45,000+ students realised their study abroad dream with us. Take the first step today
Here’s your new year gift, one app for all your, study abroad needs, start your journey, track your progress, grow with the community and so much more.
Verification Code
An OTP has been sent to your registered mobile no. Please verify
Thanks for your comment !
Our team will review it before it's shown to our readers.
PhD kaise kare: जानिए स्टेप बाय स्टेप गाइड
- Updated on
- मई 17, 2023
Ph.D. रीसर्च के आधार पर की जाने वाली डिग्री है। जिसमे विद्यार्थी अपनी पसंद के मुताबिक़ विषय चुनकर उसपर विस्तार से ज्ञान हासिल कर सारी जानकारी को एक जगह एकत्रित करता है जिसे थीसिस कहा जाता है। इसका मकसद यह रहता की आगे उस विषय पर जान्ने के लिए उस थीसिस का इस्तमाल किया जा सकता है और विषय पर जानकारी ली जा सकती है। एक Ph.D. होल्डर ज़्यादातर प्रोफेसर , असिस्टेंट प्रोफेसर , लेखक आदि के रूप में अपने भविष्य को आकार देते है । लेकिन स्कोप बेहद है। PhD kaise kare इसके लिए योग्यता, आवेदन प्रक्रिया, टॉप यूनिवर्सिटीज आदि के बारे में इस ब्लॉग में विस्तार से बताया गया है।
This Blog Includes:
Phd क्या है, phd क्यों करें, प्रोफेशनल डॉक्टरेटस, उच्च डॉक्टरेटस, न्यू रूट phd, टॉप पीएचडी कोर्सेज, phd होल्डर की ज़िम्मेदारीयां, phd kaise kare स्टेप बाय स्टेप गाइड, phd के लिए दुनिया की टॉप यूनिवर्सिटीज़, टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज़ , पीएचडी की फीस, phd के लिए योग्यता , आवेदन प्रक्रिया, phd के लिए एंट्रेंस एग्जाम, phd के लिए छात्रवृत्तियां, phd के बाद करियर और सैलरी.
PhD की फुल फॉर्म Doctor of Philosophy है। PhD विश्वविद्यालयों द्वारा प्रदान की जाने वाली विद्या-संबंधी डिग्री में सबसे ऊंची डिग्री मानी जाती हैं । PhD साथ-साथ एक पोस्ट ग्रेजुएट कि डॉक्टरेट डिग्री हैं जिसकी पूर्ती के बाद PhD करने वाले के नाम से पहले डॉ लग जाता हैं। वो विद्यार्थी जो अपने पसंद के विषय में महारथ हासिल करना चाहतें हैं। पीएचडी को चुनते हैं जिसमें उन्हें उस विषय पर रीसर्च कर उसकी बेहतर जानकारी होना और उस पर लिखना शामिल होता हैं। एक पीएचडी होल्डर अपना करियर किसी भी तरह से शुरू कर सकता हैं। मूलतः विद्यार्थीओ का पीएचडी करने का उद्देश्य प्रोफेसर बनना या रिसर्चर बनना होता हैं।
PhD शिक्षा प्रणाली का एक महत्पूर्व अंग हैं। PhD का मूल उद्देश्य ही नई खोज को जन्म देना और अलग अलग विषयो के बारे में गहरायी से ज्ञान अर्जित कर उसे सब तक पहुँचाना हैं। नई स्किल्स को उभारना और विकसित करना, नई चीज़ो को जान पाना और समझ पाना इसकी असल परिभाषा हैं। तो अगर आप वे व्यक्ति हैं जो किसी विषय कि गहराई में जाने में दिलचस्पी रखता हैं तो पीएचडी आपके लिए हैं।
PhD के प्रकार
एक समय था जब PhD कि महत्वता को कम बढ़ावा दिया जाता था या कह लीजिये कि PhD कम प्रचलित हुआ करती थी। लेकिन समय के साथ PhD होल्डर्स के लिए कई द्वार खुले और PhD कि महत्वता बढ़गयी। अब PhD सिर्फ ज्ञान अर्जित करने स्त्रोत नहीं हैं। कई नौकरिया और प्रोफेशंस PhD होल्डर्स को ही प्राथमिकता देते हैं जोकि PhD होल्डर्स के करियर को बेहतरी कि और ले जाता हैं और नए विकल्प प्रदान करता हैं। Ph.D. कैसे करें, के इस ब्लॉग में PhD के कुछ प्रकार विस्तार में दिए गए हैं:
एक प्रोफेशनल डॉक्टरेट का मूल उद्देश्य वास्तविक समस्याओं पर रिसर्च कर उसे लागू करना हैं। जटिल परिस्तिथ्यो का उपाय निकालना और उसको डिज़ाइन करना ताकि प्रोफेशनल कार्यो में विपदा आने पर उसका निवारण हो सके। वो प्रोफेशन कोई भी हो सकता हैं। लेकिन किन कार्यो से उस समस्या का उपाय निकलेगा ये रिसर्च करके ही मालूम चल सकता हैं। इस प्रकार के PhD कोर्स को इंजीनियरिंग, मेडिसिन जैसे विषयों पर रिसर्च करने के लिए विद्यार्थियों द्वारा चुना जाता है। PhD के इस प्रकार को उन विद्यार्थियों द्वारा चुना जाता है, जो डिग्री पूरी करने के बाद एक विशेष प्रोफेशनल करियर विकल्प को चुनना चाहते हैं।
उच्च डॉक्टरेट एक प्रकार हैं जिसमे स्कॉलर्स को औपचारिक रूप से सार्वजनिक मान्यता दी जाती हैं। वो PhD होल्डर्स जिन्होंने अपने विषय में सामाजिक तौर पर एक अलग छाप छोड़ी हैं उन्हें ये डिग्री देकर सम्मानित किया जाता हैं। इस प्रकार की डिग्री के लिए कैंडिडेट को इंटरनल और एक्सटर्नल एग्ज़ामीनर कमिटी की सिफ़ारिश पर विशेष ग्रांट्स की आवश्यकता होती है। Ph.D. के इस प्रकार में Doctor of Divinity (DD), Doctor of Literature/ Letters (DLit/D’Litt/LitD/LittD), Doctor of Science (DS/SD/DSc/ScD), Doctor of Civil Law (DCL), Doctor of Music (DMus/MusD) और Doctor of Law (LLD) जैसे कई पुरस्कार शामिल हैं।
PhD के इस प्रकार में एडमिशन लेने के लिए विद्यार्थियों को PhD शुरू करने से एक वर्ष पहले MRes यानी एक साल रिसर्च में मास्टर डिग्री लेना अनिवार्य है। इस कोर्स में पढ़ाए गए सभी आयामों को प्रैक्टिकल अनुभव और इंडिपेंडेंट रिसर्च के साथ मिलाकर परिणाम पर आया जाता हैं।। विद्यार्थियों के पास एजुकेशन, मीडिया, एडवांस IT, भाषाओ और बिज़नेस जैसे क्षेत्र में रिसर्च करने के लिए विस्तृत तरीके और बेहतर स्किल्स कि ज़रूरत होती है।
कई बार कुछ कारण वर्श ऑफलाइन PhD करना और क्लास लेना मुमकिन नहीं हो पाता हैं। ऐसे विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन PhD एक अच्छा विकल्प हैं। जैसा कि आप नाम से समझ पा रहे होंगे इस कोर्स में आपको यूनिवर्सिटी जाकर अपनी डिग्री पूरी करना अनिवार्य नहीं हैं। दुनिया कि वो आबादी जो काम करती हैं और डॉक्टरेट डिग्री चाहती हैं वो इस विकल्प के माध्यम से डिग्री पा सकते हैं। नीचे कुछ PhD कोर्सेज़ की लिस्ट दी गई है:
टॉप पीएचडी कोर्सेज की लिस्ट नीचे दी गई है:
साइंस स्ट्रीम में बेस्ट पीएचडी कोर्स
- PhD in physics
- PhD in Chemistry
- PhD in Mathematics
- PhD in Bioscience
- PhD in Clinical Research
- PhD in Biotechnology
- PhD in zoology
- PhD in Bioinformatics
- PhD in Environmental Science and Engineering
ह्यूमैनिटी में बेस्ट पीएचडी कोर्स
- PhD Economics
- PhD in Humanity
- PhD in Geography
- PhD in English
- PhD in Psychology
- PhD in Physiology
- PhD in Arts
- PhD in social work
- PhD in Public Policy
इंजीनियरिंग में बेस्ट पीएचडी कोर्स
- PhD in Civil Engineering
- PhD in Engineering and Technology
- PhD Computer Science Engineering
- PhD in Information Technology
- PhD in Chemical Engineering
- PhD in Mechanical Engineering
- PhD in Electronics and Communication Engineering
बिजनेस और मैनेजमेंट में बेस्ट पीएचडी कोर्स
- PhD in Business Administration
- PhD in Management
- PhD in Commerce
- PhD in Marketing/Brand Management
- PhD in Accounting and Financial Management
मेडिकल में बेस्ट पीएचडी कोर्स
- PhD in Paramedical
- Doctorate of Medicine (Cardiology)
- PhD in Medicine
- PhD in Radiology
- PhD in Medical Physics
- PhD in Pathology
- PhD in Neuroscience
- Doctor of Medicine in Homeopathy
PhD होल्डर की ज़िम्मेदारीयां विस्तार से नीचे दिए टेबल में दी गयीं हैं:
PhD kaise kare के लिए step-by-step guide नीचे दिया गया है:
- Step 1: कैंडिडेट को 12 साल की बुनियादी शिक्षा ( कक्षा 1st -12th ) पूरी होना अनिवार्य हैं।
- Step 2: PhD करने के लिए किसी भी विषय से बैचलर डिग्री में पास होना अनिवार्य हैं।
- Step 3: आपको कम से कम 50%-55% के साथ मास्टर डिग्री में पास होना ज़रूरी है। मास्टर डिग्री में पास होने के बाद ही आप PhD के लिए योग्य साबित होते हैं।
- Step 4: मास्टर डिग्री के बाद PhD में एडमिशन लेने के लिए आपको UGC-NET, TIFR,JRF-GATE या स्टेट लेवल के एंट्रेंस एग्ज़ाम पास करने होंगे।
- Step 4: एंट्रेंस एग्ज़ाम पास करने के बाद आप अपनी पसंद और कोर्स के अनुसार PhD के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
- Step 5: अधिकतर PhD कॉलेजेस में एडमिशन लेने के लिए व्यक्तिगत इंटरव्यू आयोजित किया जाता है। वह क्लियर करने के बाद ही आपको PhD में एडमिशन मिलता है।
PhD kaise kare और कहाँ से करें के लिए दुनिया की टॉप यूनिवर्सिटीज़ की लिस्ट नीचे दी गई है:
PhD kaise kare और कहाँ से करें के लिए टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज़ की लिस्ट नीचे दी गई है:
- दिल्ली विश्वविद्यालय
- JNU, दिल्ली
- बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी
- महाऋषि दयानन्द यूनिवर्सिटी
- अन्नामलाई यूनिवर्सिटी
- एडम्स यूनिवर्सिटी
- अलाहबाद स्टेट यूनिवर्सिटी
- बनस्थली विद्यापीठ
- डॉ बी.आर.आंबेडकर यूनिवर्सिटी ऑफ़ सोशल साइंस
- जैन यूनिवर्सिटी
- गुरु घासीदास विश्वविद्यालय
- अरुणाचल यूनिवर्सिटी ऑफ़ स्टडीज़
किसी भी कॉलेज में पीएचडी की फीस बहुत से फैक्टर्स पर निर्भर करती है। सरकारी कॉलेज में PhD की फीस लगभग ₹20,000 से ₹60,000 तक हो सकती है। जबकि प्राइवेट कॉलेज में ₹30,000 से ₹1,50,000 तक हो सकती है।
- आईआईटी बॉम्बे (IIT B) – लगभग ₹60,000
- आईआईटी दिल्ली – लगभग ₹45,000
- आईआईटी कानपुर – लगभग ₹65,000
- यूनिवर्सिटी ऑफ दिल्ली – लगभग ₹10,000
- आईआईटी मद्रास – लगभग ₹20,000
योग्यताओ से अर्थ है , वो बातें जो PhD करने से पहले आपको रखनी होंगी ध्यान में। जिनकी पूर्ती ना होने पर आप PhD में एडमिशन नहीं ले पाएंगे। विश्विद्यालयों की बात करें तो सभी विश्विद्यालयों का माप दंड एक सा नहीं होता। सामान्य तौर पर हर यूनिवर्सिटी में निम्नलिखित योग्यताओ का होना आवश्यक है।
- PhD कोर्स में अप्लाई करने के लिए विद्यार्थीयों को 10+2 में कम से कम 50% अंकों के साथ पास होना आवश्यक है।
- PhD के लिए आपको संबंधित कोर्स में मास्टर डिग्री कम से कम 50%-55% अंकों के साथ पास करनी ज़रूरी है।
- भारत में PhD कोर्स में एडमिशन लेने के लिए आपको UGC-NET , TIFR, JRF-GATE या स्टेट लेवल के एंट्रेंस परीक्षा पास करने होंगे।
- विदेश में PhD करने के लिए कोई विशेष एंट्रेंस परीक्षा नहीं है, हालाँकि कुछ यूनिवर्सिटीज़ द्वारा एंट्रेंस परीक्षा संचालित करवाई भी जाती है।
- इंटरनेशनल विद्यार्थियों को भी PhD में एडमिशन लेने के लिए एक रिसर्च प्रपोज़ल, रिसर्च इंटरेस्ट एंड मेथोडोलॉजी की आवश्यकता होती है। जिससे आपके रिसर्च में आपकी दिलचस्पी और कार्य की गंभीरता का माप दंड लगाया जाएगा।
- आपकी अंग्रेजी में कुशलता को मापने के लिए एक अच्छा IELTS/ TOEFL स्कोर महत्व रखता है।
- स्टेटमेंट ऑफ़ पर्पस यह एक लिखित स्टेटमेंट होती है जो आपके व्यक्तित्व को दर्शाती है।
- अंग्रेजी में निबंध
- लेटर ऑफ़ रिकमेन्डेशन या LOR s
- अपडेटेड प्रोफेशनल रज़ूमे
किसी भी कोर्स में प्रवेश के लिए हर यूनिवर्सिटी की एक निर्धारित आवेदन प्रक्रिया होती है। सभी छात्रों का एडमिशन इसी प्रक्रिया के आधार पर होता हैं और जो इस प्रक्रिया को सफलता से पूर्ण कर लेते हैं उनका एडमिशन हो जाता हैं। भारत में आने वाली यूनिवर्सिटीज़ की आवेदन प्रक्रिया और विदेश में आने वाली यूनिवर्सिटीज़ की आवेदन प्रक्रिया में अंतर हैं। आइए इन्हे विस्तार से समझते हैं।
विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है–
- आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं।
- एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे।
- अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP , निबंध, सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS , TOEFL , SAT , ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है।
- यदि आपने अभी तक अपनी IELTS , TOEFL , PTE , आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
- आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीजा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे ।
- अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है।
भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है–
- सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
- फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
- अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
- इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
- यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।
PhD के लिए आवश्यक दस्तावेज
PhD kaise kare के लिए आवश्यक दस्तावेज नीचे दिए गए हैं:
- आपका शैक्षणिक रिकॉर्ड (12th,बैचलर डिग्री,मास्टर डिग्री)
- अंग्रेजी में कुशलता का प्रमाण पत्र ( मुख्य रूप से IELTS/ TOEFL स्कोर )
- लेटर ऑफ़ रिकमेन्डेशन या LOR s
- स्टेटमेंट ऑफ़ पर्पस यह एक लिखित स्टेटमेंट होती है जो आपके व्यक्तित्व को दर्शाती है।
- अपडेटेड प्रोफेशनल रिज्यूमे
पीएचडी के लिए एंट्रेंस एग्जाम की लिस्ट नीचे दी गई है:
- CSIR – UGC NET
- JNU Entrance Examination
- AIIMS PhD Entrance Exam
PhD kaise kare इसके लिए आप नीचे दी गई टॉप स्कॉलरशिप के लिए अप्लाई कर सकते हैं :
PhD के बाद आप प्रोफेस्सर के अलावा राइटर, रिसर्चर, बैंक इन्वेस्टर आदि क्षेत्रों में भी अपना करियर बना सकते हैं। आपकी सैलरी में आपके स्किल्स और एक्सपीरियंस के अनुसार उतार-चढ़ाव आते हैं। PhD के बाद कुछ प्रसिद्ध जॉब प्रोफाइल और उनकी सैलरी glassdoor.co.in के अनुसार नीचे दी गई है:
जी नहीं, PhD करने के लिए कोई age limit नहीं होती।
-आपका शैक्षणिक रिकॉर्ड (12th,बैचलर डिग्री,मास्टर डिग्री) -अंग्रेजी में कुशलता का प्रमाण पत्र ( मुख्य रूप से IELTS/ TOEFL स्कोर ) -लेटर ऑफ़ रिकमेन्डेशन या LOR s – स्टेटमेंट ऑफ़ पर्पस यह एक लिखित स्टेटमेंट होती है जो आपके व्यक्तित्व को दर्शाती है। -अंग्रेजी में निबंध -अपडेटेड प्रोफेशनल रज़ूमे
जी, हाँ भारत में PhD के लिए UGC-NET, स्टेट लेवल या यूनिवर्सिटी लेवल के एंट्रेंस एग्ज़ाम पास करना आवश्यक है।
PhD Admission 2021: नई शिक्षा नीति के तहत फैसला किया गया है कि PhD कोर्स में एडमिशन के लिए अभ्यर्थियों का NET क्वालीफाई करना जरूरी है.
-केमिस्ट्री में P hD- केमिकल रिसर्च सेंटर्स एंड लेबोरेटरीज में एनालिस्ट -जियोलॉजी में p hd- जियोलॉजिकल सेंटर्स में हेड ऑफ़ सर्विस -न्यूट्रीशन में phd- साइंटिफिक एडवाइजर -बायोकेमिस्ट्री में p hd- पेटेंट लॉयर -लॉ में p hd- गवर्नमेंट सेक्टर्स में एडवाइजरी पोजीशन्स -इंग्लिश लिटरेचर में p hd- कॉलेज प्रोफेसर आदि।
Phd में आप अपनी मर्ज़ी से विषय का चुनाव कर सकते है। यह आप पर निर्भर करता है। कुछ प्रमुख phd के विषय निम्नलिखित हैं। हिंदी , अंग्रेजी , होम साइंस , एग्रीकल्चर , इतिहास , फाइन आर्ट्स , सर्जरी , जियोलॉजी , जियोग्राफी , अकॉउंटिंग , बायोमिस्ट्री , फार्मेसी आदि।
हमें उम्मीद है कि इस ब्लॉग में आपको PhD kaise kare के बारे में सभी जानकारी मिल गई होगी। यदि आप भी विदेश में पढ़ना चाहते है तो हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800572000 पर कांटेक्ट कर आज ही 30 मिनट्स का फ्री सेशन बुक कीजिय।
हिमानी महर्षि
A writer with more than 3 years of experience in various fields of communication, I takes great pleasure in helping students and their parents by addressing their queries regarding their journey to study abroad via blogs, News and Quora.
प्रातिक्रिया दे जवाब रद्द करें
अगली बार जब मैं टिप्पणी करूँ, तो इस ब्राउज़र में मेरा नाम, ईमेल और वेबसाइट सहेजें।
Contact no. *
very useful for all
Leaving already?
8 Universities with higher ROI than IITs and IIMs
Grab this one-time opportunity to download this ebook
Connect With Us
45,000+ students realised their study abroad dream with us. take the first step today..
Resend OTP in
Need help with?
Study abroad.
UK, Canada, US & More
IELTS, GRE, GMAT & More
Scholarship, Loans & Forex
Country Preference
New Zealand
Which English test are you planning to take?
Which academic test are you planning to take.
Not Sure yet
When are you planning to take the exam?
Already booked my exam slot
Within 2 Months
Want to learn about the test
Which Degree do you wish to pursue?
When do you want to start studying abroad.
January 2025
September 2025
What is your budget to study abroad?
How would you describe this article ?
Please rate this article
We would like to hear more.
PHD क्या है कैसे करे – फीस, योग्यता, एंट्रेंस एग्जाम: पूरी जानकारी देखे
शिक्षा के क्षेत्र में महानता हासिल करना अपने आप में एक अनोखा काबिलियत है, PhD एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा शिक्षण शैली में महानता प्राप्त करने का अवसर मिलता है. शिक्षा के महान दर्शनिक को PHD कि डिग्री से नवाजा जाता है.
यह उपाधि ऐसे उम्मीदवार को दी जाती है जिसमें विशेष गुण निहित होता है. इस डिग्री को प्राप्त करने के कई अवसर मिलते हैं, कभी-कभी महान उद्देश्य को पूरा करने के बाद इस डिग्री से उम्मीदवार को नवाजा जाता है और कोर्स के माध्यम से भी किसी विशेष क्षेत्र में PhD की डिग्री प्राप्त किया जा सकता है.
करियर के दृष्टिकोण से PhD सबसे महत्वपूर्ण कोर्स माना जाता है क्योंकि इस उपाधि से सम्मानित उम्मीदवार किसी विशेष विषय में विशेषज्ञता हासिल किए होते हैं इसलिए किसी विशेष बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा करना उनकी प्राथमिकता होती है.
Table of Contents
PHD क्या है पूरी जानकारी
पीएचडी एक स्नातकोत्तर (Postgraduate) डॉक्टरेट (Doctoral) की डिग्री है, जो उन छात्रों को प्रदान की जाती है जो अपने विषय में ज्ञान के लिए एक महत्वपूर्ण योगदान देने वाले एक प्रमुख शोध को पूरा करने की पुर्णतः कोशिश करते है.
पीएचडी की डिग्री सभी विषयों में उपलब्ध हैं और आम तौर पर एक व्यक्ति को प्राप्त होने वाली सर्वोच्च शैक्षणिक डिग्री का उच्चतम स्तर है. PhD कोर्स आमतौर पर तीन साल की अवधि का होता है जो उम्मीदवारों को अधिकतम पांच से छह वर्ष के अंतराल में कोर्स पूरा करना होता है.
- BCA क्या है और कैसे करे
- MBA कोर्स से सम्बंधित पूरी जानकारी
हालांकि, Ph.D कोर्स की अवधि एक संस्थान से दूसरे में भिन्न हो सकती है जो पूरी तरह इंस्टीट्यूट के सिलेबस और प्राथमिकता पर निर्भर करता है.
PHD डिग्री मुख्यतः उन लोगों के लिए है जो अपने विशेषज्ञता को और अधिक बढ़ाना चाहते हैं एवं समाज को शिक्षा के क्षेत्र में जागरूक बनाना चाहते हैं.
डॉक्टरेट एक विशेष योग्यता है जो डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित करता है. यह उपाधि प्राप्त करने के लिए आपको उन्नत कार्य करने की आवश्यकता होती है जो आपके चुने हुए विशेष क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण योगदान देता है. संभवतः ऐसा करने से आपको ‘डॉक्टर’ की उपाधि से सम्मानित किया जाता है
Doctor of Philosophy Course Highlights
Ph.d. किसे करना चाहिए.
- अपने विषय/वस्तु में रिसर्च करने की आदि व्यक्ति
- अपने रिजल्ट एकत्र करने में माहिर व्यक्ति
- थीसिस लिखने और रिसर्च करने वाला
- प्रोफेसर बनाने के इच्छुक व्यक्ति
Ph.D के लिए योग्यता
उम्मीदवारों को पीएचडी करने के योग्य होने के लिए किसी भी स्ट्रीम से ग्रेजुएशन डिग्री के साथ-साथ मास्टर डिग्री की भी आवश्यकता होती है.
पीएचडी के लिए उम्मीदवारों को एक विषय में गहन अध्ययन के साथ-साथ Smart Study करने की आवश्यकता होती है, इसलिए उम्मीदवारों को पीएचडी का पढ़ाई करते समय बेहद कठिन परिश्रम करने के साथ-साथ आवश्यक कौशल और समर्पण की आवश्यकता होती है.
- 12th और ग्रेजुएशन अनिवार्य
- पोस्टग्रेजुएट यानि मास्टर डिग्री 55% के साथ अनिवार्य
- अच्छी लेखन क्षमता
- रिसर्च में इक्छुक व्यक्ति
- अंग्रेजी स्किल
- हार्ड वोर्किंग
आवश्यक स्किल्स:
- Inquisitive
- Good at research
- Hard-working
- Good writing capacity
- Self-motivated
- Keen observer
Ph.D का फुल फॉर्म
पीएचडी एक लैटिन शब्द है जिस का संक्षिप्त रूप पीएचडी होता है एवं अंग्रेजी में फुल फॉर्म (डॉक्टर आफ फिलासफी) “Doctor of Philosophy” होता है जो “ दर्शन शब्द ” अपने मूल ग्रीक अर्थ को दर्शाता है
Ph.D में एडमिशन प्रक्रिया
उम्मीदवार Ph.D कोर्स करने के लिए तभी योग्य होते है यदि उन्होंने अपनी मास्टर डिग्री एक समान कोर्स / क्षेत्र / स्ट्रीम में पूरी की है जिसमें वे पीएचडी करना चाहते हैं
कुछ कॉलेज यह भी निर्देश करते हैं कि उम्मीदवारों को उनके द्वारा पेशकश की गई पीएचडी कोर्स को आगे बढ़ाने के लिए एक एमफिल (MPhil) पूरा करना होगा.
जिन उम्मीदवारों ने UGC NET, GATE, JEST की प्रवेश परीक्षा को क्लियर किए है, उन्हें आमतौर पर पीएचडी कोर्स करने के दौरान फ़ेलोशिप की पेशकश की जाती है. इसके अलावा, इग्नू और दिल्ली विश्वविद्यालय जैसे विश्वविद्यालय भी अपने साथ पीएचडी पाठ्यक्रम करने वाले छात्रों को फेलोशिप प्रदान करते हैं.
महत्वपूर्ण Ph.D की एंट्रेंस एग्जाम
- UGC Net Exam
- CSIR-UGC NET exam
- JNU PhD Entrance
- NIPER PhD Entrance Exam
- AIIMS PhD Entrance Exam
Ph.D कोर्स फ़ीस
पीएचडी कोर्स की फीस इंस्टिट्यूट एवं संस्थान के अनुरूप अलग अलग होता है, सरकारी संस्थान की फ़ीस प्राइवेट इंस्टिट्यूट की तुलना में कम होता है. पीएचडी कोर्स मुख्यतः 3 वर्ष का होता है जो 6 सेमेस्टर में बता हुआ होता है.
कॉलेज, इंस्टीट्यूट इस कोर्स की फीस समेस्टर या वार्षिक अवधी का अनुशार मांग करते हैं. प्राइवेट इंस्टिट्यूट में पीएचडी कोर्स की न्यूनतम फ़ीस 20000 से 30000 के करीब तथा अधिकतम फ़ीस 30000 से 50000 के बीच होता है.
जबकी सरकारी संस्थान में न्यूनतम फ़ीस 15000 से 25000 के बीच तथा अधिकतम फ़ीस 40000 तक होता है.
अवश्य पढ़े, B.Ed कैसे करे योग्यता एवं करियर
Ph.D सुब्जेस्ट्स
पीएचडी की डिग्री निम्नलिखित विषय में हासिल किया जा सकता है वर्तमान समय में नीचे दिए गए विषय सर्वाधिक महत्वपूर्ण है, लोकप्रियता की वजह से ही नहीं बल्कि समाज कल्याण के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. इसलिए निम्न विषय में पीएचडी की डिग्री प्राप्त करने की अवसर आसानी पा सकते हैं.
- Ph.D. in English
- Ph.D. in Social Sciences
- Ph.D. in Public and Economic Policy
- Ph.D in Humanities & Social Sciences
- Ph.D in Humanities and Life Sciences
- Ph.D in Psychology
- Ph.D in Arts
- Ph.D in International Relations and Politics
- Ph.D in Physiology
- Ph.D in Public Policy
- Ph.D in Literature
- Ph.D in Chemistry
- Ph.D in Clinical Research
- Ph.D in Science
- PhD in Bioscience
- PhD in Bioinformatics
- PhD Biotechnology
- PhD in Mathematical and Computational Sciences
- PhD in Environmental Science and Engineering
- PhD in Applied Chemistry & Polymer Technology
- PhD in Applied Sciences
- PhD Zoology
- PhD in Physics
- PhD in Basic and Applied Sciences
- Phd in Mathematics
- PhD in Zoology
- PhD in Commerce Management
- PhD in Accounting and Financial Management
सामान्य प्रश्न: FAQs
पीएचडी एक स्नातकोत्तर डॉक्टरेट डिग्री है, इस डिग्री को वैसे स्टूडेंट को प्रदान किया जाता है, जो किसी एक सब्जेक्ट में अध्ययन करते है. इस कोर्स को करने के लिए एंट्रेंस एग्जाम क्लियर करना पड़ता है, उसके बाद किसी अच्छे कॉलेज में एडमिशन में सकता है.
पीएचडी में बहुत सारे विषय होते है, क्योंकि इस कोर्स में किसी एक विषय पर अध्ययन किया जाता है. अर्थात, आप किसी भी एक सब्जेक्ट के साथ पीएचडी कर सकते है.
सरकारी कॉलेजों में पीएचडी की फीस लगभग 15-20 या 30 हज़ार रुपए तक होता है. जबकि प्राइवेट कॉलेजों में पीएचडी की फीस 5 – 6 लाख रुपए तक हो सकता है.
1 thought on “PHD क्या है कैसे करे – फीस, योग्यता, एंट्रेंस एग्जाम: पूरी जानकारी देखे”
Thanks you.
Leave a Comment Cancel reply
Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.
- Top Colleges
- Top Courses
- Entrance Exams
- Admission 2024
- Study Abroad
- Study in Canada
- Study in UK
- Study in USA
- Study in Australia
- Study in Germany
- IELTS Material
- Scholarships
- Sarkari Exam
- Visual Stories
- College Compare
- Write a review
- Login/ Register
- Login / Register
PhD in Hindi or Doctorate in Hindi is a 3-5 year doctorate level degree that deals with the main areas of Philosophy, Linguistics, and Literature in the Hindi language. The students pursuing the PhD in Hindi have many job opportunities in India and abroad in various Poetry, Drama, Criticism, Literary History, Fiction Arts of Hindi, etc. The job opportunities include Professor, Policy Analyst Writer, Editor, Publisher or Researcher, Communicator, Public Relations Officer Speech Writer, Travel Writer, Blogger, Reviewer, Chief Translator and more.
Ph.D Hindi Course Details
About ph.d. in hindi.
Wikipedia defines Ph.D. in Hindi, "A Ph.D. in Hindi is a doctorate level degree of Hindi literature which prepares students for research work, or more precisely Modern Standard Hindi, is an Indo-Aryan language spoken chiefly in North India. Hindi has been described as a standardized and Sanskritised register of the Hindustani language, which itself is based primarily on the Khariboli dialect of Delhi and neighbouring areas of Northern India." The course is part of the umbrella stream of PhD course.
Table of Contents
- Ph.D. in Hindi Eligibility Criteria
- Ph.D. in Hindi Admission Process
- Popular Ph.D. in Hindi Entrance Exams
- Top Ph.D. in Hindi Colleges
Why Choose Ph.D. in Hindi?
- Ph.D. in Hindi Fees Structure
- Ph.D. in Hindi Syllabus and Subjects
- Preparation Tips for Ph.D. in Hindi
- Ph.D. in Hindi Salary
- Ph.D. in Hindi Career Options
- Skills to Excel
Eligibility Criteria for Ph.D. in Hindi
Ph.D. in Hindi course admission in India requires the aspirants to complete their 10+2+3+2 continuous education. The basic eligibility for admission to the program is successful post-graduation, preferably in the Arts stream, with Hindi as one of the core subjects. Also, along with the basic eligibility criteria, the students pursuing a PhD in Hindi must have cleared the standard entrance examination with good scores from any reputed institute to get admission. There is no specific age limit or criteria for getting a PhD in Hindi admission.
Admission Process for Ph.D. in Hindi
The admission process for the PhD in Hindi in India is carried out either from the college premises directly or can be done online. The aspirants applying for the course must satisfy the PhD in Hindi eligibility criteria, a combination of marks scored in their 10+2+3+2 and the entrance exams. Listed below are the various procedures to get admission for the PhD in Hindi course:
How to Apply?
The aspirants eager to study PhD in Hindi can either apply online or offline for the course. The aspirants can apply for the Ph.D. in Hindi course by downloading an admission form available online at the university or on the college website. After submitting the college or university application form, the aspirants will be invited to appear for a written test, personal interview, group discussion, and counseling.
Selection Process
The course's selection process is based on the entrance exam score and the marks scored in secondary and higher secondary education marks scored to that of the Ph.D. in Hindi. After the university or college conducts a written test, personal interview, counseling, and group discussion, the aspirants are allocated seats based on various Ph.D. in Hindi criteria fulfilled by the aspirants proposed by the college/university officials.
Popular Entrance Exams for Ph.D. in Hindi
Appearing for entrance exams is an essential criterion and a good merit score from the doctorate course. The Doctorates can grab a seat for the course in a reputed college or university. Some of the best and mandatory PhD in Hindi entrance exams are:
Quick Glance At the Ph.D. in Hindi Entrance Exams
The entrance examinations conducted for the Ph.D. in Hindi degree course include various questions related to Hindi proficiency, problem-solving, decision-making skills, reasoning, general knowledge, and some topics from graduate and postgraduate to analyze the aspirants' knowledge abilities regarding the course as a whole. The test includes:
- Multiple choice questions with a negative marking system.
- Four sections with 200 marks in total.
- The entrance exam is conducted in both English and Hindi languages, and the total time to complete the exam is 3hours.
- Most of the questions in the entrance exams are merely related to current affairs and general knowledge, logical reasoning, and some topics related to Hindi literature, social studies, and fine arts.
Top 10 Ph.D. in Hindi Colleges in India
Top Ph.D. in Hindi colleges in India and abroad offer Ph.D. in Hindi graduation degree courses to students interested in Hindi Literature, Fine Arts, and Social Studies. Some of the very best colleges for Ph.D. in Hindi colleges in India are as follows:
Fee Structure for Ph.D. in Hindi
Ph.D. in Hindi fees structure ranges from INR 10,000 - 2 LPA. The fee for the course may vary depending upon the facilities and amenities provided at the college/university and the level of education offered.
Syllabus and Subjects for Ph.D. in Hindi
The syllabus and subjects for the Ph.D. in Hindi course are structured in such a way so that the students get a better understanding of the different subjects of the course. The Ph.D. in Hindi in India has various lectures, seminars, research and thesis, projects, and practicals. Some of the important subjects of the Ph.D. in Hindi course is:
- Research: intent, nature, and purpose
- Reetikaal, Broad Perspective of Indian Renaissance and Hindi Renaissance
- Bloomfield and Structural Linguistics
- Indian Theater and Western Theater Concepts
Read More About Ph.D. Hindi Syllabus and Subjects
Students who are willing to venture into linguistic research-based studies and advanced application-oriented studies in the field of Hindi can opt for this course. A PhD in any field is the most valuable course in the particular domain. The graduates who hold a Ph.D. degree are entitled to receive numerous job opportunities with a higher payscale. Ph.D. in Hindi graduates are in high demand in drama, politics, theatre, media, teaching, research, artists, law firms, management, counseling, etc.
What is Ph.D. in Hindi All About?
A Ph.D. in Hindi duration is a 3- 5-year-old doctorate course that focuses on developing skills and literary knowledge. This course is mainly one of the core branches of Hindi literature. This course offers subjects related to Research: intent, nature, and purpose, Shodh, Medieval period: time, society and culture, Reetikaal, Broad Perspective of Indian Renaissance and Hindi Renaissance, Gandhism, Bloomfield and Structural Linguistics, Theory of developmental studies, Indian Theater and Western Theater concepts and much more.
What Does a Ph.D. in Hindi Post Graduate Do?
Ph.D. in Hindi graduate holds a doctorate in the Hindi literature field education field, a good career option in India and abroad. The Ph.D. in Hindi degree can open the door to many new and exciting jobs. Here are some qualities which a Ph.D. in Hindi postgraduate does.
Professor: A Professor teaches aspirants how to develop their personality with soft and technical skills. Their talents of cultural adaptations, logical reasoning, and critical analysis would be an up-gradation with a Ph.D. in Hindi.
Reasons Why Ph.D. in Hindi Can Fetch You a Rewarding Career
A degree in Ph.D. in Hindi is one of the most popular study programs in India. Suppose the students are passionate about presenting their creativity, knowledge, and skills with current updates. In that case, they probably already know that a doctorate in Hindi can bring an aspirant's rewarding career.
Demand: Ph.D. in Hindi is very much in need as they explore all the subjects in-depth. They have ample opportunities in jobs and globally to any area of talent.
Career Growth: A job with a Ph.D. in Hindi allows you to think critically, create and analyze the subject's knowledge. A Ph.D. in Hindi degree focuses on developing an individual's personality, and a degree in the field can lead to a range of jobs.
Read More About Ph.D. Jobs
Preparation Tips For Ph.D. in Hindi
Ph.D. in Hindi students can prepare themselves by learning the regional languages, general knowledge, liability tests, and basic aptitude test. Here are the tips to prepare very well before applying.
Make A Plan: Make a course plan that can help the student plan according to the study of the work, enabling them to keep both balanced.
Interact With Professors: The interaction with the professors can bring in a new insight into the subjects for the course.
Look On To Journals: Since the course involves a lot of research-based studies, candidates can subscribe to weekly journals to keep themselves updated on the field.
Salary Of a Ph.D. in Hindi Graduate
Ph.D. in Hindi salary varies according to an aspirant's knowledge and skills. Another factor that changes the average salary package is the company and post you are working for. Fresher aspirants may start with an average Ph.D. in Hindi salary package, but once they gain experience, it increases up to a certain amount. The Ph.D. Hindi course's average salary, which is offered, ranges from INR 3 - 5 LPA [Source: Glassdoor].
Read More About Ph.D. Salary
Career Options After Ph.D. in Hindi
After completing a Ph.D. in Hindi, you are eligible for junior-level private and government jobs in India and abroad. Ph.D. in Hindi aspirants have excellent scope in the future and vast job opportunities. Ph.D. in Hindi is a continuous up-gradation of so many various fields of arts and humanities.
Ph.D. in Hindi jobs are found in the fields:
- Customer Support Officer
- Teacher & Lecturer
- Customer Service Executive
- Hindi Translator
- Content Writer
- Subject Matter Expert
Skills That Make You The Best Ph.D. in Hindi Postgraduates
Ph.D. in Hindi aspirants should possess communication, problem-solving, and decision-making skills. In addition, they have to be confident, dedicated and committed to their aspiration. Finally, a Ph.D. in Hindi necessitates applied creativity—a hands-on understanding of the work and strong interpersonal skills such as networking, leadership, and conflict resolution. Skills that make you suitable for Ph.D. in Hindi.
- Problem Solving Skills
- Management Skills
- Goal-Oriented
- Inquisitive
- Technical Skills
- Writing & Oral Communication
Supporting Ainain
जानकारी हिंदी में
- स्वयं का विकास
पीएचडी क्या होता है? डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी कैसे करें? योग्यता, एडमिशन प्रोसेस, करियर, वेतन, सिलेबस, फीस, एंट्रेंस एग्जाम, कार्यक्षेत्र आदि से जुड़ी पूरी जानकारी हिंदी मे
आज हम जानेंगे पीएचडी क्या है और कैसे करे की पूरी जानकारी PhD Details in Hindi के बारे में क्यों की कई बार आपने लोगों के नाम के आगे डॉक्टर (डॉ.) को देखा होगा और आप सोचते होंगे कि डॉक्टर ही मरीज को ठीक करता होगा, लेकिन हमेशा ऐसा नहीं होता है। इनमें से कुछ तो पीएचडी करने के बाद भी अपने नाम के आगे डॉक्टर लगा सकते हैं। पीएचडी डॉक्टरेट की डिग्री है। आप भी पीएचडी करने के बाद अपने नाम के आगे डॉ. अप्लाई कर सकते हैं
पीएचडी में किसी खास विषय पर गहन अध्ययन किया जाता है। इससे आपको अपने विषय के बारे में पूरी जानकारी मिल जाती है और आप अपने विषय में माहिर बन जाते हैं। आज के इस लेख में जानेंगे कि PhD kiya hota hai , पीएचडी कोर्स के लिए योग्यता, Doctor of Philosophy Course kaise Kare, आदि की सारी जानकारीयां विस्तार में जानने को मिलेंगी, इसलिये पोस्ट को लास्ट तक जरूर पढे़ं।
पीएचडी क्या होता है? – What is PhD (Doctor of Philosophy ) in Hindi
पीएचडी एक बहुत ही लोकप्रिय डिग्री है जो ग्रांटेड यूनिवर्सिटीज द्वारा प्रदान की जाने वाली एक उच्च शैक्षणिक डिग्री है। इस डिग्री को पीएचडी होल्डर्स के लिए उच्चतम शैक्षणिक डिग्री माना जाता है। पीएचडी छात्रों को विश्वविद्यालयों द्वारा यह एडवांस्ड अकादमिक डिग्री प्रदान की जाती है। आप पीएचडी या रिसर्च से संबंधित डिग्री लेकर यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर या रिसर्चर के तौर पर अपना करियर शुरू कर सकते हैं।
इसलिए, रिसर्चर या प्रोफेसर के पद के लिए पीएचडी डिग्री एक अनिवार्य न्यूनतम शैक्षिक योग्यता है। पीएचडी में किसी खास विषय पर गहन अध्ययन किया जाता है। इससे आपको अपने विषय की पूरी जानकारी मिल जाती है और आप अपने विषय में माहिर बन जाते हैं। लेकिन आप सीधे डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी की पढ़ाई नहीं कर सकते।
उसके लिए सबसे पहले आपको अपनी ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करनी होगी। पीएचडी की डिग्री पूरे 3 साल का कोर्स होता है लेकिन लोग अपनी डिग्री को 5 साल में भी पूरा करते हैं। पीएचडी की डिग्री करने से पहले आपको यह ध्यान रखना चाहिए कि यह एक जटिल पढ़ाई है।
इसलिए केवल अपनी रुचि के विषय का अध्ययन करें, जिससे आपको पीएचडी करने में आसानी होगी। आप जिस विषय में स्नातक और मास्टर डिग्री में सबसे अच्छा अंक प्राप्त करेंगे, उसके अनुसार आप अपने विषय का चयन कर सकते हैं। इससे आपको पीएचडी में काफी मदद मिलेगी।
PhD का फुल फॉर्म – PhD Full Form in Hindi
PhD का Full Form “ Doctor of Philosophy “ होता है। हिंदी में PhD का फुल फॉर्म “ डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी “ होता है।
पीएचडी के लिए योग्यता – Qualification for Phd
पीएचडी के लिए पात्रता की जानकारी नीचे दी गई है।
- पीएचडी में एडमिशन लेने के लिए आपके पास ग्रेजुएशन डिग्री होनी चाहिए, ताकि आप मास्टर्स में प्रवेश ले सकें।
- ग्रेजुएशन डिग्री के साथ आपके पास पोस्टग्रेजुएट या मास्टर डिग्री भी होनी चाहिए।
- बिना इन डिग्रीयों के आप PhD के लिये कतई योग्य नहीं होंगे।
- मास्टर्स डिग्री के बाद पीएचडी में प्रवेश के लिए आपको कम से कम 55% अंकों के साथ इसकी एंट्रेंस परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी।
- जिस प्रकार UGC NET द्वारा PhD की प्रवेश परीक्षा होती है उसी प्रकार इंजीनियरिंग में PhD करने के लिए आपको GATE की परीक्षा देनी होती है जिसके बाद आपके पास PhD में प्रवेश के लिए एक वैलिड गेट स्कोर कार्ड होना चाहिए।
पीएचडी के लिए आवश्यक दस्तावेज – Document Required for Phd
पीएचडी के लिए आवश्यक दस्तावेज की सूची नीचे दिया गया हैं।
- कक्षा 10बी / एसएसएलसी मार्क्स कार्ड
- यूजी और पीजी डिग्री का मार्क्स कार्ड
- पीजी डिग्री सर्टिफिकेट या प्रोविजनल डिग्री सर्टिफिकेट
- एंट्रेंस परीक्षा स्कोर कार्ड (यदि लागू हो)
- वर्क एक्सपीरियंस पत्र (यदि लागू हो)
- आधार कार्ड की प्रति
- पैन कार्ड की प्रति
पीएचडी कैसे करें? – How to do PhD in Hindi
पीएचडी कोई सामान्य डिग्री नहीं है इसलिए आपको यह समझने की जरूरत है कि आपके पास अच्छे अंक हैं और अपने विषय पर आपकी पकड़ मजबूत है।
1. 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करे
ग्रेजुएशन की पढ़ाई के लिए आपका 12वीं कक्षा किसी भी विषय से पास होना जरूरी है। ताकि आप अपनी रुचि के अनुसार विषय का चुनाव कर अगले स्तर की पढ़ाई कर सकें। अगर आप कक्षा 11वीं और 12वीं में सही विषय का चुनाव करते हैं तो यह आपको भविष्य में पीएचडी करने में मदद करेगा। आपको कम से कम 60% अंकों के साथ 12वीं कक्षा उत्तीर्ण होना चाहिए।
2. ग्रेजुएशन में एडमिशन लेकर डिग्री पूरी करें
12वीं पास करने के बाद अपनी रुचि के अनुसार या जिस विषय में अच्छे अंक आते हैं, उसी विषय से ग्रेजुएशन के लिए कॉलेज में आवेदन करें। फिर अच्छी तरह से पढ़ाई करें और एंट्रेंस एग्जाम पास करें, कॉलेज में एडमिशन लें और यदि आप किसी विषय में स्पेशलिस्ट बनना चाहते हैं तो इस 3 साल के पढाई को अच्छी तरह से पढ़ें ताकि आप उस विषय पर पकड़ बना सकें और आगे की पढ़ाई में इसका उपयोग कर सकें। .
ये भी पढ़ें : M.Pharm (Master of Pharmacy) Course in Hindi
3. स्नातकोत्तर में प्रवेश लेकर डिग्री पूरी करें
ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद आपको अपनी रुचि के विषय का पता चल जाता है। अब अपने पसंदीदा विषय में मास्टर डिग्री हासिल करने के लिए आगे आवेदन करें। लेकिन ध्यान रहे कि वही विषय चुनें जिसमें आप अच्छा प्रदर्शन कर सकें। एडमिशन के बाद 2 साल में इसे पूरा करें।
जिस विषय में आपने ग्रेजुएशन किया है उसी विषय में पोस्टग्रेजुएट डिग्री करने के बाद आपको पीएचडी डिग्री करने में काफी फायदे होंगे। अपनी स्नातक डिग्री और मास्टर डिग्री में अच्छे अंक या कम से कम 60% अंक प्राप्त करने का प्रयास करें ताकि आपको प्रवेश परीक्षाओं में किसी समस्या का सामना न करना पड़े।
4. यूजीसी नेट टेस्ट के लिए आवेदन कर परीक्षा पास करें
जैसे ही आपकी पोस्ट-ग्रेजुएशन या मास्टर डिग्री पूरी हो जाती है, आप यूजीसी नेट परीक्षा के लिए आवेदन करने के योग्य हो जाएंगे। पीएचडी करने के लिए आपको यूजीसी नेट (यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन) का एग्जाम देना होता है। इस परीक्षा को पास करके आप पीएचडी करने के योग्य हो जाएंगे, यानी पीएचडी में प्रवेश लेने के लिए यह दूसरा आखिरी और महत्वपूर्ण कदम है।
पहले पीएचडी की डिग्री करने के लिए इस तरह की कोई परीक्षा नहीं होती थी, लेकिन अब इस परीक्षा को पास करना अनिवार्य हो गया है. यूजीसी नेट से जुड़ी पूरी जानकारी के लिए वेबसाइट nta.ac.in पर जाकर चेक कर सकते हैं।
ये भी पढ़ें : (Bachelor of Technology) B.Tech Course in Hindi
पीएचडी के लिए प्रवेश परीक्षा – Entrance Exam for Phd Course
जैसे ही आप यूजीसी नेट परीक्षा उत्तीर्ण करते हैं, उसके बाद आप पीएचडी प्रवेश परीक्षा देने के योग्य हो जाते हैं। अब आप के हिसाब से आप जिस भी कॉलेज से अपनी पीएचडी की पढ़ाई करना चाहते हैं, उस कॉलेज का एंट्रेंस एग्जाम देकर उसे क्लियर कर लें और पीएचडी में एडमिशन ले लें।
सभी यूनिवर्सिटी अपना एंट्रेंस एग्जाम कराती हैं इसलिए इसकी पूरी जानकारी रखते हुए उस यूनिवर्सिटी के एग्जाम के लिए अप्लाई करें और उसे क्लियर कर पीएचडी में एडमिशन लें। इस तरह आप पीएचडी की पढ़ाई शुरू कर सकते हैं और अपने मनपसंद विषय का चुनाव कर उसमें अच्छी रिसर्च कर पीएचडी की डिग्री प्राप्त कर सकते हैं।
- UGC Net Exam
- CSIR-UGC NET exam
- Jamia Millia Islamia New Delhi – PhD Admission Test
- DBT JRF Biotech Entrance Test
- IGNOU PhD Entrance Exam
- ICMR JUNIOR RESEARCH FELLOWSHIPS
- NIMHANS PG/PG Diploma/Superspeciality/PhD online entrance test
- JNU PhD Entrance
- NIPER PhD Entrance Exam
पीएचडी डिग्री के कोर्स की अवधि – Course Duration of PhD Degree
पीएचडी, या डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी करना एक महत्वपूर्ण शैक्षणिक उपलब्धि है जिसके लिए अत्यधिक निष्ठा और धैर्य की आवश्यकता होती है। भारत में, पीएचडी प्रोग्राम की अवधि फील्ड ऑफ स्टडी, रिसर्च टॉपिक, और इंडिविजुअल प्रोग्रेस जैसे कई विषयों के आधार पर भिन्न हो सकती है। लेकिन फिर भी एक पीएचडी प्रोग्राम में आमतौर पर 4 से 7 साल लगते हैं। डॉक्टरेट की डिग्री, उच्चतम स्तर की डिग्री है जिसे आप मनोविज्ञान, इंजीनियरिंग, शिक्षा और गणित जैसे कुछ विषयों में अर्जित कर सकते हैं।
पीएचडी कोर्स की फीस – PhD Course Fees
PhD डिग्रियों के बारे में इतना कुछ जानकर सभी के मन में यह बात उठती है कि इतना जटिल अध्ययन उतना ही महंगा पड़ेगा या फिर पीएचडी की कितनी फीस है और किस कॉलेज से पीएचडी करनी चाहिए? ये सारे प्रश्न स्वाभाविक हैं। आपको बता दें कि पीएचडी की फीस का कोई निश्चित निर्धारण नहीं है, हर कॉलेज की फीस अलग-अलग होती है।
लेकिन अगर आप सरकारी कॉलेज से पीएचडी करते हैं तो आपका खर्चा ज्यादा नहीं होगा लेकिन अगर आप प्राइवेट कॉलेज से पीएचडी करते हैं तो यह डिग्री काफी महंगी होगी। इसलिए अच्छे अंक प्राप्त करने का प्रयास करें ताकि आपको सरकारी विश्वविद्यालय में एडमिशन मिल सके। भारत में औसत पीएचडी की फीस 10000 से 50000 INR प्रति वर्ष होती हैं। ये फीस उम्मीदवार के कॉलेज चयन पर निर्भर करती है। क्योंकि सभी कॉलेजों में पीएचडी की फीस अलग-अलग होती है।
ये भी पढ़ें : B.SC Nursing Information in Hindi
पीएचडी में विशेषज्ञता – Specializations in PhD
नीचे हमारे पास पीएचडी स्पेशलाइजेशन की लिस्ट है जिसमें आप पीएचडी कर सकते हैं।
- पीएचडी इन इंग्लिश लिटरेचर
- पीएचडी इन लिंगविस्टिक
- पीएचडी इन फार्मेसी
- पीएचडी इन केमिस्ट्री
- पीएचडी इन जियोलॉजी
- पीएचडी इन लॉ
- पीएचडी इन बायोलॉजी
- पीएचडी इन न्यूट्रिशन
- पीएचडी इन बायोकैमिस्ट्री
- पीएचडी इन मोलेकुलर
पीएचडी करने के फायदे – Benefits of doing PhD
पीएचडी करने के निम्न लाभ हैं:-
- पीएचडी करने के बाद आप अपने नाम के आगे डॉक्टर शब्द लगा सकते हैं।
- पीएचडी प्रोग्राम के बाद अगर आप एकेडमिक साइड में जाते हैं तो आपको टीचर होने का अच्छा एक्सपीरियंस मिलेगा, साथ ही आपका फील्ड काफी कंफर्टेबल होगा और सैलरी भी अच्छी होगी।
- इस क्षेत्र में आपको काफी सम्मान दिया जाएगा।
- पीएचडी डिग्री होल्डर को विदेश में सेमिनार में भाग लेने का भी मौका मिलता है।
- अगर आपका चयन रिसर्च स्कॉलर के रूप में होता है तो आपको ₹25,000 से ₹50,000 तक की स्कॉलरशिप दी जाएगी।
- आपका शोध न केवल आपके क्षेत्र में बल्कि विश्व स्तर पर भी सराहनीय हो सकता है।
- यह एक ऐसा कोर्स है जो लड़के और लड़कियों दोनों के लिए है और उन लोगों के लिए बहुत अच्छा है जो पढ़ाई के लिए इच्छुक हैं या कॉलेज के बाद भी अपनी पढ़ाई जारी रखना चाहते हैं।
पीएचडी के बाद वेतन – Salary after Phd
भारत में पीएचडी पूरी करने के बाद वेतन विभिन्न कारकों के आधार पर भिन्न हो सकता है। भारत में पीएचडी होल्डर के वेतन को प्रभावित करने वाले कुछ प्रमुख कारक यहां दिए गए हैं।
- फील्ड ऑफ़ स्टडी
- इंस्टीट्यूशन एंड लोकेशन
- एक्सपीरियंस एंड स्किल
लेकिन फिर भी एक पीएचडी का शुरुआती औसत वेतन सालाना 2 लाख से 12 लाख तक होता है। यह वेतन आपके कौशल और अनुभव के साथ बढ़ता रहता है। अगर आप भी मेडिकल के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो आप यह कोर्स जरूर कर सकते हैं।
पीएचडी के लिए – Syllabus for PhD
पीएचडी के बाद नौकरियां – jobs after phd.
पीएचडी करने के बाद एक करियर विकल्प के रूप में लोग बस यही सोचते हैं कि पीएचडी यूनिवर्सिटी प्रोफेसर बनने के लिए एक अध्ययन प्रक्रिया है। यह तार्किक रूप से कुछ हद तक सही है, लेकिन पीएचडी का कार्यक्रम शैक्षणिक क्षेत्र से काफी ऊपर तक फैला हुआ है, जिसके बारे में लोगों को ज्यादा जानकारी नहीं है। पीएचडी डिग्री प्राप्त करने वालों की तुलना में कम लोग अकादमिक क्षेत्र में शामिल होते हैं। आजकल पीएचडी स्नातक; लेखन, रिसर्च, निवेश, कानून, बैंकिंग और संबद्ध क्षेत्रों में विभिन्न विकल्पों की तलाश कर रहे हैं।
पीएचडी प्रोग्राम एक सामान्य डिग्री से कहीं अधिक विशेष है।
जरूरी नहीं है कि पीएचडी डिग्री से डॉक्टर की उपाधि पा लेने मात्र से आपको अच्छी नौकरी मिल जाए, हालांकि पीएचडी डिग्री का मूल्य बहुत अधिक है क्योंकि ज्ञान पर आधारित ट्रेनिंग और नॉलेज को अधिक महत्व दिया जाता है। पीएचडी में रिसर्च टॉपिक की अच्छी समझ के साथ गहन स्टडी वर्क और ऑब्जरवेशन स्किल के साथ महत्वपूर्ण समस्या समाधान को हल करने की क्षमता शामिल है। ये गुण न केवल एक अकादमिक एक्सपर्ट के लिए बल्कि रिसर्च, फाइनेंस और पब्लिक सर्विस जैसे अन्य कार्य क्षेत्रों के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण हैं।
शैक्षणिक क्षेत्र में पीएचडी डिग्री होल्डर का भविष्य
पीएचडी प्रोग्राम वालों की पहली पसंद एकेडमिक एरिया बन गया है। क्योंकि उन्हें इस फील्ड में काम करने की आजादी मिलती है और साथ ही उन्हें काफी अच्छा सैलरी पैकेज भी मिलता है। कुल मिलाकर, पीएचडी उम्मीदवारों को भर्ती करते समय, अधिकांश संगठन सुपीरियर एनालिटिकल स्किल्स और कॉम्प्लिकेटेड प्रोब्लेम्स को जल्दी से हल करने की क्षमता की तलाश करते हैं।
पीएचडी के बाद नौकरी और कैरियर विकल्प – Job and Career Options After PhD
पीएचडी प्रोग्राम करने वाले फाइनेंसियल सेक्टर से लेकर पब्लिक सेक्टर तक, आजकल पीएचडी उम्मीदवार हर क्षेत्र में फैल रहे हैं क्योंकि अब वे केवल अकादमिक क्षेत्र में काम करने तक सीमित नहीं हैं। आजकल, अपनी पीएचडी पूरी करने के बाद, प्रोफेशनल अकादमिक रिसर्च के क्षेत्र में कॉर्पोरेट एन्विरोंमेंत में काम करना चाहते हैं ताकि वे अपने कौशल का अच्छी तरह से और ठीक से उपयोग कर सकें।
आपको यह ध्यान रखना होगा कि यदि आप बैंकिंग क्षेत्र में काम करना चाहते हैं तो आपके पास फाइनेंस में पीएचडी की डिग्री होनी चाहिए। यह आवश्यक है क्योंकि अकादमिक रिसर्च से यह परिवर्तन आपके स्टडी एरिया/सब्जेक्ट से कहीं आगे तक जा सकता है।
पीएचडी के लिए विषय – Subjects for Phd
- PhD in Biology
- PhD in Biochemistry
- PhD admission in Architecture and Planning
- PhD in Business Administration
- PhD in Advertising & Mass Communication Course
- PhD in Education
- PhD in Engineering and Technology
- PhD in Environmental Science
- PhD in History
- PhD in Literature
- PhD in Library Science
- PhD in Materials Technology
- PhD in Mathematics
- PhD in Medicine
ये भी पढ़ें : B.Ed (Bachelor of Education) Course in Hindi
भारत में पीएचडी कोर्स करने के लिए 5 सर्वश्रेष्ठ कॉलेज – Top 5 Best Colleges For PhD in India
पीएचडी कोर्स के लिए इंडिया में टॉप 5 कॉलेज की बात करे तो इसकी लिस्ट नीचे दी गई है।
विश्व में पीएचडी कोर्स करने के लिए 5 सर्वश्रेष्ठ कॉलेज – Top 5 Best Colleges For PhD in World
पीएचडी कोर्स के लिए दुनिया में टॉप 5 कॉलेज की बात करे तो इसकी लिस्ट नीचे दी गई है।
क्या PhD को बिना NET का Exam दिये भी किया जा सकता है?
जी हां PhD Course को बिना नेट एग्जा़म के भी किया जाना संभव है, नेट एग्जा़म के द्वारा आपको पीएचडी करवाने वाली यूनिवर्सिटी में प्रवेश लेने में आसानी होती है। बिना नेट एग्जाम क्लियर किये भी बहुत सी यूनिवर्सिटी पीएचडी प्रोग्राम चलाती है, उसके लिये अप्लाई कर सकते है।
NET Exam को क्लियर करने के बाद कितने साल तक पीएचडी को शुरू करना अनिवार्य होता है?
नेट एग्जा़म को पास करने के बाद, ऐसा कोई निश्चित समय नहीं है जिसमें आपको पीएचडी शुरू करना जरूरी होता है। हां मगर NET JRF स्कॉलरशिप की Validity निश्चित होती है जिसमें आपको अपना पीएचडी कार्यक्रम शुरू करना आवन्यक होता है।
पीएचडी की प्रक्रिया क्या होती है?
यह Different universities में Different हो सकती हैं मगर सामान्य तरीके से समझने के लिये, कह सकते हैं कि पीएचडी प्रक्रिया शुरू करने के लिये लिखित प्रवेश परीक्षा होती है। पेपर पास करने के बाद आप अपना शोध शुरू कर सकते हैं।
PhD करना कितना ठीक होता है?
PhD प्रोग्राम अपने आप में ही एक विशेष प्रोग्राम है। हां यह थोडी़ जटिल प्रक्रिया होती है । मगर अऔसतन 24 साल के बाद आप यह प्रोग्राम कर सकते है। पीएचडी प्रोग्राम किसी वर्ग विशेष के लिये नहीं बना यदि किसी पास योग्यता है तो वह पीएचडी कर सकता है। इसके लिये कोई न्यूनतम आयु भी नहीं है।
पीएचडी कितने साल का कोर्स है?
PhD degree पूरे 3 साल का होता है मगर लोग अपनी डिग्री 5 वर्ष में भी पूरी करते है।
आज के इस लेख में आपने जाना डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी कोर्स क्या है और कैसे करे? (What is Doctor of Philosophy in Hindi) इस लेख को पूरा पढ़ने के बाद भी अगर आपके मन में की पूरी जानकारी प्राप्त हो चुकी होगी। अगर फिर भी आपके मन में Phd Kya Hota Hai को लेकर कोई सवाल उठ रहा है तो आप नीचे Comment करके पूछ सकते हैं। हमारी विशेषज्ञ टीम आपके सभी सवालों का जवाब देगी।
अगर आपको लगता है कि इस लेख में कोई गलती है तो आप नीचे Comment करके हमसे बात कर सकते हैं, हम उसे तुरंत सुधारने की कोशिश करेंगे। अगर आपको हमारे द्वारा Phd Details in Hindi पर दी गई जानकारी पसंद आई है और आपको इस लेख से कुछ नया सीखने को मिलता है, तो इसे अपने दोस्तों और परिवार के साथ जरूर शेयर करें। आप इस लेख का पोस्ट लिंक ब्राउजर से कॉपी कर सोशल मीडिया पर भी साझा कर सकते हैं।
You Might Also Like
एमफिल क्या है मास्टर ऑफ फिजियोथेरेपी कोर्स कैसे करें योग्यता, एडमिशन प्रोसेस, करियर, वेतन, सिलेबस, फीस, एंट्रेंस परीक्षा, कार्यक्षेत्र आदि से जुड़ी पूरी जानकारी हिंदी मे, computer science क्या है computer science course कैसे करे cs full form, qualification, admission process, career, salary, syllabus, fees, entrance exam, scope की पूरी जानकारी हिंदी में, कला स्नातक क्या है बैचलर ऑफ़ आर्ट्स कोर्स कैसे करें योग्यता, प्रवेश प्रक्रिया, करियर, वेतन, पाठ्यक्रम, शुल्क, प्रवेश परीक्षा, कार्यक्षेत्र आदि से जुड़ी सभी जानकारी हिंदी मे, बीएचएमएस क्या होता है बेचलर ऑफ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी कोर्स कैसे करें योग्यता, एडमिशन प्रोसेस, करियर, वेतन, सिलेबस, फीस, एंट्रेंस परीक्षा, कार्यक्षेत्र आदि से जुड़ी पूरी जानकारी हिंदी मे, आईटीआई क्या होता है औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान कोर्स कैसे करें योग्यता, एडमिशन प्रोसेस, करियर, वेतन, सिलेबस, फीस, एंट्रेंस परीक्षा, कार्यक्षेत्र आदि से जुड़ी सभी जानकारी हिंदी मे.
Sir kya hum mca ke badd PhD kr skte hai ya nahi
yes.. you can
Thank you so much a great nd very good information of PhD👍very helpful.
Thank you so much a great nd very good information of PhD👍
पी.एच.डी.course work होने के छं साल बाद फिर पी.एच.. डी हो सकती है ?
Kya bed aur msc saath karne se phd karne me problem to nhi hoga
thanks bro good information
Nice and helpful information regarding P.hd thanks
PhD course से जुड़ी सभी जानकारी अपने अच्छे से बताई है इसके लिए आपको धन्यबाद
धन्यबाद आपको हमारे द्वारा दिया गया PhD(PhD) क्या है? PhD Course कैसे करें? योग्यताएं,सैलरी,फीस,पाठ्यक्रम,कैरियर और फुल फॉर्म की जानकारी पसंद आई
Sir mai government job ke sath PhD Kar sakta hu kya or job ke sath phd kitne years ka hota hai
Sir 1 July 2021 se only colege lecturer banne ke liye net ke alawa PhD karna jaruri hai kya
Yes it’s compulsory, but due to COVID there is a relaxation of 2 years
Net jrf scolership ki velidity kitni h
jrf 3 year srf 2 year
Leave a Reply Cancel reply
Your email address will not be published. Required fields are marked *
Stay Connected
Latest news.
लड़की से बात कैसे करें? जानिए लड़की से बात करने से जुड़ी सभी जानकारी हिंदी में
काला गोंद क्या होता है और काला गोंद कैसे बनता है? काला गोंद के फायदे, उपयोग और नुकसान की पूरी जानकारी
Chutti Ke Liye Application – छुट्टी के लिए आवेदन कैसे लिखें?
Best Telegram Channels For Online Shopping – Loot Deals Telegram Channel in India
पीएचडी (PhD) क्या हैं और कैसे करें?
अपने जीवन में सफ़ल होना हर किसी का सपना होता है। हर कोई यही चाहता है कि उसे एक अच्छी और ईमानदारी वाली जॉब मिले। इसके लिए आपको अच्छे से अच्छे कोर्स करने होते हैं। इन्हीं कोर्स में एक कोर्स है पीएचडी कोर्स। आज हम यहां पर पीएचडी क्या है (PhD Kya Hai) इसके बारे में पूरी तरह से बताने जा रहे हैं।
यदि आप कोई भी कोर्स करते हैं तो आपको उसके बारे में पूरी तरह से जानकारी होनी बहुत ही आवश्यक है। ये कोर्स क्या है? इसे करने से क्या फायदा होगा, इसे किस प्रकार किया जाता है और इसकी फीस क्या है? इन सबके बारे में जानकारी होना जरूर है।
आज हम एक पॉपुलर कोर्स के बारे में इस पोस्ट में आपको बताने जा रहे हैं, जिसका नाम है PhD Course . इस पोस्ट में हम आपको PhD Kya hai और PhD Course Details की पूरी जानकारी आसान से शब्दों में बतायेंगे। आपको यहां पर हम PhD ki Jankari की वो सभी जानकारी बतायेंगे जो आपको जाननी जरूरी है और आप जानना चाहते हैं जैसे –
- पीएचडी क्या है (PhD Information in Hindi)
- पीएचडी फुल फॉर्म नाम
- पीएचडी कैसे करें (PhD Kaise Kare)
- पीएचडी कब कर सकते हैं?
- पीएचडी के लिए योग्यता
- पीएचडी कोर्स डिटेल्स (PhD in Hindi)
- पीएचडी प्रक्रिया (PhD Process)
- पीएचडी एडमिशन (PhD Admission)
- पीएचडी कितने ईयर की होती (PhD Kitne Year ki Hoti Hai)
- पीएचडी की फीस कितनी है (PhD Ki Fees Kitni Hai)
- पीएचडी के विषय
तो आइये जानते हैं पीएचडी के बारे में नॉलेज इन आसान से स्टेप्स में।
पीएचडी (PhD) क्या हैं और कैसे करें सम्पूर्ण जानकारी – PhD Kya hai
पीएचडी कोर्स क्या है.
पीएचडी की फुल फॉर्म होती है डॉक्टर ऑफ़ फिलोसोफी (Doctor Of Philosophy) । आपने देखा होगा कि बहुत से लोग ऐसे हैं जो कि Medical Doctor नहीं होते हैं फिर भी उनके नाम के आगे डॉक्टर लगा होता है। असली में उन्होंने PhD का कोर्स कर रखा होता है। इस कारण उनके नाम के आगे Dr. लगा होता है।
पीएचडी एक डॉक्टरल डिग्री (Doctoral Degree) है, यह एक उच्च स्तर की डिग्री है। पीएचडी करना आसान काम नहीं है। यदि आपको PhD Course Krna Hai तो आप PhD Admission सीधे तरीके से नहीं ले सकते हैं। आपको सबसे पहले स्कूल और कॉलेज की पढ़ाई पूरी करनी होती है। इतना करने के बाद ही आप पीएचडी के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
आप किसी University या College में प्रोफेसर बनना चाहते हैं या फिर आगे रिसर्च करना चाहते हैं तो आपको पीएचडी का कोर्स करना जरूरी होता है। पीएचडी की डिग्री में आपको एक विशेष विषय पर अध्ययन करना होता है। फिर जब आपको उस विषय का पूरा ज्ञान हो जाता है और आप उस विषय में एक्सपर्ट हो जाते हैं तो आपको PhD Degree दी जाती है। फिर आप भी अपने नाम के आगे डॉ. लगा सकते हैं।
पीएचडी की डिग्री करने के लिए आपके पास जिस सब्जेक्ट में आपकी रूची है, उस सब्जेक्ट में मास्टर डिग्री होना जरूरी है। यदि आपके उस सब्जेक्ट में अच्छे मार्क्स होंगे तो आपको ज्यादा फायदा होगा। आपको आसानी के लिए बता दें कि आपका जिस सब्जेक्ट में Interest हो, उस सब्जेक्ट में ही आप 12th और Graduation पूरी करें। इससे आपको आगे Ph D करने में बहुत आसानी होगी। यदि आप सफ़लता पूर्वक अपनी पीएचडी की डिग्री कर लेते हैं तो आपको सार्वजनिक क्षेत्र में कई सारे फायदे मिलने शुरू हो जाएंगे।
अब आपके मन में ये सवाल आ रहा होगा कि पीएचडी कितने साल का कोर्स है (PhD Kitne Saal ki Hai) । आपको बता दें कि PhD ka Course तीन साल का होता है। यह कोर्स एक उच्च स्तर का कोर्स है जो करना आसान काम नहीं है। इस कोर्स को Ph.D या फिर PhD भी कह सकते हैं। इस कोर्स को करने के बाद हम अपने नाम के आगे डॉ. की उपाधी जोड़ सकते हैं।
पीएचडी कितने साल का कोर्स है? (PhD Kitne Saal Ka Hota Hai)
पीएचडी करने के लिए आप सभी लोगों का 3 साल लग सकता है अर्थात हमारे कहने का मतलब यह है कि पीएचडी करने के लिए आपका 3 साल का समय लगेगा।
पीएचडी करते समय यह सुविधा भी दी जाती है कि हम अपने इस 3 साल के कोर्स को 6 साल तक भी खत्म कर सकते हैं। इस कोर्स को करने में हमें हर टॉपिक के विषय में डिटेल में रिसर्च करने को मिलता है, जिससे हमारा जड़ बहुत ही मजबूत हो जाता है और बड़ी ही आसानी से किसी भी टॉपिक को सॉल्व करने के लिए सक्षम हो जाते हैं।
- ड्रग इंस्पेक्टर (Drug Inspector) कैसे बनें?
- ग्राम विकास अधिकारी (VDO) कैसे बने?
पीएचडी के लिए योग्यता (PhD ke Liye Qualification in Hindi)
आपके पास पीएचडी के लिए योग्यता होनी चाहिए जो कि निम्न प्रकार से है:
- आपके पास पीएचडी करने के लिए स्नातक की डिग्री होना जरूरी है।
- स्नातक की डिग्री होने के साथ-साथ मास्टर डिग्री भी होना बहुत जरूरी है वो भी 55% या 60% अंक के साथ। ये प्रतिशत अलग-अलग विश्वविद्यालय के लिए अलग-अलग हो सकते हैं।
- पीएचडी प्रवेश के लिए आपको एक प्रवेश परीक्षा पास अच्छे अंको के साथ करना होता है।
पीएचडी के लिए योग्यता के ये सभी स्टेप्स यदि आप क्लियर कर लेते हैं तो आप पीएचडी के योग्य बन जाते हैं।
पीएचडी करने के फायदे (PhD Karne Ke Fayde)
- पीएचडी करने के बाद आपके नाम आगे डॉक्टर का नाम लग जाता है। इससे आपकी Personality और भी बढ़ जाती है।
- पीएचडी कोर्स करने के बाद आप अपने क्षेत्र में एक्सपर्ट हो जायेंगे।
- यदि आपके पास पीएचडी की डिग्री होगी तो आप आसानी से किसी कॉलेज या विश्वविद्यालय में प्रोफेसर पद पर नियुक्त हो सकते हैं और आपके जॉब लगने के संभावना और भी बढ़ जाती हैं।
- पीएचडी करने के बाद आप अपने क्षेत्र में सही या गलत का निर्णय खुद ले सकते हैं।
- यदि आप PhD कर लेते हैं तो आप जानकारी का निर्माता (Creator of information) भी कहलायेंगे।
- पीएचडी करने के बाद आप अपने क्षेत्र के किसी भी पद के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- PhD के बाद आप अपने विषय पर रिसर्च और एनालिसिस कर सकते हैं।
पीएचडी कैसे करें (PhD Kaise Ki Jati Hai)
आपको किसी भी तरह की डिग्री करने के लिए आपको 12th पास होना जरूरी है। इसके लिए आप जब 10th पास कर लेते हैं तो उसके बाद से आपको वहीं सब्जेक्ट को चुनना चाहिए, जिस सब्जेक्ट्स में आप पीएचडी करना चाहते है, आपको अपने इन सब्जेक्टस में 11th और 12th में अच्छे से पढ़ाई करनी है और हो सके जितने अच्छे अंकों के साथ पास होना है। आपके जितने मार्क्स ज्यादा होंगे उतनी ही आपको आगे पीएचडी करने में आसानी होगी और मदद मिलेगी।
जब आप अपनी 12th पूरी कर लेते हैं। फिर आपको जिस सब्जेक्ट में रूची हो उस सब्जेक्ट के लिए प्रवेश परीक्षा दें और इस एंट्रेंस एग्जाम को पूरा करें। फिर इसके बाद अपनी स्नातक पूरी करें। आपको जिनता हो सके अच्छे अंकों के साथ पास होना है। जिनते अंक ज्यादा होंगे आपके लिए पीएचडी के लिए रास्ते उतने ही आसान बनते रहेंगे।
जब आपकी स्नातक पूरी हो जाती है तब फिर आपको पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए अप्लाई करना है। आपने जिस सब्जेक्ट में स्नातक की है, यदि आप उस सब्जेक्ट में ही अपनी मास्टर डिग्री करते हैं तो आपके लिए आसानी रहेगी। ध्यान रहे कि आपको अपनी स्नातक और मास्टर डिग्री में कम से कम 60% तक अंक लाने है ताकि आगे एंट्रेंस एग्जाम के लिए कोई समस्या न हो।
पोस्ट ग्रेजुएशन पूरी हो जाती है तो आपको अब UGC Net Test देना होता है और आपको इसे क्लियर करना बहुत ही जरूरी होता है। इस एग्जाम के लिए आप कोचिंग भी ले सकते हैं। ये प्रवेश परीक्षा थोड़ी कठिन होती है। UGC Net Exam पहले नहीं होता था। लेकिन अब पीएचडी करने के लिए इसे क्लियर करना अनिवार्य कर दिया गया है।
आप इस एग्जाम को क्लियर कर देते हैं तो आप पीएचडी के योग्य हो जाते हैं। अब आपको जिस कॉलेज या विश्वविद्यालय में पीएचडी करनी है, उस विश्वविद्यालय का एंट्रेंस एग्जाम क्लियर करके आप पीएचडी में दाखिला ले सकते हैं।
पीएचडी की फीस कितनी है?
पीएचडी की जानकारी जानने के बाद आपके मन में ये सवाल तो जरूर आया होगा कि पीएचडी की फीस कितनी है (PhD Ki Fees Kitni Hai) । हर कॉलेज और विश्वविद्यालय की पीएचडी की फीस अलग-अलग होती है ये तो उस कॉलेज पर ही निर्भर करती है। लेकिन औसतन पीएचडी फीस लगभग 30 से 40 हजार एक साल की हो सकती है। पीएचडी करने में 3 साल का समय लगता है। ये कोर्स समेस्टर में होता है, जिसमें प्रैक्टिकल परीक्षा (Practical Exam) और Theory Exam होते हैं।
पीएचडी में कितने सब्जेक्ट होते हैं?
हम यहां पर कुछ Popular PhD Subjects बता रहे हैं। ज्यादातर लोग इन सब्जेक्टस में पीएचडी करना पसंद करते हैं।
- Phd in Physics
- Phd in Engineering
- Phd in Mathematics
- Phd in Finance & Economics
- Phd in Psychology
- PhD In Management
इनके अलावा आप हिंदी, अंग्रेजी, होम साइंस, एग्रीकल्चर, इतिहास, फाइन आर्टस, सर्जरी, जियोग्राफी, जियोलॉजी, एकाउंटिंग, बायोकेमिस्ट्री, फार्मेसी में भी पीएचडी कर सकते हैं।
आसानी से किया जा सकता है इकोनॉमिक्स सब्जेक्ट से पीएचडी
जी हां, दोस्तों आप सभी लोग बिल्कुल सही सुन रहे हैं। यदि आप भी इकोनॉमिक्स सब्जेक्ट से पीएचडी करना चाहते हैं तो बड़ी आसानी से पीएचडी कर सकते हैं। परंतु पीएचडी करने के लिए आपको काफी तेज दिमाग वाला होना चाहिए। क्योंकि पीएचडी करना कोई आसान काम नहीं है, पीएचडी करने के लिए तेज दिमाग और एकाग्र होना पड़ता है।
इकोनॉमिक्स सब्जेक्ट भी अन्य सब्जेक्ट की तरह ही महत्वपूर्ण होता है। क्योंकि यह कौन सी सब्जेक्ट के माध्यम से ही बैंकों के लिए पढ़ाई की जाती है और यदि आपके अकाउंट में सब्जेक्ट से पीएचडी कर लेते हैं तो बैंकों में नौकरी के चांसेस बढ़ जाते हैं।
इकोनॉमिक्स सब्जेक्ट से पीएचडी करने के फायदे
इकोनॉमिक्स सब्जेक्ट से पीएचडी करने के बहुत से फायदे हैं, जिन के विषय में नीचे निम्नलिखित रुप से बताया गया है। आइए जानते हैं:
- इकोनॉमिक्स सब्जेक्ट से पीएचडी करके आप सभी लोगों के नौकरी के चांसेस सरकारी क्षेत्रों के साथ-साथ निजी क्षेत्रों में भी काफी बढ़ जाएंगे।
- इकोनॉमिक्स सब्जेक्ट से पीएचडी करके आप सभी लोग कई फाइनेंसियल कंपनी के लिए अप्लाई कर पाएंगे।
- इकोनॉमिक्स सब्जेक्ट से पीएचडी कर के आप सभी लोग आईएएस अधिकारी भी बन सकते हैं।
- बाद में सब्जेक्ट से पीएचडी करके आप सभी लोगों के चांसेस बैंक से नौकरी संबंधित कार्यों और बैंकों में काफी ज्यादा बढ़ जाता है।
इकोनॉमिक्स सब्जेक्ट से पीएचडी करने के बाद यदि आप एक अर्थशास्त्री के बनते हैं तो आपको ₹30000 से लेकर लाखों रुपए तक वेतन दिया जाता है।
हिस्ट्री सब्जेक्ट से पीएचडी करने के फायदे
यदि आप सभी लोग हिस्ट्री सब्जेक्ट से पीएचडी कर लेते हैं तो आपको बहुत से सरकारी और प्राइवेट जॉब्स में सिलेक्शन का चांस बढ़ जाता है और पीएचडी करने के बाद आप सभी लोग अन्य लोगों के मुकाबले काफी जल्दी से सेल सेलेक्ट भी किए जाते हैं।
दोस्तों पीएचडी करने का सिर्फ यही फायदा नहीं है, बल्कि पीएचडी करने के बहुत से फायदे हैं, जिनके विषय में जानकारी नीचे निम्नलिखित बताई गई है।
- हिस्ट्री सब्जेक्ट से बी ए और एम ए के बाद पीएचडी करने से आप सभी लोगों के प्राइवेट और गवर्नमेंट जॉब दोनों ही क्षेत्रों में सिलेक्शन के चांसेस काफी ज्यादा बढ़ जाते हैं।
- हिस्ट्री सब्जेक्ट से पीएचडी करने के बाद सूचना प्रसारण, मंत्रालय आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया इत्यादि सरकारी जॉब मिल सकते हैं।
- हिस्ट्री सब्जेक्ट से पीएचडी करने के बाद प्राइवेट कंपनी के तरफ से आपको बहुत से जॉब्स के ऑफर मिलेंगे जैसे कि टीचिंग, इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन, सोसाइटी, आर्काइव्स, म्यूजियम, पत्रकारिता, लाइब्रेरी, क्यूरेटर इत्यादि।
- हिस्ट्री सब्जेक्ट से बीए या फिर जमा करने के बाद एचडी करके आप सभी लोग जब भी गवर्नमेंट टीचर के लिए अप्लाई करेंगे तो आप के सेलेक्शन के चांसेस लगभग 20% तक बढ़ जाता है और आप अन्य लोगों के मुकाबले 20% इनक्रीसड चांस समझ सकते हैं।
- यदि आप हिस्ट्री सब्जेक्ट से पीएचडी करना चाहते हैं तो बेझिझक करें क्योंकि हिस्ट्री सब्जेक्ट में यदि आप सच्ची निष्ठा के साथ महारत हासिल कर लेते हैं तो किसी भी हिस्ट्री से संबंधित सरकारी या प्राइवेट क्षेत्र में आप सभी लोग काफी जल्दी चयनित हो जाएंगे।
- हिस्ट्री सब्जेक्ट वालों के लिए भी भारत में प्रत्येक वर्ष समय-समय पर कई वैकेंसी निकाली जाती हैं और इसके साथ साथ आप सभी लोग प्राचीन लिपि और प्राचीन सिक्कों में हिस्ट्री सब्जेक्ट में पीएचडी करने के बाद स्पेशलाइजेशन भी करा सकते हैं।
- आप सभी लोग हिस्ट्री सालों से पीएचडी करने के बाद इतिहासकार अर्थात इतिहास का अध्ययन रिसर्च और लेखा-जोखा रखने वाले भी चयनित किए जा सकते हैं।
पीएचडी की तैयारी कैसे करें (PhD ki Taiyari Kaise Kare)
PhD Kya Hai अब आपको ये तो पता लग ही गया होगा। अब आपको Phd की तैयारी करने के लिए कुछ विशेष बातों को ध्यान में रखना होगा। इससे आपको पीएचडी करने में काफी मदद मिलेगी।
- आप सभी पहले के पेपर खरीदें और उन पेपर्स का Analysis करें। जिससे आपको पीएचडी पेपर पैटर्न का पता चल जायेगा और पता लग जायेगा कि पीएचडी में किस प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं?
- आप उनकी सहायता लें जो पहले पीएचडी कर चुके हैं और हमेशा उनके सम्पर्क में रहे।
- यदि आपका सब्जेक्ट Current Affairs से संबंधित है तो आपको अखबार की मदद लेनी चाहिए और हमेशा Current Affairs पढ़ना चाहिए।
- अपने पीएचडी के विषय के बारे में हमेशा जानने की इच्छा रखें।
पीएचडी के बाद क्या करें (Phd Hindi)
यदि आप पीएचडी का कोर्स कर लेते हैं तो आपके भविष्य में कई सारे जॉब और काम करने के रास्ते खुल जाते हैं। आपको कहीं पर भी जॉब मिल सकती हैं।
- आप शिक्षा के क्षेत्र में अपना भविष्य बना सकते हैं।
- आप मेडीकल रिसर्च में काम कार सकते हैं।
- यदि आप रसायन विज्ञान में पीएचडी करते हैं तो आप रासायनिक अनुसंधान केंद्र में काम कर सकते हैं।
- यदि आप PhD in Nutrition करते हैं तो आपको Scientific Advisor में काम मिल सकता है।
- इनके अलावा भी आप अपने विषय से सम्बंधित क्षेत्र में काम कर सकते हैं।
पीएचडी फुल फॉर्म डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी (Doctor of Philosophy) होता है।
भौतिकी, इंजीनियरिंग, गणित, वित्त और अर्थशास्त्र, मनोविज्ञान, प्रबंधन, हिंदी, अंग्रेजी, होम साइंस, एग्रीकल्चर, इतिहास, फाइन आर्टस, सर्जरी, जियोग्राफी, जियोलॉजी, एकाउंटिंग, बायोकेमिस्ट्री, फार्मेसी आदि सब्जेक्ट्स में आप पीएचडी कर सकते हैं।
पीएचडी को हिंदी में डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी कहते हैं।
पीएचडी 3 साल का कोर्स है।
हर कॉलेज और विश्वविद्यालय की पीएचडी की फीस अलग-अलग होती है ये तो उस कॉलेज पर ही निर्भर करती है। लेकिन औसतन पीएचडी फीस लगभग 30 से 40 हजार एक साल की हो सकती है।
पीएचडी करने के लिए आपके पास स्नातक और मास्टर डिग्री (55% या 60% अंक के साथ) होना जरूरी है और इसके बाद पीएचडी प्रवेश के लिए एक प्रवेश परीक्षा अच्छे अंको के साथ पास करना होता है।
आपके ग्रेजुएशन का परसेंटेज स्नातक और स्नातकोत्तर दोनों में ही 55% से ऊपर होना चाहिए। अन्यथा आपका सिलेक्शन पीएचडी के लिए नहीं हो पाएगा।
एस्ट्रोनॉट बनने के लिए पीएचडी में आप सभी लोगों को एयरोस्पेस इंजीनियरिंग के तहत पीएचडी करनी चाहिए और आपको यही सब्जेक्ट यूज भी करना चाहिए।
जी हां। आप सभी लोग पीएचडी के लिए अप्लाई तो कर सकते हैं। परंतु पीएचडी के लिए स्कूल मिलना बेहद मुश्किल होगा। क्योंकि पीएचडी करने के लिए नेट क्वालिफाइड छात्रों को सबसे पहले चयनित किया जाता है। ऐसे में यदि सीट बची है तो ही आपको सिलेक्ट किया जा सकता है।
बिना नेट क्लियर किए आप सभी लोग पीएचडी में एडमिशन तो हो सकता है। परंतु एडमिशन होने की गारंटी कोई भी नहीं लेगा। क्योंकि जब नेट क्लियर किए छात्रों का पी एच डी में सिर्फ फुल होने के कारण एडमिशन नहीं हो पाता तो बिना नेट क्लियर किए लोगों का पीएचडी में एडमिशन तो बहुत ही मुश्किल है। यदि आप वाकई में पीएचडी करना चाहते हैं तो नेट क्लियर करना पड़ेगा। अन्यथा जब तक आपका एडमिशन ना हो जाए आप तब तक वेट करें।
जी नहीं। यदि आप का फाइनल रिजल्ट नहीं है तो आप पीएचडी के लिए अप्लाई नहीं कर पाएंगे। क्योंकि पीएचडी के लिए अप्लाई करते समय आपका फाइनल रिजल्ट आपसे मांगा जाएगा और यदि आपके पास रिजल्ट ही नहीं होगा तो आप पीएचडी के लिए अप्लाई ही नहीं कर पाएंगे।
जी नहीं। यदि आपका b.a. में 50% से कम मार्क है तो आप पीएचडी नहीं कर सकते। पीएचडी करने के लिए आपका b.a. में 55% से अधिक मार्क होने चाहिए।
हिस्ट्री सब्जेक्ट से पीएचडी करने के लिए आप सभी लोगों को साइकोलॉजि सब्जेक्ट भी मिल जाएगा आप साइकॉलजी सब्जेक्ट से भी पीएचडी कर सकते हैं।
जी हां आप सभी लोग पीएचडी कर सकते हैं, क्योंकि पीएचडी में प्रतिशतता 55% की होती है और आपकी केवल बीकॉम या एमकॉम की ही प्रतिशतता नहीं बल्कि आपके हाईस्कूल और इंटर के बोर्ड एग्जाम में भी 55% से अधिक मार्क होने चाहिए।
जी हां बिल्कुल आप सभी लोग किसी भी लैंग्वेज से पीएचडी कर सकते हैं, परंतु पीएचडी करते समय आपको याद रहे कि गुजराती के साथ-साथ आपको हिंदी लैंग्वेज में भी चयनित सब्जेक्ट में ज्ञान होना चाहिए, यदि आप इंट्रेंस एग्जाम में ही डिसक्वालीफाई हो जाएंगे, तो पीएचडी नहीं कर पाएंगे।
आप सभी लोग यदि अपने बोर्ड एग्जाम अर्थात इंटर हाई स्कूल और इसके बाद के अपर लेवल एग्जाम में 55% अंक से अधिक अंक प्राप्त करते हैं, तो आप इकोनामी सब्जेक्ट या फिर मैनेजमेंट सब्जेक्ट में से किसी एक सब्जेक्ट का चयन करके पीएचडी कर सकते हैं।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारे द्वारा दी गई यह ‘पीएचडी क्या हैं पूरी जानकारी – PhD Kya hai’ जानकारी पसंद आएगी। PhD Kya Hai इस जानकारी को आगे शेयर जरूर करें। यदि आपका इससे जुड़ा कोई सवाल या सुझाव हो तो हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
- B.Ed Course कैसे करें? क्या है, इसकी योग्यताएं
- GNM और ANM क्या होती है, पूरी जानकारी
- SSC क्या है? SSC की पूरी जानकारी
- SDM क्या होता है और कैसे बने SDM Officer
Related Posts
Comments (46).
Thanku so much sir dil se sukriya itni jaankari provide karne ke liye
Hello .my age is 35 my .M.A is clear 50% mark .hum age kon sa course ya exam ki tayari Kare jise humri govt lag jaye
Very useful information
Sir mere pg mai 64% hai mai PhD kar sakata hu
BA me 55% hai or MA Mai 65 to phd kr skte h Plzz tell me
एमएससी केमिस्ट्री में 75% आए हैं सर अब मै कया करू जी विदेश मे नौकरी करने कि इच्छा है कुछ मदद किजिए.
Sir mene 2015 me b.com + com. Se graduation kiya or pgdca bhi ho gaya fir meri personal reasons ki bajeh se padhai chhot gai ab me fir se karna chahti ho or mujhe phd karna hai to me mastar degree karo ya pgdca se ke baad bhi phd kar sakti ho agar nhi to me ab me MA kar lo ya mujhe m.com karna padega phd ke liye
very useful information
Sir, Mujhe aapki ek advice chaiye mujhe PHD economic se krni chahiye ya psychology se
जिसमें आपकी अधिक रूचि है उसमें पीएचडी करना आपके लिए सही रहेगा।
BA में 52% है…. MA अभी चल रही है… यदि मैं MA अच्छे नंबरों से पास कर लूं तो क्या मैं PhD के पात्र हो जाऊंगा…??
sir kya yah jaroori hain ki apki graduation mein 55% marks ho, kya isse kam ya 50%marks ke saath aage phd nahin kar sakate ho, yes bhale hi post graduation mein 60% marks manya hain lekin gradution yah jaroori thori hain, pls reply me…..
Thank you very much sir for very important information. Sir I want to know the answers of some questions(1) what is the educational qualification for doing PHD in mathematics according to new education policy. sir I have passed bachelor of engineering in electrons and communication in 2005 and MBA in IT and marketing in 2009 and B.Ed in 2012 so can I do PhD in mathematics? (According to NEP 2020-21) please reply me I will be thankful to you Thank you very much sir
Good Afternoon Sir, Mai MA Pre.(Political Science) ki student hu. Mera favourite subject Public Administration hai. Kya m es Subject se in future PhD kr skti hu. Please reply me.
ha kyo nahi bilkul kr skti ho
sir kya hm mca kae bad phd kr kste hai ya nhi
Sir, hum history se UG kiya hai Aur PG sociology se kar rahi hu. Kya main ph. d k liye apply kar sakti hu???
Shampa Gorai जी, आपकी प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद! हमने आपके सवाल को विस्तार से आर्टिकल में सांझा कर दिया है।
Hello sir क्या मैं शिक्षाशास्त्र से ph.D कर सकती हूँ ?
Sir mene b.com me 55% or m.com me 60% laye he mene aapni study 2016 me complete ki he Gujarat se abhi meri sadi uttar pradesh me hui he mene aapni study Gujarati language me ki he yha Hindi language me kya me Account subject pr PhD kr sakti hu.
Purnima Verma जी, आपकी प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद! हमने आपके सवाल को विस्तार से आर्टिकल में सांझा कर दिया है।
Sir mere toh 63% hai UG me aur .PG chal raha hai abhi toh kosis karungi ki 65% se upar ho PG % mujhe PHD karni hai sir manegement subject se Economic se en dono me kisi ek ko
Sangeeta जी, आपकी प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद! हमने आपके सवाल को विस्तार से आर्टिकल में सांझा कर दिया है।
History sub je bare ne bataiye sir uske benifit kya hai kis area me ha sakte hai
आपकी प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद! हमने आपके सवाल को विस्तार से आर्टिकल में सांझा कर दिया है।
स्नातक में भी 55% से ज्यादा चाहिए क्या या ओनली स्नातकोत्तर में
Sir astronaut banna Ka liya PhD ma kon sa subject la
Anjali जी आपकी प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद! हमने आपके सवाल को विस्तार से आर्टिकल में सांझा कर दिया है।
Mnto ugc nat kiliyr nhi kiya h kya m phd k liy applay kr skti hu kya or mr fainl m 48/ hi bni h or m a ka rejlt nhi aaya h to m kr skti hu kya
Seeta jat जी आपकी प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद! हमने आपके सवाल को विस्तार से आर्टिकल में सांझा कर दिया है।
Economic subject se p.hd kar sakte h ,is subject se p.hd karne se kya fayde mil sakte h please lell me
Saloni yadav जी आपकी प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद! हमने आपके सवाल को विस्तार से आर्टिकल में सांझा कर दिया है।
Sir jii net clear kiye bina P.hd me admission nhi ho payega kya
Mamta जी आपकी प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद! हमने आपके सवाल को विस्तार से आर्टिकल में सांझा कर दिया है।
Sir mere BA me 50% se km h or MA me 60% h to me Phd ke liye apply kr skti hu kya…
Pooja जी आपकी प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद! हमने आपके सवाल को विस्तार से आर्टिकल में सांझा कर दिया है।
Sir mene bsc ki but abhi ma hindi se kar rhe hu to me phd kar skti hu kya
Aap phd ke liye apply nahi kar sakte kyoki aapke UG me 50% se kam hai isliye
Very nice and deeply information about We are greatly information as thanks ful
Very nice information sir We are thankful to you
NYC information
Jaankari milke mujhe bahut aacha apne man me mahsus huwa
Good information sir
Leave a Comment जवाब रद्द करें
Ph.D. Hindi
Focus areas, of the program, hindi literature, criticism, contemporary discourses, comparative studies, hindi language, linguistics, digital humanities, functional and applied language and interdisciplinary studies, media studies, cinema, media and new media studies, issue of national interest, various issues of national interest and contemporary relevance, who can prefer this course, eligibility.
Current Curriculum
- Course Content
- Reference Book
- Valuation Pattern
Previous Curriculum
Pondicherry University
Get in touch with us for world class education..
The Registrar, R Venkat Raman Nagar, Kalapet Pondicherry - 605 014, India [email protected] Tel : 0413 - 2655179 Fax : 0413 - 2655734
Quick Links
- National Cyber Crime Portal
- Anti - Ragging
- Anti - Discrimination
- Hindi Word for this day
- How to reach?
Important Links
- Women's Cell
- ICC [ erstwhile SHPC ]
- Research and Development Cell
- Incubation Facility
- ASPIRE (LBI) - PU
- Recruitment Portal
Constituent Units
- UGC - MMTTC
- Community College - Puducherry
- Community College - Mahe
- Karaikal Campus
- Port Blair Campus
Copyright 2020 © Pondicherry University
Website team.
- Skip to main content
- Accessibility Statement
- Screen Reader
- हिंदी रूपांतरण
पीएचडी प्रवेश और पात्रता
Eligibility
The candidates interested in research in Communication Networks, Data Warehouse, Software Engineering, Service Oriented Architecture, Wireless Communication, Ad Hoc Networks, Sensor Network, Data mining, Pattern Recognition, Image Processing, Database, Soft Computing, Text Mining, Web Mining, Natural Language Processing, MEMS, RF MEMS, BioMEMS, Non-Silicon Microsystems Technologies, VLSI, Embedded Systems will be considered for Direct admission to Ph.D. programme this year.
Only those candidates shall be considered for Direct admission to the Ph. D. Programme who have -
(a) obtained 2 years M. Tech/M.Phil degree of a recognized University/Research Institution, (except those who joined M.Tech on or before (2002-2003) with minimum Final Grade Point Average (FGPA) of 6.00 in 10 point scale/comparable standard where the grading is based on system other than 10 point scale. In addition the applicant should have at least one research paper published in an international journal listed in Science Citation Index (SCI) or SCIE (Expanded) to be eligible to apply for the direct admission to Ph.D. programme. The candidates who have obtained M.Tech/M.Phil degree from a University/Institution where dissertation is not graded or grading is not on 10-point scale, are required to forward a copy of their M.Tech/M.Phil dissertation along with the Application Form for the purpose of assessment of their credentials.
(b) at least 2 years research experience in reputed institutions with research publication(s) comparable to M.Tech/M.Phil standard. In addition, they should have obtained Master's Degree with FGPA of 6.00 in the 10 point scale/comparable standard or equivalent percentage. The applicant should have at least two research papers published in an international journal listed in Science Citation Index (SCI) or SCIE (Expanded) to be eligible to apply for the direct admission to Ph.D. programme.
M.Tech students can continue to pursue PhD Programme. The students for the Direct PhD. programme are selected based on an interview by an expert panel of faculties of the school.
A warm welcome to the modified and updated website of the Centre for East Asian Studies. The East Asian region has been at the forefront of several path-breaking changes since 1970s beginning with the redefining the development architecture with its State-led development model besides emerging as a major region in the global politics and a key hub of the sophisticated technologies. The Centre is one of the thirteen Centres of the School of International Studies, Jawaharlal Nehru University, New Delhi that provides a holistic understanding of the region.
Initially, established as a Centre for Chinese and Japanese Studies, it subsequently grew to include Korean Studies as well. At present there are eight faculty members in the Centre. Several distinguished faculty who have now retired include the late Prof. Gargi Dutt, Prof. P.A.N. Murthy, Prof. G.P. Deshpande, Dr. Nranarayan Das, Prof. R.R. Krishnan and Prof. K.V. Kesavan. Besides, Dr. Madhu Bhalla served at the Centre in Chinese Studies Programme during 1994-2006. In addition, Ms. Kamlesh Jain and Dr. M. M. Kunju served the Centre as the Documentation Officers in Chinese and Japanese Studies respectively.
The academic curriculum covers both modern and contemporary facets of East Asia as each scholar specializes in an area of his/her interest in the region. The integrated course involves two semesters of classes at the M. Phil programme and a dissertation for the M. Phil and a thesis for Ph. D programme respectively. The central objective is to impart an interdisciplinary knowledge and understanding of history, foreign policy, government and politics, society and culture and political economy of the respective areas. Students can explore new and emerging themes such as East Asian regionalism, the evolving East Asian Community, the rise of China, resurgence of Japan and the prospects for reunification of the Korean peninsula. Additionally, the Centre lays great emphasis on the building of language skills. The background of scholars includes mostly from the social science disciplines; History, Political Science, Economics, Sociology, International Relations and language.
Several students of the centre have been recipients of prestigious research fellowships awarded by Japan Foundation, Mombusho (Ministry of Education, Government of Japan), Saburo Okita Memorial Fellowship, Nippon Foundation, Korea Foundation, Nehru Memorial Fellowship, and Fellowship from the Chinese and Taiwanese Governments. Besides, students from Japan receive fellowship from the Indian Council of Cultural Relations.
IMAGES
VIDEO
COMMENTS
PhD kaise kare के लिए step-by-step guide नीचे दिया गया है: Step 1: कैंडिडेट को 12 साल की बुनियादी शिक्षा ( कक्षा 1st -12th ) पूरी होना अनिवार्य हैं।. Step 2: PhD करने के लिए ...
Doctor of Philosophy Course Highlights. Ph.D. किसे करना चाहिए? अपने विषय/वस्तु में रिसर्च करने की आदि व्यक्ति. अपने रिजल्ट एकत्र करने में माहिर व्यक्ति. थीसिस लिखने और रिसर्च करने वाला. प्रोफेसर बनाने के इच्छुक व्यक्ति.
Ph.D. in Hindi course admission in India requires the aspirants to complete their 10+2+3+2 continuous education. The basic eligibility for admission to the program is successful post-graduation, preferably in the Arts stream, with Hindi as one of the core subjects.
– How to do PhD in Hindi 1. 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करे 2. ग्रेजुएशन में एडमिशन लेकर डिग्री पूरी करें 3. स्नातकोत्तर में प्रवेश लेकर डिग्री पूरी करें 4.
Welcome to Unlock Psychology With Shweta. In this channel, I talk all about psychology in Hindi. Follow me Instagram: Unlock Psychology https://www.instagram.com/unlockpsych... Join this...
The eligibility criteria for pursuing PhD Hindi requires either to complete MPhil Degree and a Postgraduate degree in any stream with a minimum of 55% marks from a recognized university or Master’s degree in any stream with 55% of marks. Admission to the course is usually merit-based.
पीएचडी के विषय. तो आइये जानते हैं पीएचडी के बारे में नॉलेज इन आसान से स्टेप्स में।. पीएचडी (PhD) क्या हैं और कैसे करें सम्पूर्ण जानकारी – PhD Kya hai. Toggle. पीएचडी की फीस कितनी है? आसानी से किया जा सकता है इकोनॉमिक्स सब्जेक्ट से पीएचडी. पीएचडी के बाद क्या करें (Phd Hindi) पीएचडी कोर्स क्या है?
Ph.D. Hindi Research programme is designed for the aspiring Research Scholars with Hindi language and literature background and interest and curiosity about the problems of scholarship of literature, theory, various discourses and interdisciplinary research of national interest, contemporary relevance and emerging knowledge areas.
Ph.D. Hindi or Doctor of Philosophy in Hindi is a Doctorate Hindi language course. Hindi is the study of literature, linguistics and philosophy of the Hindi language. The students under this degree are required to prepare a detailed thesis on any of the topics within the Hindi language.
Admission. M.Tech students can continue to pursue PhD Programme. The students for the Direct PhD. programme are selected based on an interview by an expert panel of faculties of the school.