managing stress essay in hindi

  • English मराठी বাংলা

Stress Management: कितने तरह के होते हैं तनाव और कैसे करें उन्हें मैनेज, जानिए यहां

Types of stress and how to manage them

इन दिनों सभी को तनाव का सामना करना पड़ सकता है। फिर चाहे वह ऑफिस हो, घर हो या स्कूल, कॉलेज। कई बार छोटी-छोटी बातों की वजह से तनाव हो जाता है। जैसे कि किसी से छोटी सी नोंक झोंक, ऑफिस में बहुत ज्यादा काम, ट्रैफिक में बहुत देर तक फंस जाना खासकर जब कहीं जरूरी जाना हो तो। कभी-कभी थोड़ी देर के लिए तनाव होना इतना नुकसानदायक नहीं है, लेकिन क्रोनिक स्ट्रेस हमें अच्छा परफॉर्म करने से रोकता है। यह फिजिकल, मेंटल और इमोशनल हेल्थ को प्रभावित करता है। हालांकि बहुत ही कम लोगों की लाइफ स्ट्रेस फ्री होती है। इसीलिए जरूरी है कि स्ट्रेस मैनेज (Stress management) किया जाए।

तनाव के भावनात्मक लक्षण (Emotional Symptoms Of Stress)

  • आसानी से उत्तेजित, निराश और मूडी होना
  • अभिभूत महसूस करना, जैसे कि आप खुद पर नियंत्रण खो रहे हैं या नियंत्रण लेने की आवश्यकता है
  • अपने मन को आराम देने और शांत करने में मुश्किल महसूस होना
  • अपने बारे में बुरा महसूस करना (कम आत्मसम्मान) और अकेला, बेकार और उदास महसूस करना
  • दूसरों से बचना

तनाव के शारीरिक लक्षण (Physical Symptoms Of Stress)

  • दस्त, कब्ज और मतली सहित पेट खराब होना
  • दर्द, दर्द और तनावग्रस्त मांसपेशियां
  • सीने में दर्द और तेज दिल की धड़कन
  • नींद में कमी
  • बार-बार सर्दी और संक्रमण
  • घबराहट और कांपना, कानों में बजना, और ठंडे या पसीने से तर हाथ और पैर
  • शुष्क मुंह और निगलने में कठिनाई
  • जकड़ा हुआ जबड़ा और दांत पीसना

तनाव के संज्ञानात्मक लक्षण (Cognitive Symptoms Of Stress)

  • लगातार चिंता
  • विचारों का तेजी आना जाना
  • विस्मृति और अव्यवस्था
  • ध्यान केंद्रित करने में असमर्थता
  • निर्णय लेने समर्थ महसूस नहीं करना
  • निराशावादी होना या केवल नकारात्मक पक्ष देखना

तनाव के व्यवहार संबंधी लक्षण (Behavioral symptoms of stress)

  • भूख में बदलाव - या तो ज्यादा खाना या ज्यादा खाना नहीं
  • विलंब करना और जिम्मेदारियों से बचना
  • शराब, ड्रग्स या सिगरेट का अधिक उपयोग
  • अधिक नर्वस व्यवहार करना, जैसे कि नाखून काटना, हिलना-डुलना और पेसिंग

1.पॉजिटिव सेल्फ टॉक (Positive Self-Talk)

हम सभी खुद से बात करते हैं। कई बार जोर से तो अक्सर अपने मन ही ये बातें चलती रहती हैं। खुद से सकारात्मक तरीके से भी बात की जा सकती है। जैसे स्थिति कभी ठीक नहीं होगी या मैं बहुत स्टूपिड हूं की जगह मैं ऐसा कर सकती हूं या सबकुछ ठीक हो जाएगा। जैसी बातें हम खुद से कह सकते हैं। निगेटिव सेल्फ टॉक स्ट्रेस को बढ़ाने का काम करती है। वहीं पॉजिटव टॉक आपको शांत रखने में मदद के साथ ही स्ट्रेस मैनेज करने में मदद करती है। निगेटिव टॉक को पॉजिटिव में बदलना आप सीख सकते हैं।

पॉजिटिव सेल्फ टॉक के उदाहरण

  • मैं इसे नहीं कर सकती कि जगह कहें कि मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करूंगी।
  • मैं इससे नफरत करती हूं के बजाय ऐसा कहे कि मैं जानता या जानती हूं कि इससे डील कैसे करना है मैं ऐसा पहले भी कर चुकी हूं।
  • मैं अकेली और मजबूर महसूस करती हूं कि जगह खुद से कहें कि अगर मुझे मदद की जरूरत होगी तो मैं मदद लूंगी।
  • मुझे यकीन नहीं होता मैंने इसे बर्बाद कर दिया है ऐसा कहने की बजाय कहें कि मैं एक इंसान हूं और हमसे गलतियां होती हैं। मैं इसे ठीक कर सकती हूं।

इस तरह रोज पॉजिटिव सेल्फ टॉक करने से आपको सुधार दिखाई देगा और स्ट्रेस मैनेज (Stress manage) होगा। इसकी प्रैक्टिस की जा सकती है। कार में बैठे हुए, अपने डेस्क पर, सोने से पहले या कहीं भी अगर आपको लगता है कि निगेटिव विचार आ रहे हैं तो आप इस प्रैक्टिस को दोहरा सकते हैं। बच्चों को भी इस प्रैक्टिस को सिखाया जा सकता है।

Table of Contents

2. इमरजेंसी स्ट्रेस स्टॉपर्स (Emergency Stress-Stoppers)

इमरजेंसी स्ट्रेस स्टॉपर्स कुछ एक्शन्स हैं जो उस मूवमेंट पर स्ट्रेस मैनेज कम कर सकते हैं। आपको अलग सिचुएशन के लिए अलग स्ट्रेस स्टॉपर्स की जरूरत हो सकती है और कई बार इन्हें कंबाइन भी करना पड़ सकता है। जो निम्न प्रकार हैं।

  • बात करने या रिएक्ट करने से पहले 10 तक गिनें
  • जब भी लगे कि तनाव हावी हो रहा है धीमे-धीमे गहरी सांसें लें
  • वॉक पर जाएं। भले ही वह कमरे के अंदर चहलकदमी करना हो। इससे आपको अच्छी तरह सोचने का अवसर मिलेगा।
  • थोड़ी देर के लिए ध्यान करें या प्रार्थना करें या कोई भजन सुन लें।
  • स्ट्रेसफुल ईमेल का तुरंत जवाब देना जरूरी नहीं है। आप थोड़ी देर के बाद या एक दिन के बाद भी रिप्लाई कर सकते हैं।
  • कुछ देर के लिए ऐसी सिचुएशन से दूर चले जाए या बाद में उन्हें हैंडल करें जब ये पूरी तरह से शांत हो जाएं।
  • बड़ी समस्याओं को छोटे-छोटे हिस्सों में तोड़ दें। एक समय पर एक ही स्टेप लें।
  • तनाव से लड़ने के लिए आप म्यूजिक या कुछ इंस्पिरेशन पॉडकास्ट का भी सहारा ले सकते हैं।
  • अपने पालतू जानवर के साथ कुछ समय बिताएं। अपने किसी करीबी को गले लगाएं या किसी दूसरे की मदद करें। ये सभी तरीके स्ट्रेस मैनेज करने में मदद करते हैं।
  • वर्कआउट करें या कुछ अन्य फिजिकल एक्टिविटी। एक्सरसाइज स्ट्रेस के लिए अच्छा एंटीडोट है।

3.स्ट्रेस बस्टिंग एक्टिविटीज (Stress-Busting Activities)

ऐसी एक्टिविटीज करना जिन्हें आप एंजॉय करते हैं स्ट्रेस मैनेज (Stress Management) करने और इसे कम करने में प्राकृतिक रूप मदद करती हैं। यहां तक कि जब आप थोड़ा लो महसूस करते हैं तो उस समय पर छोटी-छोटी चीजें करना जैसे कि वॉक पर जाना या दोस्तों से बात करना या एक अच्छी बुक पढ़ना खुशी दे सकता है। जब तनाव की वजह से आप दुखी होते हैं तो कुछ ऐसा कीजिए (10-15 मिनट के लिए ही सही) जिससे अच्छा लगता है।

निम्न स्ट्रेस रिलीविंग एक्टिविटीज आपके लिए काम कर सकती हैं।

  • जैसे कि पसंदीदा मूवी देखना
  • किसी हरियाली वाली प्रकृति से भरपूर जगह पर वॉक करना
  • थोड़ी देर के लिए बाइक या कार राइड पर जाना
  • गार्डनिंग या फिर घर को सजाना
  • किसी दोस्त के साथ कॉफी या डिनर पर जाना

ये तीन तरीके स्ट्रेस मैनेज करने में मददगार हो सकते हैं। स्ट्रेस को मैनेज करना बेहद जरूरी है क्योंकि लंबे समय तक स्ट्रेस में रहना व्यक्ति की मेंटल के साथ ही फिजिकल हेल्थ को भी नुकसान पहुंचा सकता है।

हम उम्मीद करते हैं कि ये जानकारी आपके काम आएगी। ऐसी ही स्टोरीज के लिए पढ़ते रहिये iDiva हिंदी।

1 मिनट में पढ़ें

आप ये भी पसंद करेंगे, 5 बातें जो किसी इंसान को बनने नहीं देती कभी इमोशनली स्ट्रॉन्ग, जानें इससे निपटने के..., शक करने समेत रिलेशनशिप की वो 5 बातें जो किसी भी व्यक्ति को कर सकती हैं मानसिक रूप से..., नींद की कमी की वजह से खराब रह रहा है युवाओं का मूड, एक्सपर्ट से जानें रात में नींद न..., कभी-कभी कुछ ना करना हो सकता है लाइफ को ट्रैक पर लाने का बेस्ट तरीका, जानें इसके 5 फायदे.

managing stress essay in hindi

स्ट्रेस क्या है? जानिए इसके कारण, लक्षण और उपचार

How To Manage Stress In Hindi

हर रोज हम सभी अपनी जिंदगी में तमाम मुश्किलों का सामना करते हैं। कई बार ऐसे हालात आते हैं जिन्हें हम चाहकर भी संभाल नहीं पाते हैं। तो कई बार उनसे निपटते हुए हमें भारी टेंशन का सामना करना पड़ता है।

हम में से कई लोग कुछ किस्म के तनावों को झेलते हुए इतना आदी हो चुके होते हैं कि उन्‍हें महसूस ही नहीं कर पाते। ऐसे तनाव को यूस्ट्रेस (eustress) कहा जाता है। अगर देखा जाए तो ये तनाव आपकी परफॉरमेंस और काम करने की क्षमता पर निगेटिव असर डालता है।

इस आर्टिकल में मैं आपको तनाव/टेंशन क्या है, तनाव के लक्षण, ज्यादा टेंशन लेने से नुकसान, टेंशन से बचने के उपाय और कुछ सरल स्ट्रेस मैनेजमेंट टिप्स (tips for stress management in hindi) के बारे में जानकारी दूंगा।

Table of Contents

टेंशन/स्ट्रेस क्या है? (What is stress?) :

स्ट्रेस या तनाव होना सामान्य बात है। ये तब महसूस होता है जब किसी स्थिति से निपटना मुश्किल हो जाता है। टेंशन होने पर एड्रेनालाईन (Adrenaline) हमारे पूरे शरीर में दौड़ने लगता है। दिल की धड़कन बढ़ जाती है और मानसिक और शारीरिक चेतना बहुत ज्यादा बढ़ जाती है। हमें पसीना आता है, सनसनी महसूस होती है और कई बार पूरे शरीर के रोएं खड़े हो जाते हैं। 

कितना खतरनाक है तनाव?

© Shutterstock

ऐसा नहीं है कि हमारे पूर्वजों की जिंदगी में तनाव नहीं होता था, लेकिन वो 'करो या मरो' की स्थिति को अपनाकर आसानी से इससे पार पा सकते थे। आज हमारे जीवन में तनाव की मात्रा और उनकी आवृत्ति भी कहीं ज्यादा है। लेकिन सबसे मुश्किल की बात यह है कि स्ट्रेस देने वाले हार्मोन जैसे एड्रेलिन और कॉर्टिसोल का उत्सर्जन उस वक्त और ज्यादा खतरनाक हो जाता है जब हमें उनकी जरूरत ना हो। 

अगर तनाव (stress in hindi) लंबे वक्त तक रहे तो ये हमारे इम्यून सिस्टम और हृदय को नुकसान पहुंचा सकता है। इसके अलावा बाहरी बीमारियों से निपटने की हमारी शारीरिक और मानसिक क्षमता भी प्रभावित होती है। 

इसका मतलब साफ है कि तनाव उस वक्त और ज्यादा खतरनाक हो जाता है जब आपको हर पांच मिनट में करो या मरो की स्थिति में जाना पड़े। क्या इस स्थिति से निपटने का कोई आसान और स्वस्थ तरीका हो सकता है? ये काम हम कैसे कर सकते हैं? अगर हम ये पता लगा सकें कि जो हम महसूस कर रहे हैं उसका कारण क्या है? तो हम मुश्किलों से और अधिक स्मार्ट तरीके से निपट सकते हैं। 

ज्यादा तनाव लेने से होने वाले नुकसान:

  • हमारा इम्यून सिस्टम और हृदय को नुकसान पहुंच सकता है।
  • गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। 
  • उम्र कम हो जाती है। 
  • सेक्स लाइफ खराब हो सकती है।

तनाव को समझना क्यों जरूरी है? (Why does understanding stress matter?)

तनाव के कारण कई गंभीर मानसिक समस्याएं हो सकती हैं। भारत में हर चार में से एक इंसान हर साल टेंशन की समस्या की चपेट में आ जाता है। यही वो कारण है जिसकी वजह से कई बार हम लोग काम करते हुए भी लंबे वक्त तक काम पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते हैं। 

अगर मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं को लंबे वक्त तक अनदेखा किया जाए जो ये गंभीर समस्या में बदल सकता है। देश में टेंशन और डिप्रेशन का इलाज करवाने वाले मरीजों में से तीन चौथाई महिलाएं हैं। लेकिन जो तीन चौथाई लोग टेंशन और डिप्रेशन के कारण आत्महत्या कर लेते हैं वह पुरुष हैं। चूंकि डिप्रेशन और टेंशन ही सुसाइड के मामलों के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार हैं इसलिए इसके इलाज के महत्व की जरुरत को आसानी से समझा जा सकता है। 

इसके अलावा टेंशन होने पर उसके बारे में बात करना किसी कमजोरी की निशानी नहीं है। उसके लिए हिम्मत चाहिए।

क्यों होता है तनाव? (What causes stress?)

आजकल होने वाले तनाव के कुछ सामान्य कारण निम्नलिखित हैं। जैसे -

  • अलगाव और कुछ अन्य कारण जैसे घर छोड़ना
  • पार्टनर से ब्रेकअप
  • नौकरी में बदलाव होना
  • बच्चों का घर छोड़ना 
  • आपका स्वास्थ्य और मूड
  • पार्टनर का निधन होना या करीब न होना
  • तलाक के कारण परिवार टूट जाना 
  • सेक्स और सेक्स से जुड़ी समस्याएं
  • नशाखोरी और ड्रिंक करना 
  • बुरी आदतों का शिकार होना 
  • हिंसा या बुरे व्यवहार का शिकार होना 

थोड़ी देर के लिए जीवन में उतार-चढ़ाव आना बहुत आम बात है लेकिन अगर ये लंबे वक्त तक बनी रहे जो ये जिंदगी से जुड़ी बाकी चीजों को भी खराब कर सकती है। वैसे भी तनाव इसलिए कभी नहीं होता क्योंकि आप कमजोर हैं बल्कि हमेशा इसलिए होता है कि आप उसकी मौजूदगी होने के बाद भी टेंशन को रहने दे रहे हैं और उसका विरोध नहीं कर रहे हैं। 

तनाव होने पर हमेशा चीजों को सकारात्मक तरीके से देखने की कोशिश करनी चाहिए। कुछ मामलों में हो सकता है कि आपको फ्रेश स्टार्ट की भी जरुरत पड़े। लेकिन अगर आप लगातार नौकरियां, पार्टनर या घर बदल रहे हैं तो ऐसे हालात में आपको हालात नहीं बल्कि खुद को बदलने की जरुरत है। 

क्या हैं चेतावनी देने वाले लक्षण (​What are the warning signs?)

अगर आपको इतना ज्यादा तनाव होता है कि संभलने का मौका तक नहीं मिलता है, तो ये आपके लिए खतरे की घंटी जैसा हो सकता है। इसलिए ये जानना बहुत महत्वपूर्ण है कि तनाव होने से पहले के कौन से वो लक्षण हैं जिन्हें जानकर आप थोड़ी देर में होने वाले तनाव से पहले ही निपट सकते हैं। 

टेंशन से पहले होने वाले सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं। 

  • सामान्य से ज्यादा या कम भोजन करना। 
  • तेजी से मूड बदलना। 
  • आत्मसम्मान में कमी आना। 
  • हर वक्त टेंशन या बेचैनी महसूस करना। 
  • ज्यादा या कम सोना। 
  • कमजोर याददाश्त या भूलने की समस्या। 
  • जरुरत से ज्यादा शराब या ड्रग्स लेना। 
  • जरुरत से ज्यादा थकान या ऊर्जा में कमी होना। 
  • परिवार और दोस्तों से दूर-दूर रहना। 
  • चरित्र से दूर हो जाना। 
  • ध्यान कें​द्रित न करना और काम में संघर्ष करना। 
  • उन चीजों में भी मन न लगना जो पहले आपको पसंद थीं। 
  • विचित्र अनुभव होना, उन चीजों का दिखना जो वहां हैं ही नहीं। 

इसके अलावा टेंशन के कुछ शारीरिक लक्षण भी हो सकते हैं जिनमें सिरदर्द , कब्ज या किसी खास अंग या शरीर में दर्द होना शामिल है। 

अपने अनुभव के बारे में कैसे बताएं? (How do I talk about how I'm feeling?)

हम सभी जानते हैं कि जब हम किसी से जुड़ाव महसूस करते हैं तो उससे बात करना हमेशा अच्छा होता है। हम लोगों में से कुछ के लिए, सोशल मीडिया इसका सबसे अच्छा माध्यम है। लेकिन रिसर्च हमें बताती है कि सोशल मीडिया ही हम लोगों में से कई की जिंदगी की सबसे बड़ी मुसीबत बनकर उभरा है। 

ये कहावत काफी पुरानी है कि 'दर्द बांटने से कम होता है'। लेकिन यकीन मानिए ये बात सच है। ये लोगों को बताने के लिए नहीं है, ना ही ये साबित करने के लिए है कि आप जरुरत में हैं और किस दौर से गुजर रहे हैं। बल्कि ये उनसे समझने के लिए है कि अगर वह उस तकलीफ में होते तो क्या करते? 

यकीन मानिए कई बार जब हम टेंशन में होते हैं तो आसान से उपाय भी हमारे दिमाग में नहीं आते हैं। लेकिन दूसरे वही बात सुनकर हमें ऐसे रास्ते सुझा देते हैं जो हमारी हर मुश्किल को आसान बना देते हैं। इसलिए खुलकर संवाद करना भी बहुत जरूरी है। वैसे भी किसी से बात करना कौन सी बड़ी बात है। किसी से बात करना, कपड़े धोने, कार धोने या कंप्यूटर पर गेम खेलने जैसा ही छोटा सा काम है। इसलिए ईमानदारी से बात रखिए और दोस्तों को हर वो बात बता दीजिए जो आपको परेशान कर रही है।

घबराएं नहीं, डॉक्टर से सलाह लें 

क्या कभी आपको जुकाम, दस्त या फिर बुखार ​की समस्या हुई है? इन बीमारियों के इलाज के लिए आप जरूर ही डॉक्टर के पास भी गए होंगे। अगर हां, तो फिर टेंशन होने पर डॉक्टर के पास जाने में हिचक क्यों? 

अगर आप वाकई टेंशन से उबरने में मुश्किल महसूस कर रहे हों तो बेहतर है कि बिना देर किए डॉक्टर के पास जाएं। मनोचिकित्सक वाकई बहुत धैर्य से मरीज की बात सुनते हैं और वह आपकी समस्या को औरों से बेहतर समझते हैं। उनके सामने बात रखने से वह न सिर्फ आपका सही इलाज कर सकते हैं बल्कि आपकी जिंदगी को नई राह भी दिखा सकते हैं। 

टेंशन, डिप्रेशन जैसी समस्याएं भी उतनी ही आम बीमारी है जितनी कि जुकाम या बुखार होना। अगर आप उनके इलाज के लिए डॉक्टर के पास जा सकते हैं तो फिर टेंशन के इलाज के लिए क्यों नहीं? संकोच छोड़ दीजिए और डॉक्टर से इस मामले में बात कीजिए। 

हमारा ये आर्टिकल आपको कैसा लगा? मेंटल हेल्थ से जुड़ी कोई भी समस्या, सलाह, सुझाव या राय आप हमसे कॉमेंट बॉक्स में शेयर कर सकते हैं।

ट्रेंडिंग MensXP में

3 may 2024 aaj ka rashifal: दैनिक राशिफल - 03 मई, 2024 (सभी राशियों के लिए आज का राशिफल), 1 may 2024 aaj ka rashifal: दैनिक राशिफल - 01 मई, 2024 (सभी राशियों के लिए आज का राशिफल), 30 april 2024 aaj ka rashifal: दैनिक राशिफल - 30 अप्रैल, 2024 (सभी राशियों के लिए आज का राशिफल), 29 april 2024 aaj ka rashifal: दैनिक राशिफल - 29 अप्रैल, 2024 (सभी राशियों के लिए आज का राशिफल), साप्ताहिक राशिफल - 29 अप्रैल से 05 मई, 2024 (सभी राशियों के लिए), 28 april 2024 aaj ka rashifal: दैनिक राशिफल - 28 अप्रैल, 2024 (सभी राशियों के लिए आज का राशिफल), 26 april 2024 aaj ka rashifal: दैनिक राशिफल - 26 अप्रैल, 2024 (सभी राशियों के लिए आज का राशिफल), 25 april 2024 aaj ka rashifal: दैनिक राशिफल - 25 अप्रैल, 2024 (सभी राशियों के लिए आज का राशिफल), रीडर्स इन्हें भी पढ़ रहे हैं, दैनिक राशिफल - 22 नवंबर, 2023 (आज सभी राशियों के लिए), 50 pick up lines for crush: बोलिए कुछ ऐसा कि वो हां कहे बिना रह ही न पाएं, आप ये भी पसंद करेंगे, ये 6 बातें तो मेंटल हेल्थ को बेहतर करने में करेंगी आपकी मदद, ये हैं साल 2022 के 10 बेहतरीन ideas, जो आपकी लाइफ को पूरी तरह बदल कर रख देंगे, उन्होंने आपको फ्रेंड जोन कर दिया है तो इन टिप्स के साथ इस रिश्ते से आ जाइए बाहर, फ्री टाइम में ये 5 काम करके बनिए दूसरों से स्मार्ट, क्या और क्यों, जवाब ये रहे.

How to Reduce Stress in Hindi

How to Reduce Stress in Hindi: तनावमुक्त जीवन के16 आसान तरीके

How to Reduce Stress in Hindi क्या आपको पता है आज के समय से सबसे तेज़ी से फैलने वाली महामारी stress अर्थात तनाव है? दुखद तो यह है कि किसी को इस बात का अंदाज़ा ही नहीं है कि सारी बीमारियों की जड़ तनाव ही होता है। हम अक्सर इसे सामान्य बात कहकर टाल देते हैं। जबकि ये टालने वाली बात नहीं ।

इस आर्टिकल में में आपके साथ Tension dur karne ka mantra साझा करूंगी। ये इतने सरल हैं कि आसानी से समझकर जीवन में प्रयोग किए जा सकते हैं।

हो सकता है कि आपको लगे कि ये आसन तो नहीं है। मेरा सुझाव है, आप कुछ दिन इनको Experiments के रूप में ज़रूर आजमाएं।

तनाव से मुक्त होने के तरीके जानने से पहले यह जान लेना अति आवश्यक है कि तनाव है क्या? कैसे इसकी शुरुआत होती है?

What is Stress in Hindi तनाव क्या है?

किताबी भाषा ना बोलकर मैं सरल शब्दों में बात करना पसंद करती हूं।

तनाव, एक वाक्य में कहूं तो “तनाव उन बातों का Reaction है जो हमारे मन मुताबिक नहीं होती।” इस तरह से देखा जाए तो तनाव भी अन्य भावनाओं की तरह मन की उपज है। उम्मीद है आप इस बात से सहमत होंगे।

अब देखते हैं कि इसकी उत्पत्ति कैसे होती है?

How Does Stress Happens तनाव कैसे होता है?

क्या आपने कभी ऐसे दिन का अनुभव किया है जब आपको सुबह सुबह कुछ अच्छी ख़बर मिली हो। जिस खुशी का अनुभव उस सुबह हुआ, कुछ ऐसी ही खुशियां सारे दिन मिलती रहीं। उम्मीद है आपका उत्तर “हां” में होगा।

क्या आपका दिन शुभ था, ग्रह नक्षत्र अच्छे थे, या कोई अन्य जादुई बात का परिणाम था?

उत्तर बिल्कुल साफ़ है, ये आपके मन में उत्पन्न भावनाओं का परिणाम था। Details में समझते हैं कि कैसे? हमारे मस्तिष्क में हर पल करोड़ों न्यूरॉन बनते रहते हैं। इन न्यूरॉन की Quality हमारे विचारों तथा भावनाओं पर निर्भर करती है।

यदि हमारा एक विचार सकारात्मक तथा उत्साहवर्धक रहा तो दूसरा उसी के हिसाब से बनता है। आपका अगला पल भी उत्साहवर्धक होता है, इसी तरह विचारों के साथ न्यूरॉन की कड़ियां बनती जाती हैं।

इसे एक उदाहरण से समझते हैं। यदि टोकरी में रखे एक आलू में कीड़े लग गए हैं तो उसे बाकियों से अलग कर दिया जाता है। क्यों? यदि अलग नहीं किया तो बाकी के आलू में भी वे कीड़े फैल जाते हैं। ठीक इसी तरह यदि एक नकारात्मक विचार मन में आया और उसे रोका नहीं गया तो सारे न्यूरॉन को असर करता है और कमज़ोर तथा नकारात्मक भावनाएं बढ़ती जाती हैं।

फिर मन में तनाव बढ़ने लगता है। यदि इस तनाव को सही समय पर सही तरीके से नही खत्म किया गया तो यह मन के अलावा शरीर के अन्य हिस्सों में फैलने लगता है। परिणाम स्वरूप व्यक्ति कमज़ोर होने लगता है, बीमारियां बढ़ने लगती हैं।

उम्मीद है आपको तनाव को जड़ के बारे में अच्छी तरह समझ में आ गया होगा। अब देखते हैं कि Stress Management क्या होता है?

What is Stress Management in Hindi

जैसा कि आपने पहले ही Paragraph में पढ़ा कि WHO ने कुछ सालों पहले ही warning दे दी थी कि २०२० तक दुनिया में सबसे ज्यादा patients तनाव तथा depression के होंगे।

वैज्ञानिकों ने इस बीमारी का इलाज़ करने के लिए एक प्राकृतिक उपाय सुझाया। इस Stress Management में अपने विचारों तथा भावनाओं पर थोड़ा सा ध्यान देखते इस बीमारी को आसानी से भगाया जा सकता है।

यहां यह कहना अनिवार्य है कि यदि सहि समय पर इस तरफ़ ध्यान नहीं दिया गया तो यही तनाव Depression का भयंकर रूप ले लेता है।

Reduce Stress Meaning in Hindi

Reduce का अर्थ किसी चीज़ को काम करना होता है। stress तनाव का ही पाश्चात्य भाषा रूपांतरण है। इस प्रकार Stress Reduce का अर्थ तनाव कम करना होता है।

Types of Stress in Hindi and Reason Behind Stress तनाव के प्रकार तथा उसके कारण

How to Reduce Stress in Hindi/ Types of Stress in Hindi Images

How to Reduce Stress in Hindi के बारे में जानने से पहसे तनाव को थोड़ा और गहराई में समझने के लिए यह जानते हैं कि यह कितने प्रकार का होता है। अक्सर हम छोटी छोटी बातों को Ignore कर देते हैं। जबकि यही छोटी बातें समय के साथ बहुत बड़ा रूप धारण कर लेती हैं।

१- Physical Stress शारीरिक तनाव किसी भी प्रकार के शारीरिक चोट, बीमारी, अथवा अन्य शारीरिक पीड़ा का खयाल नहीं रखा गया तो इससे तनाव होने लगता है।

२- Psychological Stressमनोवैज्ञानिक तनाव भावनात्मक उतार चढ़ाव, जैसे कि चिंता, जलन, लगाव, स्वयं को दूसरे से कम की भावना, इत्यादि की वजह से तनाव उत्पन्न होता है।

३- Psychosocial Stress मनोसामाजिक तनाव इस प्रकार का तनाव अक्सर तब होता है जब सामाजिक बंधनों का बोझ बढ़ जाता है। उदाहरण के लिए विवाह संबंधी समस्याएं, लोगों के सामने खुद को छोटा समझना, लोगों द्वारा उपेक्षित महसूस करना, काम के स्थान पर तनाव इत्यादि।

४- Psycho Spiritual Stress मनो आध्यात्मिक तनाव कई बार जब मन के खिलाफ किसी आध्यात्मिक अथवा धार्मिक क्रिया कलापों का हिस्सा बनना पड़ता है तब भी तनाव होता है। कभी कभी जीवन के लक्ष्य की तलाश में भी तनाव बढ़ने लगता है।

५- Cognitive Stress संज्ञानात्मक तनाव याददाश्त की कमी, फ़ोकस में कमी और डरावने अथवा सोचनीय विचार भी तनाव का कारण बनते हैं।

६- Emotional Stress भावनात्मक तनाव चाहकर भी अपने भावनाओं पर काबू ना पाना, स्वयं को चिंताग्रस्त महसूस करना तनाव का कारण बनता है।

७- Behavioral Stress व्यावहारिक तनाव अक्सर जब अपनी किसी आदत की वजह से शारीरिक या मानसिक नुकसान होने लगता है तो आदतें भी तनाव का कारण बन जाती हैं। उदाहरण के लिए समय पर काम खत्म नहीं कर पाना। उपर्युक्त किसी भी तनाव को यदि सही समय पर Treat नहीं किया जाय तो परिणाम गंभीर रूप ले लेते हैं।

How to Reduce Stress in Hindi/ How to Reduce Mind Stress in Hindi

चलिए, अब देखते हैं कि जीवन को तनाव मुक्त अथवा अत्यधिक खुशहाल कैसे बनाया जा सकता है। In Other Words, How to live tension free life ?

१- दिनचर्या में बदलाव लाएं किसी भी तनाव से निकलने या बचने के लिए सबसे पहले अपनी दिनचर्या पर ध्यान दें। सुबह सोकर उठने से लेकर रात को बिस्तर पर जाने तक आपने क्या किया, उसपर ध्यान दें।

सुबह नाश्ते, दोपहर के भोजन, दिन में चाय, कॉफ़ी अथवा रात्रि भोजन का असमय होना भी। तनाव का कारण बनता है। अतः अपनी दिनचर्या को आसान, फ़ोकस तथा ऐसा बनाएं जिसे जीने में आपको उत्साह महसूस हो।

२- सकारात्मक तथा उत्साहवर्धक विचारों से स्वयं को ऊर्जावान रखें

How to Reduce Stress in Hindi/ Think Positive Images

यदि आपको Law of Attraction के बारे में अधिक जानना है तो नीचे दिए लिंक पर जाकर पढ़ें।

13 Secret Tips about Law Of Attraction In Hindi

सीधी बात करूं तो यदि आप नकारात्मक विचार करने वैसी परिस्थितियां आकर्षित कर सकते हैं तो क्यों ना सकारात्मक सोचें!

सकारात्मक तथा उत्साहित करने वाले विचार कुछ हो दिनों में सच होने लगेंगे। इसके साथ ही अपने मानसिक तथा शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक सिद्ध होंगे।

३- How to Reduce Stress in Hindi यह पल भी गुज़र जायेगा फॉर्मूला देखिए दोस्त, मेरे विचार कोई किताबी बातें नहीं, बल्कि अपने अनुभव होते हैं। कुछ सालों पहले जब मैं तनाव से गुज़र रही थी तो मैंने कहीं पर ये विचार पढ़े।

“येे पल भी गुज़र जायेगा” मैंने सीखा, जीवन में कुछ भी स्थाई नहीं है। ना ही सुख ना ही दुःख, उतार चढ़ाव आते रहते हैं। तो जब भी तनाव महसूस हो खुद को याद दिलाइए कि यह समय भी चला जायेगा। मेरे लिए यह फार्मूला जादुई तरीके से काम कर रहा था। आप भी आज़मा कर देखिए।

४- How to Reduce Stress in Hindi- सही भोजन का सेवन करें क्या आपको पता है, मन और शरीर पर सबसे ज़्यादा प्रभाव पानी तथा भोजन का होता है? यदि आप मांसाहारी हैं तो शाकाहार अपनाएं, ज्यादातर फलों का सेवन करें। एक हफ़्ते प्रयोग के रूप में यह करके देखें।

कॉमेंट बॉक्स में ज़रूर बताएं कि क्या परिवर्तन महसूस किया आपने?

Most importantly, भोजन बनाने वाले को किसी भी प्रकार का तनाव ना दें। क्योंकि भोजन सिर्फ अन्न नहीं बल्कि अन्न पानी तथा। बनाने वाले के विचारों से बनता है। आप सोचेंगे ये क्या फॉर्मूला है?

ज़रा सोचिए, माँ के द्वारा बनाए गए सादे भोजन का स्वाद किसी पांच सितारे होटल से अच्छा क्यों होता है? भावनाएं भी भोजन का स्वाद बढ़ाने के साथ अपने मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ाती हैं।

५- समय प्रबंधन कर अपने शारीरिक और मानसिक स्थिति पर ध्यान दें यदि आप अपने आस पास नज़र घुमाएंगे तो आपको ऐसे लोग ज्यादा दिखेंगे जिनका वजन ज़रूरत से ज्यादा या कम है। कई बार जब मैंने इन लोगों से इस विषय पर बात की तो पता चला इनके पास समय की कमी है।

दोस्त, दिन के २४ घंटे ईश्वर में बिल गेट्स को दिए हैं, देश के प्रधानमंत्री महोदय के साथ मुझे और आपको भी दिए हैं। गौर करेंगे तो पाएंगे कि इनके पास हमसे ज्यादा जिम्मेदारियां हैं। अंतर सिर्फ इतना है कि वो लोग अपने एक एक मिनट का खयाल रखते हैं।

How to Reduce Stress in Hindi अपने समय का सही प्रबंधन करें। कल सुबह उठने से लेकर रात के सोने तक क्या करना है, सारा ब्यौरा सोने से पहले बना लें। इसका फायदा यह होगा कि आपको बस follow करना होगा। आप दिन का भरपूर सदुपयोग करने से साथ उत्साहित भी महसूस करेंगे।

Most Importantly, अपनी दिनचर्या में शारीरिक व्यायाम, कोई खेल जैसे कि क्रिकेट, फुटबॉल आदि जोड़ें। जो आपकी शारीरिक रूप से फिट रखेगा। तथा व्यायाम एक Stress Booster भी है, इस प्रकार यह आपके मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा है।

६- How to Reduce Stress in Hindi सकारात्मक लोगों के साथ समय बिताएं क्या आपको पता है, आप जिन पांच लोगों के साथ सबसे ज्यादा समय बिताते हैं, समय के साथ उनके जैसा बन जाते हैं। यह कोई खयाली बातें नहीं बल्कि वैज्ञानिक रूप से Proven है।

आपकी सोच, रहन सहन तथा लाइफस्टाइल उनके जैसी बन जाती है। बचपन में ही माता पिता गलत संगत से दूर रहने की सलाह इसी लिए देते हैं।

यदि संगत का जीवन पर इतना प्रभाव है तो क्यों ना ऐसे लोगों के साथ समय बिताया जाए जिनके साथ रहकर हम बेहतर बन सकते हैं। कई बार हमारे आस पास ऐसे लोग नहीं होते हैं, ऐसे में किसी महान व्यक्ति की लिखी किताबें पढ़ें।

ऐसे लोगों के साथ समय बिताएं जो आपकी समस्याएं सुनकर आपको दयादृष्टि Sympathy देने के बजाय उससे निकलने का रास्ता दिखाएं। ऐसे लोग जो समस्याओं के बजाय जीवन को ऊपर उठाने वाली बातें करें, ऐसे लोगों के साथ समय बिताएं।

७- How to Reduce Stress in Hindi- भरपूर नींद लें

How to Reduce Stress in Hindi/ Sleepin Images

आपको चलाने वाली मशीन अर्थात आपका मास्तिष्क, तब तन अनवरत चलता रहता है जब तक आप जाग रहे होते हैं। नींद की अवस्था में ही उसे आराम मिलता है, इसलिए आप सोकर उठने के बाद ताज़गी महसूस करते हैं।

Also Read: Brahma Muhurt Me Uthne Ke 15 Fayde

Therefore, रात को समय पर सोना, तथा सूर्योदय से पहले उठना, मन पर जादुई प्रभाव डालता है। अच्छी तथा भरपूर नींद के लिए सोने के एक घंटे पहले किसी भी टेक्नोलॉजी जैसे कि फोन, या टीवी का प्रयोग ना करें।

समय पर तथा स्वस्थ नींद में किताबें अच्छा किरदार निभाती हैं। सोने से बिलकुल पहले एक या दो पन्ने। कोई। सकारात्मक किताब पढ़ने की आदत डालें।

८- How to Reduce Stress in Hindi नई चीजें सीखें क्या आपको पता है, जीवन में ठहराव आने से भी तनाव होने लगता है। ठहराव आने का एक मुख्य कारण यह है को मनुष्य सीखना बंद कर देता है। पढ़ाई पूरी हो गई, अच्छी नौकरी मिल गई, शादी हो गई, या बच्चे सेटल्ड हो गए, अब और लिए सीखना? अक्सर मुझे लोग यही जवाब देते हैं।

सबसे दुखद तो यह है को इस ठहराव से बचने के लिए लोग अक्सर गलत राह चुनते हैं। नशा, सोशल मीडिया पर ज्यादा समय बिताना आदि जीवन में आए ठहराव का परिणाम है।

जीवन कभी पूर्ण नहीं होता, इसलिए आजीवन सीखते रहना चाहिए। सुखी तथा शांतपूर्ण जीवन का मंत्र यही है।

जीवन के किसी भी मोड़ पर आप कुछ ऐसा सीखिए जिससे आपको कुछ नया अनुभव हो। उदाहरण के लिए, वाद्य यंत्र बजाना, सिंगिंग, अपनी पसंद के विषय का अध्ययन इत्यादि। महापुरुषों की जीवनी का बारीकी से अध्ययन करना मेरा पसंदीदा काम है।

९- How to Reduce Stress in Hindi- Emotional Junk से बचें अपने बच्चों को हम पिज़्ज़ा, बर्गर इत्यादि खाने से मना करते हैं क्योंकि यह जंक फूड है। आपको पता है कि जंक फूड उनके शारीरिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।

क्या आपको पता है कि इमोशनल जंक फूड आपके मानसिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। सोच रहें हैं कि आप ऐसा कुछ नहीं खाते?

चलिए थोड़ा डिटेल्स में बताती हूं, आजकल सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा जंक फूड बिकता है। “फलां जगह पर फलां घटना हुई, किसी ने मदद नहीं की।” विचलित कर देनी वाली तस्वीरों के साथ ऐसे खबरें आपके मानस पटल को आहत करती हैं।

जो परिस्थितियां हमारे बस में नहीं हैं, उनके लिए प्रार्थना ही सबसे बड़ी मदद है। समय के साथ अत्याचार बढ़ता जा रहा है, स्वयं के मानसिक स्वास्थ्य के खयाल रखना आपकी अपनी जिम्मेदारी है। कृपया, इन इमोशनल जंक से स्वयं को बचाने के लिए ऐसी खबरें ना पढ़ें।

१०- How to Reduce Stress in Hindi कम से कम २५-३० मिनट प्रतिदिन ध्यान करें Meditation मेरा पहला मशवरा होता है किंतु इसे मैंने बाद में रखा। इसके पीछे की वजह स मात्र यह थी कि आपने तनाव के कारणों को ज़रा गहराई में समझ जाएं।

ध्यान किसी भी शारीरिक, मानसिक तथा भावनात्मक तनाव या बीमारी को दूर करने का सबसे सरल तथा प्रभावी उपचार है। ध्यान के अभ्यास से मस्तिष्क में होने वाले बदलाव तथा लाभ के बारे में मैंने पहले ही विस्तार में लिखा है। आप नीचे दिए लिंक पर जाकर ज़रूर पढ़ें।

Meditation Benefits for Brain in Hindi

किस भी प्रकार का ध्यान जो आपके लिए सहज तथा सरल लगे, दिनचर्या का हिस्सा बनाएं।

११- How to Reduce Stress in Hindi प्रकृति के साथ समय बिताएं क्या आपको पता है, तनाव का सबसे प्रभावी इलाज़ प्रकृति करती है। वृक्ष हमें सिर्फ़ ऑक्सीजन ही नहीं देते बल्कि हमारा तनाव खींचकर हमें ताज़गी भी देते हैं। इसलिए आप देखेंगे कि शहरी लोग ग्रामीण लोगों की अपेक्षा अधिक तनावग्रस्त दिखते हैं।

इसलिए दिन में कुछ समय किसी पेड़ के साथ बिताएँ। या प्रकृति के बीच पैदल चलें।

जल, शरीर में सत्तर प्रतिशत हिस्सा जल रहता है। कभी कभी किसी समुद्री किनारों पर घूम आएं। आपकी सारी समस्या कुछ मिनटों में गायब सी हो जायेगी। मन जब शांत होता है तो निवारण खोज लेता है।

व्यस्त जीवन से समय निकालकर कुछ दिनों के लिए, किसी पर्वतीय इलाके या समुद्री किनारों पर घूमने को जीवन का हिस्सा बनाएं।

१२- How to Reduce Stress in Hindi सांसों पर ध्यान दें जिन्दा रहने के लिए सबसे महत्वपूर्ण क्या है? सांसें! रोटी कपड़ा मकान के बिना मनुष्य कितनी देर रह सकता है, सांसों के बिना कितनी देर रह सकता है?

अब आप सांसों की अहमियत समझ गए होंगे। कभी अपने ध्यान दिया कि ये कैसे चलती हैं, शरीर में कहां तक जाती हैं अथवा कैसे महसूस होता है?

तनाव का सबसे Instant इलाज़ अपनी सांसों पर ध्यान देना मात्र है। गहरी सांस लें, उसकी शीतलता को महसूस करें। छोड़ते समय। उसकी। गरमाहट को महसूस करें। जब आप। सांसों पर ध्यान देते हैं तो ये। स्वांस आपके मन से सारा तनाव बाहर निकाल देती है।

ये बिलकुल वैसा है जैसे जब आप किसी रिश्ते में व्यक्ति का जितना खयाल रखते हैं वह आपको उतना खुश रखता है।

अपनी सांसों का खयाल रखना शुरू कर दें, आपके मानसिक स्वास्थ्य का खयाल वह बिना मांगे रखेगी।

१३- How to Reduce Stress in Hindi -PMA किताबें पढ़ें

How to Reduce Stress in Hindi/ Reading Images

पुस्तकें लिखे हुए शब्द मात्र नहीं होते किन्तु एक महान हस्ती से आपकी सीधी बात होती है। बिल्कुल वैसे ही जैसे अभी हम दोनों की बात हो रही है।

तनाव निवारण के लिए किताबें अच्छी मित्र साबित हुई हैं।

१४- How to Reduce Stress in Hindi स्वयं के जीवन को महत्व देना सीखें कई बार मैंने देखा है कि मनुष्य दूसरों में भावनात्मक रूप से इतना लिप्त हो जाता है कि स्वयं को भूल जाता है। फिर कभी रिश्तों में कड़वाहट आई तो उसके जीने की इच्छा खत्म हो जाती है।

दूसरों को चाहना गलत नहीं, किन्तु स्वयं को खोकर किसी को चाहना गलत है। आप इस धरा पर आए हैं, आप भी महत्वपूर्ण हैं। अपने जीवन के महत्व को समझें और स्वयं का खयाल रखना सीखें।

समय समय पर अपनी पसंद की चीजें खाएं, कपड़े पहनें, अपनी रुचि के काम करें। अपने आप के साथ कुछ समय बितायें। स्वयं को जानने की कोशिश करें।

१५- How to Reduce Stress in Hindi वर्तमान में जीने की कला सीखें अक्सर तनाव का असली कारण अतीत की यादें अथवा वर्तमान की चिन्ता होती है। इस चक्कर में मनुष्य वर्तमान को उपेक्षित कर देता है। जबकि गौर किया जाए तो उसके पास मात्र वर्तमान ही है।

अपने जीवन को रुचिकर बनाएं तथा वर्तमान में जिएं। चिंता किसी भी परेशानी का हल नहीं है बल्कि वह हालत को और खराब कर देती है। इसलिए खुश रहें। समय के साथ रास्ते खुल जाते हैं और सब ठीक हो जाता है।

समय पर विश्वास करना सीखें।

१६- How to Reduce Stress in Hindi- ज़रूरत पड़ने पर सलाह या मदद लें यदि आप लंबे समय से तनाव से ग्रस्त हैं तथा इन उपायों से आपको फायदा ना हो तो ज़रूर किसी से सलाह लें। आजकल काउंसलिंग या। मेडिकेशन से तनाव से आराम पाया जा सकता है।

अपने जीवन की कीमत को समझें तथा अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का खयाल रखें। स्वयं का खयाल रखने में संकोच तथा विलम्ब ना करें।

Final Word: उम्मीद है आपको यह आर्टिकल How to Reduce Stress in Hindi पसंद आया होगा। यदि आप इसमें कोई सुझाव देना चाहें तो कॉमेंट करके ज़रूर बताएं।

Leave a Reply Cancel reply

Discover more from mystic mind.

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Type your email…

Continue reading

Home » तनाव प्रबंधन ; तनाव को दूर करने के बेहतरीन तरीके – Stress Management Hindi

तनाव प्रबंधन ; तनाव को दूर करने के बेहतरीन तरीके – Stress Management Hindi

तनाव (Stress) और चिंता (Anxiety) ज्यादातर लोगों के लिए एक Common Problems बन चुकी है। प्रायः तनाव, स्ट्रेस का कारण काम का बोझ, समय की कमी, अनुचित खान-पान, खराब जीवन शैली एवं पारिवारिक समस्याएं होती हैं। अगर समय पर Stress Management Hindi तनाव प्रबंधन नहीं किया जाये तो तनाव कई रोगों का कारण बन जाता है। 

तनाव और चिंता को दूर करने के बेहतरीन तरीके Stress Management in Hindi

इसलिए आज आप यहाँ तनाव (स्ट्रेस) को दूर करने के कुछ बेहतरीन उपायों के बारे में जानेंगे Stress Management Hindi जिसकी मदत से आप स्ट्रेस को काफी हद तक  कम कर सकते हैं।

तनाव क्या है और तनाव प्रबंधन की जरूरत क्यों है ? What is stress and why is stress management needed?

न चाहते हुए भी तनाव हमारी Life का अहम हिस्सा बन जाता है और समय के साथ यह चिंता का विषय बनता जाता है। हालाँकि तनाव के सामान्य प्राकृतिक क्रिया है लेकिन दिन प्रतिदिन से जुडी समस्याएं जब हमारे ऊपर हावी होने लगती हैं और हम इसका या तो हल नहीं निकाल पाते या यह हम पर हावी होने लगती हैं तब यह तनाव का रूप ले लेती हैं।

चिकित्सा मनोविज्ञान के अनुसार जब शारीरिक और मानसिक कार्यप्रणाली गड़बड़ (Disturb) होने लगती है तब एड्रेनालिन तथा नॉन एड्रेनालिन द्रव्य प्रवाहित होने लगता है। जिससे तनाव बढ़ जाता है और व्यक्ति  डिप्रेशन में चले जाता है। 

वास्तव में देखा जाये  तो तनाव जहाँ शरीर पर विपरीत प्रभाव डालता हैं वहीं यह हमारे दिमाग की सजकता को भी प्रभावित करता है। इसीलिए “तनाव प्रबंधन – Stress Management”  करना काफी हद तक तनाव को कम  कर सकता है। 

तनाव के कुछ प्रमुख कारण Major Causes of Stress

  • काम का ज्यादा बोझ  होना 
  • समय का आभाव
  • उच्च जीवन स्तर /  बदलती जीवनशैली 
  • आर्थिक परेशानी 
  • नींद की कमी 
  • अनुचित दिनचर्यां 
  • वातावरण का प्रभाव 
  • रिश्तों  में उलझन 
  • शारारिक अयोग्यता आदि। 

तनाव के कुछ लक्षण symptoms of stress

  • व्यक्ति धूम्रपान एवं शराब का सेवन अधिक करने लगता है। 
  • चाय और काफी ज्यादा पीना 
  • अपने बालों को नोचना 
  • ज्यादा घुटने हिलना 
  • हर काम में हड़बड़ाना 
  • अकेले रहना पसंद करना 
  • अंधाधुन्द गाड़ी चलना 
  • नकारात्मक बाते ज्यादा करना 
  • समाज से अलग अलग रहना 
  • हमेशा सोचते रहना 
  • हंसी मज़ाक पसंद न करना 
  • डरा डरा रहना 
  • ज्यादा गुस्सा होना  
  • ज्यादातर हाँथ पैर ठंडे बने रहना 

तनाव के कुछ दुष्प्रभाव Side Effects of Stress

  • याददाश्त कमज़ोर हो जाना
  • मुँह का सूखना
  • रक्त संचार का ठीक न होना
  • कमजोर हो जाना
  • सनकी हो जाना
  • अचानक दिल की धड़कर बढ़ जाना
  • ज्यादातर हाँथ पैर ठंडे बने रहना
  • मन में उल्टे सीधे विचार आना

तनाव से सम्बंधित रोग Stress related diseases

  • दिल की किसी बीमारी का खतरा
  • अवसाद और चिंता
  • गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं
  • अल्जाइमर रोग
  • समय से पहले बूढा होना
  • अकाल मृत्यु

अभी तक आपने पढ़ा कि तनाव क्या है कैसे होता है क्या कारण, क्या लक्षण है और इससे क्या का रोग हो सकते हैं। इसलिए जब आपने तनाव को पूरी तरह से पहचान लिया है तो अब तनाव को कैसे ख़त्म किया जाये यानि तनाव से कैसे छुटकारा पाया जाये इसे जानते हैं। 

दोस्तों ‘तनाव प्रबंधन – Stress Management ‘  के द्वारा तनाव को काफी हद तक कम किया जा सकता है तो आइये जानते हैं –

Stress Management Hindi तनाव प्रबंधन Tips 

तनाव प्रबंधन | स्ट्रेस मैनेजमेंट

सकारात्मक दृष्टिकोण से रखें तनाव को दूर keep stress away from positive attitude, स्वीकार करें कि कुछ ऐसी घटनाएं हैं जिन्हें आप नियंत्रित नहीं कर सकते accept that there are events that you cannot control.

जीवन में एक क्रूर सच्चाई है जिसे कुछ लोग स्वीकार करने से इंकार करते हैं: आपके जीवन में होने वाली कई चीजों पर आपका कोई नियंत्रण नहीं है। कुछ लोग प्राकृतिक आपदाओं से लेकर घातक बीमारियों तक हर चीज के बारे में सोचते हैं। उनकी चिंताएँ उन्हें व्याप्त रखती हैं, लेकिन अंततः वे अपना समय और ऊर्जा बर्बाद करते हैं, क्योंकि चिंता करना कोई अच्छा काम नहीं करता है।

इस बात को स्वीकार कीजिए यदि किसी चीज़ का हल है तो उसे ढूंढिए और यदि नहीं हैं तो चिंता करना व्यर्थ है।यदि आप अपने आप को उन चीजों के बारे में चिंता करते हुए समय बर्बाद करते हुए पाते हैं जिन्हें आप नियंत्रित नहीं कर सकते हैं, तो यहां कुछ पॉइंट्स हैं जो आपकी मदद कर सकते हैं –

निर्धारित करें कि आप क्या नियंत्रित कर सकते हैं और क्या नहीं।

  • अपने प्रभाव पर ध्यान दें – आप ऐसा महसूस क्यों कर रहें है उसे लिखें। अपने व्यवहार को बदलने पर ध्यान दें।
  • अपने डर को पहचानो।
  • अफवाह और समस्या-समाधान के बीच अंतर करों
  • अपने तनाव को प्रबंधित करने के लिए एक योजना बनाएं।
  • स्वस्थ वातावरण विकसित करें।

ध्यान और योग से तनाव को दूर करें Relieve stress with meditation and yoga

योग के जरिए आप तनाव (स्ट्रेस) और टेंशन को दूर भगा सकते हैं। Click to Read ; तनाव और टेंशन दूर करने के 10 योग

नियमित रूप से व्यायाम करें। फिट रहने पर आपका शरीर तनाव से बेहतर तरीके से लड़ सकता है।

स्वस्थ, संतुलित भोजन करें।

थोड़ा खाएं, लेकिन स्वच्छ और पोषक तत्वों से भरपूर भोजन ही करें।

अपने समय को अधिक प्रभावी ढंग से प्रबंधित करना सीखें।

हर काम को समय पर करने के लिए एक चार्ट बनायें। काम की प्राथमिकतायें तय कीजिये । जब तक आपका माइंड क्लियर नहीं होगा कि कौन-सा काम पहले करना है और कौन-सा बाद में तो आप उलझन में ही रहेंगे । क्रिएटिव वर्क को सबसे पहले करें। कोशिश करें कि सुबह अपने फ़ोन से दूर ही रहें, ताकि आपका दिमाग शांत हो और पूरे दिन अच्छे से काम कर सकें।

तनाव के कारणों को दूर करें।

कोई  भी कारण जिसकी वजह से आप तनाव में आ जाते हैं उससे दूर रहें या उन कारणों को कम करें। आजकल तनाव की एक वजह यह देखी जाती है कि हम जो काम कर रहे हैं, उससे खुश नहीं होते हैं या फिर उसमें हमारी कोई रुचि नहीं होती है। फिर भी बेमन से काम करते रहते हैं।

विजन में स्पष्टता

जब हम कोई काम बिना किसी उद्देश्य के करते हैं, अपनी जरूरतों से भलीभांति वाकिफ नहीं होते हैं, तो यही सबसे अधिक हमारा तनाव बढ़ाता है। अगर हमें यह नहीं पता है कि खुद से हमें क्या चाहिए, तो हमेशा असमाजस्य में रहेंगे। इसलिए अगर कहीं कोई कंफ्यूजन लगे तो तुरंत उस संबंध में बात करनी चाहिए।

शौक, रुचि, और विश्राम के लिए समय बनाएं।

अधिक पाने की चाह में हम काम में इतना व्यस्त हो जाते हैं कि अपनी पसंद के काम, अपनी रूचि यहाँ तक ठीक से विश्राम भी नहीं कर पाते। यदि आपको तनाव से मुक्त होना है तो अपने परिवार, अपने रूचि के लिए भी समय निकालें और काम के बीच में थोड़ा रेस्ट भी लें। यदि तनाव में हैं तो पर्याप्त आराम करें और सोएं। तनावपूर्ण घटनाओं से उबरने के लिए आपके शरीर को समय और ऊर्जा की आवश्यकता होती है।

समय का उचित प्रबंधन

बेहतर टाइम मैनेजमेंट के बहुत फायदे हैं। यह हमें फोकस रखता है, प्राथमिकताओं का बोध कराता है और तनाव को भी कम करता है। टाइम मैनेजमेंट को सुधारने का एक बहुत ही बेहतरीन तरीका यह है कि जरूरत से ज्यादा उम्मीद न पालें, रोजाना अपनी तरक्की पर चिंतन करें, रूटीन बनाकर चलें, ताकि प्राथमिकता के हिसाब से सारा काम समय रहते पूरा कर सकें। अपने प्लानिंग में कुछ रिजर्व समय भी रखें। इससे कोई व्यवधान आने पर भी काम को समय पर पूरा कर सकेंगे और कोई अनावश्यक तनाव भी नहीं लेना पड़ेगा।

तनाव को कम करने के लिए शराब, ड्रग्स या बाध्यकारी व्यवहार पर भरोसा न करें।

इससे कुछ समय के लिए तो आप इससे निजात पा सकते हैं पर बाद में यह आपके लिए और घातक हो जायेगा। इसलिए तनाव को कम करने के लिए शराब, ड्रग्स या बाध्यकारी व्यवहार पर भरोसा ठीक नहीं है।

उन लोगों के साथ पर्याप्त समय बिताएं जिन्हें आप पसंद करते हैं 

जिनके साथ आपको बात करना अच्छा लगता हो, जिनके साथ आप अच्छा महसूस करते हों। उन लोगों से अपनी बात शेयर कर आप तनाव को काफी हद तक कम कर सकते हो।

इसके आलावा आप इन उपायों को भी अपनाएं जैसे –

  • अपनी जीवनशैली में बदलाव लाएं।
  • नकारात्मक लोगों के साथ उठने-बैठने से बचें।
  • खुशमिजाज और सकारात्मक सोच वाले लोगों के साथ रहें।
  • किसी से भी बेवजह की बातों पर सोच-विचार या बहस न करें।
  • सोने और सुबह उठने का एक समय निश्चित करें।
  • शारीरिक क्षमता से अधिक काम बिल्कुल भी न करें।
  • अपनी परेशानियों को दोस्तों और परिवार के साथ साझा करें।
  • केवल पौष्टिक और संतुलित आहार ही लें।
  • संगीत सुने – जो भी आपको पसंद हो।
  • हर वक्त मोबाइल, टीवी और लैपटॉप जैसे गैजेट से चिपके न रहें।
  • छुट्टियों में किसी प्राकृतिक खूबसूरत जगह पर घूमने जाएँ।

यदि महसूस हो तो डॉक्टर से संपर्क जरूर करें 

अंत में यही कहना चाहूंगा की यदि  आपको ऐसा महसूस हो रहा है कि आप लंबे समय से तनाव में हैं या उसे दूर नहीं कर पा रहे हैं तो डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है। अधिक समय तक तनाव की स्थिति आपको गंभीर बीमारी का शिकार बना सकती है।

मित्रों ! उम्मीद करता हूँ आपको यह आर्टिकल “तनाव प्रबंधन ; तनाव को दूर करने के बेहतरीन तरीके – Stress Management in hindi ”  अवश्य पसंद पसंद आया होगा .कृपया कमेंट के माध्यम से अवश्य बतायें, आपके किसी भी प्रश्न एवं सुझावों का स्वागत है। कृपया  Share  करें  और  जुड़े रहने की लिए Subscribe करें. धन्यवाद

You may also like:

What are some dark sides of upsc exam, 10 योगासन : टेंशन / स्ट्रेस हो जायेगा दूर | yoga for stress and anxiety, चिंता से छुटकारा पाने के उपाय | tips to get rid of anxiety : chinta se chutkara, दुःख को खुद पर हावी न होने दें post traumatic stress disorder ptsd, mukesh jadaun.

View all posts by Mukesh Jadaun

Hello friends, I am Mukesh, the founder & author of ZindagiWow.Com to know more about me please visit About Me Page.

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

HindiKiDuniyacom

तनाव और चिंता दूर करने के उपाय

तनाव एवं चिंता दूर करने के उपाय

चिंता एवं तनाव ने हर तरफ अपना साम्राज्य कायम कर लिया है। मैं तो उस वक्त दंग रह गई जब किंडरगार्टेन में पढ़ने वाली एक छोटी सी बच्ची ने बताया कि वह अगले दिन होने वाली अपनी परीक्षा की वजह से तनाव में है। हमारी जिंदगी में भागदौड़ इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि आज हम छोटी से छोटी समस्या की वजह से तनावग्रस्त हो जाते हैं। आजकल हर गतिविधि को जल्दी से जल्दी पूरा करने की जद्दोजहद लगी रहती है जिसकी वजह से हमारा जीवन प्रतिकूल रूप से प्रभावित हो रहा है और तनाव एवं चिंता की समस्या इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि हम छोटी-से-छोटी असफलता की वजह से टूट जाते हैं।

तनाव एवं चिंता दूर करने के उपाय

हम यहां तनाव एवं चिंता के बेहतर प्रबंधन के लिए कुछ प्रभावी सुझाव प्रस्तुत कर रहे हैं:

तनाव एवं चिंता आपके स्वास्थ्य पर बुरा असर डालती है

तनाव एवं चिंता का हमारे शरीर, मन और भावनाओं पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है। हालांकि किसी भी गतिविधि में बेहतर प्रदर्शन के लिए कुछ हद तक तनाव का होना आवश्यक है, लेकिन तनाव एवं चिंता जैसे ही इस जरूरी स्तर से उपर बढ़ने लगता है तो इनका प्रतिकूल प्रभाव हमारे उपर दृषिटगोचर होना शुरू हो जाता है। लंबे समय तक चिंतित एवं तनावग्रस्त रहने से हमारा स्वास्थ्य खराब होने लगता है।

यही वजह है कि आजकल होने वाली ज्यादातर बीमारियों को मनोदैहिक बीमारियों की संज्ञा दी जाने लगी है। दूसरे शब्दों में कहें तो आजकल स्वास्थ्यविद, लोगों की शारीरिक बीमारियों को मनोवैज्ञानिक, भावनात्मक एवं मानसिक स्तर से जोड़ कर भी देख रहे हैं और जो लोग इस तथ्य को जानते हैं वे तनाव एवं चिंता से दूर रहने में ही बुद्धिमानी समझते हैं।

तनाव सिर्फ एक मानसिक स्थिति है

असल में तनाव और कुछ नहीं सिर्फ एक मानसिक स्थिति है जो हमारे मन द्वारा बुने गए घटनाक्रमों की वजह से पैदा होता है। मन पर पड़ने वाले अनुचित दबाव की वजह से ही तनाव, चिंता एवं घबराहट की स्थितियां बनती है। किसी विशेष स्थिति का सामना करने की अगर हमने पहले से तैयारी ना कर रखी हो तो भी हमें तनाव का सामना करना पड़ता है। किसी समस्या विशेष से जुड़े हमारे पिछले अनुभवों की वजह से भी तनाव पैदा होता है।

अगर हम किसी विशेष समस्या की वजह से पहले कभी तनावग्रस्त हुए थे तो वैसी ही समस्या दोबारा पैदा होने पर हम फिर से तनावग्रस्त हो जाते हैं। धीरे-धीरे तनावग्रस्त एवं चिंतित रहना हमारी आदत बन जाती है। इस प्रकार हमारे जीवन में तनाव ग्रस्त रहने के विभिन कारण हैं और ये कारण व्यक्ति-विशेष के अनुरूप एवं समय के साथ बदलते रहते हैं।

चलिए हम यह पता लगाने की कोशिश करते हैं कि यदि हम तनाव के शिकार हैं तो तनाव को दूर रखने के लिए हम क्या-क्या कर सकते हैं। जैसा कि हम जानते हैं तनाव एक मानसिक स्थिति है तो मन को तनाव मुक्त कैसे करें इस विषय पर ध्यान केंद्रित किए जाने की आवश्यकता है।

अपने तनाव के कारणों का पता लगाईए

एक बार जब आप यह पता लगाने में कामयाब हो जाते हैं कि आपके तनाव का क्या कारण है तो आप अपने तनाव को बेहतर तरीके से संभाल सकते हैं। तनाव की वजह कोई विशेष घटना या कोई व्यक्ति विशेष भी हो सकता है। अपने तनाव का समाधान ढ़ूढ़ने के लिए आपको अभिनव तरीके अपनाने होंगे, क्योंकि यदि आप यह पता लगाने में कामयाब हो जाएं कि आपके तनाव का क्या कारण है तो आप अपने अभिनव तरीकों से इस समस्या का समाधान निकाल सकते हैं। हो सकता है कि सिर्फ कुछ छोटे-छोटे कदम उठाने से ही आप तनावमुक्त हो जाएं।

नजरअंदाज करना सीखें

कुछ चीजों से हमारा भावनात्मक जुड़ाव इतना ज्यादा बढ़ जाता है कि हम उनको लेकर तनावग्रस्त हो जाते है। आपको यह याद रखना चाहिए कि आप हमेशा सही हों ऐसा जरूरी नहीं है। हर व्यक्ति को अपना अलग नजरिया रखने का हक है और इस वजह से किसी भी व्यक्ति से उसके नजरिए को लेकर बहस करने की कोई जरूरत नहीं है।

सिर्फ इतना ही समझिए कि वह व्यक्ति अपने पक्षपातपूर्ण विचारों की वजह से किसी खास परिस्थिति को अपने अलग नजरिए से देख रहा है और आपका नजरिया कुछ अलग है। सिर्फ इतना सोचते ही आप तनाव की स्थिति से बहुत आसानी से बाहर निकल सकते हैं। किसी खास उद्देश्य को प्राप्त करने के कई अलग-अलग रास्ते हो सकते हैं और इसलिए अपने सोचे हुए रास्ते के अलावा अन्य सभी रास्तों पर भी विचार करें और सबसे उचित समाधान ढ़ूंढ़ने का प्रयास करें।

जो भी है बस अभी है

कोई भी स्थिति हमेशा एक जैसी नहीं रहती। जो आज यहां हैं वो कल कहीं और हो सकता है और इसलिए अपने आपको तनावग्रस्त करने से बचें। तनावग्रस्त होने के बजाए समस्याओं में भी अवसरों की तलाश करें। आपके अंदर कठिन से कठिन परिस्थितियों को अनुकूल बनाने की कला विकसित हो जाने का लाभ आपको भविष्य में मिलेगा।

याद रखिए आपके तनाव का असर तो आपके उपर बिल्कुल होगा लेकिन जिन स्थितियों की वजह से आप तनावग्रस्त हुए हैं वो स्थिति समय के साथ खुद ही बदल जाएगी। एक अल्पकालिक स्थिति भी आपको अनावश्यक रूप से तनाव दे सकती है जिसका आपके शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य पर दीर्घकालिक प्रभाव पड़ेगा।

आशावादी बनिए

अक्सर हम इस वजह से तनावग्रस्त रहते हैं क्योंकि हमारे मन में सबसे बुरा होने का अंदेशा होता है, हालांकि कोई बुरी परिस्थिति और बुरी हो जाए ऐसा वाकई में होता नहीं है। ये भी तो हो सकता है कि भविष्य में कुछ भी बुरा ना हो। जीवन के बारे में यह कहा जाता है कि हर जीवन की एक आत्म भविष्यवाणी होती है और इसलिए अच्छा सोचिए। अच्छा सोचेंगे तो आपके साथ अच्छा ही होगा।

खुद के बाहर देखने के साथ ही अपने चारो तरफ की दुनिया को भी देखिए

जब आप हर वक्त अपने जीवन और उससे जुड़े मुद्दों एवं परेशानियों पर अपना ध्यान केंद्रित किए रहेंगे तो आप निश्चित रूप से तनावग्रस्त ही रहेंगे। इसलिए अपनी समस्याओं के जंजाल से बाहर निकलकर अपने चारो तरफ की दुनिया को भी देखिए। दूसरे मनुष्यों एवं जीवन के विभिन्न रूपों का भी अवलोकन करें। अगर आप अपनी स्थिति को लेकर विलाप करते रहेंगे तो आपकी समस्याएं और विकराल रूप धारण कर लेंगी।

इसलिए यह जरूरी है कि आप अपनी समस्याओं से अपना ध्यान हटाकर दूसरों की परेशानियों को देखें और उनकी समस्याओं का समाधान निकालने का प्रयास करें। दूसरों के जीवन की समस्याओं का समाधान करने के प्रयास आपको समय के साथ अधिक उदार बनाएंगे और आप अपने जीवन को दूसरों को खुशी देने में सपर्पित कर पाएंगे। आखिरकर आप जैसा कार्य करते हैं एवं जैसे विचारों का संचार करते हैं वैसे ही उनके परिणाम आपको वापिस मिलते हैं।

क्रोध ना करें

क्रोध आपका सबसे बड़ा दुश्मन है। क्रोध या गुस्सा कभी भी आसानी से फट पड़ता है और यदि क्रोध उग्र रूप धारण कर ले तो इसकी आग शांत करना मुश्किल हो जाता है। हमें यह याद रखना चाहिए कि क्रोध चले जाने के बाद अपनी बेवकूफी पर पछताने से कोई फायदा नहीं होता। कहते हैं यदि दूध फैल जाए तो उसके लिए रोने से क्या फायदा। गिरा दूध क्या वापिस पहले जैसा हो सकता है? कई अचानक होने वाली स्वास्थ्य समस्या का कारण भी क्रोध ही है और क्रोध की वजह से कई दीर्घकालिक बीमारियां भी हमें हो सकती है।

अपने आप से या दूसरे पर किया जा रहा क्रोध नकारात्मक परिणाम ही देता है, क्योंकि क्रोध से रिश्तों में तनाव बढ़ जाता है और कई बार तो रिश्ते टूट भी जाते हैं। क्रोध से दूर रहने के लिए दिमाग को शांत रखिए और समस्या के समाधान तलाशिए। कोई भी परिस्थिति ऐसी नहीं होती जिसे सुधारा नहीं जा सकता। जीवन में मतभेदों एवं स्थितियों का विश्लेषण करें एवं आपका जीवन जैसी परिस्थितियां या विशेषताएं प्रदान करता है उनको स्वीकार करें।

दूसरों की गलतियों को भूलें एवं क्षमा करें

तनाव को दूर करने का सबसे अच्छा तरीका दूसरों की गलतियों को भूलना एवं उन्हें क्षमा करना है। यह कार्य आसान तो नहीं है लेकिन आप कोशिश तो कर ही सकते हैं। ऐसा करने से आपके गुस्से में निश्चित रूप से कमी आएगी अन्यथा क्रोध बढ़ाने वाली भावनाओं से तो केवल आपका तनाव ही बढ़ेगा, इसलिए इनसे बचें।

मैत्रीपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण बनें

क्रोधी या असंतोषी बनने के बजाय, मैत्रीपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण बनिये। हालांकि ये कहना तो आसान है लेकिन करना थोड़ा मुश्किल है। लेकिन कम से कम आप प्रयास तो कर ही सकते हैं। यह आपके तनाव एवं चिंता दोनो को ही अद्भुत रूप से कम करेंगे। जब आपके परिवार में, कार्यालय में या आपके पड़ोस में कोई हठी व्यक्ति हो तो उससे निपटने में आपको अनावश्यक रूप से तनावग्रस्त होना पड़ सकता है।

ऐसी स्थिति में आपको क्या करना चाहिए? इस तरह के तनाव को दूर करने का सिर्फ एक ही तरीका है कि हम अपनी भावनाओं एवं मानसिक स्थितियों को नियंत्रण में रखें न की उन व्यक्तियों की शिकायत करते रहें या दुनिया को कोसें। जरा मुस्कुराईए। मुस्कुराने के लिए पैसे खर्चने की जरूरत नहीं होती। यह अनुभव सिद्ध है कि सिर्फ एक मुस्कान द्वारा आप आसानी से अपने प्रतिद्वंदी को धराशायी या अपने विरोधी को काबू में कर सकते हैं।

अपनी चिंताओं और परेशानियों को हंसी में उड़ा दें

भारी-से-भारी विपरीत परिस्थिति में भी मुस्कुराना अत्यंत प्रभावी है। मुस्कुराने से आपकी परेशानियां एवं मुसीबतें आसानी से दूर हो जाती हैं। इन्हें हंसी में उड़ा दें और उसके बाद आप जिस किसी परिस्थिति से गुजर रहे हैं वह कम पीड़ादायक महसूस होगा।

धीरज के साथ शांत रहना सीखें

शांत रहने के कई तरीके हैं। निर्णय लें की आप शांत रहेंगे। इस विषय में सिर्फ आप ही निर्णय ले सकते हैं। किसी भी समस्या का समाधान तब तक नहीं किया जा सकता जबतक आप उसका उपाय शांत मन से नहीं निकालते। बिना शांत मन के आप समस्या को दूर नहीं कर सकते और इसलिए आपको शांत रहना चाहिए और शांत रहने के लिए आपको विभिन्न तरीके ढ़ूढ़ने होंगे।

  • थोड़ी देर के लिए ही सही अपना मोबाइल / स्मार्ट फोन बंद कर दें। हर वक्त अपने फोन के स्क्रीन पर देखते रहने के जूनून से बचिए।
  • अपने लिए कोई-ना-कोई शौक पालिए। यह डाक टिकट इकट्ठा करना, फोटोग्राफी, चित्रकला, संगीत, ट्रैकिंग, खाना बनाना या और भी कुछ हो सकता है।
  • किसी खेल में संलग्न होईए या टहलने के लिए जाया करें। खेलने एवं टहलने से शारीरिक व्यायाम होता है और इन गतिविधियों से आपका स्वास्थ्य भी सुधरता है और साथ ही आपके शरीर में स्वास्थ्य को बढ़ावा देने वाले कई हार्मोन भी विकसित होते हैं। इसलिए आप निश्चित रूप से इनमें से किसी एक गतिविधि का चुनाव जरूर करें।
  • तनाव को खत्म करना सीखिए। अपने परिवार के साथ छुट्टी मनाने के लिए जाएं। ऐसा करने पर आपको अपने परिवार के सदस्यों की उन छोटी-छोटी गतिविधियां जिनकी वजह से आपका जीवन आसानी से चल रहा है उन्हें समझने में सहायता मिलेगी। बिना गौर किए इनके योगदानों को समझना आपके लिए मुश्किल है। अपने जीवनसाथी के साथ अच्छा वक्त बिताने के लिए भी छुट्टी मनाना एक बेहतरीन तरीका है। साथ ही छुट्टियों के दौरान आप अपने परिवार के साथ आनंद मनाना सीखते हैं।

एक मानसिक छुट्टी लेना भी आवश्यक है

आपके मस्तिष्क में उमड़ रहे विचारों की लगातार भीड़ आपके मन को अशांत कर देते हैं। अपका दिमाग बेशक सोचने के लिए ही बना है लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि आप उसमें विचारों को बेतरतीब रूप से लगातार ठूंसते रहें। जबतक आप जगे रहते हैं सोच-समझ कर ही अपने मन में विचारों को आने दें। कुछ वक्त शांत रहने कि लिए एवं मस्तिष्क को बेहतर विश्राम देने के लिए भी निकालें। इस कार्य के लिए किसी विशेषज्ञ से सीखकर ध्यान लगाने एवं विश्रांति के तकनीकों का प्रयोग किया जा सकता है।

चिंता एवं तनाव का असर अंततः आपके मन पर ही होता है। आपको किसी परिस्थिति से उपजे कठिनाइयों को महसूस करने एवं उनकी चिंता करने के बजाए यह सोचना चाहिए की आप इन समस्याओं से सफलतापूर्वक निपटने वाले हैं। सिर्फ चिंता करते रहने से हमारा मस्तिष्क बेकार हो जाता है।

इसी तरह अपने ऊपर दया करते रहने की प्रवृत्ति भी नकारात्मकता पैदा करती है। इसलिए ऐसा करने से बचें। आपकी स्थिति इतनी बुरी भी नहीं बल्कि कई खुशियां तो आपके अंदर ही हैं। आप उन खुशियों का पता लगाएं एवं उन्हें बढ़ानें का प्रयास करें। आप अपने लिए एक बेहतर सकारात्मक दुनिया का निर्माण कर सकते है।

इसी तरह, आत्म दया में लिप्त होने से नकारात्मकता उत्पन्न होती है। इससे दूर रहने की कोशिश करें। आपकी स्थिति इतनी बुरी नहीं है। आपके पास खुश रहने के लिए बहुत कारण है। इस बात का ध्यान रखे और इस पर टिके रहे। आप खुद के लिए एक अच्छी सकारात्मक दुनिया बना सकते हैं।

कई छोटी-छोटी चीजें हमें तनाव से दूर रखने या तनाव को संभालने में हमारी मदद कर सकती हैं। हो सकता है उन्हें एकदम से अमल में लाना आपको मुश्किल लगे लेकिन थोड़ी कोशिश करने से आप ऐसा करने में कामयाब हो सकते हैं और ये आपके लिए काफी फयदेमंद साबित होगें। तो, इसलिए अपने मन को हल्का करने एवं उसमें प्रसन्नता का संचार करने का प्रयास अवश्य करें!

संबंधित पोस्ट

अपने बच्चे की स्मरण शक्ति को कैसे बढ़ाएं

अपने बच्चे की स्मरण शक्ति को कैसे बढ़ाएं

भोजन एवं योग के द्वारा स्मरण शक्ति एवं एकाग्रता कैसे बढ़ाएं

भोजन एवं योग के द्वारा स्मरण शक्ति एवं एकाग्रता कैसे बढ़ाएं

दुख एवं नुकसान का मुकाबला कैसे करें

दुख एवं नुकसान का मुकाबला कैसे करें

संकल्प एवं इच्छाशक्ति को मजबूत कैसे करें.

रिश्ते में आए तनाव के साथ कैसे निपटें

रिश्ते में आए तनाव के साथ कैसे निपटें

कार्यस्थल पर तनाव का कैसे मुकाबला करें

कार्यस्थल पर तनाव का कैसे मुकाबला करें

managing stress essay in hindi

  • MEDBYTES A-Z
  • MEDTALKS FOR DOCTORS
  • HEALTH NEWS
  • LOGIN | SIGNUP
  • MEDTALKS TV

managing stress essay in hindi

स्ट्रेस को कैसे कम करें | Tips to relieve Stress

स्ट्रेस क्या है what is stress.

वर्तमान समय में हर दूसरा व्यक्ति स्ट्रेस यानि तनाव से जूझ रहा है। तनाव को अगर शब्दों में परिभाषित किया जाए तो यह एक भावनात्मक या शारीरिक भावना है। यह किसी भी घटना या विचार से आ सकता है जो कि आपको निराश, क्रोधित या नर्वस महसूस करवा सकता है। लोग स्ट्रेस को हमेशा नकारात्मक तौर पर देखते हैं, लेकिन देखा जाए तो यह कई मामलों में सकारात्मक भी साबित हो सकता है। जैसे कि तनाव की मदद से आप आने वाले खतरे को कम करने या उससे छुटकारा पाने के लिए जरूरी कदम पहले ही उठा लेते हैं। लेकिन तनाव हर बार सकारात्मक नहीं होता, क्योंकि इसकी वजह से अक्सर नुकसान ही होता है। 

क्या स्ट्रेस कई प्रकार का होता है? Are there different types of stress?

हाँ, स्ट्रेस के दो प्रकार होते हैं जो कि निम्न वर्णित है :- 

तीव्र तनाव Acute stress – यह अल्पकालिक तनाव है जो जल्दी दूर हो जाता है। आप इसे तब महसूस करते हैं जब आप अपने साथी के साथ झगड़ा करते हैं, या एक खड़ी ढलान पर स्की करते हैं। यह आपको खतरनाक स्थितियों का प्रबंधन करने में मदद करता है। यह तब भी होता है जब आप कुछ नया या रोमांचक करते हैं। सभी लोगों को कभी न कभी तीव्र तनाव होता है।

चिर तनाव Chronic stress – चिर तनाव या क्रोनिक स्ट्रेस व्यक्ति के साथ लंबे समय तक साथ रहता है। आपको पैसों की समस्या, दुखी विवाह, या काम में परेशानी है तो आपको क्रोनिक स्ट्रेस हो सकता है। किसी भी प्रकार का तनाव जो हफ्तों या महीनों तक चलता है, वह क्रोनिक स्ट्रेस होता है। आप क्रोनिक स्ट्रेस के इतने अभ्यस्त हो सकते हैं कि आपको पता ही नहीं चलता कि यह एक समस्या है। यदि आप तनाव को प्रबंधित करने के तरीके नहीं खोजते हैं, तो इससे स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। 

तनाव होने पर इसकी पहचान कैसे करें? How to recognize when there is stress?

तनाव होने पर इसके कुछ खास लक्षण दिखाई देते हैं जिनकी पहचान कर आप यह जान सकते हैं कि आप या आपका कोई अपना तनाव से जूझ रहा है या नहीं। तनाव होने पर दिखाई देने वाले लक्षणों को दो हिस्सों में विभाजित किया जा सकता है, पहला है मानसिक और दूसरा है शारीरिक। तनाव होने पर जहाँ हमारी भावनाओं पर असर पड़ता है वहीं इसकी वजह से हमारे शरीर पर भी बुरा असर पड़ता है। चलिए जानते हैं तनाव होने पर दिखाई देने वाले लक्षणों के बारे में :- 

तनाव होने पर दिखाई देने वाले मानसिक लक्षण :- 

ऊर्जा और अनिद्रा में कमी

कामेच्छा में परिवर्तन

चीज़े भूल जाना 

आलस महसूस होना 

लगातार मूड में परिवर्तन होना 

तनाव होने पर दिखाई देने वाले शारीरिक लक्षण :- 

भूख में बदलाव 

लगातार दर्द बने रहना

बार-बार होने वाली बीमारी

रक्तचाप बढ़ना 

मधुमेह स्तर बढ़ना

पाचन संबंधी समस्याएं

सेक्स करने में समस्या

कब्ज या दस्त की समस्या 

बहुत ज्यादा नींद आना या बिलकुल भी नींद न आना 

वजन बढ़ना या एक दम कम होना

स्ट्रेस को कैसे कम करें? How to reduce stress?

तनाव यानि स्ट्रेस को बड़ी आसानी से कम किया जा सकता है, इसके लिए सबसे जरूरी है कि आप सबसे पहले दृढ़ निश्चय करें कि आपको तनाव को हर कीमत पर खुद से दूर करना है। जब तक आप खुद यह संकल्प नहीं करेंगे तब तक आपको तनाव से बहार निकालना मुश्किल होता है। एक बार आप जब तनाव से निकलने का संकल्प ले लेते हैं तो आप निम्नलिखित उपाय अपना सकते हैं :- 

अधिक शारीरिक गतिविधि प्राप्त करें – यदि आप तनाव महसूस कर रहे हैं, तो अपने शरीर को लगातार शारीरिक गतिविधि से मदद मिल सकती है। अमेरिका के 185 विश्वविद्यालय के छात्रों में 6 सप्ताह के एक अध्ययन में पाया गया कि प्रति सप्ताह 2 दिन एरोबिक व्यायाम में भाग लेने से अनिश्चितता के कारण समग्र कथित तनाव और कथित तनाव में काफी कमी आई है। साथ ही, व्यायाम दिनचर्या ने स्व-रिपोर्ट किए गए अवसाद में काफी सुधार किया।

फ़ोन और कंप्यूटर का उपयोग कम से कम करें – स्मार्टफोन, कंप्यूटर और टैबलेट कई लोगों के लिए रोजमर्रा की जिंदगी का एक अनिवार्य हिस्सा बन चुके हैं। हालांकि यह उपकरण अक्सर आवश्यक होते हैं, लेकिन इनका बहुत अधिक उपयोग करने से तनाव का स्तर बढ़ सकता है। कई अध्ययनों ने अत्यधिक स्मार्टफोन के उपयोग को तनाव और मानसिक स्वास्थ्य विकारों के बढ़ते स्तर के साथ जोड़ा है। सामान्य रूप से स्क्रीन के सामने बहुत अधिक समय बिताना कम मनोवैज्ञानिक कल्याण और वयस्कों और बच्चों दोनों में तनाव के स्तर में वृद्धि के साथ जुड़ा हुआ है। इसके अलावा, स्क्रीन टाइम नींद को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है, जिससे तनाव का स्तर भी बढ़ सकता है।

सप्लीमेंट लें – कई विटामिन और खनिज आपके शरीर की तनाव प्रतिक्रिया और मनोदशा नियमन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। जैसे, एक या अधिक पोषक तत्वों की कमी आपके मानसिक स्वास्थ्य और तनाव से निपटने की क्षमता को प्रभावित कर सकती है। इसके अलावा, कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि कुछ डाइट सप्लीमेंट तनाव को कम करने और मूड को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, जब आप लंबे समय तक तनाव में रहते हैं, तो आपके मैग्नीशियम का स्तर कम हो सकता है। आप डॉक्टर की सलाह से सप्लीमेंट ले सकते हैं। 

अपने ऊपर काम करें और अपना ध्यान रखें – आप अपनी खुद की देखभाल करके भी तनाव को दूर कर सकते हैं, इसके लिए आप निम्नलिखित उपाय अपना सकते हैं :- 

बाहर टहलने जाएं 

एक अच्छी किताब पढ़ना

रोजाना व्यायाम करें 

अपने लिए भोजन तैयार करेन 

बिस्तर से जितना हो सके उतना दूर रहें 

मालिश करवाएं

अपनी होबी पर काम करें

परफ्यूम का इस्तेमाल करें

रोजाना योग करें 

खुद को व्यस्त रखें 

दोस्तों के साथ समय बिताएं 

अपनी समस्या के बारे में चर्चा करें 

अपनी समस्या का समाधान खोजे 

धार्मिक स्थल पर जाएं 

ध्यान लगाएं 

अपनी पसंद का संगीत सुने 

आप खाने की मदद से भी अपने तनाव को दूर कर सकते हैं। चलिए जानते हैं :- 

ग्रीन टी पियें – ग्रीन टी L-Theanine का एक स्रोत है, एक रसायन जो क्रोध को दूर करने में मदद करता है। तनाव होने पर आप अपनी पसंद की ग्रीन टी लें। 

च्यूइंग गम – च्यूइंग गम आपके तनाव को दूर करने का आश्चर्यजनक रूप से त्वरित और आसान तरीका है। केवल कुछ मिनट चबाने से वास्तव में चिंता कम हो सकती है और कोर्टिसोल का स्तर कम हो सकता है।

अंडे – अंडे की जर्दी विटामिन डी का एक और बड़ा स्रोत है। अंडे भी प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत हैं। यह एक पूर्ण प्रोटीन है, जिसका अर्थ है कि इसमें सभी आवश्यक अमीनो एसिड होते हैं जो शरीर को विकास और विकास के लिए आवश्यक होते हैं। अंडे में ट्रिप्टोफैन भी होता है, जो एक एमिनो एसिड है जो सेरोटोनिन बनाने में मदद करता है। सेरोटोनिन एक रासायनिक न्यूरोट्रांसमीटर है जो मूड, नींद, स्मृति और व्यवहार को नियंत्रित करने में मदद करता है। सेरोटोनिन को मस्तिष्क के कार्य में सुधार और चिंता को दूर करने के लिए भी माना जाता है।

कद्दू के बीज – स्ट्रेस होने पर अक्सर उच्च रक्तचाप की समस्या हो जाती है तो ऐसे में कद्दू के बीज आपकी मदद कर सकते हैं। कद्दू के बीज पोटेशियम का एक उत्कृष्ट स्रोत हैं, जो इलेक्ट्रोलाइट संतुलन को विनियमित करने और रक्तचाप को प्रबंधित करने में मदद करता है।

अपनी पसंद का खाना खाएं – खाने की मदद से हर किसी के मूड में बदलाव किया जा सकता है। इसलिए अपने तनाव को दूर करने के लिए हमेशा वो खाना खाए जिससे आपका मन अंदर से खुश होता है। 

इन सभी उपायों के इतर आप दवाओं की मदद से भी अपने तनाव से छुटकारा पा सकते हैं। साथ ही आप किसी मनोचिकित्सक से भी इस बारे में बात कर सकते हैं, जिससे आपको बेहतर परिणाम मिल सकते हैं।

Article Tags

Please login to comment on this article

Logo

Medtalks is India's fastest growing Healthcare Learning and Patient Education Platform designed and developed to help doctors and other medical professionals to cater educational and training needs and to discover, discuss and learn the latest and best practices across 100+ medical specialties. Also find India Healthcare Latest Health News & Updates on the India Healthcare at Medtalks

Quick Links

Useful links, connect with us.

telegram

HiHindi.Com

HiHindi Evolution of media

तनाव प्रबंधन क्या है अर्थ उपाय व टिप्स | Stress Management In Hindi

तनाव प्रबंधन क्या है अर्थ उपाय टिप्स Stress Management In Hindi: नमस्कार दोस्तों तनाव प्रबंधन लेख के माध्यम  से हम जानेंगे तनाव प्रबंधन क्या है।

तनाव का अर्थ, परिभाषा ,कारण ,प्रकार तथा इसके परिणामों को जानने के साथ यह भी जानेंगे कि तनाव प्रबंधन की आवश्यकता क्यों हैं। तनाव का प्रबंधन कैसे करें अथवा  तनाव प्रबंधन की तकनीकों को जानेंगे ।

तनाव प्रबंधन क्या है अर्थ उपाय व टिप्स | Stress Management In Hindi

प्रत्येक व्यक्ति किसी न किसी प्रकार से तनाव से ग्रसित रहता है इसे डिप्रेशन तथा अवसाद की स्थिति भी कहा जाता है वर्तमान के दौर में तनाव कोई बड़ी बात नहीं है।

क्योंकि हमारी जीवन शैली भागदौड़ वाली दुनिया में अंधाधुंध विकास के नाम पर येन केन प्रकारेण अचानक अमीर बनने तथा दुनिया को अपनी तरह से चलाने की प्रवृत्ति ने इसे आम बना दिया है।

इस दुनिया में प्रत्येक व्यक्ति किसी न किसी प्रकार के तनाव से ग्रसित है हालांकि इनके तनाव की वजह एकसमान नहीं है कोई अपने बिजनेस को लेकर परेशान हैं.

तो कोई फ्यूचर को लेकर किसी को दूसरों के व्यवहार से तो कोई अपने अनुसार सब कुछ ना होने की वजह से तो कोई अपने साथ हो रहे भेदभाव अथवा अत्याचार और इन सब के साथ भौतिकवादी जीवन व तकनीकी प्रगति ने तनावपूर्ण वातावरण बनाने में अपनी भूमिका निभाई है।

तनाव का अर्थ व परिभाषा (Stress Management Meaning In Hindi)

जीव के प्रमुख  लक्षणों में डर तथा सुरक्षा प्रमुख है तनाव भय तथा डर के बीच का विभेद है अर्थात हम दुनिया में उपस्थित प्रत्येक प्रकार के भय तथा उससे सुरक्षा के मध्य तालमेल स्थापित करने में विफल होते हैं तब तनाव उत्पन्न होता है.

इस प्रकार असुरक्षित मनुष्य सुरक्षित होने के लिए सदैव तत्पर रहता है, बेताब रहता है और यही मनोस्थिति तनाव है और  हमारा जटिल जीवन, सामाजिक ,राजनीतिक तथा प्रशासनिक व्यवस्था संतुलन स्थापित करने में नाकामयाब रहती है वह स्थिति तनाव कहलाती है।

हेंस-शैले ” तनाव शब्द शारीरिक तथा वैज्ञानिक आधार पर किसी आवश्यकता की पूर्ति के लिए हार्मोन की प्रतिक्रिया है इन्होंने तनाव के दो प्रकार बताएं।

यूस्ट्रेस जो इच्छित तनाव है तथा यह खतरनाक नहीं होता बल्कि आवश्यक होता है।  जो व्यक्ति को अपने कर्तव्यों के प्रति जागरूक रखता है। दूसरा डिस्ट्रेस जो अनैच्छिक  होता है। तथा इस पर व्यक्ति नियंत्रण नहीं रख सकता और कई परेशानियां खड़ी करता है इसे नेगेटिव स्ट्रेस भी कहा जा सकता है।

बीहर व न्यूमैन -” व्यक्ति तथा उसके कार्यों के पारस्परिक  असामंजस्य तथा कार्य के वातावरण से  उत्पन्न होता है। इस प्रकार तनाव किसी व्यक्ति की मानसिक व शारीरिक दशा है जो उसके वातावरण से तैयार होती है।

तनाव की विशेषताएं (Characteristics Of Stress In Hindi)

  • तनाव व्यक्ति की मानसिक स्थिति का प्रकटीकरण है।
  • तनाव बाह्य वातावरण का प्रत्युत्तर है।
  • तनाव सदैव हानिकारक नहीं होता।
  • तनाव का प्रभाव स्वयं  के साथ व्यक्तियों पर ही पड़ता है।
  • यह चिंता से अलग है क्योंकि यह गहरी चिंता को दर्शाता है तनाव पहले  मानसिक होता है परंतु समय के साथ शारीरिक तनाव भी उत्पन्न होता  है।

तनाव के लक्षण (Symptoms Of Stress In Hindi)

तनाव से ग्रसित व्यक्ति के शारीरिक लक्षणों में हृदय गति का सामान्य से अधिक रहना तथा  पाचन संबंधी क्रियाओं का नियमित ना होना इसके साथ ही लंबे समय तक तनाव का बना रहना कैंसर जैसी घातक बीमारियों का कारण भी बन सकता है । मनोवैज्ञानिक लक्षणों में मन का और संतुष्ट होना तथा कार्य से मुखर जाना प्रमुख है।

तनाव से ग्रसित व्यक्ति का प्रमुख लक्षण उसके व्यवहार में दिखाई देता है। जब व्यक्ति तनाव में होता है तब वह अपने कार्य को नियमित तथा सामान्य तरीकों से नहीं कर पाता उसकी उत्पादकता में कमी आती है। तथा नशा वृत्ति की ओर बढ़ता है। इसके साथ-साथ ऐसे लोगों की आवाज भारी होने लगती हैं।

जो कहना चाहते हैं वह कभी कह नहीं पाते धैर्य जल्दी खो देते हैं तथा सामाजिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों में  कम ही दिखते हैं, और हमेशा बेचैन रहते हैं।

अब बात करते हैं कि तनाव की मूल जड़ क्या है प्रत्येक व्यक्ति अपने अपने कार्य में संलग्न रहता है जब उसके कार्य तथा विचारों या भावों में रुकावटें पैदा होती है। तो ये रुकावटें व्यक्ति को लगातार असंतुष्ट करती है। तथा जब असंतुष्टता चरमसीमा पर पहुंच जाती है। तब तनाव का आगमन होता है।

तथा यह धीरे-धीरे समय के साथ बढ़ता जाता है। उस समय तीन प्रकार के मानसिक द्वंद्व की उत्पत्ति होती है। जिसमें प्रस्ताव प्रस्ताव द्वंद दूसरा प्रस्ताव परिहास द्वंद तथा तीसरा परिहार प्रस्ताव द्वंद है।

तनाव के प्रकार (Types Of Stress In Hindi)

तनाव की प्रभावशीलता के आधार पर तनाव को तीन भागों में बांटा जा सकता है पहले प्रकार के तनाव को अल्प तनाव कहा जाता है इसमें तनाव व्यक्ति के आसपास के वातावरण में अचानक हुए छोटे-छोटे परिवर्तनों से उत्पन्न होता है।

दूसरे प्रकार को दागी तनाव कहा जा सकता है। जो व्यक्ति के शरीर तथा मस्तिष्क को चोटें पहुंचाता है। इस प्रकार का तनाव व्यक्ति को अपने कैरियर में मिली असफलता के कारण उत्पन्न हो सकता है।

तीसरा तथा सबसे खतरनाक तनाव का प्रकार आघात तनाव होता है। इसमें व्यक्ति को बहुत सारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। तथा धैर्य के साथ ही जिजीविषा को बनाए रखना चुनौतीपूर्ण रहता है।

इस तनाव की वजह में किसी अप्रिय घटना का घटित होना या भावनात्मक रूप से चोटे खाना शामिल है। यह तनाव व्यक्ति की मृत्यु की वजह भी बन सकता है।

तनाव के कारण (Reasons For Tension In Hindi)

जितने प्रकार के तनाव है उतने ही कारण हो सकते हैं या इससे अधिक भी꫰ तनाव पैदा करने  मे व्यक्ति स्वयं या  व्यक्ति के संबंध अथवा किसी संस्था की भूमिका हो सकती है।

वर्तमान समय में तनाव का प्रमुख कारण हमारी जीवन शैली है। तड़क-भड़क की संस्कृति दिखावे की संस्कृति बढ़ता हुआ शहरीकरण पाश्चात्य संस्कृति का अंधाधुंध करण करने के चक्कर में हम अपने भारतीय संस्कृति के नॉर्मल रहन सहन खानपान वसुदेव कुटुंबकम को भूल रहे हैं।

बढ़ती हुई तकनीकी ने भी तनाव में यकायक वृद्धि की है तकनीकी ने कार्य को आसान तो बनाया है। साथ ही साथ एक ऐसे प्रतिस्पर्धी माहौल को भी तैयार किया जिसमें व्यक्ति सुकून की सांस नहीं ले पा रहा।

संयुक्त परिवारों का पतन भी प्रमुख कारण है। क्योंकि व्यक्ति के प्रारंभिक मानवीय मूल्यों के विकास में परिवार का योगदान लगातार कम होता जा रहा है। पारिवारिक सदस्यों के स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों में सहायता करना ना के बराबर देखा जा रहा है।

तनाव का सबसे प्रमुख कारण आर्थिक तत्वों में खोजा जा सकता है। लगातार कम हो रहे आर्थिक संसाधन व्यक्ति की दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति करने में असमर्थ हैं।

आज प्रत्येक व्यक्ति चाहता है कि वह भी दूसरे लोगों की तरह सुखी और संपन्न जीवन जिए तथा इसके लिए वह अपने आप की आर्थिक स्थिति मजबूत बनाने में तनाव का शिकार होता जा रहा है।

सामाजिक  कारको में कम होते सामाजिक कार्यक्रम तथा विभिन्न आधारों पर किए जा रहे भेदभाव ने साथ ही सामाजिक कुरीतियां बदलते हुए वैश्विक परिदृश्य के साथ सामंजस्य बैठाने में और सफल हो रही है। परिणाम स्वरूप तनाव जैसी अनेकों समस्याएं सामने आ रही है।

तनाव के संगठनात्मक कारणों पर नजर डालें तो इसमें प्रमुखता किसी संस्था के द्वारा किए गए नीतिगत बदलाव ,संगठन की संरचना का औपचारिकता पर बल देना, कार्य करने के लिए वातावरण का अशुद्ध होना तथा संगठन के द्वारा विभिन्न आधारों अथवा समय अंतराल में किए जा रहे बदलावों से  प्रभावित होने वाले कर्मचारियों को तनाव में देखा जाता है। कर्मचारियों के तनाव का प्रभाव उसके अपने परिवार पर भी पड़ता है।

तनाव प्रबंधन सुझाव उपाय, (Stress Management Tips In Hindi)

तनाव हर परिस्थिति में हानिकारक नहीं होता और यह भी सत्य है। कि प्रत्येक व्यक्ति तनाव मुक्त रहना चाहता है। पूर्ण रूप से तनाव से मुक्त रहना ना तो स्वाभाविक है। और ना ही संभव क्योंकि ऐसी स्थिति में व्यक्ति निष्क्रिय हो जाएगा।

परंतु कुछ तनाव ऐसे होते हैं जिन से बचकर रहना व्यक्ति के लिए अति लाभकारी सिद्ध होता है। कुछ ऐसी तकनीक या  विधियां या सरल शब्दों में तरीके हैं। जिनके द्वारा तनाव से बचा जा सकता है। अथवा अगर तनाव ग्रसित हैं। तो उसे कम किया जा सकता है।

तनाव को कम करने का मुख्य तरीका अपने समय का बेहतर प्रबंध करना है इसके अंतर्गत अपने दैनिक जीवनचर्या को सुव्यवस्थित करते हुए तनाव के लिए प्रमुख उत्तरदाई कार्यों को नजरअंदाज किया जा सकता है।

नियमित व्यायाम तथा योग के द्वारा सोचने की क्षमता तो बढ़ती ही है। साथ ही व्यक्ति उच्च स्तर पर पहुंच जाता है जहां से वह स्वयं अपने तनाव के कारणों का पता लगाने के साथ ही उसे दूर करने के रास्ते भी खोज सकता है।

इसके अंतर्गत ही चिंतन तथा ध्यान लगाना भी शामिल है जिसके द्वारा व्यक्ति खुद को तथा औरों को अच्छी तरह से समझने में सफल हो सकता है। अपने कार्यों की प्राथमिकता का निर्धारण करें तथा उसका अनुसरण करें।

अपनी आवश्यकताओं को पहचाने तथा सामाजिक सरोकारों को शामिल करते हुए इन्हें प्राप्त करने हेतु व्यस्त रहें।

खुद का  आत्म निरीक्षण करते रहें तनाव के प्रमुख कारणों को चिन्हित करें तथा तनाव उत्पन्न करने वाली गतिविधियों का परहेज करें।

सामाजिक सांस्कृतिक तथा ऐतिहासिक कार्यक्रमों में भागीदारी बढ़ाएं विचारों में खुलापन लाएं तथा अपनी परेशानियों को अपने दोस्तों के साथ शेयर करते रहें।

तनाव दूर करने का सबसे आसान तरीका यह भी हो सकता है। कि अपनी सोच को बदलें स्वयं को खुदा समझने से बचें अर्थात स्वयं को पहचाने अपनी कमजोरियों का पता लगाएं तथा इन्हें दूर करने का प्रयास करें।

संगठनात्मक स्तर पर तनाव को दूर करने के लिए उचित वातावरण प्रदान किया जा सकता है। साथ ही अनौपचारिक संप्रेक्षण को बढ़ाकर तथा सहभागी निर्णय प्रक्रिया के द्वारा कर्मचारियों के उत्साह को बढ़ाया जा सकता है। संगठन के प्रमुख स्तरों पर समूह भावना का विकास कर।

इनके अलावा कर्मचारियों को उचित प्रोत्साहन तथा उनके कार्यों का निष्पक्ष मूल्यांकन करके भेदभाव रहित वातावरण तैयार किया जा सकता है। जो तनाव को दूर करने में सहायक होगा।

योग तनाव को दूर करने में इसलिए महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि  शरीर तथा मन दोनों को स्वस्थ रखता है।  मन से भावना उत्पन्न होती है।

और प्रत्येक तनाव  का बीजारोपण कहीं ना कहीं भावना से ही होता है। कलात्मक अभिव्यक्ति को निखारे तथा अपने शौक पर ध्यान दें पर्याप्त नींद लें।

तनाव कैसे दूर करे आसन टिप्स | How To Remove Stress

अधिक व्यस्त जिन्दगी में तनाव (Stress) की स्थति स्वाभाविक है. बहुत से लोग  तनाव कैसे दूर करे की युक्तियों की खोज करते है. मगर क्या आप जानते है, तनाव फायदेमंद भी होता है.

किन्तु एक सीमा तक. अधिक चिंतित या तनाव में रहने के कारण डिप्रेशन, मानसिक रोग और इससे बढ़कर आत्महत्या जैसे जधन्य अपराधों की तरफ लोगों की प्रवृति बढ़ जाती है.

तनाव जिसे प्रेशर भी कहा जाता है. अमूमन लोग इसके नेगेटिव रूप को ही देखते है. मगर सच्चाई यह भी है कि कुछ सफल इंसान जिन्होंने अपने जीवन में कुछ अभूतपूर्व कर दिखाया है उनके अनुसार तनाव एक सीमा तक अच्छी चीज है. और व्यक्ति के सपने को पूरा करने में इसकी आवश्यकता होती है.

एक फुटबालर जिनका नाम नेमार है वो तनाव यानि प्रेशर के बारे में अपनी राय रखते हुए कहते है. कि तनाव ही वो चीज या दवाब है जिसके कारण मेरा प्रदर्शन सुधरता है. अथवा इसकी उपस्थिति में ही मै अच्छा प्रदर्शन कर पाता हु. दूसरा उदाहरण आप लोगों से छिपा नही है. नाम है विराट कोहली,

अमूमन सभी लोग इस शख्सियत को जानते होंगे. कोहली का मानना है कि तनाव के कारण ही मेरा खेल निखरता है. इसका उदाहरण हम कई बड़े अंतर्राष्ट्रीय मैचों में विराट के प्रदर्शन को देखकर अंदाजा लगा सकते है.

तनाव से मुक्ति के उपाय क्या जरुरी है (What is the necessity of relieving stress?)

अब सवाल यह उठता है. हमारे लिए तनाव जरुरी है या नही. अगर जरुरी है तो कितना और किस प्रकार का प्रेशर किसी हद तक ठीक कहा जा सकता है.

यदि साइक्लोजी की माने तो व्यक्ति के जीवन में सफलता, अच्छे ढंग से काम करने के लिए प्रेशर (तनाव) का होना जरुरी है.

मगर दूसरी तरफ इस सत्य को भी नकारा नही जा सकता कि अति अंत की जड़ है. यदि किसी चीज की मात्रा एक सीमा से अधिक हो तो इसके नकारात्मक परिणाम सामने आने लगते है.

यह तनाव पर भी लागू होता है. तनाव की अधिकता के चलते हमारे जीवन में ख़ुशी का अंत और चिंता घर कर जाती है.

जीवन में तनाव क्यों जरुरी है. (Why stress is essential in life.)

उदाहरण के जरिये समझने की कोशिश की जाए तो मान के चलिए चार महीने के बाद मुझे आईएएस का मैंन पेपर देना है. अब इस परीक्षा को लेकर मुझ पर तनाव का आना स्वाभाविक है.

तनाव के कारण में ऐशो आराम और सारे कामों को छोड़ कर पढाई शुरू कर देता हु. मगर यदि मै विवेक के साथ सही समय सारणी के अनुसार अपनी सेहत का ख्याल रखते हुए पढाई करता हु तो यही परीक्षा का तनाव मेरे लिए फायदेमंद साबित होगा.

दूसरी तरफ सिर्फ पढ़ाई और पढ़ाई खाने पीने या किसी अन्य चीज पर ध्यान नही देता हु तो इस प्रेशर के कारण मेरी मनोस्थति पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ सकता है. इस अत्यधिक तनाव के चलते यह भी संभव है मै परीक्षा में रोल नंबर ही गलत लिख आऊ.

चलिए जानते है तनाव के फायदों (Benefits of stress) के बारे में.

  • हमारे ध्यान को लक्ष्य की तरफ फोकस करने में मदद करता है.
  • इससे हमारे प्रयासों को पूर्णता मिलती है, तेजी आती है.
  • साथ की कार्य की गुणवत्ता व शुद्धता में वृद्धि होती है.
  • और अच्छा करने की प्रेरणा जाग्रत होती है.
  • लक्ष्य को प्राप्त करने की सम्भावना कई गुना तक बढ़ जाती है.
  • हमारी लक्ष्य की दिशा में विकास प्रक्रिया जारी रहती है.

तनाव कैसे दूर करे (How To Remove Stress)

तनाव कुछ कार्यो में हमारे लिए लाभदायक है लेकिन अधिकतर मामलों में अधिक मात्रा में तनाव एकस्वस्थ व्यक्ति के स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक होता है. आप इन आसन तरीकों को अपनी जीवनशैली में अपना कर तनाव को दूर कर सकते है.

  • उत्साहित रहे- हर कार्य में अपना उत्साह बरकरार रखे. रोजाना किसी भी कार्य को करने पर उसे सर्वश्रेष्ट तरीके से करने का भाव रखे तथा स्वयं की सोच में सकारात्मक नजरिया रखा जाए तो कुछ हद तक उत्साहित रहा जा सकता है. इसके अतिरिक्त रोजाना कम से कम एक घंटा व्यायाम के लिए जरुर निकाले, क्युकि स्वस्थ तन में ही स्वस्थ मन निवास करता है.
  • समय पर नीद ले- कई बार देर रात तक नही सोने से भी पूरा दिन तनावग्रस्त रहता है. एक स्वस्थ व्यक्ति के लिए कम से कम 6 घंटे तक सोना जरुरी हो जाता है. पर्याप्त नीद व आराम मिलने से हमारा शरीर व मन दोनों स्वस्थ रहते है. समय पर नीद लेने से व्यक्ति की कार्यक्षमता तो बढ़ती ही है साथ ही तनाव में भी कमी लाने में मदद मिलती है.\
  • कार्यो का लेखा जोखा रखे-  सक्षिप्त में कहे तो डायरी लिखना. कई बार ऐसा होता है व्यक्ति दिन भर कार्य में उलझा रहने के कारण उन्हे पता ही नही चलता है. वह कहाँ पर है. उसे क्या करना चाहिए कब करना चाहिए. पूरा दिन और उसकी दिनचर्या उलझन के बिच ही गुजरती है. जो तनाव को बढ़ाने में सहायक है. इसलिए डायरी लिखने से वास्तविक कार्यो और मन स्थति की जानकारी प्राप्त होती है.
  • परनिन्दा से बचे- कुछ लोग यह जानते हुए भी कि दूसरे की निंदा करने से कुछ भी हासिल नही होने वाला है. न ही सामने वाले पर इसका कोई प्रभाव पड़ता है. निंदा करना सबसे बुरी आदत समझी जाती है. व्यक्ति अकसर दूसरों की कमिया देखते देखते खुद की स्थति का आकलन करना भूल ही जाता है. अचानक जब कभी उन्हें स्वयं के स्तर का पता चलता है तो कार्य की अधिकता के चलते उनमे तनाव (प्रेशर) की अधिकता हो जाती है.
  • अपने मित्रों के साथ अच्छा व्यवहार करे. अच्छे लोगों के साथ दोस्ती रखना, तनाव को कम करने या समाप्त करने में सबसे अधिक मददगार हो सकता है. अकसर व्यक्ति मुश्किलों में पड़ने के कारण ही प्रेशर में रहता है. इसलिए अच्छे मित्र रखे जो किसी विकट स्थति में आपकी मदद कर सके.

  • बेहतरीन प्रेरणादायक किताबें
  • संगीत पर निबंध
  • अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस निबंध

उम्मीद करता हूँ दोस्तों तनाव प्रबंधन क्या है अर्थ उपाय व टिप्स | Stress Management In Hindi का यह आर्टिकल आपकों पसंद आया होगा.

जीवन में तनाव को समझने तथा मुक्ति पाने की समस्त जानकारी इस आर्टिकल में दी गई हैं, यह लेख आपकों कैसा लगा, कमेंट कर जरुर बताएं. यदि आपकों यहाँ दी गई जानकारी पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें.

managing stress essay in hindi

25,000+ students realised their study abroad dream with us. Take the first step today

Here’s your new year gift, one app for all your, study abroad needs, start your journey, track your progress, grow with the community and so much more.

managing stress essay in hindi

Verification Code

An OTP has been sent to your registered mobile no. Please verify

managing stress essay in hindi

Thanks for your comment !

Our team will review it before it's shown to our readers.

managing stress essay in hindi

  • Essays in Hindi /

स्टूडेंट्स के लिए 100, 200 और 500 शब्दों में मानसिक स्वास्थ्य पर निबंध 

' src=

  • Updated on  
  • अक्टूबर 6, 2023

मानसिक स्वास्थ्य पर निबंध

मानसिक स्वास्थ्य व्यक्ति की मानसिक और भावनात्मक स्थिति का सम्पूर्ण सुखद जीवन जीने की क्षमता का माप है।  स्टूडेंट्स के लिए मानसिक रूप से स्वस्थ होना आवश्यक है। स्टूडेंट्स के लिए मानसिक स्वास्थ्य एक ऐसा विषय है जिसकी कई बार अलग-अलग मंचों पर चर्चा की जाती है। कई बार परीक्षाओं में मानसिक स्वास्थ्य पर निबंध लिखने को कहा जाता है। स्टूडेंट्स के लिए 100,200 और 500 शब्दों में मानसिक स्वास्थ्य पर निबंध यहां दिया गया है, अधिक जानने के लिए ब्लॉग को अंत तक पढ़ें। 

This Blog Includes:

मानसिक स्वास्थ्य पर निबंध 100 शब्दों में  , मानसिक स्वास्थ्य पर निबंध 200 शब्दों में   , बिगड़ते मानसिक स्वास्थ्य के लक्षण, मानसिक स्वास्थ्य को कैसे बेहतर बनाएं , मानसिक स्वास्थ्य पर 10 लाइन्स , मानसिक स्वास्थ्य पर कोट्स , मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े कुछ तथ्य .

स्टूडेंट्स के लिए मानसिक स्वास्थ्य महत्वपूर्ण है। अच्छा मानसिक स्वास्थ्य छात्रों के एकेडमिक प्रदर्शन, मुश्किल समय से निपटने, और सामाजिक संबंधों को सुखद बनाता है। पढ़ाई के दबाव, परीक्षाओं की तैयारी, और स्कूल/कॉलेज के दौरान के चुनौतियों से बच्चों को निपटना होता है, और इसके लिए वे अपने मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखने की आवश्यकता है। योग, ध्यान, और सहयोगी संबंध इसमें मदद कर सकते हैं। स्वस्थ मानसिक स्वास्थ्य की सहायता से छात्र अपने लक्ष्यों की प्राप्ति में मदद कर सकते हैं। स्टूडेंट्स का मानसिक रुप से स्वस्थ होना बहुत अधिक आवश्यक है जिससे वे प्रत्येक क्षेत्र में अपने प्रदर्शन को बेहतर कर पाएं। 

मेंटल हेल्थ एक महत्वपूर्ण मुद्दा है जिसे अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है।  यह अनुमान लगाया गया है कि चार में से एक व्यक्ति अपने जीवन में किसी न किसी समय मानसिक स्वास्थ्य समस्या का अनुभव करेगा।  मेंटल हेल्थ प्रॉब्लम्स हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकती हैं और उम्र, लिंग या पृष्ठभूमि की परवाह किए बिना किसी को भी प्रभावित कर सकती हैं।  ऐसे कई कारण हैं जिनकी वजह से अच्छा मानसिक स्वास्थ्य महत्वपूर्ण है।  एक तो, यह हमें डेली लाइफ की टेंशन और चैलेंजेस से निपटने में मदद करता है।  यह हमें अपने जीवन और रिश्तों का भरपूर आनंद लेने में भी सक्षम बनाता है।  इसके अतिरिक्त, मेंटल हेल्थ फिजिकल हेल्थ के लिए आवश्यक है;  अध्ययनों से पता चला है कि मेंटल हेल्थ प्रॉब्लम्स वाले लोगों में फिजिकल डिजीज से भी पीड़ित होने की अधिक संभावना होती है।  ऐसी कई चीजें हैं जो हम अच्छे मेंटल हेल्थ को बढ़ावा देने के लिए कर सकते हैं।  सबसे महत्वपूर्ण चीजों में से एक है जरूरत पड़ने पर मदद के लिए पहुंचना।  यह स्वीकार करने में कोई शर्म नहीं है कि हमें मदद की ज़रूरत है;  वास्तव में, यह ताकत का प्रतीक है।  हमारे मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर ढंग से समझने और उसकी देखभाल करने में मदद करने के लिए कई उत्कृष्ट संसाधन भी उपलब्ध हैं।  मैंटल हेल्थ को अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है।  

मानसिक स्वास्थ्य पर निबंध 500 शब्दों में 

Essay on Mental Health in Hindi पर निबंध 500 शब्दों में नीचे दिया गया है:

छात्रों के जीवन में पढ़ाई, परीक्षाएं, सामाजिक दबाव, और करियर चुनौतियों का सामना होता है, जिनका मेंटल हेल्थ पर गहरा प्रभाव होता है। मेंटल हेल्थ का अर्थ है अपने मन को स्वस्थ रखना।  मानव जाति आमतौर पर अपने भौतिक शरीर को स्वस्थ रखने पर अधिक ध्यान केंद्रित करती है।  लोग अपने मन की स्थिति को नजरअंदाज कर देते हैं।  अन्य जानवरों पर मनुष्य की श्रेष्ठता उसके श्रेष्ठ दिमाग में निहित है।  मनुष्य अपने अत्यधिक विकसित मस्तिष्क के कारण ही जीवन को नियंत्रित करने में सक्षम हुआ है।  इसलिए, मनुष्य के लिए अपने शरीर और दिमाग दोनों को फिट और स्वस्थ रखना बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है।  बेहतर प्रदर्शन और परिणाम के लिए फाइकल और मेंटल हेल्थ दोनों समान रूप से महत्वपूर्ण हैं।

बिगड़ते मानसिक स्वास्थ्य के लक्षण व्यक्ति की मानसिक स्थिति में दिक्कतों को सूचित कर सकते हैं। यहां कुछ सामान्य बिगड़ते मानसिक स्वास्थ्य के लक्षण हैं:

  • दुखभरी भावनाएं: व्यक्ति बार-बार उदास और दुखी होने से उसके स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पड़ता है।
  • अधिक तनाव और चिंता: अत्यधिक तनाव और चिंता की स्थितियों में रहना, जिससे नींद की समस्याएं और शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित किया जा सकता है।
  • सोशल आइसोलेशन: व्यक्ति सामाजिक गतिविधियों से दूर रहता है और संबंधों में कठिनाइयाँ खड़ी करता है।
  • विचारों में कमजोरी: सोचने की क्षमता में कमजोरी, निरंतर अशांति और योग्यता में कमी हो सकती है।
  • आत्महत्या की सोच: व्यक्ति आत्महत्या के बारे में विचार करता है या ऐसे क्रियाएँ करता है जो उसके लिए हानिकारक हो सकती हैं।
  • शारीरिक स्वास्थ्य की निगरानी में कमी: बिगड़ते मानसिक स्वास्थ्य के बदलते लक्षण शारीरिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकते हैं, जैसे कि वजन की कमी या बढ़ता हुआ तनाव।

मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए निम्नलिखित कुछ कदम उपयोगी हो सकते हैं:

  • सहायता प्राप्त करें: यदि आप मानसिक स्वास्थ्य के साथ समस्याओं का सामना कर रहे हैं, तो आपको मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर की सलाह लेनी चाहिए।
  • योग और मेडिटेशन: योग और ध्यान आपके मानसिक स्वास्थ्य को सुधार सकते हैं, और तनाव को कम करने में मदद कर सकते हैं।
  • स्वस्थ जीवनशैली: स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम, और पर्यापन से बचाव करें। यह शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करता है।
  • समय का प्रबंधन: काम के दबाव को कम करने के लिए समय का उचित प्रबंधन करें, जिससे आपको अधिक विश्राम मिले।
  • साथी संबंध: दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताने से आपके मानसिक स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है।
  • स्वाध्यय: एक सकारात्मक मानसिक स्वास्थ्य के लिए एक सकारात्मक मानसिक दृष्टिकोण बनाने के लिए पढ़ाई करें, सुनें, और करें।
  • अपनी आवश्यकताओं की देखभाल: आपकी आवश्यकताओं की पहचान करें और उन्हें पूरा करने का प्रयास करें, चाहे वो विश्राम, मनोरंजन, या आत्म-प्रेम हो।

समर्पण, सहायता, और स्वस्थ जीवनशैली का पालन करके, स्टूडेंट्स अपने मानसिक स्वास्थ्य को सुधार सकते हैं। शिक्षा के दौरान उनके सामाजिक और शैक्षिक दबावों के बीच, वे खुद के आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए मानसिक मजबूती का मार्ग चुन सकते हैं। इस निबंध से हमने देखा कि मानसिक स्वास्थ्य एक व्यक्ति के शिक्षायिक प्रदर्शन और जीवन की गुणवत्ता को कैसे प्रभावित करता है। यह महत्वपूर्ण है कि स्टूडेंट्स स्वस्थ और सुखमय जीवन जीने के लिए अपने मानसिक स्वास्थ्य का सही ध्यान दें, ताकि वे अपने लक्ष्यों की प्राप्ति में सफल हो सकें।

Mental Health Essay in Hindi पर 10 लाइन्स नीचे दी गई है:

  •  मानसिक स्वास्थ्य व्यक्ति की भावनात्मक, मानसिक और सामाजिक क्षमता का प्रतीक होता है। 
  •  अच्छा मानसिक स्वास्थ्य व्यक्ति को स्वस्थ और सुखद जीवन जीने में मदद करता है।
  •  तनाव, चिंता और दिक्कतों के सामना करने के दौरान मानसिक स्वास्थ्य की सुरक्षा महत्वपूर्ण है।
  •  योग, ध्यान और व्यायाम जैसे योग्यता बढ़ाने के तरीके मानसिक स्वास्थ्य को सुधार सकते हैं।
  •  सामाजिक संबंधों का महत्वपूर्ण भूमिका है, जो मानसिक समृद्धि को प्रोत्साहित करते हैं।
  •  मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल के लिए खुद को अक्सर समय देना जरूरी है।
  •  मानसिक रोगों की तकलीफों को अग्रणी रूप से समझना और उपचार करवाना जरूरी है।
  •  सही आहार, पर्यापन और पर्यावरण के प्रभाव से भी मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ सकता है।
  •  स्वस्थ मानसिक स्वास्थ्य व्यक्ति को अपने लक्ष्यों की प्राप्ति में मदद करता है और उन्हें जीवन को पूरी तरह से अपना सकते हैं।
  •  शिक्षा और जागरूकता के माध्यम से, हम सभी मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने के तरीकों के बारे में जागरूक हो सकते हैं और इसकी प्राथमिकता दे सकते हैं।

Essay On Mental Health in Hindi पर कोट्स नीचे दिए गए हैं:

  • “सबसे महत्वपूर्ण चीज है कि आप अपने मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखें।” 
  • “आपकी मानसिक स्वास्थ्य आपके शारीरिक स्वास्थ्य का हिस्सा है, इसे नजरअंदाज न करें।” 
  • “आपकी मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखना उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि आपके शारीरिक स्वास्थ्य का।” 
  • “जब आपका मानसिक स्वास्थ्य ठीक रहता है, तो आप जीवन के हर पहलू में सफल हो सकते हैं।” 
  • “मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल करना सबसे पहले आपके आत्म-समर्पण का प्रतीक है।” 

Mental health essay in hindi पर वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन की तरफ से जारी किए कुछ तथ्य निम्न प्रकार से हैं:

  • मानसिक, न्यूरोलॉजिकल संबंधी और मादक द्रव्यों के सेवन की समस्याएं स्वास्थ्य समस्याओं की एक बड़ी पहेली के महत्वपूर्ण हिस्सों की तरह हैं।  वे पूरी पहेली का लगभग 10% बनाते हैं, और जब आप केवल उन टुकड़ों को देखते हैं जो मौत का कारण नहीं बनते हैं लेकिन फिर भी लोगों को अस्वस्थ महसूस कराते हैं, तो वे उन टुकड़ों का 25.1% होते हैं।  इसलिए, वे लोगों के सामने आने वाली समग्र स्वास्थ्य चुनौतियों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। विश्व के लगभग 7 में से 1 किशोर को मेंटल हेल्थ इश्यू है।
  • डिप्रेशन एक जनरल मेंटल डिसोडर है।
  • विश्व स्तर पर, मेंटल डिसोडर के कारण हर 6 साल में से 1 व्यक्ति विकलांगता के साथ रहता है।
  • हर साल 700,000 से अधिक लोग आत्महत्या से मर जाते हैं।  वैश्विक स्तर पर 100 में से 1 मौत आत्महत्या के कारण होती है।  आत्महत्या 15-29 वर्ष की आयु के व्यक्तियों में मृत्यु का चौथा प्रमुख कारण है।
  • संघर्ष से प्रभावित परिवेश में लगभग 9 में से 1 व्यक्ति को मध्यम या गंभीर मानसिक विकार है।
  • गंभीर मानसिक विकार वाले लोग सामान्य आबादी की तुलना में 10 से 20 साल पहले मर जाते हैं।
  • कम आय वाले 40% देशों में वे आवश्यक दवाएं शामिल नहीं हैं जो दशकों से आवश्यक दवाओं के लिए WHO मॉडल सूची में हैं, जैसे कि द्विध्रुवी विकार के लिए लिथियम कार्बोनेट मूड स्टेबलाइजर।
  • डिप्रेशन और एंजाइटी के कारण ग्लोबल इकोनॉमी को प्रति वर्ष प्रोडक्टिविटी में लगभग 1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर का नुकसान होता है।

मानसिक स्वास्थ्य में हमारा भावनात्मक, मनोवैज्ञानिक और सामाजिक कल्याण शामिल है। यह हमारे सोचने, महसूस करने और कार्य करने के तरीके को प्रभावित करता है। यह यह निर्धारित करने में भी मदद करता है कि हम तनाव को कैसे संभालते हैं, दूसरों से कैसे जुड़ते हैं और स्वस्थ विकल्प चुनते हैं। मानसिक स्वास्थ्य जीवन के हर चरण में महत्वपूर्ण है, बचपन और किशोरावस्था से लेकर वयस्कता तक।

हमेशा फिट रहने के 5 तरीके: संतुलित आहार का सेवन सुबह नाश्ता जरूर करें। पर्याप्त मात्रा में पानी पिए। व्यायाम या वर्कआउट करें। पर्याप्त निंद जरूर लें।

मानसिक स्वास्थ्य की परिभाषा है – व्यक्ति की मनोदशा जो सकारात्मक, स्थिर और बैलेंस्ड हो। इसमें मानसिक रूप से स्वस्थ व्यक्ति का अच्छा जीवनशैली शामिल होती है, जिसमें स्वस्थ रिश्ते, उचित आहार, नींद और व्यायाम शामिल होते हैं। यह स्थिरता, सकारात्मकता, और अंतरंग सुख जैसी समस्याओं के अभाव में प्राप्त होता है।

आशा हैं कि आपको इस ब्लाॅग में मानसिक स्वास्थ्य पर निबंध के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी प्रकार के हिंदी निबंध के ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

' src=

Team Leverage Edu

प्रातिक्रिया दे जवाब रद्द करें

अगली बार जब मैं टिप्पणी करूँ, तो इस ब्राउज़र में मेरा नाम, ईमेल और वेबसाइट सहेजें।

Contact no. *

browse success stories

Leaving already?

8 Universities with higher ROI than IITs and IIMs

Grab this one-time opportunity to download this ebook

Connect With Us

25,000+ students realised their study abroad dream with us. take the first step today..

managing stress essay in hindi

Resend OTP in

managing stress essay in hindi

Need help with?

Study abroad.

UK, Canada, US & More

IELTS, GRE, GMAT & More

Scholarship, Loans & Forex

Country Preference

New Zealand

Which English test are you planning to take?

Which academic test are you planning to take.

Not Sure yet

When are you planning to take the exam?

Already booked my exam slot

Within 2 Months

Want to learn about the test

Which Degree do you wish to pursue?

When do you want to start studying abroad.

September 2024

January 2025

What is your budget to study abroad?

managing stress essay in hindi

How would you describe this article ?

Please rate this article

We would like to hear more.

7 Stress Management Techniques In Hindi

आपके सारे तनाव को दूर कर देंगी ये 7 टेक्निक्स | 7 Stress Management Techniques In Hindi

इस article में 7 Stress Management Techniques In Hindi के साथ-साथ Stress क्या होता है और उससे कैसे बचा जा सकता है? इन सब के बारे में बात करेंगे।

लोगों को अपने जीवन में स्ट्रेस के कारणों को पहचानने की अपेक्षा और उससे निपटने के तरीकों को समझना चाहिए। यह समझना बहुत जरूरी है कि स्ट्रेस क्या है?, आपकी Life में किन चीजों से Stress है?, यह कैसे उत्पन्न होता है? और वो क्या तरीके हैं, जिससे हम अपनी Life के Stress को कम या खत्म कर सकते हैं।

दोस्तों, कल्पना कीजिए किसी ऐसे व्यक्ति की जो आपको यह कहता है की मेरी Life में कोई Stress नहीं है, मैं बिल्कुल तनाव मुक्त हूं। शायद कोई व्यक्ति ऐसा नहीं मिलेगा और अगर मिल भी गया तो तीन संभावनाएं हैं – या तो वह व्यक्ति सच नहीं बोल रहा है या वह व्यक्ति अपनी जिंदगी में कुछ काम नहीं कर रहा है। या फिर वो किसी भ्रम की स्थिति में है। उसे समझ ही नहीं आ रहा है कि मेरी Life में किन-किन चीजों की वजह से क्या-क्या गड़बड़ हो रही है। तनाव (Stress) उसे कहते हैं जो कभी भी हमारी Life में आ सकता है और जिसकी हमें प्रतिक्रिया यानी रिस्पांस देना या रिएक्ट करना बहुत आवश्यक होता है।

स्ट्रेस क्या है? (What is Stress)

यह सभी के लिए एक बहुत महत्वपूर्ण विषय है कि स्ट्रेस क्या है और उससे कैसे निपटा जा सकता है। Stress एक ऐसी परिस्थिति है जिसमें हम दबाव महसूस करते हैं और इसके कारण हम अलग-अलग प्रतिक्रियाएं करते हैं। इसके कारण हमारे जीवन में कई तरह के Stress हो सकते हैं, जैसे आर्थिक, पारिवारिक, कामकाज से सम्बंधित आदि।

7 Stress Management Techniques In Hindi

टेक्नोलॉजी भी एक महत्वपूर्ण कारक है जो हमारे जीवन में Stress को बढ़ा सकती है। आजकल हम अपने मोबाइल और इंटरनेट के साथ इतने व्यस्त हो गए हैं कि हम अपने शरीर के अंदर Stress उत्पन्न कर रहे हैं। यह एक महत्वपूर्ण fact है कि Stress हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर रहा है। इसलिए, हमें अपने जीवन में Stress के कारणों को समझने के लिए जागरूक होना जरूरी है। हमें Stress कम करने या खत्म करने के लिए उपाय ढूंढने की कोशिश करनी चाहिए। एक Positive Life जीने के लिए Stress को संभालना और उसके प्रति उचित Response देना जरूरी है।

कई लोग यह भी कहते हैं कि Stress उनके लिए Positive होता है और उन्हें मजा आता है। लेकिन हमें यह याद रखना चाहिए कि ज्यादा Stress हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है, इसलिए हमें अपने जीवन में Stress को समझने के लिए और उसे नियंत्रित करने के उपाय ढूंढने की जरूरत है।

हम यहाँ पर ड्यूक जॉनसन द्वारा बताई गई 7 स्टेप्स प्रैक्टिकल टेक्निक के बारे में बताने जा रहे हैं जो Stress को खत्म करने में मदद कर सकती हैं। इनसे आप अपने जीवन के बहुत से अहम पहलूओं को समझ सकते हैं। इससे आपको यह भी पता चलेगा कि आपके जीवन में Stress का प्रमुख कारण कौन सा है।

स्ट्रेस को manage करने के लिए, आपको उन चीजों को दूर करने का प्रयास करने के साथ-साथ उन चीजों को भी maintain रखना होगा जो आपके जीवन में importance रखती हैं। इससे आपको यह भी पता चलेगा कि कौन-सी चीजें आपके लिए वास्तव में इम्पोर्टेंट नहीं हैं और उन्हें कम करने या छोड़ने में आपको कोई बड़ी परेशानी नहीं होगी। आपको उसी के अनुसार अपने जीवन को चलाना चाहिए। इससे आप Stress को कम कर सकेंगे। Stress से निपटने के लिए आपको समय-समय पर इन टेक्निक्स को अपनाने की कोशिश करनी चाहिए, जिससे आपका जीवन सुखी और समृद्ध हो।

तनाव कम करने की 7 टेक्निक्स (7 Stress Management Techniques In Hindi)

अब समय आता है उन Top 7 Stress Management Techniques In Hindi को समझने का जो हमारे Stress को release करने में हमारी help करेंगे।

1 न्यूट्रिशन या पोषण पर ध्यान देना (Focus on Nutritions)

न्यूट्रिशन या पोषण पर ध्यान देने के लिए सही समय पर सही खाना खाने और क्या खाएं और क्या न खाएं उसको समझना जरूरी है। इसके लिए आप किसी की सलाह ले सकते हैं, जो आपको अच्छे से Nutritional Guidence दे सके।

2 टाइम मैनेजमेंट (Time Management)

हम सभी ने Calender Planner और अन्य Planning tool के बारे में सुना है, लेकिन क्या हम आज तक उन्हें proper तरीके से follow कर पाएं हैं? जिन लोगों ने अपने पूरे दिन को व्यवस्थित Planning के हिसाब से चलाया है, वे बहुत सफल हुए हैं।

3 एक्सरसाइज या व्यायाम (Excercise)

अपनी शारीरिक बनावट और शरीर की जरूरतों के हिसाब से आपको किसी कोच की सहायता से यह समझना है कि कौन से व्यायाम सही रहेंगे। उसके बाद उन Excercise को और उन्हें करने का Routine Set करना है। जब-जब भी आप Excercise करेंगे, आपकी Body के अंदर Happy Hoemons रिलीज होंगे, जो Stress Release करने में help करेंगे और आपकी body के immune system को भी strong करेंगे।

4 पर्याप्त नींद लेना (Take Enough Slumber)

पर्याप्त नींद लेना बहुत जरूरी है। यदि हम पर्याप्त नींद नहीं लेते है तो हमारी Lifestyle पर गहरा असर पड़ता है। Long Term में कई सारी मानसिक बीमारियां हो सकती हैं। Positive वातावरण में, नींद के द्वारा हम अपने शरीर को आराम देते हैं, जिससे हमारा शरीर स्वस्थ रहता है।

5 म्यूजिक सुनना (Listen Music)

एक ऐसा समय निकालें जब आप अपनी पसंद का music सुन रहे हों। जब भी आप Music सुनेंगे, आपको stress release होगा। खुद को stress free करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।

6 सच बोलना (Speak Truly)

हमेशा सच बोले। सच बोलने से हममे confidence आता हैं और हम एक stress free life को enjoy कर सकते हैं। सिर्फ वो बोलिए जैसा आपको चाहिए, वो मत बोलिए जो आपको नहीं चाहिए। हो सकता है अभी आप उस स्थिति में नहीं हो कि जो आप चाहते हैं सब कुछ वैसा नहीं हो, लेकिन फिर भी सच बोले और वही बोले जो आपको चाहिए।

7 क्वालिटी फैमिली टाइम (Quality Family Time)

अपने परिवार को समय दीजिए। परिवार के लोगों के साथ बैठकर बात कीजिए। अगर जरूरत लगे तो planning से कोई vacation plan कीजिए। एक दिन, दो दिन, सात दिन, दस दिन, जितना भी आपको उचित लगता है, अपनी income के हिसाब से और priority के हिसाब से vacation plan कीजिए। परिवार के साथ समय बिताना सबसे बड़ा stress release करने का Factor हो सकता है।

7 Stress Management Techniques In Hindi

कई बार कुछ ऐसे लोग मिलते हैं जो कहते हैं “आज तो मैं बहुत परेशान हो गया, मैं तो सब कुछ छोड़-छाड़ के चला गया”। लेकिन जब आप वापस आएंगे, तो आपको वही चीज वैसी की वैसी मिलेगी, जैसे आप छोड़ के गए थे। आप जब planning से vacation plan करेंगे, तो आप बहुत अच्छे से enjoy कर पाएंगे और अपनी body में होने वाले Stress को बहुत हद तक release कर सकते हैं।

दोस्तों, यह article – 7 Stress Management Techniques In Hindi आपको अच्छा लगा, तो शेयर कीजिए उन लोगों तक पहुंचाइए, जिनके लिए यह बहुत impotant हो सकता है।

यह सभी 7 Stress Management Techniques In Hindi स्ट्रेस रिलीज करने में मदद करेंगी और आपके जीवन को बेहतर बना सकती हैं।

इसे भी पढ़े

  • सुबह की ये 6 आदतें आपके जीवन को चमत्कारिक बना देगी
  • कृतज्ञता क्या है?
  • परीक्षा में तनाव से कैसे सामना करें?
  • पढ़ाई करने के लिए सबसे अच्छा समय

' data-src=

My Name is H. Rathore. I am a passionate blogger and content creator with a keen interest in personal development. My dedication to personal development is evident in my thought-provoking articles on self-improvement and mindfulness.

Related Posts

Positive Affirmations

जीवन बदलने वाली Positive Affirmations

How to Control Your Mind

कैसे करें भटकते मन को कंट्रोल | How to Control Your Mind

Kiyara Advani Biography In Hindi

कियारा आडवाणी की जीवनी | Kiara Advani Biography In Hindi

Leave a comment cancel reply.

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

managing stress essay in hindi

Recent Posts

Positive Affirmations

बचपन में खेलना कितना ज़रूरी है | How Important Playing In Childhood

Smriti Mandhana Biography in Hindi

स्मृति मंधाना की जीवनी | Smriti Mandhana Biography in Hindi

How to Become Wealthy in India

भारत में अमीर कैसे बनें | How to Become Wealthy in India

How to Start a Business

बिज़नेस की शुरुआत कैसे करें | How to Start a Business

Yashasvi Jaiswal Biography In hindi

यशस्वी जयसवाल की जीवनी | Yashasvi Jaiswal Biography In hindi

5 Tips To Study Effectively Before Board Exams

5 ऐसे टिप्स जो बोर्ड परीक्षा में प्रभावशाली होंगे | 5 Tips To Study Effectively Before Board Exams

7 Tips For Exams Success

बोर्ड परीक्षा से पहले जान लो ये टिप्स | 7 Tips For Exams Success

Stress management in hindi – Proven techniques

Today we will discuss how to manage stress in hindi language. Here you will find various techniques related to stress management.

वर्तमान समय में तनाव की समस्या बेहद जटिल है। अगर एक बच्चा बोले कि में तनाव में हु या स्ट्रेस में हूँ तो आश्चर्य की बात नहीं होती। आज एक बच्चा भी तनाव से मुक्त नहीं है।  जहां मानव ने तकनीकी युग में अपनी सुविधाओं आदि के लिए नए – नए अविष्कार किए हैं , वही मानव तनाव ग्रस्त जीवन जीने के लिए भी इन तकनीकों के कारण मजबूर है।

घर हो या ऑफिस व्यक्ति हर जगह तनाव से ग्रसित रहता है। वह अपने कार्य  , गृहस्त जीवन और अपने पढ़ाई आदि में तालमेल नहीं बिठा पाता , जिसके कारण उसे मानसिक रूप से परेशान होना पड़ता है।

Table of Contents

How to remove stress in hindi – Stress management techniques

Below we have properly written all strss management techniques in hindi. Read one by one carefully.

समय प्रबंधन –

मानव के तनाव का एक सबसे बड़ा कारण समय प्रबंधन है।

व्यक्ति समय प्रबंधन के अभाव में ही तनाव में आता है। आज का समय ठीक तय समय पर कार्यों की पूर्ति मांगता है। बच्चा पढ़ाई भी करता है तो उसे एक निश्चित समय में अपना पाठ्यक्रम समाप्त करना होता है , अन्यथा वह अन्य बच्चों से पीछे रह जाता है। ठीक उसी प्रकार ऑफिस में भी किसी कार्य को समाप्त करने की समय सीमा निर्धारित होती है। उस समय सीमा पर कार्य को यदि समाप्त नहीं किया जाए तो बॉस की डांट सुननी पड़ती है , और अनेक कारण बताने पढ़ते हैं जिसके कारण व्यक्ति तनाव ग्रस्त जीवन जीता है।

इसलिए बेहतर है अपने समय का प्रबंधन ठीक प्रकार से करें और सवेरे कुछ समय अपने कार्य को समय के अनुसार बाटें।

Motivational hindi quotes for students to get success

योगा ( Yoga for stress management )

Research shows that yoga is the best way for stress management. Do yoga daily.

वर्तमान समय में योगा का महत्व देश ही नहीं अपितु विदेश में भी है।

लोग योगा के लिए प्रेरित हो रहे हैं , जिससे उनको तनाव और स्वास्थ्य दोनों में लाभ मिलता है।

जहां योगा तनाव को दूर करता है , वही शरीर को स्वस्थ और निरोगी रखने के लिए अभी योगा का योगदान सराहनीय है।

अतः समय निकालकर योगा का अभ्यास आवश्यक रूप से करना चाहिए।

15 Great Hindi quotes on life for success

खानपान –

Right eating is important in stress management.

जिस प्रकार आज संचार माध्यम ने हर एक तबके के लोगों तक अपनी पहचान बना ली है , चाहे वह व्यक्ति मजदूर ही क्यों ना हो , मगर उसके पास भी एक स्मार्टफोन मौजूद होना कोई आश्चर्य की बात नहीं है। ऐसे युग में खानपान की सुविधा ऑनलाइन होने के कारण लोग और भी ज्यादा चटोरी स्वभाव के हो गए हैं , लोगों के मन में लजीज व्यंजन का ख्याल आते ही खाना ऑनलाइन बुक करा देते हैं , और बाहरी व्यंजनों का लुत्फ उठाते हैं। वह इस नुकसान से अनभिज्ञ होते हैं जो उन्हें अंदरूनी होती है।

यह बाहरी खाना खाते समय अच्छा लगता है , किंतु यह शरीर के लिए उतना ही हानिकारक होता है।

बाहरी व्यंजन शरीर के अन्य रसायनों को प्रभावित करता है , जिसके कारण शरीर सुस्त होता है और अनेक बीमारियों का कारण बनता है। अतः जरूरी है कि इस परिवेश में आप हरी सब्जी और फल फ्रूट का सेवन अवश्य करें।

जिससे आपको ताजगी तंदुरुस्ती और भरपूर मात्रा में आवश्यक तत्व मिल सके।

Motivational story in hindi for students

स्वच्छता –

ध्यान रहे आप जिस टेबल पर वर्क करते हैं वह टेबल साफ सुथरा और भरपूर रोशनी से युक्त हो।

हो सके तो अपने आसपास हरियाली का ध्यान रखें जिससे आपको कार्य करने में रुचि बनी रहेगी और तनाव की स्थिति नहीं आएगी।

कार्य करते समय कुछ समय का ब्रेक अवश्य लें –

व्यक्ति कार्य करते समय लंबे समय तक अपने टास्क में लगा रहता है , जिसके कारण वह निरंतर अपनी पकड़ कंप्यूटर , मोबाइल आदि में बनाए रखता है। यह सेहत के लिए बेहद ही खतरनाक है। लंबे समय तक कार्य करने से आप में स्ट्रेस / तनाव की स्थिति पैदा होती है। अतः  आवश्यक है कि समय-समय पर ब्रेक लेकर अपने दोस्तों से कुछ एक बात करें।

गाना संगीत आदि को सुने हो सके तो घर परिवार में बात करें जिससे आपको इस प्रेस में मदद मिलेगी।

खुद के लिए समय निकालें –

आज का परिवेश भागा – दौड़ी का परिवेश है। इस भाग – दौड़ भरी जिंदगी में व्यक्ति स्वयं के लिए समय नहीं निकाल पाता।

यह सबसे बड़ा कारण है जो व्यक्ति स्वयं के लिए समय नहीं देता उससे बड़ा गरीब कोई नहीं हो सकता। अतः आवश्यक है कि आप अपने लिए समय निकालें और स्वयं को जाने और अपने को अन्य लोगों को परिचय कराएं।

आप में आनेक योग्यता है , उसको निखारें इससे आपको अच्छा लगेगा और आपके आसपास के लोग आपसे प्रभावित होंगे।

Read more posts

Motivational quotes by Swami Vivekanand in hindi

Sandeep maheshwari quotes in hindi

Hindi Inspirational quotes for everyone

Hindi quotes full of motivation for fast success in life

Good night hindi quotes for many purpose

Follow us here

facebook page hindi vibhag

2 thoughts on “Stress management in hindi – Proven techniques”

Stress management is not that easy but you have told us in a right way. Thank you so much

Thanks rajat yadav. Read our other articles too.

Leave a Comment Cancel reply

hindirashifal-logo

Exam stress management | परीक्षा के तनाव से बचाव

हम सभी को अपने जीवन में परीक्षा का सामना अवश्य करना पड़ता है, तथा इससे उत्पन होने वाला तनाव भी हमको किसी न किसी प्रकार से डराता भी है। 

परीक्षा का तनाव एक हम सभी में उत्पन्न होने वाली आम एवं सामान्य भावना है, जो बहुत से लोग परीक्षा से पहले और परीक्षा के दौरान अनुभव करते हैं।

यह तनाव अच्छा प्रदर्शन करने के दबाव एवं अपनी खुद की अपेक्षाओं या दूसरों की अपेक्षाओं को पूरा न करने के डर का परिणाम होता है।

परीक्षा के तनाव को दूर ( Exam stress management ) करने के लिए आप कई रणनीतियों का उपयोग कर सकते हैं। ताकि आप इससे होने वाले दुष्प्रभाव को कम कर सकें। 

Table of Contents

Exam Stress Management

परीक्षा का तनाव शारीरिक लक्षणों में प्रकट हो सकता है, जैसे सोने में कठिनाई, भूख न लगना तथा ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई का होना।

वहीं मनोवैज्ञानिक प्रभाव के रूप में यह तनाव हममें चिंता, चिड़चिड़ापन एवं लाचारी जैसे भावनात्मक लक्षण भी पैदा कर सकता है।

इनमें एक स्टडी शेड्यूल बनाना, ब्रेक लेना, एक्सरसाइज करना, पर्याप्त नींद लेना और रिलैक्सेशन तकनीकों का अभ्यास करना शामिल है। 

अन्य उपायों के रूप में अच्छी तरह से भोजन करना, हाइड्रेटेड रहना और अपनी पसंद की गतिविधियों के लिए समय निकालकर अपना ख्याल रखना भी महत्वपूर्ण है। 

याद रखें कि परीक्षा के समय थोड़ा बहुत तनाव महसूस करना ठीक है तथा थोड़े शारीरिक एवं मानसिक उतार-चढ़ाव होना सामान्य होता है। 

अपना ख्याल रखकर और प्रभावी तरीकों इस तनाव का मुकाबला करने की रणनीतियों का उपयोग करके, आप परीक्षा के तनाव को नियंत्रित कर सकते हैं। साथ हीअपनी परीक्षाओं में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकते हैं। 

अपनी वार्षिक परीक्षाओ एवं सेमेस्टर्स के दौरान कई छात्रों के लिए परीक्षा का तनाव मूल रूप से ऐसा लगता है, जैसे आप भूखे भेड़ियों के झुण्ड से घिरे हैं और बचाव के लिए जंगल मे दौड़ लगा रहे हैं। 

किन्तु दोस्तों यह उतना निराशाजनक नहीं है, जितना लगता है। कुछ ऐसे टिप्स होते हैं, जिनका इस्तेमाल कोई भी परीक्षा के दौरान खुद को शांत एवं सकारात्मक  रखने के लिए कर सकता है।

Maintain your composure | खुद को शांत रखना 

परीक्षा से पहले एवं  परीक्षा के दौरान तनाव महसूस करना एक सामान्य बात है, लेकिन कुछ चीजें हैं जो आप शांत रहने और अपने तनाव को बेहतर ढंग से नियंत्रित करने के लिए कर सकते हैं।

maintain-your-composure-exam-stress-management

ऐसे बहुत सारे कारगर उपाय हैं जिनकी सहायता से न केवल छात्र बल्कि बड़े भी अपने जॉब इंटरव्यू या प्रमोशन की तैयारियों के दौरान खुद को शांत बनाए रख सकते है। 

Hone your relaxing skills | विश्राम तकनीकों का अभ्यास करें  

गहरी सांस लेना, ध्यान एवं योग आपके मस्तिष्क को आराम देने एवं शांत करने के प्रभावी तरीके होते  हैं। 

आप खुद चयन करें कि इनमे से आपके लिए सबसे अच्छा क्या है तथा इसे नियमित रूप से अभ्यास करने के लिए समय निकालें।

अन्य उपयोगी लेख

1 प्राणायाम (  Pranayama complete steps  )

2 योग संपूर्ण विवरण (  Yoga complete 101  )

3 स्वयं की देखभाल (  9 ways to self-care  )

4 पढ़ाई का स्थान ( Study Table Vastu )

Do some sort of physical activity | शारीरिक गतिविधि में व्यस्त रहें

व्यायाम तनाव को कम करने एवं आपके मूड को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है।

शारीरिक गतिविधि के लिए समय निकालें, भले ही यह केवल कुछ मिनटों की स्ट्रेचिंग हो या ब्लॉक के चारों ओर तेज चलना ही क्यों न हो।

Having sufficient sleep | पर्याप्त नींद लेना

शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य दोनों के लिए उचित नींद पूरी करना जरूरी होता है। यदि आपकी नींद पूरी नहीं होती तो आप खुद को थका हुआ एवं बोझिल महसूस करते हैं। 

इसलिए परीक्षा से पहले एवं इसके दौरान सुनिश्चित करें कि आपको पर्याप्त आराम मिल रहा है, ताकि आप अपने आप में सर्वश्रेष्ठ महसूस कर सकें और शांत रह सकें ।

Take brief pauses | ब्रेक लेना

take-brief-pauses-exam-stress-management

आराम करने एवं खुद को दोबारा रिचार्ज करने के लिए छोटे-छोटे ब्रेक लेना महत्वपूर्ण होता है। कुछ मिनटों के लिए अपनी पढ़ाई से दूर रहें, टहलने जाएं या कुछ और काम करें जो आपको पसंद हो।

Solicit assistance | सहायता लेना

यदि आप किसी भी कारणवश अपनी परीक्षा से पूर्व या इसके दौरान अकेला एवं असहाय मह्सूस करें तो अपने करीबी या वरिष्ठों से बेझिझक सहायता लें। 

याद रखें, परीक्षा के दौरान तनाव महसूस करना सामान्य बात है।

प्रभावी तरीको का उपयोग करके आप अपने तनाव को बेहतर ढंग से प्रबंधित कर सकते हैं और अपनी परीक्षाओं में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकते हैं।

Selecting nutritious food options | स्वस्थ भोजन विकल्प का चुनाव 

जब हम पढ़ रहे होते हैं, तब हम सब कुछ भूलकर पढ़ाई में खो जाते है। अपनी किताबों के चारों ओर चिप्स और चॉकलेट पैकेट  के साथ, हम अक्सर पूरे दिन या घंटों एक ही स्थान पर बैठे रहते हैं।

लगातार स्वास्थ्य को नुक्सान पहुँचाने वाले खाद्य पदार्थों के सेवन से आप अपनी सेहत को ख़राब कर लेते है। साथ ही फ़ास्ट फ़ूड एवं पैकेट फ़ूड आपको तनावग्रस्त भी कर देता है। 

इसलिए अपनी परीक्षाओं के दौरान एवं पहले से ही स्वास्थ्य वर्धक भोज्य पदार्थो का सेवन आपको आगे चलकर तनाव से पीड़ित होने से बचा सकता है। 

Sleep for eight hours every night | रात्रि आठ घंटों की नींद लेना 

सही खाने एवं  पर्याप्त पढ़ाई होने के बाद, पर्याप्त नींद लेना परीक्षा के समय में खुद की देखभाल करने के सबसे महत्वपूर्ण तरीकों में से एक है।

 ज्यादातर लोग सोचते हैं कि पूरी रात पढ़ाई करने से उन्हें परीक्षा में सफल होने का बेहतरीन मौका मिलने वाला है, लेकिन सच्चाई यह है कि यह अच्छे से ज्यादा नुकसान कर रहा है।

आपको इसी तरह नींद की जरूरत है, जिस तरह आपके फोन को हर दिन के अंत में रिचार्ज करने की जरूरत होती है। 

इसके बिना, आपका मस्तिष्क तथ्यों को याद रखने या समस्याओं का विश्लेषण करने की क्षमता नहीं रख पाएगा। इसलिए आप अपनी पूरी क्षमता से काम नहीं कर पाएंगे। अतः भरपूर 8 घंटे की रात्रि निद्रा लेना न भूलें। 

Conversing with your family | अपने प्रियजन से बात करना 

अपने परीक्षा तनाव के बारे में किसी से बात करना चिंता की भावनाओं को कम करने और आपके द्वारा महसूस किए जा रहे कुछ दबाव को कम करने का एक सहायक तरीका हो सकता है। 

एक भरोसेमंद दोस्त या परिवार का सदस्य या कभी-कभी किसी ऐसे व्यक्ति से बात करना मददगार आपके तनाव को दूर करने के लिए अच्छा हो सकता है। 

कुछ मामलों के लिए मनोवैज्ञानिक आपको कुछ पेशेवर सलाह देने के लिए उपलब्ध रहते हैं। यदि अन्य लोगों के साथ अपने विचार साँझा करना आपके लिए कठिन है, तो इसके बारे में एक डायरी या ब्लॉग में लिखने का प्रयास करें। 

यकीन मानिये अपनी समस्याओं को दूसरों के साथ साझा करने या डायरी पर लिखने से काफी हद तक आप अपने परीक्षा के तनाव को कम कर सकते है। 

Not considering whether something is right or bad | क्या सही है क्या गलत न सोचना 

जीवन में कई बार हम खुद को अपने मार्ग से भ्रमित करने के लिए स्वयं ज़िम्मेदार होते है। क्योंकि हम अक्सर क्या सही है क्या गलत इसी को सोचने में अपना समय व्यतीत कर देते हैं। 

परीक्षा के पहले अधिकतर छात्रों का ध्यान इसी बात को लेकर व्यथित रहता है, कि क्या तयारी करना सही रहेगा और क्या गलत? जिसकी वजह से आप अक्सर तनावग्रस्त भी हो जाते है। 

इसलिए आपके लिए बेहतर रहेगा, कि आप बिना सही गलत के भरम में पड़े सिर्फ अपने विषय के आधार पर परीक्षा की तैयारी करें। 

At the conclusion | निष्कर्ष 

जब परीक्षा समाप्त हो गई है, और आप अपने दोस्तों के साथ प्रश्नों पर चर्चा कर रहे हैं, तो उनके कुछ उत्तर आपसे भिन्न हैं। 

आपको अपने कुछ उत्तरों पर पछतावा होने लगता है। वह एक खतरनाक रास्ता है, क्योंकि आप अपने उत्तरों को वापस नहीं बदल सकते,समय समाप्त हो गया है। 

परीक्षा समाप्त होने के बाद इसके बारे में बात करने से बचना सबसे अच्छा तरीका है तनाव से बचने का। परीक्षा कक्ष से बाहर जाओ और कुछ मजा करो। 

महीनों तक अपनी डेस्क के पीछे काम करने के बाद आप इसके लायक हैं, कि कुछ समय अपने को रिलैक्स करें एवं जीवन में आनंद लें 

उपरोक्त सभी उपाय आपको परीक्षा से पहले,उसके दौरान एवं समाप्ति के बाद होने वाले तनाव से बचाने में अवश्य सहायक सिद्ध हो सकते हैं। 

इस शब्द की उत्पत्ति कैसे हुयी ? आदि प्रश्नो के उत्तर जानने के लिये “गैस लाइटिंग क्या है ? ” ( What is Gaslighting ) अवश्य पढ़े।

इससे प्रभावित व्यक्ति के लक्षण एवं बचने के उपाय जानने के लिये  Gaslighting symptoms and precautions  और इससे होने वाले विस्तृत दुष्प्रभावों को जानने के लिये  Gaslighting side effects  पर जाये।

ताकि आप अपनी स्वास्थ्य सम्बन्धी काफी सारी समस्याओं से मुक्त हो सके। फैशन, संस्कृति, राशियों अथवा भविष्यफल से सम्बंधित वीडियो हिंदी में देखने के लिए आप  Hindirashifal  यूट्यूब चैनल पर जाये और सब्सक्राइब करे।

हिन्दी राशिफ़ल को Spotify Podcast पर भी सुन सकते है। सुनने के लिये  hindirashifal  पर क्लिक करे और अपना मनचाही राशि चुने। टेलीग्राम पर जुड़ने हेतु  हिन्दीराशिफ़ल  पर क्लिक करे।

You Might Also Like

Read more about the article Jane Makar bhavishyafal 2021 | मकर भविष्यफल

Jane Makar bhavishyafal 2021 | मकर भविष्यफल

Read more about the article Pisces 2026 Prediction | मीन 2026

Pisces 2026 Prediction | मीन 2026

Read more about the article Svadhisthana Chakra | स्वाधिष्ठान चक्र

Svadhisthana Chakra | स्वाधिष्ठान चक्र

Read more about the article Aries 2026 Prediction | मेष 2026

Aries 2026 Prediction | मेष 2026

Read more about the article Capricorn girl fashion | मकर राशि गर्ल फैशन

Capricorn girl fashion | मकर राशि गर्ल फैशन

Read more about the article Singh bhavishyafal 2021 | सिंह भविष्यफल

Singh bhavishyafal 2021 | सिंह भविष्यफल

Read more about the article Dhanu Bhavishyafal 2024 | धनु भविष्यफल 2024

Dhanu Bhavishyafal 2024 | धनु भविष्यफल 2024

Read more about the article Kark Bhavishyafal 2024 | कर्क भविष्यफल

Kark Bhavishyafal 2024 | कर्क भविष्यफल

Read more about the article Kark bhavishyafal 2021 | कर्क भविष्यफल

Kark bhavishyafal 2021 | कर्क भविष्यफल

Read more about the article Kark Bhavishyafal 2023 | कर्क राशिफल 2023

Kark Bhavishyafal 2023 | कर्क राशिफल 2023

Read more about the article Libra girl fashion | तुला राशि गर्ल फैशन

Libra girl fashion | तुला राशि गर्ल फैशन

Read more about the article Law of attraction | आकर्षित करने के तरीके

Law of attraction | आकर्षित करने के तरीके

  • Bihar Board

SRM University

Cbse board result 2024.

  • CBSE 10th Result 2024
  • CBSE 12th Result 2024
  • JAC Board Result 2024
  • CG Board Result 2024
  • UK Board Result 2024
  • Karnataka Board Result 2024
  • Shiv Khera Special
  • Education News
  • Web Stories
  • Current Affairs
  • नए भारत का नया उत्तर प्रदेश
  • School & Boards
  • College Admission
  • Govt Jobs Alert & Prep
  • GK & Aptitude

SSC परीक्षा के दौरान तनाव और चिंता को कम करने के सरल तरीके

इस अनुच्छेद में, हम उन विधियों और गतिविधियों के बारे में चर्चा करेंगे जिनका उम्मीदवार अनुसरण करके ssc परीक्षा की तैयारी के दौरान तनाव और चिंता से निपट सकते हैं।.

Tarun Mogha

SSC; SSC CGL, SSC CHSL, SSC JE, SSC ASI SI CISF और अन्य दूसरी तरह की कई प्रवेश परीक्षाओं के माध्यम से ग्रेड-'C 'और' D 'सहित विभिन्न पदों पर उम्मीदवारों की भर्ती करने के लिए परीक्षायें आयोजित करता है। इन अधिकांश परीक्षाओं में तीन स्तर होते हैं .इसलिए, तैयारी के चरण के दौरान आप बहुत व्यस्त और तनावपूर्ण हो जाते है। प्रतियोगिता साल दर साल बहुत कठिन होती जा रही है क्योंकि इन परीक्षाओं में आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की संख्या हर साल बढ़ रही हैं|

जैसा आप जानते है कि तैयारी करने के लिए समय बहुत सीमित है और आपके पास  कवर करने के लिए एक बहुत व्यापक पाठ्यक्रम  होता है। इसलिए, आपको अपना समय और अपने आपको प्रबंधित करना होगा। यह देखा गया है कि एक मेहनती उम्मीदवार को भी इस बाधा का सामना करना पड़ सकता है और वे भी अनुचित आत्म प्रबंधन की वजह से इस परीक्षा में विफल हो जाते है। स्व-प्रबंधन में शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखना भी शामिल है। अनुचित प्रबंधन आपके शरीर को तनाव और चिंताग्रस्त कर सकता हैं।

Take Online Quiz

इस अनुच्छेद में, हम उन विधियों और गतिविधियों के बारे में चर्चा करेंगे जिनका उम्मीदवार अनुसरण करके SSC परीक्षा की तैयारी के दौरान तनाव और चिंता से निपट सकते हैं। आइये, इसके बारें में अधिक जानकारी प्राप्त करें-

SSC तैयारी: तनाव और चिंता को कम करने के तरीके

तनाव और चिंता, SSC परीक्षा की तैयारी के दौरान एक आम लक्षण माना गया हैं। आइए जानें कि इन्हें प्रभावी तरीके से कैसे कम कर सकते हैं-

व्यायाम में कई गतिविधियां सम्मिलित है जिनमें जॉगिंग या चलने सहित बड़ी मांसपेशियों का बार-बार संकुचन व फैलाव सम्मिलित हैं। अपनी दैनिक गतिविधियों में व्यायाम को नियमित रूप से करें। तनाव से जूझने के लिए यह सबसे महत्वपूर्ण है। शारीरिक गतिविधि से आपके शरीर पर दबाव पड़ता है जिसके परिणामस्वरूप मानसिक तनाव भी कम होता है। यह देखा गया है कि जो लोग नियमित रूप से व्यायाम करते है उनको व्यायाम न करने वालों की तुलना में चिंता कम महसूस होती है।

अब, आप इसके पीछे के कारणों के बारे में जानकार बहुत आश्चर्यचकित होगें-

  • स्ट्रेस होर्मोंस- व्यायाम लंबे समय के लिए शरीर में तनाव पैदा करने वाले होर्मोंस को कम करने में मदद करता है और एंडोर्फिन को विसर्जित करता है एंडोर्फिन ऐसा हॉर्मोन होता हैं जो दर्द निवारक के रूप में कार्य करता है व आपके मूड को और सुधारता हैं।
  • नींद- नियमित रूप से व्यायाम करने से शरीर की मांसपेशियों में फैलाव आता है और प्रत्येक कसरत करने के बाद, आपको सोने की आवश्यकता होगी। यह नींद की गुणवत्ता, जोकि प्रतिकूल तनाव और चिंता से प्रभावित होती है, में सुधार लाने में मदद करता है।
  • आत्म-विश्वास- आपको और अधिक सक्षम और आत्मविश्वास महसूस कराने में नियमित व्यायाम योग्य व प्रभावकारी होताहै, जिसके परिणामस्वरुप आपका मानसिक स्वास्थ्य भी अच्छा होता हैं।

इसलिए, आपको SSC की तैयारी के दौरान कुछ व्यायाम को चुनने व उन्हें नियमित रूप से अभ्यास करने की सलाह दी जाती है।

सप्लीमेंटस का उपयोग

  • अश्वगंधा-  यह एक जड़ी बूटी के रूप में होता है जिसका उपयोग आयुर्वेदिक दवा तैयार करने में और तनाव व चिंता के इलाज के लिए किया जाता है, कई वैज्ञानिकों ने इसे प्रभावी भी माना है।
  • ग्रीन टी- यह आपके serotonin के स्तर में वृद्धि करके तनाव से लड़ने में मदद करता है। Serotonin का स्तर, ग्रीन टी में मौजूद पालीफिनॉल एंटीऑक्सिडेंट की वजह से बढ़ता हैं।
  • नींबू बाम- यह मिंट परिवार से है, जो चिंता- विरोधी प्रभाव से समृद्ध होता है।
  • ओमेगा -3 फैटी एसिड्स- यह 20% तक चिंता को कम करने में मदद करता है ऐसा एक अध्ययन में सुझाव दिया गया हैं।
  • वेलेरियन(Valerian)- वेलेरियन जड़ अपने ट्रैंक्विलाइज़र प्रभाव के लिए लोकप्रिय है क्योंकि इसमें वलेरेनिक अम्ल होता है जो चिंता कम करने वाले गाबा रिसेप्टर्स में बदल जाता है|

कैफीन का कम उपयोग करें

हर व्यक्ति में कैफीन के सेवन करने की क्षमताएं भिन्न होती है। कैफीन की उच्च खुराक आपके मूड को ख़राब करके आपकी चिंता को बढ़ा सकता हैं। कैफीन कॉफी, चाय, चॉकलेट और ऊर्जा पेय पदार्थों में पाया जाता है। कैफीन की सीमित खुराक स्वास्थ्यपूर्ण हो सकती है। इसलिए, अगर आप तैयारी के दौरान अपने व्यवहार में तनाव महसूस करते है, तो आप दैनिक जीवन में कैफीन का सेवन कम करें।

‘मना’ करना सीखें

अतिरिक्त कार्य, जिन्हें आप संभाल नहीं सकते, को लेने की कोशिश न करें। चूँकि तनाव और चिंता को पैदा करने वाले सभी कारक आपके पूरी तरह से नियंत्रण में नहीं होते हैं। इसलिए, अपने जीवन के उन हिस्सों को नियंत्रित करें जिससे आप तनाव को कम करने मेंउपयोग कर सकते है।  इस तरह के लक्ष्य को हासिल करने के लिए ‘मना’ करना सीखें।

इसलिए, आपके तैयारी के दौरान बने कार्यभार में चयनात्मक होना व 'न'  कहना- तनाव के स्तर को नियंत्रित करने में एक सही शुरुआत हो सकती है।

टालमटोली से बचें

टालमटोली प्राथमिकताओं को स्थगित करने के बारे में है। टालमटोली की वजह से वांछित परिणाम प्राप्त नहीं होते है और इससे तनाव के स्तर में बढोत्तरी होती है। इसलिए, अपनी तैयारी चरण के दौरान तनाव पर काबू पाने और विलंब को रोकने के लिए अपनी प्राथमिकताएं को शीर्ष पर रखें और टालमटोली से बचें।

15 वेबसाइट्स, जो एसएससी में आपका सिलेक्शन करवा सकती है

इसलिए, किसी भी अध्ययन में अपने आप को शामिल करने से पहले, आप अपने कार्यों और गतिविधियों की एक सूची बनायें और उन्हें तदनुसार प्राथमिकता दें। इसलिए SSC परीक्षा की तैयारी के दौरान आपको वर्तमान कार्य से स्विच करने और किसी नए कार्य को न करने की सलाह दी जाती है।

  • संज्ञानात्मक चिकित्सा के आधार पर सचेतन
  • तनाव कमी के आधार पर सचेतन
  • योग और ध्यान

जब आप परीक्षा की तैयारी के दौरान तनाव और चिंता का सामना करते हैं तो आप दिल की धड़कनों में तेज़ी, साँस लेने में जल्दी और रक्त वाहिकाओं में फैलाव को महसूस करते है। गहरी साँस लेने का व्यायाम पैरा-सिमपैथेटिक तंत्रिका तंत्र को सक्रिय करने में मदद करता है और रिलैक्सेशन रेस्पोंसेस को नियंत्रित करता है|

शीर्ष 5 युक्तियां SSC परीक्षा की तैयारी में मैमोरी को मजबूत करने के लिए

  • पेट से सांस लेना
  • उदर से साँस लेना
  • मध्यपटीय साँस

गहरी सांस लेने का मुख्य उद्देश्य अपनी सांस पर ध्यान केंद्रित करना होता है कि जब वायु आपकी नाक से होकर, आपके फेफड़ों से गुजरती हुई आपके पेट में फ़ैलती है तो यह आपके दिल की धड़कने की दर को धीमा करने में मदद करता है और आप अधिक शांतिपूर्ण महसूस करते है। 

  • भारतीय संगीत
  • मूल अमेरिकी संगीत

एसएससी सीजीएल परीक्षा की तैयारी कोचिंग के बिना कैसे करें?

यह आपको उन परिस्थितियों, जिनमें आप अधिक तनावपूर्ण महसूस करते है, में प्रभावी निर्णय लेने में दक्षता प्रदान करेगा और इससे आप तनाव से बेहतर ढंग से मुकाबला करने के तंत्र को विकसित कर सकते हैं।

परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताएं

दोस्तों और परिवार से सामाजिक समर्थन आपको तनावपूर्ण समय में से बाहर निकलने में मदद कर सकता हैं| यह आपको किसी से संबंधित होने और आत्म-मूल्य की भावना को प्रदान करता है। दोस्तों, परिवार और बच्चों के साथ समय बिताना, आपके शरीर में ऑक्सीटोसिन के स्त्राव में मदद करता है। ऑक्सीटोसिन एक प्राकृतिक तनाव राहत होरमोन है। दोनों पुरुष और महिला इस प्रकार के मैत्रीपूर्ण व्यवहार से लाभ उठा सकते है|

हालांकि, अपने समय का प्रबंधन और  परीक्षा की तैयारी के दौरान दोस्तों के साथ अतिरिक्त बैठकों से बचें। स्वस्थ बातचीत SSC परीक्षा की तैयारी में आप को प्रेरित करने के लिए पर्याप्त हो सकता है।

हम www.jagranjosh.com   पर आपको  SSC की तैयारी के लिए सभी आवश्यक और जरूरतमंद कार्रवाई के बारे में जानकारी और मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। तो, हमारी वेबसाइट पर आते रहें।

आप जागरण जोश पर सरकारी नौकरी , रिजल्ट , स्कूल , सीबीएसई और अन्य राज्य परीक्षा बोर्ड के सभी लेटेस्ट जानकारियों के लिए ऐप डाउनलोड करें।

  • CGBSE रिजल्ट 2024
  • सीबीएसई रिजल्ट 2024
  • ubse.uk.gov.in 2024 रिजल्ट
  • jac.jharkhand.gov.in Class 12 रिजल्ट 2024
  • Uttarakhand Board Result at Jagran Josh
  • UK Board 12th Toppers 2024
  • 10th, 12th Result 2024
  • HBSE 12th Result 2024
  • JAC Class 12th रिजल्ट 2024

Latest Education News

Who Won Yesterday IPL Match: GT vs RCB, Match 52, Check All Details and Latest Points Table

Fastest 50s In IPL History: किसने जड़ा है आईपीएल इतिहास का सबसे तेज़ अर्द्धशतक? देखें पूरी लिस्ट

Personality Test: Your Sleeping Position Reveals Your Hidden Personality Traits

HBSE 10th Result 2024: हरियाणा बोर्ड 10वीं का रिजल्ट bseh.org.in पर जल्द, देखें लेटेस्ट अपडेट

HPBOSE 10th Result 2024: कल सुबह 10 बजे जारी हो सकता है हिमाचल प्रदेश 10वीं का रिजल्ट, hpbose.org पर मिलेगा Direct Link

HP Board 10th Result 2024 Date and Time Soon: Check Latest Updates at hpbose.org

Assam HS Result 2024 Likely Soon, Download AHSEC Mark Sheet at ahsec.assam.gov.in and Check Latest Updates Here

HNGU Result OUT at ngu.ac.in; Direct Link to Download UG and PG Result PDF

Picture Puzzle IQ Test: Only Extremely Observant Can Spot The Teapot In This Park In 8 Seconds!

Gujarat University Result 2024 OUT at gujaratuniversity.ac.in: Direct Link to Download The UG and PG Marksheets

Updated List of Fastest 100 in IPL (2008 - 2024)

IPL 2024 Live Streaming: मोबाइल या टीवी कहां और कैसे देखें आईपीएल का LIVE टेलीकास्ट?

IPL 2024: IPL इतिहास में सबसे तेज गेंद फेंकने वाले गेंदबाज कौन है?

Lok Sabha election 2024: केंद्रीय गृह मंत्री Amit Shah कितनी संपत्ति के मालिक है? देखें पूरी Net Worth

Optical Illusion IQ Test: Only Highly Detail-Oriented Can Spot The Number 6 Among 9's In 6 Seconds!

Most Sixes In IPL 2024: आईपीएल में चौकों-छक्कों की रेस में कौन सबसे आगे? देखें पूरी लिस्ट

Seek and Find Puzzle: Can You Find the Timepiece in This Family Vacation Scene?

Australia T20 World Cup Squad 2024: Complete List of Team Players and Name

Teams With Most ICC Trophies: Check the List of Cricket Teams With Most ICC Tournament Wins In History

⁠Pakistan T20 World Cup Squad 2024: Complete List of Team Players and Name

Essay on Stress Management

500 words essay on stress management.

Stress is a very complex phenomenon that we can define in several ways. However, if you put them together, it is basically the wear and tear of daily life. Stress management refers to a wide spectrum of techniques and psychotherapies for controlling a person’s stress level, especially chronic stress . If there is effective stress management, we can help one another break the hold of stress on our lives. The essay on stress management will throw light on the very same thing.

essay on stress management

Identifying the Source of Stress

The first step of stress management is identifying the source of stress in your life. It is not as easy as that but it is essential. The true source of stress may not always be evident as we tend to overlook our own stress-inducing thoughts and feelings.

For instance, you might constantly worry about meeting your deadline. But, in reality, maybe your procrastination is what leads to this stress than the actual deadline. In order to identify the source of stress, we must look closely within ourselves.

If you explain away stress as temporary, then it may be a problem. Like if you yourself don’t take a breather from time to time, what is the point? On the other hand, is stress an integral part of your work and you acknowledging it like that?

If you make it a part of your personality, like you label things as crazy or nervous energy, you need to look further. Most importantly, do you blame the stress on people around you or the events surrounding you?

It is essential to take responsibility for the role one plays in creating or maintaining stress. Your stress will remain outside your control if you do not do it.

Strategies for Stress Management

It is obvious that we cannot avoid all kinds of stress but there are many stressors in your life which you can definitely eliminate. It is important to learn how to say no and stick to them.  Try to avoid people who stress you out.

Further, if you cannot avoid a stressful situation, try altering it. Express your feelings don’t bottle them up and manage your time better. Moreover, you can also adapt to the stressor if you can’t change it.

Reframe problems and look at the big picture. Similarly, adjust your standards and focus on the positive side. Never try to control the uncontrollable. Most importantly, make time for having fun and relaxing.

Spend some time with nature, go for a walk or call a friend, whatever pleases you.  You can also try working out, listening to music and more. As long as it makes you happy, never give up.

Get the huge list of more than 500 Essay Topics and Ideas

Conclusion of the Essay on Stress Management

All in all, we can control our stress levels with relaxation techniques that evoke the relaxation response of our body. It is the state of restfulness that is the opposite of the stress response. Thus, when you practice these techniques regularly, you can build your resilience and heal yourself.

FAQ of Essay on Stress Management

Question 1: What is the importance of stress management?

Answer 1: Stress management is very efficient as it helps in breaking the hold which stress has on our lives. Moreover, you can also become happy, healthy and more productive because of it. The ultimate goal should be to live a balanced life and have the resilience to hold up under pressure.

Question 2: Give some stress management techniques.

Answer 2: There are many stress management techniques through which one can reduce stress in their lives. One can change their situation or their reaction to it. We can try by altering the situation. If not, we can change our attitudes towards it. Remember, accept things that you cannot change.

Customize your course in 30 seconds

Which class are you in.

tutor

  • Travelling Essay
  • Picnic Essay
  • Our Country Essay
  • My Parents Essay
  • Essay on Favourite Personality
  • Essay on Memorable Day of My Life
  • Essay on Knowledge is Power
  • Essay on Gurpurab
  • Essay on My Favourite Season
  • Essay on Types of Sports

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Download the App

Google Play

IMAGES

  1. Stress Management in Hindi

    managing stress essay in hindi

  2. Stress Managemwnt Hindi

    managing stress essay in hindi

  3. Stress

    managing stress essay in hindi

  4. Hindi essays in hindi language for students in 2021

    managing stress essay in hindi

  5. Simple techniques to manage stress in Hindi |Stress release

    managing stress essay in hindi

  6. 6 Steps For Stress Management

    managing stress essay in hindi

VIDEO

  1. Soft Skill- STRESS MANAGEMENT in Hindi , तनाव प्रबंधन , How to manage stress. तनाव के कारण

  2. Essay on Stress Management most important

  3. Understanding and Managing Stress in the Modern World Class 9 to 12(@StorysForAll489 )

  4. Finals Stress 😰 EssayGoat

  5. Consequences of Stress

  6. How to Overcome Exam Stress || Tips before Exam📚 #shorts #youtubeshorts

COMMENTS

  1. Stress Management in Hindi: जानिए तनाव ...

    Stress management in Hindi को दूर करने के कुछ समान्य उपाय नीचे दिए गए हैं- तनाव होने पर हमेशा चीजों को सकारात्मक तरीके से देखने की कोशिश करनी चाहिए ।

  2. तनाव पर निबंध: अर्थ और प्रकार

    Essay # 1. तनाव का अर्थ (Meaning of Stress): तनाव मूल रूप से 'विघर्षण' है । हमारा शरीर लगातार बदलते वातावरण के साथ समायोजन करते हुए इसका अनुभव करता है ...

  3. Stress Management: कितने तरह के होते हैं तनाव और कैसे करें उन्हें मैनेज

    iStock. ऐसी एक्टिविटीज करना जिन्हें आप एंजॉय करते हैं स्ट्रेस मैनेज (Stress Management ...

  4. स्ट्रेस क्या है? जानिए इसके कारण, लक्षण और उपचार

    अगर तनाव (stress in hindi) लंबे वक्त तक रहे तो ये हमारे इम्यून सिस्टम और हृदय को ...

  5. How to Reduce Stress in Hindi: तनावमुक्त जीवन के16 आसान तरीके

    How to Reduce Stress in Hindi के बारे में जानने से पहसे तनाव को थोड़ा और गहराई में समझने के लिए यह जानते हैं कि यह कितने प्रकार का होता है। अक्सर हम छोटी ...

  6. Stress Management Hindi तनाव प्रबंधन ; तनाव को दूर करने के बेहतरीन तरीके

    तनाव प्रबंधन ; तनाव को दूर करने के बेहतरीन तरीके - Stress Management Hindi. तनाव (Stress) और चिंता (Anxiety) ज्यादातर लोगों के लिए एक Common Problems बन चुकी है। प्रायः ...

  7. तनाव प्रबंधन पर निबंध, Essay On Stress Management in Hindi

    तनाव प्रबंधन पर निबंध हिंदी, Essay On Stress Management in Hindi. तनाव एक ऐसी समस्या है जिसे कई तरह से व्यक्त किया जा सकता है। दैनिक जीवन का काम तनाव पैदा ...

  8. तनाव एवं चिंता दूर करने के उपाय

    गणतंत्र दिवस परेड पर निबंध (Republic Day Parade Essay in Hindi) गणतंत्र दिवस 2024 पर स्लोगन (नारा) हमें सुधार करने में मदद के लिए अपने बहुमूल्य सुझाव प्रदान ...

  9. स्ट्रेस को कैसे कम करें

    खुद को व्यस्त रखें. दोस्तों के साथ समय बिताएं. अपनी समस्या के बारे में चर्चा करें. अपनी समस्या का समाधान खोजे. धार्मिक स्थल पर जाएं ...

  10. Stress Management (HINDI)

    In this Hindi Educational Video Ashish Parpani has shared a few tips for Managing Stress Effectively. He has spoken about the Effects (Physical, Emotional & ...

  11. तनाव प्रबंधन क्या है अर्थ उपाय व टिप्स

    तनाव का अर्थ व परिभाषा (Stress Management Meaning In Hindi) जीव के प्रमुख लक्षणों में डर तथा सुरक्षा प्रमुख है तनाव भय तथा डर के बीच का विभेद है अर्थात हम ...

  12. स्टूडेंट्स के लिए 100, 200 और 500 शब्दों में मानसिक स्वास्थ्य पर निबंध

    Mental Health Essay in Hindi पर 10 लाइन्स नीचे दी गई है: मानसिक स्वास्थ्य व्यक्ति की भावनात्मक, मानसिक और सामाजिक क्षमता का प्रतीक होता है। अच्छा ...

  13. How to manage stress these are the 5 things you should know

    How to Reduce Stress: स्ट्रैस को कैसे कम करें, यह हैं टॉप 5 तरीके. How to Manage Stress: स्ट्रेस की समस्या से काफी लोग परेशान हैं, इससे निजात पाने के लिए हम आपको खास टिप्स देने वाले ...

  14. Stress Management

    * तनाव (Stress) से उबरने के लिए व्यायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। व्यायाम तनाव से निजात दिलाने में काफी कारगर है। यदि आपके लिए यह संभव न हो तो सुबह और ...

  15. Stress Symptoms: तनाव क्या है, क्यों होता है, तनाव के लक्षण, कारण और

    Symptoms of Stress: दुनिया में मौजूद हर व्यक्ति कभी न कभी तनाव का शिकार जरूर होता है.

  16. आपके सारे तनाव को दूर कर देंगी ये 7 टेक्निक्स

    तनाव कम करने की 7 टेक्निक्स (7 Stress Management Techniques In Hindi) अब समय आता है उन Top 7 Stress Management Techniques In Hindi को समझने का जो हमारे Stress को release करने में हमारी help करेंगे।

  17. Stress management in hindi

    Today we will discuss how to manage stress in hindi language. Here you will find various techniques related to stress management. वर्तमान समय में तनाव की समस्या बेहद जटिल है। अगर एक बच्चा बोले कि में तनाव में हु या ...

  18. Stress Management Techniques in Hindi: तनाव कम ...

    Stress Management Techniques in Hindi: Easy Ways To Reduce Stress: तनाव को कम करने के लिए और उससे डील करने के लिए ये समझना है कि तनाव कहां से आ रहा है. क्या है जो तनाव को ट्रिगर कर रहा है.

  19. Exam stress management

    Exam Stress Management. परीक्षा का तनाव शारीरिक लक्षणों में प्रकट हो सकता है, जैसे सोने में कठिनाई, भूख न लगना तथा ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई का ...

  20. Stress & Anxiety management during SSC exams-in hindi

    Learn how to overcome stress and anxiety related problems during SSC exam preparation to excel in your studies for getting selected in the exam in hindi- Check Bihar Board 10th Result 2024 Here ...

  21. Essay on Stress Management in English for Students

    Question 2: Give some stress management techniques. Answer 2: There are many stress management techniques through which one can reduce stress in their lives. One can change their situation or their reaction to it. We can try by altering the situation. If not, we can change our attitudes towards it. Remember, accept things that you cannot change.

  22. Essay On Stress Management In Hindi

    Essay On Stress Management In Hindi Essay On Stress Management In Hindi 2. No Country For Black Boys By Joy Priest Where is my country? The poem No Country for Black Boys by Joy Priest represents the sorrowful incident which happened on February 26, 2012 for Trayvon Martin in Florida. Trayvon Martin was an innocent African American young boy ...

  23. Stress Management Essay

    Stress Management Essay: Stress is a troublesome phenomenon that strangles us, making us unable to function actively. As humans we all have stress problems in our life. What distinguishes a happy person from an unhappy one is how he handles stress in his life. The joy of being blissful and free from stress is the purpose of life.