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फुटबॉल पर निबंध (Essay On Football In Hindi)

Essay On Football In Hindi

In this Article

फुटबॉल पर 10 लाइन का निबंध (10 Lines On Football In Hindi)

फुटबॉल पर निबंध 200-300 शब्दों में (short essay on football in hindi 200-300 words), फुटबॉल पर निबंध 400-500 शब्दों में (essay on football in hindi 400-600 words), फुटबॉल के बारे में रोचक तथ्य (interesting facts about football), फुटबॉल के इस निबंध से हमें क्या सीख मिलती है(what will your child learn from a football essay), अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (faqs).

फुटबॉल दुनिया का सबसे पसंदीदा खेल है। यह खेल बहुत मजेदार और चुनौती से भरा होता है, जिसे लोग मस्ती और मनोरंजन के लिए खेलते हैं। फुटबॉल खेलने से न सिर्फ शरीर तंदुरुस्त रहता है, बल्कि दिमाग भी तेज होता है। इस खेल से आपकी ध्यान केंद्रित करने की क्षमता बढ़ती है और तनाव भी कम होता है। साथ ही, फुटबॉल खेलने से दिमाग और शरीर दोनों में फुर्ती आती है। अन्य देशों के अलावा भारत की भी फुटबॉल टीम है, जिसका प्रदर्शन काफी अच्छा है। इस लेख में आपको फुटबॉल पर कम शब्दों से लेकर अधिक शब्दों के निबंध मिलेंगे, जो छात्रों को परीक्षा में फुटबॉल पर आसानी से निबंध लिखने में मदद कर सकेंगे।

फुटबॉल खेल पर निबंध लिखने के लिए आप नीचे दी गई 10 आसान लाइनें जरूर पढ़ें, ताकि आप एक बेहतर निबंध लिख सकें।

  • फुटबॉल 200 से ज्यादा देशों में खेला जाता है और इसके करोड़ों फैंस हैं।
  • इसमें 11-11 खिलाड़ियों की दो टीमें एक-दूसरे के खिलाफ खेलती हैं।
  • खिलाड़ियों को गेंद को पैरों से मारकर दूसरे टीम के गोल में डालना होता है।
  • खेल की तेज रफ्तार, जबरदस्त तरकीबें और गोल लोगों को बहुत पसंद आते हैं।
  • हर चार साल में फुटबॉल का सबसे बड़ा टूर्नामेंट होता है और इसे ओलंपिक में भी खेला जाता है।।
  • मेसी और रोनाल्डो जैसे खिलाड़ी फुटबॉल के सुपरस्टार हैं।
  • फुटबॉल को चलाने वाली संस्था का नाम फीफा है।
  • फुटबॉल के वर्ल्ड कप में दुनियाभर की टीमें खेलती हैं।
  • इसे स्कूल, कॉलेज और पार्क में भी खेला जाता है।
  • फुटबॉल से दोस्ती और टीम वर्क की भावना भी बढ़ती है।

यहां आपको आपको फुटबॉल पर हिंदी में 200 से 300 शब्दों में निबंध लेख का सैंपल दिया गया है जिसकी मदद से बच्चा एक अच्छा निबंध लिख सकता है।

फुटबॉल दुनिया का सबसे लोकप्रिय खेल है, जिसे करोड़ों लोग पसंद करते हैं। यह खेल दो टीमों के बीच खेला जाता है, जिसमें हर टीम में 11-11 खिलाड़ी होते हैं। खिलाड़ियों का मकसद गेंद को पैरों से मारकर दूसरी टीम के गोल में डालना होता है। जो टीम सबसे ज्यादा गोल करती है, वही जीतती है। फुटबॉल खेलना न सिर्फ मजेदार होता है, बल्कि यह सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद है। यह खेल शरीर को तंदुरुस्त रखने के साथ-साथ दिमाग को भी तेज बनाता है। फुटबॉल खेलने से हमारे शरीर में फुर्ती आती है और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता भी बढ़ती है। यह खेल टीम वर्क सिखाता है और हमें साथ मिलकर काम करने की आदत डालता है। फुटबॉल स्कूल, कॉलेज, पार्क और यहां तक कि गली-मोहल्लों में भी खेला जाता है। इस खेल के बड़े-बड़े टूर्नामेंट भी होते हैं, जिनमें सबसे बड़ा टूर्नामेंट फीफा वर्ल्ड कप है। फुटबॉल खेलने के लिए बस एक गेंद और थोड़ी खुली जगह चाहिए, इसलिए इसे खेलना भी बहुत आसान है। फुटबॉल हमें फिट, एक्टिव और अनुशासन में रहना सिखाता है, इसलिए बच्चे हो या बड़े इसे खेलना सभी के लिए फायदेमंद होता है।

football par nibandh

कई देशों के मशहूर खेल फुटबॉल, जिसके बारे में हमने नीचे जिक्र किया है और साथ ही उससे जुड़ी सभी जानकारी को निबंध में बताया है। यदि आपका बच्चा कक्षा 1,2,3,4,5 में पढ़ता है तो इस निबंध की मदद से फुटबॉल पर एक अच्छा एस्से लिख सकता है।

फुटबॉल दुनियाभर के कई देशों का लोकप्रिय खेल है। यह दो टीमों के बीच खेला जाने वाला एक मजेदार खेल है, जिसमें हर टीम में 11 खिलाड़ी होते हैं। फुटबॉल खेल के साथ एक बेहतरीन शारीरिक व्यायाम भी है, जो शरीर को फिट और तंदुरुस्त रखता है। साथ ही, यह हमें अनुशासन, एकता और संयम भी सिखाता है। पूरी दुनिया में यह खेल बहुत लोकप्रिय है और कई देशों के शहरों और कस्बों में इसे सालों से खेला जा रहा है। फुटबॉल खेलने से शरीर मजबूत होता है और साथ ही हमारे अंदर एक-दूसरे के साथ मिलकर काम करने की आदत भी विकसित होती है। यही कारण है कि यह खेल बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी के लिए फायदेमंद और मजेदार है।

फुटबॉल का इतिहास (History Of Football)

फुटबॉल का इतिहास करीब 700-800 साल पुराना है, लेकिन पिछले 100 सालों से यह दुनिया का सबसे पसंदीदा खेल बन गया है। फुटबॉल को सबसे पहले रोम के लोगों ने ब्रिटेन में लाया था और 1863 में इंग्लैंड में इसे खेलना शुरू किया गया। इसी साल इंग्लैंड में फुटबॉल एसोसिएशन बनाई गई, जो इस खेल के नियम और संचालन का जिम्मा उठाने वाली पहली संस्था थी। शुरुआत में लोग इसे सिर्फ गेंद को पैर से मारकर खेलते थे, लेकिन बाद में यह एक रोमांचक खेल बन गया। धीरे-धीरे फुटबॉल ने लोकप्रियता हासिल की और नियमों के साथ एक बड़े मैदान में खेला जाने लगा, जिसमें सीमा रेखाएं और केंद्र रेखा बनाई गई थीं। इस खेल को खेलना बहुत महंगा नहीं है और इसे कई जगह ‘सॉकर’ के नाम से भी जाना जाता है। फुटबॉल के नियम पहली बार 1863 में इंग्लैंड की फुटबॉल एसोसिएशन द्वारा सही तरीके से बनाए गए थे। आज यह खेल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फीफा द्वारा संचालित होता है, जो हर चार साल में फीफा वर्ल्ड कप का आयोजन करती है। फुटबॉल का यह सफर इसे पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा खेले और पसंद किए जाने वाले खेलों में से एक बनाता है।

फुटबॉल के नियम (Rules Of Football)

फुटबॉल एक पुराना खेल है, लेकिन इसके नियम समय-समय पर अपडेट होते रहते हैं। इस खेल के मुख्य नियम कुछ इस तरह हैं:

  • फुटबॉल को एक आयताकार मैदान पर खेला जाता है, जिसमें दो लंबे लाइन (स्पर्श लाइन) और दो छोटे लाइन (गोल लाइन) होते हैं। मैदान को एक सेंटर लाइन से दो भागों में बांटा जाता है।
  • फुटबॉल की गेंद गोल आकार की होती है, जिसका घेरा 68 से 70 सेंटीमीटर होता है, और यह चमड़े की बनी होती है।
  • हर टीम में 11-11 खिलाड़ी होते हैं। अगर किसी टीम में 7 से कम खिलाड़ी हों, तो खेल शुरू नहीं हो सकता।
  • खेल के नियमों को देखने के लिए एक रेफरी और दो सहायक रेफरी होते हैं।
  • एक मैच 90 मिनट का होता है, जिसमें दो हाफ होते हैं, प्रत्येक भाग 45 मिनट का होता है। खेल के बीच में ब्रेक 15 मिनट से ज्यादा नहीं होना चाहिए।
  • खेल के दौरान गेंद हमेशा खेल में रहती है, लेकिन जब गोल होता है या रेफरी खेल को रोकता है, तब गेंद खेल के बाहर होती है।
  • गोल होने के बाद खेल को फिर से शुरू करने के लिए एक गोल किक दी जाती है।

भारत में फुटबॉल (Football In India)

भारत को क्रिकेट के लिए जाना जाता है, इसलिए फुटबॉल पर कम ध्यान देते हैं। लेकिन बंगाल के लोग फुटबॉल में सबसे आगे हैं। भारत में फुटबॉल को बढ़ावा देने के लिए ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन काम कर रहा है। भारत में फुटबॉल के दो बड़े लीग हैं – आई-लीग और सुपर लीग, इसके अलावा संतोश ट्रॉफी भी खेली जाती है। धीरे-धीरे भारत में फुटबॉल की लोकप्रियता बढ़ रही है। 2017 में भारत में अंडर-17 फुटबॉल वर्ल्ड कप हुआ, जो कि भारत में फीफा का पहला बड़ा इवेंट था। इसमें कई भारतीय फुटबॉल खिलाड़ी जैसे सुनील छेत्री, गुरप्रीत सिंह संधू, और अनुरुद्ध थापा की पहचान बढ़ी है। इस प्रकार, भारत में फुटबॉल धीरे-धीरे अपनी जगह बना रहा है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इसे मान्यता मिल रही है।

फुटबॉल के बारे में कुछ रोचक बातें:

  • फुटबॉल अमेरिका में सबसे पसंदीदा खेलों में से एक है।
  • पहला फुटबॉल मैच 1869 में रटगर्स और प्रिंसटन यूनिवर्सिटी के बीच खेला गया था।
  • भारतीय टीम कभी भी फीफा वर्ल्ड कप में नहीं खेल पाई है।
  • 2 मई 1964 को पेरू में फुटबॉल मैच के दौरान रेफरी के फैसले पर हुए हंगामे में लगभग 300 लोग मारे गए थे।
  • आज के जमाने का फुटबॉल खेल 19वीं सदी में ब्रिटेन में शुरू हुआ था।
  • फुटबॉल को ‘सॉकर’ भी कहा जाता है, खासकर अमेरिका और कनाडा जैसे देशों में।
  • गोलकीपर टीम का अकेला खिलाड़ी होता है जो गेंद को हाथ से छू सकता है।

फुटबॉल एक बेहतरीन खेल है जो खिलाड़ियों को शारीरिक, मानसिक, सामाजिक, आर्थिक आदि कई अन्य रूप से फायदा पहुंचाता है। यह खेल खिलाड़ियों को समाज में एक खास पहचान बनाने में मदद करता है, चाहे वो राष्ट्रीय स्तर पर हो या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर। बच्चों और युवाओं को फुटबॉल खेलने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए, चाहे घर पर हो या स्कूल में। इससे उन्हें शारीरिक और मानसिक तंदुरुस्ती हासिल होती है और उनकी सेहत भी बेहतर रहती है। फुटबॉल खेलना उन्हें सक्रिय और स्वस्थ बनाए रखता है, और जीवन में एक नई दिशा भी प्रदान करता है।

1. सबसे पहला फुटबॉल वर्ल्ड कप किस देश में हुआ था?

सबसे पहला फुटबॉल वर्ल्ड कप उरुग्वे देश में खेला गया था।

2. फुटबॉल के खेल में कुल कितने नियम होते हैं?

फुटबॉल में कुल 17 नियम होते हैं।

3. फुटबॉल का खेल कितने समय तक चलता है?

फुटबॉल का खेल कुल 90 मिनट तक चलता है।

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Short essay on football in hindi फुटबॉल पर निबंध.

Today we added Essay on Football in Hindi language/ Mera priya khel football in Hindi. After reading this article you will get football information in Hindi. Now you can write a short essay on Football in Hindi and send it through the comment box section. An essay about football is my favourite sport. School going kids may get an essay on football for class 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11 and 12.

Hindiinhindi Essay on Football in Hindi

Short Essay on Football in Hindi 300 Words

फुटबॉल पूरे विश्व में खेले जाने वाला सबसे लोकप्रिय खेल है। फुटबॉल लोगो के ध्यान को राहत पाने के लिए मदद करता है और सभी खिलाड़ियों को अपनी टीम के साथ कार्य करना सिखाता है। यह पेरो द्वारा खेले जाने वाला खेल खिलाड़ियों और प्रन्शंसको में तंदरुस्ती लाता है। इस खेल को पेरो के साथ गेंद को ठोकर मार कर खेला जाता है, इसलिए इसका नाम फुट (पैर) बाल (गेंद), यानि की फूटबाल है। फुटबॉल खिलाड़ियों को स्वस्थ और अनुशाषित रखता है।

फुटबॉल खेल नियमित रूप से खेलने पर यह खिलाड़ियों को बहुत लाभ प्रदान करता है। फुटबॉल सभी आयु वर्ग के लिए लाभदायक है। फुटबॉल के कुछ महत्वपूर्ण लाभ कुछ इस प्रकार है – मानसिक और शारीरिक ताकत प्रदान करना, खिलाड़ियों में आत्मविश्वास भरना, समयनिष्चित और अनुशाषित बनाना, हृदय के स्वास्थ्य में सुधार, टीम में काम करने को प्रेरित करना और तंदरुस्ती के कौशल सत्तर को सुधरता है।

फुटबॉल को एक प्राचीन ग्रीक खेल हर्पास्टॉन के रुप में माना जाता है। जिसे रोम के लोग ब्रिटैन ले गए और फुटबॉल खेल की उत्पत्ति बाहरवीं सदी के बाद इंग्लैंड देश में हुई। इंग्लैंड में इसकी शुरुआत 1863 में हुई थी। फूटबाल खेल सन् 1800 में अग्रणी खेल बन गया, जिसके बाद इसे स्कूल और कॉलेजो में खेला जाने लगा।

फुटबॉल के 90 मिनट गेम में 45-45 मिनट के दो अंतराल होते है। दो टीमों में 11-11 खिलाडी होते है, जो पेरो से फुटबॉल को ठोकर मरते हुए गोआल करने की कोशिश करते है। यदि किसी टीम में 7 खिलाड़ी से कम खिलाड़ी है तो इस खेल को शुरु नहीं कर सकते हैं। दोनों टीमों में 1-1 गोलकीपर होता हे, जो फुटबॉल को अपने हाथो से रोक सकता है। जो टीम 90 मिनट में ज्यादा गोआल करती है, वह जीत जाती है। फुटबॉल को दो लम्बी रेखाओ – स्पर्श लाइन और गोल लाइन में खेला जाता है। खेल के नियमों को सुनिश्चित करने के लिए फुटबॉल गेम में एक रेफरी और दो सहायक रेफरी होते है।

अंत : फुटबॉल पूरी दुनिया में खेले जाने वाला लोकप्रिय खेल है। यह खेल आसानी से एक फुटबॉल और कुछ दोस्तों के साथ कही भी खेला जा सकता है। फुटबॉल का भारत में विशेषरुप से बंगाल में बहुत महत्व है।

Essay on Football in Hindi 1000 Words

रूपरेखा : फुटबॉल एक लोकप्रिय खेल, फुटबॉल के मैदान का आकार, दिल्ली के अंबेडकर स्टेडियम में हुए डूरंड फाइनल का वर्णन, दोनों टीमों का आकर्षक प्रदर्शन, उपसंहार।

हॉकी, क्रिकेट, बास्केटबॉल, फुटबॉल आजकल के प्रमुख खेल हैं। इनमें फुटबॉल का खेल सबसे सस्ता और लोकप्रिय है। इसके लिए केवल एक गेंद और समतल मैदान चाहिए। गाँव के छोटे-छोटे विदयालयों से लेकर राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक इस खेल की प्रतियोगिताएँ चलती रहती हैं।

फटबॉल के लिए 103.5 मीटर लंबा और 67.5 मीटर चौड़ा समतल और आयताकार मैदान आवश्यक होता है। मैदान के दोनों सिरों पर बीचो-बीच दो खंभे गाड़कर दोनों ओर गोल बना दिए जाते हैं। गेंद को पैर से ठोकर लगाकर गोल के बीच से निकालना ही खिलाड़ियों का उददेश रहता है। इसी को गोल करना कहते हैं। हर टीम में एक खिलाड़ी गोल-रक्षक होता है।

भारत की राजधानी दिल्ली में आयोजित डूरंड फुटबॉल प्रतियोगिता एक महत्त्वपूर्ण प्रतियोगिता मानी जाती है। एक दिन हम डूरंड प्रतियोगिता के अंतर्गत फुटबॉल का मैच देखने गए। डूरंड कप के फाइनल में मोहन बागान और ईस्ट बंगाल की टीमें दिल्ली के अंबेडकर स्टेडियम में खेल थीं। हज़ारों की संख्या में दर्शक बैठे थे। दोनों टीमों के कप्तान मैदान के बीच खड़े थे। इधर रेफरी ने सीटी बजाई और उधर एक खिलाड़ी ने गेंद में किक लगाई। देखते-ही-देखते खेल में गति आ गई। खिलाड़ियों के पैर से लगकर गेंद कभी इस ओर उछलती थी, कभी उस ओर। कभी खिलाड़ियों के पैरों के बीच चक्कर काटती तो कभी आकाश चूमने लगती। जब एक ओर की अग्रिम पंक्ति लहर की तरह तीव्रगति से आगे बढ़ती तो दूसरी टीम की रक्षा पंक्ति चट्टान की तरह आगे आकर प्रवाह को रोक देती। दिसंबर का महीना होने पर भी सभी खिलाड़ी पसीने से तर थे। दोनों टीमों के खेल को देखकर सभी दर्शक मंत्रमुग्ध थे।

खेल अपनी चरम सीमा पर पहुँच चुका था। तभी मोहन बागान के एक खिलाड़ी का हाथ गेंद से छू गया। रेफ़री ने सीटी बजा दी। फुटबॉल के खेल में हाथ से गेंद छूना, किसी खिलाड़ी को धक्का देना, पकड़ना, ठोकर मारना या खेल में किसी प्रकार का व्यवधान पहुँचाना नियम-विरुद्ध माना जाता है। खेल क्षण भर के लिए रुक गया। रेफ़री ने गेंद को एक स्थान पर रखा और ईस्ट बंगाल को किक मारने का आदेश दिया। ईस्ट बंगाल के एक खिलाड़ी ने ज़ोर से किक लगाई कि गेंद दूसरी ओर गोलरक्षक सीमा के पास जा गिरी। सभी खिलाड़ी जी जान से गोल करने पर तुल पड़े। लेकिन गोलरक्षक इतना सतर्क था कि खिलाड़ियों के सभी प्रयत्न विफल रहे। इसी बीच रेफ़री ने सीटी बजाकर मध्यावकाश की घोषणा कर दी। खेल रुक गया। सभी खिलाड़ी मैदान से बाहर आ गए।

मध्यावकाश के बाद खेल फिर आरंभ हुआ। गेंद बीच में रखी गई। इस बार ईस्ट बंगाल के अंतिम पंक्ति के खिलाड़ी जान की बाज़ी लगाकर खेलने लगे। पाँच मिनट के अंदर ही वे मोहन बागान की रक्षापंक्ति को चीर कर आगे बढ़े और गोलरक्षक के सभी प्रयत्न विफल करते हुए वे गोल करने में सफल हो गए। हज़ारों की संख्या में बैठे दर्शकों ने एक साथ खड़े होकर खिलाड़ियों का अभिनंदन किया। ईस्ट बंगाल के सभी खिलाड़ी खुशी से नाच उठे। कई वर्षों के बाद उन्हें मोहन बागान पर पहले गोल करने का अवसर प्राप्त हुआ था।

खेल फिर आरंभ हुआ। ईस्ट बंगाल के खिलाड़ी उत्साहित और मोहन बागान के खिलाड़ी आवेश से भरे हुए थे। मोहन बागान की अग्रिम पंक्ति के खिलाड़ी बड़ी तेज़ी के साथ बॉल को आगे ले जाने का प्रयत्न कर रहे थे। ईस्ट बंगाल के खिलाड़ी अब सुरक्षात्मक ढंग से खेल रहे थे। लेकिन वे मोहन बागान के आक्रामक खेल का मुकाबला नहीं कर पा रहे थे। इसी समय मोहन बागान के एक खिलाड़ी ने सिर से गेंद मारकर गोल में डालने का प्रयत्न किया, किंतु ईस्ट बंगाल के गोलरक्षक ने बड़ी फुरती से उछलकर गेंद को लपक लिया और उसे दूर फेक दिया। रेफ़री के आदेश पर गेंद पैनल्टी पर रखी गई। गोलरक्षक के अतिरिक्त ईस्ट बंगाल के सभी खिलाड़ी वहाँ से हट गए। मोहन बागान के खिलाड़ी ने इतने ज़ोर से किक मारी कि गेंद गोलरक्षक के हाथ से लगती हुई जाल में जा लगी। दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ इस विजय का स्वागत किया। मोहन बागान के खिलाड़ी इस बराबरी पर आनंद से उछलने कूदने लगे।

खेल का समय समाप्त हो चुका था। रेफ़री ने लंबी सीटी बजाकर खेल समाप्त होने की घोषणा की। दोनों टीमें जहाँ अपने-अपने खेलों पर प्रसन्न थीं, वहीं दर्शक दोनों टीमों के उत्साह पूर्ण कोशल-प्रदर्शन की प्रशंसा कर रहे थे।

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Football पर निबंध, कहानी, जानकारी | Football essay in hindi

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यहां, हमने फुटबॉल (Football) निबंध प्रदान किया है। और परीक्षा के दौरान फुटबॉल (Football) पर निबंध कैसे लिखना है, इस बारे में एक विचार प्राप्त करने के लिए छात्र इस फुटबॉल (Football) निबंध के माध्यम से जा सकते हैं। और फिर, वे अपने शब्दों में भी एक निबंध लिखने का प्रयास कर सकते हैं।

Table of Contents

फुटबॉल  पर एस्से (Essay on Football)

Football दुनिया के सबसे लोकप्रिय खेलों में से एक है। यह लगभग हर देश में बच्चों से लेकर पेशेवर खिलाड़ियों तक सभी द्वारा खेला जाता है। पेशेवर फ़ुटबॉल को दुनिया भर में अरबों लोग देखते हैं। और इसे कुछ देशों में “सॉकर” भी कहा जाता है। यह एक बाहरी खेल है, जिसमें पूर्ण एथलेटिकवाद (athleticism) की आवश्यकता होती है, क्योंकि खिलाड़ियों को पूरे खेल में पूरे मैदान में दौड़ना और भागना पड़ता है। 

फुटबॉल पर यह निबंध इस खेल से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करेगा। और यह छात्रों को विभिन्न फुटबॉल टूर्नामेंटों और यह खेल कैसे खेला जाता है, यह जानने में भी काफी मदद करेगा।

फुटबॉल कैसे खेला जाता है? (How Football is Played)

Football दो टीमों द्वारा खेला जाता है। प्रत्येक टीम में ग्यारह (11) खिलाड़ी होते हैं। खेल एक बड़े आयताकार आकार के घास के मैदान पर खेला जाता है। मैदान की चौड़ाई के दोनों सिरों पर दो गोलपोस्ट मौजूद होते हैं। खिलाड़ी गेंद को किक करके या प्रतिद्वंद्वी के गोल पोस्ट में हेड करके एक-दूसरे को पास करते हैं। खिलाड़ियों को गेंद को लात मारकर और टीम के साथियों के भीतर पास करके खेल खेलना होता है।

केवल गोलकीपर ही गोल पोस्ट के आसपास के प्रतिबंधित क्षेत्र में हाथों से गेंद को रोक सकता है। टीम का उद्देश्य अपनी विरोधी टीम की तुलना में अधिक गोल करना होता है। जब गेंद गोल रेखा से गुजरती है तो टीम एक गोल करती है। यह खेल 45 मिनट के दो हिस्सों के लिए खेला जाता है, और जो टीम सबसे अधिक गोल करती है वह इसे जीत जाती है।

फुटबॉल एक टीम स्पोर्ट है। गोल करने के लिए खिलाड़ी की प्रतिभा उनकी टीम को जीतने में मदद करती है। गोलपोस्ट से आगे बढ़ना, attack करना, शूट करना और स्कोर करना चैंपियन खिलाड़ियों के सामूहिक कौशल सेट हैं। इस खेल ने दशकों से कुछ बेहतरीन खिलाड़ियों को देखा है। उनमे से कुछ प्रसिद्ध खिलाड़ी पेले, डिएगो माराडोना, जॉर्ज बेस्ट, क्रिस्टियानो रोनाल्डो, लियोनेल मेसी, आदि हैं।

फुटबॉल टूर्नामेंट (Football Tournaments)

विश्व कप फुटबॉल का सबसे प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट है। यह सबसे बड़ा फुटबॉल टूर्नामेंट है, जो फीफा ( FIFA ) द्वारा आयोजित किया जाता है। यह प्रतियोगिता हर चार साल में एक बार होती है। इस टूर्नामेंट में क्वालीफाई करने के लिए लगभग 190 से 200 राष्ट्रीय टीमें प्रतिस्पर्धा कर रही हैं। फाइनल विभिन्न देशों की 32 टीमों के बीच आयोजित किया जाता है, जो 4 सप्ताह से अधिक की अवधि के लिए एक दूसरे के साथ प्रतिस्पर्धा करते हैं।

विश्व कप के अलावा, अन्य सबसे प्रसिद्ध और प्रतिष्ठित टूर्नामेंट Continental Championships हैं। ये हैं यूरोपीय चैंपियनशिप (UEFA): द एशियन कप (AFC), द कोपा अमेरिका (CONMEBOL), अफ्रीकन कप ऑफ नेशंस (CAF), द ओएफसी नेशंस कप (OFC), द CONCACAF गोल्ड कप। 

इन टूर्नामेंटों के अलावा भी, फुटबॉल क्लबों के बीच कई तरह के चैंपियंस लीग टूर्नामेंट भी आयोजित किए जाते हैं।

भारत में फुटबॉल (Football in India)

भारत में विभिन्न खेल खेले जाते हैं। Football उनमें से ही एक है। हालांकि इसे अन्य खेलों की तरह लोकप्रियता नहीं मिली है, लेकिन अब लोग इसमें भी काफी दिलचस्पी लेने लगे हैं। अब केरल, गोवा, पश्चिम बंगाल, मणिपुर, मिजोरम, सिक्किम और अन्य राज्यों के लोगों ने फुटबॉल खेलना शुरू कर दिया है। 

अंग्रेजों ने भारत में फुटबॉल खेल की शुरुआत की। शुरुआत में यह खेल सेना की टीमों के बीच खेला जाता था। यह खेल तब प्रसिद्ध हुआ जब 1911 में भारतीय फुटबॉलरों ने IFA-शील्ड ट्रॉफी जीती। यह पहली बार है जब किसी भारतीय टीम ने टूर्नामेंट मैच जीता, इससे पहले केवल ब्रिटिश टीमें ही खेल जीतती थीं।

भारत एक एकल खेल राष्ट्र से एक बहु-खेल राष्ट्र के रूप में विकसित हुआ है। हालांकि, Football जैसे खेलों में लोगों की भागीदारी में सुधार के लिए और अधिक संसाधन और खेल के बुनियादी ढांचे को उपलब्ध कराने की आवश्यकता है। लोगों को उचित प्रशिक्षण, परामर्श और मार्गदर्शन प्रदान करके उन्हें Football में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। 

साथ ही सरकार को राज्य स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को सुरक्षित नौकरी देकर या उनकी आर्थिक मदद करके भी उन्हें बढ़ावा देना चाहिए, ताकि वे खेलों पर अधिक ध्यान दें।

FAQ (Frequently Asked Questions)

फुटबॉल के एक खेल में कितने खिलाड़ी होते हैं.

फुटबॉल का खेल में (प्रत्येक टीम में) कुल 11 खिलाड़ी खेलते हैं।

फुटबॉल की उत्पत्ति क्या है?

आधुनिक फुटबॉल की शुरुआत 19वीं सदी में ब्रिटेन में हुई थी।

फुटबॉल के खेल में रेफरी की मुख्य भूमिका क्या होती है?

रेफरी किसी मैच के दौरान यह देखता है कि खिलाड़ियों द्वारा सभी नियमों का पालन किया जाता है या नहीं।

निबंध लिखते समय किन नियमों का पालन करना चाहिए?

1. यह व्याकरणिक के रूप से सही हो।  2. इसमें पूर्ण वाक्य का इस्तेमाल करे। 3. इसमें किसी भी तरह का abbreviations का उपयोग नहीं करे।

आशा करता हूं कि आज आपलोंगों को कुछ नया सीखने को ज़रूर मिला होगा। अगर आज आपने कुछ नया सीखा तो हमारे बाकी के आर्टिकल्स को भी ज़रूर पढ़ें ताकि आपको ऱोज कुछ न कुछ नया सीखने को मिले, और इस articleको अपने दोस्तों और जान पहचान वालो के साथ ज़रूर share करे जिन्हें इसकी जरूरत हो। धन्यवाद।

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हमारे इस पोस्ट को, हिंदी खोजी की एडिटोरियल टीम द्वारा पूरी रिसर्च करने के बाद लिखा गया है, ताकि आपलोगों तक सही और नई जानकारियों को सरलता से पहुचाया जा सके। साथ ही हम यह आशा करेंगे की, आपलोगों को इन आर्सेटिकल्स के माध्यम से सही और सटीक जानकारी मिल सके, जिनकी आपको तलाश हो | धन्यवाद।

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फुटबाल पर निबंध 100, 150, 250, 500 शब्दों में | Essay on Football in Hindi

आज के इस आर्टिकल में हम आपके लिए लेकर आए हैं फुटबाल पर निबंध 100, 150, 250, 500 शब्दों में। हम सभी जानते हैं कि फुटबॉल बहुत ही लोकप्रिय खेल है। हर साल फुटबॉल के टूर्नामेंट का आयोजन दुनिया भर में किया जाता है। इतना ही नहीं बच्चों को भी स्कूलों में फुटबॉल खेलना सिखाया जाता है और बच्चे भी अब चाहते हैं कि वो इस क्षेत्र में अपना कैरियर बनाएं। ऐसे में कई बार विद्यार्थियों को फुटबॉल पर निबंध लिखने के लिए परीक्षा में कहा जाता है। तो अगर आप भी एक विद्यार्थी हैं और फुटबॉल के ऊपर अलग-अलग शब्दों में निबंध ढूंढ रहे हैं तो हमारे आज के इस आर्टिकल को पूर पढ़ें। 

फुटबॉल पर निबंध

फुटबाल पर निबंध 100 शब्दों में

फुटबॉल एक बहुत ही प्रसिद्ध और रोमांचक खेल है जिसे पूरी दुनिया के लोग पसंद करते हैं। यह एक बहुत ही पुराना खेल है जिसे पुराने जमाने से ही लोग खेलते चले आ रहे हैं। यह खेल 11-11 खिलाड़ियों की दो टीमों के बीच में खेला जाता है। जब भी किसी खिलाड़ी को गेंद पास करनी होती है तो वह इसके लिए अपने हाथों का उपयोग नहीं कर सकता। फुटबॉल का पूरा खेल पैरों से ही खेला जाता है। यह एक ऐसा खेल है जिसे खेलने के लिए किसी भी इंसान के शरीर में बहुत ज्यादा ऊर्जा होनी चाहिए। 

फुटबाल पर निबंध 150 शब्दों में

पूरे विश्व में सैकड़ों तरह के खेल खेले जाते हैं और फुटबॉल भी उन्हीं खेलों में से एक है। यह एक बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध और लोकप्रिय खेल है। फुटबॉल खेलने के लिए पूरी दुनिया के हर देश की अपनी राष्ट्रीय फुटबॉल टीम बनी हुई है। राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर पर कई तरह के फुटबॉल टूर्नामेंट खेले जाते हैं जिसमें जो टीम जीतती है उसे पुरस्कार दिया जाता है। 

जब भी फुटबॉल के मैच का आयोजन होता है तो तब उसे देखने के लिए दर्शक भारी मात्रा में जाते हैं। लोगों के इस लोकप्रिय खेल का आविष्कार लगभग 19वीं शताब्दी के मध्य में इंग्लैंड देश में हुआ था। लेकिन इसमें अभी भी कुछ विवाद है क्योंकि चीन इस बात का दावा करता है कि उसने सबसे पहले फुटबॉल का आविष्कार किया था। 

जो भी टीम फुटबॉल खेलती है उसे बहुत सारे नियमों के समूह का पालन करना होता है। यह नियम इंटरनेशनल फुटबॉल एसोसिएशन बोर्ड के द्वारा बनाए जाते हैं। वैसे तो फुटबॉल के मैच साल भर होते रहते हैं लेकिन फीफा मतलब की फेडरेशन इंटरनेशनल फुटबॉल एसोसिएशन हर 4 साल बाद फुटबॉल विश्व कप खेल को आयोजित करवाता है। इस फुटबॉल विश्व कप मैच को देखने के लिए दुनिया भर के दर्शक बहुत ही ज्यादा उत्सुक और उत्साहित रहते हैं। 

फुटबाल पर निबंध 250 शब्दों में

फुटबॉल दुनियाभर में मशहूर खेल है जिसे सभी लोग बड़े चाव से देखते हैं। ‌इस खेल का आविष्कार सदियों पहले हो गया था और फिर इसे फुटबॉल का नाम दिया गया। जिस समय इस खेल का आविष्कार हुआ था उस समय कुलीन अंग्रेजों के शाही घरानों में यह खेल बहुत शौक से खेला जाता था। 

धीरे-धीरे इस खेल में बहुत से सुधार हुए और आधुनिक फुटबॉल की अगर बात करें तो इसमें अब दो टीमें एक दूसरे के साथ प्रतिस्पर्धा करतीं हैं। जो भी टीम अच्छा प्रदर्शन करती है उसे विजेता घोषित कर दिया जाता है। हर टीम में 11 खिलाड़ी होना जरूरी होता है। आज फुटबॉल को पूरे विश्व में ना सिर्फ देखा जाता है बल्कि खेला भी जाता है और यही कारण है कि यह खेल आज बहुत ज्यादा प्रसिद्धि प्राप्त कर चुका है। ऐसे बहुत सारे फुटबॉल प्रेमी हैं जो लाइव मैच देखने के लिए हजारों रुपए खर्च करने से भी पीछे नहीं हटते। ‌

जब भी किसी देश में फुटबॉल टूर्नामेंट होता है तो वहां पर दर्शक अपनी फेवरेट टीम को हौसला देते हैं। अपने दर्शकों की तरफ से हौसला मिलने पर फुटबॉल के खिलाड़ियों में भी उत्साह भर जाता है और इस वजह से वो खेल के मैदान में अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करते हैं। 

हर गुजरते दिन लोगों के बीच फुटबॉल के लिए उत्साह बढ़ता ही जा रहा है। युवा वर्ग के लोग ही नहीं बल्कि सभी उम्र के लोग इस खेल का भरपूर आनंद लेते हैं। मौजूदा समय में फुटबॉल को क्रिस्प और शार्ट कर दिया गया है और यही वजह है कि आज की पीढ़ी इस गेम को इतना ज्यादा पसंद करती है।

फुटबाल पर निबंध 500 शब्दों में

फुटबॉल इस पूरी दुनिया में खेला जाने वाला एक बहुत ही मनोरंजक खेल है। हमारे देश भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में फुटबॉल युवाओं के बीच बहुत ज्यादा लोकप्रिय है। फुटबॉल खेलने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इससे व्यक्ति का स्वास्थ्य अच्छा रहता है और इसमें युवा वर्ग अपना एक बेहतरीन कैरियर भी बना सकते हैं। पहले फुटबॉल पश्चिमी देशों में अधिकतर खेला जाता था। लेकिन धीरे-धीरे यह खेल पूरी दुनिया के लोगों द्वारा पसंद किया जाएगा और खेला जाने लगा। 

फुटबॉल का खेल दो टीमों के बीच में खेला जाता है और हर टीम में 11-11 खिलाड़ी शामिल होते हैं। फुटबॉल एक आयताकार मैदान में खेला जाने वाला खेल है। दोनों टीमों में से जो भी टीम सबसे ज्यादा गोल करती है उनको ही विजेता घोषित किया जाता है। पर फुटबॉल खेलने के लिए कुछ नियम भी बनाए गए हैं और उन नियमों का सभी खिलाड़ियों के द्वारा मानना जरूरी होता है। ‌

फुटबॉल खेल के नियम

फुटबॉल के खेल को खेलने के लिए बहुत से नियम भी होते हैं जोकि निम्नलिखित इस प्रकार से हैं –

  • फुटबॉल चौरस मैदान में खेला जाता है जिसके अंदर 2 लंबी स्पर्श रेखाएं होती हैं और दो छोटी गोल रेखाएं बनी हुई होती है। इस खेल को आधी रेखा से विभाजित किए गए मैदान में खेला जाता है। 
  • इस खेल को खेलने के लिए जिस फुटबॉल का उपयोग किया जाता है वह चमड़े से बनी होनी चाहिए और उसका आकार 60-70 सेंटीमीटर परिधि में होना चाहिए। 
  • फुटबॉल के अंदर हवा भरी होनी चाहिए।
  • इस खेल को दो टीमों के बीच में खेला जाना चाहिए और हर टीम में 11-11 प्लेयर्स होना जरूरी है।
  • इस खेल की अवधि 90 मिनट तक की होती है जिसे दो भागों में विभाजित किया जाता है और हर भाग 45 मिनट का होता है। 
  • जब कोई टीम गोल कर देती है तो उसके बाद खेल की दोबारा से शुरूआत करने के लिए गोल किक होती है।

फुटबॉल खेल का महत्व 

दुनिया भर के देशों में फुटबॉल का बहुत ज्यादा महत्व है। हमारे देश भारत में भी फुटबॉल को बहुत से लोगों का प्रिय खेल माना जाता है। इसलिए भारत के बहुत से शहरों और राज्यों में विशेष तौर से बंगाल में फुटबॉल को काफी महत्व दिया जाता है। आज के युवा भी फुटबॉल खेलने में बहुत ज्यादा रुचि लेते हैं क्योंकि इस खेल को खेलने से जहां एक और स्वास्थ्य अच्छा रहता है तो वहीं दूसरी ओर एक शानदार कैरियर भी इस फील्ड में बनाया जा सकता है। 

फुटबॉल खेलने के लाभ

जो खिलाड़ी नियमित रूप से फुटबॉल खेलते हैं उससे उन्हें बहुत सारे लाभ मिलते हैं जो कि निम्नलिखित हैं –

  • फुटबॉल खेलने से हृदय का स्वास्थ्य अच्छा होता है।
  • जो व्यक्ति फुटबॉल खेलता है वह बहुत अनुशासन में रहता है और समय का पाबंद भी बनता है।
  • फुटबॉल का खेल किसी भी इंसान को टीम वर्क करने के लिए प्रेरणा देता है।
  • इस खेल को खेल कर व्यक्ति के शारीरिक स्वास्थ्य में काफी सुधार होता है। 
  • जो लोग मोटापे से परेशान रहते हैं उनके शरीर से फैट कम हो जाता है।
  • फुटबॉल खेलने से मांसपेशियों को ताकत मिलती है।
  • जो लोग नियमित रूप से फुटबॉल खेलते हैं उनका शारीरिक स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर बनता है। 

Essay on Football in Hindi – FAQ

Q. फुटबॉल में कितने खिलाड़ी होते हैं.

Ans. फुटबॉल के प्रत्येक टीम में 11 खिलाड़ी होते हैं।

Q. फुटबॉल मैच की अवधि कितनी होती है?

Ans. फुटबॉल मैच कुल 90 मिनट का होता है। जिसे 45-45 मिनट के दो भागों में खेला जाता है जिसके बीच कुछ समय का ब्रेक भी होता है।

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दोस्तों यह था हमारा आज का लेख फुटबाल पर निबंध 100, 150, 250, 500 शब्दों में। हमने अपने इस आर्टिकल में आपको आसान भाषा में फुटबॉल पर निबंध अलग-अलग भाषाओं में बताया है। हमें पूरी उम्मीद है कि फुटबॉल पर निबंध का यह आर्टिकल आपको जरूर हेल्पफुल लगा होगा। अगर जानकारी अच्छी लगी हो तो इस पोस्ट को उन लोगों के साथ भी जरूर शेयर करें जो फुटबाल पर निबंध 100, 150, 250, 500 शब्दों में ढूंढ रहें हैं। 

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short essay on football in hindi

फुटबॉल पर निबंध | Essay on Football in Hindi

फुटबॉल पर निबंध – हमारे दैनिक जीवन के खेलों का बहुत बड़ा महत्त्व होता है। फुटबॉल एक लोकप्रिय खेल है जो काफी मनोरंजक होता है। मानसिक और शारीरिक स्वास्थ के लिहाज से भी फुटबॉल एक अच्छा खेल है। इसे खेलने से आपका शारीरिक व्यायाम हो जाता है।

फुटबॉल एक आउटडोर खेल है। इसे खेलने के लिए दो टीमों की आवश्यकता पड़ती है जिसमे 11-11 खिलाड़ी होते हैं। इस खेल में एक गेंद होती है जिसे पैर से ठोकर मारकर खेला जाता है और सबसे ज्यादा गोल बनाने वाली टीम को विजेता माना जाता है।

फूटबाल दुनिया के तकरीबन 200 से अधिक देशों में खेला जाता है। भारत, अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस, स्पेन, बेल्जियम, इंग्लैंड, रूस, कोलंबिया, पेरू, उरूग्वे, अर्जेंटीना, दक्षिण कोरिया, मोरक्को, नाइजीरिया, सेनेगल, कोस्टा रिका जैसे अन्य देशों में फुटबॉल खेला जाता है।

short essay on football in hindi

Page Contents

फुटबॉल खेल की जानकारी

फुटबॉल एक ऐसा खेल जितना खेलने में मजा आता है उतना ही मजा इसे देखने में भी आता है। फुटबॉल खेल बहुत पुराना खेल है और इसकी उत्पति चीन में हुई थी। चूँकि इस खेल में गेंद को पैर से मारा जाता है इसलिए इसका नाम फुटबॉल रखा गया है।

फुटबॉल का मैदान आयताकार होता है इसकी लंबाई 90 से लेकर 120 मीटर होती है जिसे साइड लाइन कहा जाता हैं। और मैदान की चौड़ाई 45 से लेकर 90 मीटर तक होती है जिसे खोल लाइन कहा जाता है। मैदान के बीच में एक रेखा खीचकर उसके दो भाग कर दिए जाते है।

फुटबॉल खेल को दो टीम मिलकर खेलती है जिसमे 11-11 खिलाड़ी शामिल होते है। इस खेल में एक टीम अपने सामने वाले विपक्ष टीम के भाग में गोल करने का प्रयास करती है। एक टीम गोल करती हैं तो विपक्ष टीम उसे गोल करने से रोकती है। फूटबाल टीम में गोल को रोकने के लिए एक गोलकीपर तैनात किया जाता हैं, जो विपक्ष टीम के गोल करने से रोकने में मदद करता हैं। इस खेल में गोलकीपर को छोड़कर टीम के अन्य किसी भी अन्य खिलाड़ी को गेंद को हाथ से छूने की इजाजत नहीं होती।

फुटबॉल का खेल 90 मिनट चलता है, जिसमे दोनों टीमों को 45-45 मिनट तक का समय दिया जाता है। फुटबॉल को पैरो की मदद से विरोधी टीम के गोल पोस्ट तक ले जाना पड़ता है। अगर टीम गोल करने में सफल होती है तो उसे एक पॉइंट मिलता है।

खेल का को संचालित करने के लिए एक निर्णायक होता है जिसे रेफरी कहा जाता है। रेफरी खिलाडिओं को सीटी के संकेत पर टोकता है और हार-जीत का निर्णय करता हैं। सभी खिलाड़ियों को रेफरी द्वारा लिए गए निर्णयों को मानना पड़ता है।

आज के समय में फुटबॉल एक अंतर्राष्ट्रीय खेल बन गया हैं। जिसका आयोजन हर 4 साल बाद वर्ल्ड कप टूर्नामेंट के रूप में किया जाता है। फीफा वर्ल्ड कप में हुए अब तक की चार विजेता टीमें है 2002 में ब्राजील, 2006 में इटली, 2010 में स्पेन और 2014 में जर्मनी हैं।

फुटबॉल खेल के नियम

किसी भी खेल को खेलने के लिए उसके लिए कुछ नियम बनाये जाते हैं ताकि खेल को अच्छी तरह से खेला जा सके। फुटबॉल कुछ नियम बनाये गए है और इन्ही नियमों के तहत खिलाडियों को खेलना होता है। तो चलिए जानते हैं कि फुटबॉल खेल के नियम कौन-कौन से हैं।

  • फुटबॉल मैच दो टीमों के बीच खेला जाता है जिसमें 11-11 खिलाड़ी शामिल होते हैं।
  • टीम का मुख्य कार्य गोल मारना होता है।
  • विरोधी टीम के सदस्यों को गोल स्कोर करने से रोकने का काम होता है।
  • फुटबॉल का आकार 68 सेंटीमीटर से 70 सेंटीमीटर का होता है।
  • फुटबॉल के नियमों का पालन करवाने के लिए और खेल का निर्णय लेने के लिए रेफरी तैनात होते हैं।
  • यह खेल 90 मिनट तक चलता है, जिसमें दोनों टीमों को 45-45 मिनट का समय मिलता है।
  • गोलकीपर को छोड़कर टीम के अन्य खिलाड़ी हाथ से गेंद को नहीं छू सकते है।
  • अगर खिलाड़ी खेल के नियमों को तोड़ता है तो रेफ़री उसकी गलती के अनुसार लाल या पीला कार्ड दिखा कर मैदान से बाहर कर सकता है।
  • लाल कार्ड दिखाने का मतलब खिलाड़ी को खेल से बाहर करना होता है और उसकी जगह कोई नया खिलाड़ी भी नहीं आ सकता है।
  • पीला कार्ड दिखाने का मतलब नियम तोड़ने वाले खिलाड़ी को खेल से बाहर करना लेकिन इस खिलाड़ी की जगह नया खिलाड़ी आ सकता है।

फुटबॉल खेल पर 10 लाइन

  • फुटबॉल एक लोकप्रिय खेल है।
  • फुटबॉल एक आउटडोर खेल है।
  • फुटबॉल को पैर से ठोकर मारकर खेला जाता है।
  • फुटबॉल का मैदान आयताकार होता है जिसमे पिच की लंबाई 100-110 मीटर और ड़ाई 64-75 मीटर होती है।
  • फुटबॉल का आकार 68-70 सेमी और एक वृत्ताकार के रूप में होती है।।
  • फुटबॉल मैच दो टीमों के बीच खेला जाता है जिसमें 11-11 खिलाड़ी सम्लित होते हैं।
  • इस खेल की अवधि 90 मिनट की होती है, जिसमें दोनों टीमों को 45-45 मिनट का समय मिलता हैं।
  • खेल का संचालक और निर्णाय लेने के लिए रेफरी तैनात रहता है।
  • खेल में स्ट्राइकर का मुख्य कार्य गोल मारना होता है।
  • खेल में गोलकीपर का मुख्य कार्य गोल होने से रोकना है।

इन्हें भी पढ़े –

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फुटबॉल पर निबंध Essay on Football in Hindi (Mera Priya Khel)

फुटबॉल विश्व में सबसे अधिक खेला जाने वाला खेल है। यह विश्व के सभी देशों में प्रचलित है। लोकप्रियता के मामले में फुटबॉल, क्रिकेट से भी आगे है। 200 से ज्यादा देशों में फुटबॉल खेला जाता है। अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस, स्पेन, बेल्जियम, इंग्लैंड, रूस, कोलंबिया, पेरू, उरूग्वे, अर्जेंटीना, दक्षिण कोरिया, मोरक्को, नाइजीरिया, सेनेगल, कोस्टा रिका जैसे देशों में फुटबॉल बहुत लोकप्रिय खेल है।

इस खेल में सिर्फ 90 मिनट का समय लगता है, इसलिए यह क्रिकेट की तुलना में अधिक लोकप्रिय है। दर्शक इसे देखने के लिए उत्साहित रहते हैं। उन्हें बहुत अधिक समय भी नहीं देना पड़ता है जबकि क्रिकेट खेलने के लिए कम से कम 3 घंटे का समय देना पड़ता है।

Table of Content

फुटबॉल खेलने से ना सिर्फ मनोरंजन होता है बल्कि स्वास्थ्य भी अच्छा हो रहता है। इस खेल में शरीर के सभी अंगो का भरपूर व्यायाम हो जाता है। इस तरह मनोरंजन के साथ-साथ स्वास्थ्य भी उत्तम बनता है। फुटबॉल के खेल को बच्चे से लेकर बूढ़े तक खेलना पसंद करते हैं। इसमें बड़ी सी गेंद जिसे फुटबॉल कहते हैं, उसे पैर से किक मार के विपक्षी टीम के नेट में डालना होता है।

उस नेट को गोल कहते हैं। गेंद को पैर से किक मारते हैं। फुटबॉल हवा में बड़ी तेजी से आगे बढ़ती है जिसे देखकर सभी लोग रोमांचित हो उठते हैं। युवाओं के बीच यह खेल बहुत प्रसिद्ध है। इसे खेलने से चुस्ती फुर्ती बढ़ती है और एक अच्छा व्यायाम होता है। यह एक अंतरराष्ट्रीय खेल है। हर 4 साल पर फुटबॉल वर्ल्ड कप होता है। 2018 का फीफा वर्ल्ड कप का विजेता फ्रांस बना था।

फुटबॉल का इतिहास HISTORY OF FOOTBALL

अंग्रेजी में फुटबॉल को Football कहते हैं जिसका अर्थ है Ball को Foot से मारना। यानी गेंद को पैर से मारना। ऐसा माना जाता है कि फुटबॉल एक चीनी खेल सूजु से विकसित हुआ। इस खेल को चीन में ह्याँ वंश ने विकसित किया था। जापान में इसी खेल को असुका वंश के लोग खेलते थे।

1409 में ब्रिटेन के राजकुमार हेनरी चतुर्थ ने फुटबॉल को अंग्रेजी में Football कहकर संबोधित किया था। इसे 1586 में डेविस नाम के समुद्री जहाज के कप्तान ने अपने साथियों के साथ ग्रीनलैंड में खेला था। 1878 में रॉबर्ट ब्राउन स्मिथ ने फुटबॉल के विकास पर एक पुस्तक लिखी थी।

21 मई 1984  को FIFA फीफा फेडरेशन इंटरनेशनल ऑफ फुटबॉल एसोसिएशन की स्थापना की गई। इसके अध्यक्ष रॉबर्ट गुएरिन थे। यूरोप के सात बड़े देश फ्रांस, बेल्जियम, डेनमार्क, नीदरलैंड, स्पेन, स्वीडन और स्विट्जरलैंड इसमें पहली बार शामिल हुए थे।

फुटबॉल खेलने के नियम RULES OF FOOTBALL

इस खेल में खिलाड़ी शर्ट्स, शोर्ट्स, मोजे, जूते पहनते है। घड़ी, गहने या कोई दूसरी चीज पहनने की मनाई होती है जिससे दूसरे खिलाड़ियों को चोट पहुँच सके। गोल कीपर ऐसे कपड़े  पहनता है जिससे विपक्षी टीम के खिलाड़ी उसे आसानी से पहचान सके। फुटबाल के अंतर्राष्ट्रीय मैचों में अधिकतम 3 खिलाड़ियों को बदलने की अनुमति होती है। घायल हो जाने या कोई और समस्या होने पर खिलाड़ी को बदलने की अनुमति होती है।

यह खेल 120  गज लंबा और 90 गज चौड़े मैदान पर खेला जाता है।  यह खेल कुल 90 मिनट का होता है। इसे दो भागों में बंटा हैं- 45 मिनट और 15 मिनट के अंतराल में। इसमें 2 टीमें होती हैं। प्रत्येक टीम में 11 खिलाड़ी होते हैं। खिलाड़ियों को अपनी विरोधी टीम के गोल पोस्ट में गेंद को मारकर गोल करना होता है। विपक्षी टीम का गोलकीपर गोल को रोकने का प्रयास करता है।

वह हाथ पैरों और पूरे शरीर की मदद से गोल रोक सकता है परंतु बाकी किसी खिलाड़ी को हाथ का इस्तेमाल करने की परमिशन नहीं होती है। अन्य खिलाड़ी सिर्फ पैर से ही यह खेल खेल सकते हैं। कोई फुटबॉल को हाथ से नहीं छू सकता है। विपक्षी टीम का गोलकीपर गोल रोकने का भरपूर प्रयास करता हैं। जो टीम अधिक गोल करती है, वह विजय मानी जाती है। फुटबॉल के खेल को सही तरह से संचालित करने के लिए एक रेफरी और दो लाइन मैन होते हैं।

रेफरी इस बात का ध्यान रखता है कि दोनों टीमों के सभी खिलाड़ी खेल के नियमों का पालन करें। खेल का मैदान 2 लंबी रेखाओं (स्पर्श लाइन) और दो छोटी लाइन (साइट गोल लाइन) में बंटा हुआ आयताकार मैदान होता है। फुटबॉल की गेंद का आकार लगभग 70 सेंटीमीटर का होता है। 1 गोल होने पर खेल को दोबारा शुरू करने के लिए फ़ुटबाल पर किक लगाकर खेल दोबारा शुरू किया जाता है।

फुटबॉल खेलने से लाभ ADVANTAGES OF PLAYING FOOTBALL

फुटबॉल का खेल खेलने से अनेक लाभ है। इसे खेलने से टीम भावना का विकास होता है। विभिन्न देशों के बीच जब फुटबॉल का मैच होता है तो इससे आपसी भाईचारा और प्रेम बढ़ता है। यह खेल खेलने से ह्रदय स्वस्थ बनता है। यह एक अच्छा व्यायाम साबित होता है।

इस खेल को खेलने में बहुत अधिक ऊर्जा नष्ट होती है, जिससे खिलाड़ियों की अतिरिक्त कैलोरी बर्न हो जाती है और उनको उत्तम स्वास्थ्य प्राप्त होता है। फुटबॉल खेलने से मांसपेशियों की ताकत बढ़ती है और कोई भी रोग नहीं होता है। यह मानसिक और शारीरिक शक्ति प्रदान करता है। जो लोग डिप्रेशन, अवसाद, तनाव जैसे रोगों से ग्रस्त हैं उन्हें फुटबॉल खेलना चाहिए।

अंतरराष्ट्रीय फ़ुटबाल का संचालन ORGANISING INTERNATIONAL FOOTBALL GAMES

वर्तमान में अंतरराष्ट्रीय फ़ुटबाल के खेलों का संचालन फीफा FIFA Fédération Internationale de Football Association (फेडरेशन इंटरनेशनेल डी फुटबॉल एसोसिएशन) करती है।

फुटबॉल के प्रसिद्ध खिलाड़ी FAMOUS FOOTBALL PLAYERS

क्रिस्टियानो रोनाल्डो, रोनाल्डिन्हो, नेमर, लियोन मेसी, लुईस सुआरेज़, मैनुएल नॉयर,  गेराथ बेल, ज़्लाटन इब्राहिमोविक, जेरोम बोटेंग, रॉबर्ट लेवानडॉस्की, डेविड डे गिया दुनिया के मशहूर फुटबॉल खिलाड़ी हैं।

short essay on football in hindi

नमस्कार रीडर्स, मैं बिजय कुमार, 1Hindi का फाउंडर हूँ। मैं एक प्रोफेशनल Blogger हूँ। मैं अपने इस Hindi Website पर Motivational, Self Development और Online Technology, Health से जुड़े अपने Knowledge को Share करता हूँ।

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फुटबॉल पर निबंध – Football essay in Hindi

फुटबॉल पर निबंध (Football essay in Hindi): आप सभी जानते हैं कि भारत में फुटबॉल क्रिकेट जितना प्रसिद्ध नहीं है. लेकिन धीरे धीरे फुटबॉल भी अपना पहचान भारत में विस्तार करने लगा है. इसका मुख्य कारण एक है Indian super league, जी हाँ भारत में फुटबॉल को प्रसिद्ध करने की पिच्छी ISL का ही हाथ है.

मुझे ये मालूम है की आपको स्कूल में फुटबॉल पर निबंध(Essay on football in Hindi) लिखने के लिए दिया गया है. तो कोई बात नहीं ये लेख आपको पूर्ण रूप से मदद करेगा.

football essay in Hindi – फुटबॉल पर निबंध

दुनिया भर में लोग कई तरह के खेल खेलते हैं. फुटबॉल उनमें से एक है. यह खेल पहली बार यूरोप में खेला गया था. अब यह पूरी दुनिया में फैल गया है. ये एक शाक्त बॉल होता है. वह गेंद जो पैरों की मदद से खेली जाती है, हम उसे फुटबॉल कहते हैं.

फुटबॉल के खेल के नियम

यह खेल दो टीमों के बीच होता है. प्रत्येक टीम में 11 खिलाड़ी होते हैं. वे एक बड़े मैदान पर खेलते हैं. मैदान 100 से 110 गज लंबा और 64 से 74 गज चौड़ा है. 11 खिलाड़ियों में से, एक गोलकीपर है, चार ब्याक होते हैं, दो हाफ ब्याक होते हैं, और चार फॉरवर्ड लाइन होते हैं. गोलकीपर गोल पोस्ट की सुरक्षा करता है. खेल मैदान के बीच में यह खेल शुरू होता है. प्रत्येक टीम दूसरे टीम के गोल पोस्ट के अंदर बॉल को भरने की कोशिश करती है. इस खेल में, खिलाड़ी कुछ नियमों का पालन करते हैं. कोई भी खिलाड़ी बॉल को हाथ से नहीं छू सकता है. केवल गोलकीपर ही बॉल को हाथ से छु सकता है. यदि बॉल को गोलकीपर के अलावा किसी अन्य व्यक्ति द्वारा छुआ जाता है, तो इसे हैंडबॉल कहा जाता है. नतीजतन, दूसरे पक्ष को एक बार स्वतंत्र रूप से बॉल को हिट करने की अनुमति है. यदि एक टीम दूसरी टीम के गोल पोस्ट के अंदर बॉल भरती है, तो जिस टीम बॉल गोल पोस्ट के अंदर डाल देती है उस टीम जित जाती है.

फुटबॉल खेलने के फायदे

फुटबॉल हम सभी के लिए बहुत ज्यादा लाभदायक है. इससे हमारा अच्छा शारीरिक गतिविधि होता है ; तो इससे हमें व्यायाम से सभी तरह के लाभ मिलते हैं. हम फुटबॉल के खेल से सीखते हैं कि सथिलोक के साथ अच्छा सहयोग बनाए रखकर दुश्मन को कैसे हराया जाए. फुटबॉल हमारे अनुशासन में सुधार करता है; तो यह खेल बहुत उपयोगी है.

फुटबॉल खेलने के नुकसान

फुटबॉल खेल से हम सभी को बहुत आनंद मिलता है इसकी वजह से ये खेल हमे पसंद है; और बहुत समय तक ये खेल खेलते हैं. जिससे शरीर को लाभ मिलने के वजह नुकसान पहुँचती है. कुछ बच्चों को खेल में इतनी दिलचस्पी होती है कि वे खेलते समय बहुत खेलते हैं और कभी-कभी केवल खेल पर चर्चा करते हैं. नतीजतन, वे पढ़ने की उपेक्षा करते हैं; इसलिए छात्रों को उतना ही समय खेलना चाहिए जितना उन्हें चाहिए.

फुटबॉल दुनिया के सबसे लोकप्रिय खेलों में से एक है. अब यह खेल भारत के शहरों और गांव में बहुत लोकप्रिय हो गया है. बच्चे स्कूल और कॉलेज में भी इसे खेलते हैं; लेकिन सभी को सावधान रहना होगा कि खेल कैसे और फैलेगा.

Essay on football in Hindi – फुटबॉल पर निबंध

शारीरिक शिक्षा सामान्य शिक्षा प्रणाली का एक अभिन्न अंग है. स्कूल और कॉलेज में एक सामान्य पाठ्यक्रम के साथ एक शारीरिक शिक्षा प्रणाली है. इन संस्थानों में, छात्रों को विभिन्न प्रकार के खेल के बारे में शिक्षा लाभ करते हैं. कुछ खेलों को घर के अंदर आयोजित किया जाता है. इन खेलों के बीच फुटबॉल बहुत लोकप्रिय हो गया है.

संक्षिप्त इतिहास

फुटबॉल का दूसरा नाम ‘सॉकर’ है. इंग्लैंड फुटबॉल का जन्मस्थान है. कुछ इतिहासकारों का कहना है कि एडम नाम के एक व्यक्ति ने यह खेल शुरू किया. वह युवा खिलाड़ी अपने बगीचे में एक सेओ की मदद से यह  खेल खेल रहा था. यह खेल तब उत्सव के दौरान इंग्लैंड में आयोजित किया गया था; लेकिन सेओ के बजाय, उन्होंने कपड़े को चमड़े में डाल दिया और खेल खेलना शुरू कर दिया. पहले यह खेल आमतौर पर ग्रामीण सड़कों या गाँव की सड़कों पर पाया जाता था. गाँव की दो टीमें फुटबॉल खेल रही थीं. जो टीम दूसरी टीम की सीमाओं को पार करने में सक्षम थी और गांव के प्रमुख तक पहुंच रही थी वह जीत रही थी. समय के साथ, खेल के लिए कुछ नियम पेश किए गए. अब हवा से चलने वाली गेंद की मदद से फुटबॉल खेला जा रहा है. खेल पहली बार 217 ईसा पूर्व में डर्बी में खेला गया था. आजकल, यह खेल का राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगिता हो रहा है.

खेल का मैदान

फुटबॉल के खेल के लिए एक आयताकार क्षेत्र की आवश्यकता होती है. मैदान की लंबाई तीन सौ से तीन सौ नव्वे फीट (188.87 मीटर) तक होती है, और चौड़ाई एक सौ पचास से तीन सौ फीट तक होती है. एक सामान्य फुटबॉल मैदान तीन सौ तीस फीट लंबा और दो सौ दस फीट चौड़ा होना चाहिए. एक फुटबॉल की परिधि आमतौर पर 27 इंच से 28 इंच तक होती है. गेंद का वजन 15 से 16 औंस के बीच होना चाहिए.

एक खुले मैदान में दोनों टीमों के खिलाड़ियों के बीच फुटबॉल मैच खेला जाता है. प्रत्येक टीम में ग्यारह खिलाड़ी खेलते हैं, जिसमें गोलकीपर भी शामिल होते हैं. गोलकीपर को गोलपोस्ट के पास रखा जाता है. अन्य खिलाड़ी मैदान के विभिन्न हिस्सों में रहते हैं. खिलाड़ियों को उनके स्थान के आधार पर फॉरवर्ड, हाफबैक और फुलबैक कहा जाता है. एक पक्ष में आमतौर पर पांच फारवर्डर, तीन हाफबैक, दो फुलबैक और एक गोलकीपर होते हैं. अगर कप्तान चाहे तो चार फॉरवर्डर और तीन फुलबैक रख सकते हैं.

खेल शुरू होने से पहले किस पक्ष को मैदान के किस पक्ष में खेलना है, यह तय किया जाता है. इसके लिए दोनों टीमों के कप्तानों की मौजूदगी में टॉस करना पड़ता है. टॉस जीतने वाला कप्तान तय करेगा कि मैदान के किस पक्ष पर खेल खेलेगी. आधे खेल के बाद, दोनों टीमें पक्ष बदलती हैं. पहले गेम 45 मिनट तक चलता है और फिर 5 मिनट के लिए ब्रेक होता है. ब्रेक के बाद बाकि 45 मिनट का खेल होता है. यदि इस समय के दौरान खेल को हल नहीं किया जाता है, तो अतिरिक्त समय खेला जाता है. यदि दोनों टीमें विस्तारित अवधि में समान स्तर पर रहती हैं, तो परिणाम tri breaker विधि द्वारा निर्धारित किए जाते हैं.

खेल को प्रबंधित करने के लिए एक रेफरी नियुक्त किया जाता है. दो लाइनमैन उसकी रेफरी की मदद करते हैं. इसके अलावा, खेल को दो गोलजज और एक सहायक रेफरी की मदद से आसानी से चलाया जाता है.

रेफरी विस्सल बजा के खेल शुरू करते हैं. मैदान के बीच में किक ऑफ होता है. यदि गेंद मैदान को पार करती है, तो यह सोचना होगा कि यह खेल से बाहर है. एक गोल तब किया जाता है जब फुटबॉलर गोलपोस्ट और क्रॉसबार के गोल लाइन को पार करता है. प्रत्येक टीम दूसरे पक्ष को गोल करने की कोशिश करती है. सबसे अधिक गोल करने वाली टीम को विजेता घोषित किया जाता है.

खेल बंद होने के दौरान रेफरी की अनुमति से खिलाड़ियों को बदला जा सकता है. एक टीम को आमतौर पर दो से अधिक खिलाड़ियों को बदलने की अनुमति नहीं होती है. यदि आवश्यक हो तो गोलकीपर को किसी भी समय बदला जा सकता है.

दोनों टीमें अलग-अलग आउटफिट पहनती हैं. इससे यह जानना आसान हो जाता है कि कौन से खिलाड़ी किस टीम के हैं. कपड़ों के विभिन्न रंग रेफरी की मदद करते हैं और अन्य लोग खेल का प्रबंधन करते हैं.

फुटबॉल के खेल के लिए कुछ नियम बनाए गए हैं. नियम तोड़ने पर खिलाड़ियों को दंडित किया जाता है. रेफरी अवैध खेलों की चेतावनी देता है. एक खिलाड़ी दूसरे को लात मारना दोषी है. खेल के दौरान धक्का देना, पकड़ना या अवरुद्ध करना अपराध माना जाता है. बॉल को हाथ में मारने से हैंडबॉल होता है. गेंद को अपने हाथ में पकड़ना मना है. गोलकीपर बॉल को पेनल्टी एरिया में पकड़ सकता है. खेल शुरू होने के बाद बिना अनुमति के मैदान में प्रवेश करना मना है. खेल के दौरान बिना अनुमति के मैदान छोड़ना दंडनीय अपराध है. यदि खेल का बार-बार उल्लंघन किया जाता है, तो रेफरी इसमें शामिल खिलाड़ियों को दंडित करेगा. कुछ खिलाड़ियों पर आदेशों की अवहेलना, दुर्व्यवहार करने और अपमानजनक भाषा का उपयोग करने का आरोप लगाया जाता है.

आवश्यक समय में फ्री किक खेल के दौरान मारा जाते हैं. यह दो प्रकार के होता है, डायरेक्ट फ्री किक और इनडायरेक्ट फ्री किक. खेल में पेनल्टी किक भी होता है. अगर अपनी टीम का कोई खिलाड़ी अपनी तरफ गोल लाइन पार करता है, तब कार्नर किक मारा जाता है. गेंद को उठाकर मारने को लिफ्टिंग कहा जाता है. बॉल को अपने सर से हिट करने को हेडिंग कहा जाता है. नियम के अनुसार, बॉल को खुद के नियंत्रण में रखने को ट्रैक्लिंग कहा जाता है.

उपसंहार    

चरित्र निर्माण और शरीर के विकास के लिए खेलों की आवश्यकता होती है. देशभक्त नागरिक बनाने में खेल भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. यह व्यक्तित्व निर्माण में मदद करता है. खेल से मन प्रसन्न रहता है. खिलाड़ी अच्छे व्यवहार में उपयोगिता और महत्व प्राप्त करके स्वस्थ जीवन जीते हैं. भारत को फुटबॉल में अपना नाम बनाना चाहिए और अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र में खुद का नाम बनाना चाहिए.

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ये था फुटबॉल पर निबंध (Football essay in Hindi) . उम्मीद है की आपको पसंद आया होगा. अगर आपको पसंद आया है, तो ये निबंध को अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूलें. मिलते है अगले लेख में. धन्यवाद.

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