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Mera School Essay in Hindi: कुछ ऐसे लिखें परीक्षा में मेरे स्कूल पर निबंध

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  • Updated on  
  • दिसम्बर 20, 2023

Mera School Essay In Hindi

विद्यार्थियों को अपने स्कूली जीवन में मेरा स्कूल विषय पर निबंध दिया जाता है। क्योंकि अपने स्वयं के स्कूल के बारे में लिखने से छात्रों को अपने विचारों, भावनाओं और अनुभवों को व्यक्त करने का मौका मिलता है। इससे वे स्कूल के माहौल के साथ अपने व्यक्तिगत जुड़ाव पर विचार करने के लिए भी प्रोत्साहित होते हैं। इसके साथ ही मेरा स्कूल विषय पर निबंध लेखन से विद्यार्थियों में संचार कौशल विकसित करने में मदद मिलती है। Mera School Essay in Hindi के बारे मैं जानने के लिए इस ब्लॉग को अंत तक पढ़ें। 

This Blog Includes:

मेरा स्कूल पर निबंध 100 शब्दों में, मेरा स्कूल पर निबंध 200 शब्दों में, मेरा स्कूल में पहली पसंद, मेरे स्कूल में मिलने वाली शिक्षा का स्तर, मेरे स्कूल पर 10 लाइन्स.

स्कूल हमें जिम्मेदार नागरिक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अच्छे शिक्षकों के द्वारा अक्सर अच्छे छात्र तैयार किए जाते हैं। मेरे भी उत्कृष्ट शिक्षक हैं और वे एकेडमिक्स के साथ खेल और अन्य गतिविधियों में भी हमारी सहायता करते हैं।  

ये शिक्षक हमारे स्कूल की नींव की तरह हैं, जो हमें मूल्यवान सबक देते हैं जिन्हें हम अपने दैनिक जीवन में उपयोग कर सकते हैं। स्कूल में हम न केवल गणित और विज्ञान जैसे विषयों के बारे में सीखते हैं बल्कि अपने दोस्तों के साथ सहयोग करने के बारे में भी सीखते हैं। 

हमारे स्कूल में विभिन्न विषयों के लिए अलग-अलग कक्षाएँ हैं, और पढ़ाई और पाठ्येतर गतिविधियों दोनों को समान महत्व दिया जाता है। यह हमें न केवल शैक्षणिक रूप से बल्कि एक जिम्मेदार व्यक्ति के रूप में विकसित होने में मदद करता है।

यह भी पढ़ें : परीक्षा में ऐसे लिखें मेरा देश पर निबंध

Mera School Essay in Hindi 200 शब्दों में नीचे दिया गया है:

मेरा स्कूल एक जादुई जगह है जहाँ पढ़ना एक रोमांच जैसा लगता है। हर दिन, मैं अपने दोस्तों और शिक्षकों से मुस्कुराहट के साथ स्कूल में मिलता हूं। मेरे स्कूल की इमारत बहुत ऊँची है, सभी कक्षाएं रंगीन हैं, जहां पढ़ने में और भी अधिक आनंद आता है।

सुबह में, हम असेंबली एरिया में इकट्ठा होते हैं, जहां झंडा गर्व से फहराता है और हम उत्साह के साथ राष्ट्रगान गाते हैं।  कक्षाएँ खज़ाने की पेटी की तरह होती हैं, प्रत्येक में ज्ञान का एक नया टुकड़ा होता है जो खोजे जाने की प्रतीक्षा कर रहा होता है। शिक्षक जादूगरों की तरह हैं, जो संख्याओं, शब्दों और विज्ञान की दुनिया में हमारा मार्गदर्शन करते हैं।

ब्रेक के दौरान मेरे स्कूल का मैदान मौज-मस्ती और खेल की जगह बन जाता है। मित्र कहानियाँ साझा करते हैं और वातावरण हँसी से भर जाता है। कैफेटेरिया एक जादुई रसोईघर है जहां स्वादिष्ट सुगंध हवा में फैलती है और हम प्यार से भरे दोपहर के भोजन का आनंद लेते हैं।

मेरा स्कूल सिर्फ सीखने की जगह नहीं है; यह एक परिवार है। हम त्यौहार मनाते हैं, खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेते हैं और साथ मिलकर नाटक प्रस्तुत करते हैं।  दीवारें हमारी कलाकृति से सजी हैं और बुलेटिन बोर्ड हमारी उपलब्धियों की कहानी बताते हैं।

जैसे ही दिन के अंत में छुट्टी के समय घंटी बजती है, मैं ज्ञान से भरा बैग और यादों से भरा दिल लेकर निकल पड़ता हूँ।  मेरा स्कूल सिर्फ एक इमारत से कहीं अधिक है;  यह एक ऐसी जगह है जहां सपने उड़ान भरते हैं और दोस्ती बनती है।

मेरा स्कूल पर निबंध 500 शब्दों में

Mera School Essay in Hindi 500 शब्दों में नीचे दिया गया है:

शिक्षा हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, जो हमें दूसरों से अलग करती है और स्कूल इस आवश्यक यात्रा का शुरुआती बिंदु हैं। वे पहली जगह हैं जहां हम सीखना शुरू करते हैं, अपनी शिक्षा की नींव रखते हैं।  अपने स्कूल के बारे में इस निबंध में, मैं बताऊंगा कि मुझे यह क्यों पसंद है और इसने मुझे क्या महत्वपूर्ण सबक सिखाए हैं।

हम सभी ने स्कूल जाने की खुशी का अनुभव किया है, वहां बिताए हर पल को संजोकर रखा है क्योंकि वे हमारे जीवन की आधारशिला हैं। स्कूल वह जगह हैं जहां हमें शिक्षा की पहली चिंगारी मिलती है, हम न केवल शैक्षणिक विषयों को सीखते हैं बल्कि जीवन के बुनियादी सिद्धांतों को भी सीखते हैं, कैसे बढ़ें और फलें-फूलें। वे हमारे अंदर ऐसे मूल्य और सिद्धांत स्थापित करते हैं जो बच्चे के विकास का मूल आधार बनते हैं।

मेरा स्कूल मेरे लिए दूसरे घर की तरह है, जहाँ मैं अपना काफी समय बिताता हूँ। यह व्यक्तिगत विकास के लिए एक मंच प्रदान करता है और मेरे व्यक्तित्व को आकार देने में मदद करता है। मैं खुद को शहर के सबसे प्रतिष्ठित स्कूलों में से एक का हिस्सा होने के लिए भाग्यशाली मानता हूं, जिसमें कई चीज़ें हैं जो मेरे शैक्षिक अनुभव को बढ़ाती हैं। 

किंडरगार्टन से शुरू करके प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय और फिर बारहवीं कक्षा तक की हमारी यात्रा तक, स्कूल एक ऐसा स्थान बन जाता है जहां हम न केवल पढ़ते हैं बल्कि बढ़ते हैं, खुद को स्थापित करते हैं, मेलजोल बढ़ाते हैं, दूसरों से दोस्ती करते हैं, मदद की पेशकश करते हैं और प्यार का अनुभव करते हैं। यह एक निरंतर साथी की तरह है जो हमारे शुरुआती वर्षों से लेकर जीवन के अंत तक हमारे साथ रहता है। स्कूल में हम सभी खुशी से पढ़ते हैं, सभी दोस्त एक-दूसरे पर भरोसा करते हैं, खुशी के पल बांटते हैं और साथ मिलकर नए कार्यों और उत्सावों के लिए तैयार रहते हैं।

मेरा स्कूल आधुनिक शिक्षा को क्लासिक वास्तुकला के साथ खूबसूरती से जोड़ता है। पुरानी इमारतें न केवल देखने में आश्चर्यजनक हैं; वे नए उपकरणों से सजी हैं। मैं अपने स्कूल को शिक्षा के एक स्तंभ के रूप में देखता हूं, जो मुझे ज्ञान और नैतिक मूल्य दोनों प्रदान करती हैं।

किसी स्कूल की पहचान बनाने में शिक्षण स्टाफ का बहुत महत्व होता है। वे किसी भी शैक्षिक समुदाय की रीढ़ होते हैं, छात्रों को सीखने और समझने के लिए मार्गदर्शन करते हैं, अच्छी आदतें और मूल्य पैदा करते हैं।

मेरा स्कूल हमारे शैक्षणिक प्रदर्शन को बेहतर बनाने के साथ छात्रों के समग्र विकास को प्राथमिकता देता है। यह एक्स्ट्रा कैरिकुलर एक्टिविटीज के लिए एक सहायक वातावरण प्रदान करता है, यहां प्रत्येक छात्र पर ध्यान दिया जाता है, साथ ही यह आत्मविश्वास को बढ़ावा देता है।

जो चीज़ मेरे स्कूल को असाधारण बनाती है, वह इसकी मान्यता है कि हर एक जगह खास है। मेरे स्कूल में एक पुस्तकालय, कंप्यूटर कक्ष, खेल का मैदान और बास्केटबॉल कोर्ट जैसी सुविधाएं हैं, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि छात्रों के पास उनकी ज़रूरत की हर चीज़ हो।

मेरे लिए, मेरा स्कूल एक शैक्षणिक संस्थान से बढ़कर है; यह मेरा दूसरा परिवार है। अद्भुत मित्रों, उत्कृष्ट शिक्षकों और स्कूल की यादों से भरपूर परिवार। मुझे अपने स्कूल से प्यार है क्योंकि यहीं मैं एक अच्छा नागरिक बनना और अपने लक्ष्यों को हासिल करना सीखता हूं।  यह एक ऐसी जगह है जहां दोस्ती बिना किसी निर्णय के बनाई जाती है और करीबी दोस्तों के साथ समय बिताना आरामदायक लगता है, चाहे स्थिति कोई भी हो।

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मेरे स्कूल ने ऐसे पाठ पढ़ाए हैं जो इतने मूल्यवान हैं कि मैं उन्हें एक वाक्य में प्रस्तुत नहीं कर सकता। यहां की सीख अपूरणीय हैं, और मैं उनके लिए अविश्वसनीय रूप से आभारी हूं। उदाहरण के लिए दोस्तों के साथ चीज़ें बांटना और अन्य लोगों के प्रति प्रेम भावना। यहीं पर मैंने जानवरों की सहायता करना सीखा और बाद में इसी प्रेम के चलते मैने एक पालतू जानवर भी गोद लिया। 

स्कूल न केवल शैक्षणिक ज्ञान के बारे सिखाते हैं; 

मेरा स्कूल हमें एक ज़िम्मेदार व्यक्ति बनने के लिए भी प्रेरित करता है। मैने यहां बहुत सारे कौशल सीखे जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों चर्चा या घरेलू कार्यों का प्रबंधन करना, मुश्किल की परिस्थिति में धैर्य से काम करना ये सभी वास्तविक दुनिया में आवश्यक हैं। 

कार्यों में नए विचारों को अपनाना और ज़रूरत पड़ने पर उनका प्रयोग करना, जिससे मुझे ग्रेड से परे अपनी कार्य क्षमता के बारे में सिखाया गया।

विद्यार्थियों के प्रति समर्पित शिक्षकों की बदौलत स्कूल के माहौल में कलात्मक कौशल विकसित हुआ। इससे मुझे अंतर-स्कूल प्रतियोगिताओं में भाग लेने और पुरस्कार अर्जित करने का मौका मिला। सबसे अधिक महत्वपूर्ण में अपने स्कूल में असफलता का सामना और अपनी महत्वाकांक्षाओं को कभी न छोड़ने के बारे में सीखा। 

स्काउट्स और गाइड्स से लेकर खेल और सांस्कृतिक गतिविधियों तक पाठ्येतर गतिविधियों ने मेरे स्कूल के अनुभव को समृद्ध किया। शिष्टाचार, चरित्र विकास और नैतिक शिक्षा पर हमारे प्रिंसिपल के दैनिक व्याख्यान ने मेरे मूल्यों को आकार दिया।  मैं आज जो भी हूं उसका श्रेय अपने स्कूल को देता हूं, इसे सर्वश्रेष्ठ संस्थान मानता हूं।

स्कूल का एक और महत्वपूर्ण सबक टीम वर्क है। यह अक्सर पहली जगह होती है जहां बच्चे अपने से भिन्न लोगों के साथ सहयोग करना सीखते हैं। यह समझना कि टीम की सफलता प्रत्येक व्यक्ति के योगदान पर निर्भर करती है, छात्रों में स्थापित एक बुनियादी सिद्धांत है, जो उन्हें टीम में मिलकर और व्यक्तिगत उपलब्धियों दोनों के लिए तैयार करता है।

संक्षेप में कहूं तो, एक प्रतिष्ठित स्कूल का हिस्सा बनना मेरे लिए एक जबरदस्त व्यक्तिगत विकास यात्रा रही है। मेरे चरित्र को ढालने और अमूल्य शिक्षाएँ प्रदान करने के लिए मैं अपने विद्यालय का बहुत आभारी हूँ। जो मित्रताएं बनीं और असाधारण शिक्षकों का मार्गदर्शन वे खजाने हैं जिन्हें मैं हमेशा संजो कर रखूंगा। मेरा लक्ष्य अपने स्कूल द्वारा स्थापित मूल्यों को बनाए रखना, जीवन में सफल होने का प्रयास करना और उस संस्थान को सम्मान दिलाना है जिसने आज मैं जो कुछ भी हूं उसे आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

Mera School Essay in Hindi पर 10 लाइन्स नीचे दी गई है:

  • मेरा स्कूल हमारे क्षेत्र में प्रसिद्ध है, स्थानीय लोगों के बीच अपनी लोकप्रियता और उच्च प्रतिष्ठा के लिए जाना जाता है।
  • स्कूल की इमारत विशाल है, हरियाली से सुसज्जित है, एक विशाल और सौंदर्य की दृष्टि से मनभावन वातावरण बनाती है।
  • एक विस्तृत खेल का मैदान विभिन्न बाहरी गतिविधियों और खेलों में शामिल होने के लिए पर्याप्त जगह प्रदान करता है।
  • शारीरिक शिक्षा सत्र साप्ताहिक रूप से आयोजित किए जाते हैं, जो हमारी समग्र फिटनेस और कल्याण में योगदान करते हैं।
  • स्कूल में अच्छे शिक्षक हैं जो एक सहायक और देखभाल करने वाला सीखने का माहौल बनाते हैं।
  • मैं स्कूल में कई दोस्तों के साथ आनंददायक पल साझा करता हूं, जहां हम एक साथ खेलते और पढ़ते हैं, जिससे सौहार्द की मजबूत भावना को बढ़ावा मिलता है।
  • स्कूल की व्यापक लाइब्रेरी पुस्तकों का विविध संग्रह प्रदान करती है, जो सीखने के लिए एक मूल्यवान संसाधन प्रदान करती है।
  • अच्छी तरह से सुसज्जित विज्ञान और सामाजिक विज्ञान प्रयोगशालाएँ हमारी व्यावहारिक समझ और प्रयोग को बढ़ाती हैं।
  • स्कूल सांस्कृतिक विविधता और एकता को बढ़ावा देते हुए कई राष्ट्रीय और धार्मिक त्योहारों को उत्साहपूर्वक मनाता है।
  • स्कूल में हर दिन एक खुशी है क्योंकि मैं नई चीजें सीखने और अपने ज्ञान का विस्तार करने के अवसर का उत्सुकता से स्वागत करता हूं।

स्कूल जीवन के ऐसे पाठ प्रदान करता है जो शिक्षा से परे है इसलिए प्रत्येक बच्चे के लिए स्कूल जाना महत्वपूर्ण है स्कूल हम सभी को शिक्षा के साथ ऐसा अनुभव प्रदान करता है, जो सामाजिक कौशल, पाठ्येतर गतिविधियाँ और मूल्यवान जीवन सबक भी प्रदान करता है।

स्कूल बुनियादी ज्ञान और कौशल प्रदान करता है, जिसमें बुनियादी शिक्षा और कला और सार्वजनिक बोलने जैसी प्रतिभाओं का विकास शामिल है। सबसे बढ़कर, यह छात्रों में अनुशासन पैदा करता है, भविष्य की सफलता के लिए उनके चरित्र को आकार देता है।

मेरा स्कूल अपनी उत्कृष्ट प्रतिष्ठा, विशाल और सुंदर परिसर, समर्पित शिक्षकों और समग्र विकास में योगदान देने वाली पाठ्येतर गतिविधियों की एक विस्तृत श्रृंखला के लिए जाना जाता है।

मेरे स्कूल में हर सप्ताह एक बार शारीरिक शिक्षा कक्षाएं आयोजित की जाती हैं, जिसमें समग्र फिटनेस और कल्याण बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया जाता है।

आशा हैं कि आपको इस ब्लाॅग में Mera School Essay in Hindi पर निबंध के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के अन्य   निबंध से सम्बंधित ब्लॉग्स  पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।

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School of My Dreams Essay In Hindi | मेरे सपनों का विद्यालय पर निबन्ध

School of My Dreams Essay In Hindi मेरे सपनों का विद्यालय पर निबन्ध

  • विद्यालयों का महत्व
  • आदर्श विद्यालय
  • चरित्र निर्माण और अनुशासन

साथ ही, कक्षा 1 से 10 तक के छात्र उदाहरणों के साथ इस पृष्ठ से विभिन्न  हिंदी निबंध  विषय पा सकते हैं।

मेरे सपनों का विद्यालय पर निबन्ध | Essay on School of My Dreams In Hindi

विद्यालय शिक्षा प्रदान करने के केंद्र होते हैं। इनमें प्राथमिक, माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्तर की शिक्षा प्रदान की जाती है। तीन-चार वर्ष के नन्हें-नन्हें बालक-बालिकाएँ इनमें प्रवेश करते हैं और सत्रह-अठारह वर्ष की आयु में बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण करके जीवन के नए क्षेत्र में पदार्पण करते हैं।

विद्यालय का प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में महत्व होता है। विद्यालयों का जैसा स्तर होता है, उनसे शिक्षा ग्रहण करके निकले विद्यार्थियों का वैसा ही शैक्षिक स्तर होता है। विद्यालय कई प्रकार के होते हैं। नगर निगमों द्वारा चलाए जाने वाले विद्यालय प्रायः प्राथमिक स्तर की शिक्षा प्रदान करते हैं। राज्य सरकारों द्वारा संचालित विद्यालयों में उच्चतर माध्यमिक स्तर की शिक्षा प्रदान की जाती है। श्रेष्ठ शिक्षा प्रदान करने वाले पब्लिक स्कूल होते हैं। इन्हें निजी संस्थाएँ चलाती हैं।

मेरी हार्दिक इच्छा है कि मैं एक विद्यालय खोलूँ जो आदर्श विद्यालय हो। इसमें नर्सरी से बारहवीं कक्षा तक की उच्चस्तरीय शिक्षा प्रदान की जाएगी। शिक्षा प्रदान करने का दायित्व अध्यापक-अध्यापिकाओं पर निर्भर करता है। मैं इस विद्यालय में उच्चतम शिक्षा प्राप्त अध्यापक-अध्यापिकाओं को नियुक्त करूँगा। उन्हें अन्य विद्यालयों की अपेक्षा अधिक वेतन दूंगा। उन्हें विद्यालय परिसर में ही आवास प्रदान किए जाएंगे। उनको सभी प्रकार की सुख-सुविधाएँ प्रदान की जाएँगी। मेरा प्रयास होगा कि वे सभी प्रकार की चिंताओं से मुक्त रहें। ऐसे अध्यापक-अध्यापिकाएँ पूर्ण रूप से विद्यालय के उच्च स्तर निर्माण में अपना योगदान करेंगे। वे पूर्णतया विद्यार्थियों के हित के लिए समर्पित रहेंगे।

विद्यालय परिसर में छात्रावास बनाया जाएगा। इसमें दो तरह के विद्यार्थियों के रहने की व्यवस्था होगी। ऐसे प्रतिभावान विद्यार्थी जिनके माता-पिता निर्धन होंगे उन्हें छात्रावास में रखा जाएगा। उनके भोजन, निवास और शिक्षा की निःशुल्क व्यवस्था होगी। दूसरे वे विद्यार्थी होंगे जो अनुशासनबद्ध रहकर सच्चे अर्थों में शिक्षा ग्रहण करना चाहेंगे।

विद्यालय में विज्ञान की बड़ी-बड़ी प्रयोगशालाएँ होंगी। इनमें नए-नए प्रयोग करने की सुविधा रहेगी। ये सभी प्रकार के उपकरणों से सुसज्जित होंगी। विद्यालय का कंप्यूटर-विभाग सबसे बड़ा होगा। विद्यालय के प्रत्येक विद्यार्थी के लिए कंप्यूटर सीखना अनिवार्य होगा। नर्सरी के नन्हें बच्चे से लेकर बारहवीं कक्षा तक के विद्यार्थी जब कंप्यूटर सीखकर निकलेंगे तो वे देश को नए युग में ले जाएँगे।

विद्यालय के खेल-कूद विभाग में सभी प्रकार के खेलों के सामान उपलब्ध होंगे। विद्यार्थियों को प्रशिक्षण देने के लिए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को नियुक्त किया जाएगा। उनकी देखरेख में विद्यार्थी खेलों का उच्चस्तरीय प्रशिक्षण ग्रहण कर सकेंगे। इस प्रकार वे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम ऊँचा कर सकेंगे।

विद्यालय में सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर बल दिया जाएगा। हिंदी और अंग्रेजी भाषा में कविता, वाद-विवाद, निबंध लेखन, नाटक आदि के कार्यक्रम आयोजित कराए जाएंगे। भारतीय संस्कृति को नई पीढ़ी तक पहुँचाने के लिए इन सांस्कृतिक कार्यक्रमों का बहुत महत्व होता है। संगीत और नृत्य के साथ-साथ चित्रकला और मूर्तिकला आदि विभागों की स्थापना की जाएगी।

विद्यालय में चरित्र-निर्माण और अनुशासन पर सबसे अधिक बल दिया जाएगा। अध्यापक-अध्यापिकाओं और विद्यार्थियों की वेशभूषा आदर्श होगी। अध्यापिकाओं की वेशभूषा इस प्रकार की होगी जिससे छात्राओं में शालीनता का भाव जाग्रत हो सके। प्रत्येक अध्यापक-अध्यापिका बारी-बारी से प्रात:कालीन प्रार्थना सभा में अपने विचार रखा करेंगे। प्रत्येक विद्यार्थी एक बार प्रार्थना सभा को अवश्य संबोधित करेगा।

मेरे सपनों के विद्यालय में सभी धर्मों के प्रति समान आदर भाव जाग्रत करने के लिए भिन्न-भिन्न त्योहार मनाए जाएंगे। महापुरुषों की जयंतियाँ आयोजित की जाएंगी। विद्यालय की पत्रिका में सर्वधर्म समभाव की रचनाएँ प्रकाशित की जाएँगी। मेरे सपनों के विद्यालय में सभी विद्यार्थी इतने योग्य होंगे कि वे अनुत्तीर्ण शब्द को ही भूल जाएँगे।

मेरा सपना पूरा होगा, यह मैं नहीं जानता। कहते हैं सपने देखना बुरा नहीं होता। यदि सपने नहीं देखेंगे तो उन्हें पूरा करने की भावना कैसे जाग्रत होगी? संभव है मेरे पास बहुत धन आ जाए। संभव है कि मैं देश का शिक्षामंत्री बन जाऊँ। तब तो मेरे सपनों का विद्यालय अवश्य बन जाएगा। मुझे पूर्ण विश्वास है कि मैं एक दिन ऐसा आदर्श विद्यालय बनाऊँगा।

Essay on My School in Hindi – मेरा विद्यालय पर निबंध 150, 300 और 600 शब्दों में

Essay on My School in Hindi

Essay on My School in Hindi : हमारी जिंदगी में विद्यालय और शिक्षा काफी महत्व रखती है। बिना विद्यालय और शिक्षा के हम एक अच्छे जीवन की कल्पना नही कर सकते है। इसलिए हमें विद्यालय के महत्व को जानना बहुत ज़रूरी है।

स्कूलों में अक्सर मेरा विद्यालय पर निबंध लिखने के लिए दिया जाता है। अगर आपको भी Mera  School Par Nibandh लिखने के लिए कहा गया है, तो इस आर्टिकल को अंत तक पढ़े। मेरा विद्यालय निबंध हिंदी में Class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7 और 8 सभी के लिए उपयोगी हैं। मैने यहां पर My School Essay in Hindi में 150, 300 और 600 शब्दों में लिखा है।

मेरा विद्यालय पर निबंध 150 शब्दों में (Essay on My School in Hindi)

स्कूल विद्या का मंदिर होता है, जहां पर हमें विद्या (शिक्षा) मिलती है। विद्यालय में हम शिक्षा के महत्व को समझते है, और शिक्षा की मदद से हम अपनी जिंदगी को एक सही दिशा देते है।

अगर मैं अपने स्कूल की बात करूँ तो मेरे स्कूल का नाम “ महावीर विद्या मंदिर ” है, जो राजस्थान के बाड़मेर जिले में स्थित है। मेरा स्कूल शहर से थोड़ी दूर शांत जगह पर है, जहां हम बस की मदद से जाते है। मेरे स्कूल में लगभग 1000 छात्र पढ़ते हैं, और सभी छात्र अनुशासन में रहते है।

मेरे विद्यालय का भवन काफी सुंदर है, जहां पर सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध हैं। यहां पर एक बड़ा खेल का मैदान, एक पुस्तकालय, एक विज्ञान की प्रयोगशाल और एक कंप्यूटर लैब है। इसके अलावा एक बहुत बड़ा हॉल भी हैं, जहां हम सभी मिलकर सुबह-सुबह प्रार्थना करते है।

मेरे विद्यालय में अनेक तरह के खेलकूद और सांस्कृतिक कार्यक्रम होते है। मेरे स्कूल के सभी अध्यापक और अध्यापिकाएँ बहुत अच्छी हैं, जो हमें प्यार से पढ़ाते हैं। मुझे यहां पर बहुत कुछ सिखने को मिल रहा है, और मैं अपने स्कूल को बहुत प्यार करता हूँ।

मेरा विद्यालय पर निबंध 300 शब्दों में (My School Essay in Hindi)

प्रस्तावना.

विद्यालय हमारी जिंदगी का काफी अहम हिस्सा है। जब बड़े हो जाते है, तब भी स्कूली घटनाएं हमारी जिंदगी की सबसे यादगार घटनाओं में से एक होती है। क्योंकि स्कूल के साथ हमारे बच्चपन की यादे जुड़ी होती है। विद्यालय हमें जिंदगी में आगे बढ़ना सिखाता है।

विद्यालय की परीभाषा

विद्यालय एक ऐसा स्थान है, जहां पर शिक्षा ग्रहण की जाती है। यहां पर बच्चों के शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक एवं नैतिक गुणों का विकास होता है। यह एक मंदिर है जहां सभी प्रकार के बच्चे एक ही तरह की ड्रेस पहनकर पढ़ाई करते है।

विद्यालय में बिना भेदभाव के अध्यापक बच्चों को शिक्षा देते है। यहां पर बच्चों को शिक्षा, ज्ञान और कौशल प्राप्त होता है, और अंतत बच्चे का व्यक्तित्व निर्माण होता है।

मेरे विद्यालय का भवन

मेरे स्कूल का नाम “ महावीर विद्या मंदिर ” है, और यह राजस्थान के बाड़मेर जिले में स्थिति है। मेरा विद्यालय भवन तीन मंजिला है, जहां सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध है। मेरे स्कूल में कक्षा 10वीं तक पढ़ाई करवाई जाती हैं। मेरे स्कूल में एक बड़ा हॉल और एक बड़ा खेलकूद का मैदान भी है।

मेरे विद्यालय में बड़ी-बड़ी कक्षाएं, एक पुस्तकालय, एक विज्ञान की प्रयोगशाला, और कंप्यूटर लैब भी है। मेरे विद्यालय में प्रेवश करते ही सामने प्रधानाचार्य का ऑफिस है। इसके अलावा विद्यालय के चारों तरफ पेड़-पौधे भी हैं।

मेरा विद्यालय की अध्यापक-अध्यापिकाएँ

मेरे स्कूल में कुल आठ अध्यापक और अध्यापिकाएँ हैं, जो काफी अच्छे से पढ़ाती है। मेरी स्कूल के सभी टीचर्स अनुभवी और विद्वान है। मेरे विद्यालय में सभी तरह के विषय पढ़ाए जाते हैं, जैसे- हिंदी, गणित, विज्ञान, अंग्रेजी, सामाजिक विज्ञान आदि। और सभी विषय के लिए विशेष अनुभवी अध्यापक मौजुद है।

मेरी स्कूल एक पीटी टिचर और एक योगा टीचर भी है, जो हमारी शेहत का ख्याल रखते है। हमारी स्कूल में समय-समय पर खेल प्रतियोगिताएं और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होते है, जिसमें सभी अध्यापक अपना योगदान देते है।

विद्यालय में अनुशासन

मेरे विद्यालय में काफी अनुशासन है, और इसके लिए विद्याल में कुछ कठोर नियम भी बनाए गए हैं। सभी विद्यार्थी नियमों की पालना करते है, और स्कूल में अनुशासन बनाए रखते है। विद्यालय में अनुशासन बहुत जरूरी है, क्योंकि बिना अनुशासन के पढ़ाई नही की जा सकती है।

उपसंहार

मेरा विद्यालय बहुत अच्छा है, जहां मुझे सभी तरह की सुविधाएं मिलती है। मुझे पूरा यकिन है कि मैं यहां पर पढ़कर एक अच्छा इंसान बनूंगा, और अपने पूरे परिवार व स्कूल का नाम रोशन करूंगा। मैं अपने सभी अध्यापकों का धन्यवाद करता हूँ, जो मुझे इतना अच्छे से और प्यार से पढ़ा रहे है।

Essay on My School in Hindi से हम विद्यालय के महत्व को समझ सकते है।

मेरा विद्यालय पर निबंध 600 शब्दों में (Essay on My School in Hindi)

उपसंहार (विद्यालय का परिचय).

 स्कूल एक ऐसा स्थान है जहां पर हम धीरे-धीरे बड़े होते है, और हमारे व्यक्तित्व का निर्माण होता है। मेरा अधिकतर समय स्कूल में बितता है, जहां मैं अपने दोस्तों के साथ पढ़ाई भी करता हूँ और मस्ती भी करता हूँ। मेरी स्कूल का नाम “ महावीर विद्या मंदिरा उच्च माध्यमिक विद्यालय ”  है, जहां 12वीं तक के विद्यार्थियों को पढ़ाया जाता है।

मेरा विद्यालय बहुत अच्छा है, जहां पर सभी अध्यापक अच्छे और अनुभवी है, और सभी सुख-सुविधाएं उपलब्ध हैं। यहां पर पढ़ाई करने योग्य अनुकूल माहौल है। मेरे स्कूल में पढ़ाई के साथ-साथ नैतिक शिक्षा और कौशल पर भी ध्यान दिया जाता है। सच में, मेरा विद्यालय काफी अच्छा है, जिसे मैं बहुत प्यार करता हूँ।

विद्यालय क्या है, इसके प्रकार

विद्यालय का शाब्दिक अर्थ होता है- विद्या और आलय। इसका मतलब है कि एक ऐसा स्थान जहां पर विद्या मिलती हो। प्राचीन समय में पहले गुरुकुल हुआ करते थे, जहां पर गुरू शिष्यों को अनेक तरह की शिक्षाएं देते थे। हालांकि अब गुरुकुल को विद्यालय और स्कूल बोला जाता है। और इसके साथ ही प्राचीन काल की तुलना में शिक्षा का ढंग भी बदल गया है। विद्यालय मंदिर का रूप होता है, जहां व्यक्ति के व्यक्तित्व का निर्माण होता है।

हम बचप्पन से बड़े होने तक अलग-अलग विद्यालयों में पढ़े हैं, जैसे- आंगनवाड़ी, प्राथमिक विद्यालय, माध्यमिक विद्यालय और फिर उच्च माध्यमिक विद्यालय। इसके बाद महाविद्यालय (कॉलेज) में जाकर पढ़ाई करते है।

इसके अलावा भी विद्यालय के अन्य प्रकार होते हैं, जैसे- सरकारी विद्यालय, निजी विद्यालय, आवासीय विद्यालय, धार्मिक विद्यालय, कौशल निर्माण विद्यालय और सैनिक विद्यालय।

मेरे विद्यालय की विशेषताएं

मेरा विद्यालय काफी अच्छा हैं, जहां सभी सुविधाएं दी गयी है। यहां पर कोई भी बच्चा आसानी से पढ़ सकता है। मेरे स्कूल की निम्नलिखित विशेषताएं हैं-

  • मेरा विद्यालय शहर से थोड़ा दूर शांत जगह पर है, और चारों तरफ खुला वातावरण है।
  • मेरे स्कूल में सभी विषय के लिए विशेष अनुभवी अध्यापक और अध्यापिकाएं हैं।
  • मेरा स्कूल तीन मंजिला है, और स्कूल के बाहर एक गार्डन भी है।
  • स्कूल में एक प्रार्थन हॉल, एक पुस्तकालय, एक कंप्यूटर लैब, और एक विज्ञान प्रयोगशाला है।
  • विद्यालय में शीतल जल और शुद्ध पानी की व्यवस्था है।
  • विद्यालय में अनेक खेलकूद और सांस्कृतिक प्रोग्राम होते हैं।
  • मेरे स्कूल में पढ़ने के लिए काफी अच्छा वातावरण है।
  • मेरे विद्यालय में काफी अच्छा अनुशासन है।
  • मेरे स्कूल में कक्षा 12 तक पढ़ाई करवाई जाती हैं।

मेरे विद्यालय में विद्यार्थियों का अनुशासन

मेरे विद्यालय में सबसे ज्यादा अनुशासन पर ध्यान दिया जाता है। क्योंकि जब तक अनुशासन नही होगा, तब तक पढ़ाई संभव नही है। अनुशासन की वजह से ही सभी कक्षाएं समय पर लगती है, और बच्चे भी समय पर स्कूल आते है। व्यक्ति के जीवन में अनुसाशन होना बहुत जरूरी है, और यह अनुसाशन स्कूल की मदद से ही आता है।

हमारी स्कूल में अच्छा अनुसाशन होने की वजह से हम समय पर पढ़ते है और समय पर खेलते भी हैं। जिंदगी में अनुशासन का होना बेहद ज़रूरी है।

मेरे विद्यालय की शिक्षण प्रणाली

एक अच्छे विद्यालय में अच्छी शिक्षण प्रणाली होना बहुत ज़रूरी है, और मेरे विद्यालय में है। मेरे स्कूल में एक दिन में दो पारीयां चलती हैं, जिसमें सुबह के समय प्राथमिक कक्षा से 6वीं कक्षा के विद्यार्थी आते है। और फिर 12 बजे के बाद 7वीं कक्षा से 12 कक्षा के विद्यार्थी आते है।

मेरे स्कूल में रेगुलर क्लासेस चलती है, और बीच में रेस्ट भी मिलती है। पढ़ाई के बाद बच्चों को खेलने का समय भी दिया जाता है। इसके अलावा जो भी बच्चे पढ़ाई में कमजोर होते है, उन्हे विशेष क्लासेस भी दी जाती है।

सभी कक्षाओं में समय-समय पर टेस्ट भी होते हैं, ताकि बच्चों की स्थिति का पता चल सके।

प्रतियोगिताओं का आयोजन

मेरे विद्यालय में हर साल अनेक तरह की प्रतियोगिताएं भी होती है जैसे- चित्र-कला, वाद-विवाद, कविताएँ आदि, ताकि हम पढ़ाई के साथ-साथ अन्य कौशल भी सीख सके। यहां पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होते है, जिससे हमें काफी कुछ नया सिखने को मिलता है।

विद्यालय के प्रति हमारा कर्तव्य

विद्यालय एक विद्या का मंदिर है, जिसके प्रति हर विद्यार्थी के कुछ कर्तव्य होते हैं। हमारा सबसे बड़ा कर्तव्य है कि हम अपने स्कूल में अनुसाशन को बनाए रखे। और अच्छा रिजल्ट प्राप्त करके स्कूल का नाम रोशन करें। हमे अपने शिक्षकों को सम्मान देना चाहिए, और उन्हे अपनी लाइफ में हमेशा याद रखना चाहिए।

विद्यालय एक बच्चे के जीवन में काफी अहम भूमिका निभाता है, क्योंकि विद्यालय से बच्चे को शिक्षा, ज्ञान और कौशल मिलता है,और एक अच्छा व्यक्तित्व का निर्माण होता है। यहां पर मुझे पढ़ाई के साथ-साथ और भी कई तरह के अनुभव भी मिल रहे है। मैं अपनी स्कूल को बहुत प्यार करता हूं, और मैं हमेशा अपने विद्यालय पर गर्व महसूस करूंगा।

मेरा विद्यालय पर निबंध हिंदी में 10 लाइन (Mera  School Par Nibandh)

  • मेरी स्कूल का नाम “महावीर विद्या मंदिर माध्यमिक विद्यालय” है जो शहर कुछ दूर स्थित है।
  • मेरा विद्यालय एक शांत जगह पर है, जहां पढ़ाई का माहौल काफी अच्छा है।
  • मेरे विद्यालय में बहुत सारे कमरे, प्रार्थना स्थ, खेलकूद का मैदान, पुस्तकालय और लैब उपलब्ध हैं।
  • मेरे स्कूल में रोज़ाना सुबह 30 मिनट तक प्रार्थना होती है, और फिर भोजन से पूर्व भी छोटी-सी प्रार्थना होती है।
  • मेरे विद्यालय में प्रत्येक विषय को पढ़ाने के लिए अनुभवी और योग्य शिक्षक मौजुद हैं।
  • स्कूल में बच्चों के प्रति प्रधानाचार्य और सभी शिक्षकों का काफी अच्छा व्यवहार है।
  • मेरे स्कूल में अनुशासन पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया जाता है।
  • स्कूल के बाहर गार्डन में सभी बच्चे रोज़ाना खेलते है।
  • मेरे विद्यालय में हर साल अनेक तरह के सांस्कृतिक प्रोग्राम और प्रतियोगिताएं होती हैं।
  • मैं अपने स्कूल से काफी प्यार करता हूँ, और मैं अपने स्कूल के लिए गर्व महसूस करता हूं।

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मेरे सपनों का जीवन निबंध | Essay on My Dream in Hindi

Essay on My Dream in Hindi  प्रिय विद्यार्थियों आज के लेख  मेरे सपनों का जीवन निबंध अथवा मेरे सपनों का जीवन, मेरे जीवन का उद्देश्य और मेरा जीवन स्वप्न के इस निबंध में कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10 के बच्चों के लिए  Essay on My Dream in Hindi  का लेख 100, 200, 250, 300, 400 और 500 शब्द सीमा में आपके साथ प्रस्तुत कर रहे हैं.

मेरे सपनों का जीवन निबंध | Essay on My Dream in Hindi

Get Here Free Short Essay on My Dream in Hindi Language For School Students & Kids.

No 1 Essay on My Dream in Hindi For Class 5 In 500 Words With Headings

छात्र जीवन और सपने-

छात्र जीवन तो सपने सजाने की उम्रः होती हैं. सपने देखने का अर्थ जीवन की वास्तविकता से पलायन करना नहीं हैं. भावी जीवन को व्यवस्थित ढंग से चलाने का विचार करना ही सपने देखना हैं. वैसे भी मनुष्य स्वप्न द्रष्टा प्राणी हैं.

वह अपने जीवन को सफल बनाने के लिए नाना प्रकार की कल्पनाएँ करता हैं. कोई वकील तो कोई व्यवसायी बनना चाहता हैं.

कोई वैज्ञानिक तो कोई सैनिक बनकर देश की सेवा करना चाहता हैं. कोई खिलाड़ी, कोई अध्यापक और कोई डॉक्टर बनकर मान सम्मान और धन अर्जित करने के सपने देखता हैं.

सोद्देश्य जीवन ही जीवन हैं-

जीवन में उद्देश्य का होना आवश्यक होता हैं. उद्देश्य, लक्ष्य या मंजिल ही मनुष्य को आगे बढने के लिए प्रेरित करते हैं. छात्र भी अपने उद्देश्य को ध्यान में रखकर विषयों का चयन करता हैं. कोई साहित्य और कला सम्बन्धी विषय चुनते हैं और कोई विज्ञान वाणिज्य सम्बन्धी विषय चुनते हैं.

छात्र जीवन में ही हमारे भावी जीवन की दिशा निश्चित होती हैं. अतः हमें अपनी रूचि, योग्यता और आने वाली चुनौतियों को ध्यान में रखकर अपने लक्ष्य का चुनाव करना चाहिए. केवल दूसरों की देखा देखि आँख बंद करके जीवन का लक्ष्य बना लेना बुद्धिमानी नहीं होती हैं.

मेरे जीवन का लक्ष्य और मेरी योजना-

मेरे जीवन का लक्ष्य है एक कुशल चिकित्सक बनना. इस पेशे को मैं धन कमाने के लिए नहीं बल्कि मानव सेवा के लिए अपनाना चाहता हूँ. रोगियों की बढ़ती भीड़, डॉक्टरों का घोर पेशेवर रवैया, महंगी चिकित्सा ये सभी मुझे विचलित कर देते हैं.

मेरा सपना हैं कि मैं एक एक कुशल चिकित्सक बनू. प्रत्येक चिकित्सा की श्रेष्ठतम बातों का उपयोग करके रोगी को स्वस्थ बनाऊ. उचित शुल्क, सही निर्देश और सेवाभाव से काम करू.

एक ऐसी निशुल्क सेवा व्यवस्था संचालित करू जो जनता को स्वास्थ्य रक्षा की शिक्षा दे. महिलाओं और बच्चों के लिए चिकित्सा की विशेष व्यवस्था करूँ.

मेरा संकल्प-

मेरा यह दृढ संकल्प रहेगा कि मैं अपने पेशे की पवित्रता और गरिमा को लांछित न होने दूँ. मैं चाहूगा कि अन्य सेवाभावी चिकित्सक मेरे साथ आएं और मानव सेवा में हाथ बंटकर यश और आत्म संतोष प्राप्त करे.

मैं एक ऐसा चिकित्सा केंद्र चलाना चाहता हूँ जहाँ नाम मात्र की धनराशि पर रोगी का परीक्षण और उपचार किया जाएगा. मैं इससे उन चिकित्सकों की सेवाएं आमंत्रित करुगा, जो पीड़ित मानवता की सेवा करके उसे स्वस्थ और प्रसन्नता देने के लक्ष्य के प्रति समर्पित रहेगे.

राजा रंतिदेव का यह आदर्श मेरी प्रेरणा रहेगा. न तो मुझे राज्य की कामना है न स्वर्ग की इच्छा है. मैं पुनर्जन्म भी नहीं चाहता कि मैं तो दुखी प्राणियों के दुखों को मिटाने की ही कामना करता हूँ मेरा प्रयास होगा-

सर्व भवन्तु सुखिन सर्वे सन्तु निरामया सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कशिचद दुःख मा भवेत

सपनों का जीवन निबंध 1000 शब्द

बदलते सपनों का जीवन या जीवन के स्व निर्धारित बेहतर भविष्य की कल्पना हर कोई करता है जिनकी सफलता या असफलता निजी संघर्ष पर टिकी होती है। सपना कहे तो एक ऐसा स्वाद, जो सबका अपना, खास और निजी होता है। डॉक्टर, इंजीनियर से लेकर सामाजिक सरोकारों और राजनीतिक 

आकांक्षाओं तक या फिर प्रकृति से प्रेम की पराकाष्ठा से लेकर उस किसी भी क्षेत्र की तरफ मन का खींचा चला जाना और लगना, जैसे कि इसकी प्राप्ति ही जीवन का उद्देश्य बनेगी, ही सही मायनो में सपने होते है। और इन सबके साथ अगर शिद्दत से की गई मेहनत भी हो तो इन सपनों की सीढ़ियों पर जीवन चढ़ता ही चलता जाता है।

निजी जीवन का सपना

शुरुआती दौर में शायद हर कोई, बहुत सी चीजों के प्रति लगाव महसूस करते है लेकिन उनको संज्ञा नहीं दे पाते। ऐसा ही हमारे साथ भी होता है जहां दिल की इच्छाएं कहीं न कहीं जरूर टिकने लगती है.

हम किसी न किसी वस्तु, इंसान, कार्य या क्षेत्र के प्रति स्वयं को आकर्षित महसूस करने लगते है, इस आकर्षण की दिशा में ही आकर्षित होते चले जाने का नाम ही सपना होता है।

घुटनों और हाथों के बल चलते जीवन की अवस्था से ही कुछ चीजें मन में घर करने लगती है। जो ताउम्र हमारे केंद्र में रहने लग जाती है।

निजी रूप से मेरा सपना था डॉक्टर बनना और अपनी सेवाएं समाज और देश के उन क्षेत्रों तक पहुंचना, जहां के लिए ये सब अभी संभव नहीं था, और था, तो बस नाममात्र।

हाई स्कूल तक पूरे दृढ़ संकल्प के साथ मैं इस सपने के भविष्य को जीता चला गया। लेकिन जब निर्णायक मोड़ आया तो पता चला की कागजी पेचीदगियों (age criteria) की वजह से मैं अगले दो साल तक डॉक्टरी की पढ़ाई नहीं कर पाऊंगा।

एक ऐसा समय, जहां सपना बिखरने सा लगा। टीस डॉक्टर न बन पाने की कम थी, मन इस बात से दुखी रहता था कि स्वचेतना के बल पर, जहां डॉक्टर बनकर मानवता की सेवा की जा सकती है, जिस कार्य हेतु जो निर्णय लिया गया, उसका ध्येय अब अधूरा रह जायेगा।

अब स्नातक भी इसी विषय की पढ़ाई के साथ उत्तीर्ण करने का फैसला किया। जहां पल पल ये लगता रहा कि शायद यह सब बेकार में व्यर्थ किया जा रहा है। शुरुआती दिनों में मन में सिवाय दुविधाओं के, कुछ नहीं था। 

बदलते राजनीतिक माहौल और समाज में बढ़ती द्वेष की भावनाएं अब मन को विचलित करने लगी थी। हर दिन कोई न कोई ऐसी घटना होती जिसके बारे में बाद में सोचने बैठे तो बुरा लगता था,

लगता था कि मानो समाज की मानसिक चेतना धृष्टता की ओर जा रही है और इन सब चीजों ने मन की दिशा को बदल दिया। जहां से अब राजनीति, इतिहास, सामाजिक मुद्दे और लोगों की न्यूनतम जरूरतें पूरी करने वाली आवश्यकताओं की ओर ध्यान जाने लगा।

जीवन में कई बार ऐसे मोड़ आते हैं जहां से स्वयं की चेतना को एक नई दिशा मिलती है, मन को नए विचार मिलते हैं और दिमाग उन्हीं सब में रहने लगता है। तब से यह जीवन भले धीमी गति के साथ ही सही लेकिन समाज को समर्पित होने लगा।

मन में जो ख्यालात आने लगे वह समाज के लिए, दिल की दुखी होने के कारणो में समाज में, आसपास घटित हो रही घटनाओं का भी अब हिस्सा तय होने लगा था। आखिर इन सब ने मिलकर एक अधूरे सपने की टीस को जरूर कम कर दिया।

हालांकि भारतीय समाज में एक जीवित मन और मस्तिष्क के लिए और अमन पसंद चित के लिए अप्रिय घटनाएं दैनिक जीवन का हिस्सा बनती जा रही है, लेकिन प्रयास था कि कहीं ना कहीं से कुछ न कुछ इनमें कमी की जाए।

संक्षिप्त में बोलूं तो अब सामाजिक और आर्थिक अव्यवस्थाओं को समझने का वक्त आ रहा था। इनको सुलझाने की समझ में अब इनको समझने की जरूरत महसूस होने लगी थी। लिहाजा अर्थशास्त्र के क्षेत्र में अब रुचि बनने लगी।

उद्देश्य बस यही कि कैसे आस आसपास के परिवेश में व्याप्त व्याधियों को खत्म किया जा सकता है। एक तरह से यह सपना किसी चुनौती से कम नहीं था क्योंकि डॉक्टर ने बन पाने की मन में कसक और एक विज्ञान के विद्यार्थी के लिए, विज्ञान की थोड़ी बहुत समझ रखने वाले व्यक्ति के लिए, सामाजिक और आर्थिक रूप से समाज को समझना मुश्किल होता है

विशेषकर तब, जब हम नाबालिग से महज बालिक बनते ही है। ऊपर से एक अपरिपक्व चित्त के लिए इन सारी दुविधाओं में स्थिर रह पाना भी एक बड़ी मुश्किल होती है लेकिन ध्येय की कसौटी अब भी वही थी। 

विज्ञान के बाद अर्थशास्त्र और अर्थशास्त्र के साथ साहित्य

निजी अनुभव के आधार पर, विज्ञान सोचने और समझने की शक्ति को मजबूती देता है, हर पहलू को तार्किकता की कसौटी पर परखने की समझ पैदा करता है, अर्थशास्त्र बदलते समाज में जीवन की दिशा और दशा की परख देता है और कविताएं न सिर्फ भौतिकता की समझ पैदा करती है, बल्कि सवचेतना को अडिग रखती है।

किसी उद्देश्य की पूर्ति हेतु हमें जितनी समझ किसी क्षेत्र विशेष की होनी चाहिए शायद उतनी ही रुचि कविता, शायरी और साहित्य के प्रति भी होनी चाहिए। क्योंकि यह एक ऐसी विषय वस्तु है जिससे कम पढ़कर भी हम एक गहरी समझ पैदा कर सकते हैं

और हमारे चित्त मन को मजबूती मिलती है। चेतना पैदा करने के लिए मेरे अनुभव में, साहित्य का कोई जोड़ नहीं है क्योंकि साहित्य समाज का दर्पण होता है और इस दर्पण में खुद को परखने की आवश्यकता तब और बढ़ जाती है जब आपका चित्त मन भी परिवेश, समाज और समाज की अव्यवस्थाओं की तरफ झुकाव रखता हो।

इसमें कोई दो राय नहीं कि सपने निजी होते हैं, लेकिन अगर हमारे सपनों में कहीं ना कहीं समाज कल्याण भी अगर अपनी जगह रखता है तो शायद हमारे सपने वास्तविक मूल्यों में मानवता का सपना हो जाते हैं। 

एक अच्छे जीवन के लिए, एक अच्छा समाज जरूरी होता है जो आने वाली पीढ़ियों के बेहतर भविष्य का आधार बनता है और एक आदर्श समाज, एक आदर्श देश की नींव का पत्थर होता है। और समाज कल्याण के निजी सपने, उन्हीं अहम पत्थरों का अहम हिस्सा होते है।

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सोचदुनिया

मेरा विद्यालय पर निबंध

Essay on My School in Hindi

मेरा विद्यालय पर निबंध : Essay on My School in Hindi :- आज के इस लेख में हमनें ‘मेरा विद्यालय पर निबंध’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।

यदि आप मेरा विद्यालय पर निबंध से सम्बंधित जानकारी खोज रहे है? तो इस लेख को शुरुआत से अंत तक अवश्य पढ़े। तो चलिए शुरू करते है:-

मेरा विद्यालय पर निबंध : Essay on My School in Hindi

प्रस्तावना :-

विद्यालय वह स्थान होता है, जहाँ विद्यार्थी एक साथ बैठकर शिक्षा प्राप्त करते है। यह वह स्थान है, जहाँ बच्चों का मानसिक विकास होता है। भारतीय संस्कृति में विद्यालय को मंदिर का दर्जा दिया गया है।

मनुष्य के जीवन में बाल्यकाल सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। हमारे जीवन का महत्वपूर्ण समय वह होता है, जब हम ज्ञान ग्रहण करते है और वह समय विद्यालयों में ही व्यतीत होता है।

यहाँ हम सभी अपने जीवन का महत्वपूर्ण ज्ञान प्राप्त करते है। विद्यालय मनुष्य को जीवन की राह में ज्ञान का प्रकाश प्रदान करता है। यहाँ से मिला ज्ञान मनुष्य के जीवनभर काम आता है।

विद्यालय में बिताए हुए पल जीवन के खूबसूरत पल होते है, जिन्हें मनुष्य कभी भी भूल नहीं पाता है। यहाँ बच्चे ज्ञान प्राप्त करने के साथ-साथ नए मित्र बनाकर उनके साथ मस्ती करते है। यहाँ बिताए गए कुछ खट्टे-मीठे पल हमें हमेशा याद रहते है।

मेरा विद्यालय :-

मेरे विद्यालय का नाम —— है। यह मेरे घर के पास में ही स्थित है। मुझे घर से विद्यालय पहुँचने तक सिर्फ पांच मिनट का समय लगता है। मेरा विद्यालय काफी सुंदर एवं पढ़ने योग्य है।

मेरे विद्यालय में एक पुस्तकालय भी मौजूद है, जहाँ पर बहुत शांति होती है। जिससे सभी विद्यार्थी आसानी से पढ़ाई कर सके। यहाँ सभी प्रकार की पुस्तकें मौजूद है।

यहाँ का माहौल काफी अच्छा है। यहाँ के अध्यापक भी अच्छे है। यहाँ हमे शिक्षा के साथ-साथ सामाजिक ज्ञान भी दिया जाता है। हमारे अध्यापक हम पर बड़ी ही मेहनत करते है।

मेरे विद्यालय का परिसर :-

मेरे विद्यालय का परिसर काफी विशाल है। हमारे विद्यालय की 2 ईमारतें है। इसके सामने की तरफ एक काफी बड़ा खेल का मैदान है, जहाँ सभी बैठते व खेलते है और प्रार्थना भी यहीं पर करते है।

इस मैदान के चारों तरफ पेड़-पौधे उगे हुए है और शेष जगह छोटी-छोटी घास उगी हुई है। इसी के पास में वोलीबाल का मैदान है, जहाँ सभी बच्चे खेल खेलते है।

मेरे विद्यालय में सुविधाएं :-

हमारे विद्यालय में वें सभी सुविधाएँ उपलब्ध है, जो एक विद्यार्थी को शिक्षा प्राप्त करने के लिए आवश्यक होती है। यें सभी सुविधाएँ निम्नलिखित है:-

  • मेरे विद्यालय में बस की सुविधा उपलब्ध है, जिससे दूर के बच्चे भी बस के द्वारा विद्यालय पहुँचकर शिक्षा प्राप्त कर सके ताकि, कोई भी विद्यार्थी दूरी की वजह से शिक्षा से वंचित न रह जाए।
  • मेरे विद्यालय में साफ व ठंडा पानी पीने की उचित सुविधा उपलब्ध है।
  • मेरे विद्यालय में एकांत में पढ़ाई करने के लिए पुस्तकालय की सुविधा भी उपलब्ध है।
  • हमारे विद्यालय में कम्प्यूटर भी उपलब्ध है, जहाँ रोजाना कक्षा चलती है और विद्यार्थियों को कम्प्यूटर का ज्ञान प्रदान किया जाता है।
  • हमारे विद्यालय में विभिन्न प्रकार के समारोह तथा कार्यक्रमों का आयोजन करने के लिए एक बड़ा ऑडिटोरियम भी मौजूद है, जहाँ पर विद्यालय के सभी कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।
  • हमारे विद्यालय में छात्रों व छात्राओं के लिए अलग-अलग शौचालय बने हुए है।
  • हमारे विद्यालय के प्रत्येक कक्षा में ब्लेकबोर्ड लगा हुआ है और अब धीरे-धीरे हमारे विद्यालय में प्रोजेक्टर से भी कक्षाएं उपलब्ध करवाई जाती है।
  • हमारे विद्यालय की सभी कक्षाओं में विद्यार्थियों के लिए बैठने के लिए कुर्सी एवं टेबल लगी हुई है, जिस पर बैठकर ही हम विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करते है।

मेरे विद्यालय के अध्यापक :-

हमारे विद्यालय में प्रत्येक विषय के लिए एक अध्यापक है। सभी अध्यापक काफी अच्छा पढ़ाते है। वें हमेशा ही समय पर कक्षा में उपस्थित होते है और कभी भी विद्यालय में उपस्थित होने में देर नहीं करते है। वे हमें काफी मन से पढ़ाते है।

जब भी हमें पढ़ने में कोई समस्या आती है या किसी प्रश्न में कोई परेशानी आती है, तो हम उनके पास परेशानी का हल प्राप्त करने के लिए चले जाते है और वें हमेशा हमें प्यार से समझाते है। हमारे विद्यालय के सभी अध्यापक हम सभी विद्यार्थियों के साथ समानता का व्यवहार करते है।

प्रत्येक विद्यार्थी के लिए विद्यालय काफी महत्वपूर्ण स्थान होता है। विद्यालय में एक विद्यार्थी अपने जीवन का काफी महत्वपूर्ण समय व्यतीत करता है। विद्यालय से ही एक विद्यार्थी अपना जीवन प्रारम्भ करता है।

कहा जाता है कि यदि आपको किसी देश का भविष्य देखना है, तो वहाँ के विद्यालयों में चले जाओ। विद्यालयों में विद्यार्थियों के रूप में आपको उस देश का भविष्य दिखाई दे जाएगा। इन विद्यालयों में ही देश के भविष्य की नींव रखी जाती है।

यदि हमारें विद्यालय की व्यवस्था ठीक नहीं है, तो हमारा भविष्य खतरे में होगा। इसलिए, हमें अपने देश के भविष्य को बचाना है। इसके लिए विद्यालयों की व्यवस्था को सुव्यवस्थित रखकर व उनका लगातार विकास करना होगा। तभी बच्चे अपना व इस देश का भविष्य बना पाएंगे।

विद्यालय एक ऐसा स्थान होता है, जहाँ एक बच्चा अपने भविष्य की नींव रखता है। विद्यालय में एक बच्चा अपने करियर को ऊँचाई पर ले जाता है। आदिकाल से विद्यायल को विद्या का मंदिर माना जाता है। पहले विद्यार्थी अपने गुरुकुल में शिक्षा प्राप्त किया करते थे।

यहाँ उन्हें उस समय के अनुसार शास्त्रों का अध्ययन करवाया जाता था। इसके साथ ही उन्हें शस्त्र चलाने का प्रशिक्षण भी दिया जाता था। प्राचीनकाल में एक बच्चा अपना पूरा समय गुरुकुल में ही रहा करता था।

वर्तमान समय में गुरुकुल का स्थान विद्यालय ने ले लिया है। आज सभी बच्चे विद्यालय में शिक्षा प्राप्त करते है। जहाँ उन्हें आज इस आधुनिक युग के अनुसार भाषा, विज्ञान व गणित का ज्ञान दिया जाता है।

विद्यालय स्थल :-

हमारा विद्यालय एक बहुत बड़े क्षेत्रफल में फैला हुआ है। यह शहर से 2 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद है। यहाँ आसपास बहुत ही शांत इलाका है। इसका परिसर 1000 गज में फैला हुआ है। यहाँ मध्य में एक 3 मंजिला इमारत है, जहाँ सभी बच्चे शिक्षा प्राप्त करते है।

यहाँ के कमरे बहुत बड़े व हवादार है। यहाँ प्रतिदिन सफाई होती है। सभी विद्यार्थियों के कक्षाओं में बैठने की उचित व्यवस्था है। इसके साथ ही हमारी कक्षाओं के ब्लैकबोर्ड बहुत बड़े है, जो पीछे वाली पंक्ति में बैठे विद्यार्थियों को भी साफ दिखाई देते हैं।

इसके साथ ही कईं कक्षाओं में प्रोजेक्टर भी लगे हुए है, जहाँ विद्यार्थियों को प्रयोगों से सम्बंधित शिक्षा प्रदान की जाती है। यहाँ पर कक्षा 1 से कक्षा 12 तक के विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त करते है।

विद्यालय परिसर व खेल मैदान :-

हमारे विद्यालय का परिसर काफ़ी विशाल है। यहाँ चारों तरफ पेड़-पौधे लगे हुए है। जिनके कारण यहाँ चारों तरफ हरियाली है। हमारे विद्यालय के सामने प्रार्थना कक्ष है, जहाँ प्रतिदिन सुबह सभी विद्यार्थी प्रार्थना करने के लिए एकत्रित होते है।

यहाँ एक सुंदर बाग़ भी है, जहाँ रंग-बिरंगे फूल उगे हुए है। यहाँ अनेकों प्रकार के पेड़-पौधे है। जिस कारण से हमारे पूरे विद्यालय का वातावरण बहुत ही साफ रहता है। इसके साथ ही हमारे विद्यालय में एक काफी विशाल खेल का मैदान है, जहाँ सभी विद्यार्थी खेल खेलते हैं।

हमारे विद्यालय में सबसे अधिक अनुशासन का ध्यान रखा जाता है। हमारे विद्यालय में हमारे अध्यापक अनुशासन का काफ़ी अधिक ध्यान रखते हैं। सभी विद्यार्थियों को पूरी तरह से साफ-सुथरी विद्यालय की पोशाक पहनकर विद्यालय में प्रवेश दिया जाता है।

इसके साथ ही छोटे बाल व कटे हुए नाखून होने चाहिए। जब भी कक्षा शुरू होती है, तब सभी विद्यार्थियों को शांतिपूर्वक रूप से पढ़ाई पर ध्यान देने के लिए कहा जाता है।

सभी विद्यार्थी आपस में बहुत ही अच्छे से बात करते है। हमारे विद्यालय में सभी का व्यवहार काफ़ी अच्छा है। किसी भी प्रकार के अनुशासन को भंग करने पर विद्यार्थियों को दंडित किया जाता है।

अध्यापक, अध्यापिकाएं व प्रधानाध्यापक :-

हमारे विद्यालय में प्रत्येक विषय के लिए एक भिन्न अध्यापक है। सभी अध्यापक बहुत अधिक ज्ञानी है। वें सभी बहुत ही अनुभवी है। सभी हमें काफ़ी अच्छे तरीके से शिक्षा प्रदान करते हैं। सभी प्रयोगिक विषयों को प्रयोग के माध्यम से समझाते हैं।

हमारे प्रधानाध्यापक जी भी बहुत शांत स्वभाव के है। वह भी कभी-कभी हमें शिक्षा प्रदान करते है। उन्हें अनुशासन काफ़ी अधिक पसंद है। वह हमारे विद्यालय की सम्पूर्ण गतिविधियों व आवश्यकताओं का काफ़ी अच्छे से ध्यान रखते है।

प्रतियोगिता व समारोह :-

हमारे विद्यालय में विद्यार्थियों के विकास के लिए विद्यालय द्वारा अलग-अलग प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है, जिससे विद्यार्थियों में कुछ करने की भावना का विकास हो सके।

इसके साथ-साथ हमारे विद्यालय में बहुत से सांस्कृतिक समारोहों का आयोजन किया जाता है, जिससे विद्यार्थियों में सांस्कृतिक विकास भी हो सके।

हमारे विद्यालय में कईं खेलों का भी आयोजन किया जाता है। यदि कोई विद्यार्थी इन खेलों में जीत प्राप्त करता है, तो उसे उच्च स्तर पर भी खेलने का मौका मिलता है।

किसी भी विद्यार्थी के लिए शिक्षा एक बहुत आवश्यक साधना है, जिससे वह अपने जीवन को उज्जवल बना सके। अच्छी शिक्षा के लिए एक अच्छा विद्यालय भी होना जरूरी है।

हमारे विद्यालय में सभी प्रकार की आवश्यक सुविधाएँ उपलब्ध है, जो एक विद्यार्थियों को पढ़ने के लिए जरूरी है। हमारे विद्यालय में विद्यार्थियों को प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण होने पर इनाम भी दिया जाता है।

इसके साथ ही विद्यार्थियों का पूर्ण विकास हो, इस बात का भी ध्यान रखा जाता है। इसलिए हमारा विद्यालय बहुत अच्छा है। वह एक आदर्श विद्यालय है।

अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।

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नमस्कार, मेरा नाम सूरज सिंह रावत है। मैं जयपुर, राजस्थान में रहता हूँ। मैंने बी.ए. में स्न्नातक की डिग्री प्राप्त की है। इसके अलावा मैं एक सर्वर विशेषज्ञ हूँ। मुझे लिखने का बहुत शौक है। इसलिए, मैंने सोचदुनिया पर लिखना शुरू किया। आशा करता हूँ कि आपको भी मेरे लेख जरुर पसंद आएंगे।

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मेरा विद्यालय पर निबंध Essay on My School in Hindi

इस पोस्ट में हमने मेरा विद्यालय पर निबंध (Essay on My School in Hindi) हिन्दी में लिखा है। स्कूल के विद्यार्थी जो मेरी पाठशाला पर निबंध की खोज में हैं वे इस स्कूल पर सुंदर निबंध की मदद ले सकते हैं।

यह मेरी पाठशाला या मेरा विद्यालय पर निबंध Essay on My School in Hindi – Class 3, 4, 5, 7 मे अधिकतर पूछा जाता है।

Table of Content

मेरा विद्यालय पर निबंध Essay on My School in Hindi (1000 Words)

विद्यालय एक ऐसा स्थान है, जहां लोग बहुत कुछ सीखते हैं और पढ़ते हैं। इसे ज्ञान का मंदिर कहा जाता है। अपने विद्यालय या पाठशाला में हम सब जीवन का सबसे ज्यादा समय व्यतीत करते हैं जिसमे हम कई विषयों में शिक्षा लेते हैं ।

स्कूल में हमारे अध्यापक गण अपना ज्ञान हमें प्रदान कर सफलता पाने का सही रास्ता दिखाते हैं। आज इस लेख में मैंने मेरे विद्यालय पर बच्चों और विद्यार्थियों के लिए निबंध प्रस्तुत किया है।

मेरे विद्यालय का नाम और रूप Name and Structure of My School

मेरे विद्यालय का नाम अरविन्द पब्लिक स्कूल है। मेरा विद्यालय बहुत बड़ा और भव्य है, यह भुबनेश्वर में स्थित है।  यह तीन मंजिला है और इसकी  इमारत बहुत ही सुन्दर है। यह मेरे घर के पास शहर के केंद्र में स्थित है।

विद्यालय की दूरी कम होने के कारण मैं चलकर ही विद्यालय जाता हूं। मेरा विद्यालय पूरे राज्य में सबसे अच्छा और बड़ा है। मेरे विद्यालय के चारों ओर का स्थान बहुत शांतिपूर्ण और प्रदूषण से मुक्त है।

मेरे विद्यालय की सुविधाएँ Facilities in My School

सबसे नीचे विद्यालय में ऑडिटोरियम है जहां सभी वार्षिक कार्य और बैठकें संपन्न होती हैं। स्कूल में दोनों सिरों पर सीढ़ियां हैं, जो हमें हर एक मंजिल तक ले जाती हैं।

पहली मंजिल पर एक बड़ा पुस्तकालय है, जो कि पुस्तकों से अच्छी तरह से सुसज्जित है इसमें अनेक विषयों से संबंधित किताबे है। यहां पर वाद्य यंत्र की कक्षायें भी है इसके अलावा एक विज्ञान प्रयोगशाला है।

इसमें विज्ञान और वाणिज्य में 12 वीं कक्षा के छात्रों के लिए कक्षाएं हैं तथा नर्सरी के बच्चों के लिए भी यही कक्षायें बनायी गई है और दूसरी मंजिल पर एक कंप्यूटर प्रयोगशाला है, तथा यहाँ पर कक्षा पांच से दश तक के छात्र एवं छात्राओं की पढाई के लिए उत्तम व्यवस्था की गई है।

विद्यालय में पीने के पानी एवं शौचालय की भी उत्तम व्यवस्था है। शिक्षक सभी छात्रों के अंको और अन्य छात्रों से संबंधित बातों की पूर्ण जानकारी रखते है। विद्यालय में अलग-अलग कामों के लिये नौकर लगाये गये जो अपने-अपने कामों को नियम पूर्वक करते है।

जिसमें से एक रात्री के समय विद्यालय की देखभाल के लिये वहां रहता भी है। उसके लिए विद्यालय के किनारे पर एक छोटा सा घर बनाया गया है।  

हम सभी बच्चों के खेलने के लिए एक बड़ा खेल का मैदान है जहाँ कई झूले है और एक बड़ा बगीचा है जिसमें कई सारे फूल खिले रहते है, कई आम और अमरुद के बड़े-बड़े पेड़ लगे है। सभी कक्षाएं बहुत हवादार और खुली हुई हैं।

ड्राइंग रूम, म्यूजिक रूम, साइंस लेबोरेटरीज और ऑडियो वीडियो रूम भी हैं। हमारे विद्यालय में पांच हजार छात्र हैं। जिनमें 2000 लड़कियां और 3000 लड़के है। हमारे स्कूल के ज्यादातर छात्र ज्यादातर स्कूल इंटर-स्कूल प्रतियोगिताओं में भाग लेते हैं और उच्च स्थान लाते हैं और सभी गतिविधियों का समर्थन करते है।

मेरे स्कूल के प्रधानाचार्य और शिक्षक Principal and Teachers of My School

हमारी प्रधानाचार्या श्रीमति कल्पना जी बहुत दयालु महिला हैं। हमारे स्कूल में, 90 शिक्षक हैं , जो हमें ज्ञान देते हैं। और हमें प्यार भी करते है। विभिन्न गतिविधियों और कार्यों को साल भर आयोजित किया जाता है। मुझे अपने स्कूल पर बहुत गर्व है।

मैं अपने स्कूल से प्यार करता हूं और सम्मान करता हूं। मेरे विद्यालय की कई अलग अलग शहरों में शाखाएं है। मेरे विद्यालय पीले रंग से रंग किया गया है। यह पीला रंग आँखों को लुभाता है इस कारण मेरा विद्यालय दूर से ही सबसे अनोखा दिखाई पड़ता है।

प्रिंसिपल ऑफिस, हेड ऑफिस, क्लर्क रूम, स्टाफ रूम और आम स्टडी रूम सबसे नीचे बने हुये हैं। स्कूल कैंटीन, स्टेशनरी की दुकान, शतरंज कक्ष, और स्केटिंग हॉल भी जमीन तल पर स्थित हैं। स्कूल के प्रधानाचार्या ऑफिस के सामने मेरे स्कूल में दो बड़ी सीमेंट वाली बास्केटबाल कोर्ट हैं जबकि फुटबॉल मैदान इसके दूसरे तरफ है। मेरे स्कूल में एक छोटा हराभरा उद्यान भी है, जो मुख्य कार्यालय के सामने, रंगीन फूलों और सजावटी पौधों से भरा है जो पूरे स्कूल परिसर की सुंदरता बढ़ाता है।

मेरे विद्यालय में शिक्षा व उत्सव Education and Celebrations in My School

मेरे स्कूल के अध्ययन मानदंड बहुत ही रचनात्मक हैं जो हमें किसी भी कठिन विषय को आसानी से समझने में मदद करते हैं। हमारे शिक्षक हमें बहुत ईमानदारी से सब कुछ सिखाते हैं और हमें व्यावहारिक रूप से ज्ञान भी देते हैं।

मेरे विद्यालय में साल के सभी महत्वपूर्ण दिन जैसे खेल दिवस , शिक्षक दिवस , मातृ-पितृ दिवस , बाल दिवस , सालगिरह दिवस, संस्थापक दिवस, गणतंत्र दिवस , स्वतंत्रता दिवस , क्रिसमस दिवस , मातृ दिवस, वार्षिक समारोह, नव वर्ष , गांधी जयंती, आदि एक भव्य तरीके से मनाये जाते है।

मेरा विद्यालय उन छात्रों को बस सुविधा प्रदान करता है जो बच्चे स्कूल से बहुत दूर रहते हैं। सभी छात्र सुबह खेल के मैदान में इकट्ठे होते हैं और सुबह की प्रार्थना करते हैं और फिर सभी अपनी कक्षाओं में जाते हैं।

मेरा स्कूल हर साल लगभग 2000 छात्रों को नर्सरी कक्षा में प्रवेश प्रदान करता है। मेरे विद्यालय में विभिन्न विषयों जैसे गणित, अंग्रेजी, हिंदी, मराठी, जीके, इतिहास, भूगोल, विज्ञान, चित्रकला, खेल और शिल्प इत्यादि के लिए अलग-अलग अध्यापक हैं।

मेरे विद्यालय में पाठ्यक्रम गतिविधियाँ Curriculum activities in My School

हमारे विद्यालय में तैराकी, स्काउटिंग, एनसीसी, स्कूल बैंड, स्केटिंग, गायन, नृत्य इत्यादि कई सह-पाठ्यचर्या गतिविधियाँ हैं। विद्यालय के मानदंडों के अनुसार कक्षा शिक्षक द्वारा अनुचित व्यवहार और अनुशासित गतिविधियों वाले छात्रों को दंडित भी किया जाता है।

हमारे प्रधानाचार्या हमारे चरित्र निर्माण, शिष्टाचार, नैतिक शिक्षा, अच्छे मूल्यों को प्राप्त करने और दूसरों का सम्मान करने के लिए 10 मिनट के लिए मीटिंग हॉल में प्रतिदिन प्रत्येक छात्र की कक्षाएं लेते हैं। इस तरह मेरी प्रधानाचार्या एक अच्छी शिक्षक भी है।

विद्यालय जाने का समय My School Time

विद्यालय जाने का समय सुबह 7:30 से 2:30 गर्मियों में और सर्दियों में 9:30 से 4:30 तक है। सभी छोटे बच्चों और बड़े बच्चों के लिये छुट्टी होने पर स्कूल से निकलने का अलग-अलग रास्ता है ताकि छोटे बच्चों को बाहर निकलने में कोई परेशानी न हो।

मेरा विद्यालय पर 10 लाइन 10 Lines on My School in Hindi

  • मेरा विद्यालय बहुत ही सुन्दर है।
  • मेरा विद्यालय ज्ञान का मंदिर है।
  • मेरे स्कूल में सभी प्रकार की शिक्षा और पाठ्यक्रम गतिविधियों की सुविधाएँ है।
  • मेरे विद्यालय में कक्षा 1 से 12 तक के बच्चों को शिक्षा दी जाती है।
  • मेरे विद्यालय में बहुत बड़ा खेलने का मैदान है जिसमे बच्चे फुटबॉल और क्रिकेट भी आसानी से खेल सकते हैं।
  • मेरे विद्यालय में शिक्षा बहुत ही अच्छे प्रिंसिपल और शिक्षक हैं।
  • मेरे स्कूल में सभी प्रकार के खेल-कूद की ट्रेनिंग दी जाती है।
  • स्कूल में कई प्रकार के प्रतियोगिताओं का आयोजन समय-समय पर किया जाता है।
  • मेरा विद्यालय बहुत ही साफ़-सुथरा है क्योंकि यहाँ स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत सफाई पर बहुत ध्यान दिया जाता है।
  • हर साल मेरे विद्यालय के सभी छात्र और अध्यापक पिकनिक मनाने जाते हैं।

निष्कर्ष Conclusion

हमारे विद्यालय के शिक्षक बहुत ही अनुभवी और योग्य है। शिक्षकों और हमारी प्राचार्या के नेतृत्व में हमारा विद्यालय लगातार उन्नति कर रहा है।  आशा करते हैं आपको मेरा विद्यालय पर निबंध Essay on My School in Hindi हिन्दी में अच्छा लगा होगा।

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नमस्कार रीडर्स, मैं बिजय कुमार, 1Hindi का फाउंडर हूँ। मैं एक प्रोफेशनल Blogger हूँ। मैं अपने इस Hindi Website पर Motivational, Self Development और Online Technology, Health से जुड़े अपने Knowledge को Share करता हूँ।

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42 Comments

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Hindi Grammar by Sushil

मेरा स्कूल पर निबंध | Essay on My School in Hindi

Essay on My School in Hindi ; विद्यालय का मतलब विद्या का मंदिर होता है यह एक ऐसा स्थान है जहां आपको शिक्षा मिलती है हमारे संस्कारों में विद्या को देवी का दर्जा दिया जाता है और स्कूलों को मंदिर का दर्जा दिया जाता है हर स्कूल में बच्चों को इस पर निबंध लिखने को दिया जाता है शिक्षा ग्रहण करने के लिए हमें अपना आधा समय स्कूल यानी विद्यालय में ही व्यतीत करते हैं जिससे हमारी कई यादें जुड़ी होती हैं

दोस्तों आप सभी ने अपने स्कूल समय में मेरा विद्यालय पर निबंध तो जरूर ही लिखा होगा लेकिन आपने यह भी देखा होगा कि आपका निबंध सही होने पर भी आपको पूरे अंक नहीं दिए जा रहे हैं वह केवल इसलिए क्योंकि आप लिखने का तरीका और फॉर्मेट सही नहीं होगा आज हम आपको अपने आर्टिकल के जरिए यह बताएंगे कि कैसे आप मेरा विद्यालय पर लाइन के अनुसार और शब्दों के अनुसार निबंध लिख सकते हैं और अपने स्कूल में एक इस निबंध को पढ़कर अच्छी परफॉर्मेंस दे सकते हैं

मेरा स्कूल पर निबंध | Essay on My School in Hindi

Table of Contents

मेरा स्कूल पर 100 शब्दों का निबंध :-

विद्यालय अर्थात विद्या का हाल है या घर मतलब वह स्थान जहां विद्या उपार्जन होता हो हमारे संस्कार में विद्या को देवी का स्थान दिया गया हर विद्यालय को मंदिर की उपमा दी गई है मेरा विद्यालय एक ऐसा विषय है जिस पर अक्सर ने बना दी लिखने को दिया जाता रहता है हमारी जिंदगी का सबसे अहम समय हमने अपने विद्यालय में ही बिताया हैं

मेरे विद्यालय का नाम बाल निकेतन है यह शहर की भीड़ – भाड़ से दूर बेहद शांत माहौल में विद्यमान है इसके चारों ओर हरियाली ही हरियाली है जिस कारण वातावरण शुद्ध रहता है और हमें शुद्ध वायु भी मिलती है मेरा विद्यालय मेरे घर से थोड़ी ही दूरी पर है मेरे विद्यालय का व्यास बहुत बड़ा है इसके चारों तरफ सुंदर-सुंदर फूलों की क्यारियां लगी है

विद्यालय और शिक्षा हमारे जीवन में किस प्रकार से महत्व रखती है यह आपको निबंध की सहायता से बताया गया है विद्यालय पर निबंध लिखने से पूर्व आपको अपने विद्यालय की छवि अपने सामने रखनी चाहिए इससे आपको निबंध लिखने में सहायता होगी

मेरा स्कूल पर 250 शब्दों का निबंध :-

मेरे विद्यालय की बाउंड्री वाल बहुत ऊंची है ताकि कोई बाहर का अज्ञात व्यक्ति बिना किसी परमिशन के अंदर ना आ सके हमारे विद्यालय में कुल 20 क्लासरूम है जिसमें 18 रूम हमारे विद्यालय के लिए छात्रों को पढ़ने के लिए और एक हमारे अध्यापकों को बैठने व कार्य करने के लिए और एक अन्य हमारे प्रधानाचार्य जी के लिए है

हमारे विद्यालय में एक बहुत बड़ा खेल का मैदान है जहां पर हम सभी छात्र छात्राएं खेलते हैं और साथ-साथ शारीरिक व्यायाम भी करते हैं और यहां पर हमारी एक योगा क्लास भी चलती है

हमारे विद्यालय में पूरे 600 विद्यार्थी 11 अध्यापक और एक प्रधानाचार्य और दो गार्डन काल है हमारे विद्यालय में 3 शौचालय है जिसमें 1 छात्रों के लिए तथा एक छात्राओं के लिए और एक अध्यापकों के लिए है हमारे विद्यालय में साफ सफाई का विशेष ध्यान दिया जाता है

हमारे विद्यालय का वातावरण बहुत ही साफ रहता है और यहां का शासन बहुत ही व्यवस्थित है अगर विद्यालय का कोई बच्चा शासन तोड़ता है तो उसे प्रधानाचार्य द्वारा सजा दी जाती है हमारा विद्यालय खेलकूद, डांस , मनोरंजन, ड्रामा इन सभी क्षेत्रों में बच्चों को प्रेरित करता है

मेरा स्कूल पर 300 शब्दों का निबंध :-

विद्यालय शिक्षा का द्वारा होता है जो हमें सफलता की ओर ले जाता है यह भविष्य के लिए युवा उज्जवल दिमाग को प्रशिक्षण मार्गदर्शन और तैयार करने में मदद करते हैं सबसे अच्छा स्कूल हमेशा सर्वश्रेष्ठ छात्रों का निर्माण करता है मेरा स्कूल भी मेरे क्षेत्र के सबसे बड़े और प्रतिष्ठित स्कूलों में से एक हैं

मेरा विद्यालय मेरे क्षेत्र के सबसे पुराने विद्यालयों में से एक है शिक्षा के क्षेत्र में इसका बहुत अच्छा और सफल इतिहास रहा है मेरा स्कूल मेरे घर पर काफी करीब है मैं अक्सर पैदल ही अपने स्कूल जाता हूं लेकिन कभी-कभी मेरे पिता अपने ऑफिस जाते समय मुझे स्कूल छोड़ देते हैं

मेरे विद्यालय में एक विस्तृत खेल का मैदान और एक सुंदर उद्यान के साथ एक सुंदर इमारत है | मैं हमेशा अपने स्कूल समय पर पहुंचता हूं सभा में भाग लेने के बाद सभी विद्यार्थी अपनी अपनी कक्षा में चले जाते हैं | मेरे शिक्षक बहुत ही दयालु है |

वह हमें देखभाल और प्यार से सिखाते हैं मेरे क्लास फेलो बहुत सावधान है यह सभी पढ़ाई में एक दूसरे की मदद करते हैं मेरा स्कूल अनुशासन का सख्ती से पालन करता है हमारे स्कूलों में विभिन्न सेमिनार और कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं छात्रों को उन सभी आयोजन में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है

मेरा स्कूल पर 500 शब्दों का निबंध :-

प्रस्तावना :-.

विद्यालयों को प्राचीन काल से ही मंदिरों का दर्जा दिया गया है प्राचीन काल में बालक 68 अथवा 11 वर्ष की अवस्था में गुरुकुल ओ अथवा विद्यालय में ले जाए जाते थे और वे गुरु के पास बैठकर ब्रह्मचारी के रूप में शिक्षा प्राप्त करते थे गुरु उनके शारीरिक और बौद्धिक संस्कारों को पूर्ण करता हूं हुआ उन्हें सभी शास्त्रों एवं उपयोगी विद्याओं के शिक्षा देता था अंत में दीक्षा देकर उन्हें विवाह कर गृहस्थ आश्रम के विविध कर्तव्यों का पालन करने के लिए वापस भेजता था वर्तमान के विद्यालय प्राचीन काल के गुरुकुल से बहुत अलग अवश्य है किंतु आज भी विद्यालयों को मंदिर और अध्यापकों को भगवान का दर्जा दिया जाता है

विद्यालय स्थल :-

मेरा विद्यालय बहुत सुंदर है और मुझे मेरा विद्यालय बहुत अच्छा लगता है मेरा विद्यालय मेरे घर से लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है इसलिए हमारे विद्यालय से एक पीले रंग की स्कूल बस रोज सुबह 8:00 बजे समय पर मेरे घर के सामने मुझे लेने के लिए आती है और मेरी माता जी रोज मुझे बस में बिठा कर स्कूल भेजती हैं

मेरा विद्यालय शहर की भीड़भाड़ से दूर एकांत स्थल पर है प्राचीन काल से ही विद्यालयों के लिए ऐसे स्थान कोपर तो समझा जाता था जहां पर किसी भी प्रकार का सोना क्योंकि पढ़ाई के लिए शांति की आवश्यकता होती है मेरा विद्यालय बहुत बड़ी जगह में फैला हुआ है इसके चारों ओर ऊंची ऊंची दीवारें हैं

विद्यालय परिसर :-

मेरे विद्यालय के पीछे की ओर एक बहुत बड़ा मैदान है जिसमें हम सभी विद्यार्थी खेलकूद का आनंद लेते हैं यहीं पर हमारा प्रार्थना स्थल है जहां पर हम सुबह प्रार्थना करते हैं और अपने दिन की शुरुआत करते हैं विद्यालय के मैदान के चारों और बड़े-बड़े वृक्ष लगे हुए हैं और छोटी-छोटी घास लगी हुई है विद्यालय परिसर में कई छोटी-छोटी बटिकाए भी हैं जिनमें रंग बिरंगे फूल खिलते हैं इससे हमारे विद्यालय का वातावरण बहुत ही अच्छा रहता है और यह देखने में भी बहुत सुंदर लगता है ।

मेरे स्कूल के शिक्षक :-

हमारे स्कूल के अध्यापक बहुत ही परेशानी विद्वान और छात्रों के हित का ध्यान रखने वाले अध्यापक हैं हमारे स्कूल के अध्यापक बहुत ही परिश्रम और लगन से सिलेबस के अनुसार पढ़ाते हैं साथ ही लिखित कार्य का भी अभ्यास कराते हैं सभी अध्यापक हमारे लिखित कार्य को बहुत ही सावधानी पूर्वक देखते हैं और हमारी अशुद्धियों की ओर हमारा ध्यान दिलाते हैं इससे हमें शुद्ध भाषा सीखने और उसका प्रयोग करने में सहायता मिलती है हमारे स्कूल के अध्यापक बहुत ही दयालु हैं जो हमें अनुशासन का अनुसरण करना सिखाते हैं हमारे शिक्षक हमेशा हमें खेल क्रियाओं प्रश्न उत्तर प्रतियोगिताओं मौखिक लिखित परीक्षा वाद वाद विवाद समूह चर्चा आदि दूसरी क्रिया में भाग लेने के लिए भी प्रेरित करते हैं हमारे स्कूल के अध्यापक हमें स्कूल में अनुशासन को बनाए रखने और स्कूल परिसर को साफ और स्वच्छ बनाए रखने के लिए भी प्रेरित करते हैं सचमुच हमारे स्कूल के शिक्षक अच्छे हैं

मेरे स्कूल का पुस्तकालय :-

हमारे स्कूल में एक बहुत ही विशाल पुस्तकालय है इसमें नर्सरी से लेकर 10वीं तक की विभिन्न विषयों की पुस्तकें हैं इस पुस्तकालय में हिंदी के दैनिक समाचार पत्र और कई महत्वपूर्ण माह से कार सवार थे का और वार्षिक पत्रिकाएं भी आती है पुस्तकालय अध्यक्ष बहुत ही परिश्रमी और अच्छे व्यक्ति हैं हमें पुस्तकालय से हमारी जरूरत क प्रत्येक पुस्तक मिल जाती है जिसे घर भी ले जाया जा सकता है पुस्तकालय से पुस्तक को केवल कुछ निश्चित समय के लिए ही घर ले जाने की अनुमति मिलती है ।

विद्यालय के प्रकार :-

बचपन से बड़े होने तक हम अलग-अलग विद्यालयों में पढ़ते हैं विद्यालयों के भी कई प्रकार होते हैं जैसे

  • आंगनवाड़ी :- आंगनवाड़ी में समानता छोटे बच्चों को बैठना और बाकी आधारभूत चीज सिखाते हैं
  • प्राथमिक विद्यालय- प्राथमिक विद्यालय में 1 से 5 तक की पढ़ाई होती है
  • माध्यमिक विद्यालय- इस व्यवस्था में प्रथम से आठवीं तक की शिक्षा दी जाती है कभी-कभी यह कक्षा 6 से 8 तक भी होती है
  • उच्चतर माध्यमिक विद्यालय- 12वीं तक की शिक्षा यहां संपादित होती है

विद्यालय में जब हमारा दाखिला होता है तो उस वक्त हमें नन्हे पौधे रहते हैं हमारा विद्यालय ही हमें चेंज करे बड़ा एक वृक्ष बनाता है और इस दुनिया में रहने योग्य बनाता है हमें अपने जीवन की सबसे महत्वपूर्ण घड़ियों हम अपने विद्यालय में ही बताते हैं बड़े होने पर हम सबसे अधिक विद्यालय में बिताए लम्हों को ही याद करते हैं

विद्यालय का क्या महत्व है?

विद्यालय में बालक किसी भी विषय का विशिष्ट तथा विस्तृत ज्ञान प्राप्त करता है इसलिए बालक की शिक्षा के लिए विद्यालय घर की अपेक्षा बहुत महत्वपूर्ण है

विद्यालय का वाक्य क्या होगा?

हम प्रतिदिन विद्यालय जाते हैं

स्कूल में स्टूडेंट लाइफ क्या है?

छात्र जीवन का उल्लेख हो सकता है एक छात्र की रोजमर्रा की जिंदगी है छात्र जीवन संगठन एक छात्र नेतृत्व वाला समाज जो स्कूलों में उपयोग करता है

एक अच्छे स्कूल में क्या क्या होना चाहिए?

1. मैनेजमेंट की सोच मैनेजमेंट का वजन ही यह तय करता है कि टीम में कौन टीचर होंगे क्या-क्या एक्टिविटी होंगे और बच्चों का लर्निंग आउटकम क्या होगा 2. जोशीले टीचर्स 3. स्टूडेंट का रिस्पेक्ट 4. लर्निंग आउटकम 5. हैप्पीनेस

इन्‍हें भी पढ़ें

  • मेरा प्रिय लेखक पर निबंध

Suneel

नमस्‍कार दोस्‍तों! Hindigrammar.in.net ब्‍लॉग पर आपका हार्दिक स्‍वागत हैं। मैं Suneel Kevat इस ब्‍लॉग का Writer और Founder हूँ. और इस वेबसाइट के माध्‍यम से Hindi Grammar, Essay, Kavi Parichay, Lekhak Parichay, 10 Lines Nibandh and Hindi Biography के बारे में जानकारी शेयर करता हूँ।

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Nibandh

मेरा विद्यालय पर निबंध

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रूपरेखा : मेरे विद्यालय का परिचय - विद्यालय की विशेषताएँ - विद्यार्थियों की प्रतिभा - मेरे विद्यालय की पुस्तकालय - भारत यात्रा और सालगिरह - मेरे विद्यालय में कमियाँ - विद्यालय के प्रति हमारा कर्तव्य - उपसंहार।

मेरे विद्यालय का नाम ज्ञानदीप पब्लिक विद्यालय है | इसमें पहली से दसवीं कक्षा तक की पढ़ाई होती है। यह सेण्ट्रल बोर्ड ऑफ सेकेण्डरी एजूकेशन, बिहार से सम्बद्ध है। इसमें लगभग 812 विद्यार्थी हैं, 29 अध्यापक हैं, चार क्लर्क हैं, चार चपरासी, तीन सफाई कर्मचारी तथा दो वाटर-मैन हैं। मेरे विद्यालय का भवन विशाल और बहुत ही सूंदर है। श्रेणी कक्षों के अलावा प्राचार्य तथा क्लर्क रूम हैं। इनके अतिरिक्त एक बड़ा 'टीचर्स रूम' है तथा एक विशाल पुस्तकालय कक्ष भी है। स्वागत कक्ष, संगीत, आलेखन, इंडोरगेम, एन.सी.सी. के लिए भी एक बड़ा सा कक्ष हैं। विद्यालय-भवन के साथ ही एक बड़ा खेल का मैदान है।

विद्यालय को प्रथम विशेषता है विद्यालय का अनुशासन। विद्यालय का वातावरण बहुत ही शांत है । कोई विद्यार्थी व्यर्थ में ना घूमता मिलेगा नाही कही बैठा हुआ मिलेगा। कोई बाहरी आदमी अध्ययन के समय कक्षाओं के सामने से नहीं गुजर पाएगा। कोई कक्षा बिना अध्यापक के नहीं होगी। कोई अध्यापक ऐसा नहीं होगा जिसका ' पीरियड ' हो और वह अपने कक्षा में न हो। वातावरण की यह विशेषता ही छात्रों को अध्ययन करने की प्रेरणा देती है।

विद्यालय की दूसरी विशेषता है 'स्वच्छता'। विद्यालय आरम्भ होने से पहले प्रत्येक कमरा साफ होता है। शीशे, दरवाजे, तथा बेंच साफ होते है। कागज या रोटी का टुकड़ा, फलों या सब्जी के छिलके फर्श तथा गैलरी में नहीं मिलेंगे। कूड़ा-करकट डालने के लिए स्थान-स्थान पर 'डस्ट-बिन' रखे गए हैं। पेशाब-घर तथा शौचालय दुर्गन्ध रहती हैं।

विद्यालय की तीसरी विशेषता है 'शिक्षण'। शिक्षण एक कला है और सबसे महत्वपूर्ण कार्य है। कलात्मक शिक्षण अथवा कला के संग शिक्षा प्रदान करना विद्यार्थी को सिखाने का सरल उपाय है। औसत विद्यार्थी को भी योग्य बनाने की विशिष्ट शैली है। शिक्षक प्रतिदिन छात्रों का गृह-कार्य देते है तथा अगले दिन उसे देखते हैं। कमजोर छात्र-छात्राओं को विद्यालय अवकाश के बाद आधा घंटा ज्यादा समय दिया जाता है। बोर्ड की परीक्षाओं से एक महीने पहले दो घंटे के तीन अतिरिक्त पीरियड लगते हैं, जिनमें विद्यार्थी अपनी कमी को दूर करते हैं। यही कारण है कि हमारे विद्यालय का परीक्षा-परिणाम न केवल शत-प्रतिशत रहता है, दसवीं में कई छात्र राज्य में अवल भी आते है।

विद्यालय की चौथी विशेषता शिक्षणेतर गतिविधि हैं। इनमें खेल-कूद का प्रथम स्थान है। हॉकी, क्रिकेट, फुटबॉल, वॉली-बॉल, कबड्डी, खो-खो, जिमनास्टिक शिक्षा की भी व्यवस्था है। यही कारण है, हमारा विद्यालय नगर के विद्यालयों की प्रतियोगिता और प्रान्तीय प्रतियोगिताओं की अनेक ट्रॉफी अथवा अवॉर्ड्स जीतकर लाता है।

विद्यालय की हर शुक्रवार के दिन सभी विद्यार्थी अपनी प्रतिभा दिखा कर अपनी एक अलग पहचान दिखाते है। जीवन और जगत की विविधता की जानकारी देती है। विद्यार्थियों में छिपी वाकू-शक्ति को एक दूसरे के साथ शेयर करते है। एक ओर प्रति शनिवार वीडियो फिल्म द्वारा एक विषय-विशेष की जानकारी दी जाती है तो दूसरी ओर विद्यार्थी को कविता, कहानी, चुटकुला सुनाने के लिए उनका उत्साह बढ़ाया जाता है। हर महीने के अंतिम शनिवार को बात-विवाद प्रतियोगिता अथवा सामान्य ज्ञान प्रतियोगिताएँ होती हैं । प्रथम, द्वितीय और तृतीय, इन तीन विजेता विद्यार्थियों को पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है।

हमारे विद्यालय में एक बहुत ही विशाल पुस्तकालय है। इसमें नर्सरी से लेकर दसवीं कक्षा तक की विभिन्न विषयों की पुस्तकें हैं। इस पुस्तकालय में हिंदी के दैनिक समाचार पत्र और कई महत्वपूर्ण मासिक अर्धवार्षिक और वार्षिक पत्रिकाएँ भी आती है। पुस्तकालयाध्यक्ष बहुत ही परिश्रमी और अच्छे व्यक्ति हैं। हमें पुस्तकालय से हमारी जरूरत की प्रत्येक पुस्तक मिल जाती है जिसे घर भी ले जाया जा सकता है। पुस्तकालय से पुस्तक को केवल कुछ निश्चित समय के लिए ही घर पर ले जाने की अनुमति मिलती है।

हर साल एक बार दिसंबर के महीनों में चुने हुए विद्यार्थियों को भारत- यात्रा पर ले जाया जाता है। इसमें विद्यार्थी भारतमाता की विविधता के दर्शन भी करते हैं और अपने सहपाठी को अधिक समझने का अवसर प्राप्त करते हैं। विद्यालय के सालगिरह के दिन विद्यार्थी के लिए प्रोत्साहन का अवसर रहता है | इसमें विविध खेलों के श्रेष्ठ खिलाडियों, संगीत के वाद्य-यत्त्रों में दक्ष विद्यार्थियों तथा वार्षिक परीक्षा में आए प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय परीक्षार्थियों को पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं । इस अवसर पर छात्र रंगारंग कार्यक्रम भी प्रस्तुत करते हैं, जिसमें गीत-संगीत, काव्य-पाठ, एकांकी-अभिनय प्रमुख होते हैं, जिसे देखकर दर्शक भाव-विभोर हो जाते हैं। विद्यालय में वर्ष में एक बार शिक्षक-अभिभावक-दिवस भी मनाया जाता है। इसमें विद्यार्थियों के माता-पिता या संरक्षक एकत्र होते हैं। अभिभावकों के साथ छात्र भी विद्यालय की कमियों और सुधारों पर खुले मन से विचार करते हैं।

मेरे विद्यालय में भी लोगों को कुछ कमियाँ देखते हैं। यहाँ प्रवेश पाना थोड़ा कठिन-सा है । अपवाद छोड़ दें तो सिफारिश न किसी अधिकारी की चलती है, न धन की । योग्यता की दीड़ में जो जीत जाए, वह प्रवेश ले ले ऐसा मेरा विद्यालय हैं। दूसरे, विद्यालय के अनुशासन की कठोरता ने विद्यार्थियों का सैनिकीकरण-सा कर दिया है। परिणामत: विद्यार्थियों की सच्ची शिकायत की भी उपेक्षा होती रहती है।

विद्यालय एक विद्या का मंदिर होता है जहाँ मनुष्य ज्ञान प्राप्त करता है। जिस तरह भक्तों के लिए मंदिर और पूजा स्थल पवित्र स्थान होता है उसी तरह से एक विद्यार्थी के लिए उसका विद्यालय एक पवित्र स्थल होता है। इस पवित्र मंदिर के भगवान हैं हमारे शिक्षक जो हमारे अज्ञान रूपी अंधकार को दूर कर हमारे मन में ज्ञान रूपी प्रकाश को फ़ैलाने में मदत करते है। इसी लिए हमें अपने शिक्षकों का सम्मान करना चाहिए तथा उनके कहने के अनुसार अपने शिक्षण कार्य का संपादन करना चाहिए। हमें अपने विद्यालय के नियमों का श्रद्धा के साथ पालन करना चाहिए। हमारा कर्तव्य बनता है की जब तक हम विद्यालय में है तब तक हमें उचित ज्ञान प्राप्त करनी चाहिए तथा अपने शिक्षकों को सम्मान देना चाहिए। विद्यालय जीवन समाप्त होने के बाद भी हमे अपने शिक्षक एवं विद्यालय को भूलना नहीं चाहिए। जब मौका मिले या जब हम अपने कामों से मुक्त रहे तो हमें अपने विद्यालय अपने शिक्षक से भेट करने जाना चाहिए जो कि मैं भविष्य में अवश्य जाऊँगा।

विद्यालय एक सार्वजनिक संपत्ति होती हैं। यह हमारी राष्ट्रिय निधि है, इसलिए विद्यार्थी को इसकी रक्षा के लिए हमेशा जागरूक रहना चाहिए। विद्यालय सिर्फ पुस्तकीय ज्ञान का माध्यम नहीं है बल्कि ज्ञान प्राप्ति के हर अवसर वहाँ पर उपलब्ध होते हैं। विद्यालय बालकों को खेल-कूद, सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेने का अवसर देता है जिससे बालकों का मानसिक एवं शारीरिक विकास होती है। उन्हीं विषयों के मार्ग दर्शन के लिए शिक्षक होते हैं इसलिए विद्यार्थी को अपने स्कूलों से पूरा लाभ उठाना चाहिए। विद्यालय हमें हर प्रकार के ज्ञान का प्रकाश मिलता है। इसीलिए हमारा विद्यालय हर तरह से प्रेणादायक भूमिका निभाती है। इसीलिए मुझे मेरा विद्यालय बहुत प्रिय है।

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मेरा सपना पर निबंध

my dream school essay in hindi

By विकास सिंह

my dream essay in hindi

हर किसी की कोई न कोई ख्वाहिश होती है। बच्चों के रूप में हम हर बार और फिर कई चीजों से मोहित हो जाते हैं और हम जैसे-जैसे बढ़ते हैं, उन्हें प्राप्त करने की इच्छा रखते हैं। जैसे-जैसे हम बड़े होते हैं कुछ सपने और आकांक्षाएं बरकरार रहती हैं और हम उन्हें हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं।

विषय-सूचि

मेरा सपने पर निबंध, essay on my dream in hindi (200 शब्द)

हर कोई सफल और अमीर बनना चाहता है। मैं उस क्षेत्र में सफल होने का भी सपना देखता हूं जिसे मैं चुनता हूं, हालांकि मैं अभी भी उस कैरियर मार्ग के बारे में अनिर्णायक हूं जो मैं चुनूंगा। लेकिन मुझे पता है कि मैं जो भी चुनूंगा वहां कड़ी मेहनत करूँगा, केंद्रित रहूँगाऔर इसे बड़ा ज्ञान लूँगा।

मैं भी अपने देश के लिए कुछ करने का सपना देखता हूं। देश में बहुत सारी समस्याएं हैं जैसे गरीबी, अशिक्षा और कुछ नाम रखने के लिए जातिवाद। हमारा देश कभी अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के लिए जाना जाता था जो अब सब लूट लिया गया है।

देश में अपराध की दर एक सर्वकालिक वृद्धि पर है और इसलिए विभिन्न अन्य मुद्दे हैं। हालांकि भारत की राजनीतिक व्यवस्था में बहुत सारी खामियां हैं जो इन समस्याओं को जन्म दे रही हैं लेकिन हम सरकार पर इसका दोष नहीं लगा सकते। हममें से प्रत्येक को अपने देश के विकास में अपना योगदान देना चाहिए। मैं हर एक को पढ़ाने का पक्का समर्थक हूं।

मेरे सपने पर निबन्ध, my dream essay in hindi (300 शब्द)

ठीक ही कहा गया है, “चमत्कार तब होने लगते हैं जब आप अपने सपनों को उतनी ही ऊर्जा देते हैं जितनी आप अपने डर को देते हैं।” सपने जरूरी हैं। यह तभी है जब आप अपने पूरे दिल से बड़े सपने देखते हैं और आप बड़े हासिल कर पाएंगे। जैसा कि छात्रों का सपना होता है कि वे अच्छे अंक प्राप्त करें, अच्छे दोस्त हों, परिवार से सहयोग लें और इसे जीवन में बड़ा करें।

दूसरों की तरह, मैंने भी कम उम्र से ही करियर का सपना संजोया है। मैं एक प्रसिद्ध लेखक बनने की इच्छा रखता हूं और एक दिन एक उपन्यास लिखना और प्रकाशित करना चाहता हूं। मौखिक संचार की बात आई तो मैं बहुत अच्छा नहीं था। यह मेरे स्वभाव में अंतर्निहित है। मुझे किसी के कुछ कहने पर भी मैं कुंद या थकाऊ होना पसंद नहीं करता। मैं ऐसी स्थितियों के दौरान काफी बने रहना पसंद करता हूं।

ऐसा नहीं है कि मैं वापस उत्तर नहीं दे सकता, जैसा कि उल्लेख किया गया है कि “मैं चुनता हूं” ऐसा करने के लिए मैं एक शांतिप्रिय व्यक्ति हूं। मैं थोड़ा अंतर्मुखी भी हूं और हर किसी के साथ खुल कर बात करना पसंद नहीं करता। हालांकि, भावनाओं और भावनाओं को शांत करने के लिए अच्छा नहीं है क्योंकि यह आपको तनाव और भावनात्मक रूप से पलायन कर सकता है।

मैं हमेशा जोर से चिल्लाने और इन भावनाओं से छुटकारा पाने का एक आग्रह महसूस करता था, जब मैं अकेला था और जल्द ही यह पता लगा लिया कि इनको बाहर निकालने का एक अच्छा तरीका लेखन के माध्यम से है। मैंने लिखना शुरू किया और मुझे पता चला कि मैं वास्तव में अच्छा हूँ।

मेरे लिए मौखिक रूप से अपनी भावनाओं का संचार करना कठिन है लेकिन मेरे लिए उन्हें कलमबद्ध करना काफी आसान है। मेरे लिए लिखना अब जीवन का एक तरीका बन गया है, मैं अपनी सारी भावनाओं को प्रकाशित करता रहता हूं और यह मुझे हल करता है। यह मेरे लिए एक जुनून बन गया है और मैं अब इसे अपने पेशे में बदलने की ख्वाहिश रखता हूं।

अपने जीवन में होने वाली घटनाओं के बारे में बिट्स और टुकड़ों को लिखने के अलावा, मुझे कहानियाँ लिखना भी बहुत पसंद है और जल्द ही अपना एक उपन्यास लेकर आऊंगा। मेरा परिवार मेरे करियर के सपने को पूरा सपोर्ट कर रहा है।

मेरा सपना निबंध, my goal essay in hindi (400 शब्द)

प्रस्तावना :.

बहुत कम उम्र से, बच्चों को बड़े पेशेवर बनने का सपना देखा जाता है। उन्हें एक सफल करियर बनाने के महत्व के साथ खिलाया जाता है। हर कोई उन्हें जीवन में अपने उद्देश्य के बारे में पूछता है और करियर सबसे अधिक ध्यान केंद्रित करता है। वे एक लक्ष्य निर्धारित करते हैं और वही हासिल करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देते हैं। जबकि खुद को पेशेवर रूप से स्थापित करने के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण है कि लोग क्या भूल जाते हैं कि रिश्तों, स्वास्थ्य और जीवन के अन्य पहलुओं का पोषण करने के लिए निवेश करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। तो अगर आप एक रॉकिंग करियर के बारे में सपना देख सकते हैं तो एक अच्छे रिश्ते और महान स्वास्थ्य का सपना भी क्यों नहीं?

जीवन में कुछ बनने का लक्ष्य :

हर किसी का करियर सपना होता है। बच्चों के रूप में, मैंने भी एक वैज्ञानिक बनने का सपना देखा था और जब मैं बड़ा हुआ तो मैं बॉलीवुड अभिनेताओं पर मोहित हो गया था और एक अभिनेता बनना चाहता था, लेकिन यह तब ही था जब मैंने अपना 12 वीं कक्षा पूरा कर लिया था, मुझे एहसास हुआ कि मैं एक तकनीकी दिमाग का मालिक था और फैसला किया इंजीनियरिंग करने का। बड़े सपने देखने में कोई बुराई नहीं है लेकिन अपनी क्षमता और अन्य पहलुओं को ध्यान में रखते हुए बुद्धिमानी से अपना रास्ता चुनें। अवास्तविक कैरियर लक्ष्य निर्धारित न करें।

स्वास्थ्य लक्ष्य :

आपके स्वास्थ्य का अत्यधिक महत्व है। यह तभी है जब आप अच्छे स्वास्थ्य का आनंद लेंगे, आप जीवन में अन्य चीजों पर ध्यान केंद्रित कर पाएंगे। तो बस एक बड़ी कार, विशाल बंगले और छह फिगर के वेतन का सपना क्यों, साथ ही साथ अच्छे स्वास्थ्य का आनंद लेने का सपना क्यों? सभी को अच्छे स्वास्थ्य का सपना देखना चाहिए और उस दिशा में काम करना चाहिए। रोजाना व्यायाम करने के लिए अपने समय से कुछ समय निकालना आवश्यक है। इसके अलावा यह पौष्टिक भोजन करने के लिए एक बिंदु है जिसमें सभी आवश्यक सूक्ष्म पोषक तत्व शामिल हैं।

संबंध लक्ष्य :

रिश्ते हमारे जीवन में एक विशेष स्थान रखते हैं। यह हमारे माता-पिता, पति-पत्नी, बच्चे, भाई-बहन, चचेरे भाई या दोस्त हों – प्रत्येक रिश्ता हमारे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हालांकि, चूहा दौड़ में पकड़े गए हमारे रिश्ते अक्सर पीछे की सीट लेते हैं। अधिकांश लोग इन रिश्तों के बारे में भूल जाते हैं जब वे जीवन में अच्छा कर रहे होते हैं और केवल अपनी आवश्यकता का एहसास करते हैं जब उन्हें असफलता के बाद किसी को वापस गिरने की आवश्यकता होती है। इसमें समय लगाकर इन रिश्तों को पोषित करना आवश्यक है। रिश्ते के लक्ष्यों को निर्धारित करें जैसे ही आप कैरियर के लक्ष्यों को निर्धारित करते हैं और देखते हैं कि आप प्यार और स्नेह से भरपूर रहते हैं।

निष्कर्ष :

केवल कैरियर के लक्ष्यों को पूरा करना और पेशेवर रूप से सफल होना आपको जीवन में एक बिंदु के बाद अकेला छोड़ सकता है। इस प्रकार, प्यार भरे रिश्ते निभाने और फिटनेस लक्ष्य रखने के सपने देखना उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि पेशेवर रूप से सफल होने का सपना देखना। अपने करियर के सपनों को साकार करने के लिए इन्हें हासिल करने के लिए पूरी लगन से काम करें।

मेरा सपनों पर निबंध, essay on my life dream in hindi (500 शब्द)

“अपने जीवन के लिए संभव उच्चतम भव्य दृष्टि बनाएं क्योंकि आप जो मानते हैं वही बन जाते हैं”। हां, आपके विचारों और सपनों में आपकी वास्तविकता बनने की शक्ति है यदि आप उन पर विश्वास करते हैं और उन्हें प्राप्त करने के लिए लगन से काम करते हैं। प्यार, सफलता और धन की प्रचुरता का सपना और आप उन सभी को होगा।

अपने ड्रीम लाइफ को आकर्षित करें :

क्या आप जानते हैं कि आप वास्तव में अपने सपनों को हकीकत में बदल सकते हैं? जीवन के किसी मोड़ पर आपके साथ भी ऐसा हुआ होगा? याद रखें, जिस दिन आप उन स्वादिष्ट मिठाइयों को खाना चाहते थे और घर वापस आ गए थे, केवल यह देखने के लिए कि आपके पिता उन्हें आपके लिए लाए हैं, आप भी उन्हें अपनी इच्छा के बारे में बताए बिना? या आपका दिल उस खूबसूरत ड्रेस पर फिदा हो गया और आपके दोस्त ने आपके अगले जन्मदिन पर आपको उसी ड्रेस का तोहफा दिया, जिसके बारे में आपने उसके साथ कुछ भी चर्चा नहीं की थी। यह क्या था? आपने अपने जीवन में उन चीजों को आकर्षित किया। हाँ, आपने सचमुच किया है! वह सपनों और विचारों की शक्ति है और यह आकर्षण के नियम के सिद्धांत द्वारा समर्थित है।

सिद्धांत कहता है कि हम जो भी सोचते हैं और उसका सपना देखते हैं, हम उसे अपने जीवन में ला सकते हैं। हमारे प्रमुख विचार हमारी वास्तविकता बन जाते हैं और ब्रह्मांड हमें वही हासिल करने में मदद करता है। जैसा कि पाउलो कोएल्हो ने कहा, “जब आपका दिल वास्तव में किसी चीज़ की इच्छा करता है, तो संपूर्ण ब्रह्मांड आपको उस चीज़ को प्राप्त करने में मदद करने की साजिश करता है, बस इसलिए कि यह एक ऐसी इच्छा है जो दुनिया की आत्मा से उत्पन्न हुई है”।

आकर्षण के नियम को गुरुत्वाकर्षण के नियम के रूप में सटीक रूप से काम करने के लिए कहा जाता है। यह कहा जाता है कि हम अपने अवचेतन मन में जो भी सपने और आकांक्षाएं खिलाते हैं, वे सच हो जाते हैं। लोग अक्सर इस सिद्धांत की प्रामाणिकता पर सवाल उठाते हैं कि यदि केवल सपने देखने से वे करोड़पति बन सकते हैं और जीवन में सभी खुशियों को आकर्षित कर सकते हैं तो हर कोई अमीर और खुश होगा। हालाँकि, यह कैच है!

अवचेतन मन सकारात्मक और नकारात्मक के बीच के अंतर को नहीं समझता है। यह एक ही तरह से सकारात्मक और नकारात्मक दोनों का व्यवहार करता है। यदि आप सफलता, शक्ति और प्रेम का सपना देखते हैं, तो यह आपके जीवन में समान रूप से खींचेगा।

इसी तरह, यदि आप अपने सपनों और आकांक्षाओं पर संदेह करते हैं, तो बड़े सपने देखने से डरते हैं और नकारात्मकता पर ध्यान केंद्रित करते हैं जो आप जीवन में आकर्षित करेंगे। और यह वह जगह है जहां ज्यादातर लोग कम आते हैं। अधिकांश लोग बड़े सपने देखते हैं लेकिन उनके कैलिबर पर संदेह करते हैं।

वे बड़ी ऊंचाइयों को प्राप्त करना चाहते हैं जो महसूस करते हैं कि वे सिर्फ सामान्य लोग हैं और वहां नहीं पहुंच सकते हैं और उनका विश्वास है कि वे साधारण हैं वास्तव में उनकी वास्तविकता में बदल जाता है। हमेशा याद रखें, अपने सपनों को पाने के लिए आपको उन पर विश्वास करना चाहिए और खुद पर पूरा विश्वास रखना चाहिए।

आखिरी बार जब किसी ने आपसे कहा था कि सपने देखना बंद करो और काम करना शुरू करो? अगली बार जब कोई कहता है तो उन्हें सपने देखने की शक्ति बताएं कि आपके पास अपना उत्तर वापस देने के लिए यह सिद्धांत है। हालाँकि, यह कहते हुए कि, केवल सपने देखने से मदद नहीं मिलेगी, आपको अपने सपनों को पाने के लिए कड़ी मेहनत भी करनी होगी। इसलिए सपने देखते रहें, खुद पर विश्वास रखें और अपने सपनों को साकार करने के लिए अधिक से अधिक प्रयास करें।

मेरा जीवन लक्ष्य निबंध, essay on my life goal in hindi (600 शब्द)

सपने हमारे भविष्य को संवारने में अहम भूमिका निभाते हैं। यह ठीक ही कहा गया है, “यदि आप इसकी कल्पना कर सकते हैं, तो आप इसे प्राप्त कर सकते हैं; यदि आप कोई सपना देख सकते हैं, तो आप वैसा बन सकते हैं”। इसलिए अगर आपका कोई सपना है तो उसे अपने लक्ष्य के रूप में स्थापित करें और उसे हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करें। हालाँकि यह कहा जाता है की तुलना में आसान है, लेकिन अगर आप इसे प्राप्त करने के लिए वास्तव में कठिन हैं, तो आप निश्चित रूप से इसे बनाने में सक्षम होंगे।

एक बार में एक कदम उठाएं :

आपके पास जीवन में एक बड़ा सपना हो सकता है लेकिन इसे प्राप्त करने के लिए आपको अल्पकालिक और दीर्घकालिक दोनों लक्ष्य निर्धारित करने होंगे और छोटे और स्थिर कदम उठाने होंगे।

एक समय में एक कदम उठाना हमेशा एक ही बार में भागने की बजाय मदद करता है। उदाहरण के लिए, मेरा सपना एक फैशन डिजाइनर बनना है और मुझे पता है कि यह तभी संभव होगा जब मैं किसी प्रतिष्ठित संस्थान से फैशन डिजाइनिंग का कोर्स पूरा करूं और मेरे सपने को पूरा करने के लिए कुछ भी ऐसा न हो जो मैं कर सकूं अब जब मैं अभी भी स्कूली शिक्षा ले रहा हूँ। हालांकि, फैशन की दुनिया का पता लगाने के लिए फैशन ब्लॉग और वेबसाइटों का अनुसरण करने से यह कम नहीं होता है।

ऐसा करके मैं अपने सपने को हासिल करने के लिए छोटे-छोटे कदम उठा रहा हूं। जबकि मेरा अंतिम लक्ष्य एक स्थापित फैशन डिजाइनर बनना है, मैंने आने वाले महीनों और वर्षों के लिए विभिन्न छोटे लक्ष्य निर्धारित किए हैं ताकि ये मुझे मेरे अंतिम लक्ष्य तक ले जाएं।

अपने सपने को पाने के लिए प्रेरित रहें :

सपनों और लक्ष्यों को प्राप्त करने में मुख्य बाधाओं में से एक प्रेरणा की कमी है। कई लोग अपने सपनों को छोड़ देते हैं क्योंकि वे बीच रास्ते में थक जाते हैं। प्रेरित रहने और केवल तभी रुकने के लिए आवश्यक है जब आपने अपना सपना हासिल कर लिया हो। यहां आपको प्रेरित रखने के लिए कुछ सुझाव दिए गए हैं:

अपने अंतिम लक्ष्य को ध्यान मिएँ रखें :

यदि आप कभी भी खुद को ऊर्जा से बाहर भागते हुए देखते हैं और निर्धारित लक्ष्यों का पालन करने के लिए बहुत थक जाते हैं तो यह समय है कि आप अपने अंतिम लक्ष्य को याद रखें और इसे प्राप्त करने के दौरान आपको जो आनंद और गर्व का अनुभव होगा। यह एक बार फिर नए सिरे से शुरू करने के लिए रीसेट बटन दबाने जैसा है।

स्वयं को पुरस्कृत करो :

जैसा कि आप अल्पकालिक लक्ष्य निर्धारित करते हैं, प्रत्येक उपलब्धि के लिए एक पुरस्कार भी रखें। इनाम अपने आप को एक पोशाक खरीदने या अपने पसंदीदा कैफे पर जाने या दोस्तों के साथ बाहर जाने से कुछ भी हो सकता है। अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित रहने का यह एक अच्छा तरीका है।

कुछ समय के लिए छुट्टी लेलो :

बहुत अधिक काम और कोई भी खेल आपको सुस्त नहीं बना सकता और आपकी उत्पादकता को बाधित कर सकता है जो बदले में आपको प्रेरित कर सकता है। इस प्रकार यह एक अच्छा विचार है कि अब हर बार कुछ समय निकालकर आप जिस चीज़ से प्यार करते हैं उसे भोगें। आदर्श रूप से आपको अपने पसंदीदा खेल में शामिल होने के लिए प्रत्येक दिन अपने शेड्यूल से आधे घंटे में निचोड़ना होगा।

अपने आसपास सकारात्मक लोगों को रखें :

अपने सपनों में विश्वास करने वाले लोगों के साथ खुद को घेरना और आपको प्रेरित करने के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित करना एक अच्छा तरीका है।

अपनी गलतियों से सीखो :

निराश होने और अपने सपनों को छोड़ने के बजाय जब आप एक गलती करते हैं और कठिन समय का सामना करते हैं, तो यह आपकी गलतियों से सीखने और उन्हें आपको मजबूत बनाने का सुझाव दिया जाता है।

जैसा कि आप सपने देखते हैं और लक्ष्य निर्धारित करते हैं, सही दिशा में आगे बढ़ने के लिए एक योजना बनाना और उसके अनुसार काम करना आवश्यक है। एक योजना तैयार करना और संगठित होना आपके सपने को प्राप्त करने की दिशा में शुरुआती कदम हैं। बड़ा सपना देखें और उसी को प्राप्त करने के लिए हर बाधा को पार करें!

इस लेख से सम्बंधित यदि आपका कोई भी सवाल या सुझाव है, तो आप उसे नीचे कमेंट में लिख सकते हैं।

विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

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मेरा सपना पर निबंध – My Dream Essay in Hindi

Essay on My Dream in Hindi: दोस्तो आज हमने  मेरा सपना पर निबंध  कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 के विद्यार्थियों के लिए लिखा है।

मेरा सपना पर निबंध – Essay on My Dream in Hindi

हर किसी के जीवन में एक सपना होता है जिसे वे बड़े होने पर हासिल करना चाहते हैं। कुछ बच्चे अमीर बनना चाहते हैं ताकि वे कुछ भी खरीद सकें और कुछ डॉक्टर, वकील या इंजीनियर बनना चाहते हैं।

essay on my dream in hindi

लेकिन केवल आप जानते हैं कि इन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए आपको कड़ी मेहनत करनी होगी और इसके प्रति चौकस रहना होगा। मेरे सपने पर इस निबंध में, हम उन बुनियादी चीजों पर चर्चा करने जा रहे हैं जो मेरे सपने को प्राप्त करने में मदद करेंगी।

दृढ़ निश्चय

सपने को हकीकत में बदलने के लिए सबसे पहली चीज जो आपको चाहिए वह है दृढ़ संकल्प। यह आपको बहुत तरीकों से मदद करेगा। सबसे पहले, यह आपको कुछ भी करने के लिए कार्रवाई के पाठ्यक्रम को तय करने में मदद करेगा। इसके अलावा, यह आपको आगे की यात्रा की योजना बनाने में भी मदद करेगा। इसके अलावा, यह चीजों को धीमा करने और सपने की दिशा में एक स्थिर गति बनाए रखने में मदद करेगा।

इसके अलावा, कोई फर्क नहीं पड़ता कि मेरा ड्रीम प्लान कितना बड़ा है और शॉर्ट टर्म गोल सेट करना हमेशा मदद करेगा। यह महत्वपूर्ण है क्योंकि आपके सपने में भाग लेना किसी भी तरह से आपकी मदद नहीं करेगा। इसके अलावा, कुछ सपने हैं जिनके लिए समय की आवश्यकता होती है और वे एक प्रक्रिया का पालन करते हैं बिना इसका पालन किए आप उस सपने को हासिल नहीं कर सकते।

प्रेरित रहना

प्रेरणा का अभाव मुख्य कारणों में से एक है जो किसी व्यक्ति को अपने सपने को पीछे छोड़ने के लिए मजबूर करता है। इसलिए, प्रेरित रहना भी लक्ष्य का हिस्सा है। और अगर आप सकारात्मक नहीं रह सकते हैं तो आप सपने को हासिल नहीं कर पाएंगे। ऐसे कई लोग हैं जो अपने सपनों की यात्रा को बीच में ही छोड़ देते हैं क्योंकि उनमें प्रेरणा की कमी होती है ।

याद करते रहो लक्ष्य

सपने को पूरा करने के लिए आपको अपने सपने को ध्यान में रखना होगा। और इस सपने को अपने आप को दैनिक याद दिलाएं। कठिन समय आता है जब आप उस समय छोड़ने का मन करते हैं बस लक्ष्य को याद रखें इससे आपको सकारात्मक रहने में मदद मिलती है । और अगर आपको ऐसा लगता है कि आपने बड़ा गड़बड़ किया है तो एक नए दिमाग से शुरुआत करें।

स्वयं को पुरस्कृत करो

आपको खुद को पुरस्कृत करने के लिए मील के पत्थर को कवर करने की आवश्यकता नहीं है। अपने सपने के प्रति एक छोटा सा लक्ष्य निर्धारित करें और उन्हें पूरा करने पर खुद को पुरस्कृत करें । ये पुरस्कार टॉफ़ी से लेकर आपकी पसंदीदा चीज़ तक कुछ भी हो सकते हैं। इसके अलावा, यह आत्म-प्रेरणा का एक अच्छा तरीका है।

कुछ ब्रेक ले लो

अपने लक्ष्य की ओर काम करने का मतलब यह नहीं है कि आप बिना रुके दिन-रात काम करें। इसके अलावा, निरंतर प्रयासों के कारण, लोग जल्द ही डी-प्रेरित होने लगते हैं। तो, एक ब्रेक लेने से आपके शरीर और दिमाग को मदद मिलेगी। ऐसा करने के लिए, कुछ समय के लिए अपने कार्यक्रम के बीच में एक ब्रेक लें और खुद को अन्य गतिविधियों में व्यस्त रखें।

सकारात्मक लोगों के बीच रहें

आपकी कंपनी आपको बहुत तरीकों से प्रभावित करती है जितना आप कल्पना कर सकते हैं। इसलिए, ऐसे लोगों के साथ रहें, जो आपकी सराहना करते हैं और ऐसे लोगों से दूर रहते हैं, जो आपको विचलित और आलोचना करते हैं।

गलतियाँ करने से संकोच न करें

हम इंसान गलती करने से डरते हैं लेकिन इसके साथ, हम एक महत्वपूर्ण बिंदु भूल जाते हैं जो कि एक गलती है जो हमें सीखने में मदद करती है। जब भी आप कोई गलती करते हैं तो आप कठिन समय का सामना करते हैं लेकिन ये कठिन समय आपको खुद को चमकाने और अधिक निर्धारक बनने में मदद करते हैं।

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इसे योग करने के लिए, हम कह सकते हैं कि एक लक्ष्य का सपना देखना इसे प्राप्त करने की तुलना में कहीं अधिक आसान है। और अपने सपने को पूरा करने के लिए आपको बहुत सी चीजों की आवश्यकता होती है और कई चीजों का त्याग भी करना पड़ता है।

इन सबसे ऊपर, अपने सपने को पूरा करने के लिए और उसके अनुसार काम करें क्योंकि यह आपको सही रास्ते पर ले जाएगा। और कभी भी बड़े सपने देखना न भूलें क्योंकि वे जीवन की हर बाधा को पार करने में मदद करते हैं।

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मेरा सपना पर निबंध | Essay on My Dream in Hindi

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मेरे सपनों का भारत पर निबंध (India Of My Dreams Essay in Hindi) 200, 300, 400, 500, शब्दों मे

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India Of My Dreams Essay in Hindi – भारत वह जगह है जहाँ विभिन्न संस्कृतियों और धर्मों के लोग एक दूसरे के साथ सद्भाव से रहते हैं। हालांकि, देश के कई हिस्सों में किसी व्यक्ति के लिंग, जाति, पंथ, धर्म और आर्थिक स्थिति के आधार पर भेदभाव किया जाता है। मेरे सपनों का भारत एक ऐसी जगह होगी जहां इस तरह का कोई भेदभाव नहीं होगा। भारत ने पिछले कुछ दशकों में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, शिक्षा और अन्य क्षेत्रों में बहुत विकास देखा है।

मैं भारत को एक पूर्ण विकसित देश के रूप में देखने का सपना देखता हूं जो न केवल उपरोक्त क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त करता है बल्कि अपनी सांस्कृतिक विरासत को बरकरार रखता है। परीक्षा या निबंध लेखन प्रतियोगिता के दौरान स्कूल में विषय के साथ आपकी मदद करने के लिए ‘मेरे सपनों का भारत’ पर अलग-अलग लंबाई के निबंध यहां दिए गए हैं।

मेरे सपनों का भारत पर 10 पंक्तियाँ (10 Lines on India of My Dreams in Hindi)

  • 1) मुझे अपने सपनों का भारत देखना अच्छा लगता है।
  • 2) मैं अपने देश में सभी को खुश देखना चाहता हूँ।
  • 3) राष्ट्र में कोई अपराध नहीं होना चाहिए।
  • 4) मैं चाहता हूं कि भारत में कोई भी गरीब न रहे।
  • 5) मैं चाहता हूं कि भारत में भ्रष्टाचार नहीं होना चाहिए।
  • 6) मैं चाहता हूं कि मेरे देश में सबसे अच्छी तकनीक हो।
  • 7) मैं चाहता हूँ कि भारत का प्रत्येक नागरिक शिक्षित हो।
  • 8) शिक्षित लोग भारत की प्रगति में मदद करेंगे।
  • 9) मैं चाहता हूं कि मेरे देश के लोग एकता के साथ रहें।
  • 10) मैं भारत को दुनिया का सबसे अच्छा और समृद्ध राष्ट्र बनाने का सपना देखता हूं।

मेरे सपनों का भारत पर 20 लाइनें (20 Lines on India of My Dreams in Hindi)

  • 1) एक राष्ट्र के रूप में मेरे सपनों का भारत भ्रष्टाचार से मुक्त होना चाहिए।
  • 2) मेरे सपनों के भारत में हर नागरिक शिक्षित और साक्षर हो।
  • 3) भारत में सभी नागरिकों को योग्य रोजगार के अवसर खोजने में सक्षम होना चाहिए।
  • 4) मेरे सपनों का भारत एक ऐसी जगह होगी जहां हर नागरिक को सद्भाव और शांति से रहना चाहिए।
  • 5) भारत को कुशल जनशक्ति के साथ विनिर्माण और स्वचालन का केंद्र बनना चाहिए।
  • 6) आधुनिक भारत में नागरिकों के बीच लिंग, जाति और पंथ के बीच कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए।
  • 7) मेरे सपनों के भारत में महिलाओं को ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में अधिक सशक्त और सुरक्षित महसूस करना चाहिए।
  • 8) भारत में प्रत्येक नागरिक का जीवन स्तर सभ्य होना चाहिए जिसका अर्थ है स्वास्थ्य, आवास और शिक्षा तक बेहतर पहुंच।
  • 9) मेरे सपनों के भारत में सड़कों और रेलवे के मामले में बेहतर संपर्क होना चाहिए।
  • 10) वैज्ञानिकों का एक पूल बनाने के लिए भारत को अनुसंधान और विकास पर अधिक ध्यान देना चाहिए।
  • 11) मेरे सपनों के भारत में किसानों को जीवन की सभी बुनियादी सुविधाएं मिलनी चाहिए।
  • 12) मेरे सपनों के भारत में लोगों को यातायात के नियमों का ठीक से पालन करना चाहिए।
  • 13) भारत के लोगों को स्वास्थ्य और स्वच्छता को अत्यधिक महत्व देना चाहिए।
  • 14) मेरे सपनों का भारत एक ऐसा देश होगा जहां नागरिक और सरकार लोगों की सुरक्षा को महत्व देते हैं।
  • 15) भारत सांप्रदायिकता से मुक्त होना चाहिए और समान नागरिक संहिता को पारित करने के लिए प्रयास किया जाना चाहिए।
  • 16) मेरे सपनों के भारत में नियंत्रित जनसंख्या वृद्धि होनी चाहिए जिसे केवल साक्षरता और शिक्षा के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है।
  • 17) मेरे सपनों का भारत बिजली, सामान और सेवाओं के उत्पादन में अग्रणी होना चाहिए।
  • 18) प्रत्येक व्यक्ति को दूसरे व्यक्ति का सम्मान करना चाहिए और भाईचारे की भावना रखनी चाहिए।
  • 19) मेरे सपनों के भारत में हर नागरिक को एक एक पेड़ लगाने और पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त बनाने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
  • 20) भारत को लाखों लोगों को रोजगार देने वाली संस्कृति, कला, संगीत, नाटक, खेल, वास्तुकला और हस्तशिल्प के क्षेत्र में अग्रणी होना चाहिए।

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मेरे सपनों का भारत पर हिंदी में लंबा और छोटा निबंध

हमने नीचे हिंदी में मेरे सपनों का भारत पर छोटे और लंबे निबंध उपलब्ध कराए हैं। ये मेरे सपनों का भारत निबंध सरल हिंदी में लिखे गए हैं ताकि याद किया जा सके और आसानी से आवश्यकता पड़ने पर प्रस्तुत किया जा सके।

निबंधों को पढ़ने के बाद, आप एक आदर्श भारत को अपने सपनों का भारत बनाने के लिए आवश्यक आवश्यकताओं को जानेंगे।

आप यह भी जानेंगे कि शिक्षा, स्वास्थ्य, कानून और व्यवस्था के क्षेत्र में सुधार आपको अपने सपने को साकार करने में कैसे मदद करेगा। ये निबंध आपको स्कूल या कॉलेज की प्रतियोगिताओं जैसे निबंध लेखन, वाद-विवाद, भाषण देने आदि में मदद करेंगे।

मेरे सपनों का भारत पर निबंध 1 (200 शब्द)

भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत है। विभिन्न जातियों, पंथों और धर्मों के लोग इस देश में शांति से रहते हैं। हालाँकि, लोगों के कुछ समूह लोगों को अपने निहित स्वार्थों की पूर्ति के लिए उकसाने की कोशिश करते हैं, जिससे देश में शांति बाधित होती है। मैं ऐसे भारत का सपना देखता हूं जो ऐसी विभाजनकारी प्रवृत्तियों से रहित हो। यह एक ऐसा स्थान होना चाहिए जहां विभिन्न जातीय समूह एक दूसरे के साथ पूर्ण सद्भाव में रहते हों।

मैं भारत को एक ऐसे राष्ट्र के रूप में देखने का भी सपना देखता हूं जहां हर नागरिक शिक्षित हो। मैं चाहता हूं कि मेरे देश के लोग शिक्षा के महत्व को समझें और यह सुनिश्चित करें कि उनके बच्चे कम उम्र में छोटे-मोटे काम करने के बजाय शिक्षा प्राप्त करें। वयस्क जो अपने बचपन के दौरान अध्ययन करने का अवसर खो चुके हैं, उन्हें भी बेहतर नौकरी खोजने के लिए शिक्षा प्राप्त करने के लिए वयस्क शिक्षा कक्षाओं में शामिल होना चाहिए।

मैं चाहता हूं कि सरकार सभी के लिए रोजगार के समान अवसर प्रदान करे ताकि युवाओं को योग्य नौकरियां मिलें और देश के विकास में योगदान दें। मैं चाहता हूं कि देश तकनीकी रूप से उन्नत बने और सभी क्षेत्रों में विकास देखे। अंत में, मैं चाहता हूं कि भारत एक ऐसा देश बने जहां महिलाओं के साथ सम्मान के साथ व्यवहार किया जाता है और उन्हें पुरुषों के समान अवसर दिए जाते हैं।

भारत के सपने पर निबंध 2 (300 शब्द)

भारत एक बहु-सांस्कृतिक, बहुभाषी और बहु-धार्मिक समाज है जिसने पिछली शताब्दी में विभिन्न क्षेत्रों में लगातार प्रगति देखी है। मैं भारत का सपना देखता हूं जो और भी तेज गति से आगे बढ़ता है और कुछ ही समय में विकसित देशों की सूची में शामिल हो जाता है। इसे बेहतर जगह बनाने के लिए यहां प्रमुख क्षेत्र हैं जिन पर ध्यान देने की आवश्यकता है:

  • शिक्षा और रोजगार

मैं भारत का सपना देखता हूं, जहां हर नागरिक शिक्षित हो और रोजगार के योग्य अवसर पाने में सक्षम हो। शिक्षित और प्रतिभाशाली व्यक्तियों से भरे हुए राष्ट्र की वृद्धि और विकास को कोई नहीं रोक सकता।

  • जाति और धार्मिक मुद्दे

मेरे सपनों का भारत एक ऐसी जगह होगी जहां लोगों के साथ उनकी जाति या धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाएगा। यह राष्ट्र को मजबूत करने में काफी मददगार साबित होगा।

  • औद्योगिक और तकनीकी विकास

जबकि भारत ने पिछले कुछ दशकों में औद्योगिक और तकनीकी विकास देखा है, यह अभी भी कई अन्य देशों के बराबर नहीं है। मैं भारत का सपना देखता हूं जो तकनीकी रूप से आगे बढ़ता है और हर क्षेत्र में तेजी देखता है।

देश में बहुत भ्रष्टाचार है, और इसकी दर केवल दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। आम आदमी भ्रष्ट राजनेताओं के हाथों पीड़ित है जो केवल अपने स्वार्थों को पूरा करने में रुचि रखते हैं। मैं भारत का सपना देखता हूं जो सभी स्तरों पर भ्रष्टाचार से मुक्त हो। यह वह जगह होगी जहां देश की बेहतरी सरकार का एकमात्र एजेंडा होगा।

  • लैंगिक भेदभाव

यह देखकर दुख होता है कि जीवन के हर क्षेत्र में खुद को साबित करने के बाद भी महिलाओं को पुरुषों से हीन समझा जाता है। मैं भारत का सपना देखता हूं, जहां कोई लैंगिक भेदभाव नहीं है। यह एक ऐसी जगह होगी जहां पुरुषों और महिलाओं को समान माना जाता है।

संक्षेप में, मेरे सपनों का भारत वह होगा जहां लोग खुश और सुरक्षित महसूस करें और जीवन की अच्छी गुणवत्ता का आनंद लें।

मेरे सपनों का भारत पर निबंध 3 (400 शब्द)

भारत को विभिन्न जातियों, पंथों और धर्मों के लोगों का घर होने पर गर्व है। यह देश अपनी समृद्ध संस्कृति और विविधता में एकता के लिए जाना जाता है। इसने पिछले कुछ दशकों में विभिन्न उद्योगों में भी उछाल देखा है। हालाँकि, हमें अभी भी एक लंबा रास्ता तय करना है। यहाँ कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जिन पर हमें एक आदर्श राष्ट्र बनाने के लिए काम करने की आवश्यकता है:

देश में आर्थिक विषमता बहुत है। यहां के अमीर और अमीर होते जा रहे हैं और गरीब दिन पर दिन गरीब होते जा रहे हैं। मैं भारत का सपना देखता हूं, जहां धन नागरिकों के बीच समान रूप से वितरित किया जाता है।

शिक्षा का अभाव राष्ट्र के विकास में मुख्य बाधाओं में से एक है। सरकार शिक्षा के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाने का प्रयास कर रही है। तथापि, इसे यह सुनिश्चित करने के लिए भी कदम उठाने चाहिए कि देश का प्रत्येक व्यक्ति शिक्षा प्राप्त करना चाहता है।

देश में रोजगार के अच्छे अवसरों की कमी है। यहां तक ​​कि जो अच्छी तरह से योग्य हैं, वे भी योग्य नौकरी पाने में असफल रहते हैं। बेरोजगार अत्यधिक असंतुष्ट हैं, और वे अक्सर अपराध की राह पकड़ लेते हैं। मैं भारत का सपना देखता हूं जो सभी के लिए समान रोजगार के अवसर प्रदान करता है ताकि हम में से प्रत्येक अपने देश के विकास और बेहतरी के लिए काम करे।

जातिवाद एक अन्य प्रमुख मुद्दा है जिस पर काम करने की आवश्यकता है। मेरे सपनों का भारत एक ऐसा स्थान होगा जहां लोगों के साथ उनकी जाति, पंथ या धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाएगा।

मेरे सपनों का भारत एक ऐसी जगह होगी जहां महिलाओं को उचित सम्मान दिया जाता है और पुरुषों के बराबर माना जाता है। यह वह जगह होगी जहां महिलाओं की सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण होगी।

मैं भारत को भ्रष्टाचार मुक्त देश के रूप में देखने का सपना देखता हूं। यह एक ऐसा स्थान होगा जहां राजनीतिक नेता अपने स्वयं के स्वार्थों को पूरा करने के बजाय देश की सेवा करने के लिए समर्पित होंगे।

  • तकनीकी विकास

भारत ने प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में तेजी से विकास देखा है। मैं चाहता हूं कि यह और भी तेज गति से बढ़े और नई ऊंचाइयों को छूकर पहले दर्जे के देशों में अपनी जगह बनाए।

मैं भारत का सपना देखता हूं, जहां विभिन्न जातियों, पंथों, धर्मों, जातीय समूहों और आर्थिक/सामाजिक स्थितियों के लोग एक-दूसरे के साथ पूर्ण सद्भाव में रहते हैं। निष्पक्ष खेल होना चाहिए, और सरकार को अपने सभी नागरिकों के लिए समान रोजगार के अवसर सुनिश्चित करने चाहिए।

मेरे सपनों का भारत पर निबंध 4 (500 शब्द)

मेरे सपनों का भारत एक ऐसा देश होगा जहां समानता की स्वतंत्रता का वास्तविक अर्थों में आनंद उठाया जा सके। यह एक ऐसा स्थान होगा जहां किसी व्यक्ति की जाति, पंथ, धर्म या सामाजिक/आर्थिक स्थिति के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जाता है। मैं इसे एक ऐसी जगह के रूप में भी देखता हूं जो औद्योगिक और तकनीकी विकास की प्रचुरता को देखता है। यहां कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जिन पर विशेष रूप से ध्यान देने की आवश्यकता है:

महिला सशक्तिकरण

हालाँकि अधिक से अधिक महिलाएं अपने घरों से बाहर निकल रही हैं और विभिन्न क्षेत्रों में अपनी पहचान बना रही हैं, फिर भी हमारे देश में महिलाओं के खिलाफ बहुत भेदभाव है। कन्या भ्रूण हत्या से लेकर महिलाओं को घरेलू कार्यों तक सीमित करने तक, ऐसे बहुत से क्षेत्र हैं जिन पर काम करने की आवश्यकता है। महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए कई गैर-लाभकारी संगठन आगे आए हैं। हालाँकि, हमें अभी भी समाज की मानसिकता को बदलने के लिए बहुत काम करना है। मैं भारत का सपना देखता हूं जो महिलाओं को एक संपत्ति के रूप में देखता है, दायित्व के रूप में नहीं। मैं चाहता हूं कि यह वहां हो जहां पुरुषों और महिलाओं को समान माना जाए।

हालांकि भारत सरकार शिक्षा प्राप्त करने के महत्व को बढ़ावा देने के लिए प्रयास कर रही है, लेकिन देश में बहुत से लोग अभी भी इसके महत्व को नहीं समझते हैं। मेरे सपनों का भारत एक ऐसी जगह होगी जहां शिक्षा को सभी के लिए अनिवार्य कर दिया जाएगा। सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि देश का कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे।

रोजगार के अवसर

देश में कई योग्य युवाओं को रोजगार के अच्छे अवसर नहीं मिल पाते हैं। अवसर सीमित हैं या योग्य उम्मीदवारों को पर्याप्त भुगतान नहीं करते हैं। यह मुख्य रूप से कमजोर औद्योगिक विकास के कारण है। अन्य कारक, जैसे आरक्षण, योग्य उम्मीदवारों को अच्छे अवसर प्राप्त करने से रोकते हैं। कई युवा जो भारत में रोजगार के अच्छे अवसर प्राप्त करने में विफल रहते हैं, वे विदेश चले जाते हैं और अपना मन दूसरे देशों की आर्थिक वृद्धि के लिए काम करने में लगाते हैं, जबकि अन्य बेरोजगार घूमते हैं।

जातिगत भेदभाव

देश अभी भी जाति, पंथ और धर्म के आधार पर भेदभाव से पूरी तरह मुक्त नहीं हुआ है। यह देखना दुखद है कि कैसे देश के कुछ हिस्सों में निचले और कमजोर वर्गों के लोगों को उनके मूल अधिकारों से भी वंचित रखा जाता है। इसके अलावा, विभिन्न कट्टरपंथी और अलगाववादी समूह लोगों को अपने धर्म का प्रचार करने और दूसरों के बारे में गलत बातें करने के लिए उकसाते हैं। यह अक्सर देश में अशांति का कारण बनता है। मैं भारत का सपना देखता हूं, जहां लोग जाति और धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं करते।

भ्रष्टाचार मुख्य कारणों में से एक है जिसकी वजह से भारत को उस गति से विकास नहीं करना चाहिए जैसा उसे करना चाहिए। यहां के नेता देश की सेवा करने के बजाय अपनी जेबें भरने में लगे हैं। मैं भारत का सपना देखता हूं, जहां मंत्री पूरी तरह से और पूरी तरह से देश और इसके नागरिकों के विकास के लिए समर्पित हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न: (FAQs)

Q.1 भारत का पूरा नाम क्या है.

उत्तर. भारत का पूरा नाम रिपब्लिक ऑफ इंडिया है।

Q.2 भारत कब अस्तित्व में आया?

उत्तर. भारत लगभग 250000 वर्ष पूर्व अस्तित्व में आया।

Q.3 बाघ से पहले भारत का राष्ट्रीय पशु क्या था?

उत्तर. बाघ से पहले एशियाई शेर भारत का राष्ट्रीय पशु था।

Q.4 भारत के किस राज्य को ‘भारत का मसाला उद्यान’ कहा जाता है?

उत्तर. दक्षिण भारतीय राज्य केरल को भारत का मसाला उद्यान कहा जाता है।

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मेरे सपनों का भारत पर निबंध (India of My Dreams Essay in Hindi)

मेरे सपनों का भारत

भारत एक ऐसा देश है जहां विभिन्न संस्कृतियों और धर्मों के लोग एक-दूसरे के साथ सद्भाव में रहते हैं। हालांकि अभी भी देश के कई हिस्सों में किसी व्यक्ति के लिंग, जाति, पंथ, धर्म और आर्थिक स्थिति के आधार पर भेदभाव किया जाता है। मेरे सपनों का भारत ऐसा भारत होगा जहां किसी से ऐसा कोई भेदभाव नहीं है। भारत ने पिछले कुछ दशकों में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, शिक्षा और अन्य क्षेत्रों में बहुत विकास देखा है। मैं एक पूरी तरह से विकसित देश के रूप में भारत का सपना देखता हूं, जो न केवल उपर्युक्त क्षेत्रों में उत्कृष्टता हासिल करेगा बल्कि अपनी सांस्कृतिक विरासत को भी बरकरार रखेगा।

मेरे सपनों का भारत पर छोटे तथा बड़े निबंध (Long and Short Essay on India of My Dreams in Hindi, Mere Sapno ka Bharat par Nibandh Hindi mein)

निबंध 1 (300 शब्द).

भारत एक बहु-सांस्कृतिक, बहुभाषी और बहु-धार्मिक समाज है, जिसने पिछली शताब्दी में विभिन्न क्षेत्रों में स्थिर प्रगति देखी है। मेरे सपनों का भारत वो भारत है जो इससे भी अधिक गति से प्रगति करे और जल्द ही विकसित देशों की सूची में शामिल हो।

यहां पर उन महत्वपूर्ण क्षेत्रों की जानकारी दी गई है जिनमें भारत को बेहतर बनाने के लिए ध्यान देने की आवश्यकता है:

  • शिक्षा और रोजगार

मैं ऐसे भारत का सपना देखता हूं जहां हर नागरिक शिक्षित होगा और हर किसी को योग्य रोजगार के मौके मिल सकेंगे। शिक्षित और प्रतिभाशाली व्यक्तियों से भरे राष्ट्र के विकास को कोई रोक नहीं सकता।

  • जाति और धार्मिक मुद्दे

मेरे सपनों का भारत एक ऐसा भारत होगा जहां लोगों को उनकी जाति या धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाएगा। जाती और धार्मिक मुद्दों को दरकिनार करके कार्य करना राष्ट्र को मजबूत करने में काफी महत्वपूर्ण कदम होगा।

  • औद्योगिक और तकनीकी विकास

​​भारत ने पिछले कुछ दशकों में औद्योगिक और तकनीकी विकास दोनों को देखा है। हालाँकि यह विकास अभी भी अन्य देशों के विकास के समान नहीं है। मेरे सपनों का भारत तकनीकी क्षेत्र के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में तेज़ी से प्रगति करेगा।

देश में बहुत भ्रष्टाचार है और इसकी दर हर दिन तेज़ी से बढ़ रही है। आम आदमी भ्रष्ट राजनेताओं के हाथों पीड़ित है जो केवल अपने स्वार्थी उद्देश्यों को पूरा करने में रुचि रखते हैं। मेरे सपनों का भारत भ्रष्टाचार से मुक्त होगा। यह एक ऐसा देश होगा जहां लोगों की भलाई सरकार का एकमात्र एजेंडा होगी।

  • लिंग भेदभाव

यह देखना अत्यंत दुखदायी है कि जीवन के हर क्षेत्र में खुद को साबित होने के बाद भी महिलाओं को अब तक पुरुषों से नीचा माना जाता है। मेरे सपनों का भारत में कोई लिंग भेदभाव नहीं होगा। यह ऐसा स्थान होगा जहां पुरुषों और महिलाओं को बराबर माना जाता हो।

संक्षेप में, मेरे सपनों का भारत एक ऐसा स्थान होगा जहां लोग खुश और सुरक्षित महसूस करते हैं और अच्छे जीवन की गुणवत्ता का आनंद लेते हैं।

निबंध 2 (400 शब्द)

हमें गर्व है की भारत में विभिन्न जातियों, धर्मों और धर्मों से संबंधित लोग एक साथ रहते है। हमारा देश अपनी समृद्ध संस्कृति और विविधता में एकता के लिए जाना जाता है। पिछले कुछ दशकों में भारत ने विभिन्न उद्योगों में भी तेजी देखी है। हालांकि, हमें अभी भी इसकी खुशहाली के लिए लंबा रास्ता तय करना है।

यहां कुछ ऐसे क्षेत्रों के उदाहरण दिए गए हैं जिन पर काम करके भारत को आदर्श देश बनाने में सहायता मिल सकती है:

देश में आर्थिक असमानता बहुत अधिक है। यहां अमीर दिन प्रतिदिन और अमीर हो रहे हैं और गरीब और गरीब बनते जा रहे हैं। मैं ऐसे भारत का सपना देखता हूं जहां धन समान रूप से नागरिकों के बीच वितरित किया जाता हो।

राष्ट्र की वृद्धि में शिक्षा का अभाव मुख्य बाधाओं में से एक है। सरकार शिक्षा के महत्व के बारे में जागरुकता फैलाने के प्रयास कर रही है। हालांकि यह सुनिश्चित करने के लिए भी कदम उठाने चाहिए कि देश में प्रत्येक व्यक्ति को शिक्षा का अधिकार मिलना जरुरी है।

देश में अच्छे रोजगार के अवसरों की कमी है। यहां तक ​​कि जो लोग योग्य हैं वे अच्छी नौकरियां पाने में असमर्थ रहे हैं। बेरोजगारों के बीच असंतोष का स्तर बहुत अधिक है और वे अक्सर सड़क पर अपराध करते हुए पाए जातें हैं। मेरे सपनों का भारत वो भारत है जो सभी के लिए बराबर रोजगार के अवसर प्रदान करता है जिससे कि हम सभी हमारे देश के विकास और सुधार के लिए काम करें।

जातिवाद एक और बड़ा मुद्दा है जिस पर काम करने की आवश्यकता है। मेरे सपनों का भारत एक ऐसा स्थान होगा जहां लोगों से जाति, पंथ या धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाता हो।

मेरे सपनों का भारत एक ऐसा स्थान होगा जहां महिलाओं को सम्मान दिया जाता है और पुरुषों के बराबर महत्व दिया जाता हो। यह एक ऐसी जगह होगी जहां महिलाओं की सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण होगी।

मैं ऐसे भारत का सपना देखता हूँ जो भ्रष्टाचार से मुक्त हो। यह एक ऐसी जगह होगी जहां राजनीतिक नेता अपने स्वयं के स्वार्थ को पूरा करने के बजाय देशों की सेवा में समर्पित रहेंगे।

  • तकनीकी विकास

भारत ने प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में तेजी से वृद्धि देखी है। मैं चाहता हूं कि मेरे सपनों का भारत और अधिक गति से आगे बढ़े और प्रथम श्रेणी के देशों में अपनी जगह बनाने के लिए नई ऊंचाइयों को हासिल करे।

मेरे सपनों का भारत वो भारत है जहां विभिन्न जातियों, पंथों, धर्मों, जातीय समूहों और आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति के लोग एक-दूसरे के साथ पूर्ण सामंजस्य में रहते हैं। मेरे सपनों के भारत में सरकार को अपने सभी नागरिकों के लिए समान रोजगार के अवसर सुनिश्चित करने चाहिए।

Essay on India of My Dreams in Hindi

निबंध 3 (500 शब्द)

मेरे सपनों का भारत एक ऐसा देश होगा जहां समानता की स्वतंत्रता अपने वास्तविक अर्थों में मिली है। यह ऐसी जगह होगी जहां किसी व्यक्ति की जाति, पंथ, धर्म, सामाजिक या आर्थिक स्थिति के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जाता हो। मैं इसे एक ऐसे स्थान के रूप में भी देखता हूं जिसने औद्योगिक और तकनीकी क्षेत्रों में तेज़ी से विकास को देखा हो। यहां कुछ ऐसे क्षेत्रों में विशेष रूप से ध्यान देने की आवश्यकता है:

महिला सशक्तिकरण

आज के समय में अधिक से अधिक महिलाएं अपने घरों से बाहर निकल रही हैं और अलग-अलग क्षेत्रों में अपनी एक पहचान बना रही हैं लेकिन फिर भी हमारे देश की महिलाएं आज भी काफ़ी भेदभाव का शिकार होती है। स्त्री भ्रूणहत से लेकर महिलाओं को घरेलू कार्यों में सीमित करने तक अभी बहुत सारे क्षेत्रों में काम करने की आवश्यकता है। महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए कई गैर-लाभकारी संगठन आगे आए हैं। हालांकि हमें समाज की मानसिकता को बदलने पर बहुत काम करना है। मैं ऐसे भारत का सपना देखता हूं जहाँ महिलाओं को बराबरी का दर्जा प्राप्त होगा।

हालांकि भारत सरकार शिक्षा की मांग के महत्व को बढ़ावा देने के प्रयास कर रही है पर अभी भी देश में बहुत से लोग इसके महत्व को महसूस नहीं कर रहे हैं। मेरे सपनों का भारत एक ऐसा स्थान होगा जहां शिक्षा सभी के लिए अनिवार्य हो। सबकी शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार को जरुरी कदम उठाने चाहिए ताकि देश में कोई भी बच्चा शिक्षा से रहित नहीं ना रहे।

रोजगार के अवसर

देश के कई योग्य युवाओं को रोजगार के अवसर नहीं मिल रहे है। अवसर या तो सीमित होते हैं या योग्य उम्मीदवारों की जरुरत के अनुपात में नहीं होते हैं। इसके पीछे मुख्य कारण कमजोर औद्योगिक वृद्धि है। इसके अलावा कुछ अन्य कारक हैं जैसे कि आरक्षण जो कि योग्य उम्मीदवारों को अच्छा अवसर प्राप्त करने से रोकते हैं। भारत में रोजगार के अवसरों को पाने में असफल रहने वाले कई युवा विदेशों में चले जाते हैं और अपने कुशल दिमाग का अन्य देशों के आर्थिक विकास के लिए काम करते हैं जबकि कुछ लोग सारी उम्र काम नहीं मिलने की वजह से बेरोजगार घूमते हैं।

जाति भेदभाव

देश अभी भी जाति, पंथ और धर्म के आधार पर भेदभाव से मुक्त नहीं है। यह देखना अत्यंत दुखदायी है कि अभी भी कैसे देश के कुछ हिस्सों में कमजोर वर्गों के लोग अपने मूल अधिकारों से वंचित रह रहे हैं।

इसके अलावा कई विभिन्न कट्टरपंथी और अलगाववादी समूह है जो लोगों को अपने धर्म का प्रचार करने और दूसरों के धर्म बारे में गलत बात का प्रचार करने के लिए उकसातें हैं। इससे देश में अक्सर अशांति फैलती है। मैं ऐसे भारत का सपना देखता हूँ जहां लोगों से जाति और धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाता हो।

भारत के विकास की गति में मुख्य अवरोध भ्रष्टाचार है। ऐसा लगता है कि देश की सेवा करने के बजाय यहां के राजनीतिक नेता अपनी जेब भरने में व्यस्त हैं। मेरे सपनों का भारत वह होगा जहां के मंत्री पूरी तरह से देश और उसके नागरिकों के विकास के लिए समर्पित रहे।

मेरे सपनों का भारत एक ऐसा देश होगा जो अपने सभी नागरिकों को समान मानता हो और किसी भी मापदंड के आधार पर उनसे भेदभाव नहीं करता हो। मैं एक ऐसी जगह का सपना देखता हूँ जहां महिलाओं का सम्मान किया जाता है और उन्हें पुरुषों के समान देखा जाता हो। मैं चाहता हूं कि आने वाले समय में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, कृषि और शिक्षा के क्षेत्र में भारत प्रगति करे।

निबंध 4 (600 शब्द)

भारत एक ऐसा देश है जहां विभिन्न जातीय समूहों, जातियों और धर्मों के लोग सौहार्दपूर्ण ढंग से रहते हैं। भारत को अपनी समृद्ध, विविध सांस्कृतिक विरासत पर गर्व है। हालाँकि भारत ने अपनी आजादी के बाद से अब तक एक लंबा सफर तय किया है। पिछले कुछ दशकों में इसने एक विशाल सामाजिक और आर्थिक विकास को देखा है पर देश के कई हिस्सों में अभी भी आर्थिक और सामाजिक असमानताएं मौजूद है। देश के कई हिस्सों में लोगों को उनकी जाति और धार्मिक प्राथमिकताओं के आधार पर नीची नजरों से देखा जाता है। मेरे सपनों का भारत एक ऐसा स्थान होगा जहां हर नागरिक को समानता की वास्तविक स्वतंत्रता प्राप्त होगी।

सुधार के क्षेत्र

देश को आगे बढ़ाने और विकसित करने के लिए अभी भी काफी काम करने की ज़रूरत है। यहां चार प्रमुख क्षेत्रों पर एक नज़र डाली गई है जिन पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता हैं:

शिक्षा किसी भी देश की मजबूती की नीवं है। हमारे देश की प्रमुख कमियों में से एक यह है कि लोग अभी भी शिक्षा के महत्व को नहीं पहचानते हैं। गरीबी या गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले लोग विशेष रूप से शिक्षित होने के महत्व को अनदेखी करते हैं। उन्हें नहीं पता है कि शिक्षा की कमी गरीबी के लिए जिम्मेदार मुख्य कारकों में से एक है। सरकार अनिवार्य शिक्षा के अधिकार को बढ़ावा देने तथा वयस्क शिक्षा विद्यालय खोलने के माध्यम से यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठा रही है कि अधिक से अधिक लोगों को अपने बच्चों के लिए मुफ्त शिक्षा की पहुंच हो। मेरे सपनों का भारत एक ऐसा स्थान होगा जहां हर नागरिक शिक्षित और कुशल हो।

लिंग भेदभाव एक और मुद्दा है जिस पर काम करने की जरुरत है। महिलाओं को लगातार उनके अधिकारों के बारे में जागरूक किया जा रहा है और वे विभिन्न क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन भी कर रही हैं, फिर भी महिलाओं को समाज में अपनी जगह बनाने के लिए कई बाधाओं से लड़ना होगा।

देश के कई हिस्सों में लड़की का जन्म अभी भी एक अभिशाप माना जाता है। उच्च शिक्षा के लिए लड़कियों को प्रोत्साहित नहीं किया जाता है। यहां तक ​​कि महिलाएं जो योग्य हैं उनसे भी यह अपेक्षा की जाती है कि वे विवाह के बाद बाहर काम करने की बजाए अपने परिवार की देखभाल करे। काम पर महिलाओं को दी गई मजदूरी पुरुषों को दिए वेतन की तुलना में कम होती है। मैं ऐसे भारत का सपना देखता हूँ जो महिलाओं के खिलाफ भेदभाव से रहित हो।

  • तकनीकी उन्नति

हालांकि भारत ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में बहुत विकास और उन्नति देखी है फिर भी अभी इस क्षेत्र में कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता है। यह देखना अत्यंत दुखदायी है कि तेज़ बुद्धि वाले व्यक्ति अपने देश के विकास में योगदान करने के बजाय विदेशों में रोजगार के अवसर तलाशने और उन देशों की तकनीकी और औद्योगिक उन्नति में योगदान देने चले जाते है। मेरे सपनों का भारत वो भारत है जो व्यक्तियों के लिए अच्छे रोजगार के अवसर प्रदान करता है और देश को तकनीकी प्रगति के पथ एक नई दिशा प्रदान करता है।

भारत में अपराध दर दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है। बलात्कार, डकैती, दहेज और हत्या के कई मामले हर दिन दर्ज किए जा रहे हैं। कई मामलो की तो सुनवाई ही नहीं हो रही है। शिक्षा का अभाव, बेरोजगारी और गरीबी ने इस दिशा में बढ़ावा दिया है। मेरे सपनों का भारत एक ऐसा देश होगा जहां सरकार लोगों की सुरक्षा और सुरक्षा के प्रति अधिक संवेदनशील हो। तभी भारत अपराध और शोषण से मुक्त होगा।

भारत ने पिछले कुछ दशकों में तेजी से औद्योगिक विकास, तकनीकी उन्नति और कई अन्य क्षेत्रों में प्रगति देखी है। हालांकि अभी भी सुधार की बहुत गुंजाइश है। भारत को पहले के समय में इसकी समृधि के कारण सोने की चिड़िया कहा जाता था। मैं चाहता हूं कि देश उस गौरव को फिर से प्राप्त करे। मैं चाहता हूँ कि वह ना सिर्फ आर्थिक समृद्धि का आनंद ले बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक रूप से भी अमीर हो। देश के सभी नागरिकों से समान व्यवहार हो और किसी से कोई भी भेदभाव या अन्याय नहीं होना चाहिए।

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    मेरे सपनों का भारत पर छोटे तथा बड़े निबंध (Long and Short Essay on India of My Dreams in Hindi, Mere Sapno ka Bharat par Nibandh Hindi mein) निबंध 1 (300 शब्द) प्रस्तावना