उसे पैर से किक मार के विपक्षी टीम के नेट में डालना होता है।

उस नेट को गोल कहते हैं। गेंद को पैर से किक मारते हैं। फुटबॉल हवा में बड़ी तेजी से आगे बढ़ती है जिसे देखकर सभी लोग रोमांचित हो उठते हैं। युवाओं के बीच यह खेल बहुत प्रसिद्ध है। इसे खेलने से चुस्ती फुर्ती बढ़ती है और एक अच्छा व्यायाम होता है। यह एक अंतरराष्ट्रीय खेल है। हर 4 साल पर फुटबॉल वर्ल्ड कप होता है। 2018 का फीफा वर्ल्ड कप का विजेता फ्रांस बना था।

फुटबॉल का इतिहास HISTORY OF FOOTBALL

अंग्रेजी में फुटबॉल को Football कहते हैं जिसका अर्थ है Ball को Foot से मारना। यानी गेंद को पैर से मारना। ऐसा माना जाता है कि फुटबॉल एक चीनी खेल सूजु से विकसित हुआ। इस खेल को चीन में ह्याँ वंश ने विकसित किया था। जापान में इसी खेल को असुका वंश के लोग खेलते थे।

1409 में ब्रिटेन के राजकुमार हेनरी चतुर्थ ने फुटबॉल को अंग्रेजी में Football कहकर संबोधित किया था। इसे 1586 में डेविस नाम के समुद्री जहाज के कप्तान ने अपने साथियों के साथ ग्रीनलैंड में खेला था। 1878 में रॉबर्ट ब्राउन स्मिथ ने फुटबॉल के विकास पर एक पुस्तक लिखी थी।

21 मई 1984  को FIFA फीफा फेडरेशन इंटरनेशनल ऑफ फुटबॉल एसोसिएशन की स्थापना की गई। इसके अध्यक्ष रॉबर्ट गुएरिन थे। यूरोप के सात बड़े देश फ्रांस, बेल्जियम, डेनमार्क, नीदरलैंड, स्पेन, स्वीडन और स्विट्जरलैंड इसमें पहली बार शामिल हुए थे।

फुटबॉल खेलने के नियम RULES OF FOOTBALL

इस खेल में खिलाड़ी शर्ट्स, शोर्ट्स, मोजे, जूते पहनते है। घड़ी, गहने या कोई दूसरी चीज पहनने की मनाई होती है जिससे दूसरे खिलाड़ियों को चोट पहुँच सके। गोल कीपर ऐसे कपड़े  पहनता है जिससे विपक्षी टीम के खिलाड़ी उसे आसानी से पहचान सके। फुटबाल के अंतर्राष्ट्रीय मैचों में अधिकतम 3 खिलाड़ियों को बदलने की अनुमति होती है। घायल हो जाने या कोई और समस्या होने पर खिलाड़ी को बदलने की अनुमति होती है।

यह खेल 120  गज लंबा और 90 गज चौड़े मैदान पर खेला जाता है।  यह खेल कुल 90 मिनट का होता है। इसे दो भागों में बंटा हैं- 45 मिनट और 15 मिनट के अंतराल में। इसमें 2 टीमें होती हैं। प्रत्येक टीम में 11 खिलाड़ी होते हैं। खिलाड़ियों को अपनी विरोधी टीम के गोल पोस्ट में गेंद को मारकर गोल करना होता है। विपक्षी टीम का गोलकीपर गोल को रोकने का प्रयास करता है।

वह हाथ पैरों और पूरे शरीर की मदद से गोल रोक सकता है परंतु बाकी किसी खिलाड़ी को हाथ का इस्तेमाल करने की परमिशन नहीं होती है। अन्य खिलाड़ी सिर्फ पैर से ही यह खेल खेल सकते हैं। कोई फुटबॉल को हाथ से नहीं छू सकता है। विपक्षी टीम का गोलकीपर गोल रोकने का भरपूर प्रयास करता हैं। जो टीम अधिक गोल करती है, वह विजय मानी जाती है। फुटबॉल के खेल को सही तरह से संचालित करने के लिए एक रेफरी और दो लाइन मैन होते हैं।

रेफरी इस बात का ध्यान रखता है कि दोनों टीमों के सभी खिलाड़ी खेल के नियमों का पालन करें। खेल का मैदान 2 लंबी रेखाओं (स्पर्श लाइन) और दो छोटी लाइन (साइट गोल लाइन) में बंटा हुआ आयताकार मैदान होता है। फुटबॉल की गेंद का आकार लगभग 70 सेंटीमीटर का होता है। 1 गोल होने पर खेल को दोबारा शुरू करने के लिए फ़ुटबाल पर किक लगाकर खेल दोबारा शुरू किया जाता है।

फुटबॉल खेलने से लाभ ADVANTAGES OF PLAYING FOOTBALL

फुटबॉल का खेल खेलने से अनेक लाभ है। इसे खेलने से टीम भावना का विकास होता है। विभिन्न देशों के बीच जब फुटबॉल का मैच होता है तो इससे आपसी भाईचारा और प्रेम बढ़ता है। यह खेल खेलने से ह्रदय स्वस्थ बनता है। यह एक अच्छा व्यायाम साबित होता है।

इस खेल को खेलने में बहुत अधिक ऊर्जा नष्ट होती है, जिससे खिलाड़ियों की अतिरिक्त कैलोरी बर्न हो जाती है और उनको उत्तम स्वास्थ्य प्राप्त होता है। फुटबॉल खेलने से मांसपेशियों की ताकत बढ़ती है और कोई भी रोग नहीं होता है। यह मानसिक और शारीरिक शक्ति प्रदान करता है। जो लोग डिप्रेशन, अवसाद, तनाव जैसे रोगों से ग्रस्त हैं उन्हें फुटबॉल खेलना चाहिए।

अंतरराष्ट्रीय फ़ुटबाल का संचालन ORGANISING INTERNATIONAL FOOTBALL GAMES

वर्तमान में अंतरराष्ट्रीय फ़ुटबाल के खेलों का संचालन फीफा FIFA Fédération Internationale de Football Association (फेडरेशन इंटरनेशनेल डी फुटबॉल एसोसिएशन) करती है।

फुटबॉल के प्रसिद्ध खिलाड़ी FAMOUS FOOTBALL PLAYERS

क्रिस्टियानो रोनाल्डो, रोनाल्डिन्हो, नेमर, लियोन मेसी, लुईस सुआरेज़, मैनुएल नॉयर,  गेराथ बेल, ज़्लाटन इब्राहिमोविक, जेरोम बोटेंग, रॉबर्ट लेवानडॉस्की, डेविड डे गिया दुनिया के मशहूर फुटबॉल खिलाड़ी हैं।

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फुटबॉल पर निबंध – Essay on Football in Hindi

Essay on Football in Hindi: दोस्तो आज हमने फुटबॉल पर निबंध  कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 ,10, 11, 12 के विद्यार्थियों के लिए लिखा है।

  • फुटबॉल पर निबंध – Essay on Football in Hindi

Essay On Football in Hindi – फुटबॉल एक ऐसा खेल है जिसे दुनिया भर में लाखों लोग खेलते हैं और प्यार करते हैं। इसे एक सार्वभौमिक खेल कहा जा सकता है क्योंकि हर छोटा और बड़ा राष्ट्र इसे खेलता है।

Essay on Football in Hindi

इसके अलावा, यह एक महान आराम, तनाव रिलीवर, अनुशासन और टीम वर्क के शिक्षक हैं। इसके अलावा, यह शरीर और दिमाग को फिट और स्वस्थ रखता है। यह एक टीम गेम है जो इसे और अधिक मनोरंजक गेम बनाता है क्योंकि यह लोगों को खेल-कूद के महत्व को सिखाता है।

फुटबॉल का इतिहास

फुटबॉल के इतिहास का पता यूनानियों के प्राचीन काल से लगाया जा सकता है। सभी जानते हैं कि यूनानी महान खिलाड़ी थे और उन्होंने कई खेलों का आविष्कार किया है।

फुटबॉल उनमें से एक के लिए होता है। फुटबॉल जैसा ही खेल कई देशों में खेला जाता है लेकिन फुटबॉल का नवीनतम संस्करण जिसे हम इंग्लैंड में जानते थे। इसी तरह, इंग्लैंड ने खेल का पहला नियम तैयार किया। उस दिन से फुटबॉल ने उन तरीकों से प्रगति की है जिसकी हम कल्पना नहीं कर सकते हैं।

फुटबॉल का महत्व

फुटबॉल दर्शक के साथ-साथ खिलाड़ी के दृष्टिकोण से एक महत्वपूर्ण खेल है। 90 मिनट का यह खेल उत्साह और रोमांच से भरपूर है।

इसके अलावा, यह खिलाड़ी को मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ और अनुशासित रखता है। और यह नब्बे मिनट का खेल उनकी खेल-कूद, धैर्य और सहनशीलता का परीक्षण करता है।

इसके अलावा, यह सब आप नए दोस्त बनाते हैं और अपनी प्रतिभा विकसित करते हैं। इन सबसे ऊपर, यह एक वैश्विक खेल है जो देशों के बीच शांति को बढ़ावा देता है।

फुटबॉल कैसे सीखें

किसी भी खेल को सीखना कोई आसान काम नहीं है। इसके लिए समर्पण और मेहनत की ज़रूरत है। इसके अलावा, यह सब खेल आपके धैर्य और इसके प्रति आग्रह का परीक्षण करता है। इसके अलावा, आपके द्वारा सीखे गए हर नए कौशल के साथ आपके खेल में भी सुधार होता है। इन सबसे ऊपर, सीखना एक कभी न खत्म होने वाली प्रक्रिया है इसलिए फुटबॉल सीखने के लिए आपको हर मिनट के विवरण पर ध्यान देना होगा जिसे आप गिनना या चूकना भूल जाते हैं।

भारत में फुटबॉल

अगर हम कुछ साल पहले के परिदृश्य को देखें तो हम कह सकते हैं कि पश्चिम बंगाल को छोड़कर फुटबॉल कोई लोकप्रिय खेल नहीं था। साथ ही, भारतीय फुटबॉल खेलने में ज्यादा दिलचस्पी नहीं लेते हैं। इसी तरह, ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (AIFF) के पास कुछ सीमित संसाधन और सरकार से सीमित समर्थन है।

लेकिन, अब परिदृश्य पूरी तरह से बदल गया है। इस समय फुटबॉल देश में क्रिकेट के स्तर से मेल खाता है। इसके अलावा, देश हर साल विभिन्न फुटबॉल टूर्नामेंट आयोजित करता है।

इन सबसे ऊपर, फुटबॉल की अलोकप्रियता के कारण लोगों को पता नहीं है कि हमारे पास अंडर -17 और अंडर -23 है, साथ ही साथ एक फुटबॉल टीम भी है।

फुटबॉल टूर्नामेंट

फुटबॉल का सबसे बड़ा टूर्नामेंट फीफा विश्व कप है जो हर 4 साल में होता है। इसके अलावा, यूईएफए कप, एशियन कप (एएफसी), अफ्रीकी पूर्णता (सीएएफ) और भी कई अन्य टूर्नामेंट हैं।

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समाप्त करने के लिए, हम कह सकते हैं कि फुटबॉल बहुत दिलचस्प है कि हर मिनट के साथ दर्शकों की सांस को दूर ले जाता है। इसके अलावा, आप भविष्यवाणी नहीं कर सकते कि फुटबॉल में अगले दूसरे या मिनट क्या होने वाला है। इस सब के अलावा फुटबॉल इसे खेलने वाले को फिट और स्वस्थ रखता है। इन सबसे ऊपर, यह दुनिया में शांति के संदेश को फैलाने का एक माध्यम हो सकता है क्योंकि यह एक वैश्विक खेल है।

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फुटबॉल पर निबंध

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By विकास सिंह

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फुटबॉल एक बाहरी खेल है जिसमें दो विरोधी टीमों के बीच फुटबॉल का उपयोग करके गोल करने के क्रम में गेंद को पैर से मारना होता है इस खेल में दो पक्ष होते हैं और दोनों पक्ष में 11 खिलाडी होते हैं।

फुटबॉल पर निबंध, short essay on football in hindi (100 शब्द)

फुटबॉल एक ऐसा खेल है जिसे दो टीमों द्वारा आउटडोर खेला जाता है। फुटबॉल टीम में से प्रत्येक में ग्यारह खिलाड़ी होते हैं, फुटबॉल मैच में कुल खिलाड़ी 22 हो जाते हैं। इस खेल का उद्देश्य प्रत्येक टीम द्वारा अधिकतम गोल करना है। अधिकतम गोल वाली टीम को विजेता टीम के रूप में करार दिया जाता है, कम गोलों वाली टीम हारने वाली बन जाती है।

यह एक ऐसा खेल है जो एक गेंद को पैर से मारकर खेला जाता है। इस खेल को कुछ देशों में फुटबॉल भी कहा जाता है। फुटबॉल के विभिन्न रूप हैं जैसे कि एसोसिएशन फुटबॉल (यूके में), ग्रिडिरोन फुटबॉल, अमेरिकन फुटबॉल या कनाडाई फुटबॉल (यूएस और कनाडा में), ऑस्ट्रेलियाई नियम फुटबॉल या रग्बी लीग (ऑस्ट्रेलिया में), गेलिक फुटबॉल (आयरलैंड में), रग्बी फुटबॉल (न्यूजीलैंड में), आदि फुटबॉल के विभिन्न रूपों को फुटबॉल कोड के रूप में जाना जाता है।

फुटबॉल पर निबंध, essay on football in hindi (150 शब्द)

फुटबॉल एक बाहरी खेल है जो दो टीमों द्वारा खेला जाता है जिसमें प्रत्येक में ग्यारह खिलाड़ी होते हैं। यह खेल फुटबॉल के रूप में भी जाना जाता है और एक गोलाकार गेंद के साथ खेला जाता है। यह अनुमान लगाया गया है कि यह 150 देशों के लगभग 250 मिलियन खिलाड़ियों द्वारा खेला जाता है जो इसे दुनिया का सबसे लोकप्रिय खेल बनाता है। यह एक आयताकार क्षेत्र पर खेला जाता है, जिसके प्रत्येक छोर पर एक गोल-पोस्ट होता है।

यह आमतौर पर किसी भी टीम द्वारा या मनोरंजन और आनंद के लिए खेल जीतने के लिए खेला जाने वाला एक प्रतिस्पर्धी खेल है। यह कई मायनों में खिलाड़ियों को शारीरिक लाभ प्रदान करता है क्योंकि यह एक सर्वोत्तम व्यायाम है। यह एक सबसे रोमांचक और चुनौतीपूर्ण खेल है जो आमतौर पर हर किसी को विशेष रूप से बच्चों और बच्चों द्वारा पसंद किया जाता है।

यह दो टीमों के बीच खेला जाने वाला एक टीम स्पोर्ट है, जिसका लक्ष्य प्रत्येक टीम द्वारा दूसरी टीम की तुलना में अधिक गोल करने का होता है। एक टीम विजेता बन जाती है जो मैच के अंत में अधिकतम गोल करती है।

फुटबॉल का महत्व पर निबंध, essay on football in hindi (200 शब्द)

फुटबॉल आधुनिक समय में भी दुनिया का सबसे लोकप्रिय खेल है। यह आमतौर पर युवाओं के मनोरंजन और आनंद के लिए दो टीमों द्वारा खेला जाने वाला एक सबसे रोमांचक और चुनौतीपूर्ण खेल है। यह न्यायाधीशों के सामने पुरस्कार जीतने के लिए प्रतियोगिता के आधार पर भी खेला जाता है। मूल रूप से, यह ग्रामीणों (इटली में रग्बी के रूप में कहा जाता है) द्वारा खेला जाता था।

कुछ विशेषज्ञों के अनुसार, यह कहा जाता है कि इसकी उत्पत्ति चीन में हुई है। यह दो टीमों (प्रत्येक में ग्यारह सदस्य) द्वारा खेला जाता है, जिसका लक्ष्य एक दूसरे द्वारा अधिकतम लक्ष्य प्राप्त करना है। इस खेल के अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं को 90 मिनट की अवधि में खेला जाता है (प्रत्येक के 45 मिनट के दो भागों में विभाजित किया जाता है। खिलाड़ी खेल के दो हिस्सों के बीच कुछ ब्रेक (15 मिनट से अधिक नहीं) लेते हैं। इस खेल को एक रेफरी और दो लाइनमैन (खेल का संचालन) द्वारा सहायता प्रदान की जाती है।

फुटबॉल खेलने के फायदे

फुटबॉल का खेल खेलना एक अच्छा शारीरिक व्यायाम है। यह बच्चों, बच्चों और युवाओं को अन्य आयु वर्ग के लोगों सहित कई अन्य लाभ प्रदान करता है। यह आम तौर पर स्कूलों और कॉलेजों में छात्रों के स्वास्थ्य लाभ के लिए खेला जाता है। यह छात्र के कौशल, एकाग्रता स्तर और मेमोरी पावर को बेहतर बनाने में मदद करता है। यह एक ऐसा खेल है जो व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक और सामाजिक रूप से स्वस्थ और स्वस्थ बनाता है। यह मनोरंजन का एक बड़ा स्रोत है जो मन और शरीर को तरोताजा करता है। यह एक व्यक्ति को दैनिक जीवन की सभी सामान्य समस्याओं से निपटने में मदद करता है।

फुटबॉल पर निबंध, paragraph on football in hindi (250 शब्द)

फुटबॉल दुनिया के सबसे मनोरंजक खेलों में से एक है। यह विभिन्न देशों में युवाओं द्वारा पूरी रुचि के साथ खेला जाता है। इसके दो बड़े पहलू हैं, एक स्वास्थ्य है और दूसरा वित्तीय है। यह एक व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक और आर्थिक रूप से मजबूत बनाता है क्योंकि इस खेल में एक अच्छे कैरियर के साथ बहुत सारे स्वास्थ्य लाभ हैं। पहले यह पश्चिमी देशों में खेला जाता था, लेकिन बाद में यह पूरी दुनिया में फैल गया। फुटबॉल एक गोल आकार का रबर ब्लैडर है (चमड़े के साथ अंदर बनाया गया है) कसकर हवा से भरा होता है।

यह दो टीमों द्वारा खेला जाता है जिसमें प्रत्येक में ग्यारह खिलाड़ी होते हैं। यह 110 मीटर लंबे और 75 मीटर चौड़े एक आयताकार क्षेत्र में खेला जाता है, जिसे ठीक से लाइनों के साथ चिह्नित किया गया है। प्रत्येक टीम का लक्ष्य प्रत्येक टीम के पीछे के छोर पर गेंद को विपरीत गोल-पोस्ट में डालकर अधिकतम गोल बनाना है।

प्रत्येक टीम के लिए एक गोल कीपर, दो हाफ बैक, चार बैक, एक लेफ्ट आउट, एक राइट आउट और दो सेंटर फॉरवर्ड हैं। इसके कुछ महत्वपूर्ण नियम हैं जिनका प्रत्येक खिलाड़ी को खेल खेलते समय पालन करना चाहिए। इसे केंद्र से खेलना शुरू किया जाता है और किसी भी खिलाड़ी को गोल-कीपर को छोड़कर हाथों से गेंद को छूने की अनुमति नहीं है।

भारत में फुटबॉल खेल का महत्व:

फुटबॉल एक आउटडोर खेल है जिसे खिलाड़ियों और दर्शकों दोनों के लिए फायदेमंद माना जाता है। यह भारत में विशेष रूप से बंगाल में बहुत अधिक महत्व का खेल है। फुटबॉल मैच जीतने के लिए क्रेजी फुटबॉल खिलाड़ी पूरी कोशिश करते हैं। इस खेल के दर्शकों और खिलाड़ियों की दृढ़ इच्छाशक्ति उन्हें जीवन में सफलता हासिल करने के लिए बहुत प्रेरित करती है।

यह लोगों को खेल खेलने और देखने के लिए अधिक उत्साही और इच्छुक बनाता है। एक फुटबॉल मैच आस-पास के क्षेत्रों से उत्सुक और उत्सुक दर्शकों की भारी भीड़ को आकर्षित करता है। यह एक टीम गेम है जो सभी खिलाड़ियों को टीम भावना सिखाता है।

यह 90 मिनट लंबा खेल है, जो 45 मिनट के दो भागों में थोड़ा ब्रेक के साथ खेला जाता है। यह एक ऐसा खेल है जो खिलाड़ियों को शारीरिक, मानसिक, सामाजिक, बौद्धिक और आर्थिक रूप से स्वस्थ और मजबूत बनाता है। इस खेल में अच्छा वित्तीय करियर है, इसलिए कोई भी छात्र (ज्यादा दिलचस्पी वाला) इस क्षेत्र में अपना उज्ज्वल करियर बना सकता है। इस खेल को नियमित रूप से खेलने से व्यक्ति हर समय स्वस्थ और फिट रहता है।

फुटबॉल पर निबंध, 300 शब्द:

प्रस्तावना:.

अगर हम नियमित रूप से खेले तो फुटबॉल खेल हम सभी के लिए बहुत उपयोगी है। यह हमें कई तरह से फायदा पहुंचाता है। यह दो टीमों द्वारा खेला जाने वाला एक दिलचस्प आउटडोर गेम है जिसमें प्रत्येक में 11 खिलाड़ी हैं। यह अच्छे शारीरिक व्यायाम का खेल है जो खिलाड़ियों को सामंजस्य, अनुशासन और खेल कौशल के बारे में सिखाता है। यह दुनिया भर में एक लोकप्रिय खेल है और कई देशों के शहरों और कस्बों में सालों तक खेला जाता है।

फुटबॉल खेल की उत्पत्ति:

ऐतिहासिक रूप से, फुटबॉल का खेल 700-800 साल पुराना है, लेकिन 100 से अधिक वर्षों के लिए दुनिया का पसंदीदा खेल बन गया है। इसे रोमन द्वारा ब्रिटेन में लाया गया था। यह पहली बार 1863 में इंग्लैंड में खेलना शुरू किया गया था। इंग्लैंड में फुटबॉल एसोसिएशन का गठन इस खेल को संचालित करने वाला पहला शासी निकाय था। पहले, लोग गेंद को केवल अपने पैर से मारकर इसे खेल रहे थे जो बाद में एक दिलचस्प खेल बन गया।

धीरे-धीरे, इस खेल को बहुत लोकप्रियता मिली और एक आयताकार क्षेत्र पर नियमों के साथ खेला जाने लगा जो कि सीमा रेखाओं और एक केंद्र रेखा द्वारा चिह्नित था। यह महंगा नहीं है और इसे फुटबॉल भी कहा जाता है। इस खेल के कानून मूल रूप से फुटबॉल एसोसिएशन, इंग्लैंड द्वारा 1863 में एक व्यवस्थित कोड में व्यवस्थित किए गए थे जो फीफा द्वारा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शासित है। यह हर चार साल के बाद फीफा विश्व कप का आयोजन करता है।

फुटबॉल खेलने के नियम:

फुटबॉल खेल खेलने के नियमों को आधिकारिक तौर पर खेल के नियम कहा जाता है। दो टीमों के तहत इस खेल को खेलने के लगभग 17 नियम हैं:

  • यह एक आयताकार क्षेत्र में दो लंबी भुजाओं (स्पर्श रेखाओं) और दो छोटी भुजाओं (गोल रेखाओं) के साथ खेला जाता है। यह आधी लाइन से विभाजित क्षेत्र में खेला जाता है।
  • फुटबॉल को परिधि में 68-70 सेमी (आकार में चमड़े से बना) और हवा से भरा होना चाहिए।
  • इसमें प्रत्येक में 11 खिलाड़ियों की दो टीमें हैं। एक बार इस गेम को शुरू नहीं किया जा सकता है अगर किसी भी टीम में 7 से कम खिलाड़ी हैं।
  • खेल के नियमों को सुनिश्चित करने के लिए एक रेफरी और 2 सहायक रेफरी होने चाहिए।
  • यह गेम 90 मिनट की अवधि का है, जिसमें 45 मिनट के 2 भाग हैं। अंतराल 15 मिनट से अधिक नहीं होना चाहिए। जब भी कोई टीम गोल करती है या रेफरी ने खेल रोक दिया होता है, तो गेंद हर समय खेलने से बाहर हो जाती है।
  • एक गोल होने के बाद नाटक को पुनः आरंभ करने के लिए एक गोल किक है।

निष्कर्ष:

फुटबॉल पूरी दुनिया में सबसे लोकप्रिय खेल है। यह एक सस्ता खेल है, जो लगभग सभी देशों में बहुत रुचि के साथ खेला जाता है। नियमित रूप से इसका अभ्यास करने वाले खिलाड़ियों को कई तरह से लाभ मिलता है। यह शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बहुत सारे लाभ प्रदान करता है।

फुटबॉल पर निबंध, long essay on football in hindi (400 शब्द)

फुटबॉल एक बहुत प्रसिद्ध खेल है जो दुनिया भर में लोगों का ध्यान आकर्षित करता है। यह लोगों को तनाव से राहत दिलाने में मदद करता है, अनुशासन और टीम वर्क सिखाता है और साथ ही खिलाड़ियों और प्रशंसकों को फिटनेस भी देता है। यह बहुत रुचि, खुशी और आश्चर्य का खेल है। यह एक गेंद को पैर से मारकर खेला जाता है, जिसे फुटबॉल खेल कहा जाता है।

फुटबॉल का इतिहास

फुटबॉल को एक प्राचीन यूनानी खेल माना जाता है जिसे हार्पस्टोन कहा जाता है। यह दो टीमों द्वारा एक गेंद को पैर से मारकर इसी तरह खेला गया था। यह एक मोटा और क्रूर खेल था जिसका लक्ष्य गोल लाइन के पिछले हिस्से पर गेंद को चलाना या किक मारकर गोल करना था। यह बिना किसी विशिष्ट सीमा के दायर किए गए आकार, खिलाड़ियों की संख्या, साइड बाउंड्री, आदि के साथ खेला गया था।

यह पहले इंग्लैंड में लोकप्रिय हुआ और फिर इसके नियम तब लागू हुए जब यह 1800 के दशक में स्कूलों में एक अग्रणी खेल बन गया। बाद में, यह अमेरिका में फैल गया था। बीच में, विशेष रूप से बढ़ती क्रूरता के कारण स्कूलों में इसे प्रतिबंधित कर दिया गया था। हालाँकि, इसे 1905 में समिति द्वारा वैध कर दिया गया था, लेकिन फिर भी इसे किसी भी तरह के खेलने के लिए प्रतिबंधित किया गया जैसे हथियार बंद करना आदि।

फुटबॉल खेल कैसे खेलें

फुटबॉल एक लोकप्रिय खेल है जो खिलाड़ियों को स्वस्थ और अनुशासित रखता है। यह उनके मन और टीम की भावना और उनके बीच सहनशीलता की भावना विकसित करता है। यह नब्बे मिनट (45 मिनट और दो मिनट के ब्रेक के दो हिस्सों में) के लिए खेला जाने वाला खेल है। इस गेम में प्रत्येक में ग्यारह खिलाड़ियों की दो टीमें हैं। खिलाड़ियों को अपने पैर से गेंद को मारना होता है और प्रतिद्वंद्वी टीम के गोलपोस्ट में गेंद डालकर गोल करना होता है।

प्रतिद्वंद्वी टीम के खिलाड़ियों द्वारा किए गए लक्ष्य का विरोध करने के लिए, प्रत्येक तरफ एक गोलकीपर है। गोल कीपर को छोड़कर किसी भी खिलाड़ी को गेंद को हाथ से छूने की अनुमति नहीं है। अधिक गोल करने वाली टीम को विजेता और अन्य को हारे हुए घोषित किया गया। खेल एक रेफरी और दो लाइनमैन (प्रत्येक पक्ष पर एक) द्वारा आयोजित किया जाता है। सभी खिलाड़ियों को इस खेल को खेलते समय नियमों का कड़ाई से पालन करने की चेतावनी दी जाती है। यह एक अंतरराष्ट्रीय खेल रहा है और विश्व के विभिन्न देशों में हर चार साल में विश्व कप टूर्नामेंट के रूप में खेला जाता है।

फुटबॉल के लाभ और महत्व

नियमित रूप से फुटबॉल खेलने से खिलाड़ी को कई फायदे मिलते हैं जैसे एरोबिक और एनारोबिक फिटनेस, मनोसामाजिक लाभ, एकाग्रता स्तर को बढ़ाता है, फिटनेस कौशल में सुधार करता है, आदि। यह सभी उम्र के लोगों को लाभ पहुंचाता है। इसके महत्वपूर्ण लाभ निम्नलिखित हैं:

  • यह एक व्यक्ति को अधिक अनुशासित, शांत और समयनिष्ठ बनाता है।
  • यह हृदय स्वास्थ्य में सुधार करता है क्योंकि इसमें दौड़ लगाना शामिल होता है जो हृदय प्रणाली को काफी प्रभावित करता है।
  • यह टीम वर्क के लिए खिलाड़ियों को प्रेरित करता है।
  • यह फिटनेस कौशल के स्तर में सुधार करता है। यह अधिक शरीर में वसा खोने, दुबला मांसपेशियों, मांसपेशियों की ताकत हासिल करने और जीवन भर स्वस्थ आदतों में सुधार करने में मदद करता है।
  • यह शारीरिक और मानसिक शक्ति में सुधार करता है।
  • यह खिलाड़ियों को निराशा से निपटने, अच्छे खेल कौशल का अभ्यास करने आदि में मदद करके मनोवैज्ञानिक और सामाजिक लाभ भी प्रदान करता है।
  • यह खिलाड़ियों में अनुकूलन क्षमता और त्वरित सोच विकसित करके आत्मविश्वास स्तर और आत्म-सम्मान में सुधार करता है।
  • फुटबॉल खेलना सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करके अवसाद को कम करता है।

फुटबॉल एक अच्छा खेल है, जो शारीरिक, मानसिक, सामाजिक, बौद्धिक और आर्थिक रूप से विभिन्न पहलुओं में एक खिलाड़ी को लाभ देता है। यह खिलाड़ी को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर समाज में एक अद्वितीय प्रतिष्ठा बनाने में मदद करता है। बच्चों और बच्चों को शारीरिक और मानसिक रूप से फिट होने के लिए घर और स्कूलों में फुटबॉल खेलने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।

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विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

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Tuesday, September 8, 2020

मेरा पसंदीदा खेल फुटबॉल पर निबंध - essay on my favourite game football in hindi, मेरा पसंदीदा खेल फुटबॉल, 3 comments:.

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मेरा प्रिय खेल फुटबॉल पर निबंध | Essay On Football In Hindi Language

मेरा प्रिय खेल फुटबॉल Essay On Football In Hindi Language:  हेलो दोस्तों आज आपके साथ  मेरा प्रिय खेल फुटबॉल पर निबंध लेकर हाजिर हूँ .  सभी के अपने अपने पसंदीदा खेल होते हैं कोई क्रिकेट, कोई हॉकी तो किन्ही को बैडमिंटन टेनिस आदि प्रिय खेल होते हैं.

मैं फुटबाल  को अपना प्रिय खेल (My Favorite Sports) मानता हूँ, मेरा प्रिय खेल पर बच्चों को हिंदी अंग्रेजी भाषा में निबंध लिखने को कहा जाता हैं. 

Football Essay In Hindi के द्वारा आप अपने पसंदीदा खेल फुटबॉल पर छोटा बड़ा 100, 200, 250, 300, 400, 500 शब्दों में कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10 के लिए निबंध तैयार कर सकते हैं , माय फवरेट स्पोर्ट्स फुटबॉल एस्से की रूपरेखा यहाँ दी गई हैं.

प्रिय खेल फुटबॉल पर निबंध Essay On Football In Hindi

Football Match Essay: modern world many famous games cricket, hockey, and football of them.

these games are also too old but help to maintain our body and health. football improves our strength and stamina also.

this is played all over the world. Essay on Football Match in Hindi in this article my view on one football game that was played at my school.

school essay writing on football giving in the English language after that this Hindi translation gave the blow.

फुटबॉल मैच पर निबंध Essay on Football Match in Hindi & English

games and sports are an essential part of education. without playground activities, education is incomplete. physical fitness is as important as mental development.

our principal is good enough to encourage games and sports. an interclass tournament is organized every year.

a football match was played between class viii-a versus viii-b. the referee gave a whistle. the caption went near the referee.

our caption of class viii-a won the toss, he selected the goal and fixed the duties of players. on the next whistle, the match started. the team of viii-b scored 2 goals.

efforts were made by viii-a players to equate the goals, but it was not possible to do so. refreshment was given to teams during the interval.

the team of viii-b was declared the winning team. there was a big crowd of spectators. it was an interesting football match.

खेल कूद शिक्षा का एक अनिवार्य अंग हैं। खेल के मैदान की गतिविधियों के बिना, शिक्षा अधूरी सी लगती है। शारीरिक फिटनेस मानसिक विकास के लिए खेल अति महत्वपूर्ण है।

हमारे प्रिंसिपल स्कूल में खेल कूद को प्रोत्साहित करने के लिए हर संभव प्रयास करते है। हमारे विद्यालय में एक इंटरक्लास टूर्नामेंट हर वर्ष आयोजित किया जाता है।

एक फुटबॉल मैच कक्षा viii- A बनाम viii-b के बीच खेला गया था। रेफरी ने एक सीटी बजाई, खेल शुरू हुआ। दोनों टीम के कप्तान रेफरी के पास पहुचे।

क्लास viii-B के हमारे कप्तान ने टॉस जीता, उन्होंने खिलाड़ियों निश्चित स्थानों पर खड़ा किया। अगली विसल बजने के साथ ही खेल शुरू हो गया. गेम के पहले हाफ में टीम VIII B ने दो शानदार गोल किये।

viii A द्वारा स्कोर लेवल करने के हर संभव प्रयास किये गये. अंतराल के बाद शानदार खेल हुआ । मगर VIII बी  अपनी बढत बनाए रखने में कामयाब रही।

अंत में viii-b मैच की टीम विजेता टीम घोषित की गई । दर्शकों की भीड़ ने दोनों टीमों के खिलाड़ियों को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए सराहा. मेरे लिए  यह एक दिलचस्प फुटबॉल मैच था।

300 शब्दों में फुटबॉल पर निबंध

खेल दो प्रकार के होते है स्वदेशी जैसे गिल्ली डंडा कब्बडी और विदेशी खेल जैसे वालीवाल, फुटबॉल क्रिकेट आदि, इन खेलों में फुटबॉल मुझे विशेष पसंद हैं. यह एक सीधा सादा और सस्ता खेल हैं तथा इसमें शरीर का अच्छा व्यायाम भी हो जाता हैं.

खेल का स्वरूप – फुटबॉल का खेल एक बड़े चौरस मैदान में खेला जाता हैं. इसके खिलाड़ी दो दल में बंट जाते हैं. आमतौर पर 11-11 खिलाड़ियों की दो टोलियाँ बना ली जाती हैं. मैदान के बीचोबीच एक रेखा खीचकर दो भाग कर दिए जाते हैं.

प्रत्येक दल को अपने सामने वालेभाग में गोल करना होता हैं. एक दल गोल करने का प्रयत्न करता हैं और दूसरा उसे रोकता हैं. एक खिलाड़ी गोल के निकट रहता हैं. उसका कार्य केवल गोल की रक्षा करना होता हैं, इसे गोल रक्षक या गोल कीपर कहते हैं.

गोल के अन्य खिलाड़ी अपने अपने स्थान से गेंद को अंदर आने से रोकते हैं और दुसरे उसे गोल में ले जाने का प्रयत्न करते हैं. इस खेल का निर्णायक रेफरी कहलाता हैं.

वही खेल को आरम्भ करता हैं तथा वही गलती करने वाले खिलाड़ी को टोकता व हार जीत का निर्णय करता हैं. सारे कार्य उसकी सीटी के संकेत पर होते हैं.

खेल का महत्व- स्वास्थ्य के लिए खेल बहुत आवश्यक हैं. खेलने से भोजन पचता हैं और भूख अच्छी लगती हैं. मेरी दृष्टि में फुटबॉल का खेल विशेष महत्वपूर्ण हैं. इस खेल में शरीर को अधिक चोट लगने का भय नही रहता हैं.

फुटबॉल से शरीर का अच्छा व्यायाम भी हो जाता हैं. खेल के दो दलों में से एक जीतता हैं और दूसरा हारता हैं, किन्तु इस जीत हार से आपसी प्रेम घटने की बजाय बढ़ता हैं.

उपसंहार- हम बच्चों के लिए खेलों का विशेष महत्व होता हैं. खेल हमारे शरीर को स्वस्थ एवं सुंदर बनाते हैं. हम लोग आपस में तथा दूसरे विद्यालयों की टीमों से भी खेल खेलते हैं. फुटबॉल के खेल में हमारा उत्साह दिन दिन बढ़ता जा रहा हैं.

फुटबॉल पर निबंध – Short Essay on Football in Hindi

फुटबॉल एक ऐसा खेल है जिससे आपका शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य उत्तम रहता हैं. यह एक प्रसिद्ध खेल हैं. इस खेल को पैर के साथ एक गेंद को ठोकर मारकर खेला जाता हैं. इसलिए इसे फुटबॉल कहा जाता हैं. फुटबॉल एक आउटडोर खेल हैं. यह खेल दो टीमों के मध्य खेला जाता हैं.

इसमें दोनों टीमों में 11-11 खिलाड़ी होते है. हर टीम का लक्ष्य एक दूसरे के खिलाफ अधिकतम गोल करना होता हैं. इस खेल की अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता 90 मिनट की होती हैं. जिसे 45-45 मिनट के दो भागों में बांटा जाता हैं.

प्रतिद्वन्दी टीम के गोल को रोकने के लिए दोनों पक्षों में एक एक गोलकीपर होता हैं. इस खेल में गोलकीपर को छोड़कर किसी भी अन्य खिलाड़ी को गेंद को हाथ से छूने की अनुमति नहीं होती हैं.

जो टीम दूसरी टीम के खिलाफ अधिक गोल बनाती है, वह टीम जीत जाती हैं. फुटबॉल के खेल को खिलाड़ी उचित ढंग से खेले, खेल के नियमों का पालन करे इसके लिए एक रेफरी और दो लाइनमैन होते हैं. फुटबॉल के नियमों का सख्ती से पालन करना होता हैं.

अब फुटबॉल एक अंतर्राष्ट्रीय खेल बन चुका हैं. हर चार साल बाद वर्ल्ड कप टूर्नामेंट के रूप में विश्व की श्रेष्ठ टीमों इस वर्ल्ड कप में भाग लेती हैं. फीफा वर्ल्ड कप की पिछली चार विजेता टीम 2002 में ब्राजील, 2006 में इटली, 2010 में स्पेन और 2014 में जर्मनी हैं.

नियमित रूप से फुटबॉल खेलने से एकाग्रता बढ़ती हैं, शरीर मजबूत और चुस्त रहता है. इस खेल को लगभग सभी आयुवर्ग के लोग खेल सकते हैं.

विशेषकर विद्यार्थियों को फुटबॉल का खेल जरुर खेलना चाहिए, क्योंकि इससे आपका शारीरिक और मानसिक विकास होता हैं.

फुटबॉल पर निबंध- Essay On Football In Hindi Language 500 In Words

छात्रों के लिए जितना अध्ययन आवश्यक हैं, उतना ही खेलना भी. इससे शारीरिक शक्ति की ही वृद्धि नही होती हैं, अपितु छात्रों की मानसिक शक्ति का भी विकास होता हैं. उनमें संकल्प की द्रढ़ता, संगठन की क्षमता तथा अनुशासनप्रियता बढ़ती हैं.

खेलों के प्रचार और खेलों के प्रति अभिरुचि जाग्रत करने के लिए फुटबॉल मैचों का आयोजन किया जाता हैं. प्रतिवर्ष इंटर स्कूल टूर्नामेंट किये जाते हैं. जिसमें फुटबॉल क्रिकेट आदि के मैच होते हैं.

विद्यार्थी इसमें अपनी अपनी अभिरुचि के अनुसार भाग लेते हैं. विजेता टीम को पुरस्कार के रूप में ट्राफी दी जाती हैं. अन्य अच्छे खिलाड़ियों को भी पुरस्कार मिलता हैं.

मैंने जो मैच देखा वह इंटर कॉलेज टूर्नामेंट का अंतिम मैच था, वह सितम्बर माह के अंतिम सप्ताह में हुआ. यह गवर्नमेंट इंटर कॉलेज बुलन्दशहर तथा अग्रवाल इंटर कॉलेज सिकन्दराबाद के बिच हुआ था. यह मैच रविवार की शाम चार बजे रखा गया था.

शनिवार को ही प्रधानाचार्य को ने कॉलेज में यह सूचना प्रचारित करवा दी थी कि प्रत्येक छात्र को मैच देखने आना हैं. मेरा घर कॉलेज के निकट ही था, अतः मुझे वहां पहुचने में कोई कठिनाई नही हुई.

जो छात्र दूर रहते थे उन्हें भी प्रधानाचार्य जी की आज्ञा से विवश होकर आना पड़ा. 3 बजे हमारे कॉलेज के खिलाड़ियों की टीम कॉलेज के छात्रावास में एकत्रित हुई.

क्रीडाअध्यक्ष जी ने 10-12 मिनट तक खिलाड़ियों को मैच के विषय में कुछ आवश्यक निर्देश दिए. खिलाड़ियों ने अपने अपने कपड़े उतारने शुरू कर दिए और कॉलेज के खेल की पौशाक पहननी आरम्भ कर दी.

धीरे धीरे सभी खिलाड़ी एक से परिवेश में सुसज्जित हो गये, कोई अपनी जाँघों पर हाथ फेर रहा था, कोई अपनी भुजाओं पर. सभी खिलाड़ियों ने खेल के जुते पहन रखे थे.

कई बिना जूते ही खेलना चाह रहे थे. किन्तु क्रीडाअध्यक्ष की इच्छा थी कि वे भी जूते पहनकर ही खेले. अंत में उन्होंने क्रीडाअध्यक्ष की आज्ञा मान ली. अब सभी खिलाड़ी खेलने को पूर्ण रूप से तैयार थे.

सभी खिलाड़ी मैदान की ओर चल दिए, अभी साढ़े तीन ही बजे थी. हमारी टीम से पहले सिकंदराबाद की टीम आ पहुची थी. मैदान के चारों ओर दर्शक जमा होते जा रहे थे. गणमान्य व्यक्तियों के लिए एक ओर कुर्सियां बिछी हुई थी. दो मेजों पर पुरस्कार सजा कर रखे गये थे.

ठीक पौने चार बजे रेफरी ने सिटी बजाई और खेल आरम्भ करवा दिया. दोनों टीम के कैप्टन टॉस करने के लिए रेफरी के पास आ गये. टॉस में सिकन्दराबाद की टीम जीत गई.

इस पर उनके साथ आए हुए कुछ विद्यार्थियों ने ताली बजाकर ख़ुशी प्रकट की. इसके पश्चात दोनों टीम के कैप्टनों ने अपने अपने खिलाड़ियों को यथास्थान पर खड़ा किया.

ठीक चार बजे रेफरी ने फिर एक बार सिटी बजाई और खेल शुरू करवा दिया. उस समय का द्रश्य बड़ा ही मनमोहक था. खेल के मैदान के चारो ओर कोनो कोनो पर रंग बिरंगी झंडियाँ लगी हुई थी. गोल के दोनों स्थली पर जाली और बल्लियों का चौड़ा सा द्वार बना दिया गया था.

मैदान के चारो ओर लाइनों के पीछे विद्यार्थियों की और फुटबॉल के खेल में रूचि रखने वाले नागरिकों की भीड़ लगी हुई थी. आज के पुरस्कार वितरण के लिए सुप्रिड़ेंटेड पुलिस की धर्मपत्नी को आमंत्रित किया गया था.

वे दोनों पति पत्नी आए थे और अन्य गणमान्य दर्शकों के मध्य सौफे पर बैठे हुए खेल का आनन्द ले रहे थे. कॉलेज के गेट के बाहर कई मोटरगाड़ियाँ खड़ी हुई थी. खेल पूरे उत्साह और जोश के साथ हो रहा था. सिकन्दराबाद का गोलकीपर बहुत चुस्त और फुर्तीला था.

इस पर उसके समर्थन में विद्यार्थियों ने बड़ी शिष्टता से करतल ध्वनि की. विपक्ष टीम ने हमारी टीम को दबाना शुरू कर दिया. अब हमारी टीम जी तोड़कर खेल रही थी. लोग कह रहे थे.

अब खेल में जान पड़ी हैं. कुछ क्षणों के पश्चात खेल का आधा समय समाओर हो गया, रेफरी की सिटी सुनकर खेल समाप्त कर दिया गया. खिलाड़ी विश्राम के लिए चल दिए.

सिकंदराबाद के विद्यार्थी गोल करने वाले विद्यार्थी से लिपट गये. उसे गोदी में भरकर उठा लिया. उसने भी अपने खिलाड़ियों को खूब प्रोत्साहित किया. दोनों ओर के खिलाड़ियों को मौसमी और संतरे दिए.

पुरस्कार वितरण से पूर्व एस पी महोदय की धर्मपत्नी ने खेलों के महत्व और उसकी उपयोगिता पर प्रकाश डाला. फिर इस टूर्नामेंट के अधिकारियों को धन्यवाद देते हुए हमारे कैप्टन को ट्रॉफी प्रदान की.

सभी छात्रों ने हर्ष से करतल की ध्वनि की. लगभग 6 बजे हम लोग अपने अपने घर लौटे. दूसरे दिन हमने प्रधानाचार्य जी से मैच जीतने के उपलक्ष्य में एक दिन की छुट्टी प्राप्त की.

मेरा प्रिय खेल फुटबॉल पर निबंध हिंदी भाषा में

हमारा फुटबॉल मैच हीरालाल जैन सैकंडरी स्कूल में हुआ. हमारी टीम के खिलाड़ी भी किसी से कम नही थे. खेल के मैदान ने अपना नया स्वरूप धारण कर रखा था.

रंग बिरंगी झंडियों द्वारा खेल का मैदान सजाया गया था. जगह जगह पर चूने की लाइनें खीची हुई थी. दर्शकों की भीड़ पहले से ही मैदान को घेरे हुए थी. हमारे साथी भी हमें उत्साह दिलाने के लिए वहां पहुचें थे.

टॉस हम लोगों के विरुद्ध पड़ा और हमें सूर्य के सामने की ओर जाना पड़ा. साढ़े पांच बजते ही सीटी बजी और फुटबॉल बिच में रखी गई. हमारे सेंटर फॉरवर्ड ने फुटबॉल को उछालकर किक मारी और खेल आरम्भ हो गया.

जैन स्कूल के खिलाड़ियों ने भरसक प्रयत्न किया, किन्तु आधे समय हाफ टाइम तक कोई भी गोल न हो सका. फिर क्या था स्थान बदलने के बाद ज्यों ही खेल आरम्भ हुआ कि धक्का मुक्की होने लगी. दोनों ओर से खूब तालियाँ पीटी गई.

रेफरी साहब ने कितने ही फाउल दिए, किन्तु धक्केबाजी बंद न हुई, क्रोध में आकर रेफरी ने जैन स्कूल के एक लड़के को आउट दिया. अब तो सब चुप हो गये. समय समाप्त हो गया और दोनों टीमें बराबर रही.

पांच मिनट और बढाए गये, संयोगवश उनके एक खिलाड़ी से पेलंटी हो गई और हमारी किक होते ही गोल हो गया. हमारे आनन्द का पारावार न रहा. हम लोगों ने एक दुसरे को प्रसन्नता से गले गला लिया, नारे लगाए और परस्पर बैठकर नाश्ता किया.

ओलंपिक खेलों में फुटबॉल को कब शामिल किया गया?

फुटबॉल मैदान माप कितना होता हैं, भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान कौन हैं.

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essay on football game in hindi

मेरा प्रिय खेल फुटबॉल पर निबंध – Essay on Football in Hindi

Essay on Football in Hindi

हर किसी का कोई न कोई खेल प्रिय होता है, जिसे खेलकर उसे बहुत आनंद आता है। किसी को क्रिकेट खेलना पसंद होता है तो किसी को फुटबॉल खेलना तो कोई कबड्डी, खो-खो, टेबल टेनिस खेलकर अपना मनोरंजन करते हैं। हर किसी के जीवन में खेलों का खास महत्व होता है।

वहीं स्कूल, कॉलेजों में भी पढा़ई के साथ-साथ बच्चों को खेल के महत्व के बारे में बताया जाता है, क्योंकि खेल-कूद से ही बच्चों का शारीरिक तौर पर विकास होता है, खासकर बास्केट बॉल जैसे आउटडोर गेम बच्चों के शारीरिक विकास में काफी मद्द करते हैं।

वहीं कई बार खेलों के महत्व को समझाने के लिए अध्यापक बच्चों को Mera Priya Khel Football पर निबंध लिखने के लिए कहते हैं, इसलिए हम आपको आज अपने इस लेख में फुटबॉल पर अलग-अलग शब्द सीमाओं के अंदर निबंध उपलब्ध करवा रहे हैं, जिनसे विद्यार्थी अपनी जरूरत के मुताबिक मद्द ले सकते हैं, तो आइए जानते हैं फुटबॉल के बारे में –

Essay on Football

फुटबॉल पर निबंध नंबर 1 (650 शब्द) – Essay on Football 1 (650 Words)

अंतराष्ट्रीय स्तर पर खेले जाने वाला फुटबॉल एक ऐसा खेल है जिसका क्रेज खासकर आज की युवा पीढ़ी में सिर चढ़कर बोलता है। आजकल हर घर में फुटबॉल के प्रति दीवानगी देखने को मिल जाएगी। फीफा वर्ल्ड कप के दौरान जिस तरह से बाजार, दुकानों, बसों और घरों में इसकी चर्चा होती हैं, इससे फुटबॉल खेल की लोकप्रियता का अंदाजा लगाया जा सकता है। महज 90 मिनट के समय में खेले जाने वाला फुटबॉल मैच बेहद रोमांचित और मनोरंजक होता है।

फुटबॉल खेलने से न सिर्फ एक टीम के साथ खेल खेलने से समाजस्य की भावना का विकास होता है, बल्कि अपना शारीरिक क्षमता का प्रदर्शन करने का भी मौका मिलता है।

फुटबॉल की उत्पत्ति के बारे में ऐसा कहा जाता है कि यह खेल चीनी खेल सूजु से विकसित हुआ था, जबकि जापान में फुटबॉल को असुका वंश के लोग खेलते थे। इसके बाद से इस खेल का विस्तार अलग-अलग देशों में होता चला गया और दिन पर दिन इसको पसंद करने वालों की संख्या में इजाफा होता चला गया।

आपको बता दें कि रॉबर्ट ब्राउन स्मिथ ने साल 1878 में फुटबॉल खेल के महत्व को समझते हुए इसके विकास पर एक किताब भी लिखी थी, जो कि लोगों द्धारा काफी पसंद भी की गई थी।

फुटबॉल अक्सर अपनी बढ़ती लोकप्रियता और मैचों की वजह से लोगों के बीच चर्चा का विषय बना रहता है। आपको बता दें कि फुटबॉल का सबसे चर्चित फीफा वर्ल्ड कप या फीफा फेडरेशन इंटरनेशनल ऑफ फुटबॉल एसोसिशन की स्थापना 21 मई साल 1984 में की गई थी, जिसके अध्यक्ष रॉबर्ट गुएरिन को नियुक्त किया गया था।

फीफा में सबसे पहले यूरोप के सात सबसे बड़े देश नीदरलैंड, स्पेन, फ्रांस, बेल्जियम, डेनमार्क, स्विटजरलैंड और स्वीडन ने हिस्सा लिया था और अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया था। इसके बाद अन्य देशों ने भी फुटबॉल की तरफ अपनी रुचि दिखाई और बढ़चढ़ हिस्सा लिया। फीफा वर्ल्ड कप का हर चार साल में आयोजन किया जाता है।

फुटबॉल खेलने से पहले खिलाड़ियों को इस खेल के नियमों के बारे में अच्छे से जान लेना चाहिए, क्योंकि इससे उन्हें अपनी विरोधी टीम से जीत हासिल करने में सफलता मिलेगी और वे इस खेल के दौरान बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे।

आपको बता दें कि इस गेम में दो अलग-अलग टीमें होती हैं, जिसमें हर एक टीम में 11-11 खिलाड़ी होते हैं यानि की फुटबॉल के मैच में कुल 22 खिलाड़ी होते हैं। जिसमें जो टीम ज्यादा गोल बनाती है, वह इस गैम की विजेता टीम घोषित होती है। फुटबॉल को सॉकर के नाम से भी जाना जाता है।

फुटबॉल खेलते समय खिलाड़ी को इस गेम में अपना पूरा ध्यान लगाने की जरूरत होती है, वहीं इससे उन्हें एक जगह पर अपना ध्यान केन्द्रित करने में भी मद्द मिलती है और इस खेल से खिलाड़ियो का तेजी से शारीरिक विकास होता है और उनके अंदर चुस्ती और स्फूर्ति आती है, वे खुद को स्वस्थ और अच्छा महसूस करते है।

आपको बता दें कि फुटबॉल खेलते समय खिलाड़ियों को अपने पहनावे पर भी खास ध्यान देने की जरूरत होती है। ज्यादातर खिलाड़ी फुटबॉल खेलते वक्त शॉटर्स, जूते, मोजे पहनते हैं वहीं इस दौरान किसी भी तरह की ज्वेलरी और घड़ी, चश्मा लगाने की मनाही होती है, जबकि फुटबॉल का जो गोलकीपर होता है, उसकी ड्रेस एकदम अलग होती है, ताकि विरोधी टीम के खिलाड़ी गोलकीपर की पहचान आसानी से कर सके।

फुटबॉल की सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि, इसके अंतराष्ट्रीय मैचों में अधिकतम 3 खिलाड़ियों को बदलने की इजाजत होती है या फिर किसी इमरजेंसी स्थिति में जैसे कि किसी खिलाड़ी के घायल हो जाने पर या किसी गंभीर परेशानी होने पर ही खिलाड़ी बदले जा सकते हैं, अन्यथा फुटबॉल के दौरान ऐसा करने की परमिशन नहीं है।

मेरा प्रिय खेल फुटबॉल No.2 वाला निबंध अगले पेज हैं …..

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  • Essays in Hindi /

खेल का महत्व पर निबंध: जानिए क्यों जरुरी है बच्चों के लिए खेल (Essay on Importance of Sports in Hindi)

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  • Updated on  
  • नवम्बर 22, 2023

खेल का महत्त्व

प्रगतिशील और आधुनिक बनने के दौड़ में हम अपने स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहे हैं। खेल का महत्व जैसे हम भूलते जा रहे हैं। आज के बच्चे मोबाइल, लैपटॉप और वीडियो गेम्स से ही खेलते हैं। परंतु खेल का महत्व बच्चों की बढ़ती ग्रोथ के साथ जानना आवश्यक है। खेल जितना स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है, उतना ही खेल का महत्व पढ़ाई में भी है। अक्सर परीक्षाओं में तथा प्रतियोगी परीक्षाओं में खेल का महत्व पर निबंध लिखने को कहा जाता है। खेल के महत्व को समझाने के लिए तथा खेल के महत्व पर निबंध जो कि एक महत्वपूर्ण तथा पूछे जाने वाला विषय है, उसके बारे में छोटे और बड़े निबंध नीचे दिए जा रहे हैं। आइए देखते हैं हमारे जीवन में खेल का क्या महत्व हैI

This Blog Includes:

  • खेल का महत्व (Essay on Importance of Sports in Hindi)

खेल के महत्व पर निबंध 200 शब्दों में

खेल का महत्त्व पर निबंध (600 शब्द), खेल के महत्व पर निबंध 800 शब्दों में.

  • विद्यार्थी जीवन में खेल का महत्व (Essay on Importance of Sports in Hindi)

खेल के महत्व पर स्लोगन

  • खेल के महत्व पर कविता (Essay on Importance of Sports in Hindi)

खेल के महत्व पर सुविचार

खेल में करियर, खेल में करियर विकल्प, खेलों के प्रकार, मौसम के आधार पर विभाजित , आदर्श खिलाड़ी के गुण, खेल का महत्व ( essay on importance of sports in hindi ).

खेल का हमारे जीवन में क्या महत्व है इसके बारे में हम बचपन से सुनते आए हैं और इसलिए स्कूल कॉलेज में अलग से स्पोर्ट्स टाइम दिया जाता है। इतना ही नहीं घर पर कई बार मम्मी भी बच्चों को डांटती रहती है कि थोड़ा बाहर जाके खेलों सारा दिन में घर में टीवी देखते हो।

अब मैं खेल के महत्व की बात करूँ तो शरीर और दिमाग काे विकसित करने के लिए खेल महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसके साथ खेल आपके तनाव को भी दूर करता है। खेल आपके कंसन्ट्रेशन को बनाए रखने के लिए अच्छा है। इतना ही नहीं खेल आपकी नौकरी लगने में भी मदद करते हैं।

स्वामी विवेकानंद ने अपने देश के नवयुवकों को कहा था-“मेरे नवयुवक मित्रों। बलवान बनों। तुमको मेरी यह सलाह है। गीता को पढ़ने के बदले युवकों को फुटबॉल खेलना चाहिए।” इस कथन से स्पष्ट है कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास संभव है और शरीर को स्वस्थ तथा मजबूत बनाने के लिए खेल अनिवार्य है। मनोवैज्ञानिकों का मत है कि मनुष्य की खेलों में रुचि स्वाभाविक है। इसी कारण बच्चे खेलों में अधिक रुचि लेते है। पी.साइरन ने कहा है- ‘अच्छा स्वास्थ्य एवं अच्छी समझ जीवन के दो सर्वोत्तम वरदान हैं।’ इन दोनों की प्राप्ति के लिए जीवन में खिलाड़ी की भावना से खेल खेलना आवश्यक है। खेलने से शरीर को बल, माँस-पेशियों को उभार, भूख को तीव्रता आलस्यहीनता तथा मलादि का शुद्धता प्राप्त होती है। खेल खेलने से मनुष्य को संघर्ष करने की आदत लगती है। जीवन की जय-पराजय को आनंदपूर्ण ढंग से लेने की महत्त्वपूर्ण आदत खेल खेलने से ही आती है। खेल हमारा भरपूर मनोरंजन करते हैं। खिलाड़ी हो अथवा खेल प्रेमी दोनों को खेल के मैदान में एक अपूर्व आनंद मिलता है।

खेल के महत्व पर निबंध 400 शब्दों में

आज हर व्यक्ति को अपने स्वास्थ्य की चिंता है। वह चाहता है कि स्वस्थ रहकर जीवन बिताएं। स्वस्थ रहने के लिए व्यायाम, योग, प्राणायाम, संतुलित पोषक-आहार आदि तो महत्वपूर्ण घटक हैं ही, इसके अलावा खेल बहुत महत्वपूर्ण है। जीवन में खेलकूद का भी उतना ही महत्व है, जितना कि पढ़ाई-लिखाई का। खेलकूद न केवल छात्रों का मनोरंजन करते हैं अपितु उनके स्वास्थ्य को भी उत्तम बनाते हैं। यदि बच्चे प्रसन्न और स्वस्थ रहेंगे तो पढ़ाई लिखाई की ओर भी ध्यान देंगे। खेल के अंतर्गत शरीर बहुत अधिक परिश्रम करता है, परिणामस्वरूप अधिक मात्रा में ऑक्सीजन शरीर के अंदर जाती है। यही ऑक्सीजन हमारे रक्त को शुद्ध करती है तथा भोजन को पचाने में सहायता करती है। जिसने खेलों को महत्व दिया है वह सदैव प्रसन्न, स्वस्थ तथा मजबूत रहता है, उसमें आत्मविश्वास रहता है, नेतृत्व की क्षमता उत्पन्न होती है, इच्छाशक्ति सदैव बलवती रहती है, संगठन की शक्ति का अहसास होता है। अत: खेल स्वास्थ्य का पर्याय है। स्वस्थ युवक खेल-सामग्री के अभाव में भी खेल सकता है। कई परिवार अपने स्तर को ऊंचा बनाए रखने के लिए बच्चों के खेल के विभिन्न साधन घर में ही जुटा कर उन्हें वहाँ कैद रखना चाहते हैं, जिसकी वजह से  सामूहिक खेलों से बच्चे वंचित रह जाते हैं। आज के अधिकतर बच्चे कंप्यूटर पर अकेले वीडियो गेम खेलते रहते हैं। ऐसे खेलों से मानसिक अभ्यास तो हो जाते हैं, किंतु शारीरिक अभ्यास नहीं हो पाते हैं। थकान के बाद शीतल छाया में बैठकर सामान्य भोजन में भी जैसे आनंद की अनुभूति होती है, वैसे आनंद की अनुभूति रोगग्रस्त शरीर को विविध प्रकार के व्यंजनों में भी नहीं होती है। अतः जब बालक रुचि से खेलता है, तो उसकी पाचन-शक्ति बढ़ती है और उसे ज़ोर की भूख लगती है। ऐसे में किए गए भोजन का बिना किसी चूर्ण या पुड़िया प्रयोग किए पचना और शरीर का बलिष्ठ होना, ये सभी प्रक्रियाएँ स्वचालित यंत्र की तरह पूर्ण हो जाती हैं । ऐसे बालकों के लिए कभी चिकित्सकों की आवश्यकता नहीं पड़ती है। इस प्रकार खेल एक और लाभ अनेक हैं।  वही राष्ट्र विकसित या सामर्थ्यवान बन पाता है, जिस देश का युवक स्वस्थ होता है। यह तभी संभव है जब प्रत्येक नागरिक अपनी लाख व्यस्तताओं के बावजूद खेल के लिए समय निकाले।

डिजिटल इंडिया पर निबंध (Essay on Digital India)

लोगों द्वारा आकस्मिक या संगठित भागीदारी के माध्यम से की जाने वाली प्रतिस्पर्धी खेल गतिविधियों को हम खेल कह सकते हैं। यह सभी की शारीरिक क्षमता और कौशल को सुधारने और बेहतर बनाए रखने में मदद करता है। यह प्रतिभागियों के लिए मनोरंजन का एक तरीका है। खेल वास्तव में सभी के द्वारा विशेषरुप से बच्चों द्वारा पसंद किए जाते हैं हालांकि, ये उनके लिए विभिन्न तरीकों से हानि भी पहुँचा सकते हैं। यह – खेल: चरित्र और स्वास्थ्य निर्माणबच्चों को आसानी से घायल कर सकता है या अध्ययन से भटका सकता है। फिर भी, बच्चे अपने मित्रों के साथ खेलने के लिए बाहर जाना पसंद करते हैं।

यदि हम इतिहास पर नजर डालें तो हम देखते हैं कि, खेलों को प्राचीन समय से ही बहुत अधिक महत्व दिया जा रहा है। आधुनिक समय में, अन्य मनोरंजन बढ़ाने वाली चीजों, जैसे- विडियो गेम, टीवी आदि की वृद्धी और प्रसिद्धी के कारण जीवन में खेलों की माँग कम हो रही है। यद्यपि, यह भी सत्य है कि, खेल बहुत से देशों के द्वारा सांस्कृतिक गतिविधियों की तरह माने जाते हैं, इसलिए हम कह सकते हैं कि, भविष्य में खेल और स्पोर्ट्स का प्रचलन कभी खत्म नहीं होगा।

खेल गतिविधियों को स्कूल और कॉलेजों में विद्यार्थियों के अच्छे शारीरिक, मानसिक स्वास्थ्य और पेशेवर भविष्य के लिए अनिवार्य कर दिया गया है। खेल उन सभी के लिए, जो इनमें पूरी लगन के साथ शामिल होता के लिए भविष्य में अच्छा कैरियर रखते हैं। यह विशेषरुप से विद्यार्थियों के लिए बहुत ही लाभदायक है क्योंकि, यह शारीरिक और मानसिक विकास को सहायता प्रदान करता है। वे लोग जो खेलों में अधिक रुचि रखते हैं और खेलने में अच्छे हैं, वे अधिक सक्रिय और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। वे कार्यस्थल पर बेहतर अनुशासन के साथ ही नेतृत्व के गुणों को विकसित कर सकते हैं।

शारीरिक समन्वय और ताकत

यह माना जाता है कि, खेल और ताकत एक ही सिक्के के दो पहलु हैं। यह सत्य है कि, खेल में भागीदारी करने वाले एक व्यक्ति के पास सामान्य व्यक्ति (जो व्यायाम नहीं करता हो) से अधिक ताकत होती है। खेलों में रुचि रखने वाला व्यक्ति महान शारीरिक ताकत विकसित कर सकता है और किसी भी राष्ट्रीय या अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के खेल में भागीदारी करने के द्वारा अपना भविष्य उज्ज्वल कर सकता है। खेल प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने, शारीरिक समन्वय बनाए रखने, शरीर की ताकत को बढ़ाने और मानसिक शक्ति में सुधार करने में मदद करता है।

चरित्र और स्वास्थ्य निर्माण

नियमित आधार पर खेल खेलना एक व्यक्ति के चरित्र और स्वास्थ्य निर्माण में मदद करता है। यह आमतौर पर देखा जा सकता है कि, युवा अवस्था से ही खेल में शामिल रहने वाला एक व्यक्ति, बहुत ही साफ और मजबूत चरित्र के साथ ही अच्छे स्वास्थ्य को विकसित करता है। खिलाड़ी बहुत अधिक समय के पाबंद और अनुशासित होते हैं, इस प्रकार, हम कह सकते हैं कि, खेल राष्ट्र और समाज के लिए विभिन्न मजबूत और अच्छे नागरिक प्रदान करता है।

खेल आमतौर पर, एक दूसरे पर विजय प्राप्त करने की कोशिश के साथ दो प्रतिस्पर्धी टीमों के बीच एक प्रतियोगिता के रूप में खेला जाता है।खेल और स्पोर्ट्स के विभिन्न प्रकार होते हैं, जिन्हें हम घर के बाहर खेलते हैं उन्हें आउटडोर (मैदानी खेल) खेल कहते हैं, वहीं जो घर के अन्दर खेले जाते हैं उन्हें इनडोर खेल कहा जाता है। दोनों में से एक प्रतिभागी विजेता होता है, वहीं दूसरा हारता है। खेल वास्तव में सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण गतिविधि है, विशेषरुप से बच्चों और युवाओं के लिए क्योंकि यह शरीर को स्वस्थ और तंदरुस्त रखता है।

खेल का महत्व पर 800 शब्दों में निबंध नीचे दिया जा रहा है :

संकेत बिंदु-

  • खेलों का महत्व 
  • खेलकूद और स्वास्थ्य
  • सच्चे खिलाड़ी का कर्तव्य 

खेल का महत्व

मानव संसार का सबसे महत्वपूर्ण प्राणी है। अन्य प्राणियों की अपेक्षा मानव में सोचने-समझने, चिंतन करने की शक्ति अधिक है, परंतु मस्तिष्क का एकांगी विकास किसी काम का नहीं है। मस्तिष्क के विकास के साथ-साथ शारीरिक शक्ति का होना भी आवश्यक है। ‘शरोरामायं खलु धर्मसाधनम्’ अर्थात् शरीर कर्तव्य पालन का पहला साधन है। कालिदास का यह कथन पूर्णत: सत्य है। जीवन की पहली आवश्यकता स्वस्थ शरीर ही है। अच्छे स्वास्थ्य के अनेक साधन हैं जैसे-व्यायाम, खेलकूद, जिम्नास्टिक आदि। व्यायाम तथा जिम्नास्टिक से शरीर स्वस्थ तो अवश्य रहता है, परंतु न तो इनसे मनोरंजन होता है और न ही शरीर के स्वस्थ बनने के अतिरिक्त इसका कोई अन्य लाभ है। साथ ही ये दोनों साधन नीरस हैं। इसके विपरीत खेलों से व्यायाम के साथ-साथ मनोरंजन भी होता है। यही कारण है कि विद्यार्थियों की रुचि व्यायाम की अपेक्षा खेलकर में अधिक होती है। वे खेलकूद में भाग लेकर अपना स्वास्थ्य ठीक रखते हैं स्वामी दयानंद सरस्वती ने कहा था- “मजबूत आत्मा और पक्के मन का मंदिर शरीर कल्पना में भी कैसे कच्चा हो सकता है?” खेलकूद स्वास्थ्य-रक्षा का निःशुल्क साधन है। स्वामी विवेकानंद जी ने स्वास्थ्य का मस्तिष्क पर प्रभाव के विषय में अपने विचार स्पष्ट रूप से व्यक्त किए थे “स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है। “ खेलों से स्वास्थ्य तो ठीक रहता ही है इनसे मनुष्य का चारित्रिक और आध्यात्मिक विकास भी होता है। खेलकर से पुष्ट और स्फूर्तिमय शरीर ही मन को स्वस्थ बनाता है। खेलकूद मानव मन को प्रसन्न और उत्साहित बनाए रखते हैं। खेलों से नियम पालन के स्वभाव का विकास होता है और मन एकाग्र होता है। खेल में भाग लेने से खिलाड़ियों में सहिष्णुता,धैर्य और साहस का विकास होता है तथा सामूहिक सद्भाव और भाईचारे की भावना बढ़ती है। खेलकूद अप्रत्यक्ष रूप से आध्यात्मिक विकास में भी सहायक होते हैं ये जीवन संघर्ष का मुकाबला करने की शक्ति प्रदान करते है। खेलकूद से एकाग्रता का गुण आता है जिससे अध्यात्म साधना में मदद मिलती है। सच्चा खिलाड़ी हानि लाभ, यश अपयश सफलता असफलता को समान भाव से ग्रहण करने का अभ्यस्त हो जाता है। खेलों में भाग लेने से तन मन की शक्ति के साथ-साथ हमारा आत्मविश्वास भी बढ़ता है। तन-मन से स्वस्थ आत्मविश्वासी व्यक्ति के लिए जीवन में कोई भी काम करना कठिन नहीं होता। मनुष्य अकेले किसी भी खेल को नहीं खेल सकता। दो या दो से अधिक व्यक्ति ही किसी खेल को खेल सकते हैं। मिलकर खेलने से हमारा दूसरे खिलाड़ियों में परिचय बढ़ता है। हमें मिलकर काम करने की आदत पड़ती है। मिलकर खेलने में व्यक्तिगत हार-जीत नहीं रहती। हार का दुःख तथा जीत की खुशी साथी खिलाड़ियों में बंट जाती है। खेल में जीत के लिए आवश्यक है कि खिलाड़ी व्यक्तिगत यश के लिए न खेले। वह अन्य खिलाड़ियों के साथ सहयोग से खेले। इस प्रकार खेलों से टीम भावना तथा सहकारिता की भावना से काम करने को शिक्षा स्वयंमेव मिलती रहती है।  अच्छे खिलाड़ियों को खेलने के लिए अपने स्कूल के अतिरिक्त दूसरे स्कूलों में, अपने नगर के अतिरिक्त दूसरे नगरों में, अपने प्रदेश के अतिरिक्त दूसरे प्रदेशों में यहाँ तक कि अपने देश के अतिरिक्त दूसरे देशों में भी जाना पड़ता है। इससे उसके ज्ञान का विस्तार होता है। हमें दूसरे देशों की सभ्यता-संस्कृति,भाषा,खान-पान,रहन- सहन आदि को देखने समझने का अवसर प्राप्त होता है। अधिकतर खेल घर से बाहर निकलकर प्रकृति के खुले आँगन में खेले जाते हैं। इससे खुली हवा का आनंद भी मिलता है। खेलों में बच्चे, बूढ़े, युवक सभी आयु वाले भाग ले सकते हैं। खेल दो प्रकार के हैं- एक वे जो घर में बैठकर खेले जा सकते हैं या किसी हॉल में जैसे-शतरंज, लूडो, केरमबोड,टेबल टेनिस आदि। दूसरे प्रकार के खेल वे है जो घर से बाहर खुले स्थानों और मैदानों में खेले जाते हैं जैसे-हॉकी, क्रिकेट, बॉलीबॉल, फुटबॉल, लोन टेनिस, कबड्डी आदि। घर में खेले जाने वाले खेलों से केवल मनोरंजन होता है। इन से मन मस्तिष्क का व्यायाम तो हो जाता है, परंतु शरीर का व्यायाम नहीं होता। शारीरिक व्यायाम तो मैदान में खेले जाने वाले खेलों से ही होता है। आज संसार के सभी देशों ने खेल के महत्व को समझ लिया है, इसलिए खेलों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। स्कूलों,कॉलेजों में खेलों पर अधिक खर्च किया जाने लगा है। अब हर स्तर पर खेलों का महत्व समझाने के लिए खेलों का आयोजन होने लगा है। इससे न केवल खिलाड़ियों बल्कि देखने वालों और सुनने वालों का भी मनोरंजन होता है। इससे जीवन रसमय बन जाता है। खेल के मैदान में खिलाड़ियों से अधिक उत्साह दर्शकों में दिखाई देता है। विदेशों में खेल के महत्व को समझते हुए खेल पर बहुत ध्यान दिया जाता है। बड़े दुर्भाग्य की बात है कि हमारे देश में सरकार खेलों पर उतना ध्यान नहीं देती जितना देना चाहिए। इस प्रकार हम देखते हैं कि खेलों में भाग लेकर खिलाड़ी अपना स्वास्थ्य तो ठीक रखते ही है साथ ही अपने विद्यालय, कार्यालय तथा देश का नाम भी उज्ज्वल करते हैं।

विद्यार्थी जीवन में खेल का महत्व ( Essay on Importance of Sports in Hindi )

पुराने समय से ही खेल का महत्व है । विद्यार्थी जीवन में अनुशासन , पढ़ाई का जितना महत्व है उतना ही महत्व खेल खुद का भी हैं । ये पूरा दिन कक्षा में बैठे बैठे पढ़ाई करने से बॉडी का Posture ख़राब हो जाता हैं । खेल खुद बॉडी का Posture मेन्टेन रखने में मददगार साबित होता हैं । पहले जब  बच्चे जब गुरुकुल में शिक्षा ग्रहण करने जाते थे। तो उनकेपढ़ाई के साथ-साथ अनेक प्रकार के खेल भी खिलाये जाते थे। जिससे अपने दिमाग के साथ तन की भी स्वस्थ रख सके । एक विद्यार्थी बचपन से प्रेरणा लेकर खेलना शुरू करता हैं । आज कल न सिर्फ लड़के बल्कि लडकिय भी बढ़ -चढ़ कर हिस्सा लेती है । खेल खुद आपके दिमाग को रिफ्रेशमेंट देता है जिससे विद्यार्थी अच्छे से अपना ध्यान केन्द्रित कर पाते हैं । ये कंसंट्रेशन बढ़ाने में भी मदद करता हैं । जो विद्यार्थी बचपन से खेल खुद में भाग लेते हैं उनके शरीर का विकास आचे तरीके से होता हैं । विद्यार्थियों के अन्दर खेल भावना जगाती है। इससे वो एकजुटता, लीडरशिप की भावना जगाती है ।ये मानसिक रूप से विद्यार्थियों को टफ बनाती है और खेल को खेल की तरह देखना चाहिए चाहे जीत हो या हार उसे खुले दिल से एक्सेप्ट करना चाहिए । 

खेल का महत्व

खेल का महत्व और उस पर लिखे गए नारे इस प्रकार हैं:

  • खेल-कूद द्वारा होता है स्वास्थ्य का निर्माण, जरुरी है खेल क्योंकि स्वास्थ्य है जीवन का प्राण।
  • खेलों का महत्व समझती हैं नानी-दादी, इसीलिए उस जमाने में खेलने की थी आज़ादी।
  • जैसे-जैसे हो रहा है खेल-कूद की प्रवृति का लोप, वैसे-वैसे दिख रहा है रोगो का स्वास्थ्य पर कोप।
  • जिंदगी की सबसे बड़ी जीत उन चीजों से ऊपर उठ जाना हैं जिसे हम कभी बहुत ज्यादा महत्व देते थे।
  • कभी भी हार को दिल पे मत लगाये और हार कर घर पर मत बैठ जाये, क्युकी कभी कभी एक अच्छा खिलाडी भी 0 पे आउट हो जाता हैं।
  • जिंदगी की सबसे बड़ी जीत उन चीज़ों से ऊपर उठना है जिन्हें हम अभी  बहुत ज्यादा महत्त्व देते हैं। 
  • मैं उस खिलाडी से नहीं डरूँगा जिसने 50 कलाएं सीख ली हैं, बल्कि उस खिलाडी से डरूंगा जो एक ही कला की 50 बार प्रैक्टिस करता है। 
  • खेल आपको स्वस्थ तो बनाते ही हैं इसके साथ करियर बनाने का भी एक बेहतर विकल्प है। 

खेल के महत्व पर कविता ( Essay on Importance of Sports in Hindi )

खेल का महत्व और लिखी कविता इस प्रकार है:

खेलों की दुनिया का जादू, खेल हमें सिखलाते आओ बच्चों आज तुम्हे मैं, एक बात बतलाऊं खेलों का कितना महत्त्व है? यह तुमको समझाऊं खेलों से सब कुछ मिल सकता, हमको हँसते गाते खेल… खेल-खेल में सारे बच्चे, सेहत खूब बनाते उछल कूद कर मस्ती करते, जीवन का सुख पाते यह आनंद बिना पैसे का, हम खेलों से पाते खेल.. खेल खेलने से ही बच्चों, खेल भावना आती खेल-खेल में जीवन के सब, बिगड़े काम बनाती हार जीत से उपर उठ कर, हम आदर्श बनाते खेल… रुपया-पैसा, धन-दौलत सब, खेलों से मिल जाता सचिन घुमा कर अपना बल्ला, लाखों लाख कमाता नाम और धन पाकर दोनों, फूले नहीं समाते खेल… खेलों की दुनिया का जादू, खेल हमें सिखलाते

खेल का महत्व और उसपे कुछ बेहतरीन सुविचार इस प्रकार हैं:

  • शिक्षा के अलावा आपको अच्छे स्वास्थ्य की आवश्यकता है और उसके लिए आपको खेल खेलना चाहिए। कपिल देव
  • “जिंदगी की सबसे बड़ी जीत उन चीजों से ऊपर उठ जाना हैंजिसे हम कभी बहुत ज्यादा महत्व देते थे…”
  • खेल में अपना प्रर्दशन इस प्रकार दिखाओ की सामने वाली विरोधी टीम का प्रत्येक खिलाड़ी आपके लिए तालियां बजाने लग जाये।
  • अपनी एक हार से इतना भी निराश मत होईये मौके और भी आएंगे जीतने के लिए, इसलिए अपना अभ्यास जारी रखे।
  • एक अच्छा खिलाड़ी कभी भी अपना मनोबल नीचे  नहीं गिरने देता है।
  • अगर आप भी स्पोर्ट्स में अपना कर्रिएर बनाना चाहते हैं, तो सबसे पहले खुद को परिश्रमी बनाना आवश्यक हैं।
  • अगर स्कूलों में खेलो को बढ़ावा नहीं दिया जायेगा, तो कोई भी देश एक बेहतर खिलाड़ी की खोज नहीं कर पायेगा।

खेल का महत्व और उससे होने वाले लाभों के बारे में नीचे बताया गया है-

  • खेल से व्यक्ति का शारीरिक और मासिक विकास होता है बच्चे  बड़ो की उपेक्षा चीजों पर जल्दी कंसन्ट्रेट कर पाते हैं।
  • खेल बच्चों में टीम स्पिरिट की भावना बढ़ाता है और उन्हें इसमें अपना नाम कैसे देख सकते हैं यह भी सिखाता है जो उन्हें आगे चलकर कई तरीकों से लाभ पहुंचाता है।
  • शारीरिक गतिविधियों में बॉडी स्ट्रेच करते हैं जिससे हमारी हमारी शायद बनावट भी बनी रहती है। ज्यादा से ज्यादा बच्चों को खेल और योगा के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।
  •  खेल अपने जीवन में धैर्य कैसे बनाया जाए यह सकते हैं क्योंकि हर गेम उतार चढ़ाव आते हैं जिसमें धैर्य की भूत आवश्यकता होती है साथ ही धूप गर्मी पसीना इन सब समस्याओं से भी आप अपने धैर्य के साथ लड़ सकते हैं।
  •  खेलकूद हमारे व्यक्तित्व के विकास में बहुत बड़ा योगदान देता है जिससे इन में शारीरिक मानसिक क्षमता में बढ़ोतरी करता है।

खेल का महत्व में अब जानिए कि खेल में क्या क्या करियर संभावनाएं हैं :

पढ़ोगे-लिखोगे तो बनोगे नवाब, खेलोगे-कूदोगे तो होगे खराब। पहले ये कहावत बहुत प्रचलित थी  l लेकिन बदलते दौर के साथ हर कोई मुझे बड़ा होगा अपना करियर बनाना चाहता है। आज के समय में आप खेल में अपना एक बेहतरीन करियर बना सकते हैं जहां को एक अच्छी सैलरी मिलती है। खेल मैं कैरियर बनाना कई लोगों को लगता है के खेल में करियर बनाना सिर्फ एथलीट या किसी एक खेल में अच्छा परफ़ॉर्मर तक सीमित नहीं है  इसमें कई तरह की जॉब हैं जिनमें आपको  आपको एथलेटिक होने की जरुरत नहीं है । खेल में  हर किसी के लिए अवसर ही अवसर है। अब हम ये कह सकते है की-  खेलोगे-“कूदोगे तो होगे नवाब।”

खेल में करियर विकल्प कुछ इस प्रकार हैं:

  • खेल कमेंटेटर या एंकर – इनका काम कोच और प्लेयर्स का इंटरव्यू देना होता है यह लाइव रेडियो या टेलीविजन में आपको मुख्य भूमि निभाते हुए नजर आएंगे। इसके लिए आपको खेल की अच्छी जानकारी के साथ-साथ उसमें अच्छा अनुभव भी होना चाहिए।
  • खेल फोटोग्राफर – खेल आयोजन के दौरान खेल फोटोग्राफर फोटो खींचते हैं। खेल फोटोग्राफर फ्रीलांसरों के रूप में काम कर सकते हैं । एक खेल फोटोग्राफर के रूप में आप विभिन्न खेल आयोजनों की फोटो को कैप्चर कर सकते हैं। खेल फोटोग्राफरों को एक्शन को अच्छी क्वालिटी में कैप्चर करने के लिए रेफ्लेक्सेस अच्छे होने चाहिए ।
  • खेल राइटर- खेल लेखक का काम होता है खेल से जुड़ी ख़बरें या आर्टिकल, ब्लॉग लिखना। जो ऑनलाइन वेब मीडिया तथा अखबारों के लिए लिखते है। आज इस क्षेत्र में भी बहुत सारे विकल्प मौजूद है और अच्छी खासी सैलरी भी मिलती है।
  • फिटनेस डाइरेक्टर-  जो कि व्यक्तिगत या सामूहिक रूप में फिटनेस एक्टिवीटी का ध्यान रखते है। जिसमें फिटनेस फेसिलिटी, होटल कॉर्पोरेशन भी शामिल है। 
  • खेल अंपायर – क्रिकेट की अंपायरिंग करने के लिए जाने जाते हैं। वहीं रेफरी फुटबॉल, टेनिस, हॉकी इत्यादि मैच में होते हैं। अंपायर के पास फील्ड में कोई भी निर्णय लेते हैं । वह जो भी निर्णय लेता है दोनों टीमों के खिलाड़ियों को उसे स्वीकारना ही होता है। इसमें थर्ड अंपायर भी होता है जो फील्ड अंपायर के डिसिशन बदल सकता हैं 
  • खेल कोच- आप कोच के लिए अप्लाई कर सकते है ।जिसके लिए आपके पास थोडा अनुभव होना चाहिए क्युकी इसमें कम्पटीशन काफी होता है । एक अच्छा कोच अपन खिलाडियों का मागदर्शन करता है ।

खेल का महत्व

खेलों के प्रकार नीचे बताए गए हैं-

  • शारीरिक खेल -जिनमें  शारीरिक क्षमताओं का विशेष प्रदर्शन करते है उसे शारीरिक खेल कहा जाता है।जैसे – क्रिकेट, खो- खो, कबड्डी, क्रिकेट , बैडमिंटन आदि। 
  • मानसिक खेल -जिन खलों में मानसिक क्षमताओं का विशेष प्रदर्शन किया जीता है उसे मानसिक खेल कहा जाता है। जैसे  – चैस, सुडोकू, केरम्, पासा, बकरी– बाघ खेल आदि। 
  • मशीनी खेल – मशीनी खेल उस खेल को कहा जाता है जिसमें मानसिक क्षमताओं के साथ उपकरणों का उपयोग किया जाता है!
  • ऑनलाइन खेल – ये खेल वाइड रेंज में पाए जाते है । इन्हें लैपटॉप, मोबाइल, टेबलेट पर खेला जाता है। आज कल के दौर में इसका प्रचलन बढ़ रहा है।

मौसम के आधार पर इन्हें समर विंटर गेम्स दो तरह  के खेला जाता हैं। 

  • समर गेम्स – जिस खेल को गर्मियों के महीने में खेला जाता है उसे समर गेम्स कहते हैं जैसे नौकायन आदि।
  • विंटर गेम्स – जिस खेल को सर्दियों के महीने में खेला जाता है उसे विंटर गेम्स कहते हैं जैसे आइस हॉकी तथा आइस स्केटिंग आदि।

खेल को इंडोर और आउटडोर खेल में भी बांटा गया हैं।

ये ऐसे खेल हैं जिन्हें आप घर में बैठ कर अपने परिवार या प्रियजनों के साथ खेल सकता है। जिससे आपका मनोरंजन होगा और एक दूसरे के साथ समय भी बिता सकते हैं। आइए देखें इंडोर खेल के उदहारण –

  • राजा मंत्री चोर सिपाही – इसमें चार किरदार है राजा,मंत्री,चोर, सिपाही।इसमें 4 चिट बनाई जाती हैं ।इसमें सबसे ज्यदा पॉइंट्स राजा, फिर मंत्री, फिर सिपाही और अंत में चोर आता हैं।
  • सांप-सीढ़ी- इसमें एक बोर्ड, गोटियों और डाइस की मदद से खेला जाता है। बोर्ड में 1 से 100 तक अंक होते है और डाइस में 1 से 6 तक के नंबर होते हैं, जहाँ बीच-बीच में सांप के चित्र होते हैं। डाइस में जितना नंबर आता है, उतने ही नम्बर चलना होता है। सांप के मुंह में गोटी कट मानी जाती है और वो नीचे उस बॉक्स में वापस चली जाती है, जहां सांप की पूंछ होती है। 
  • चैस (शतरंज)- चैस का खेल मानसिक रूप से दिमाग को मजबूत बनाने का खेल है है। इसमें एक चैस बोर्ड और मोहरे होती है।

जिसे हम घर से बाहर खेलते हैं, जिससे हमारा मानसिक और शारीरक विकास होता है। ये तरों ताज़ा रहने में भी मदद करता है – आए देखे कुछ आउटडोर खेल –

  • फुटबॉल – फुटबॉल दुनिया हर देश में खेलता है। इसमें 11 खिलाड़ियों की आवश्यकता होती है। इसमें बॉल को फुटबॉल नाम से जाना जाता है।
  • क्रिकेट – क्रिकेट खेल में 11 खिलाड़ी होते है। ये कई देशों में खेला जाता हैं। भारत क्रिकेट खेल का क्रेज सबसे ज्यादा हैं। इसे बेट और बॉल का उपयोग करके खेला जाता है। इसमें एक अंपायर होता है जो इसके सारे निर्णय लेता है और सबको वो मानाने पड़ते है। महिला और पुरुष दोनों की टीम खेलती है। 
  • हॉकी – हॉकी खेल में खिलाड़ियों की संख्या 11 होती है। ओलंपिक में हॉकी खेली जाती है। महिला और पुरुष दोनों की टीम खेलती है। इस खेल में हॉकी स्टिक और बॉल होती है।
  • टेनिस – टेनिस खेल में दो या दो से अधिक लोग खेलते है। इस खेल को सिंगल या डबल में खेला जाता है। इसमें टेनिस रैकेट और बॉल होती है।
  • बैटमिंटन- बैडमिंटन रैकेट से खेला जाने वाला एक खेल है जिसमें शटलकॉक को नेट पर हिट करने के लिए रैकेट का उपयोग किया जाता है। 
  • कबड्डी – कबड्डी भारत में दूसरा सबसे लोकप्रिय खेल है । यह भारत और पाकिस्तान (भारतीय उपमहाद्वीप) का मूल खेल है। भारत में लोग प्राचीन काल से कबड्डी खेलते और देखते आ रहे हैं।
  • कुश्ती- कुश्ती, जिसे पहलवानी के नाम से भी जाना जाता है, भारत के सबसे पुराने खेलों में से एक है। इस खेल में शारीरिक बल मायने रखता है।

Sachin Tendulkar

एक अच्छा खिलाड़ी सदैव अपने खेल के प्रति समर्पित रहता है। वो अपना , परिवार और देश का नाम रोशन करने का हर मुमकिन प्रयाश करते हैं। वह एक अच्छा लीडर होना चाहिए जो अपनी टीम को लीड करे। उसके एक पॉजिटिव सोच वाला होना चाहिए ताकि वो टीम को कॉन्फिडेंस दिला सके। उसे अपना मन शांत रखने की कला में निपुण होना चाहिए ताकि विपरीत परिस्तिथि में सयम बना सकते। एक अच्छे खिलाड़ी को विनम्र होना चाहिए ताकि वो अपने टीम में एक अच्छा वातावरण बना सके। उसके अन्दर खेल भावना होनी चाहिए ताकि वो हार या जीत को दिल से न लगाए। किसी भी अच्छे खिलाड़ी को इच्छा, अपने उत्साह और शरीर  में तालमेल बनाए रखें। उसे हमेशा अपने अभ्यास में कंसिस्टें होना चाहिए क्योंकि “Practice Makes a Man Perfect”

बैक स्ट्रोक

राहुल द्रविड़

रोहित शर्मा

बिलियर्ड्स में

साक्षी मलिक

आशा करते हैं कि आपको खेल का महत्व का ब्लॉग अच्छा लगा होगा। ऐसे ही अन्य महत्वपूर्ण और रोचक ब्लॉग पढ़ने के लिए Leverage Edu  के साथ बने रहिए।

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रश्मि पटेल विविध एजुकेशनल बैकग्राउंड रखने वाली एक पैशनेट राइटर और एडिटर हैं। उनके पास Diploma in Computer Science और BA in Public Administration and Sociology की डिग्री है, जिसका ज्ञान उन्हें UPSC व अन्य ब्लॉग लिखने और एडिट करने में मदद करता है। वर्तमान में, वह हिंदी साहित्य में अपनी दूसरी बैचलर की डिग्री हासिल कर रही हैं, जो भाषा और इसकी समृद्ध साहित्यिक परंपरा के प्रति उनके प्रेम से प्रेरित है। लीवरेज एडु में एडिटर के रूप में 2 साल से ज़्यादा अनुभव के साथ, रश्मि ने छात्रों को मूल्यवान मार्गदर्शन प्रदान करने में अपनी स्किल्स को निखारा है। उन्होंने छात्रों के प्रश्नों को संबोधित करते हुए 1000 से अधिक ब्लॉग लिखे हैं और 2000 से अधिक ब्लॉग को एडिट किया है। रश्मि ने कक्षा 1 से ले कर PhD विद्यार्थियों तक के लिए ब्लॉग लिखे हैं जिन में उन्होंने कोर्स चयन से ले कर एग्जाम प्रिपरेशन, कॉलेज सिलेक्शन, छात्र जीवन से जुड़े मुद्दे, एजुकेशन लोन्स और अन्य कई मुद्दों पर बात की है। Leverage Edu पर उनके ब्लॉग 50 लाख से भी ज़्यादा बार पढ़े जा चुके हैं। रश्मि को नए SEO टूल की खोज व उनका उपयोग करने और लेटेस्ट ट्रेंड्स के साथ अपडेट रहने में गहरी रुचि है। लेखन और संगठन के अलावा, रश्मि पटेल की प्राथमिक रुचि किताबें पढ़ना, कविता लिखना, शब्दों की सुंदरता की सराहना करना है।

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Essay On Football for Students and Children

500+ words essay on football.

Essay On Football- Football is a game that millions of people around the world play and love. It can be called a universal game because every small and big nation plays it.

Moreover, it’s a great relaxer, stress reliever, teacher of discipline and teamwork . Apart from that, it keeps the body and mind fit and healthy. It’s a team game that makes it a more enjoyable game as it teaches people the importance of sportsmanship. Leadership, and unity .

Essay On Football

History of Football

The history of football can be traced back to the ancient times of the Greeks. Everyone knows that the Greeks were great sportsmen and have invented many games.

Football happens to one of them. A similar game like football is played in many countries but the latest version of football that we knew originates in England. Likewise, England formulated the first rule of the game. From that day onwards the football has progressed in ways we can’t imagine.

Importance of Football

Football is an important game from the point of view of the spectator as well as the player. This 90 minutes game is full of excitement and thrill.

Moreover, it keeps the player mentally and physically healthy, and disciplined. And this ninety-minute game tests their sportsmanship, patience, and tolerance.

Besides, all this you make new friends and develop your talent. Above all, it’s a global game that promotes peace among countries.

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How to Learn Football

Learning any game is not an easy task. It requires dedication and hard work. Besides, all this the sport test your patience and insistence towards it. Moreover, with every new skill that you learn your game also improves. Above all, learning is a never-ending process so to learn football you have to be paying attention to every minute details that you forget to count or missed.

Football in India

If we look at the scenarios of a few years back then we can say that football was not a popular game in except West Bengal. Also, Indians do not take much interest in playing football. Likewise, the All India Football Federation (AIFF) has some limited resources and limited support from the government.

essay on football game in hindi

But, now the scenario has completely changed. At this time football matches the level of cricket in the country. Apart from that, the country organizes various football tournaments every year.

Above all, due to the unpopularity of football people do not know that we have under-17 and under-23, as well as a football team.

Football Tournaments

The biggest tournament of Football is the FIFA world cup which occurs every 4 years. Apart from that, there are various other tournaments like UEFA cup, Asian Cup (AFC), African completions (CAF) and many more.

To conclude, we can say that football is very interesting that with every minute takes the viewer’s breath away. Besides, you can’t predict what’s going to happen the next second or minute in football. Apart from all this football keeps the one playing it fit and healthy. Above all, it can be a medium of spreading the message of peace in the world as it is a global game.

{ “@context”: “https://schema.org”, “@type”: “FAQPage”, “mainEntity”: [{ “@type”: “Question”, “name”: “What are soccer and rugby?”, “acceptedAnswer”: { “@type”: “Answer”, “text”: “Soccer is another name of the world-famous game Football. While on the other hand, rugby is an American version of Football in which they carry the rugby ball in their hands.” } }, { “@type”: “Question”, “name”: “Is football a dangerous or safe game?”, “acceptedAnswer”: { “@type”: “Answer”, “text”:”For school students and youngsters it’s a much safer game as compared to professionals. Because professionals can suffer from injuries and can cost them their careers. But overall football is a dangerous game.”} }] }

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खेलों का महत्व पर निबंध | Essay on Importance of Games in Hindi

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खेलों का महत्व पर निबंध | Essay on Importance of Games in Hindi!

”पढ़ोगे लिखोगे बनोगे नवाब, खेलोगे कूदोगे होओगे खराब”- यह कहावत आज निराधार हो गई है । माता-पिता आज जान गए है कि बच्चों के मानसिक विकास के साथ शारीरिक विकास भी होना चाहिए ।

व्यक्ति का सम्पूर्ण जीवन तन और मन रूपी गाड़ी से चलता है । व्यायाम, खेल शारीरिक विकास करते हैं तथा शिक्षा, चिन्तन-मनन से व्यक्ति का मानसिक विकास होता है । खेल के अनेक रूप हैं- कुछ खेल बच्चों के लिए होते हैं, कुछ बड़ों के लिए, कुछ बड़ों के लिए, कुछ वृद्धों के लिए होते हैं । कुछ खेलों को खेलने के लिए विशाल मैदानों की आवश्यकता नहीं होती ।

लेकिन उन में मनोरंजन और बौद्धिक विकास अवश्य होते हैं जैसे- कैरम बोर्ड, शतरंज, सांप-सीढ़ी, लुडो, ताश आदि । ‘स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क का विकास होता है ।’ जो बच्चे केवल पढ़ना ही पसन्द करते हैं खेलना नहीं, देखा जाता है कि वे चिड़चिड़े आलसी या डरपोक हो जाते हैं, यहां तक कि अपनी रक्षा करने में असमर्थ रहते हैं ।

जो पढ़ने के साथ-साथ खेलों में भी भाग लेते हैं वे चुस्त और आलस्य रहित होते हैं । उनकी हड्‌डियां मजबूत और चेहरा कान्तिमय हो जाता है, पाचन-शक्ति ठीक रहती है, नेत्रों की ज्योति बढ़ जाती है, शरीर वज्र की तरह हो जाता है । छात्र जीवन में केवल खेलते या पढ़ते ही नहीं रहना चाहिए अपितु उद्देश्य होना चाहिए खेलने के समय खेलना और पढ़ने के समय पढ़ना- ”Work while Your you work, play while you play”.

मनुष्य को जो पाठ शिक्षा नहीं सिखा पाती वह खेल का मैदान सिखा देता है । जैसे- खेल खेलते समय अनुशासन में रहना, नेता की आज्ञा का पालन करना, खेल में जीत के समय उत्साह, हारने पर सहिष्णुता तथा विरोधी के प्रति प्रतिरोध का भाव न रखना, अपनी असफलता का पता लगने पर जीतने के लिए पुन: प्रयत्न करना आदि सिखाता है ।

ADVERTISEMENTS:

बच्चों की किशोरावस्था से ही उनकी रुचि के खेल खेलने देने चाहिए । उनकी कोमल भावनाओं को कुचलना नहीं चाहिए । उन्हें संघर्ष के लिए तैयार करना चाहिए । जिससे भविष्य में उन्हें खेलों में विजय और यश मिले, विश्व रिकॉर्ड बनाकर, अपना और देश का गौरव बढ़ाए । नेपोलियन को हराने वाले सेनापति नेलसन ने कहा था कि मेरी विजय का समस्त श्रेय किशोरावस्था के खेल के मैदान को है- “The war of Waterloo was won in the fields of Eton”

स्कूल और कॉलेजों के खेलों में नाम कमाकर ही राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय खेलों में छात्र पहुंच पाता है । पी.टी. ऊषा ने आठवीं कक्षा से दौड़ना प्रारम्भ किया था और अन्तर्राष्ट्रीय खेलों में देश का और अपना गौरव बढ़ाया । गांव और शहरों के खेलों में भी अन्तर है ।

गाँव के बच्चे गुल्ली डण्डा, कबड्‌डी जैसे खेल पसन्द करते हैं, वहीं शहरों में क्रिकेट, बैडमिन्टन, टेबल टेनिस जैसे खेल लोकप्रिय हैं । बढ़ती हुई आबादी के साथ खेल के मैदान कम होते जा रहे हैं । गाँवों की खाली जगह खेती में और शहरों की खाली जगह ऊंची-ऊंची इमारतें बनाने में चली जाती हैं ।

बड़ी-बड़ी कम्पनियां अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त खिलाड़ियों को अपनी कम्पनियों में कर्मचारियों के रूप में नियुक्त कर उन्हें खेलने की पूर्ण सुविधाएं प्रदान करती हैं । खिलाड़ी के लिए खेल का मैदान बड़ा और वातावरण हवादार होना चाहिए । उसे हरी सब्जियों, दूध, फल आदि का सेवन करना चाहिए, स्वच्छ जल और स्वच्छ वातवरण में रहना चाहिए ।

भारत सरकार खेल में प्रसिद्धि पाने वाले खिलाड़ी को ‘अर्जुन पुरस्कार’ और उसके गुरु को ‘द्रोणाचार्य पुरस्कार’ से सम्मानित करती है । यह शरीर ईश्वर की देन है । इसे स्वस्थ रखना हमारा कर्त्तव्य है । इसकी सुरक्षा के लिए खेल, व्यायाम और शिक्षा आवश्यक है । स्वस्थ व्यक्ति ही इस संसार के सुखों का उपभोग करता हुआ आत्मविश्वासी और प्रसन्न रहता है ।

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मेरा पसंदीदा खेल पर निबंध (My Favourite Game Essay in Hindi)

खेल हमारे शरीर और दिमाग को कसरत कराने का सबसे अच्छा तरीका है। खेल हमारे अन्दर खेलने, जीतने या प्रतिस्पर्धा करने का एक विचार लाते हैं। खेल हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। खेल खेलकर हम बहुत कुछ सीखते और अपना मनोरंजन भी करते हैं। हम में से प्रत्येक के पास खेलों के विभिन्न विकल्प हैं। हम में से कुछ इनडोर खेल खेलना पसंद करते हैं जबकि कुछ बाहरी खेल खेलने में रुचि रखते हैं। खेलने से हमारे शरीर और दिमाग के स्वास्थ्य और फिटनेस को प्राप्त करने में मदद मिलती है।

मुझे उम्मीद है, मेरे द्वारा अलग-अलग शब्द सीमा में प्रदान किये गए ये निबंध आपको अपने पसंदीदा खेल के बारे में बेहतर जानकारी देने में मदद करेंगे।

मेरा पसंदीदा खेल पर लघु और दीर्घ निबंध (Short and Long Essays on My Favourite Game in Hindi, Mera Pasandida Khel par Nibandh Hindi mein)

निबंध 1 (250 शब्द) – मेरा पसंदीदा खेल बैडमिंटन है.

खेल हमारे मन और शरीर के विकास में बेहद ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। खेलों के साथ अध्ययन एक व्यक्ति को समग्र विकास की ओर ले जाता है। हम देख सकते हैं कि स्कूलों में भी टाइम टेबल में एक सप्ताह के दौरान दो या तीन गेम की अवधि होती है, जिसमें पढ़ाई के साथ खेलों की आवश्यकता पर भी ध्यान दिया जाता है। खेल खेलने से हम स्वस्थ और तंदुरुस्त होते हैं।

खेल जो मैं खेलता हूँ

आमतौर पर मैं इंडोर खेल जैसे अपने घर पर कैरम, शतरंज और लूडो, आदि खेलता हूँ। मेरी बहनों के साथ इन खेलों को खेलना घर पर मेरा पसंदीदा टाइम-पास है। कभी-कभी हम मैच जीतने के बाद कुछ उपहार या जीत की कीमत भी तय करते हैं।

मेरा पसंदीदा खेल बैडमिंटन है

तमाम सभी खेलों में मेरा पसंदीदा खेल बैडमिंटन है। यह सर्दियों के दिनों की बात थी जब मेरी माँ हमें सुबह जल्दी उठकर टहलने और पढ़ाई करने के लिए बुलाती थी। चूंकि मैं सुबह पढ़ाई नहीं कर सकता था इसलिए मैंने सुबह बैडमिंटन खेलने का फैसला किया। यह मेरे लिए खुद को स्वस्थ रखने का एक बेहतरीन व्यायाम साबित हुआ। मुझे मूड स्विंग की भी समस्या है और इस खेल ने मुझे काफी सुकून दिया।

चूंकि मुझे बैडमिंटन खेलने का अच्छा अभ्यास हो गया था, इसलिए मुझे अपने स्कूल की बैडमिंटन टीम में चुन लिया गया। बैडमिंटन खेलने के बाद मैं काफी ऊर्जावान महसूस करता हूं। कई बार मैंने अपने स्कूल की तरफ से खेला था और मुझे पुरस्कार भी मिले हैं। इस खेल के लिए मेरा एक क्रेज था और इसलिए मैं अपने दोस्तों के साथ खेलने के लिए समय पर बैडमिन्टन कोर्ट पहुंच जाता था।

फिटनेस के लिए खेल आवश्यक हैं। जब हम आउटडोर गेम खेलते हैं, तो वे हमें फिट बनाते हैं और हमारी मांसपेशियों को बेहतर व्यायाम कराते हैं।

निबंध 2 (400 शब्द) – मेरा पसंदीदा खेल हॉकी है

यह कहा जाता है कि एक बच्चे या एक व्यक्ति के समग्र विकास के लिए, मन और शरीर को फिट और स्वस्थ होना आवश्यक है। खेल खेलने से हमें शरीर और दिमाग की फिटनेस हासिल करने में मदद मिलती है। हमने देखा है कि कई लोगों ने खेलों में अपना सफल करियर भी बनाया है। कई लोग ऐसे होते हैं जिन्हें नियमित रूप से खेल खेलने की आदत होती है। अध्ययन और अन्य कार्यों की तरह खेल भी हमारे लिए आवश्यक हैं।

मेरा सबसे अच्छा – प्रिय खेल

मैं शतरंज, कैरम और बास्केटबॉल जैसे कई खेल खेलता हूं। लेकिन, जो खेल मुझे सबसे ज्यादा पसंद है वह है हॉकी। हॉकी एक ऐसा खेल है जो हमें अंत तक बांधे रखता है। इस खेल को खेलने के दौरान ध्यान देने और केन्द्रित होने की आवश्यकता होती है। यह खेल दो टीमों के बीच खेला जाता है। दोनों टीमें प्रतिद्वंदियों की तरफ गोल करने के लिए खेलती हैं। मुझे टेलीविजन पर हॉकी मैच देखना भी बहुत पसंद है। हमने अपने मोहल्लों में आयोजित कई मैचों के लिए खेला है।

हॉकी के खेल में दो टीम होती हैं और प्रत्येक टीम में 11 खिलाड़ी होते हैं। सभी खिलाड़ी गोल करने की भावना के साथ खेलते हैं। वे विपक्षी टीम में गोल करने के लिए गेंद को मारते हैं। यह खेल घास के मैदान पर खेला जाता है। 11 खिलाड़ियों वाली एक एकल टीम में 10 खिलाड़ी बीच मैदान पर और एक खिलाड़ी गोलकीपर के रूप में गोल बचाने के लिए होता है। टीम के खिलाड़ियों को स्कोर बनाने के लिए गेंद को विपरीत टीम की ओर ले जाना पड़ता है। खिलाड़ी गेंद को हाथों या पैरों से नहीं छू सकते हैं, उन्हें केवल अपनी छड़ी का इस्तेमाल करना होता है। सिर्फ गोलकीपर ही गेंद को हाथ-पैर आदि से छू सकता है। पूरे खेल के दौरान रेफरी का निर्णय अंतिम होता है। गलतियों पर खिलाडी और यहाँ तक कि टीम को भी दंडित किया जाता है।

हॉकी – भारत के राष्ट्रीय खेल के रूप में और इसकी वर्तमान स्थिति

हॉकी एक अंतर्राष्ट्रीय खेल है और यह दुनियाभर में खेला जाता है। यह भारत का राष्ट्रीय खेल है। हमारे देश में भी हॉकी के कई बेहतरीन खिलाड़ी हैं। हमारे देश की टीम ने हॉकी में ओलंपिक पदक और कई अन्य ट्रॉफी जीते हैं।

यह बताना वाकई बेहद दुखद है कि इस खेल की वृद्धि और प्रसिद्धि कई वर्षों से कम हुई है। हॉकी के खेल को भारत में अन्य खेलों जैसे क्रिकेट की तरह कोई समर्थन नहीं मिलता है। हमारे देश में इस खेल के विकास की ओर कोई ध्यान नहीं देता है। यहाँ तक कि हमारे पास उम्मीदवारों की सहायता और प्रशिक्षण के लिए बेहतर सुविधाएं और खेल के मैदान भी नहीं हैं। चूँकि इस खेल का इतना अच्छा इतिहास था और यह हमारा राष्ट्रीय खेल भी है, इसलिए इसके प्रति सरकार का समर्थन होना चाहिए।

खेल हमारी दिनचर्या का हिस्सा होना चाहिए। मुझे हॉकी खेलना पसंद है और यह मेरे मूड को तरोताजा करने में काफी ज्यादा मदद करता है। भारत में हर वर्ष, एक महान हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद की जयंती पर उनके सम्मान में राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जाता है।

Essay on My Favourite Game

निबंध 3 (600 शब्द) – मेरा पसंदीदा खेल: क्रिकेट

खेल हमारे जीवन के प्रत्येक स्तर पर महत्वपूर्ण हैं। छोटे बच्चे खेलों से कई चीजें सीखते हैं। वे खेल खेलते समय अपनी कल्पना और सोच को सामने रखते हैं और चीजों को गहराई तक जाकर सीखते भी हैं। बच्चों के लिए खेल खेलना महत्वपूर्ण है क्योंकि यह बच्चे की वृद्धि और विकास में मदद करता है। यह व्यक्तित्व विकास में भी मदद करता है। कई बच्चे खेलने के गुण वाले कुछ प्रतिभाओं के साथ ही पैदा होते हैं, लेकिन उनकी प्रतिभा को एक वाहक के रूप में बनाने के लिए अभ्यास की आवश्यकता होती है।

क्रिकेट – मेरा पसंदीदा खेल

मैं बास्केटबॉल, कैरम, शतरंज और खो-खो जैसे कई खेल खेलता हूं। मैं जिस खेल को खेलना और देखना पसंद करता हूँ वो क्रिकेट के अलावा और कोई दूसरा खेल नहीं है। सचिन तेंदुलकर और विवियन रिचर्ड्स मेरे पसंदीदा क्रिकेटर हैं। मैं बचपन से ही अपनी कॉलोनी में क्रिकेट खेलता था। चूँकि मैं छोटा था इसलिए मुझे क्षेत्ररक्षण का काम दिया जाता था। हालाँकि मैं इस खेल को खेलने में बहुत अच्छा नहीं था, फिर भी मुझे यह खेल खेलना और देखना सबसे दिलचस्प लगता है।

हमारी गर्मियों की छुट्टियों के दौरान यह एक पसंदीदा टाइमपास था। हमने अपना ज्यादातर समय खेलने या अपने मौके का इंतजार करने में बिताया। इस खेल को लेकर कई झगड़े भी शुरू हो जाते थे क्योंकि हम लोग खेलने के दौरान जोर से चिल्लाते थे या गेंद मारकर खिड़की के शीशे को तोड़ देते थे।

ज्यादातर लोग इस खेल के शौकीन होते हैं, और जब भारत और पाकिस्तान के बीच मैच होता तो हर कोई पूरा मैच ख़त्म होने तक टेलीविजन से चिपका रहता था। जब मुझे अपनी उच्च पढ़ाई पूरी करने के लिए कॉलेज में प्रवेश मिला, तो मैंने अपनी कॉलेज टीम के साथ खेलना शुरू कर दिया। टीम का कप्तान क्रिकेट खेलने में बहुत प्रतिभाशाली और अच्छा था। मैंने उससे कई चीजें सीखीं। बाद में मेरा अपने कॉलेज की क्रिकेट टीम में चयन हो गया और कॉलेज के अंदर ही अन्य टीमों के साथ मैच भी खेला। मैं फील्डिंग और गेंदबाजी में काफी अच्छा था।

खेल के बारे में

क्रिकेट एक ऐसा खेल है जिसमें दो टीमें होती हैं, जिनमें से प्रत्येक टीम में ग्यारह खिलाड़ी होते हैं। कुछ अतिरिक्त खिलाड़ी भी होते हैं जो मुख्य खिलाड़ी के खेलने के दौरान चोटिल या खेलने में असमर्थ होने की स्थिति में उनकी जगह लेते हैं। मैच शुरू होने से पहले, कप्तानों द्वारा एक टॉस किया जाता है और टॉस जीतने वाली टीम यह तय करती है कि उसे पहले गेंदबाजी करनी है या फिर बल्लेबाजी।

बल्लेबाजी करने वाली टीम गेंदों को हिट करके रन बनाती हैं, जो उसके खिलाडियों को विकेट की ओर फेंका जाता है। बॉलिंग टीम बैटिंग टीम के सदस्यों को रन बनाने से रोकती है। अन्य खिलाड़ी क्षेत्ररक्षण में शामिल रहते हैं। मैदान पर किसी भी घटना के बारे में निर्णय अंपायर द्वारा किया जाता है। खेल जिस पिच पर खेला जाता है वो 22 गज (20 मीटर) लंबा होता है।

आमतौर पर, हम सड़क, खेल के मैदान और स्टेडियम में लोगों और बच्चों को खेलते देखते हैं। पूरी दुनिया में लोग क्रिकेट खेलना और देखना काफी पसंद करते हैं। इससे विभिन्न पीढ़ियों में क्रिकेट के प्रति प्रेम का पता चलता है।

क्रिकेट से मूल्यवान जीवन सबक

हर खेल हमें कुछ मूल्यवान सबक देता है जिसे हम अपने जीवन में लागू कर सकते हैं। असल में, हम अपने जीवन में हर एक चीज से सीखते हैं। खेल खेलना हमें सिखाता है और हमारे गुणों को बढ़ाता है। कुछ मूल्यवान चीजें जिन्हें हम प्राप्त करते हैं, उन्हें मैंने यहाँ नीचे सूचीबद्ध किया गया है :

  • हमारी नाकामियों से सीखने का एक सबक देता है।
  • हमें एक स्वस्थ्य प्रतियोगिता की भावनाओं से भरता है। यह हमारे स्कूल, नौकरी या जीवन के अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्टता हासिल करने में हमारी मदद करता है।
  • हमें सही और गलत के बीच अंतर का एहसास कराता है।
  • हमें सिखाता है कि अभ्यास और कड़ी मेहनत हमारी असफलता से बाहर आने में हमारी मदद करते है।
  • हमारे आत्मविश्वास को बढ़ाने में मदद करता है और जो गलत है उसके लिए आवाज उठाता है।
  • लक्ष्य प्राप्त करने की जिम्मेदारी के साथ टीम वर्क में एकता के साथ काम करने के लाभों को शामिल करता है।
  • खेल खेलने से योजना और रणनीति बनाने की क्षमता बढ़ती है।

मुझे क्रिकेट खेलना पसंद है क्योंकि यह मेरे शरीर को फिट रखने में मेरी मदद करता है। मुझे अपने मनोरंजन के साधन के रूप में भी अलग अलग तरह का खेल खेलना पसंद है। हमें वीडियो या मोबाइल गेम खेलने के साथ-साथ आउटडोर गेम्स भी खेलने चाहिए, क्योंकि आउटडोर गेम्स खेलने से स्टैमिना बनाने में मदद मिलती है।

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मेरा प्रिय खेल पर निबंध (Essay on my favourite Game in Hindi) - Cricket, Kabaddi निबंध यहाँ देखें

मेरा प्रिय खेल पर निबंध (Essay on my favourite Game in Hindi) : आज के युग में छात्रों पर ऑफलाइन से लेकर ऑनलाइन पढाई का बहुत अधिक तनाव होता है, ऐसे में खेल ही है जो उन्हें इस तनाव से मुक्ति दिला सकता है। घर में मोबाइल, टीवी या कंप्यूटर पर अपना अधिक समय व्यतीत करने के इस दौर में खेलों का महत्व जीवन में और भी बढ़ गया है। खेल-कूद केवल मनोरंजन ही नहीं अपितु हमारे सर्वांगीण विकास का एक माध्यम भी हैं। साथ ही कई बार परीक्षा में भी मेरा प्रिय खेल पर निबंध हिंदी में लिखने (Essay on my favourite Game in Hindi) के लिए कहा जाता है, ऐसे में मेरा प्रिय खेल पर निबंध आपको आपके प्रिय खेल के बारे में जानकारी देने के साथ साथ खेलों के महत्व को भी अच्छी प्रकार से समझने में सहायता प्रदान करेगा। हिंदी में पत्र लेखन सीखें ।

मेरा प्रिय खेल पर निबंध (Essay on my favourite Game in Hindi) - प्रस्तावना

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मेरा प्रिय खेल पर निबंध (Essay on my favourite Game in Hindi) - Cricket, Kabaddi निबंध यहाँ देखें

मेरा प्रिय खेल पर निबंध (Essay on my favourite Game in Hindi) एक ऐसा विषय है जिस पर प्रश्न हर छात्र से कभी न कभी तो पूछा ही जाता रहा है। कभी किसी परीक्षा में अच्छे अंकों के लिए मेरा प्रिय खेल पर निबंध (Essay on my favourite Game in Hindi) लिखने को कह दिया जाता है, तो कभी सर्दी या गर्मियों की छुट्टियों में होमवर्क के तौर पर मेरा प्रिय खेल पर निबंध (Essay on my favourite Game in Hindi) लिखने को कह दिया जाता है। इसके अलावा कभी-कभी तो रिश्तेदारों के सामने अभिभावक ही बच्चों से मेरा प्रिय खेल पर निबंध (Essay on my favourite Game in Hindi) लिखने या मेरा प्रिय खेल पर विचार व्यक्त करने को कह देते हैं। कुछ ऐसे भी छात्र होते हैं जिनकी हिंदी बेहतर नहीं होती है, ऐसे में उन्हें मेरा प्रिय खेल पर निबंध (Essay on my favourite Game in Hindi) तैयार करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। हालांकि हम उम्मीद करते हैं कि मेरा प्रिय खेल पर निबंध (Essay on my favourite Game in Hindi) विशेष इस लेख के माध्यम से उनकी इससे जुड़ी सभी समस्याओं का समाधान हो जाएगा।

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आज के युग में जब हम अपना अधिकतर समय पढाई पर केंद्रित करने का प्रयास करते नजर आते हैं और साथ ही अपना ज़्यादातर समय ऑनलाइन रह कर व्यतीत करना पसंद करते हैं, ऐसे में हमारे जीवन में खेलों का महत्व कई गुना बढ़ जाता है। खेल-कूद हमारे लिए केवल मनोरंजन का साधन ही नहीं, अपितु हमारे सर्वांगीण विकास का एक माध्यम भी हैं। हमारे जीवन में खेल उतना ही जरुरी है जितना पढाई करना। आज के युग में मानव जीवन में शारीरिक कार्य की तुलना में मानसिक कार्य में बढ़ोतरी हुई है तथा इस वजह से ही हमारी जीवन शैली भी बदल गई है, हम रात को देर से सोते हैं और साथ ही सुबह देर से उठते हैं। यह दिनचर्या स्वास्थ्य के लिए बिल्कुल भी अच्छी नहीं है और साथ ही कार्य या पढाई की वजह से मानसिक तनाव में भी वृद्धि हुई है। ऐसी स्थिति में जब हमारे जीवन में शारीरिक परिश्रम अधिक नहीं है, तो हमारे जीवन में खेलो का महत्व बहुत अधिक बढ़ जाता है।

खेल हमारे शारीरिक तथा मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत आवश्यक और उपयोगी है। यह मूलतः हमारे सर्वांगीण विकास का भी एक साधन है क्योंकि इससे हमारा केवल शारीरिक ही नहीं अपितु मानसिक भी विकास होता है। हम इसके माध्यम से चीजों, समस्याओं, परिस्थितयों को नए प्रकार से देखना सीखते हैं। साथ ही यह हमारे भीतर जीतने की भावना का भी सूत्रपात करते हैं। हमारे प्रदर्शन को बेहतर बनाने की अभिवृति को भी प्रोत्सहित करते हैं। इस लेख में मेरा प्रिय खेल पर निबंध हिंदी में (Essay on my favourite Game in Hindi) लिखा गया है, जिसकी मदद से आप बेहतर तरीके से मेरे प्रिय खेल पर हिंदी में निबंध लिखना सीख पाएंगे, इसलिए आपको इस लेख को पूरा पढ़ने की सलाह दी जाती है।

मेरा प्रिय खेल क्रिकेट पर हिंदी में निबंध - (essay on my favourite game cricket in Hindi)

वैसे तो दुनियाभर में बहुत तरह के खेल मौजूद हैं, लेकिन इनमे से कुछ घर में बैठ कर ही खेले जाते हैं, जैसे चेस, कैरम, लूडो, वीडियो गेम आदि। ऐसे खेल इनडोर गेम कहलाते हैं। वहीं कुछ खेल घर के बाहर यानी मैदान या पार्क में खेले जाते हैं जैसे क्रिकेट, फूटबाल, हॉकी, रग्बी, कबड्डी आदि, जोकि आउटडोर खेल कहलाते हैं। वैसे तो मैं यह सभी खेल खेलता हूँ परन्तु इनमें से मेरा सबसे प्रिय खेल क्रिकेट है। यह खेल मुझे बहुत पसंद है। यह खेल हमारे देश में भी सबसे अधिक पसंद किया जाता है। इस खेल को लेकर हमारे देश में अलग ही तरह का जूनून है। जब यह खेल हमारी टीम यानी भारतीय टीम खेलती है, तो वह कैसा प्रदर्शन कर रही है यह जानने की इच्छा हर देशवासी के मन में रहती है।

मेरा प्रिय खेल क्रिकेट पर हिंदी में निबंध (essay on my favourite game cricket in Hindi) - मेरे प्रिय खेल क्रिकेट का प्रारूप (फॉर्मेट)

मेरे प्रिय खेल यानी क्रिकेट के तीन फॉर्मेट लोकप्रिय हैं, जिसमें से पहला टेस्ट मैच है जो कि पांच दिवसीय होता है, इसमें 2 इनिंग्स प्रत्येक टीम को खेलने के लिए दी जाती है। इसके बाद एक दिवसीय मैच होता है जो कि अधिक लोकप्रिय है। इसमें प्रत्येक टीम को 50 ओवर खेलने होते है। इसके अलावा टी20 आज के समय में सबसे ज्यादा लोकप्रिय है। इस फॉर्मेट में प्रत्येक टीम को 20 ओवर खेलने का अवसर दिया जाता है।

मेरे प्रिय खेल क्रिकेट में दो टीम्स खेलती हैं और प्रत्येक टीम में ग्यारह खिलाड़ी होते हैं। मेरे प्रिय खेल क्रिकेट की शुरुआत टॉस के साथ होती है जो यह टॉस जीतता है उसे निर्धारित करने का अवसर दिया जाता है कि वह बल्लेबाजी करेगा या गेंदबाजी। जो टीम सबसे अधिक रन बनाती है, उसे विजेता घोषित कर दिया जाता है। मेरा प्रिय खेल विश्व भर में पसंद किया जाता है। जब दो देशों के मध्य मैच होता है, तो इस दौरान हर कोई अपने अपने देश के जीतने की कामना करता है।

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माना जाता है कि मेरे प्रिय खेल क्रिकेट की शुरुआत इंग्लैंड से हुई थी तथा पहला अंतर्राष्ट्रीय मैच 16 वीं शताब्दी के बाद खेला गया था। सबसे पहला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच 1844 में संयुक्त राज्य अमरीका और कनाडा के बीच हुआ। यह मैच न्यू जर्सी में खेला गया था। पहली बार प्रमुख अंग्रेज़ी पेशेवरों की टीम विदेश दौरे 1859 में रवाना हुई थी और पहली अंग्रेज़ी टीम ने वर्ष 1862 में ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया था। इंग्लैंड पर्यटन टीम ने पूर्ण ऑस्ट्रेलियाई एकादश के विरुद्ध दो मैच ऑस्ट्रेलिया में 1877 में खेले, इन्ही टेस्ट मैचों से अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट की शुरुआत मानी जाती है।

भारत ने वर्ष 1932 में अपना पहला टेस्ट क्रिकेट इंग्लैंड के विरुद्ध खेला था। आज भारत इस खेल में 2 बार विश्वविजेता बन चुका है, पहली बार वर्ष 1983 में कपिल देव की कप्तानी में तथा उसके 28 वर्ष बाद वर्ष 2011 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में। इसके अलावा भारत, महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में ही पहले टी-20 विश्व कप, जो कि साल 2007 में आयोजित किया गया था, का विजेता बन चुका है।

कबड्डी का खेल मुख्य रूप से भारतीय उपमहाद्वीप में खेला जाता है। यह खेल भारत के साथ-साथ बांग्लादेश, नेपाल भूटान, पाकिस्तान, में भी खेला जाता है। बांग्लादेश में तो इसे राष्ट्रिय खेल का दर्जा प्राप्त हैं। ‘कबड्डी’ का नाम मूल रूप से उत्तर भारत में बोला जाता है, दक्षिण में इसे चेदुगुदु कहते है और पूर्व भारत में इसे हु तू तू कहते हैं।

कबड्डी में मूल रूप से 12 खिलाडी होते हैं जिसमें से सात खिलाडी कोर्ट में मौजूद होते हैं और 5 खिलाड़ी रिजर्व में होते हैं। यह एक कोर्ट में खेला जाता है जिसके मध्य में एक रेखा इसे विभक्त करती है, कबड्डी महासंघ के अनुसार यह कोर्ट 13X10 मीटर का होता है। कबड्डी की शुरुआत टॉस के साथ की जाती है, जो कप्तान टॉस जीतता है उसे कोर्ट की साइड चुनने और पहले रेड करने का मौका दिया जाता है।

साइड चुनने के बाद एक टीम का रेडर दूसरी टीम में रेड करने जाता है, यानी वह कबड्डी कबड्डी बोलते हुए दूसरी टीम के पाले में जाता है और दूसरी टीम के खिलाडियों को छूने का प्रयास करता है, जिसमे दूसरी टीम के स्टॉपर अर्थात खिलाडी उसे अपने आप को न छूने देने और उसे पकड़ने का प्रयास करते है, यदि रेडर खिलाडी को छु लेता है और अपने पाले में वापिस आ जाता है तो उसे एक अंक मिलता है और यदि स्टॉपर, रेडर को रोक लेते हैं तो उन्हें एक अंक प्राप्त होता है, यह खेल 20-20 मिनट के दो भागो में खेला जाता है, अंत में जो टीम सबसे अधिक अंक अर्जित कर लेती है उसे विजेता घोषित कर दिया जाता है।

कबड्डी का सबसे पहला विश्व कप वर्ष 2004 में आयोजित किया गया था, भारत इस खेल में पांच बार का विश्व विजेता है। इसे पिछले कुछ वर्षो में एशियाई खेलों में भी स्थान दिया गया है जिसकी वजह से जापान और उत्तर कोरिया जैसे देशो में इसकी लोकप्रियता बढ़ रही है।

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हमारे जीवन में खेलों के बहुत लाभ है यह हमें शारीरिक क्षमता प्रदान करते हैं, यह हमारी सहनशक्ति, हमारी प्रतिभा का भी विकास करते हैं। हमें जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण प्रदान करने का कार्य भी करते हैं। एक टीम में रहकर किस प्रकार से कार्य किया जाता है, इसकी शिक्षा मेरे प्रिय खेल के माध्यम से ही मिलती है जो जीवन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।

प्रत्येक वस्तु का सकरात्मक प्रभाव होने के साथ साथ नकारात्मक प्रभाव भी होता ही है। मेरे प्रिय खेल का हमारे जीवन में नकारात्मक प्रभाव भी है। हम इसी में व्यस्त होकर अपने अन्य कार्यो को हानि पहुंचा सकते है। जब हमारी टीम का मैच होता है तो लोग अपना कार्य छोड़ कर मैच देखने और उसकी चर्चा करने में मग्न हो जाते है। बच्चे अपनी पढाई छोड़ कर मेरे प्रिय खेल क्रिकेट का मैच देखने में व्यस्त हो जाते है जिससे उनकी पढाई की हानि होती है।

मेरा प्रिय खेल पर निबंध हिंदी में (Essay on my favourite Game in Hindi) लिखने का तरीका इस लेख में बताया गया है, इसके अतिरिक्त अगर आप संक्षेप में मेरा प्रिय खेल पर निबंध हिंदी 10 लाइन, 15 लाइन या 20 लाइन में लिखना चाहते हैं तो नीचे दिए गए बिंदुओं की सहायता ले सकते हैं।

मेरा प्रिय खेल पर निबंध हिंदी 20 लाइन में - वैसे तो मैं बहुत से खेल खेलना पसंद करता हूँ परन्तु मेरा सबसे प्रिय खेल क्रिकेट है

क्रिकेट की शुरुआत इंगलैंड में हुई थी

पहला अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच 16 वीं शताब्दी के बाद खेला गया था

इंग्लैंड पर्यटन टीम ने पूर्ण ऑस्ट्रेलियाई एकादश के विरुद्ध दो मैच ऑस्ट्रेलिया में 1877 में खेले, इन्ही टेस्ट मैचों से अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट की शुरुआत मानी जाती है।

भारत ने अपना पहला क्रिकेट मैच इंग्लैंड के विरुद्ध 1932 में खेला था

क्रिकेट के भीतर दो टीम भाग लेती है जिनमें से प्रत्येक टीम में 11 खिलाडी होते हैं

क्रिकेट के खेल की शुरुआत टॉस करके की जाती है जो कप्तान टॉस जीतता है उससे बल्लेबाजी या गेंदबाज़ी करने के लिए पूछा जाता है

क्रिकेट के प्रसिद्ध रूप से तीन फॉर्मेट है जिसमे पहला टेस्ट क्रिकेट होता है, जो पांच दिवसीय होता है, इसके बाद एक दिवसीय क्रिकेट होता है जिसमे प्रत्येक टीम को 50 ओवर खेलने के लिए दिए जाते हैं इसके पश्चात टी-20 मैच होता है जिसमे प्रत्येक टीम को 20 ओवर खेलने के लिए दिए जाते है

आज कल प्रसिद्ध फॉर्मेट एक दिवसीय और टी20 हैं

वैसे आज-कल टी-10 भी खेला जाता है जिसमे प्रत्येक टीम को 10 ओवर खेलने के लिए दिए जाते हैं परन्तु यह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर नहीं होता, यह मैच घरेलु सीरीज में खेले जाते है

भारत दो बार एकदिवसीय विश्वकप में विजेता बन चूका है

पहली बार भारत ने 1983 में कपिल देव की कप्तानी में विश्वकप जीता था

दूसरी बार भारत ने 2011 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में विश्वकप जीता था

भारत पहला टी-20 विश्व-कप का विजेता भी है

जिसे भारत ने महेंद्र सिहं धोनी की कप्तानी में 2007 में जीता था

भारत पहले टेस्ट मैच विश्व-कप में उपविजेता भी रह चुका है

भारतीय टीम के वर्तमान कैप्टन रोहित शर्मा है

भारत में आज-कल इंडियन प्रीमियर लीग बहुत प्रसिद्ध है

यह लीग 2008 से शुरू किया गया था, यह एक टी-20 लीग है

आईपीएल 2023 के फाइनल में चेन्नई सुपरकिंग्स ने गुजरात टाइटंस को 5 विकेट से हराया।

आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 भारत की मेजबानी में खेला गया। इसके फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को हराकर विश्व कप का खिताब जीता।

हालांकि प्रत्येक चीज का सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव होता है, परंतु मेरे प्रिय खेल का हमारे जीवन पर सकरात्मक प्रभाव अधिक पड़ता है। यह हमे अनुशासन, कर्तव्य परायण तथा सहयोग करना भी सिखाता है। मेरे प्रिय खेल से हमारा पूर्ण शारीरिक व्यायाम भी होता है और मेरा प्रिय खेल हमें फुर्तीला रखने में भी मदद करता है, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत अधिक महत्वपूर्ण है। मेरा प्रिय खेल के कारण हम अपनी पढाई में अच्छी तरह से ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। इसके साथ ही हमारे भीतर खेल-भावना का भी सूत्रपात होता है। हमें अपने जीवन में किसी न किसी खेल को अपनाना चाहिए।

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Frequently Asked Question (FAQs)

हमारे सर्वांगीण विकास के लिए खेल आवश्यक हैं।

ऐसे खेल जो घर में रहकर ही खेले जाते हैं उन्हें इनडोर गेम्स कहते है। चेस, कैरम, लूडो, वीडियो गेम्स आदि।

ऐसे खेल जो घर के बाहर किसी मैदान या पार्क में खेले जाते हैं आउटडोर गेम्स कहलाते हैं। क्रिकेट, फूटबाल, हॉकी, कब्बडी आदि।

मेरा प्रिय खेल क्रिकेट के मूलतः तीन प्रारूप प्रचलित हैं, टेस्ट क्रिकेट, एक दिवसीय क्रिकेट, टी 20 क्रिकेट।

 भारत ने अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच 1932 में इंग्लैंड के विरुद्ध खेला था।

मेरे प्रिय खेल पर हिंदी में निबंध लिखने की कला सिखने और महत्वपूर्ण जानकारी जिसकी मदद से आप बेहतर ढंग से निबंध लिख पाएंगे इसकी जानकारी इस लेख में दी गयी है।

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  1. Essay on My Favourite Game/Sport Football In Hindi

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  2. Short essay on my favourite game football in hindi

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  3. फुटबॉल पर निबंध

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  4. 10 Lines essay on Football in Hindi //Essay on Football in Hindi

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  6. 10 lines on Mera priya khel Football in hindi || Essay On My Favourite Game || Mera priya khel

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  1. Essay on My Favourite Game Football

  2. Write 10 lines on National Sports of India

  3. essay on football

  4. खेलों का महत्त्व पर निबंध

  5. Essay on My Favourite Game Hockey in Hindi

  6. ಫುಟ್ಬಾಲ್

COMMENTS

  1. फुटबॉल पर निबंध

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  2. Essay on Football in Hindi : जानिए फुटबॉल पर निबंध 200 से 600 शब्दों

    Essay on Football in Hindi में आप फुटबॉल से होने वाले लाभों के बारे में भी जान सकते हैं। इस लोकप्रिय खेल का आम जन पर क्या प्रभाव है, यह आपको फुटबॉल पर ...

  3. फुटबाल पर निबंध 100, 150, 250, 500 शब्दों में

    Outdoor Games Name in Hindi. स्कूल में खेले जाने वाले खेलों के नाम. दोस्तों यह था हमारा आज का लेख फुटबाल पर निबंध 100, 150, 250, 500 शब्दों में। हमने अपने इस ...

  4. फुटबॉल पर निबंध

    दो टीम के मध्य एक मैच 90 मिनट तक चलता है जिसमें 15 मिनट का ब्रेक किया जा सकता है. यह भी पढ़ें - क्रिकेट पर निबंध - Essay on Cricket in Hindi. इस खेल में ...

  5. फुटबॉल पर निबंध 100, 200, 300, 500, शब्दों मे (10 lines Essay On

    फुटबॉल पर निबंध 10 लाइन्स (Essay on Football 10 Lines in Hindi) 100-150 words. 1) फुटबॉल एक बाहरी खेल है जो दुनिया में सबसे लोकप्रिय है।. 2) फुटबॉल को उत्तरी अमेरिका ...

  6. फुटबॉल

    फुटबॉल कुछ नियमों के अनुसार खेला जाता है जिसे खेल का नियम ( Laws of the Game) कहा जाता है यह खेल एक गोल गेंद का उपयोग करते हुए खेला जाता है, जो ...

  7. Short Essay on Football in Hindi फुटबॉल पर निबंध

    Short Essay on Football in Hindi 300 Words. फुटबॉल पूरे विश्व में खेले जाने वाला सबसे लोकप्रिय खेल है। फुटबॉल लोगो के ध्यान को राहत पाने के लिए मदद करता है और ...

  8. Football पर निबंध, कहानी, जानकारी

    By Hindikhoji November 4, 2022. पोस्ट को share करें-. फुटबॉल पर निबंध, Football essay on hindi, फुटबॉल पर essay, Football essay in hindi, (500+ Words Essay On Football) फुटबॉल पर कैसे लिखे निबंध, how to write Football essay. यहां ...

  9. फुटबॉल पर निबंध Essay on Football in Hindi

    फुटबॉल पर निबंध Essay on Football in Hindi (Mera Priya Khel) फुटबॉल खेलने से ना सिर्फ मनोरंजन होता है बल्कि स्वास्थ्य भी अच्छा हो रहता है। इस खेल में शरीर के सभी अंगो का भरपूर ...

  10. फुटबॉल पर निबंध

    Essay On Football in Hindi - फुटबॉल एक ऐसा खेल है जिसे दुनिया भर में लाखों लोग खेलते हैं और प्यार करते हैं। इसे एक सार्वभौमिक खेल कहा जा सकता है ...

  11. Essay on football in hindi, article, paragraph: फुटबॉल पर निबंध, महत्व

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  12. Essay on Football in Hindi Language

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  13. मेरा पसंदीदा खेल फुटबॉल पर निबंध

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  14. मेरा प्रिय खेल फुटबॉल पर निबंध

    this is played all over the world. Essay on Football Match in Hindi in this article my view on one football game that was played at my school. school essay writing on football giving in the English language after that this Hindi translation gave the blow. फुटबॉल मैच पर निबंध Essay on Football Match in Hindi ...

  15. फुटबाँल मैच पर निबन्ध

    फुटबाँल मैच पर निबन्ध | Essay on Football Match in Hindi! जिस प्रकार शिक्षा मानव के मस्तिष्क को स्वस्थ बनाने के लिए आवश्यक है, उसी प्रकार क्रीड़ा ( खेल ) मानव शरीर को स्वस्थ ...

  16. खेल का महत्व पर निबंध (Importance of Sports Essay in Hindi)

    खेल का महत्व पर निबंध (Importance of Sports Essay in Hindi) By अर्चना सिंह / January 13, 2017. हम यहाँ दैनिक जीवन में खेल के महत्व पर विभिन्न शब्द सीमाओं में ...

  17. मेरा प्रिय खेल फुटबॉल पर निबंध

    Essay on Football in Hindi. हर किसी का कोई न कोई खेल प्रिय होता है, जिसे खेलकर उसे बहुत आनंद आता है। किसी को क्रिकेट खेलना पसंद होता है तो किसी को फुटबॉल खेलना तो कोई ...

  18. खेल का महत्व पर निबंध: जानिए क्यों जरुरी है बच्चों के लिए खेल (Essay on

    खेल का महत्व (Essay on Importance of Sports in Hindi)खेल का हमारे जीवन में क्या महत्व है इसके बारे में हम बचपन से सुनते आए हैं और इसलिए स्कूल कॉलेज में अलग से स्पोर्ट्स टाइम दिया ...

  19. 10 lines on Football in Hindi Language

    10 lines on Football in Hindi Language. 1. फुटबॉल दुनिया के सबसे लोकप्रिय खेलों में से एक है । इसे 11 खिलाड़ियों के दो दलों के बीच खेला जाता है ।. 2. फुटबॉल कि ...

  20. Essay On Football for Students and Children

    500+ Words Essay on Football. Essay On Football- Football is a game that millions of people around the world play and love. It can be called a universal game because every small and big nation plays it. Moreover, it's a great relaxer, stress reliever, teacher of discipline and teamwork. Apart from that, it keeps the body and mind fit and healthy.

  21. खेलों का महत्व पर निबंध

    खेलों का महत्व पर निबंध | Essay on Importance of Games in Hindi! "पढ़ोगे लिखोगे बनोगे नवाब, खेलोगे कूदोगे होओगे खराब"- यह कहावत आज निराधार हो गई है । माता-पिता आज जान गए है कि ...

  22. मेरा पसंदीदा खेल पर निबंध (My Favourite Game Essay in Hindi)

    मेरा पसंदीदा खेल पर लघु और दीर्घ निबंध (Short and Long Essays on My Favourite Game in Hindi, Mera Pasandida Khel par Nibandh Hindi mein) निबंध 1 (250 शब्द) - मेरा पसंदीदा खेल बैडमिंटन है. परिचय

  23. मेरा प्रिय खेल पर निबंध (Essay on my favourite Game in Hindi)

    मेरा प्रिय खेल पर निबंध (Essay on my favourite Game in Hindi) एक ऐसा विषय है जिस पर प्रश्न हर छात्र से कभी न कभी तो पूछा ही जाता रहा है। कभी किसी परीक्षा में अच्छे अंकों के लिए ...