बारिश पर निबंध

Essay on Rain in Hindi: बारिश हमारी पृथ्वी के लिए बहुत ही जरूरी है। अगर हमारे वातावरण में बारिश की सर कमी आ जाए तो संपूर्ण जनजीवन अस्त व्यस्त हो जाता है। आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको बारिश पर निबंध से जुड़ी संपूर्ण जानकारी प्रदान करवाएंगे, इसलिए आज के इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।

Essay-on-Rain-in-Hindi

Read Also:  हिंदी के महत्वपूर्ण निबंध

बारिश पर निबंध | Essay on Rain in Hindi

बारिश पर निबंध (250 शब्द).

सबके मन में बारिश का नाम सुनते ही खुशी की लहर सी दौड़ जाती है। बारिश हमारे लिए बहुत ही ज्यादा जरूरी है। बारिश के बिना अनाज उत्पन्न नहीं हो सकता है, और अनाज हमारे जीवन के लिए बहुत ही ज्यादा जरूरी है। बारिश के दिन अलग ही नजारा लेकर आते हैं, इसीलिए लोग बेसब्री से वर्षा ऋतु का इंतजार करते हैं, क्योंकि वर्षा ऋतु का इंतजार सबके जीवन में अलग-अलग महत्व रखता है।

एक आम आदमी के नजरिए से बारिश का आना मतलब गर्मी से राहत मिलना, एक किसान के नजरिए से देखा जाए तो, बारिश का आना मतलब फसल अच्छी होना, इसी तरह से सभी का नजरिया अलग अलग होता है, बारिश को देखने का।

सूखे तालाबों मैं और नदियों में बारिश आते ही, पानी भर जाता है, और पानी की कमी पूरे होने लग जाती है। बारिश के समय पूरा वातावरण ठंडा हो जाता है। ठंडा मौसम सभी लोगों को गर्मी से आनंद देता है, इसीलिए हर उम्र का व्यक्ति बारिश आने का बेसब्री से इंतजार करता है।

बारिश आने के बाद ही चारों तरफ हरियाली छा जाती है। धरती बहुत ही सुंदर दिखने लगती है, ऐसे लगता है, कि कोई नया जीवनदान मिल गया हो। खेतों में फसल हरी-भरी हो जाती है। सबसे ज्यादा किसान को बारिश का इंतजार रहता है, क्योंकि किसान की आय का साधन ही फसल होता है, और अगर बारिश ही नहीं होगी तो फसल अच्छी नहीं होगी।

बारिश पर निबंध (800 शब्द)

बारिश का मौसम सभी के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है बारिश आते ही चारों तरफ हरियाली छा जाती है। पेड़ पौधे खिल उठते हैं ऐसे लगता है कि फिर से एक बार वापस जी उठे हैं ।

बारिश की वजह से ही लोगों को गर्मी में राहत मिलती है। जो गर्मी की वजह से तालाब और नदियां सूख जाती हैं वह बारिश की वजह से ही फिर से दोबारा भर्ती है। बारिश की ही वजह से गर्मी खत्म हो जाती है पूरा वातावरण बहुत ही ठंडा हो जाता है जो सभी लोगों के लिए आनंदमय होता है।

वर्षा का आनंद

बरसात का मौसम गर्मियों के बाद आता है बरसात की शुरुआत जून के महीने से होती है और सितंबर तक चलती रहती है। इस मास में लगभग हिंदू कैलेंडर के हिसाब से आषाढ़ सावन भाद मांस रहता है।

भारत के सभी क्षेत्र में लगभग लगभग गर्मी पढ़ती है इसके पश्चात ही बारिश का मौसम आता है। गर्मी की वजह से लोग बहुत ज्यादा परेशान हो जाते हैं इसीलिए बारिश का लगभग लगभग सभी को इंतजार रहता है और बारिश के आते ही लोगों को बहुत ही ठंडी राहत पहुंचती है।

वर्षा की जरूरत

सभी जीव, जंतु, पशु, पक्षी, इंसान, पेड़, पौधे सभी को बरसात की आवश्यकता रहती है। सभी के लिए बरसात बहुत ही आवश्यक है। बारिश की वजह से ही सब को पानी मिलता है। पेड़ पौधों में नहीं जाना जाती है क्योंकि तेज धूप के चलते पेड़ पौधे मुरझा जाते हैं परंतु बारिश के आते ही खिल जाते हैं।

बरसात के मौसम में पक्षी पहचाने लगते हैं, क्योंकि नदियां और तालाब भर जाते हैं। जिससे सभी की पानी की पूर्ति होती है। इस मौसम में सभी झूम उठते हैं, और धरती एक नई दुल्हन सी प्रतीत होती है। चारों तरफ हरियाली छा जाती है।

बरसात का मौसम

इस मौसम का आनंद सबसे ज्यादा बच्चों को आता है, क्योंकि गर्मी में बच्चों को स्कूल जाना होता है। जिसकी वजह से उन्हें परेशानी होती है बरसात के आने से बच्चों को ठंडी राहत मिलती है। वह बहुत ही उत्साहित और खुश हो जाते हैं। इसी वजह से बरसात के मौसम में बच्चे सबसे ज्यादा खेलकूद करते हैं।

बच्चों को बारिश में खेलना घर से बाहर निकल कर पानी में खेलना कागज की नाव बनाकर बहते पानी में चलाना बारिश में नहाना इत्यादि कामों में बच्चों को आनंद मिलता है और वह हर्षोल्लास से भर जाते हैं।प

धरती सुंदर दिखाई देने लगती है

बारिश आने के बाद चारों तरफ हरियाली छा जाती है मानो धरती एक नई नवेली दुल्हन की तरह हो धरती बहुत ही आकर्षक लगती है इस हरियाली को देखकर पशु-पक्षी भी झूम उठते हैं पहचाने लगते हैं और मानो ऐसा प्रतीत होता है जैसे खुशियां मना रहे हो

बच्चों के स्कूल की छुट्टी

ज्यादा बारिश की वजह से कई जगहों पर पानी भर जाता है आने जाने के साधन बंद हो जाते हैं, जिससे बच्चों को और शिक्षकों को स्कूल आने जाने में बहुत ही ज्यादा दिक्कत होती है, इसीलिए उस दिन की छुट्टी जारी कर दी जाती है। इसका भी सभी बच्चों के चेहरे पर अलग ही प्रभाव देखने को मिलता है। ऐसा लगता है मानो बच्चे तनाव मुक्त हो गए हैं। इस दिन को वह ऐसे लगता है, किसी त्यौहार की तरह मना रहे है। अपने दोस्तों से मिलेंगे अपने परिवार के साथ समय बिताएंगे और मस्ती किया करते हैं।

पेड़ पौधों को नया जीवन मिल जाता है। वह एक बार फिर से खिल जाते हैं। बारिश के समय तो बुरी से बुरी फसल भी अच्छी हो जाती है। हरी-भरी दिखाई देने लगती है इसी प्रकार धरती पर कहीं भी बारिश होती है, तो बहुत ही सुंदर नजारा दिखाई देता है।

किसानों को मिलती है बड़ी मदद

बारिश का सबसे ज्यादा असर किसानों पर देखने को मिलता है, क्योंकि किसान ही सबसे ज्यादा बारिश से उम्मीद लगाकर रखता है। अक्सर बारिश का इंतजार किसान को इसीलिए रहता है, क्योंकि किसान अपनी अच्छी फसल के लिए बारिश का इंतजार करता है। किसान चाहता है अगर बारिश हो जाए तो उन्हें अच्छी फसल मिल जाएगी अच्छी फसल से उनको अच्छी आमदनी भी प्राप्त होगी। जिसकी वजह से उन्हें बहुत ही अधिक मदद मिलती हैं इसीलिए किसान बेसब्री से बारिश का इंतजार करते हैं।

अच्छी फसल के लिए बारिश का होना बहुत ही महत्वपूर्ण है। अधिक बारिश होने पर ही फसल फलने फूलने लगती है, क्योंकि जब तक जोड़ों में पानी नहीं जाएगा फसल अच्छी तरह से नहीं खिलकर निकलेगी फसलों के लिए बारिश बहुत ही लाभदायक साबित होती हैं।

प्रकृति का सुंदर नजारा देखने के लिए बारिश का होना बहुत ही आवश्यक है। बारिश होने के बाद धरती का नजारा ही अलग होता है। ऐसे लगता है मानो वह कई रूपों में फट गई है। उसकी सुंदरता का कोई ठिकाना ही नहीं रहता है देखा जाए तो पूरी सृष्टि के लिए जिनमें सभी आते हैं। चाहे वह पक्षी हो जीव-जंतुओं जानवर हो इंसान हो कोई भी हो सभी के लिए बरसात का होना बहुत ही आवश्यक है। बरसात के बिना अर्थात पानी के बिना किसी का जीवन असंभव है।

हम आशा करते हैं, कि आपको हमारे द्वारा लिखा गया यह आर्टिकल बारिश पर निबंध (Essay on Rain in Hindi) बहुत ही पसंद आया होगा। अगर आपको इससे संबंधित कोई भी जानकारी चाहिए, तो आप कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं। हम आपकी पूरी तरह से सहायता करने की चेष्टा करेंगे।

  • नदी की आत्मकथा पर निबंध
  • गंगा नदी पर निबंध
  • गोवा पर निबंध

Ripal

Related Posts

Leave a comment जवाब रद्द करें.

ESSAY KI DUNIYA

HINDI ESSAYS & TOPICS

Essay on Rain in Hindi Language – वर्षा पर निबंध

June 12, 2018 by essaykiduniya

Get information about Rain in Hindi. Here you will get Paragraph and Short Essay on Rain in Hindi Language for students of all Classes in 200 and 400 words. यहां आपको सभी कक्षाओं के छात्रों के लिए हिंदी भाषा में वर्षा पर निबंध मिलेगा।

Essay on Rain in Hindi Language

Short Essay on Rain in Hindi Language – वर्षा पर निबंध ( 200 words )

वर्षा एक संघनन है। जब समुंद्र और नदियों का पानी वाष्प बनकर उड़ता है तब वह उपर जाकर ठंडा होता है और वर्षा के रूप में जमीन पर गिरता है। वर्षा के बहुत से नाम है जैसे बारिश, बरसात इत्यादि। बारिश को इंच या सैन्टीमिटर में मापा जाता है। वर्शा को मापनो वाले यंत्र को वर्षामापी कहते हैं। वर्षा सभी को बहुत ही मन मोहक लगती है। वर्षा के समय में बच्चे काग्ज की कश्ती बारिश के पानी में बहाते है।

वर्षा सभी के लिए बहुत ही उपयोंगी है। फसलों और पेड़ पौधों को उगने के लिए शुद्ध जल की आवश्यकता होती है जो कि उन्हें बारिश से प्राप्त होता है। कुछ नदियाँ जो कि गर्मी के कारण सूख जाती है उन्हें बारिश के कारण दोबारा जीवन मिलता है। तपती धरती को भी बारिश की ही जरूरत होती है। आज के समय में प्रदुषण से बारिश दुषित हो चुकी है जो कि धरती पर आकर नुकसान पहुँचाती हैं। हमें बारिश के पानी को शुद्ध रखने के लिए पर्यायवरण को साफ रखना होगा। बारिश के पानी को एकत्रित करने की व्यवस्था करनी चाहिए ताकि पानी का अभाव न हो। बारिश पानी का स्तर ऊँचा रखने में भी सहायता करती है।

Essay on Rain in Hindi Language – वर्षा पर निबंध ( 400 words )

समुंद्र नदियों में जो जल होता है उस पर धुप पड़ने से वह वाष्प में बदल जाता है और नहीं वाष्प उपर जाकर ठंडे हो जाते है और वर्षा के रूप में जमीन पर आ जाते हैं। यह प्रिक्रिया ऐसे ही चलती रहती है। वर्षा को अनेकों नाम से बुलाया जाता है जैसे कि बारिश बरसात आदि। वर्षा के देवता को इंद्रदेव कहते हैं। जिस प्रकार मनुष्य को प्यास बुझाने के लिए जल की जरूरत होती है ठीक उसी प्रकार तपती धरती को भी बारिश की जरूरत होती है।

बारिश के तीन प्रकार हैं। संवाहनीय वर्षा ज्यादातर भुमध्य रेखा के नजदीक होती है जिसमें समुंद्र का पानी वाष्प बनकर उपर उठता है और वर्षा के रूप में नीचे आता है। पर्वरतक वर्षा ज्यादातर पहाड़ो के आस पास होती है जहाँ पर गरम हवा उपर उठती है और फैलने से ठंडी हो जाती है और वहाँ पर वर्षा होती है। चक्रवातीय वर्षा वह होती है जब गरम और शरद हवा आपस में मिलती है और गर्म हवा उपर उठती है और ठंडी हवा नीचे रह जाती है जिससे कि गरम हवा ठंडी हो जाती है और बारिश आ जाती है।

वर्षा मापने के लिए जो यंत्र प्रयोग किया जाता है उसे वर्षामापी कहते हैं। वर्षा प्रायः इंच या सैन्टीमिटर में मापी जाती है। कई देश ऐसे है जहाँ पर पूरा साल बारिश होती है। धुल मिले होने के कारण आजकल रंगीन बारिश भी होने लगी है। वर्षा मनुष्य से लेकर पेड़ पौधों और पशुओं के लिए बहुत ही उपयोगी है। बारिश के पानी को इंवरटेर की बैट्री में डाला जाता है। वर्षा का पानी फसलों को बढ़ने में मदद करता है। यह पेढ़ पौधो और फसलों की सिंचाई का सबसे अच्छा माध्यम है। बहुत से समुंद्र गर्मी के कारण सुख जाते है और उसमें रहने वाले जीव जंतुओं का जीवन संकट में आ जाता है लेकिन बारिश के कारण वह जी पाते हैं।

पहले समय में लोग छतों पर खुली टंकी में बारिश का पानी एकत्रित करते थे ताकि पानी का अभाव न हो और उस समय वर्षा का पानी शुद्ध भी होता था। आज के युग में प्रदुषण के कारण वर्षा दुषित होती जा रही है और अम्लीय वर्षा बनती जा रही है जो कि बहुत ही हानिकारक है। वर्षा हमारे जीवन में बहुत महत्व रखती है यह गर्मी को दूर भगाती है। हमें वर्षा के पानी को शुद्ध रखने के लिए पर्यायवरण को स्वच्छ रखना होगा।

हम आशा करते हैं कि आप इस निबंध ( Essay on Rain in Hindi Language – वर्षा पर निबंध ) को पसंद करेंगे।

More Articles:

Rain Water Harvesting Essay in Hindi – वर्षा जल संचयन पर निबंध

Essay on Rainy Season in Hindi – वर्षा ऋतु पर निबंध

Essay on A Rainy Day in Hindi – बरसात का एक दिन पर निबंध

Essay on Summer Season in Hindi – गर्मी के मौसम पर निबंध

Short Essay on Autumn Season in Hindi – शरद ऋतु पर निबंध

Essay on Spring Season in Hindi – बसन्त ऋतु पर निबंध

rain in hindi essay

बारिश पर हिंदी निबंध (Rain Essay In Hindi)

बारिश पर हिंदी निबंध (Rain Essay In Hindi Language)

आज   हम बारिश पर निबंध (Essay On Rain In Hindi) लिखेंगे। बारिश पर लिखा यह निबंध बच्चो (kids) और class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए लिखा गया है।

बारिश पर लिखा हुआ यह निबंध (Essay On Rain In Hindi) आप अपने स्कूल या फिर कॉलेज प्रोजेक्ट के लिए इस्तेमाल कर सकते है। आपको हमारे इस वेबसाइट पर और भी कई विषयो पर हिंदी में निबंध मिलेंगे , जिन्हे आप पढ़ सकते है।

बारिश पर निबंध (Rain Essay In Hindi)

मुझे बारिश के दिन बहुत अच्छे लगते है। इन दिनो चारो ओर पानी ही पानी दिखाई देता है। बच्चे से लेकर बूढ़े तक इस मौसम में भरपूर रूप से आनंद उठाते है। मुझे तो सड़को पर जब लबालब पानी भर जाता है, तो उस पर कागज की नाव को फैराना खूब अच्छा लगता है।

मुझे आज भी बखूबी याद है जब बारिश होती थी, तो कृषक भाई जमकर झूमने लगते थे। क्योंकि अच्छी बारिश से उनकी फसल लहराती थी। बारिश के दिनो मौसम बहुत सुहावना होता है।

बच्चो को बारिश का दिन खूब अच्छा लगता है, क्योंकि उनको मस्ती करने का खूब समय मिल जाता है। बरसात के दिनो मे लेखकों को नए नए विचार आते है। इसी समय तरह तरह की रचनाएं तैयार होती है।

बारिश से मूड का संबंध

वर्षा ऋतु का आगमन भारत के अधिकांश भागों में होता है। बारिश के होने के बाद पृथ्वी की गर्माहट कम हो जाती है। बहुत से लोगो को पता नही होता की ऋतु का संबंध हमारे मूड से जुड़ा होता है।

जब भीषण गर्मी पड़ती है, तो लोगो का मूड काफी खराब होता है। छोटी छोटी बातो पर लोग आक्रामक हो जाते है। इन दिनो लोगो को खूब पसीना आता है। चिलचिलाती गर्मी से लोगो में हिंसा और क्रोध का जन्म होता है।

वही दूसरी तरफ बारिश का दिन आपको असीम खुशी देता है। आपके मानसिक स्थिति में सुधार लाता है। बारिश का पानी आपकी इंद्रियों का इलाज करने योग्य होता है।

मौज मस्ती के दिन

बारिश का दिन हर किसी को अच्छा लगता है। इस मौसम को नापसंद करने वाला शायद ही कोई होगा। बारिश के होते ही लोग जश्न के मूड में आ जाते है। कुछ लोगों को बारिश के दिनो मे घूमना फिरना अच्छा लगता है।

वही दूसरी ओर लोगो को बारिश में भीगना और नृत्य करना पसंद आता है। मुझे तो बारिश की बूंदों को खिड़की से पृथ्वी पर गिरते हुए देखना काफी अच्छा लगता है। इस मौसम में मुझे गरम गरम चाय या कॉफी के साथ पकौड़िया खाना खूब अच्छा लगता है। हल्की धुन के संगीत मुझे इस मौसम में सुनना काफी अच्छा लगता है।

प्राकृतिक सौंदर्य में वृद्धि

बारिश के रुकने के बाद मुझे प्राकृतिक सौंदर्य को देखना काफी पसंद है। बारिश की बूंदे पेड़ पौधे, पशु पक्षि और मनुष्य इन सभी की प्यास बुझाती है। बारिश हो जाने के बाद प्रकृति में जैसे जश्न का मौहोल बन जाता है। पेड़ पौधों में हरियाली छा जाती है।

बारिश को देखकर किसान खुशी के मारे झूमने लगते है। पहली बारिश होने पर लोग खुश होकर एक दूसरे को आमंत्रित करते है। बारिश के दिनो मे नींद गजब की आती है। बारिश से मौसम बढ़िया हो जाता है। थोड़ी सी ठंडक अच्छी नींद के लिए काफी है।

बारिश से सेहत पर पड़ने वाला फर्क

बारिश के जल से किसी बर्तन में पानी एकत्रित करके, उस पानी से बालो को धोना काफी अच्छा साबित होता है। इससे बाल बेहद मुलायम और देखने में आकर्षक होते है। बारिश के पानी से नहाने से त्वचा की सफाई हो जाती है। वह भी पूरी तरह से प्राकृतिक रूप से त्वचा की सफाई होती है। इससे आपकी त्वचा साफ होने के साथ स्वस्थ होती है।

बारिश में होने वाली घटनाएं

बारिश में आकाश में कई प्राकृतिक घटनाएं घटित होती है। जैसे बारिश में कोहरा छा जाता है, बिजली चमकती है, ओले गिरते है, बादल फटते है और कभी कभी तो बाढ आने की समस्या भी निर्माण होती है।

बारिश होने पर इंद्रधनुष भी आकाश में दिखाई देता है। अन्य प्राकृतिक घटनाओं में गर्जन होना, तूफानी बारिश होना, रिमझिम बारिश होना और अचानक से कभी हिमपात भी हो जाता है। धरती की सतह पर जब बारिश की बूंदे गिरती है, तब टिप टिप की आवाज सुनाई देती है। बारिश की बूंदे गिरने पर मिट्टी से खुशबू आने लगती है।

बारिश के दिनो मे मुझे सैर सपाटा करना बहुत अच्छा लगता है। जब आकाश में बादल घिर आते है, तो मुझे नदी का किनारा देखना बहुत पसंद आता है। बहुत से लोगो को समुंद्र के किनारे पर बैठकर प्राकृतिक दृश्य देखना खूब अच्छा लगता है। लोग बारिश से पहले या बारिश के बाद ही घरों के बाहर निकलते है।

बारिश की गति

बारिश की एक बूंद घरेलू मक्खी के बराबर आकार की हो सकती है। बारिश की रफ्तार की बात करे तो यह 30 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से पृथ्वी पर गिरती है। बारिश की अधिकतम गिरने की गति 18 से 22 मील प्रति घंटे की होती है।

सर्वाधिक वर्षा वाला राज्य

भारत के राज्यो में मेघालय ही एक ऐसा राज्य है, जहां पर कुछ जगह पर 12 महीने यानी की साल भर बारिश होती है। मेघालय में एक गांव ऐसा है, जहां सालाना 11,873 मिलीलीटर बारिश होती है।

मेरे हिसाब से बरसात के दिन सभी के लिए काफी अच्छे होते है। क्योंकि बच्चे बारिश के दिनो मे घर पर रहते है, जिससे वह खुलकर इस मौसम का आनंद उठा पाते है। प्रकृति हो या जन जीवन सभी के लिए बारिश एक वरदान के समान है। बारिश के दिनो मे हमे अपनो के साथ समय बिताने का समय मिल जाता है। साथी ही पर्यावरण में प्रदुषण भी कम होता है।

इन्हे भी पढ़े :-

  • बारिश के दिन पर निबंध (Rainy Day Essay In Hindi)
  • वर्षा ऋतु पर निबंध (Rainy Season Essay In Hindi)
  • जल संरक्षण पर निबंध (Water Conservation Essay In Hindi)
  • 10 Lines On Rainy Season In Hindi Language

तो यह था बारिश पर निबंध (Rain Essay In Hindi) , आशा करता हूं कि बारिश पर हिंदी में लिखा निबंध (Hindi Essay On Rain) आपको पसंद आया होगा। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा है , तो इस लेख को सभी के साथ शेयर करे।

Sharing is caring!

Related Posts

इंद्रधनुष पर निबंध (Rainbow Essay In Hindi Language)

इंद्रधनुष पर निबंध (Rainbow Essay In Hindi)

ओणम त्यौहार पर निबंध (Onam Festival Essay In Hindi)

ओणम त्यौहार पर निबंध (Onam Festival Essay In Hindi)

ध्वनि प्रदूषण पर निबंध (Noise Pollution Essay In Hindi Language)

ध्वनि प्रदूषण पर निबंध (Noise Pollution Essay In Hindi)

  • Privacy Policy

Hindipool

वर्षा पर निबंध – Essay About Rain in Hindi

Hindipool

About Rain in Hindi  : दोस्तों आज हमने वर्षा पर निबंध लिखा है| बारिश एक ऐसा मौसम है जिसके ना चाहने वाले आपको ना के बारबार मिलेंगे, भला क्यों ही मिले, ये मौसम होता ही इतना सुहाना है, हर तरफ हरियाली, मिटटी की शानदार सुगंध, कड़क चाय और पकोड़े, क्यों आ आया न मुँह में पानी| यदि आपको कवितायें पड़ना भी पसंद है तो हमारे द्वारा लिखी गई poems on rain in hindi भी जरूर पड़े| चलिए अब बारिश पर निबंध पड़ते हैं|

  • 1.1 प्रस्तावना
  • 1.2 वर्षा का मौसम
  • 1.3 वर्षा की महत्वता
  • 1.4 वर्षा की सुंदरता
  • 1.5 निष्कर्ष

वर्षा पर निबंध – About Rain in Hindi

दुनिया में हर वर्ष कई सारे मौसम आते जाते रहते हैं, इनमे से ही एक है वर्षा ऋतू, जो की सभी लोगो का सबसे मनपसंदीदा मौसम होता है, सभी लोग इस मौसम का दिल लुप्त उठाते हैं| बारिश में केवल पेड़ पौधे ही नहीं, काफी लोगो के दिल भी खिल उठते हैं| वातावरण में चारो और ठंडी हवा फेल जाती है और इसी मौसम में हमे, फलो के राजा आम का सेवन करने का भी अवसर प्राप्त होता है|

वर्षा का मौसम

बारिश का मौसम जून-जुलाई के महीने में शुरू होकर अगस्त-सितम्बर के महीने तक चलता है| कैसे सारे लोग जो बारिश के दीवाने होते हैं, सभी इन महीनो का बेसब्री से इंतज़ार करते हैं, के कब यह मौसम आये और कब वो नाचो में छम छम छम पर नाचे| चलिए जोके सपाट साइड में| बारिश की वजह से ही मुरझाये हुए फूलो में एक नयी सी जान आ जाती है और वो खिल उठते हैं|

यह भी जरूर पढ़े:  पर्यावरण पर 5 लाजवाब कवितायें – Poem on environment in Hindi

वर्षा की महत्वता

बारिश की निम्न महत्वता होती है:

1. बारिश के कारण ही मुरझाये हुए फूल जो मरने वाले होते हैं उनमे जान आ जाती है|

2. गर्मियों से ताप्ती धरती को बारिश की ठंडी बुँदे पड़ने के बाद ही राहत मिलती है|

3. पेड़ पौधे हर भरे हो जाते हैं|

4. सारे पशु पक्षी खुश होकर चेह्चाने लगते हैं जो हर इंसान के दिल को बहुत भाता है|

5. बारिश के कारण ही किसान खेती कर फसल ऊगा आते हैं और हमे अन मिल पाता है|

(हम उम्मीद करते हैं दोस्तों आपको हमारा Essay About Rain in Hindi पर आर्टिकल पढ़कर मज़ा आ रहा होगा)

वर्षा की सुंदरता

बारिश के बाद का दृश्य देखने लायक होता है, चारो तरफ हरियाली ही हरियाली होती है, मिटटी की सुगंध हमारे मन को बाहर प्रसन्न करती है, और सारे पशु पक्षी खुश हो कर चहचहाते हैं और नाचते हैं, गर्मी में चल रही लू से राहत मिलती है क्योकि बारिश पूरा वातावरण ठंडा कर देती है| बारिश के मौसम की सुंदरता का कोई मुकाबला नहीं है, जब बारिश ख़तम हो जाती है तो हमे कई बारे अंत में इंद्रधनुष देखने का भी सौभाग्य प्राप्त होता है|

अतः बारिश का मौसम बहुत सुहाना होता है, और इस मौसम में अगर चाय और पकोड़े मिल तो आहा! मज़ा आ जाये, इसी मौसम के कारण हमारी धरती माँ को ताप्ती धुप से थोड़ी राहत मिलती है और बुरे वातारवण में एक ताजगी छा जाती है|

यह भी जरूर पढ़े: 

नदी पर 7 लोकप्रिय कवितायें – Poem on River in Hindi

8+ लोकप्रिय नदी पर कविता – Poem on River in Hindi

हम उम्मीद करते हैं दोस्तों आपको हमारा वर्षा पर निबंध – About Rain in Hindi पर लेख पसंद आया होगा, इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें| धन्यवाद!

' src=

Rahul हिंदी ब्लॉग इंडस्ट्री के प्रमुख लेखकों में से एक हैं, इनकी पढ़ाई-लिखाई, टेक्नोलॉजी, आदि विषय में असीम रूचि होने के कारण, इन्होने ब्लोग्स के जरिये लोगो की मदद करके अपना करियर बनाने का एक अनोखा एवं बेहतरीन फैसला लिया है|

You might also like

Essay on Baisakhi in Hindi

बैसाखी त्यौहार पर निबंध – Essay on Baisakhi in Hindi

10 Lines About Rose in Hindi

गुलाब पर निबंध – Essay About Rose in Hindi

Essay on My School in Hindi

मेरे विद्यालय पर निबंध | Essay on My School in Hindi

Leave a reply cancel reply.

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

1Hindi

वर्षा ऋतु पर निबंध (बारिश का महीना) Rainy Season Essay in Hindi

बारिश का महीना: वर्षा ऋतु पर निबंध Rainy Season Essay in Hindi

इस लेख मे बारिश का महीना: वर्षा ऋतु पर निबंध Rainy Season Essay in Hindi हिन्दी मे लिखा गया है। इसमे आप बारिश के महीने का महत्व, उत्साह, सौन्दर्य और मनुष्य के जीवन मे वर्षा ऋतु के महत्व, लाभ-हानी के विषय मे बताया गया है।

आईए वर्षा ऋतु पर निबंध को शुरू करते हैं –

Table of Content

प्रस्तावना Introduction (वर्षा ऋतु पर निबंध हिन्दी में)

वर्ष ऋतु क्या होता है.

वर्षा ऋतु एक ऐसी ऋतु है, जिसका सभी को बेसब्री से इंतजार रहता है। साधारण भाषा में इसे “पानी बरसने वाला मौसम” भी कहा जाता है। इसे “मॉनसून” के नाम से भी जाना जाता है। भारत में वर्षा ऋतु 3 महीने चलती है- जुलाई, अगस्त और सितंबर।

तारीख के अनुसार 15 जून से 15 सितंबर तक का समय वर्षा ऋतु कहलाता है। भारत में मानसून अरब सागर से उठता है और सबसे पहले केरला राज्य में प्रवेश करता है। फिर यह धीरे-धीरे उत्तरी भारत में पहुंचता है और वर्षा के लिए उत्तरदायी होता है।

भारत के लिए वर्षा ऋतु का महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है, क्योंकि भारत एक गर्म जलवायु वाला देश है। यहाँ मार्च, अप्रैल, मई, जून के महीने में काफी गर्मी होती है। मनुष्य से लेकर पशु पक्षी और दूसरे जीव जंतु गर्मी से बेहाल रहते हैं।

सभी वर्षा ऋतु की प्रतीक्षा करते हैं और जैसे ही वर्षा शुरू होती है सभी को आराम मिलता है। गर्मी से राहत मिलती है। किसानों के लिए वर्षा ऋतु किसी वरदान से कम नहीं होती है। इस लेख में हम आपके लिए वर्षा ऋतु पर एक अच्छा निबंध प्रस्तुत करेंगे।

वर्षा ऋतु: प्रकृति परिवर्तन का प्रतीक

परिवर्तन प्रकृति का विशेष नियम है। वर्षा ऋतु भी परिवर्तन को दर्शाती है। जिस तरह वसंत ऋतु के बाद ग्रीष्म ऋतु आती है, उसी तरह ग्रीष्म ऋतु के बाद वर्षा ऋतु आती है। फिर शीत ऋतु आती है। प्रकृति (कुदरत) कभी किसी एक जगह स्थिर नहीं रहती है। यह हमेशा बदलती रहती है। वर्षा ऋतु समय को भी प्रदर्शित करती है। जिस तरह समय हमेशा बदलता रहता है उस तरह मौसम और ऋतुये भी हमेशा बदलती रहती हैं।

पढ़ें: भारत के 6 ऋतु पर जानकारी

वर्षा ऋतु सुख-दुख के चक्र को दर्शाती है

जिस तरह जीवन में सुख और दुख का चक्र निरंतर चलता रहता है, उसी तरह प्रकृति भी मनुष्य को भिन्न-भिन्न रूपों में सुख और दुख का एहसास कराती रहती है। ग्रीष्म ऋतु आने पर सभी जगह पानी की कमी हो जाती है। गर्मी बढ़ने से लोगों को कहीं भी चैन नहीं मिलता है। वह हमेशा परेशान दिखते हैं। सब लोग बार बार यही कहते हैं कि “गर्मी बहुत है” मनुष्य के साथ पशु पक्षी, गाय, भैंस, बकरियां और दूसरे जीव भी बेहाल हो जाते हैं।

मनुष्य तो किसी तरह पानी खोज कर अपनी प्यास बुझा लेता है, बेजुबान पशु अपनी समस्या किसी को नहीं बता सकते। बस पानी की तलाश में यहां से वहां घूमते रहते हैं। लेकिन जैसे ही वर्षा ऋतु शुरू होती है सभी को भरपूर मात्रा में पानी पीने को मिल जाता है।

हरी घास मैदानों में उग जाती है। इसे खाकर पशु अपनी भूख मिटाते हैं। इस तरह यदि प्रकृति एक तरफ समस्या उत्पन्न करती है तो दूसरी तरफ उसका समाधान भी खुद ही प्रस्तुत करती है।

वर्षा ऋतु का अनुपम सौंदर्य

वर्षा ऋतु का सौंदर्य देखते ही बनता है। जैसे ही वर्षा शुरू होती है चारों ओर हरियाली छा जाती है, जो आँखों को सुकून पहुँचाती है। हरियाली देखकर पशु पक्षी के साथ मनुष्य भी प्रसन्न हो जाता है। मोर वनों में पंख फैलाकर नृत्य करते हैं। और अपनी खुशी दिखाते हैं।

नदियाँ, तालाब, झील पानी से भर जाते है। किसान खेती में लग जाते है। खेतों में धान मक्का गन्ना जैसी फसलें लहलहा उठती हैं। गर्मी से राहत मिलती है। जब मौसम अनुकूल होता है तो काम करना भी आसान हो जाता है।

आम, अमरूद और दूसरे फलों की मिठास बढ़ जाती है। पेड़ पौधों पर नई पत्तियां और फूल आ जाते हैं। जो पेड़ पौधे सूख रहे होते हैं उनमें नई जान आ जाती है। बच्चे छतों पर जाकर नहाते हैं और वर्षा ऋतु का स्वागत करते हैं। वर्षा ऋतु आने पर हाथी जोर जोर से चिघाड़ते हैं।

वे भी वर्षा ऋतु का स्वागत करते हैं। विभिन्न प्रकार की चिड़िया चहचहाने लग जाती हैं। पपीहे पी पी और कोयल कू कू की ध्वनि कर आनंदित होते है।

वर्षा ऋतु का महत्व

भारत के लिए वर्षा ऋतु का महत्व बहुत अधिक है। भारत एक कृषि प्रधान देश है। यहां की 80% आबादी गांव में निवास करती है, जो कृषि करके अपना जीवन यापन करती है। किसानों को वर्षा ऋतु का विशेष रूप से इंतजार रहता है। भारत की कृषि वर्षा पर आश्रित है। देश में कृत्रिम साधनों द्वारा सिंचाई की बहुत कमी है। इसलिए किसान वर्षा ऋतु में अपनी फसल की बुआई करते हैं।

जिस साल अच्छी वर्षा हो होती है, फसल भी अच्छी होती है। परंतु कई बार सूखा पड़ जाता है जिससे किसानों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ता है। वर्षा ऋतु से पृथ्वी का भूजल स्तर भी बढ़ जाता है। जिन स्थानों पर सूखे की समस्या होती है, वहां पर भी पानी उपलब्ध हो जाता है। कुएं भी पानी से भर जाते हैं।

वर्षा ऋतु के लाभ

वर्षा ऋतु के बहुत से लाभ है। पेड़-पौधों और वनों के लिए वर्षा ऋतु बहुत लाभदायक होती है। पेड़ों पर नई पत्तियां और फूल आ जाते हैं। उनकी पत्तियां धुल जाती हैं। जो पेड़ पौधे ग्रीष्म ऋतु में पानी की कमी से सूखने वाले थे अब उनमें फिर से नई जान आ जाती है।

वर्षा ऋतु का समय खेती करने के लिए उपयुक्त होता है क्योंकि खेतों को पानी पर्याप्त मात्रा में मिल जाता है। वर्षा ऋतु में गर्मी से राहत मिलती है। मौसम अनुकूल हो जाता है, जिससे सभी लोगों की कार्यक्षमता भी बढ़ जाती है। वर्षा ऋतु में झीलें तालाब और नदियां पानी से भर जाती हैं जिससे बिजली अधिक मात्रा में बनने लगती है।

वर्षा ऋतु का साहित्य में उल्लेख

वर्षा ऋतु एक सुहावनी ऋतु है। इसका उल्लेख साहित्य में अनेक कवियों और लेखकों ने किया है। कालिदास द्वारा रचित गीतिकाव्य “मेघदूत” में यक्ष उमड़ते हुए बादलों को अपना दूत बनाकर अपना संदेश अपनी प्रेमिका को भेजना चाहता है। रामचरितमानस में तुलसीदास ने वर्षा का वर्णन करते हुए लिखा है –

वर्षा काल मेघ नभ छाये । गर्जत लागत परम सुहाये ।। दामिनी दमक रही घन माहीं । खल की प्रीति यथा थिर नाहीं ।।

अर्थ: काले मेघा बादलों को देखकर बहुत अच्छा लगता है। कौंधती हुई बिजली चांदी की तरह चमकती है। बादल प्यासे वृक्षों की प्यास बुझाते हैं। यदि वर्षा नहीं होगी तो सब तरफ त्राही त्राही मच जाएगी।

कवियों ने वर्षा ऋतु पर अनेक कविताएं लिखी हैं। फिल्मों और टीवी सीरियल्स में बारिश के मौसम में नायक और नायिका के रोमांस को विशेष रूप से दिखाया जाता है। भारतीय फिल्मों में बारिश पर हजारों लाखों गाने (गीत) बने हैं जिन्हें हमेशा ही पसंद किया गया है।

वर्षा ऋतु से हानियां

एक और जहां वर्षा ऋतु के कई फायदे हैं, वहीं कुछ हानियां भी हैं। वर्षा ऋतु में मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है। मच्छर बारिश के रुके हुए पानी में अंडे देते हैं और अपनी संख्या बढ़ाते हैं। मच्छरों के बढ़ने से डेंगू, चिकनगुनिया , मलेरिया, जापानी इंसेफेलाइटिस जैसे रोग उत्पन्न होते हैं। वर्षा ऋतु में कीड़े मकोड़े सक्रिय हो जाते हैं। सांप, बिच्छू, कीट, पतंगे अपने बिलों से बाहर निकल आते हैं और मनुष्य के लिए खतरा पैदा कर देते हैं।

वर्षा ऋतु में नदी, नाले उपर तक बहने लगते हैं, जिसके चारों ओर गंदगी फैलती है । इतना ही नहीं लगातार पानी बरसने से सड़के बार बार गीली हो जाती हैं, जिससे दुर्घटना होने की संभावना बढ़ जाती है। गंदगी बढ़ती है। लोगों को आने जाने में दिक्कत का सामना करना पड़ता है।

वर्षा ऋतु का विनाशकारी रूप

एक तरफ जहां वर्षा ऋतु सभी के लिए बहुत लाभदायक होती है, वहीं दूसरी तरफ यदि आवश्यकता से अधिक वर्षा हो जाये है तो बाढ़ आ जाती है। बड़े-बड़े क्षेत्र बाढ़ के पानी में डूब जाते हैं। भारत में बिहार राज्य में हर साल बाढ़ आती है जिसमें लोगों को अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।

पिछले साल (सन 2018 में) केरला में भीषण बाढ़ आई थी जिसमें 350 से अधिक लोग मारे गए और 20000 करोड़ की संपत्ति का नुकसान हुआ। इस तरह वर्षा ऋतु का भयावह और अप्रिय चेहरा भी देखने को मिलता है।

वर्षा ऋतु में होने वाले त्यौहार और व्रत

भारत में वर्षा ऋतु का आध्यात्मिक महत्व भी बहुत अधिक है। वर्षा ऋतु में अनेक त्यौहार और व्रत मनाए जाते हैं- शिवरात्रि , आषाढ़ अमावस्या, जगन्नाथ पुरी रथ यात्रा , देवशयनी एकादशी, चतुर्मास व्रत नियम, गुरु पूर्णिमा , सावन सोमवार व्रत, नाग पंचमी , रक्षाबंधन, कजरीतीज। श्री कृष्ण जन्माष्टमी , गणेश चतुर्थी जैसे त्यौहार मनाये जाते है।

क्या होगा यदि वर्षा ऋतु ना आये?

दोस्तों, क्या आपने सोचा है कि क्या होगा यदि वर्षा ही ना आये। तब पेड़-पौधे, पशु-पक्षी, मनुष्य सभी प्यास से व्याकुल हो जाएंगे। एक एक बूंद को सभी जीव तरस जायेंगे। बहुत जीव तो काल के गाल में समा जाएंगे। खेती-किसानी चौपट हो जाएगी।

पानी न बरसने से अनाज का एक दाना भी खेतों में नही निकलेगा, तो मनुष्य क्या खाएगा? यह सब सोचकर ही मन में भय उत्पन्न हो जाता है। इसलिए प्रकृति ने वर्षा ऋतु का वरदान समस्त जीवो को दिया है। वर्षा ऋतु को “जन्म” और “पुनर्जन्म” का समय भी कहा जाता है। सभी जीवो के लिए यह ऋतु  अत्यंत आवश्यक है।

वर्षा ऋतु सभी जीवो के लिए एक अनमोल वरदान है. हम सभी को इस मौसम का स्वागत पूरे हर्षोल्लास से करना चाहिए. वर्षा ऋतु आने पर ना सिर्फ गर्मी से राहत मिलती है, बल्कि यह चारों ओर हरियाली लेकर भी आती है. यह मौसम मन को प्रसन्नता प्रदान करता है. इसलिए हमें ईश्वर का धन्यवाद देना चाहिए कि उसने वर्षा ऋतु का उपहार हमें दिया है. 

3 thoughts on “वर्षा ऋतु पर निबंध (बारिश का महीना) Rainy Season Essay in Hindi”

Your essay are too good

Your essay is the best because it includes every single point So its the best

Leave a Comment Cancel reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed .

rain in hindi essay

बरसात के दिन पर निबंध 10 lines (Rainy Day Essay in Hindi) 100, 150, 200, 250, 300, 500, शब्दों मे

rain in hindi essay

बरसात के दिन पर निबंध (Rainy Day Essay in Hindi) – बरसात के दिन प्रकृति के अनुकरणीय गुण हैं। बरसात का दिन मानसून के मौसम में विशिष्ट होता है। यह वास्तव में बच्चों के लिए बहुत खुशी की बात है क्योंकि कई बार भारी बारिश के कारण उनके स्कूलों में छुट्टियां हो जाती हैं। अचानक छुट्टी और आराम करने की अप्रत्याशित गुंजाइश उन्हें बहुत खुशी देती है।

लगभग हम सभी को बारिश के मौसम का इंतजार रहता है। प्लुवियोफाइल के लिए, यह एक इलाज है क्योंकि वे बारिश के हर पहलू का आनंद लेते हैं। एक बरसात का दिन नए जीवन और एक नई शुरुआत का प्रतीक है। कवियों ने अपनी रचनाओं में वर्षा का वर्णन अत्यंत सौंदर्यपूर्ण ढंग से किया है।

आप लेख, घटनाओं, लोगों, खेल, प्रौद्योगिकी के बारे में और अधिक निबंध लेखन पढ़ सकते हैं।

छात्रों को बरसात के दिनों में निबंध लिखने में मदद करने के लिए, हमने इस लेख में एक लंबा और एक छोटा निबंध प्रदान किया है। हमने दस पंक्तियाँ भी प्रस्तुत की हैं ताकि बच्चों को विषय के बारे में स्पष्ट जानकारी मिल सके।

बरसात के दिन पर 10 लाइनें (10 Lines on Rainy Day in Hindi)

  • 1) बारिश के दिन का आनंद लेने के लिए बच्चे बाहर आते हैं और विभिन्न खेल खेलते हैं।
  • 2) परिवार के लिए बरसात का दिन मतलब चाय के समय पकौड़े जैसे गर्म स्नैक्स खाकर एक साथ क्वालिटी टाइम बिताना।
  • 3) कुछ लोग बरसात के दिन दैनिक दिनचर्या से छुट्टी लेकर संगीत सुनने और उपन्यास पढ़ने में समय व्यतीत करते हैं।
  • 4) लोग बारिश में नहाकर बारिश के दिन का आनंद लेते हैं क्योंकि बारिश का पानी शुद्ध और ताज़ा होता है।
  • 5) बारिश के दौरान युवा लॉन्ग ड्राइव पर जाना पसंद करते हैं क्योंकि मौसम ठंडा और खुशनुमा हो जाता है।
  • 6) बरसात के दिनों में छात्र या कॉलेज के स्नातक मस्ती के लिए लोकप्रिय खेल जैसे फुटबॉल खेलते हैं।
  • 7) बरसात के दिनों में हम क्षितिज में इंद्रधनुष देख सकते हैं जो युवा और वृद्धों को समान रूप से सुखद अनुभूति देता है।
  • 8) सर्दियों के दौरान बरसात के दिनों में मौसम बेहद ठंडा हो जाता है जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
  • 9) बरसात का दिन लेखकों और कवियों को प्रेरित करता है और उन्हें अपनी कविताओं, गीतों, प्राकृतिक प्रकृति के बारे में कहानियों में रचनात्मक पंक्तियों को जोड़ने का अवसर देता है।
  • 10) बरसात के दिन प्रकृति अधिक लयबद्ध और सुखदायक हो जाती है क्योंकि हम मोर, मेंढकों को बारिश का आनंद मनाने के लिए नाचते और कूदते देखते हैं।

बरसात के दिन पर निबंध 100 शब्द (Rainy day essay 100 words in Hindi)

बरसात के दिन लगभग सभी को प्यारे होते हैं। बच्चों को बारिश में खेलना अच्छा लगता है; बड़े-बुजुर्ग सिर्फ खिड़की के पीछे से इसकी खूबसूरती निहारना पसंद करते हैं। किसान भी इसे पसंद करते हैं, क्योंकि यह उर्वरता और बेहतर उपज लाता है। पशु अपनी रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने के लिए प्राकृतिक जल भंडार पर निर्भर हैं। बारिश इन भंडारों को भर देती है, जिससे यह सुनिश्चित हो जाता है कि जानवरों के लिए पर्याप्त पानी बना रहे।

वर्षा प्रकृति का धरती माता और उसके निवासियों के लिए एक सुंदर उपहार है। बारिश के बिना जीवन नहीं होगा और लोग पानी और भोजन की तलाश में दौड़ेंगे। हालांकि आप इसे महसूस नहीं कर सकते हैं, बारिश की तुलना में यह अधिक महत्वपूर्ण है। बारिश के बिना एक साल की कल्पना करें और परिणाम आपको डरा देंगे। जीवन को बनाए रखने के लिए बारिश इतनी जरूरी है कि बारिश का एक दिन भी जीवन के नए पट्टे की तरह लगता है।

इनके बारे मे भी जाने

  • Education System In India Essay
  • Essay On Swami Vivekananda
  • Gandhi Jayanti Essay
  • Good Manners Essay

बरसात के दिन पर निबंध 150 शब्द (Rainy day essay 150 words in Hindi)

बारिश का दिन ठंडी हवा और बारिश की फुहारों के साथ सुहावना मौसम लाता है। बच्चों, वयस्कों और वृद्धों सहित सभी आयु वर्ग के लोगों द्वारा इसका स्वागत किया जाता है। यह हमारे खराब मूड को जल्दी ठीक करता है और हमें उमस भरी गर्मी और उमस भरे मौसम से राहत देता है।

बारिश का दिन भी छात्रों को एक मजेदार ब्रेक प्रदान कर सकता है क्योंकि दुर्घटनाओं की संभावना से बचने के लिए अधिकांश स्कूल भारी बारिश के कारण छुट्टी घोषित करते हैं। यह किसानों के लिए एक आवश्यक भूमिका निभाता है क्योंकि यह उन्हें फसलों के विकास और पोषण में मदद करता है। बरसात का दिन पेड़-पौधों, पक्षियों और जानवरों के लिए भी वरदान है।

बरसात के दिन मौसम को खुशनुमा और सुकून भरा बनाकर हमें तरोताजा कर देते हैं। बरसात के दिन तीव्र गर्मी की लहर से एक उष्णकटिबंधीय देश को राहत प्रदान करते हैं। लेकिन इसके कुछ गलत पक्ष भी हैं, क्योंकि अधिक बारिश कई फसलों, फलों को नष्ट कर सकती है और गरीब लोगों के लिए स्थिति को कठिन बना सकती है।

बरसात के दिन पर निबंध 200 शब्द (Rainy day essay 200 words in Hindi)

एक सामान्य दिन में जागना और पानी की छोटी-छोटी बूंदों से लदे घने काले बादलों से घिरे आकाश को देखना एक ऐसी राहत है। तुरंत आप अपने आप से कहते हैं कि यह बारिश का दिन होने वाला है। आप अपने परिवार के सदस्यों को खबर का खुलासा करते हुए खुशी से बारिश शुरू होने का इंतजार करते हैं।

केवल आप ही नहीं, बल्कि सभी आयु वर्ग के कई लोग बारिश को भांप कर उत्साहित हो जाते हैं। लोग बारिश के दिनों को एक से अधिक कारणों से पसंद करते हैं। यह ताज़ा है और गर्मी से राहत देता है; यह खुशी और खुशी आदि लाता है।

 एक बरसात का दिन भी प्रकृति माँ को उसके सबसे अच्छे रूप में प्रकट करता है। यह मिट्टी के नीचे जीवन के रहस्यों को भी उजागर करता है; वे बिना बारिश के मृत खेल रहे हैं। बारिश के बाद अचानक कीड़ों और सरीसृपों की नई प्रजातियां जीवन में आ जाती हैं।

यह लोगों के लिए अपनी रोजमर्रा की दिनचर्या से एक छोटा ब्रेक लेने और एक कप कॉफी के लिए बारिश को देखने का भी समय है। पृथ्वी पर जीवन के विभिन्न रूपों को बनाए रखने के लिए भी बारिश बहुत महत्वपूर्ण है और किसी स्थान पर वनस्पति और जीव काफी हद तक उस विशेष स्थान पर बारिश के दिनों की संख्या पर निर्भर करते हैं।

बरसात के दिन पर निबंध 250 शब्द (Rainy day essay 250 words in Hindi)

जब भी बारिश का दिन आता है तो वह चेहरे पर मुस्कान ले आता है, खासकर बच्चों के। वे ही हैं जो इसका सबसे अधिक आनंद लेते हैं और शॉवर और ठंडी हवा के एक दिन का अधिकतम लाभ उठाते हैं।

गर्मी से राहत

यह बरसात के दिन के सबसे बड़े फायदों में से एक है। जैसा कि यह आमतौर पर गैर-मानसून महीनों में होता है, यह सूरज की गर्मी से राहत दिलाता है। हवा ठंडी हो जाती है और हर जगह ठंडी हवा का झोंका महसूस किया जा सकता है। लंबे और लगातार धूप वाले दिनों के बाद, ठंडी हवा का अहसास बस स्वर्ग जैसा होता है और एक ऐसा पल जिसे आप छोड़ना नहीं चाहेंगे।

तापमान में बदलाव मनुष्यों के साथ-साथ अन्य जीवित प्राणियों के लिए भी काफी भरपाई कर रहा है। हर कोई बूंदा बांदी और हवा का आनंद लेने के लिए बाहर आता है।

पुनःपूर्ति प्रकृति

बरसात का दिन प्रकृति की सेहत के लिए एक तरह से बूस्टर डोज का काम करता है। बारिश प्रकृति की हर चीज को छूती है, चाहे वह जीवन से बेजान हो। यह पानी के प्राकृतिक भंडार को भरता है ताकि पानी का उपयोग मनुष्य और जानवरों द्वारा समान रूप से किया जा सके। पशु और पक्षी अपनी पानी की जरूरतों के लिए केवल बारिश पर निर्भर होते हैं और एक बरसात का दिन उनके बहुत जरूरी जल भंडार को फिर से भर देता है। बरसात के दिनों में नए पौधे और वनस्पतियां भी उग आती हैं।

गर्मी और पसीने के बीच बारिश का दिन सबसे अच्छी चीज है जो पृथ्वी और उसके जीवों के लिए हो सकती है। यह वास्तव में सभी जीवित प्राणियों के साथ-साथ पृथ्वी द्वारा भी बहुप्रतीक्षित और स्वागत योग्य है।

बरसात के दिन पर निबंध 300 शब्द (Rainy day essay 300 words in Hindi)

बरसात का दिन सभी के लिए एक संगीतमय आश्चर्य के रूप में आता है, एक सुस्वादु जलवायु और सर्द मौसम लाता है। काले बादल अपने नीचे की धरती पर पानी की बूंदों की बौछार करते हैं। जलवायु सुहावनी हो जाती है – बरसात के दिन न अधिक ठंडी, न अधिक गर्म।

एक बरसात का दिन भूमि पर वनस्पतियों को साफ करता है और सब कुछ नया और ताज़ा दिखता है; नतीजतन, हमारे चारों ओर की हरियाली अपने हरे-भरे रंग को प्रकट करती है। एक बरसात का दिन सिंचाई और उपज बढ़ाने के लिए भी उपयुक्त है, और भविष्य के लिए वर्षा जल के संरक्षण की संभावनाओं को खोलने के लिए भी, क्योंकि यह पृथ्वी के प्राकृतिक जल निकायों को फिर से भरने में मदद करता है।

यह पानी के अभाव में संघर्ष कर रहे जानवरों को नया जीवन देता है। यह पृथ्वी और उस पर जीवन को पुनर्जीवित करने का प्रकृति का तरीका है, जो केवल प्राकृतिक जल संसाधनों पर निर्भर सभी वनस्पतियों और जीवों के लिए ताजे पानी का आशीर्वाद लाता है।

बरसात का दिन कृषि गतिविधियों के लिए भी उपयुक्त है, क्योंकि कई फसलें पूरी तरह बारिश पर निर्भर करती हैं। यह किसानों के लिए बहुत बड़ी भूमिका निभाता है क्योंकि यह उन्हें फसलों के विकास और पोषण में मदद करता है। पानी बहुतायत हो जाता है; बरसात के दिन नदियाँ, नहरें और जलस्रोत उफान पर आ जाते हैं और जीवन से सराबोर हो जाते हैं।

बारिश विभिन्न सरीसृप और उभयचर प्रजातियों को सांप और मेंढक की तरह उनके छिपने से बाहर लाती है। ठंड के मौसम का आनंद लेने के लिए घरों में कई तरह के गर्म व्यंजन बनाए जाते हैं। बरसात का दिन आपके घर की बालकनी पर बैठकर गर्म कॉफी की चुस्की लेते हुए सबसे अच्छा व्यतीत होता है। बरसात का दिन प्रकृति का सबसे अच्छा लाता है लेकिन बारिश में खुश दिखने वाले लोगों को भी। बारिश में सफर करने के लिए लोग छाते का इस्तेमाल करते हैं और सूखे रहते हैं।

लेकिन बरसात के दिन के बुरे पक्ष भी हैं। कभी-कभी, बारिश की एक विस्तृत मात्रा बाढ़ जैसी क्षति का कारण बन सकती है और हमारे काम में बाधा उत्पन्न कर सकती है। यह कम उम्र के लोगों के दैनिक जीवन को भी खराब कर देता है, जिससे उनके लिए दोनों सिरों को पूरा करना मुश्किल हो जाता है।

बरसात के दिन पर निबंध 500 शब्द (Rainy day essay 500 words in Hindi)

Rainy Day बच्चों और बड़ों को बहुत पसंद होता है और यह उनके जीवन को थोड़ा कम उबाऊ बना देता है, भले ही वह केवल एक दिन के लिए ही क्यों न हो। जैसे जल की बूँदें पृथ्वी पर गिरती हैं, वैसे ही जीव जीवन और आनन्द से प्रफुल्लित हो जाते हैं। इस निबंध में हम ग्रामीण और शहरी जीवन पर बारिश के दिनों के प्रभाव, इसके फायदे और इससे होने वाली असुविधाओं के बारे में जानेंगे।

बरसात के दिन के प्रभाव

गांव का जीवन हो या शहरी जीवन; बरसात का दिन उनमें से प्रत्येक को अपने तरीके से प्रभावित करता है। हम संक्षेप में जानेंगे कि बारिश का दिन एक आम ग्रामीण और शहरवासी के जीवन को कैसे प्रभावित करता है।

  • ग्राम जीवन पर

शहरों के मुकाबले गांवों में आम दिनों में थोड़ी नींद आती है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि ग्रामीणों का मुख्य पेशा कृषि है, इसलिए शहरों की तरह आपके पास समय पर दफ्तर पहुंचने के लिए लोगों की भीड़ नहीं होगी। केवल किसान अपने खेतों की देखभाल कर रहे हैं और छात्रों का एक समूह अपने स्कूल के लिए जा रहा है। अगर बारिश होती है, तो यह एक गांव में सभी को ज्यादा प्रभावित नहीं करती है; हालांकि यह उन्हें थोड़ा विलंबित कर सकता है।

किसान बिना किसी नुकसान के डर के आसानी से बारिश के थमने का इंतजार कर सकते हैं; जब तक बारिश उनकी फसलों को नुकसान पहुंचाने के लिए बहुत अधिक न हो। इसके अलावा, गांव के निवासी बारिश के दिन को सामान्य गतिविधि के रूप में लेते हैं। बच्चे भी भीगने और शॉवर का आनंद लेने से नहीं डरते। शहरों के बच्चों के विपरीत, गाँव के बच्चों को बारिश में खेलते और बारिश के दिन का आनंद लेते हुए आसानी से देखा जा सकता है।

  • शहरी जीवन पर

बरसात के दिन का प्रभाव, जैसा कि शहरी बस्तियों में महसूस किया जाता है, गांवों से पूरी तरह अलग होता है। यहां के लोगों को अपने कार्यालयों और व्यवसायों में काफी देर हो जाती है। शहरों में समय का अर्थ धन है; इसलिए; बहुत से शहरवासी बरसात के दिन को ज्यादा पसंद नहीं करते हैं। कार्यालय जाने वाले और दुकानदार बेमौसमी बारिश के दिन का स्वागत नहीं करते हैं, क्योंकि इसका मतलब उनके लिए एक लंबा विलंब या नुकसान है।

इसके अलावा, जिन शहरों में बुनियादी ढांचागत योजना खराब है, उन्हें जल जमाव का सामना करना पड़ सकता है, जिससे लोगों को और अधिक असुविधा हो सकती है। साथ ही, जल जमाव और ट्रैफिक जाम के कारण आवश्यक आपातकालीन सेवाओं में देरी होती है। लेकिन, शिकायतों के बावजूद, लोग अभी भी बारिश के दिन की प्रकृति की सुंदरता के लिए प्रशंसा और प्यार करते हैं जो इसे प्रकट करता है।

बरसात के दिन के फायदे

समाज के विभिन्न वर्गों के साथ-साथ प्रकृति और अन्य जीवित प्राणियों द्वारा महसूस किए गए बरसात के दिन के निम्नलिखित फायदे हैं।

  • यह मिट्टी को भरता है और पौधों को पोषण प्रदान करता है।
  • प्राकृतिक जल भंडार के साथ-साथ भूजल को भी भरता है।
  • इंसानों और जानवरों के लिए भी गर्मी से बहुत स्वागत योग्य राहत प्रदान करता है।
  • बच्चों को स्कूल से एक दिन की छुट्टी और बारिश में खेलने के लिए मिलता है।
  • बारिश के दिन का भी किसानों द्वारा स्वागत किया जाता है क्योंकि यह उनकी वनस्पति को पानी देता है और मिट्टी को भर देता है।
  • यह वर्षा जल संचयन के माध्यम से जल संरक्षण का अवसर प्रदान करता है।
  • प्राकृतिक वनों के अंदर गहरे तालाबों को भरता है, जो वन्यजीवों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
  • एक दिन की बारिश भी नए पौधे और वनस्पति उगाने में मदद कर सकती है।
  • पृथ्वी की सतह के साथ-साथ हवा से धूल और गंदगी को धो कर एक प्राकृतिक सफाई एजेंट के रूप में कार्य करता है।
  • गर्मी से राहत देता है और मौसम को और सुहाना बना देता है।
  • तपती गर्मी की तुलना में बरसात के दिन काम करना अधिक आसान और आनंददायक हो जाता है।

बरसात का दिन बच्चों के साथ-साथ समाज के सभी वर्गों के बड़ों को भी पसंद होता है। हालांकि यह कई मोर्चों पर थोड़ी परेशानी का कारण बनता है, फिर भी लोगों को बारिश का दिन लगता है।

बरसात के दिन पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

प्र.1 आकाश में वर्षा के बाद हम क्या देखते हैं.

उत्तर. आसमान में बारिश के बाद हम इन्द्रधनुष देख सकते हैं।

Q.2 हम इंद्रधनुष में कौन से रंग देख सकते हैं?

उत्तर. हम एक इंद्रधनुष में बैंगनी, नील, नीला, हरा, पीला, नारंगी और लाल रंग देख सकते हैं।

प्र.3 बरसात के दिन जब हम घर से बाहर जाते हैं तो क्या पहनते हैं?

उत्तर. बरसात के दिन हम बाहर जाने के लिए रेनकोट, रेन कैप और गमबूट पहनते हैं।

Q.4 ग्रीष्म ऋतु के बाद वर्षा ऋतु का क्या लाभ है?

उत्तर. गर्मी के मौसम के बाद बारिश के मौसम का आना हमें गर्मी की चिलचिलाती धूप से राहत देता है।

Q.5 भारत के किस राज्य में सबसे अधिक औसत वार्षिक वर्षा होती है?

उत्तर. सिक्किम भारत का वह राज्य है जहां सबसे अधिक औसत वार्षिक वर्षा होती है।

HindiKiDuniyacom

वर्षा ऋतु पर निबंध (Rainy Season Essay in Hindi)

वर्षा ऋतु

वर्ष ऋतु हमारे लिए ढेर सारी खुशियों की बौछार लेके आती है। भारत में वर्षा ऋतु एक बेहद ही महत्वपूर्ण ऋतु है। वर्षा ऋतु आषाढ़, श्रावण तथा भादो मास में मुख्य रूप से होती है। वर्षा ऋतु मुझे बहुत पसंद है। ये भारत के चार ऋतुओं में से मेरी सबसे प्रिय ऋतु है। यह गर्मी के मौसम के बाद आती है, जो साल की सबसे गर्म ऋतु होती है। भयंकर गर्मी, गर्म हवाएँ (लू), और तमाम तरह की चमड़े की दिक्कतों की वजह से मैं गर्मी के मौसम में काफी परेशान हो जाता हूँ। हालाँकि, सभी परेशानियाँ वर्षा ऋतु के आने के साथ ही दूर हो जाती है।

Seasons in India Essay in Hindi | 10 Lines on Rainy Season in Hindi

वर्षा ऋतु पर छोटे तथा बड़े निबंध (Short and Long Essay on Rainy Season in Hindi, Varsha Ritu par Nibandh Hindi mein)

वर्षा ऋतु पर निबंध – 1 (250 – 300 शब्द).

मनुष्यों के साथ ही साथ पेड़, पौधे, चिड़ियाँ और जानवर सभी उत्सुकता के साथ वर्षा ऋतु का इंतजार करते है और इसके स्वागत के लिये ढेर सारी तैयारियाँ करते है। इस मौसम में सभी को गर्मी से राहत और सुकून मिलता है।

वर्षा ऋतु का आगमन

भारत में वर्षा ऋतु जुलाई महीने में शुरु हो जाती है और सितंबर के आखिर तक रहती है। ये असहनीय गर्मी के बाद सभी के जीवन में उम्मीद और राहत की फुहार लेकर आती है। आकाश बहुत चमकदार, साफ और हल्के नीले रंग का दिखाई पड़ता है और कई बार तो सात रंगों वाला इन्द्रधनुष भी दिखाई देता है। पूरा वातावरण सुंदर और आकर्षक दिखाई देता है। आकाश में सफेद, भूरे और गहरे काले बादल भ्रमण करते दिखाई देते है।

प्रकृति पर वर्षा ऋतु का प्रभाव

सभी पेड़ और पौधे नयी हरी पत्तियों से भर जाते है तथा बगीचें और मैदान सुंदर दिखाई देने वाले हरे मखमल की घासों से ढक जाते है। जल के सभी प्राकृतिक स्रोत जैसे नदियां, तालाबें, गड्ढें आदि पानी से भर जाते है। सड़कें और खेल के मैदान भी पानी से भर जाते है और मिट्टी कीचड़ युक्त हो जाती है।

वर्षा ऋतु की विशेषताएं

वर्षा ऋतु, किसानों के लिये फसलों के लिहाज से बहुत फायदेमंद रहती है। वर्षा ऋतु में जीव जन्तु भी बढ़ने लगते हैं। ये हर एक के लिये शुभ मौसम होता है और सभी इसमें खुशी के साथ ढेर सारी मस्ती करते है। इस मौसम में हम सभी पके हुये आम का लुत्फ उठाते है। वर्षा से फसलों के लिए पानी मिलता है तथा सूखे हुए कुएं, तालाबों तथा नदियों को फिर से भरने का कार्य वर्षा के द्वारा ही किया जाता है।

वर्षा ऋतु में वातावरण शुद्ध और दर्शनीय हो जाता है। प्रकृति फल और फूलों से लद जाती है। हमें वर्षा ऋतु बहुत पसंद आता है।

इसे यूट्यूब पर देखें : Essay on Rainy Season in Hindi

निबंध 2 (300 शब्द) – वर्षा ऋतु के फायदे व नुकसान

वर्षा ऋतु में आकाश में बादल छा जाते हैं, वे गरजते हैं और सुंदर लगते हैं। हरियाली से धरती हरी-हरी मखमल सी लगने लगती है। वृक्षों पर नये पत्ते फिर से निकलने लगते हैं। वृक्ष लताएँ मानो हरियाली के स्तम्भ लगते हैं। खेत फूले नहीं समाते, वास्तव में वर्षा ऋतु किसानों के लिये ईश्वर के द्वारा दिया गया एक वरदान है। वर्षा ऋतु में जीव जन्तु भी बढ़ने लगते हैं। ये हर एक के लिये शुभ मौसम होता है और सभी इसमें खुशी के साथ ढेर सारी मस्ती करते है।

वर्षा ऋतु में इंद्रधनुष

भारत में वर्षा ऋतु जुलाई महीने में शुरु हो जाती है और सितंबर के आखिर तक रहता है। ये असहनीय गर्मी के बाद सभी के जीवन में उम्मीद और राहत की फुहार लेकर आता है। इंसानों के साथ ही पेड़, पौधे, चिड़ियाँ और जानवर सभी उत्सुकता के साथ इसका इंतजार करते है और इसके स्वागत के लिये ढेर सारी तैयारियाँ करते है। इस मौसम में सभी को राहत की साँस और सुकून मिलता है।

आकाश बहुत चमकदार, साफ और हल्के नीले रंग का दिखाई पड़ता है और कई बार तो सात रंगों वाला इन्द्रधनुष भी दिखाई देता है। पूरा वातावरण सुंदर और आकर्षक दिखाई देता है। सामान्यतः मैं हरे-भरे पर्यावरण और दूसरी चीजों की तस्वीर लेता हूँ जिससे ये मेरे कैमरे में यादों की तरह रहे। आकाश में सफेद, भूरा और गहरा काला बादल भ्रमण करता दिखाई देता है।

इस मौसम में हम सभी पके हुये आम का लुत्फ़ उठाते है। वर्षा से फसलों के लिए पानी मिलता है तथा सूखे हुए कुएं, तालाबों तथा नदियों को फिर से भरने का कार्य वर्षा के द्वारा ही किया जाता है। इसीलिए कहा जाता है कि जल ही जीवन है।

संक्रामक बीमारियों के फैलने का डर

सभी पेड़ और पौधे नयी हरी पत्तियों से भर जाते है तथा उद्यान और मैदान सुंदर दिखाई देने वाले हरे मखमल की घासों से ढक जाते है। जल के सभी प्राकृतिक स्रोत जैसे नदियॉ, तालें, तालाबें, गड्ढें आदि पानी से भर जाता है। सड़कें और खेल का मैदान भी पानी से भर जाता है और मिट्टी कीचड़युक्त हो जाती है। वर्षा ऋतु के ढेर सारे फायदे और नुकसान है।

एक तरफ ये लोगों को गरमी से राहत देती तो दूसरी तरफ इसमें कई सारी संक्रामक बीमारियों के फैलने का डर बना रहता है। यह किसानों के लिये फसलों के लिहाज से बहुत फायदेमंद रहता है लेकिन यह कई सारी संक्रमित बीमारियों को भी फैलाता है। इससे शरीर की त्वचा को काफी असुविधा होती है। इसके कारण डायरिया, पेचिश, टाईफॉइड और पाचन से संबंधित परेशानियाँ सामने आती है।

वर्षा ऋतु में रोगों के संक्रमण की संभावना अधिक हो जाती है और लोग अधिक बीमार पड़ने लगते है। इसलिए इस ऋतु में लोगों को सावधानी से रहना चाहिए और बारिश का मजा लेना चाहिए और जहां तक हो सके बारिश के पानी को संचित करने का उपाय ढूँढना चाहिए।

Rainy Season Essay in Hindi

निबंध 3 (400 शब्द) – वर्षा ऋतु का महत्व

धरती तप रही थी सूर्य आग उगल रहा था। सारे पेड़ पौधे सुख रहे थे। पक्षी-पशु जल बिना बेहाल थे। हर व्यक्ति उत्तेजना से मानसून की प्रतीक्षा कर रहा था। तभी आश्चर्यजनक रूप से मौसम में बदलाव आया। आकाश बदलो से घिर गया, तेज हवा और गड़गड़ाहट के साथ मध्य वर्षा होने लगी। मिट्टी की सौंधी सुगंध सांसों को महकने लगी। पेड़ पौधों में नया जीवन आ गया।

वर्षा ऋतु हम सभी के लिये प्यारा मौसम होता है। सामान्यतः: ये जुलाई के महीने में आता है और सितंबर के महीने में जाता है। ये प्रचण्ड गर्मी के मौसम के बाद आता है। ये धरती पर मौजूद हर जीव-जन्तु के लिये एक उम्मीद और जीवन लेकर आता है जो सूरज की ताप की वजह से खत्म हो जाता है। यह अपने प्राकृतिक और ठंडे बारिश के पानी की वजह से लोगों को बहुत राहत देता है। गर्मी के कारण जो नदी और तालाब सूख जाते वे फिर से बारिश के पानी से भर जाते है इससे जलचरों को नया जीवन मिल जाता है। यह उद्यानों और मैदानों को उनकी हरियाली वापस देती है। वर्षा हमारे पर्यावरण को एक नयी सुंदरता प्रदान करती है हालाँकि ये दुख की बात है कि ये सिर्फ तीन महीनों के लिये रहती है।

वर्षा ऋतु का सबसे अधिक महत्व किसानों के लिये

आम जन जीवन के अलावा वर्षा ऋतु का सबसे अधिक महत्व किसानों के लिये है क्योंकि खेती के लिये पानी की अत्यधिक आवश्यकता होती है जिससे फसलों को पानी की कमी न हो। सामान्यतः: किसान कई सारे गड्ढे और तालाब बनाकर रखते है जिससे वर्षा के जल का जरूरत के समय उपयोग कर सकें। वास्तव में वर्षा ऋतु किसानों के लिये ईश्वर के द्वारा दिया गया एक वरदान है। बारिश न होने पर वे इन्द्रराज देव से वर्षा के लिये प्रार्थना करते है और अंततः: उन्हें वर्षा का आशीर्वाद मिल जाता है। आसमान में बादल छाये रहते है क्योंकि आकाश में यहाँ और वहाँ काले, सफेद और भूरे बादल भ्रमण करते रहते है। घूमते बादल अपने साथ पानी लिये रहते है और जब मानसून आता है तो बारिश हो जाती है।

वर्षा ऋतु के आने से पर्यावरण की सुंदरता बढ़ जाती है। मुझे हरियाली बेहद पसंद है। वर्षा ऋतु के पलों का आनन्द लेने के लिये मैं सामान्यतः अपने परिवार के साथ बाहर घूमने जाता हूँ। पिछले साल मैं नैनीताल गया था और वह एक अच्छा अनुभव था। कई पानी से भरे बादल कार में हमारे शरीर पर पड़े और कुछ खिड़की से बाहर निकल गये। बारिश बहुत धीमे हो रही थी और हम सभी इसका आनन्द उठा रहे थे। हम लोगों ने नैनीताल में बोटिंग (नौकायन) का भी आनन्द उठाया। हरियाली से भरा नैनीताल बहुत अद्भुत लग रहा था।

ज्यादा बारिश हमेशा खुशियां ही नहीं लाता कभी-कभी जल प्रलय का कारण भी बन जाता है। कई जगह ज्यादा बारिश होने से गांव डूब जाते है और जन-धन की भी हानि होती है। बहुत ज्यादा बारिश के कारण खेते डूब जाते है फसलें भी नष्ट हो जाती और किसानों को बहुत नुकसान भी होता है।

Essay on Rainy Season in Hindi

निबंध 4 (600 शब्द) – वर्षा ऋतु के अगर फायदे हैं तो नुकसान भी है

वर्षा ऋतु को सभी ऋतुओं का रानी कहा जाता है। भारत में चार मुख्य ऋतुओं में वर्षा ऋतु एक है। यह हर साल गरमी के मौसम के बाद जुलाई से शुरु होकर सितंबर तक रहता है। जब मानसून आता है तो आकाश के बादल बरसते है । गर्मी के मौसम में तापमान अधिक होने के कारण पानी के संसाधन जैसे महासागर, नदी आदि वाष्प के रुप में बादल बन जाते है। वाष्प आकाश में इकट्ठा होती है और बादल बन जाते है जो वर्षा ऋतु में चलते है जब मानसून बहता है और बादल आपस में घर्षण करते है। इससे बिजली चमकती और गरजती है और फिर बारिश होती है।

हमारे देश में चार मुख्य ऋतुओं में वर्षा ऋतु एक है। यह ऐसी ऋतु है जो लगभग सभी लोगों की पसंदीदा होती है क्योंकि झुलसा देने वाली गर्मी के बाद ये राहत का एहसास लेकर आती है। वर्षा ऋतु जुलाई से शुरू होती है अर्थात सावन भादों के महीनों में होती है। यह मौसम भारतीय किसानों के लिए बेहद ही हितकारी एवं महत्वपूर्ण है।

कड़कड़ाती गर्मी के बाद जून और जुलाई के महीने में वर्षा ऋतु का आगमन होता है और लोगों को गर्मी से काफी राहत मिलती है। वर्षा ऋतु एक बहुत ही सुहाना ऋतु है। वर्षा ऋतु आते ही लोगों में खासकर के किसानों में खुशियों का संचार हो जाता है। वर्षा ऋतु सिर्फ गर्मी से ही राहत नहीं देता है बल्कि यह खेती के लिए वरदान है। बहुत सारे फसल अच्छी वर्षा पर निर्भर करता है। अगर अच्छी वर्षा नहीं हुई तो ज्यादा उपज नहीं हो पाएगा, जिससे लोगों को सस्ते में अनाज नहीं मिल पाएगा।

वर्षा ऋतु के दोनों पहलू : फायदे और नुकसान

वर्षा ऋतु के अपने फायदे और नुकसान है। बारिश का मौसम सभी को अच्छा लगता है क्योंकि यह सूरज की तपती गर्मी से राहत देता है। यह पर्यावरण से सभी गर्मी को हटा देता है और एक ठंडक एहसास होता है। यह पेड़, पौधे, घास, फसल और सब्जियों आदि को बढ़ने में मदद करता है। यह मौसम सभी जानवरों और पक्षियों को भी बेहद पसंद होता है क्योंकि उन्हें चरने के लिये ढेर सारी घास और पीने के लिये पानी मिल जाता है। और इससे हमें दिन में दो बार गाय और भैंसों का दूध उपलब्ध हो जाता है। सभी प्राकृतिक संसाधन जैसे नदी और तालाब आदि पानी से भर जाते है।

जब बारिश होती है तो सभी सड़कें, उद्यान तथा खेल के मैदान आदि जलमग्न और कीचड़युक्त हो जाते है। इससे हमें रोज खेलने में बाधा उत्पन्न होती है। सूरज की उपयुक्त रोशनी के बिना सब कुछ बदबू करने लगता है। सूरज की रोशनी की कमी की वजह से बड़े स्तर पर संक्रामक बीमारियों (विषाणु, फफूंदी और बैक्टीरिया से होने वाली) के फैलने का खतरा बढ़ जाता है। वर्षा ऋतु में, भूमि की कीचड़ और संक्रमित वर्षा का पानी धरती के अंदर जाकर पानी के मुख्य स्रोत के साथ में मिलकर पाचन क्रियाओं के तंत्र को बिगाड़ देते है। भारी बारिश के कारण बाढ़ की संभावना भी बनी रहता है।

वर्षा का दृश्य

पृथ्वी को मनोरम और अलौकिक रूप को देखकर बादल भी उसकी ओर आकर्षित होकर प्रेमी नायक की भांति झुकते ही चले आते हैं। और रसमय होकर उसे सरस बना देते हैं।  जैसे ही पृथ्वी पर बूँदें पड़ने लगती है वैसे ही पृथ्वी से अद्भुत भीनी-भीनी सुगंध उठने लगती है। वृक्षों में नया जीवन आ जाता है और वे हरे-भरे हो जाते हैं। पक्षी गण कलरव करने लगते हैं। इस प्रकार वर्षा के आगमन से  वातावरण ही बदल जाता हैं।

आखिरकार सभी के द्वारा वर्षा ऋतु को बहुत पसंद किया जाता है। हर तरफ हरियाली ही दिखाई देती है। पेड़, पौधे और लताओं में नयी पत्तियाँ आ जाती है। फूल खिलना शुरु हो जाते है। हमें आकाश में इन्द्र धनुष देखने का बेहतरीन मौका मिलता है। इस मौसम में सूरज भी लुका-छिपी खेलता है। मोर और दूसरे पक्षी अपने पंखों को फैलाकर झूमने लगते है। हम सभी वर्षा ऋतु का आनन्द स्कूल और घर दोनों जगह लेते है।

FAQs: Frequently Asked Questions

उत्तर – वर्ष भर में एक बार आने वाली वह ऋतु जिसमें वायुमंडलीय तापमान और आर्द्रता सामान्यतः उच्च रहते हैं, वर्षा ऋतु कहलाती है।

उत्तर – वर्षा ऋतु जून-जुलाई के महीने में आती है।

उत्तर – वर्षा ऋतु में अरहर, चावल, मक्का, मूंगफली, सोयाबीन आदि फसलें बोई जाती हैं।

उत्तर – वर्षा ऋतु में बोई जाने वाली फसलों को खरीफ फसल कहते हैं।

सम्बंधित जानकारी:

Rainy Day Essay in Hindi

10 Lines on Rainy Day in Hindi

बारिश/वर्षा ऋतु पर कविता

वर्षा जल संचयन पर निबंध

संबंधित पोस्ट

मेरी रुचि

मेरी रुचि पर निबंध (My Hobby Essay in Hindi)

धन

धन पर निबंध (Money Essay in Hindi)

समाचार पत्र

समाचार पत्र पर निबंध (Newspaper Essay in Hindi)

मेरा स्कूल

मेरा स्कूल पर निबंध (My School Essay in Hindi)

शिक्षा का महत्व

शिक्षा का महत्व पर निबंध (Importance of Education Essay in Hindi)

बाघ

बाघ पर निबंध (Tiger Essay in Hindi)

Question and Answer forum for K12 Students

Rainy Season Essay in Hindi

वर्षा ऋतु निबंध – Rainy Season Essay in Hindi

वर्षा ऋतु पर छोटे तथा बड़े निबंध (essay on rainy season in hindi), बरसात का एक दिन। – a rainy day.

  • प्रस्तावना,
  • वर्षा का आगमन,
  • वर्षा के विविध दृश्य,
  • एक दिन की घटना,

साथ ही, कक्षा 1 से 10 तक के छात्र उदाहरणों के साथ इस पृष्ठ से विभिन्न हिंदी निबंध विषय पा सकते हैं।

प्रस्तावना- भारतवर्ष प्रकृति की रमणीय क्रीड़ास्थली है। प्रकृति के जैसे मनोरम दृश्य भारत में देखने को मिलते हैं, वे संसार के किसी अन्य देश में दुर्लभ हैं। यहाँ छ: ऋतुएँ क्रमश: आती और जाती हैं, जबकि संसार के अन्य किसी भी देश में छः ऋतुएँ नहीं होती हैं। इन छ: ऋतुओं में वर्षा ऋतु अपना विशेष स्थान रखती है। दिनकर जी के शब्दों में-

“है बसन्त ऋतुओं का राजा। वर्षा ऋतुओं की रानी॥”

Rainy Season Essay in Hindi

सन्त वर्षा का आगमन- जेठ का महीना बीत रहा था। ग्रीष्म ऋतु अपने पूर्ण उत्कर्ष पर थी। जेठ की दोपहरी ऐसी तपती थी कि संसार के सभी जीव-जन्तु वृक्षों की छाया में हाँपते हुए समय काटते थे। मनुष्य लूओं से बचने के लिए कहीं अँधेरे घरों में छिप जाना चाहते थे। धीरे-धीरे आया आषाढ़ का पहला दिन, आकाश में बादल दिखाई दिया।

यह वही दिन था जिस दिन कालिदास के प्रिया-विरह से संतप्त यक्ष ने मेघ को अपना दूत बनाया था। धीरे-धीरे आकाश बादलों से ढक गया। किसानों की जान में जान आ गयी। बादलो को देखकर उनकी आँखें ठंडी होने लगीं। एक-दो दिन तक बादल जमते गये।

आखिर बादलों ने धरती की प्यास बुझाई। संसार को चैन मिला। चींटी से लेकर हाथी तक, जड़ से लेकर चेतन तक सभी प्राणिय और वनस्पतियों में नवजीवन का संचार हो गया। चारों ओर हर्षोल्लास छा गया।

Essay on Rainy Season in Hindi

वर्षा के विविध दृश्य- वर्षा के विविध दृश्य भी कैसे विचित्र होते हैं? आकाश बादलों से ढका रहता है। कभी-कभी तो कई-कई दिन तक सूर्य के दर्शन नहीं होते। शस्यश्यामला धरती का सौन्दर्य देखते ही बनता है। बादलों को देखकर वन-उपवन में मोर आनन्दमग्न होकर नाचते हैं। नदी-नालों में उफान आ जाता है।

पोखर और सरोवर का पानी सीमा लाँघ जाता है। नदियाँ जल से तटों को डुबाकर घमंड से इतराने लगती हैं। सब ओर पानी ही पानी दिखाई देता है। मेंढकों की टर्र-टर्र और झींगुरियों की झनकार एक विचित्र समा बाँध देती है।

एक दिन की घटना- वर्षा ऋतु अपने चरम उत्कर्ष पर थी। एक दिन एक विचित्र दृश्य उपस्थित हुआ। यह था-श्रावण का एक दिन! आकाश बादलों से ढका हुआ था। रात बीती, प्रभात हुआ। सूर्य के तो कई दिनों से दर्शन न हुए थे। प्रभात हो जाने पर भी अंधेरा बढ़ता चला आ रहा था।

घड़ी साढ़े छ: बजा रही थी। हम लोग स्कूल जाने की तैयारी में थे कि अचानक वर्षा आरम्भ हो गयी। मूसलाधार वर्षा, रुकने का नाम नहीं। थोड़ी देर में सब ओर पानी ही पानी हो गया। गलियों और सड़कों पर पानी की नदियाँ सी बह रही थीं। कुछ देर बाद तो हमारे घर में भी पानी भर आया।

सहन में पानी, बरामदे में पानी और फिर कमरों में भी पानी। सारे मुहल्ले में शोर मचा था। लगता था जैसे प्रलय आ जायेगी। तीन घंटे की लगातार वर्षा ने सब ओर त्राहि-त्राहि मचा दी। उस दिन स्कूल जाने की किसी में हिम्मत न थी।

सुबह को जलपान हुआ था तत्पश्चात पोखर की तरह जलपूर्ण रसोई में भोजन बनने का प्रश्न ही नही था। उस दिन लाचारी का व्रत हुआ। दिनभर घरों का पानी उलीचते रहे, घरों की सफाई करते रहे। हाँ, वर्षा रुकने पर हम लोग घर से बाहर निकले और पानी में छप-छप करते फिरे।

बाग में गये, आमों के ढेर लगे थे। खूब छक कर आम खाये। तीसरे पहर घर लौट कर आये। उस समय पानी साफ हो गया था। धूप निकल आयी थी। भोजन तैयार था और मम्मी-पापा मेरी ही प्रतीक्षा कर रहे थे। सबने भोजन किया। धीरे धीरे सूर्य अस्ताचल पर पहुँच गया। इस प्रकार यह बरसात का दिन बीता। आज भी वह दिन मुझे जब याद आता है, देर तक सोचता रहता हूँ।

उपसंहार- वर्षा भारत के लिए वरदान बनकर आती है। कभी-कभी बाढ़ और तूफानों से यह प्रलय का दृश्य भी उपस्थित कर देती है। प्राय: धन-जन की भी क्षति हो जाती है, तथापि वर्षा के द्वारा ही उस विनाश की क्षतिपूर्ति भी हो जाती है। वर्षा अन्न और जल देने वाली शक्ति है। यह जीवनदायिनी सुन्दर ऋतु है। यही मानव जीवन का आधार है। इसके आते ही बच्चे गा उठते हैं-

“जीवन-धन-सूखदाई लाई। वर्षा आई, वर्षा आई॥ पशु-पक्षी मानव हरषाने। जड़-चेतन की प्यास बुझाने॥ सघन घटाएँ संग में लाई। वर्षा आई, वर्षा आई॥”

वर्षा ऋतु पर निबंध – सरल शब्दों में | Essay on Rainy Season in Hindi

क्या आप वर्षा ऋतु पर निबंध लिखना चाहते हैं? अगर आप ढूंढ रहे हैं Essay on Rainy Season in Hindi तो आप बिलकुल सही जगह पर आये हैं। इस पोस्ट में हम आपके लिए बरसात के मौसम पर short essay लेकर आये हैं जो की बहुत ही सरल भाषा में लिखे गये हैं। हमें उम्मीद है आपको ये वर्षा ऋतु के बारे में निबंध पसंद आयेंगे। आप इस निबंध को स्कूल-कॉलेज या प्रतियोगिता आदि में लिख सकते हैं।

वर्षा ऋतु पर निबंध – 100 शब्दों में | Short Essay on Rainy Season in Hindi

मुझे वर्षा ऋतु बहुत पसंद है। यह हर वर्ष जुलाई के महीने में आता है और हमें मई जून की तपती गर्मी से राहत देता है। यह मौसम जुलाई से सितम्बर तक तीन महीने तक रहता है। जब बारिश होती है तो सूखे हुए पेड़-पौधे फिर से हरे-भरे हो जाते हैं।

इस मौसम में हम मीठे-मीठे आम को खाने का आनंद लेते हैं। साथ ही इस ऋतु में हम सभी भारतीय कई सारे त्यौहार जैसे रक्षाबंधन, कृष्ण जन्माष्टमी, गणेश पूजा, ईद-उल-जुहा, मुहर्रम आदि को बड़े धूम-धाम से मनाते हैं। इसके अलावा लम्बी छुट्टी के बाद इसी महीने में हमारी स्कूल फिर से शुरू होती है। नये कॉपी-किताबों के साथ हम बड़े उत्साह से नई कक्षा में प्रवेश लेते हैं।

Varsha Ritu Par Nibandh – 250 शब्द

मई-जून की तपती हुई गर्मी को शांत करने के लिए हमारे देश में जुलाई महीने में वर्षा ऋतु का आगमन होता है। बरसात का यह मौसम पेड़, पौधे, मनुष्य तथा सम्पूर्ण जीव जगत में एक नया उत्साह पैदा कर देती है।

गर्मी से सूखे हुए पेड़ फिर से हरे-भरे हो जाते हैं, तपती हुई धरती में जब पानी की बूँदें पड़ती हैं तो बंजर खाली जमीन में घास और नये पौधे निकल आते हैं।

किसानो के लिए वर्षा ऋतु किसी वरदान से कम नही है। गर्मी के मौसम में सारे खेत-खलिहान सूख जाते हैं। नदी-तालाबों, कुओं और सभी जल स्त्रोतों में पानी की कमी हो जाती है ऐसे में किसान फसल नही उगा सकते इसलिए उन्हें बरसात के मौसम का इन्तजार रहता है ताकि खेती करके अच्छी फसल उगा सकें और साल भर के लिए अनाज का प्रबंध कर सकें।

वर्षा ऋतु का महत्त्व

सभी ऋतुओं में वर्षा ऋतु का अपना एक अलग महत्व है। जैसा की हम सब को पता है की जल के बिना जीवन सम्भव नही है, अगर बरसात नही होगी तो पानी की कमी हो जाएगी और अकाल भी पड़ सकता है इससे जन-जीवन पर बहुत ही बुरा असर पड़ सकता है।

हमारा देश कृषि प्रधान देश है, और बिना वर्षा के खेती करना बहुत मुश्किल है। यही वजह है की जब वर्षा ऋतु का आगमन होता है तो किसान खुश हो जाते हैं क्योंकि इससे खेतों पर पानी की कमी पूरी हो जाती है।

वर्षा ऋतु को ऋतुओं की रानी कहा गया है। वर्षा ऋतु के अपने फायदे भी हैं तो कुछ नुकसान भी जैसे इस मौसम में मच्छर, कीड़े-मकोड़े आदि भी पैदा होते हैं और बीमारियाँ फैलने का खतरा भी रहता है। अधिक वर्षा होने पर बाढ़ का खतरा बना रहता है। लेकिन इन सब के बावजूद यह ऋतु सम्पूर्ण जीव जगत के लिए जीवनदायिनी है।

वर्षा ऋतु पर निबंध – 300 शब्द

भारत में ग्रीष्म ऋतु की चिलचिलाती हुई गर्मी जून तक रहती है, इसके बाद वर्षा ऋतु की शुरुआत होती है और यह सुहाना मौसम सितम्बर रहता है। वर्षा की फुहारें बेहद आनंददायक और सुकून देने वाली होती हैं। इंसानों से लेकर हर जीव जंतु तो इस मौसम का इंतजार रहता है।

इस मौसम में बादलों में काली-भूरी घटायें छा जाती हैं और जब मौसम साफ़ हो जाता है तो पूरा आसमान नीला और मनमोहक दिखाई देने लगता है। और हाँ इन्द्रधनुष को हम कैसे भूल सकते हैं, सात रंगों वाला यह मनमोहक दृश्य सिर्फ सिर्फ इसी मौसम में ही तो दिखाई देते हैं। पूरी धरती हरी-भरी हो जाती है, मिटटी से सौंधी-सौंधी खुशबू, पक्षियों की चहचाहट मन मोह लेती हैं।

वर्षा ऋतु की विशेषताएं

खेती करने लिए बरसात का मौसम ही अनुकूल होता है क्योंकि गर्मी में जल स्तर कम होने और जलाशय के सूखने के बाद इसी ऋतू में सिंचाई के लिए पानी का प्रबंध हो पाता है। वर्षा ऋतू सिर्फ इंसानों के लिए ही फायदेमंद नही है इससे सूखे हुए पेड़-पौधों और गर्मी से व्याकुल पशु पक्षियों में भी नई जान आ जाती है।

इस मौसम में जंगलों का नजारा बेहद अनोखा होता है, आपने मयूर के बारे में तो सुना ही होगा काले बादल जब छाते हैं तो ये अपने खूबसूरत पंखों को फैलाकर नृत्य करते हैं, गर्मी में बेहाल और प्यासे जानवर पहली बारिश से ही राहत महसूस करते हैं।

वर्षा ऋतु से लाभ और हानि

वर्षा ऋतु में खेतों में हरियाली आ जाती है, बीजों से अंकुरण निकल आता है, किसानों के चेहरे पर मुस्कान आ जाती है। धरती का जल स्तर भी बढ़ जाता है इससे पानी की कम दूर हो जाती है। अगर वर्षा ऋतु न आये तो हमारे पास अनाज की कमी हो जाएगी जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो जायेगा।

बेशक वर्षा ऋतु का हमारे जीवन में बहुत महत्त्व है, लेकिन फायदों के साथ-साथ इस मौसम के कुछ नुकसान भी हैं। अत्यधिक बारिश होने से बाढ़ आ सकता है नदी नालों में उफान आ जाता है। गावों से लेकर शहर तक जलमग्न हो सकते हैं इससे जानमाल की बहुत हानि होती है।

वर्षा ऋतु पर निबंध -400 शब्द | Essay on Rainy Season in Hindi

भारत में छः ऋतुएं आती हैं जिनमे से वर्षा ऋतु का अपना एक खास महत्त्व होता है। वर्षा ऋतु को ऋतुओं की रानी भी कहा जाता है। हमारे देश में वर्षा ऋतु का समय जुलाई से सितम्बर तक होता है।

मुख्य रूप से सावन का महिना ऐसा समय होता है जब मानसून सबसे अधिक सक्रिय हो जाता है। जून की झुलसा देने वाली गर्मी और गर्म हवाओं से राहत तभी मिलती है जब वर्षा की फुहारें धरती पर पड़ती हैं। धरती की प्यास बुझ जाती है, सूखे हुए पेड़ पौधों को नया जीवन मिल जाता है, तालाब, नदी नाले और जलाशय पानी से भर जाते हैं।

बरसात का मौसम जब आता है तो चारो ओर हरियाली छा जाती है, चिड़िया चहचहाने लगते हैं, मेंढक टर्राने लगते हैं, जंगली-जानवर भी चैन की सांस लेते हैं मानो सभी जीव-जंतुओं को इसी मौसम का बेसब्री से इन्तजार रहता है। पपीहे की पीहू-पीहू बहुत ही प्यारी लगती है, रात में जुगनू भी दिखाई देते हैं और झींगुर की झंकार भी सुने देती है ऐसा लगता है मानो सम्पूर्ण प्रकृति बोल उठी हो।

वर्षा ऋतु में आने वाले त्योहार

वर्षा ऋतु तीज-त्योहारों का भी मौसम है इस समय भारत में कई सारे त्यौहार मनाये जाते हैं जैसे:

  • रक्षाबंधन – यह भाई-बहन के प्यार को दर्शाने वाला हिन्दुओं का प्रमुख त्यौहार है।
  • तीज – यह हिन्दू महिलाओं द्वारा अपने पति की लम्बी उम्र के लिए रखा जाने वाला व्रत है।
  • जन्माष्टमी – कृष्ण जन्मोत्सव का यह त्यौहार हिन्दुओ द्वारा पूरे देश में मनाया जाता है।
  • श्री कृष्ण जयंती – यह भी समूर्ण भारत में मनाया जाता है।
  • ईद उल जुहा – यह मुसलमानों का एक प्रमुख त्यौहार है।
  • प्रकाश वर्ष – पंजाब में इस पर्व को धूमधाम से मनाया जाता है।
  • मुहर्रम – यह सिया मुस्लिमों का प्रमुख त्योहार है।
  • ओणम – यह केरल का प्रमुख त्योहार है।
  • गणेश पूजा – इसे पूरे भारत में बड़े उत्साह के साथ हिन्दुओं द्वारा मनाया जाता है।

वर्षा ऋतु के लाभ

  • ग्रीष्म ऋतु की असहनीय गर्मी को कम करता है और वातावरण में ठंडक आ जाती है।
  • खेती के लिए अनुकूल मौसम बनता है और किसानो को सिंचाई के लिए पानी मिल जाता है।
  • सूखे हुए नदी-नाले, तालाब और पोखर पानी से भर जाते हैं।
  • वर्षा जल का संचयन करके पूरे वर्ष के लिए पानी बचाया जा सकता है।
  • भू-जल स्तर में भी सुधार होता है।
  • पर्यावरण हरा-भरा हो जाता है।
  • गाय-भैंस और जानवरों के लिए हरे चारे का प्रबंध हो जाता है।

वर्षा ऋतु से हानि

  • मिटटी गीली हो जाती है जिससे कीचड और गन्दगी फ़ैल जाती है।
  • अधिक बारिश से आवागमन में परेशानी होती है।
  • बाढ़ का खतरा रहता है।
  • संक्रामक रोग फैलने का खतरा रहता है।
  • छोटे-छोटे गड्ढों में पानी जमा हो जाते हैं जहाँ मच्छर पैदा हो जाते हैं।

आपको यह वर्षा ऋतु पर निबंध (Essay on rainy season in Hindi) कैसी लगी हमें कमेंट करके जरुर बताएं। वर्षा ऋतु पर निबंध for class 1, class 2, class 3, class 4, class 5 से class 10 तक के बच्चे इसे लिख सकते हैं। हमने इस आर्टिकल में वर्षा पर 100 शब्द से 400 शब्दों में निबंध लिखें हैं और ये आपके जरुरत के अनुसार अलग-अलग परीक्षाओं और प्रतियोगिताओं में आपके काम आ सकते हैं।

  • सभी ऋतुओं के नाम
  • ग्रीष्म ऋतु पर निबंध
  • 10 Lines on Winter Season in Hindi
  • 10 lines on spring season in Hindi

Related Posts

mitrata par nibandh

मित्रता पर निबंध हिंदी में- Essay On Friendship In Hindi

भारतीय किसान पर निबंध

भारतीय किसान पर निबंध 100, 150, 250, 500 शब्दों में | Indian Farmer Essay in Hindi

dahej pratha par nibandh

दहेज प्रथा पर निबंध 100, 150, 250, 500 शब्दों में | Dahej Pratha Essay in Hindi

It was an incredible essay. Especially, I like the essay on vasra ritu in 250 words.

Thank you Piyush

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

वर्षा ऋतु पर निबंध Rainy Season Essay in Hindi

वर्षा ऋतु पर निबंध Rainy Season Essay in Hindi (1000W)

आज हमने वर्षा ऋतु पर निबंध (Rainy Season Essay in Hindi) लिखा है। इस मौसम को श्रावण और भादों के नाम से भी जाना जाता है। आप यहाँ वर्षा ऋतु का प्रस्तावना, महत्व, दृश्य, फायदे, नुकसान, 10 लाइन, और निष्कर्ष पढ़ सकते हैं। यह निबंध छात्रों और बच्चों के लिए 1000+ शब्दों मे लिखा गया है।

तो चलिए वर्ष ऋतु पर निबंध शुरू करते हैं…

Table of Contents

प्रस्तावना (वर्षा ऋतु पर निबंध Rainy Season Essay in Hindi)

भारत के सभी ऋतु में वर्षा ऋतु एक अनुपम ऋतु है। यह हर साल गर्मी के मौसम के बाद जुलाई से शुरू होकर सितंबर महीने तक रहती है। गर्मी के मौसम में तापमान अधिक होने के कारण जैसे महासागर नदी आदि भाप के रूप में बादल बन जाते हैं और बादल आपस में घर्षण करते हैं।

साथ ही इससे बिजली गिरती है और बारिश होती है। बड़े-बड़े कवियों के द्वारा वर्षा ऋतु पर अच्छी-अच्छी कविताएं भी लिखी गई है।

वर्षा ऋतु का महत्व व दृश्य Importance of Rainy Season in Hindi

यह ऋतु संसार को जीवन देती है, प्यासे को पानी देती है, और मां की तरह सभी पृथ्वी के जीवों का पालन पोषण करती है। भारत में ग्रीष्म ऋतु के ठीक बाद वर्षा ऋतु का आगमन होता है। इसके प्रभाव से प्रकृति लहलाह उड़ती है। 

वर्षा ऋतु के आने से सूखे पत्तियां भी लहलहा उड़ती है। भिन्न-भिन्न प्रकार की चिड़िया अपनी मधुर ध्वनि से वनों की शोभा को बढ़ाते हैं। तालाब के किनारे मेंढक टर्र-टर्र करने लगते हैं। दुबली पतली टहनियां बढ़ने लगती हैं और उन पर छोटी पत्तियां निकलने लगते हैं। 

जंगलों में रहने वाले मोर पक्षी खुशी मे नाच उठते हैं। सारी प्रकृति नया रूप धारण करके वर्षा ऋतु का स्वागत करते है। वर्षा ऋतु के आने से ऐसा लगता है कि किसी ने पूरे धरती में हरी चादर बिछा दी है। खेत-खलिहान, बाग-बगीचे की हरियाली का आनंद लोग भरपूर लेते हैं। वर्षा के स्वागत में इंद्र भगवान की पूजा की जाती है। 

कदम वृक्ष के डालो में बच्चे झूले लगाकर झूला झूलती हैं और लोग अनेक प्रकार के गीत गाते है। आकाश काले बादल से ढक जाता है। 

जब वर्षा की नन्हीं बूंदे छोटे बड़े पेड़ों के पत्तियों पर पड़ती है तो ऐसा लगता है मानो मोती झड़ रहे हो। बारिश की बूंदें जैसे ही पहली बार मिट्टी पर पड़ते हैं तो मिट्टी की मानमोहल मीठी सुगंध हर जगह फ़ाइल जाती है। वर्षा ऋतु के समय हवा में शीतलता रहती है। 

गांव के किसान झूम उड़ते हैं और उनके होठों में मुस्कुराहट दौड़ आती है। किसान अपने खेतों मे बुआई और सिंचाई की शुरुवात करने के लिए तैयारी करने लगते हैं। इस प्रकार से वर्षा ऋतु प्रकृति को एक नए सुंदर सांचे में ढाल देती है। सभी ऋतुओं के कुछ लाभ और हानी भी होते हैं जिनके विषय मे हमने आगे वर्णन किया है।

वर्षा ऋतु के फायदे और नुकसान Advantages and Disadvantages of Rainy Season in Hinfi

वर्षा ऋतु के फायदे benefits of rainy season in hindi.

आईए एक-एक करके वर्षा ऋतु के फ़ायदों के विषय मे जानते हैं-

  • बारिश का मौसम सबको अच्छा लगता है क्योंकि यह तपती गर्मी से हमें राहत दिलाती है।
  • वर्षा जल से भूजल का स्तर ऊपर आता है जिससे मनुष्य कुओं, नदियों, और अन्य जल स्रोतों से पीने का जल प्राप्त कर पाता है।
  • वर्षा ऋतु संसार के लिए नए जीवन का वरदान लेकर आती है। सभी नव जीवन प्राप्त कर असीम आनंद लेते हैं।
  • वर्षा ऋतु के कारण ही मनुष्य को सभी प्रकार के अनाज, फल, और सब्जियाँ मिल पाते हैं।
  • वर्षा से ही सभी जंगल के जीवों को पीने का पानी और खाद्य मिल पाता है।
  • किसान वर्षा माह के दौरान खेती करते हैं और विभिन्न प्रकार के अन्न लगते हैं जिसके कारण ही हम चावल, गेहूं, बाज़रा, ज्वार जैसे कई अनाज खा पाते हैं।
  • वर्षा ऋतु से प्रकृति को हरियाली मिलती है।
  • वर्षा ऋतु के कारण ही वायु मे स्थित ज्यादातर कण और प्रदूषण कम हो जाते है।

वर्षा ऋतु के नुकसान Losses of Rainy Season in Hindi

आईए एक-एक करके वर्षा ऋतु के नुकसानों के विषय मे जानते हैं-

  • जब बारिश होती है तो सड़कें उद्यान तथा खेल के मैदान आदि जलमग्न तथा कीचड़ युक्त हो जाते हैं। सूरज की रोशनी की कमी से बड़े स्तरों पर संक्रमित बीमारियों के फैलने का खतरा बढ़ जाता है। 
  • भारी बारिश के कारण बाढ़ की संभावना बढ़ जाती है। कई क्षेत्रों मे तो प्रतिवर्ष बाढ़ के कारण लोगों को कई प्रकार की मुश्किलों का सामना करना पड़ जाता है। ऐसे मे लोगों के महंगे सामग्री, पशु-पक्षी, घर और जान पर भी भी इसका खतरा रहता है।
  • बहुत बारिश के कारण खेत डूब जाते हैं और उसमें लगी फसल भी नष्ट हो जाती है। शुरुवात मे तेज़ आंधी तूफान में बहुत सारे घर भी जाते हैं और जन धन की हानि होती है। 
  • तेज बारिश के कारण हमें यातायात में भी एक स्थान से दूसरे स्थान जाने के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
  • वर्षा ऋतु मे ज्यादातर लोगों को सर्दी, खासी, जुखाम जैसे वाइरल बुखार का सामना करना पड़ता है।

वर्षा ऋतु पर 10 लाइन 10 Lines on Rainy Season in Hindi

  • ग्रीष्म ऋतु के गर्मी के कारण वर्षा ऋतु का लोगों को बेसब्री से इंतजार रहता है।
  • वर्षा ऋतु के आने से हर तरफ हरियाली ही हरियाली दिखाई देती है ऐसा लगता है मानो प्रकृति को हरे रंग के चादर से ढक दिया गया हो।
  • वर्षा ऋतु के आने से पशु पक्षी सब कोई खुश हो जाते हैं क्योंकि उनको खाने के लिए हरि हरि घास और पत्तियां मिलती है।
  • वर्षा ऋतु के आने से किसानों के चेहरे में रौनक का जाती है।
  • वर्षा ऋतु के समय हवाएं शीतल होती हैं। तथा यह भारत में बहुत सारी जगह पर पानी की परेशानी को दूर करता है।
  • वर्षा का मौसम सबसे अच्छा लगता है क्योंकि यहां हमें तेज गर्मी से राहत दिलाती है।
  • वर्षा हमारे जीवन में बहुत ही उपयोगी है। इसी कारण इसे सभी ऋतुओं में ऊंचा स्थान दिया गया है।
  • वर्षा ऋतु के आगमन से पेड़-पौधे में सूखी पत्तियां धड़का नई पत्तियां आना शुरू हो जाती है।
  • वर्षा ऋतु एक बहुत ही सुहाना ऋतु है।
  • वर्षा ऋतु हमें गर्मी से ही राहत नहीं बल्कि खेती के लिए भी एक वरदान है।

निष्कर्ष Conclusion

वर्षा ऋतु का भी अन्य ऋतुओं के जैसा ही महत्वपूर्ण स्थान है। हलकी वर्षा ऋतु को ज़्यादातर लोग पसंद करते हैं। क्योंकि इस ऋतु मे न ज्यादा गर्मी लगता है और न ज्यादा सर्दी। मुझे तो वर्षा ऋतु बहुत पसंद है आप अपने सुझाव कमेन्ट के माध्यम से जरूर भेजें। आशा करते हैं आपको वर्षा ऋतु पर निबंध पसंद आया होगा। धन्यवाद।

Leave a Comment Cancel reply

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed .

Hindi Yatra

वर्षा ऋतु पर निबंध – Essay on Rainy Season in Hindi

Essay on Rainy Season in Hindi : दोस्तों आज हमने वर्षा ऋतु पर निबंध  कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11 & 12 के विद्यार्थियों के लिए लिखा है.

वर्षा ऋतु जन जीवन का आधार है, इस समय मौसम सुहावना हो जाता है सभी जीव जंतुओं और मनुष्यों का मन प्रफुल्लित हो उठता है. बच्चों को बारिश बहुत अच्छी लगती है इसलिए अक्सर परीक्षाओं में वर्षा ऋतु पर निबंध लिखने को दिया जाता है.

Essay on Rainy Season in Hindi

Get Some Essay on Rainy Season in Hindi for class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 ,10, 11 & 12 Students.

Best Essay on Rainy Season in Hindi 100 Words

हमारा देश कृषि आधारित देश है इसलिए आप वर्षा का होना बहुत जरूरी है. बारिश के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है क्योंकि बारिश से ही हमें पीने योग्य अमृत समान जल प्राप्त होता है.

भीषण गर्मी और लू चलने के बाद जब मानसून आता है तो चारों ओर खुशहाली और हरियाली छा जाती है. हर तरफ ठंडी-ठंडी हवाएं चलती है, खेतों में फसल लहरा उठती है, किसानों के चेहरे खिल उठते है, बच्चे भी बारिश और ठंडी हवा का आनंद लेते है.

बारिश का मौसम सबसे सुहाना मौसम होता है यह मौसम मुझे सबसे प्रिय और अच्छा लगता है.

Varsha Ritu Essay in Hindi 250 Words

वर्षा ऋतु हमारे देश में जुलाई माह से प्रारंभ होती है और सितंबर माह तक वर्षा होती है. गर्मियों की झुलसा देने वाली गर्मी के बाद सभी लोग बेसब्री से बारिश का इंतजार करते है. हमारे देश के किसान तो हर समय आसमान की तरफ टकटकी लगाए देखते रहते है.

वर्षा ऋतु किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है इस समय किसानों खरीफ की फसल बोते है और बारिश आते है फसल लहरा होते है चारों ओर खेतों में हरी भरी फसल लहराते देखकर मन प्रशंसा पूर्वक हर्षा उठता है

गर्मी के कारण सूखे हुए पेड़ पौधे भी नव अंकुरित हो उठते है, सूखी हुई नदियां, तालाब, बावड़िया, बांध पानी से लबालब भर जाते है धरती की प्यास बुझती है और भूजल स्तर ऊंचा उठ जाता है. सभी जीवो को बारिश से राहत की सांस मिलती है.

बारिश के आगमन पर मोर छम-छम करके नाचता है , कोयल मीठी राग सुनाती है, मेंढक टर्र-टर्र करके अपनी खुशी जाहिर करता है. वर्षा ऋतु बहुत ही मनोरम ऋतु होती है इस ऋतु में सभी का मन ऐसा होता है क्योंकि चारों तरफ हरियाली, ठंडी हवा और सुख शांति फैल जाती है.

मानसून के दिनों में आसमान में काले सफेद बादल पानी लेने के लिए दौड़ते नजर आते है, काली घटाओं में बिजली का चमकना बहुत अच्छा लगता है.

गर्मियों के कारण जो बच्चे घर से बाहर निकलना बंद कर देते हैं बारिश के मौसम में वे बाहर निकल कर खूब खेलते नाचते गाते है और बारिश का भरपूर आनंद उठाते है.

बारिश का मौसम पृथ्वी पर रहने वाले प्रत्येक जीव को नया जीवन प्रदान करता है इसलिए मुझे वर्षा ऋतु बहुत पसंद है.

Latest Essay on Rainy Season in Hindi 500 Words

भूमिका –

भारत में मुख्य रूप से वर्षा सावन और भादो माह में होती है यह वह समय होता है जब मानसून सबसे सक्रिय रूप में होता है. ग्रीष्म काल की झुलसाती हुई गर्मी से राहत बारिश के कारण ही मिलती है.

गर्मियों के कारण भारत के प्रत्येक प्रांत का तापमान इतना अधिक बढ़ जाता है कि दिन में बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है. हर तरफ पानी के लिए त्राहि-त्राहि मच जाती है.

सभी नदी, नालों, तालाबों का पानी सूख जाता है जिसे जीव-जंतुओं का जीवन बहुत कठिन हो जाता है. लेकिन जब वर्षा ऋतु का आगमन होता है तो चारों तरफ हरियाली ही हरियाली छा जाती है.

ऐसा लगता है मानो बारिश की बूंदों के रूप में धरती पर अमृत की बौछार कर दी गई हो, बारिश के कारण ही पृथ्वी पर जीवन संभव है.

वर्षा ऋतु का महत्व –

वर्षा ऋतु सभी ऋतु में सबसे अच्छे ऋतु मानी जाती है, जब भी वर्षा आती है तब धरती का कण कण उमंग से प्रफुल्लित हो उठता है. जब धरती पर प्रचंड गर्मी के बाद मानसून की पहली बारिश होती है तो धरती से सोंधी सोंधी खुशबू आती है जिसके आगे दुनिया का सबसे खुशबूदार इत्र भी कम पड़ता है.

हमारा देश गर्म प्रांतीय क्षेत्र में आता है इसलिए यहां पर सबसे अधिक गर्मी पड़ती है, नदियों में पानी का अभाव है इसलिए पानी की उपलब्धता कम है. इसीलिए हमारे देश में वर्षा ऋतु का महत्व और भी बढ़ जाता है वर्षा ऋतु जब भी आती है तो सभी के मन को भा जाती है.

हमारा भारत देश के प्रधान देश है इसलिए यहां पर ज्यादातर खेती ही की जाती है और खेती के लिए पानी की आवश्यकता होती है इस आवश्यकता की पूर्ति सावन और भादो माह में आने वाली बारिश ही करती है. किसानों के लिए तो यह अमृत के समान है क्योंकि उनकी फसल बारिश पर ही निर्भर करती है.

जब बारिश अच्छी होती है तो देश के हर प्रांत में खेतों में फसल लहरा उठती है चारों तरफ हरियाली ही हरियाली छा जाती है ऐसा लगता है मानो धरती ने हरी चुनरी ओढ़ ली हो.

बारिश के कारण सभी नदी नाले और तालाब पानी से लबालब भर जाते हैं जिसके कारण पृथ्वी पर रहने वाले सभी जीव जंतुओं को मीठा जल पीने को मिलता है.

और धरती का भू-जल स्तर भी बढ़ जाता है जिससे गर्मी का प्रकोप कम हो जाता है और चारों तरफ ठंडी ठंडी हवाएं चलती है जो कि प्रत्येक प्राणी की मन को खुशहाली से ओतप्रोत कर देती है.

वर्षा के कारण फसल अच्छी होती है इसलिए सभी को खाने के लिए अनाज मिलता है साथ ही किसानों को इससे अच्छी पूंजी भी मिल जाती है.

जिससे उनका जीवन यापन थोड़ा सरल हो जाता है. बारिश अच्छी होती है तो देश की प्रगति भी तेजी से होती है. वर्तमान में जल की कमी का ज्यादातर भाग मानसून की बारिश से ही पूरा होता है इसलिए बारिश का महत्व हमारे जीवन में अतुल्य है.

निष्कर्ष –

हमारे जीवन में सभी ऋतुओं का महत्व है लेकिन सबसे अधिक महत्व वर्षा ऋतु का है जिसके कारण पृथ्वी की संपूर्ण जीवन प्रणाली चलती है लेकिन कभी-कभी अत्यधिक वर्षा के कारण कुछ हानि भी हो जाती है लेकिन इसके महत्व के आगे यह नगण्य है.

वर्षा हमारी धरती के लिए बहुत आवश्यक है इसलिए में इसके जल को सहेज कर रखना चाहिए और अधिक वर्षा हो इसलिए पेड़ पौधे लगाने चाहिए.

Full Essay on Rainy Season in Hindi

प्रस्तावना –

हमारा भारत देश बहुत सारी विभिन्नताओं वाला देश है इसलिए हमारे देश में ऋतुओं में भी विभिन्नता पाई जाती है. हमारे देश में कुल छ: ऋतुएँ ग्रीष्म, वर्षा, शीत ऋतु, हेमन्त, शिशिर और बसंत है जो कि हर दो महीने के अंतराल में बदल जाती है.

ऋतुओं के नाम के हिसाब से पृथ्वी का वातावरण बदलता रहता है, इन्हीं में से एक वर्षा ऋतु है जोकि संपूर्ण पर्यावरण में जीवन रेखा का काम करती है.

वर्षा ऋतु में बहुत तेज और अधिक बारिश होती है कई बार तो हफ्तों तक लगातार रिमझिम बारिश होती रहती है. वर्षा ऋतु में जुलाई में प्रारंभ होती है और अगस्त माह तक इसका पूरा जोर रहता है.

वर्षा ऋतु का आगमन –

जब वर्षा ऋतु का आगमन होता है तो चारों तरफ खुशहाली और हरियाली छा जाती है, भीषण गर्मी और लू के थपेड़ों से जनजीवन को राहत मिलती है. बच्चों से लेकर बूढ़े तक सभी में खुशी की लहर दौड़ जाती है. बारिश के समय बच्चे खूब नहाते और खेलते है अपनी कागज की नाव पानी में तैराते है.

किसान भी समय बहुत खुश होता है क्योंकि उसकी फसल लहरा उठती है. वर्षा के समय सूख चुके जंगल के पेड़ पौधे फिर से नव अंकुरित हो उठते है. सूखी काली पहाड़ियों पर हरियाली की चादर बिछ जाती है हर तरफ रंग बिरंगे फूल दिखाई देते है.

नदियां, ताल तलैया, नाले, बांध इत्यादि सभी पानी से भर जाते है, पूरा वातावरण ठंडा हो जाता है. पशु पक्षियों को खाने के लिए हरी घास और पेड़ पौधे मिल जाते है. वर्षा ऋतु का आगमन पृथ्वी पर रहने वाले सभी जीवो के लिए खुशियों की चाबी है.

वर्षा का आगमन सभी को भाता है यह प्रकृति की काया पलट कर रख देता है प्रकृति के सारे रंग हमें बारिश के मौसम में देखने को मिल जाते है यह दृश्य किसी स्वर्ग लोक से कम नहीं होता है.

वर्षा ऋतु के लाभ –

वर्षा ऋतु का लाभ संपूर्ण पर्यावरण को मिलता है बारिश के कारण ही पर्यावरण का पूरा चक्कर चल पाता है इसके मुख्य लाभ हमने नीचे पॉइंट के माध्यम से समझाएं है.

(1) किसानों को –

किसानों के लिए तो वर्षा ऋतु किसी वरदान से कम नहीं है क्योंकि वर्षा ऋतु से पहले किसान अपने खेतों में निराई गुड़ाई और खाद डालकर फसल के लिए तैयार करते है. यह सब इतना आसान नहीं होता क्योंकि उस समय भयंकर गर्मी और लू चलती है.

किसान प्रचंड गर्मी में दिन भर मेहनत करता है और फिर आसमान की तरफ टकटकी लगाए देखता रहता है कि कब बादल आए और बारिश होगी. हमारे देश के ज्यादातर किसान मानसून आधारित बारिश पर ही अपनी फसल बोते है.

इसलिए जब बारिश का मौसम आता है तो किसानों के मुंह की मुस्कान देखते ही बनती है. उनके द्वारा लगाई गई फसल, फल, सब्जियां इत्यादि सभी भरपूर मात्रा में होती है.

(2) पर्यावरण –

हमारी पृथ्वी की पर्यावरण के चक्कर को सुचारू रूप से चलाने के लिए वर्षा ऋतु का अहम महत्व है अगर यह रितु नहीं होगी तो संपूर्ण पर्यावरण तंत्र बिगड़ जाएगा. चारों तरफ पानी के लिए त्राहि-त्राहि मच जाएगी फिर पृथ्वी पर जीवन जीना मुश्किल हो जाएगा.

इसलिए जब बारिश आती है तो जीव जंतुओं के लिए चारे पानी की व्यवस्था हो जाती है और इंसानों के लिए भी पानी और अन्य फसल की व्यवस्था हो जाती है. पृथ्वी का पर्यावरण में फिर से एक बार जान आ जाती है. इसलिए वर्षा ऋतु का हमारे पर्यावरण के लिए अहम महत्व है.

(3) जीव – जंतुओं –

भयंकर गर्मी के कारण सभी पेड़ पौधे और घास सूख जाती है साथ ही पानी के तालाब और नदियां सूख जाती हैं जिससे जीव जंतुओं को खाने के लिए कुछ नहीं मिलता और पीने के लिए पानी भी बहुत कम मिलता है. इसके कारण धीरे-धीरे जीव जंतु और पशु पक्षी पानी और खाने की कमी के कारण मृत्यु के आगोश में चले जाते है.

लेकिन जब वर्षा ऋतु आती है तब फिर से पानी और खाने की कमी दूर हो जाती है इसलिए वर्षा ऋतु जीव जंतुओं के लिए अमृत के समान कार्य करती है.

(4) भू-जल स्तर बढ़ना –

गर्मी और अत्यधिक तापमान के कारण पृथ्वी का जल वाष्प बनकर उड़ जाता है, और मानव द्वारा भूजल का अत्यधिक दोहन करने के कारण भू-जल स्तर कम हो जाता है जिसके कारण पृथ्वी गरम रहती है और हमें स्वस्थ जल पीने को भी नहीं मिलता है.

जब वर्षा ऋतु आती है तब बारिश के कारण ही भू-जल स्तर बढ़ता है जिससे पृथ्वी के तापमान में भी कमी आती है और स्वच्छ जल भी हमें प्राप्त होता है.

(5) व्यापार में तेजी –

हमारा भारत देश कृषि आधारित देश है इसलिए यहां पर ज्यादातर आमदनी कृषि से ही होती है इसलिए जिस साल अच्छी वर्षा नहीं होती उस साल सभी वस्तुओं के दाम बढ़ जाते है और व्यापार धीमी गति से चलता है.

अगर अच्छी बारिश होती है तो किसानों को अच्छी आमदनी प्राप्त होती है और वे बाजार में आकर नई नई वस्तुएं खरीदते हैं जिससे व्यापार तेजी से बढ़ता है.

(6) देश की प्रगति –

हमारे देश आज भी 70% से अधिक आमदनी कृषि से ही होती है इसलिए हमारे देश के ज्यादातर लोग आज भी किसान है. इसलिए जिस वर्ष भी अधिक वर्षा होती है और फसल अच्छी हो जाती है तो हर प्रकार के व्यापार में तेजी देखने को मिलती है.

इस कारण सभी को खर्च करने के लिए पैसे मिल जाते है और सभी लोग नई नई वस्तुएं खरीदते है जिससे देश की प्रगति होने लग जाती है.

वर्षा से हानि –

वर्षा ऋतु से कुछ हानियां भी होती है लेकिन ज्यादातर मानव जनित कार्यों के कारण उनके घातक परिणाम देखने को मिलते है. वर्षा ऋतु से होने वाली कुछ प्रमुख हानियां निम्नलिखित है –

(1) बाढ़ – अत्यधिक बारिश होने के कारण बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो जाती है जिसके कारण फसल जन-धन की हानि होती है. लेकिन बाढ़ भी मानव जनित कार्य से ही आती है क्योंकि मानव द्वारा जंगलों की कटाई कर दी गई है जिससे पानी का बहाव तेजी से होता है.

और जनधन की हानि भी मानव के कारण ही होती है क्योंकि मानव ने अपने रहने का स्थान नदियों के पास बना लिया है और उनके बहने के क्षेत्र को रोक दिया है जिससे बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होती है. अगर मानव अपनी सीमा में रहे तो बाढ़ की स्थिति इतना भयानक रूप नहीं ले सकती है.

(2) मौसमी बीमारियां –

वर्षा ऋतु में मौसमी बीमारियां बहुत अधिक होती है जैसे हैजा, मलेरिया, त्वचा संबंधी रोग, खांसी जुकाम इत्यादि हो जाती है. लेकिन इनमें से ज्यादातर बीमारियां मानव द्वारा फैलाए गए प्रदूषण के कारण ही उत्पन्न होती है. अगर मानव पर्यावरण का ख्याल रखें तो वर्षा ऋतु से बीमारियां नहीं होंगी.

(3) भू-कटाव –

अत्यधिक तेज वर्षा के कारण भूमि का कटाव होने लग जाता है जिसे उपजाऊ मिट्टी बह कर चली जाती है. जो कि पर्यावरण और फसलों के लिए अच्छा नहीं होता है.

भू-कटाव की स्थिति वर्तमान में बहुत अधिक देखने को मिलती है क्योंकि मानव द्वारा अत्यधिक पेड़ों की कटाई कर दी गई है जिससे भूमि का कटाव हो रहा है इसलिए मैं अधिक से अधिक मात्रा में पेड़ लगाने होंगे और भू-कटाव को रोकना होगा.

वर्षा ऋतु के त्योहार –

वर्षा ऋतु आने के बाद भारत देश में जैसे त्योहारों की झड़ी लग जाती है, भारत में वर्षा से वैसे ही सभी को खुशी मिलती हैं और पूरा वातावरण ठंडा और मनमोहक हो जाता है इन खुशियों में चार चांद लगाने के लिए भारत देश के लोग त्योहारों का आयोजन करते है.

अगर ऐसा कहा जाए कि भारत में त्योहारों की शुरुआत वर्षा ऋतु से ही प्रारंभ होती है तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी क्योंकि ज्यादातर त्यौहार वर्षा ऋतु के बाद ही आते है.

वर्षा ऋतु के बाद प्रमुख रूप से मनाए जाने वाले त्योहार निम्न है – तीज, रक्षाबंधन, गणगौर, दिवाली इत्यादि है.

उपसंहार –

वर्षा ऋतु के कारण संपूर्ण जन जीवन में हर्षोल्लास की लहर दौड़ जाती है, सच में वर्षा ऋतु पृथ्वी पर रहने वाले सभी जीवो के प्राण के लिए अमृत का कार्य करती है.

खेतों में लहराती हुई फसल का मनमोहक दृश्य बहुत सुहाना लगता है. चारों तरफ हरियाली ही हरियाली देखकर सबके मन को शांति मिलती है.

चहु और पशु पक्षी अपना नया राग सुनाते है यह वाक्य में ही बहुत मनोरम दृश्य होता है और वर्षा ऋतु के कारण भयंकर गर्मी से जो राहत मिलती है उसकी तो कल्पना भी नहीं की जा सकती है.

इसीलिए वर्षा ऋतु सभी ऋतु में सबसे ऊंचा स्थान रखती है. हमें भी वर्षा ऋतु में जल का संग्रह करके वर्षा ऋतु का आदर करना चाहिए.

यह भी पढ़ें –

शीत ऋतु पर निबंध – Essay on Winter Season in Hindi

बाढ़ पर निबंध – Essay on Flood in Hindi

Poems on Rain in Hindi – सर्वश्रेष्ठ वर्षा ऋतु पर 10 कविताएँ

इंटरनेट पर निबंध – Essay on Internet in Hindi

हम आशा करते है कि हमारे द्वारा Essay on Rainy Season in Hindi  पर लिखा गया निबंध आपको पसंद आया होगा। अगर यह लेख आपको पसंद आया है

तो अपने दोस्तों और परिवार वालों के साथ शेयर करना ना भूले। इसके बारे में अगर आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं।

7 thoughts on “वर्षा ऋतु पर निबंध – Essay on Rainy Season in Hindi”

वर्षा ऋतु पर निबंध

very good letters

Thank you Arnav for appreciation, keep visiting Hindi yatra.

आप का निबंध हमें बहुत अच्छा लगा।

सराहना के लिए बहुत बहुत धन्यवाद अंशिका जी ऐसे ही और रोचक जानकारी लेने के लिए हिंदी यात्रा पर आते रहे धन्यवाद

आपका निबंध बहुत अच्छा लगा । धन्यवाद

करन राणा आप का बहुत बहुत आभार

Leave a Comment Cancel reply

Class Topper Logo

10 Lines on Rainy Season in Hindi | वर्षा ऋतु पर 10 लाइन

rain in hindi essay

10 Lines on Rainy Season: इस पोस्ट में हम आपके लिए  वर्षा ऋतु पर 10 लाइन   हिंदी में  या  Short Essay on Rainy Season in Hindi  दे रहे हैं। अगर आप कक्षा 123 और कक्षा 4 के छात्रों तो ये आपके लिए सबसे अच्छा है। बरसात का मौसम साल का सबसे अच्छा मौसम होता है।  बरसात के मौसम में जानवर भी सक्रिय रहते हैं ।

बरसात का मौसम  जुलाई के महीने में आता है। यह सितंबर तक जारी रहता है। इस मौसम की बजेसे किसान आपना खेती कर पातेहै। इसलिये इस पोस्ट में हम्म  10 Lines on Rainy Season in Hindi  लिखा है।

rain in hindi essay

Table of Contents

10 Lines on Rainy Season in Hindi

Pattern 1  –  10 Lines Essay  or  Shorts Essay  is very helpful for classes 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, to College Students.

  • पृथ्वी पर कई ऋतुएँ होती हैं जैसे ग्रीष्म, शीत और वर्षा ऋतु।
  • बरसात का मौसम मेरा पसंदीदा मौसम है। जून के पहले सप्ताह में बरसात का मौसम शुरू हो जाता है।
  • इस समुंदर, नदी, बांध और झीलों में पानी भर जाता है।
  • पशु और पौधे भी पानी के लिए बारिश पर निर्भर हैं। हमें पीने का पानी बारिश से मिलता है।
  • छोटे बच्चों को पानी में खेलना बहुत पसंद होता है। यह मौसम किसानों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
  • बरसात के मौसम में हमें रंगीन इंद्रधनुष देखने को मिलता है।
  • इस मौसम में पेड़ हरे हो जाते हैं और पूरी जमीन हरी-भरी और खूबसूरत हो जाती है।
  • छोटे बच्चे बारिश के पानी में कागज़ की नावें गिराते हैं।
  • इस मौसम की फसलें बारिश के पानी पर निर्भर करती हैं और हम बारिश का आनंद लेते हैं।
  • सारा वातावरण शीतल और सुन्दर हो जाता है, इसलिए मुझे बरसात का मौसम अच्छा लगता है।

10 Lines on Rainy Season in English

Pattern 2  –  10 Lines Essay  or  Shorts Essay  is very helpful for classes 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, to College Students.

  • There are Many Seasons on Earth-like Summer, Winter, and rainy seasons.
  • Rainy season is my favorite season. The rainy season starts in the first week of June.
  • This sea, river, dam and lakes get filled with water.
  • Animals and plants are also dependent on rain for water. We get drinking water from rain.
  • Young children love to play in the water. This season is very important for the farmers.
  • We get to see a colorful rainbow during the rainy season.
  • Trees turn green in this season and the whole land becomes green and beautiful.
  • Small children drop paper boats in Rainwater.
  • The Crops of this season depend on the Rainwater and we enjoy the rain.
  • The Whole Environment becomes cool and beautiful, so I like the rainy season.

10 Lines on Rainy Season in Odia

Pattern 3  –  10 Lines Essay  or  Shorts Essay  is very helpful for classes 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, to College Students.

  • ଗ୍ରୀଷ୍ମ, ଶୀତ ଏବଂ ବର୍ଷା ରୁତୁ ପରି ପୃଥିବୀରେ ଅନେକ ରୁତୁ ଅଛି।
  • ବର୍ଷା ରୁତୁ ମୋର ପ୍ରିୟ ରୁତୁ। ଜୁନ୍ ପ୍ରଥମ ସପ୍ତାହରେ ବର୍ଷା ରୁତୁ ଆରମ୍ଭ ହୁଏ।
  • ଏହି ସମୁଦ୍ର, ନଦୀ, ବନ୍ଧ ଏବଂ ହ୍ରଦ ଜଳରେ ପରିପୂର୍ଣ୍ଣ ହୁଏ।
  • ପଶୁ ଏବଂ ଉଦ୍ଭିଦ ମଧ୍ୟ ଜଳ ପାଇଁ ବର୍ଷା ଉପରେ ନିର୍ଭରଶୀଳ। ବର୍ଷା ଠାରୁ ଆମେ ପାନୀୟ ଜଳ ପାଇଥାଉ।
  • ଛୋଟ ପିଲାମାନେ ପାଣିରେ ଖେଳିବାକୁ ଭଲ ପାଆନ୍ତି। ଏହି ରୁତୁ କୃଷକମାନଙ୍କ ପାଇଁ ଅତ୍ୟନ୍ତ ଗୁରୁତ୍ୱପୂର୍ଣ୍ଣ।
  • ବର୍ଷା ରୁତୁରେ ଆମେ ଏକ ରଙ୍ଗୀନ ଇନ୍ଦ୍ରଧନୁ ଦେଖିବାକୁ ପାଇଥାଉ।
  • ଏହି ରୁତୁରେ ଗଛ ସବୁଜ ହୋଇଯାଏ ଏବଂ ସମଗ୍ର ଭୂମି ସବୁଜ ଏବଂ ସୁନ୍ଦର ହୋଇଯାଏ।
  • ଛୋଟ ପିଲାମାନେ ବର୍ଷା ପାଣିରେ କାଗଜ ଡଙ୍ଗା ପକାନ୍ତି।
  • ଏହି ରୁତୁର ଫସଲ ବର୍ଷା ଜଳ ଉପରେ ନିର୍ଭର କରେ ଏବଂ ଆମେ ବର୍ଷା ଉପଭୋଗ କରୁ।
  • ସମଗ୍ର ପରିବେଶ ଥଣ୍ଡା ଏବଂ ସୁନ୍ଦର ହୋଇଯାଏ, ତେଣୁ ମୁଁ ବର୍ଷା ରୁତୁକୁ ପସନ୍ଦ କରେ।

10 Lines on Rainy Season in Odia

10 Lines on Rainy Season in Gujarati

Pattern 4  –  10 Lines Essay  or  Shorts Essay  is very helpful for classes 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, to College Students.

  • ઉનાળો, શિયાળો અને વરસાદની રૂતુ જેવી પૃથ્વી પર ઘણી asonsતુઓ છે.
  • વરસાદની રુતુ મારી પ્રિય રુતુ છે. જૂન મહિનાના પ્રથમ સપ્તાહમાં વરસાદની મોસમ શરૂ થાય છે.
  • આ સમુદ્ર, નદી, ડેમ અને તળાવો પાણીથી ભરાઈ જાય છે.
  • પ્રાણીઓ અને છોડ પણ પાણી માટે વરસાદ પર આધારિત છે. અમને વરસાદથી પીવાનું પાણી મળે છે.
  • નાના બાળકો પાણીમાં રમવાનું પસંદ કરે છે. આ seasonતુ ખેડૂતો માટે ખૂબ મહત્વની છે.
  • વરસાદી રુતુમાં આપણને રંગબેરંગી મેઘધનુષ્ય જોવા મળે છે.
  • આ રુતુમાં વૃક્ષો લીલા થાય છે અને આખી જમીન લીલી અને સુંદર બને છે.
  • નાના બાળકો વરસાદના પાણીમાં કાગળની બોટ નાખે છે.
  • આ સિઝનના પાક વરસાદના પાણી પર આધાર રાખે છે અને આપણે વરસાદનો આનંદ માણીએ છીએ.
  • સમગ્ર વાતાવરણ ઠંડુ અને સુંદર બને છે, તેથી મને વરસાદી રુતુ ગમે છે.

10 Lines on Rainy Season in Bengali

Pattern 5  –  10 Lines Essay  or  Shorts Essay  is very helpful for classes 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, to College Students.

  • পৃথিবীতে গ্রীষ্ম, শীত এবং বর্ষার মতো অনেক seতু আছে।
  • বর্ষাকাল আমার প্রিয় তু। জুনের প্রথম সপ্তাহে বর্ষাকাল শুরু হয়।
  • এই সমুদ্র, নদী, বাঁধ এবং হ্রদগুলি পানিতে ভরে যায়।
  • প্রাণী এবং উদ্ভিদও পানির জন্য বৃষ্টির উপর নির্ভরশীল। আমরা বৃষ্টি থেকে পানীয় জল পাই।
  • ছোট বাচ্চারা পানিতে খেলতে ভালোবাসে। এই মৌসুম কৃষকদের জন্য খুবই গুরুত্বপূর্ণ।
  • বর্ষাকালে আমরা একটি রঙিন রংধনু দেখতে পাই।
  • এই seasonতুতে গাছ সবুজ হয়ে যায় এবং পুরো জমি সবুজ এবং সুন্দর হয়ে যায়।
  • ছোট বাচ্চারা বৃষ্টির পানিতে কাগজের নৌকা ফেলে দেয়।
  • এই মৌসুমের ফসল বৃষ্টির পানির উপর নির্ভর করে এবং আমরা বৃষ্টি উপভোগ করি।
  • পুরো পরিবেশ ঠান্ডা এবং সুন্দর হয়ে যায়, তাই আমি বর্ষাকাল পছন্দ করি।

10 Lines on Rainy Season in Bangali

10 Lines on Rainy Season in Nepali

Pattern 6  –  10 Lines Essay  or  Shorts Essay  is very helpful for classes 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, to College Students.

  • त्यहाँ गर्मी, जाडो र बरसात को मौसम जस्तै पृथ्वी मा धेरै मौसमहरु छन्।
  • बरसातको मौसम मेरो मनपर्ने मौसम हो। बरसातको मौसम जून को पहिलो हप्ता मा शुरू हुन्छ।
  • यो समुद्र, नदी, बाँध र तालहरु पानी संग भरिएको छ।
  • जनावर र बिरुवाहरु पानी को लागी वर्षा मा निर्भर छन्। हामी वर्षा बाट पिउने पानी पाउँछौं।
  • साना बच्चाहरु पानी मा खेल्न मनपर्छ। यो सिजन किसानहरुको लागी धेरै महत्वपूर्ण छ।
  • हामी बरसातको मौसममा एक रंगीन इन्द्रेणी देख्न पाउँछौं।
  • रुखहरु यस मौसममा हरियो हुन्छन् र सारा जमिन हरियो र सुन्दर बन्छ।
  • साना बच्चाहरु वर्षा पानी मा कागज डुats्गा छोड्छन्।
  • यस सिजन को फसल वर्षा पानी मा निर्भर गर्दछ र हामी वर्षा को आनन्द लिन्छौं।
  • सम्पूर्ण वातावरण शान्त र सुन्दर बन्छ, त्यसैले म बरसात को मौसम मनपर्छ।

10 Lines on Rainy Season in Punjabi

Pattern 7  –  10 Lines Essay  or  Shorts Essay  is very helpful for classes 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, to College Students.

  • ਧਰਤੀ ਤੇ ਬਹੁਤ ਸਾਰੇ ਮੌਸਮ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ਜਿਵੇਂ ਗਰਮੀ, ਸਰਦੀ ਅਤੇ ਬਰਸਾਤੀ ਮੌਸਮ.
  • ਮੀਂਹ ਦਾ ਮੌਸਮ ਮੇਰਾ ਮਨਪਸੰਦ ਮੌਸਮ ਹੈ. ਬਰਸਾਤੀ ਮੌਸਮ ਜੂਨ ਦੇ ਪਹਿਲੇ ਹਫਤੇ ਸ਼ੁਰੂ ਹੁੰਦਾ ਹੈ.
  • ਇਹ ਸਮੁੰਦਰ, ਨਦੀ, ਡੈਮ ਅਤੇ ਝੀਲਾਂ ਪਾਣੀ ਨਾਲ ਭਰ ਜਾਂਦੀਆਂ ਹਨ.
  • ਪਸ਼ੂ ਅਤੇ ਪੌਦੇ ਵੀ ਪਾਣੀ ਲਈ ਮੀਂਹ ‘ਤੇ ਨਿਰਭਰ ਹਨ. ਸਾਨੂੰ ਮੀਂਹ ਤੋਂ ਪੀਣ ਵਾਲਾ ਪਾਣੀ ਮਿਲਦਾ ਹੈ.
  • ਛੋਟੇ ਬੱਚੇ ਪਾਣੀ ਵਿੱਚ ਖੇਡਣਾ ਪਸੰਦ ਕਰਦੇ ਹਨ. ਇਹ ਸੀਜ਼ਨ ਕਿਸਾਨਾਂ ਲਈ ਬਹੁਤ ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਹੈ।
  • ਸਾਨੂੰ ਬਰਸਾਤ ਦੇ ਮੌਸਮ ਦੌਰਾਨ ਇੱਕ ਰੰਗੀਨ ਸਤਰੰਗੀ ਪੀਂਘ ਦੇਖਣ ਨੂੰ ਮਿਲਦੀ ਹੈ.
  • ਇਸ ਮੌਸਮ ਵਿੱਚ ਰੁੱਖ ਹਰੇ ਹੋ ਜਾਂਦੇ ਹਨ ਅਤੇ ਸਾਰੀ ਜ਼ਮੀਨ ਹਰੀ ਅਤੇ ਸੁੰਦਰ ਹੋ ਜਾਂਦੀ ਹੈ.
  • ਛੋਟੇ ਬੱਚੇ ਕਾਗਜ਼ ਦੀਆਂ ਕਿਸ਼ਤੀਆਂ ਮੀਂਹ ਦੇ ਪਾਣੀ ਵਿੱਚ ਸੁੱਟਦੇ ਹਨ.
  • ਇਸ ਮੌਸਮ ਦੀਆਂ ਫਸਲਾਂ ਮੀਂਹ ਦੇ ਪਾਣੀ ਤੇ ਨਿਰਭਰ ਕਰਦੀਆਂ ਹਨ ਅਤੇ ਅਸੀਂ ਬਾਰਿਸ਼ ਦਾ ਅਨੰਦ ਲੈਂਦੇ ਹਾਂ.
  • ਸਾਰਾ ਵਾਤਾਵਰਣ ਠੰਡਾ ਅਤੇ ਸੁੰਦਰ ਬਣ ਜਾਂਦਾ ਹੈ, ਇਸ ਲਈ ਮੈਨੂੰ ਬਰਸਾਤ ਦਾ ਮੌਸਮ ਪਸੰਦ ਹੈ.

10 Lines on Rainy Season in Video

Last Word on 10 Lines on Rainy Season for Students

हम Student के पढ़ाई के लिए ही Article बनाते है। कैसे एक Student आसानी से अपने Homework के साथ साथ अपने General Knowledge को कैसे बढ़ा सकता है? सिर्फ उसीके बारे मै ही हमरे सारे Article है। एक Student के लिए जीतने भी जरूरती Essay है जो मदत कर सकता है उनके पढ़ाई मै वो सारे Essay को हमने पोस्ट किए है। हम्म आसा करते है की ये बर्षा ऋतु आपको बहत अच्छा लगे।

इसके साथ साथ किस तरह से आप आसानी से Essay लिख सकते है या Essay लिखने का आसान तरीका को भी आप जान पाओगे और ये एस्से आपको 7 भासा में मिल जाएगा, आप आपके बहस के अनुसार एशे पढ़ सकते है। इसके बाद Student के General Knowledge के लिए जीतने भी General Quiz है जो आसान करेगा Student के पढ़ाई या उनके जीतने भी Quiz Competition है उन सभी मै अपना बेहतर देने के लिए मदत करेगा।

अन्य पोस्ट देखें –  Short Essay  /  10 Lines Essay .

नीचे टिप्पणी अनुभाग में किसी भी संबंधित प्रश्न या सुझाव को बेझिझक छोड़ें। आपकी प्रतिक्रिया हमारे लिए मूल्यवान है! यदि आपको यह जानकारी दिलचस्प लगती है, तो इसे अपने दोस्तों के साथ साझा करने में संकोच न करें, जो इसे पढ़ने का आनंद भी ले सकते हैं। साझा करना देखभाल है!

References Links:

  • https://www.britannica.com/science/Indian-monsoon
  • https://education.nationalgeographic.org/resource/monsoon/
  • https://en.wikipedia.org/wiki/Wet_season

One Comment

Thanks-a-mundo for the article post.Really thank you! Cool.

Comments are closed.

You must be logged in to post a comment.

दा इंडियन वायर

वर्षा जल संरक्षण पर निबंध

rain in hindi essay

By विकास सिंह

rain in hindi essay

वर्षा जल संचयन सतही जल अपवाह को रोकने के लिए प्राकृतिक जलाशयों या कृत्रिम जलाशयों में वर्षा जल का संग्रहण और भंडारण शामिल है।

वर्षा जल संरक्षण पर निबंध (100 शब्द)

वर्षा जल संचयन एक ऐसी तकनीक है जिसका उपयोग भविष्य के उपयोग के उद्देश्य (जैसे खेती, आदि) के लिए विभिन्न संसाधनों में विभिन्न साधनों का उपयोग करके वर्षा जल को संग्रहित करने के लिए किया जाता है। वर्षा जल को प्राकृतिक जलाशयों या कृत्रिम टैंकों में एकत्र किया जा सकता है।

सतह के अतिप्रवाह से खो जाने से पहले संग्रह की एक अन्य विधि उपसतह एक्वीफर्स में सतह के पानी की घुसपैठ है। छत की कटाई भी वर्षा जल को इकट्ठा करने की एक विधि है। कम वर्षा वाले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए इसका बड़ा महत्व है। वे नियमित पानी की आपूर्ति की कमी में भी एकत्रित वर्षा जल का उपयोग करके मौसमी फसल कटाई जारी रख सकते हैं। जब भी बारिश होती है, बारिश का पानी मानव निर्मित तालाबों या टैंकों में एकत्रित हो जाता है।

वर्षा जल संरक्षण पर निबंध (150 शब्द)

वर्षा जल संचयन मानव निर्मित संसाधनों या तालाब, झील आदि किसी भी प्राकृतिक संसाधन में वर्षा जल का संग्रहण उसी स्थान पर होता है जहाँ वह छतों या जमीन से गिरता है। वर्षा जल संचयन की दो मुख्य तकनीकें भविष्य में उपयोग और जमीन में पुनर्भरण के लिए भंडारण हैं। इसका उपयोग फसल की कटाई, बागवानी, शौचालय इत्यादि के लिए किया जा सकता है, व्यक्तिगत या शहर-स्तर पर वर्षा जल संचयन के लाभ निम्नलिखित हैं:

  • यह विशेष रूप से संस्थानों को पानी की आपूर्ति के बिल को कम करने में मदद करता है।
  • जमीन पर रिचार्ज किया गया पानी, फ्लोराइड, नाइट्रेट और इसकी लवणता को कमजोर करके भूजल की गुणवत्ता को सकारात्मक रूप से प्रभावित करता है।
  • इसमें लगभग तटस्थ पीएच और शून्य कठोरता शामिल है जो इसे घरों, उद्योगों, संस्थानों और अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों में उपयोग करने में अधिक सक्षम बनाता है।
  • यह सार्वजनिक जल आपूर्ति स्रोतों के तनाव को कम कर सकता है।
  • जमीन पर वर्षा जल का पुनर्भरण तटीय क्षेत्रों में समुद्र के पानी के विसर्जन को रोकता है।
  • यह शहरी बाढ़ को नियंत्रित करने में मदद करता है अगर लोग छतों से वर्षा जल संचयन करते हैं।
  • यह नगरपालिका के लोगों की पानी की मांग को कम कर देता है और इस तरह से शहर में पानी के वितरण में भी ऊर्जा की खपत कम हो जाती है।

वर्षा जल संचयन पर निबंध (200 शब्द)

वर्षा जल संचयन का अर्थ है वर्षा जल को प्राकृतिक जलाशयों या मानव निर्मित टैंकों में एकत्रित करना। यह भविष्य में विभिन्न उद्देश्यों के लिए वर्षा जल को इकट्ठा करने और संग्रहीत करने की तकनीक है। वर्षा जल संचयन का सबसे आम और आसान तरीका छत की कटाई है।

इस तकनीक का उपयोग करके हम बरसात के मौसम में बहुत से स्वच्छ वर्षा जल एकत्र कर सकते हैं। इसे घरेलू प्रयोजनों जैसे बागवानी, पशुधन और सिंचाई आदि के लिए लंबे समय तक संग्रहीत किया जा सकता है, वर्षा जल संचयन के लाभ निम्नलिखित हैं:

  • यह जल आपूर्ति भार और नगरपालिका के बिजली के बिलों को कम करने में मदद करता है, ग्रामीण इलाकों में मुफ्त
  • पानी की आपूर्ति, फसल उत्पादन में सुधार करता है और इस तरह खाद्य सुरक्षा को बढ़ावा मिलता है।
  • वर्षा जल संचयन प्रणाली ग्रामीण क्षेत्रों में घरों या व्यक्तियों की असुरक्षा को कम करने में मदद करती है।
  • यह जल क्षेत्रों की कमी में आसान और कम लागत वाली जल आपूर्ति प्रदान करता है जिससे खाद्य सुरक्षा और आय सृजन में मदद मिलती है।
  • तमिलनाडु भारत के राज्यों में से एक है और अब यह पहला भारतीय राज्य है जहाँ वर्षा जल संचयन अनिवार्य किया गया है।
  • तमिलनाडु राज्य सरकार ने चेन्नई में विभिन्न स्थानों पर लगभग 50,000 वर्षा जल संचयन संरचनाओं को स्थापित करने के लिए 30 मई 2014 को घोषित किया है। अब तक, तमिलनाडु के लगभग 4,000 मंदिरों में बारिश के पानी के टैंक हैं जो मंदिरों में विभिन्न अनुष्ठानों में सेवा करते हैं और भूजल को रिचार्ज करने में मदद करते हैं।

वर्षा जल संग्रहण पर निबंध (250 शब्द)

बारिश के पानी की हर बूंद धरती पर लोगों के लिए भगवान के आशीर्वाद की तरह है। ताजा वर्षा जल मोती की तरह जमीन पर गिरता है, इसलिए सभी को विशेष रूप से विकासशील क्षेत्रों और ग्रामीण क्षेत्रों में प्राकृतिक जल संसाधनों की कमी के कारण वर्षा जल के महत्व को समझना चाहिए।

हमें छतों के माध्यम से और सड़कों पर चलने वाले पानी को बर्बाद किए बिना बारिश का पानी इकट्ठा करने की कोशिश करनी चाहिए। हमें सभी क्षेत्रों में आसान पानी की आपूर्ति करने के लिए नई और प्रभावी तकनीकों का उपयोग करके अपनी पुरानी पारंपरिक कटाई प्रथाओं को लाना चाहिए। केवल हैंडपंप, कुओं और भूजल स्तर के अन्य संसाधनों के कारण सैकड़ों हजारों लोगों की पीने योग्य पानी की जरूरत पूरी नहीं हो सकती।

पानी की कमी वाले क्षेत्रों में पानी उपलब्ध कराने के लिए कई वर्षों तक वर्षा जल संचयन सबसे टिकाऊ और प्रभावी तरीका है। वर्षा जल संचयन बहुत कम लागत पद्धति के साथ-साथ बहुत सारे लाभ देने में सक्षम हैं। यह घरेलू कार्यों, क्षेत्र सिंचाई, पशुधन, कृषि और पशुपालन जैसे विभिन्न उद्देश्यों में मदद करता है।

यह प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से भूजल स्तर को फिर से जीवंत करने में मदद करता है। वर्षा जल संचयन विधियों को खाइयों, एनीकट, खोदा कुओं, समोच्च, आदि की वर्षा जल संचयन विधियों द्वारा बदला जा सकता है, जबकि अन्य वर्षा जल संचयन विधियाँ जैसे भूमिगत जल टैंक, तालाब आदि, कम से कम चार से छह महीने के लिए भूजल के उपयोग को कम करने में मदद करते हैं।

यह भारत और अन्य देशों के पहाड़ी क्षेत्रों और रेगिस्तानी क्षेत्रों में बहुत प्रभावी है। बड़े और स्वच्छ जल निकाय बनाकर बरसात के मौसम में अधिक और स्वच्छ वर्षा जल एकत्र किया जा सकता है।

वर्षा जल संरक्षण पर निबंध (300 शब्द)

अब-दिनों में, लोगों को उनकी हर जरूरत के लिए पानी की आपूर्ति के लिए पानी की आपूर्ति की सरकारी प्रणाली पर निर्भर किया गया है। शहरों में जल प्रबंधन और वितरण के वर्तमान परिदृश्य को सरकार द्वारा केंद्रीकृत किया गया है जिसने जल प्रबंधन में सामुदायिक जिम्मेदारी का एक बड़ा अंतर लाया है। यह धीरे-धीरे लेकिन नियमित रूप से पुराने पारंपरिक जल संचयन प्रणाली को समाप्त कर चुका है।

भविष्य के उपयोग के उद्देश्य के लिए वर्षा के मौसम में वर्षा जल संग्रहण के लिए वर्षा जल संग्रहण फिर से एक नई लेकिन पुरानी और प्रभावी तकनीक है। पानी की कमी की समस्याओं को दूर करने के लिए भारत के विभिन्न स्थानों में इसका अक्सर उपयोग किया जा रहा है।

वर्षा जल संचयन प्राकृतिक तरीके से भूजल पुनर्भरण का अच्छा स्रोत है। हालांकि, तेजी से हो रहे शहरीकरण और बड़े स्तर पर शहरों के विकास के साथ-साथ बारिश के पानी की मात्रा में कमी के कारण भूजल स्तर दिन-प्रतिदिन कम होता जा रहा है।

वर्षा जल संचयन भूजल के उपयोग को कम करने के साथ-साथ भविष्य में अपने स्तर को हमेशा बनाए रखने का तरीका है। भारत और अन्य देशों के सूखे क्षेत्रों में विभिन्न उद्देश्यों के लिए पानी की मांग को पूरा करने के लिए इसका अधिक महत्व है। वर्षा जल की कटाई करने के तथ्य को साबित करने वाले निम्न बिंदुओं का उल्लेख किया गया है:

  • यह भूजल की गिरावट को रोकने और भूजल तालिका में सुधार करने में महान भूमिका निभाता है।
  • यह एक्वीफर्स में पानी की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद करता है।
  • यह मानसून के दौरान अधिक पानी के संरक्षण और सतही जल अपवाह को रोकना है।
  • यह मृदा अपरदन को कम करने में मदद करता है।
  • यह लोगों में जल संरक्षण की पुरानी परंपरा को लाना है।
  • सतह अपवाह कटाई और छत के ऊपर वर्षा जल संचयन जैसे निम्नलिखित तरीकों का उपयोग करके वर्षा जल को बेहतर तरीके से काटा जा सकता है। दो
  • नों बहुत प्रभावी तरीके भूजल के स्तर को बढ़ाने में मदद करते हैं और आसान और लागत प्रभावी तरीके से पानी की आपूर्ति की आवश्यकता को पूरा करते हैं।

वर्षा जल संरक्षण पर निबंध (400 शब्द)

वर्षा जल संचयन प्राकृतिक संसाधनों या कृत्रिम रूप से डिज़ाइन किए गए संसाधनों में वर्षा जल का संग्रहण और भंडारण है, ताकि जल अपवाह को रोका जा सके और भविष्य में पानी की कमी को पूरा किया जा सके। जल संचयन की मात्रा वर्षा की आवृत्ति, वर्षा की मात्रा, वर्षा जल एकत्र करने के तरीके और जल को एकत्रित करने के संसाधनों के आकार जैसे कारकों से प्रभावित होती है।

वनों की कटाई और पारिस्थितिक असंतुलन जैसे विभिन्न कारणों से भूजल स्तर दिन-प्रतिदिन गिरता जा रहा है। शहरीकरण और औद्योगिकीकरण का स्तर लगातार बढ़ने से विशेषकर शहरी क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति की मांग बढ़ जाती है। यह भूजल के अति प्रयोग और इस प्रकार निम्न स्तर पर जा रहा है।

भविष्य में पानी की कमी के जोखिम को काफी हद तक बढ़ा दिया गया है और कुछ प्रभावी समाधानों का पालन नहीं करने पर जीवन के लिए खतरा हो सकता है। जल संचयन बहुत मददगार है और भूजल स्तर को रिचार्ज करने जैसी विभिन्न जरूरतों को पूरा करता है, पानी की आपूर्ति में बिजली के बिल को कम करता है और आवश्यकतानुसार कभी भी पानी की आपूर्ति प्रदान करता है।

यह अनुमान है कि जल स्तर में 1 मीटर वृद्धि से लगभग 0.4 किलोवाट बिजली की बचत होती है।

वर्षा जल संचयन क्यों आवश्यक है:

सभी क्षेत्रों में लोगों द्वारा वर्षा जल संचयन बहुत आवश्यक है। भविष्य में पानी की कमी के डर को कम करना अच्छा है। निम्नलिखित बिंदु इस तथ्य को साबित करते हैं कि वर्षा जल संचयन क्यों आवश्यक है:

  • सतही जल विभिन्न प्रयोजनों के लिए पानी की मांग को पूरा नहीं कर सकता है।
  • हर कोई अपनी हर जरूरत के लिए भूजल पर निर्भर है।
  • वनों की कटाई, तेजी से शहरीकरण, उप-मिट्टी के लिए वर्षा जल घुसपैठ, आदि कारणों से भूजल के स्तर में लगातार कमी हो रही है।
  • वर्षा जल संरक्षण प्राकृतिक जल संसाधनों में पानी के स्तर को बनाए रखता है।
  • यह सड़कों पर पानी भरने की संभावना को कम करता है, मिट्टी के कटाव के जोखिम को कम करता है और पानी की गुणवत्ता में सुधार करता है।

वर्षा जल संचयन की मुख्य तकनीकें निम्नलिखित हैं:

  • भविष्य में उपयोग के लिए सतह पर वर्षा जल एकत्र करना।
  • भूजल का पुनर्भरण।
  • हालांकि, भूजल रिचार्जिंग तकनीक फसल कटाई की एक नई अवधारणा है। यह खोदा कुओं, गड्ढों, खाइयों, हैंडपंपों, रिचार्ज कुओं, रिचार्ज शाफ्टों का उपयोग करके किया जा सकता है, बोरवेलों के साथ पार्श्व शाफ्टों को रिचार्ज करना, फैलाने की तकनीक (धारा, नाला, आदि के लिए पानी के प्रसार का मतलब है)।

[ratemypost]

इस लेख से सम्बंधित अपने सवाल और सुझाव आप नीचे कमेंट में लिख सकते हैं।

विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

Related Post

Paper leak: लाचार व्यवस्था, हताश युवा… पर्चा लीक का ‘अमृत काल’, केंद्र ने पीएचडी और पोस्ट-डॉक्टोरल फ़ेलोशिप के लिए वन-स्टॉप पोर्टल किया लॉन्च, एडसिल विद्यांजलि छात्रवृत्ति कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ, 70 छात्रों को मिलेगी 5 करोड़ की छात्रवृत्ति, leave a reply cancel reply.

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

पूर्व न्यायाधीशों ने प्रभावी लोकतंत्र के लिए लोकसभा 2024 की चुनावी बहस के लिए पीएम मोदी और राहुल गांधी को आमंत्रित किया

चुनाव आयोग मतदान डेटा: मल्लिकार्जुन खड़गे ने ‘विसंगतियों’ पर विपक्षी नेताओं को लिखा पत्र; डेरेक ओ’ब्रायन ने ec को “पक्षपातपूर्ण अंपायर” कहा, इशाक डार बने पाकिस्तान के डिप्टी पीएम, climate change: जलवायु-परिवर्तन के कुप्रभावों से संरक्षण का अधिकार भी मौलिक अधिकार.

10 Lines on Rainy Season in Hindi | वर्षा ऋतू पर 10 लाइन निबंध

In this article, we are providing 10 Lines on Rainy Season in Hindi & English. In these few / some lines on Rainy Season, you get to know full information about Rainy Season in Hindi. A Short Rainy Season Essay in Hindi . हिंदी में वर्षा रितु पर 10 लाइनें

10 Lines on Rainy Season in Hindi

10 lines on Rainy Season in Hindi

( Set-1 ) 10 Lines Rainy Season in Hindi for kids

1. वर्षा ऋतु का मौसम बहुत ही सुवाहना होता है।

2. इस मौसम मे चारो और हरियाली आ जाती है।

3. सभी पेड़ और पौधों पे नये पाते आ जाते है।

4. शीतल हवा चलती है।

5. इस ऋतु मे लोग छाता और रैन कोट का प्रयोग करते है।

6. वर्षा होने के कारण पुरा वातावरण ठण्डा हो जाता है।

7. वर्षा ऋतु को मौनसून के नाम से भी जाना जाता है।

8. वर्षा से सभी सूखे तालाब और नदिया पानी से भर जाते है।

9. इस ऋतु मे आकाश मे इंद्रधनुष भी धिकाई देता है।

10. सभी को वर्षा ऋतु का बहुत इंतजार रहता है।

जरूर पढ़े-

10 Lines on Winter Season in Hindi

10 Lines on Summer Season in Hindi

10 Lines on Spring Season in Hindi

( Set-2 ) Varsha Ritu Par 10 Line Nibandh | Sentences About Rainy Season in Hindi

1. वर्षा ऋतू, 6 ऋतुओं में से एक ऋतू है।

2. वर्षा ऋतु को सभी ऋतुओं का राजा भी कहा जाता है।

3. वर्षा ऋतू की शुरुआत जून महीने से शुरू होकर सितम्बर महिने तक रहती है।

4. वर्षा ऋतू के मौसम में चारो तरफ हरियाली ही हरियाली हो जाती है।

5. वर्षा ऋतू के मौसम में बहुत ज्यादा बारिश होती है।

6. इस मौसम में सारे सूखे हुए तालाबों और कुओ में वापिस पानी आ जाता है।

7. वर्षा ऋतू के मौसम से किसानों को बहुत फायदा होता है क्योंकि इस मौसम में फसलें बहुत अच्छी होती हैं।

8. इस मौसम में सबसे ज्यादा चावल और मक्का की फसलें बोई जाती हैं।

9. इस मौसम की वजह से लोगो को गरमी से राहत मिलती हैं।

10. वर्षा ऋतू का मौसम बहुत ही प्यारा और सुहाना होता है।

( Set-3 ) 10 lines on Rainy Season in Hindi | वर्षा ऋतू पर 10 लाइन निबंध

1. वर्षा रितु ग्रीष्म रितु के पश्चात आती है और भारत की चार मुख्य रितुओं में से एक है।

2. वर्षा रितु आषाढ़ श्रावण और भादों में मुख्य रूप से होती है।

3. वर्षा रितु का आगमन जुलाई में होता है और यह तीन महीने तक रहती है।

4. वर्षा रितु के आगमन से लोग प्रसन्नता से भर जाते हैं।

5. वर्षा रितु का इंतजार किसानों को बहुत रहता है क्योंकि वर्षा रितु फसलों को बढ़ने में सहायता करती है।

6. वर्षा रितु में बहुत बार इंद्रधनुष दिखाई देता है।

7. वर्षा रितु अपने साथ बहुत से त्योहार लेकर आती है।

8. प्रकृति पर भी वर्षा रितु का बहुत अच्छा प्रभाव पड़ता है।

9. वर्षा रितु के दौरान पूरा आसमान चमकदार होता है और पेड़ो पर भी नए पत्ते आने लगते हैं और फूल खिलने लगते हैं।

10. वर्षा रितु हमें गर्मी से राहत का अहसास करवाती है।

Few Lines on Rainy Season in English

1. Rainfall comes after the Summer season and is one of the four main seasons of India.

2. Rainfall is mainly in Ashutra Shravan and Bhadon.

3. Rainfall season arrives in July and it lasts for up to three months.

4. With the advent of the Rainfall season, people are filled with happiness.

5. Farmers are very much waiting for the rainy season because the rainy season helps in growing crops.

6. Rainbows appear many times in the rainy season.

7. Rainfall brings many festivals along with you.

8. Rainfall also has a very good effect on nature.

9. During the rainy season, the whole sky is shiny and new leaves begin to appear on the trees and the flowers start blooming.

10. Rainfall makes us feel relief from the heat.

10 Lines on Importance of Trees in Hindi

इस article के माध्यम से हमने Ten lines on Rainy Season in Hindi Essay का वर्णन किया है और आप यह article को नीचे दिए गए विषयों पर भी इस्तेमाल कर सकते है।

Varsha Ritu Hindi 10 lines Rainy Season 10 lines nibandh ten lines essay on Rainy Season paragraph on rainy season in Hindi

ध्यान दें – प्रिय दर्शकों 10 Lines on Rainy Season in Hindi (article) आपको अच्छा लगा तो जरूर शेयर करे ।

2 thoughts on “10 Lines on Rainy Season in Hindi | वर्षा ऋतू पर 10 लाइन निबंध”

' src=

Bahut hi Badhiya Essay on Rainy Season

' src=

Leave a Comment Cancel Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

  • Bihar Board

GSEB SSC Result 2024

Srm university.

  • TN Board Result 2024
  • GSEB Board Result 2024
  • Karnataka Board Result 2024
  • CG Board Result 2024
  • Kerala Board Result 2024
  • Shiv Khera Special
  • Education News
  • Web Stories
  • Current Affairs
  • नए भारत का नया उत्तर प्रदेश
  • School & Boards
  • College Admission
  • Govt Jobs Alert & Prep
  • GK & Aptitude
  • articles in hindi

Mother’s Day Essay in Hindi: यहां देखें मातृ दिवस पर छोटे और बड़े हिंदी निबंध

Mother’s day 2024: मातृ दिवस पर छोटे और बड़े निबंध लिखने के लिए यहाँ देखें आसान और प्रभावशाली उदहारण। .

Gurmeet Kaur

Mother's Day Essay: मातृ दिवस पर निबंध

Mother’s day essay 10 lines (मातृ दिवस पर 10 पंक्तियाँ ).

1. अंतर्राष्ट्रीय मातृ दिवस सभी माताओं के सम्मान और उनके प्रति आभार व्यक्त करने के लिए मनाया जाता है।

2. हर साल मई महीने के दूसरे रविवार को अंतर्राष्ट्रीय मातृ दिवस के रूप में मनाया जाता है।

3. अमेरिका में सबसे पहले 1908 में मातृ दिवस मनाया गया था।

4. माँ हमारे जीवन का आधार होती हैं, जिसके प्यार और त्याग के बिना हम अधूरे हैं।

5. हम माँ के लिए सुंदर कार्ड बनाकर या उनकी पसंद का तोहफा देकर इस दिन को उनके लिए खास बना सकते हैं।

6. मातृ दिवस हमें माँ के महत्व को याद दिलाता है और उनके प्रति कृतज्ञता जताने का अवसर देता है।

7. माँ के हाथों से रोपे गए संस्कारों के बीज ही हमें एक अच्छा इंसान बनाते हैं।

8. हमें हमेशा माँ की बात माननी चाहिए और उनकी इच्छा का सम्मान करना चाहिए।

9. माँ के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए सिर्फ एक दिन ही काफी नहीं बल्कि हमें अपना हर दिन माँ को समर्पित करना चाहिए

Mother’s Day Essay 100 Words: मातृ   दिवस   पर   निबंध   150 शब्द

“माँ” शब्दों में बयां नहीं हो पाने वाला स्नेह, त्याग और ममत्व का प्रतीक रिश्ता है। मातृ दिवस उन महान हस्तियों को समर्पित है जिन्होंने जीवन को जन्म दिया, उसे संवारा और अनंत प्रेम से सींचा।

“माँ शब्द में छिपा है अनंत प्रेम, 

जिसकी थाह ना पाए कोई गगन, धरती, तारक, सितारे।

माँ वो है जो देती है जीवन का आधार, 

हर सुख-दुःख में रहती है सदैव हमारे साथ।”

माँ का हृदय प्रेम का सागर है, त्याग का महासागर है, और ममत्व का ब्रह्मांड है। यह वो रिश्ता है जो जन्म के पहले से शुरू होकर, जीवन भर हमारा साथ निभाता है। माँ का स्पर्श ही वो जादू है जो हमारे हर ग़म को दूर करने का सामर्थ्य रखता है वह हर कदम पर हमारा मार्गदर्शन करती है और हमें सदैव सफलता की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित करती है। माँ के हाथों का बना भोजन किसी स्वादिष्ट व्यंजन से कम नहीं होता।

Mother’s Day Essay 250 Words: मातृ   दिवस   पर   निबंध  2 50 शब्द

संसार में जितने भी रिश्ते हैं, उनमें माँ का रिश्ता सबसे पवित्र और अमूल्य है। "माँ" शब्द ही प्रेम, त्याग और ममत्व का पर्याय है। हमारे जन्म के पहले से शुरू होने वाला यह रिश्ता आखिरी सांस तक बना रहता है। माँ का प्यार अमृत के समान मीठा और जीवनदायी होता है।

माँ शब्द सुनते ही बचपन की वो मीठी यादें ताजा हो जाती हैं, जब माँ की गोद ही हमारा सारा संसार होती थी। माँ ही हमारे जीवन की पहली गुरु होती है, जो हमें चलना, बोलना और सही-गलत में अंतर करने का ज्ञान देती है। माँ के कोमल स्पर्श में हमारे हर ग़म को मिटाने का जादू है। जीवन के किसी भी चरण पर असफलता की ठोकर खाने पर माँ की प्यार भरी आँखों में हमें सहारा मिलता है और हर सफलता पर उसका गर्व ही हमें आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।

माँ का त्याग किसी सागर से कम नहीं होता। वह अपने सपनों को ताक पर रखकर सिर्फ हमारे सपनों को साकार करने के लिए निरंतर प्रयास करती है। वह बिना किसी स्वार्थ के हमारे सुख-दुःख में सदैव हमारे साथ खड़ी रहती है।

मेरे लिए, मेरी माँ मेरी सबसे बड़ी शिक्षिका और समर्थक हैं। वह जीवन की चुनौतियों से गुजरने में मेरा मार्गदर्शन करती हुई सदैव मेरे लिए मौजूद रही हैं।

हर साल आने वाला मातृ दिवस हमें माँ के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का एक सुअवसर प्रदान करता है।  इस दिन हम कुछ खास करके, उन्हें प्यार से गले लगाकर या उनकी पसंद का कुछ करके उन्हें खुश कर सकते हैं। हालाँकि हमें हर दिन को मातृ दिवस की तरह मानाना चाहिए, और हमेशा अपनी माँ के प्यार और त्याग को संजोना और उनकी सराहना करनी चाहिए। आइए मातृ दिवस के इस शुभ अवसर पर दुनिया भर की सभी माताओं का सम्मान करें और उनके अटूट प्यार और समर्थन के लिए उनका धन्यवाद करें।

Mother's Day Poems in Hindi: मातृ दिवस पर छोटी और बड़ी कविताएं 

अपने भावों को और गहराई देने के लिए नीचे दी गयी पंक्तियों को अपने निबंध में शामिल करें:

1. तू धूप से छाँव,

तू रातों का दिया,

तेरे आशीर्वाद से,

हर सपना हुआ पूरा।

2. शाश्वत है प्रेम मां का कोई नहीं है जोड़ उसका, क्या लिखें शब्द नहीं हैं इतना है, आदर जिसका।

3. सर्द हवाओं के बीच, गुनगुनी धूप होती है। डूब रही मन की नौका, सबल पतवार होती है। पतझड़ में जो मधुमास खिला दे, वह जीवनदायिनी मां होती है।

4. हमारे हर मर्ज की दवा होती है माँ…. कभी डाँटती है हमें, तो कभी गले लगा लेती है माँ….. हमारी आँखोँ के आंसू, अपनी आँखोँ मेँ समा लेती है माँ….. अपने होठोँ की हँसी, हम पर लुटा देती है माँ…… हमारी खुशियोँ मेँ शामिल होकर, अपने गम भुला देती है माँ…. जब भी कभी ठोकर लगे, तो हमें तुरंत याद आती है माँ।

5. घुटनो से रेंगते रेंगते कब पैरो पर खड़ा हुआ तेरी ममता की छाव में ना जाने कब बड़ा हुआ

6. कष्टों से नहीं हारती मां दुःख-दर्द को नहीं दिखाती मां मुस्कुराती हरदम खटती है मां थकती है पर थकती नहीं मां बूढ़ी होती है पर बूढ़ी नहीं होती है मां मां के श्रम का मान करें, मनाएँ मां को कुछ पल आराम करें मां को ख़ुश करने का क्यों न कुछ काम करें।

7. प्यार की परिभाषा है मां जीने की अभिलाषा है मां हृदय में जिसके सार छुपा शब्दों में छिपी भाषा है मां इंद्रधनुष की रंगत है मां संतों की संगत है मां देवी रूप बसा हो जिसमें ज़मीं पर ऐसी जन्नत है मां

8. जरा सी ठोकर लग जाती तो मां दौड़ी हुई आती थी , जख्मों पर जब दवा लगाती आंसू अपने छुपाती थी। जब भी कोई जिद करते तो प्यार से वो समझाती थी,

9. जब-जब बच्चे रूठे मां उन्हें मनाती थी। खेल खेलते जब भी कोई वो भी बच्चा बन जाती थी, सवाल अगर कोई न आता टीचर बन के पढ़ाती थी।

10. सबसे आगे रहें हमेशा आस सदा ही लगाती थी , तारीफ अगर कोई भी करता गर्व से वो इतराती थी। होते अगर जरा उदास हम दोस्त तुरन्त बन जाती थी, हंसते रोते बीता बचपन मां ही तो बस साथी थी।

Happy Mother's Day 2024

Mother's Day Essay in English

Mother's Day Speech in English

आप जागरण जोश पर सरकारी नौकरी , रिजल्ट , स्कूल , सीबीएसई और अन्य राज्य परीक्षा बोर्ड के सभी लेटेस्ट जानकारियों के लिए ऐप डाउनलोड करें।

  • RBSE 10th, 12th रिजल्ट 2024
  • एसएससी जीडी कांस्टेबल रिजल्ट 2024
  • CG Board रिजल्ट 2024
  • CGBSE 10th रिजल्ट 2024
  • CGBSE 12th रिजल्ट 2024
  • cgbse.nic.in रिजल्ट 2024
  • cg.results.nic.in Result 2024
  • HBSE 12th Result 2024
  • JAC Class 12th रिजल्ट 2024
  • स्कूल की बात

Latest Education News

IPL Playoffs 2024: Teams Scenario, Qualifier, Eliminator Rules, Venues and Other Details

Mother’s Day 2024: Top 11 Fun Facts You Need to Know and Share

Top 10 Weekly Current Affairs in Hindi: 06 मई से 12 मई 2024

IPL Final 2024: Date, Stadium, Venue, Tickets Price and How to Book Ticket Online

IPL 2024 Live Streaming: मोबाइल या टीवी कहां और कैसे देखें आज के आईपीएल का LIVE टेलीकास्ट?

GT IPL 2024 Match Schedule: गुजरात टाइटंस के सभी मैचों का वेन्यू, डेट और टाइम यहां देखें

IPL 2024: हिंदी हो या भोजपुरी इन चर्चित कमेंटेटरों के साथ आईपीएल का लें लुफ्त

IPL 2024 CSK Players: चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाड़ियों की पूरी लिस्ट यहां देखें

ICC T20 World Cup 2024: T20 वर्ल्ड कप का शेड्यूल जारी, कब और किससे है भारत का मैच देखें यहां

[Fast Update] IPL Points Table 2024: आईपीएल 2024 अपडेटेड पॉइंट टेबल यहां देखें, KKR Qualify

IPL 2024 Playoffs Teams: ये है प्लेऑफ़ की प्रबल दावेदार, KKR Qualify करने वाली पहली टीम बनी

CUET UG Admit Card 2024 LIVE: Direct Link to Download NTA CUET Hall Ticket at exams.nta.ac.in, cuetug.ntaonline.in, Steps to Check Online

Find 3 differences between the pictures of a cow on the farm in 14 seconds!

MBSE HSLC Results 2024 Date and Time: Mizoram 10th Results on May 14

Mother’s Day 2024: 9+ Celebrity Moms Leading An Example, Check Here!

Happy Mother’s Day 2024: इस मदर्स डे ममता से भरे इन संदेशों से शेयर करें प्यार

NBSE HSLC Compartment Exams 2024: Check Nagaland Board 10th Schedule Here

(Updated) RCB vs DC Head to Head in IPL: Check Stats, Records and Results

RPSC Librarian Exam 2024: District Center Information and Admit Card Release Date Out, Check Latest Update

APSC ARO Admit Card 2024 Released at apsc.nic.in: Direct Link to Assistant Research Officer Hall Ticket

COMMENTS

  1. बारिश पर निबंध

    Essay on Rain in Hindi: बारिश हमारी पृथ्वी के लिए बहुत ही जरूरी है। अगर हमारे वातावरण में बारिश की सर कमी आ जाए तो संपूर्ण जनजीवन अस्त व्यस्त हो जाता है। आज के इस ...

  2. बरसात के मौसम पर निबंध 10 पंक्तियाँ (Rainy Season Essay 10 lines in Hindi)

    Rainy Season Essay in Hindi - हम हर साल 3 से 4 महीने बारिश के मौसम का आनंद लेते हैं। आकाश में भारी बादल तब बनते हैं जब दक्षिण-पश्चिम मानसूनी हवाएँ समुद्र ...

  3. Short Essay on Rain in Hindi Language

    Essay on Rain in Hindi Language - वर्षा पर निबंध ( 400 words ) समुंद्र नदियों में जो जल होता है उस पर धुप पड़ने से वह वाष्प में बदल जाता है और नहीं वाष्प उपर जाकर ...

  4. बारिश पर हिंदी निबंध (Rain Essay In Hindi Language)

    बारिश पर निबंध (Rain Essay In Hindi) प्रस्तावना. मुझे बारिश के दिन बहुत अच्छे लगते है। इन दिनो चारो ओर पानी ही पानी दिखाई देता है। बच्चे से लेकर बूढ़े तक इस मौसम में ...

  5. बारिश पर निबंध, बारिश का पहला दिन: rain essay in hindi, importance of

    बारिश पर निबंध, short essay on rain in hindi (200 शब्द) गर्मी, सर्दी और मानसून जैसे विभिन्न मौसम होते हैं। लेकिन मेरे सभी पसंदीदा मौसम में से मानसून का मौसम या बारिश का मौसम ...

  6. वर्षा पर निबंध

    by Hindipool May 16, 2022. About Rain in Hindi : दोस्तों आज हमने वर्षा पर निबंध लिखा है| बारिश एक ऐसा मौसम है जिसके ना चाहने वाले आपको ना के बारबार मिलेंगे, भला ...

  7. बारिश का दिन पर निबंध (Rainy Day Essay in Hindi)

    बारिश का दिन पर निबंध (Rainy Day Essay in Hindi) कोई फर्क नहीं पड़ता कि मौसम क्या हो सकता है, बारिश का दिन भी बहुत राहत और आराम देता है और हमारी आत्मा ...

  8. वर्षा जल संचयन पर निबंध (Rain Water Harvesting Essay in Hindi)

    वर्षा जल संचयन पर छोटे तथा बड़े निबंध (Short and Long Essay on Rain Water Harvesting in Hindi, Varsha Jal Sanchayan par Nibandh Hindi mein) निबंध 1 (300 शब्द) - वर्षा जल संचयन के तरीके व फायदे ...

  9. बारिश का महीना: वर्षा ऋतु पर निबंध Rainy Season Essay in Hindi

    वर्षा ऋतु पर निबंध (बारिश का महीना) Rainy Season Essay in Hindi. इस लेख मे बारिश का महीना: वर्षा ऋतु पर निबंध Rainy Season Essay in Hindi हिन्दी मे लिखा गया है। इसमे आप ...

  10. वर्षा ऋतु पर निबंध- Rainy Season Essay in Hindi

    दोस्तों इस आर्टिकल में हम आपके लिए Rainy Season Essay in Hindi ( Varsha Ritu Par Nibandh ) शेयर कर रहे है, हमने 100 words, 200 words, 250 words, 300 words, 500 words 600 words ke essay लिखे है जो की class 1,2,3,4,5,6,7,8,9,10,11,12 ke students | Vidyarthi ke liye upyogi hai.

  11. बरसात के दिन पर निबंध 10 lines (Rainy Day Essay in Hindi) 100, 150, 200

    उत्तर. सिक्किम भारत का वह राज्य है जहां सबसे अधिक औसत वार्षिक वर्षा होती है।. बरसात के दिन पर निबंध (Rainy Day Essay in Hindi) - बरसात के दिन प्रकृति के ...

  12. वर्षा ऋतु पर निबंध (Rainy Season Essay in Hindi)

    वर्षा ऋतु पर निबंध (Rainy Season Essay in Hindi) By अर्चना सिंह / July 6, 2023. वर्ष ऋतु हमारे लिए ढेर सारी खुशियों की बौछार लेके आती है। भारत में वर्षा ऋतु एक ...

  13. वर्षा ऋतु निबंध

    वर्षा ऋतु पर छोटे तथा बड़े निबंध (Essay on Rainy Season in Hindi) बरसात का एक दिन। - A Rainy Day रूपरेखा- प्रस्तावना, वर्षा का आगमन, वर्षा के विविध दृश्य, एक दिन की घटना, उपसंहार।

  14. वर्षा पर निबंध

    वर्षा पर निबंध | Essay on Rainfall in Hindi! जब जलवाष्प युक्त वायु ऊपर को उठती है तो तापमान में कमी आने के कारण उसका संघनन होने लगता है । इस तरह मेघों का निर्माण होता है ...

  15. वर्षा ऋतु पर निबंध

    वर्षा ऋतु पर निबंध - 100 शब्दों में | Short Essay on Rainy Season in Hindi. मुझे वर्षा ऋतु बहुत पसंद है। यह हर वर्ष जुलाई के महीने में आता है और हमें मई जून की ...

  16. वर्षा ऋतु पर निबंध Rainy Season Essay in Hindi (1000W)

    प्रस्तावना (वर्षा ऋतु पर निबंध Rainy Season Essay in Hindi) भारत के सभी ऋतु में वर्षा ऋतु एक अनुपम ऋतु है। यह हर साल गर्मी के मौसम के बाद जुलाई से शुरू ...

  17. वर्षा

    वर्षा. वर्षा (Rainfall) एक प्रकार का संघनन है। पृथ्वी के सतह से जल वाष्पित होकर ऊपर उठता हैऔर ठण्डा होकर पानी की बूंदों के रूप में पुनः धरती ...

  18. 10 lines on बारिश ️ in hindi || Short essay on rain in hindi for

    10 lines on बारिश 🌧️ in hindi || Short essay on rain in hindi for students || LGV educationShort essay on rain in hindi for students 10 lines on बारिश 🌧️ i...

  19. वर्षा ऋतु पर निबंध

    हम आशा करते है कि हमारे द्वारा Essay on Rainy Season in Hindi पर लिखा गया निबंध आपको पसंद आया होगा। अगर यह लेख आपको पसंद आया है

  20. 10 Lines on Rainy Season in Hindi

    10 Lines on Rainy Season: इस पोस्ट में हम आपके लिए वर्षा ऋतु पर 10 लाइन हिंदी में या Short Essay on Rainy Season in Hindi दे रहे हैं। अगर आप कक्षा 123 और कक्षा 4 के छात्रों तो ये आपके लिए सबसे अच्छा ...

  21. Rainy Season Essay In Hindi

    निबंध : मेरा प्रिय मौसम वर्षा. वर्षा ऋतु पर पढ़ें हिन्दी में निबंध. जून माह से शुरू होने वाली वर्षा ऋतु हमें अप्रैल और मई की भीषण गर्मी ...

  22. Rain water conservation essay in hindi, methods, benefits: वर्षा जल

    Rain water conservation essay in hindi, methods, benefits, article, information: वर्षा जल संरक्षण पर निबंध, उपाय ...

  23. 10 Lines on Rainy Season in Hindi

    6. Rainbows appear many times in the rainy season. 7. Rainfall brings many festivals along with you. 8. Rainfall also has a very good effect on nature. 9. During the rainy season, the whole sky is shiny and new leaves begin to appear on the trees and the flowers start blooming. 10.

  24. Mother's Day Essay in Hindi: यहां देखें मातृ दिवस पर छोटे और बड़े हिंदी

    Mother's Day Essay 250 Words: मातृ दिवस पर निबंध 250 शब्द संसार में जितने भी रिश्ते हैं, उनमें ...