स्वच्छता पर निबंध 10 लाइन (Essay On Cleanliness in Hindi) 100, 150, 200, 250, 300, 500, शब्दों मे

essay on keeping surrounding clean in hindi

Essay On Cleanliness in Hindi – स्वच्छता एक कमरे या एक जगह की स्थिति है जो साफ सुथरी है। यह उन मूल्यों में से एक है, जिनसे आप बचपन में सीखते हैं। आप किसी को, ईमानदार होने के लिए, और ट्रिम करने के लिए मजबूर नहीं कर सकते; एक चीज जो आप कर सकते हैं वह है इसे प्रोत्साहित करना। स्वच्छ रहने और अपने आसपास के वातावरण को साफ रखने से जीवन की गुणवत्ता में सुधार होता है।

सभी को अपने आसपास सफाई रखने के लिए दूसरों को प्रोत्साहित करने की जरूरत है। स्वच्छता का मतलब केवल अपने आस-पास के वातावरण को साफ रखना ही नहीं है, बल्कि खुद को साफ-सुथरा रखना भी है। आपने अपने माता-पिता और शिक्षकों को स्वच्छता के बारे में बात करते जरूर सुना होगा।

स्वच्छता पर निबंध 10 लाइन (100 – 150 शब्द) (Cleanliness Essay 10 Lines (100 – 150 Words) in Hindi)

  • 1) स्वच्छता एक अच्छी आदत है जिसका अर्थ है धूल, कीटाणु आदि से मुक्त होना।
  • 2) स्वस्थ रहने के लिए शरीर और आसपास दोनों की सफाई जरूरी है।
  • 3) अनुचित सफाई और अस्वच्छ आदतों से कई बीमारियाँ हो सकती हैं।
  • 4) स्वच्छता का समर्थन करने में विद्यालय महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
  • 5) कई एनजीओ स्वच्छता के महत्व को फैलाने के लिए जागरूकता शिविर आयोजित करते हैं।
  • 6) सरकार ने स्वच्छता से जुड़ी कई योजनाएं भी शुरू की।
  • 7) खुले में शौच को कम करने के लिए जगह-जगह शौचालय बनाए जाते हैं।
  • 8) स्वास्थ्य के अलावा स्वच्छता आपके व्यक्तित्व को भी दर्शाती है।
  • 9) नियमित रूप से ब्रश करना, नहाना, हाथ धोना आदि से मनुष्य स्वच्छता को अपना सकता है।
  • 10) कूड़ेदान का उपयोग, प्लास्टिक से परहेज आदि से हम पर्यावरण को स्वच्छ रख सकते हैं।

स्वच्छता पर निबंध 200 शब्द (Essay On Cleanliness  200 words in Hindi)

स्वच्छता को सभी को पहली और सबसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी के रूप में लेना चाहिए। सभी को यह समझना चाहिए कि स्वच्छता उतनी ही आवश्यक है जितनी भोजन और पानी। हालाँकि, हमें भोजन और पानी के बजाय स्वच्छता को पहली प्राथमिकता देनी चाहिए। जैसा कि, हम स्वस्थ तभी हो सकते हैं जब हम अपने भीतर सब कुछ बहुत साफ और स्वच्छ तरीके से लें। बचपन हर किसी के जीवन का बहुत अच्छा समय होता है जिसके दौरान माता-पिता की सावधानीपूर्वक और नियमित निगरानी में स्वच्छता की आदत जैसे चलना, बोलना, दौड़ना, पढ़ना, खाना आदि का अभ्यास किया जा सकता है।

स्कूल और कॉलेजों में, छात्रों को विभिन्न प्रकार की स्वच्छता के विषय पर बहुत सारे प्रोजेक्ट और गृह कार्य दिए जाते हैं। आज के समय में यह बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है, क्योंकि स्वच्छता के अभाव में होने वाली बीमारियों के कारण एक बड़ी आबादी प्रतिदिन मर रही है। इसलिए हमारे जीवन में स्वच्छता के महत्व और आवश्यकता के बारे में जागरूक होना बहुत आवश्यक है। हम सभी को मिलकर हजारों लोगों की जान बचाने और उन्हें स्वस्थ जीवन देने के लिए स्वच्छता की दिशा में एक कदम उठाने की जरूरत है। हमारे प्रधान मंत्री, नरेंद्र मोदी ने ‘स्वच्छ भारत’ नामक एक अभियान शुरू किया है। एक भारतीय नागरिक के रूप में हम सभी को इस अभियान के लक्ष्य और उद्देश्यों को पूरा करने में अपनी सक्रिय भागीदारी दिखानी चाहिए।

स्वच्छता पर निबंध 250 शब्द (Essay On Cleanliness  250 words in Hindi)

स्वच्छता एक आदत है जिसका स्वाभाविक रूप से व्यक्तियों और समाज को भी पालन करना चाहिए। एक स्वच्छ और स्वस्थ समाज पर्यावरण और राष्ट्र की प्रगति और विकास के लिए बहुत आवश्यक और महत्वपूर्ण है।

स्वच्छता के लिए सरकार की पहल

स्वच्छता के प्रति लोगों की खराब धारणा को देखते हुए, भारत सरकार ने 2 अक्टूबर 2014 को स्वच्छ भारत मिशन या स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की। मिशन का उद्देश्य लोगों को व्यक्तिगत स्वच्छता के साथ-साथ पर्यावरण स्वच्छता के लिए प्रोत्साहित करना था।

इस योजना के तहत सूचीबद्ध कई उद्देश्य थे जिन्हें राष्ट्रीय आधार पर लागू किया गया था। नीचे सूचीबद्ध अभियान के कुछ मुख्य उद्देश्य लोगों के व्यक्तिगत स्वच्छता स्तर को बढ़ाने के साथ-साथ उन्हें अपने पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए प्रोत्साहित करने से संबंधित थे।

शौचालयों का निर्माण

लोगों को खुले में शौच करने से रोकने के लिए देश भर में करोड़ों शौचालय बनाए गए। खुले में शौच एक आदत है, जो न केवल मानव स्वास्थ्य बल्कि पर्यावरण के लिए भी हानिकारक है।

स्वच्छता अभियान

सरकारी एजेंसियों और संबंधित गैर-सरकारी संगठनों ने जागरूकता बढ़ाने और लोगों को स्वच्छता को आदत बनाने के लिए प्रेरित करने के लिए समय-समय पर स्वच्छता अभियान चलाए। आमतौर पर, ऐसे अभियान स्वैच्छिक होते हैं और स्वयं सहायता समूहों और समाजों या राजनीतिक संगठनों द्वारा वित्त पोषित होते हैं।

स्कूलों में साफ-सफाई

जब जमीनी स्तर पर समाज में बदलाव की शुरुआत करने की बात आती है; विद्यालय महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। बच्चे देश का भविष्य हैं और सकारात्मक बदलाव के अग्रदूत हैं जो हम चाहते हैं। बच्चों को स्वच्छता के लाभ और रोजमर्रा की गतिविधियों जैसे हाथ धोना, दांत साफ करना, नहाना आदि के बारे में बताया गया। ऐसा माना जाता है कि एक बच्चा जिसे स्वच्छता के साथ शिक्षित किया जाता है और घर लौटने पर परिवार में बड़ों को प्रेरित करता है।

स्वच्छता एक आदत है और सामूहिक जिम्मेदारी भी। इसे व्यक्तिगत अभ्यास और सामूहिक प्रयासों के माध्यम से लागू किया जाना चाहिए।

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स्वच्छता पर निबंध 300 शब्द (Essay On Cleanliness  300 words in Hindi)

यह एक साफ-सुथरी आदत है जो हम सभी के लिए बहुत जरूरी है। स्वच्छता हमारे घर, पालतू जानवरों, परिवेश, पर्यावरण, तालाब, नदी, स्कूल आदि सहित शारीरिक और मानसिक रूप से खुद को साफ रखने की एक आदत है। हमें हर समय खुद को साफ, स्वच्छ और अच्छी तरह से तैयार रखना चाहिए। यह समाज में एक अच्छे व्यक्तित्व और छाप बनाने में मदद करता है क्योंकि यह एक स्वच्छ चरित्र को दर्शाता है। हमें अपने शरीर की स्वच्छता के साथ-साथ पर्यावरण और प्राकृतिक संसाधनों (जल, भोजन, भूमि, आदि) की स्वच्छता को बनाए रखना चाहिए ताकि पृथ्वी पर जीवन के अस्तित्व की संभावना हमेशा बनी रहे।

स्वच्छता हमें मानसिक, शारीरिक, सामाजिक और बौद्धिक हर तरह से स्वस्थ बनाती है। आमतौर पर हम सभी अपने घरों में देखते हैं कि हमारी दादी-नानी पूजा से पहले साफ-सफाई को लेकर बहुत सख्त रहती हैं, यह कोई दूसरी बात नहीं है, वे सिर्फ साफ-सफाई को अपनी आदत बनाने की कोशिश करती हैं। लेकिन वे गलत रास्ते पर चलते हैं क्योंकि वे हमें स्वच्छता के लाभ और उद्देश्य के बारे में कभी नहीं बताते हैं इसलिए हमें स्वच्छता का पालन करने में समस्या होती है। प्रत्येक माता-पिता को अपने बच्चों को स्वच्छता के लाभ, उद्देश्य, आवश्यकता आदि के बारे में तार्किक रूप से वर्णन और चर्चा करनी चाहिए। उन्हें हमें बताना चाहिए कि स्वच्छता हमारे जीवन में भोजन और पानी की तरह सबसे पहली और महत्वपूर्ण चीज है।

हमें अपने भविष्य को उज्ज्वल और स्वस्थ बनाने के लिए हमेशा अपनी व्यक्तिगत और आसपास की सफाई का ध्यान रखना चाहिए। साबुन से नहाना चाहिए, अपने नाखूनों को टेढ़ा करना चाहिए, अच्छी तरह से धोए हुए और प्रेस किए हुए कपड़े रोजाना पहनने चाहिए। घर को साफ-सुथरा कैसे रखा जाए, इसके बारे में हमें अपने माता-पिता से सीखना चाहिए। हमें अपने आसपास के क्षेत्रों को गंदा नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे बीमारियां फैलती हैं। जब भी हम कुछ खाने जाएं तो अपने हाथों को साबुन से धोना चाहिए। हमें पूरे दिन सुरक्षित, स्वच्छ और अच्छी तरह से शुद्ध पानी पीना चाहिए। जंक फूड, बासी भोजन या अन्य रेडीमेड तरल पदार्थों का सेवन कभी न करें।

स्वच्छता पर निबंध 500 शब्द (Essay On Cleanliness  500 words in Hindi)

स्वच्छता की अवधारणा प्राचीन काल से मानवता के लिए महत्वपूर्ण रही है। इसलिए कहा जाता है, “स्वच्छता ईश्वरत्व के बगल में है।” स्वच्छता हमें स्वस्थ और सभी प्रकार की बीमारियों से दूर रखती है। सांसों की दुर्गंध, शरीर की तेज गंध, गंदे नाखूनों, दागदार दांत, बदबूदार पैर, या अस्त-व्यस्त दाढ़ी जैसी चीजें अस्वच्छ स्वास्थ्य और दूसरों पर खराब प्रभाव डालती हैं। जबकि हाथ, दाँत और बाल धोना, नहाना और गंदगी रहित कपड़े पहनना व्यक्तिगत स्वच्छता बनाए रखने के आसान तरीके हैं। स्वच्छता पर इस निबंध की मदद से छात्र यह समझ पाएंगे कि खुद को और अपने आस-पास को साफ-सुथरा रखना कितना महत्वपूर्ण है। स्वच्छता पर इस निबंध को पढ़ने के बाद छात्र स्वयं इसी तरह के विषयों पर निबंध लिखने में सक्षम होंगे। स्वच्छता पर यह निबंध प्रभावी निबंध-लेखन युक्तियों के साथ उनका मार्गदर्शन भी करेगा।

स्वच्छता स्वच्छ होने की अमूर्त अवस्था है और उस स्थिति को प्राप्त करने और बनाए रखने की आदत है। हिंदू धर्म में, स्वच्छता एक महत्वपूर्ण गुण है, और भगवद गीता इसे उन दिव्य गुणों में से एक के रूप में वर्णित करती है जिनका सभी को अभ्यास करना चाहिए। हमारे माता-पिता और शिक्षक हमें बचपन में सफाई की बुनियादी आदतें भी सिखाते हैं। इनमें दिन में दो बार ब्रश करना, खाना खाने से पहले और बाद में हाथ धोना, नियमित रूप से नहाना, नाखून काटना, साफ-सुथरे कपड़े पहनना, कमरे की सफाई करना आदि शामिल हैं। जैसे-जैसे हम बड़े होते हैं, सफाई के ये अभ्यास हमारी आदत बन जाते हैं।

स्वछता का महत्व

स्वच्छता हमें एक प्रफुल्लित मन देती है जिससे उत्पादक कार्य और मानसिक शांति मिलती है। यह गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में प्रगति और सुधार लाता है। स्वच्छता सुनिश्चित करने में विफल रहने से मनुष्य के स्वास्थ्य और कल्याण पर हानिकारक प्रभाव पड़ सकता है। हमारे बीमार पड़ने की सबसे अधिक संभावना है और विभिन्न बीमारियों जैसे मलेरिया, हैजा, टाइफाइड आदि से प्रभावित हो सकते हैं, जो गंदे और अस्वच्छ जीवन के कारण होने की सबसे अधिक संभावना है। बीमारी कई लोगों को हो सकती है और पूरे समुदाय में फैल सकती है। जैसा कि हम देख सकते हैं, वर्तमान महामारी, COVID-19, दुनिया भर में फैल गई है और इसने करोड़ों लोगों को प्रभावित किया है। इस बीमारी से कई लोगों की मौत भी हो गई थी. इसलिए, संक्रामक रोगों के प्रसार से बचने के लिए, हमें अपने घर की उचित सफाई सुनिश्चित करनी चाहिए और अपनी व्यक्तिगत स्वच्छता बनाए रखनी चाहिए।

व्यक्तिगत साफ-सफाई के अलावा हमें अपने पर्यावरण को साफ-सुथरा रखने पर भी ध्यान देने की जरूरत है। ज्यादातर लोग केवल अपने घरों की सफाई पर ध्यान देते हैं, और वे कूड़ा और कचरा अपने घरों के बाहर या आस-पास फेंक देते हैं। यह रहने के लिए एक गंदा और अस्वच्छ स्थान बनाता है। इससे कई संक्रामक रोग भी होते हैं। इसलिए पर्यावरण को स्वच्छ और स्वच्छ रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। पर्यावरण हमें सांस लेने के लिए ताजी हवा देता है, प्रदूषण कम करता है और हमें तरोताजा और ऊर्जावान महसूस कराता है। इसलिए, हमें स्वस्थ पर्यावरण के निर्माण पर ध्यान देना चाहिए। हमें अधिक से अधिक पेड़ लगाने चाहिए और गैर-जैव निम्नीकरणीय अपशिष्ट प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। सार्वजनिक स्थान पर न थूकने, प्लास्टिक के रैपरों को कूड़ेदान में फेंकने, प्रदूषण को कम करने के लिए सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने, प्लास्टिक मुक्त जीवन शैली अपनाने आदि जैसी छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखकर इसे प्राप्त किया जा सकता है।

स्वच्छता स्वयं को और पर्यावरण को स्वच्छ रखने में मदद करती है। पिछले कुछ वर्षों से, भारतीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने देश को साफ सुथरा रखने पर जोर दिया है। सरकार ने स्वच्छता हासिल करने के लिए विभिन्न अभियान और मिशन शुरू किए हैं। कुछ प्रसिद्ध अभियान “स्वच्छ भारत हरित भारत” और “स्वच्छ भारत अभियान” हैं। स्वच्छ भारत अभियान के तहत, सरकार ने घरेलू और सामुदायिक स्वामित्व वाले शौचालयों का निर्माण किया और कई गांवों को “खुले में शौच मुक्त” बनाया। नतीजतन, कुछ राज्य आगे आए हैं और अपने शहरों/राज्यों को स्वच्छ रखने पर अधिक ध्यान देना शुरू कर दिया है। इस प्रकार, यह सभी के लिए एक स्वच्छ और स्वस्थ राष्ट्र के रूप में परिणत हुआ है।

स्वच्छता निबंध पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

स्वच्छता के कुछ सकारात्मक प्रभावों की सूची बनाएं।.

साफ-सुथरा रहने से महारत का अहसास होता है और मन भी प्रफुल्लित रहता है।

स्वच्छ रहना हमारे स्वास्थ्य के लिए क्यों महत्वपूर्ण है?

स्वच्छ रहने और अपने आस-पास के वातावरण को साफ रखने से हमें बीमारियों के जोखिम को कम करने में मदद मिलती है और हमारे बीमार पड़ने की संभावना भी कम हो जाती है।

स्वच्छता के अन्य लाभ क्या हैं?

एक स्वस्थ वातावरण कीटाणुओं और जीवाणुओं के विनाश में मदद करता है। यह हमारे घर/पर्यावरण के समग्र स्वरूप में भी सुधार करता है।

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स्वच्छता पर कहानी

स्वच्छता एवं साफ सफाई पर निबंध Essay And Speech on Cleanliness In Hindi

स्वच्छता और हमारे जीवन में इसका महत्व पर निबंध.

Cleanliness Essay in Hindi – नमस्कार! इस युग की एक समस्या जो सभी को परेशान कर रही है वह है अपने आसपास के माहौल का अस्वच्छ होना। इसलिए अपनी और अपने घर की साफ सफाई (obscure cleaning) के साथ – साथ हमें अपने आस – पास की साफ सफाई पर भी खास ध्यान देना चाहिए। साफ – सफाई या स्वच्छता हमारी मूलभूत कर्तव्यों में से ही एक है।

लेकिन अफसोसनाक बात ये है कि व्यक्ति यह हार्दिक आकांक्षा तो रखता है कि वह स्वस्थ रहे, उसका शरीर सुन्दर, सुडौल, सक्षम बना रहे। उसको कोई रोग न लगे तथा वह हमेशा सुखमय जीवन व्यतीत करे । लेकिन अकसर यही लोग स्वच्छता को बाध्यकारी कार्य मानकर कभी जानबूझकर कर तो कभी अनजाने में सार्वजनिक, धार्मिक स्थलों व अपने आस – पास के अन्य जगहों पर गंदगी फैलाते हैं । ये लोग अपनी और अपने घर की साफ – सफाई तो करते हैं, लेकिन अपने आस – पास की सफाई करते हुए विरले ही दिखते हैं। इनका यह कृत्य समाज व राष्ट्र की छवि धूमिल करता है ।

ऐसा नहीं कि ये स्वच्छता का महत्व नहीं जानते है बल्कि वास्तविकता तो ये है कि इन्हें लगता हैं कि सार्वजनिक, धार्मिक स्थलों व अन्य जगहों की साफ – सफाई का जिम्मा केवल सरकारी एजेंसियों का है। हममें से ज्यादातर लोग इस बारे में कभी गम्भीरता से नहीं सोचते कि अगर हमारे आस – पास का मोहल्ला स्वच्छ साफ़ नहीं रहेगा, तो घर चाहे हम जितना भी साफ़ रखे, आस – पास की गंदगी हमें बीमार बनाएगी। जब तक हमारे घर और रास्ते गंदे रहेंगे, तब तक हम अपने – आपको सभ्य और सुसंस्कृत नहीं कह सकते। 

देश के भीतर ही कई बड़े शहरों के अंदर कूड़ा कचरे का अंबार लगा हुआ है। इन जगहों पर फैली गंदगी व कूड़ा कचरा सफाई व्यवस्था की सच्चाई बयां करने के लिए काफी है। सड़को से लेकर कई अन्य स्थानों पर जगह – जगह पान की पीक, गंदगी व बदहाली साफ दिखती है, लेकिन सोचने वाली बात तो यह है कि क्या साफ – सफाई कराने के जिम्मेदार अधिकारीयों की लापरवाही से हर तरफ अस्वच्छता है। बिलकुल नहीं। सामाजिक रूप से वही कुशल व्यक्ति होता है जो स्वच्छता को अपना मूल कर्तव्य मानता है । जब तक देश का हर नागरिक इसे अपनी जिम्मेदारी मानकर स्वयं नहीं उठायेंगे, तब तक स्वच्छता के लक्ष्य तक पहुँच पाना नामुमकिन हैं।

आज इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि देश के 60 फीसदी से ज्यादा लोगों के खुले में शौच करने की बुरी आदत के कारण कई जानलेवा बीमारियाँ पनप रही है और देश में बाल कुपोषण की समस्या भयावह बनी हुई है । ऐसे में भारत को स्वच्छ बना पाना, उस समय तक तो संभव ही प्रतीत नहीं होता जब तक कि देश के किसी भी भाग की महिलाएँ एवं लडकिया स्वच्छ शौचालय जैसी बुनियादी स्वच्छता सेवाओं से वंचित हैं ।

स्वच्छता न होने के दुष्प्रभाव सभी समुदायों पर पड़ते है जो बीमारियों के प्रकोप एवं ख़राब स्वास्थ्य के रूप में परिलक्षित होते है । वैसे तो देश व समाज को स्वच्छ और स्वस्थ बनाए रखने के लिए अनेक साधन और उपाय है । उनमें से कुछ सरकारी या गैर – सरकारी सस्थाओं द्वारा संचालित हैं तो कुछ का संचालन व्यक्तिगत रूप से निजी स्तर पर हो रहा है । पर हाल ही में जो सत्ता में नई सरकार आई है उसकी मुख्य प्राथमिकता भारत को स्वच्छ करने में है । इसी लिहाज से उसने एक क्रांतिकारी अभियान की शुरुआत की जिसका नाम है “स्वच्छ भारत अभियान ” है ।

Essay on Cleanliness in hindi

“स्वच्छ भारत अभियान ” Clean India Mission in Hindi

स्वच्छता संदेश के प्रति जागरूक करने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2 अक्टूबर 2014 को सफलतापूर्वक प्रारंभ किए गए स्वच्छ भारत अभियान का मुख्य लक्ष्य वर्ष 2019 तक स्वच्छ भारत की नीतियों का अनुसरण करते हुए देश को स्वच्छ बनाना था। इस मिशन का लक्ष्य स्वच्छता सुविधाओं को उपलब्ध कराने के साथ ही 2019 तक लोगों के लिए अस्वस्थकारी प्रथाओं को खत्म करना है । साफ सफाई के महत्व को हर जन तक फैलाना था। 

देश में पहली बार स्वच्छता को लेकर लोगों के बीच जागरूकता फैलाने के लिए इस तरह का आक्रमणकारी अभियान चलाया गया । यह अभियान राष्ट्रहित में मील का पत्थर साबित हो सकता है अगर हर भारतीय नागरिक का इसमें मजबूत योगदान हो । इसलिए  यह भारत में सबसे बड़े अभियान के रूप में गिना जाता है ।

दरअसल संख्या की दृष्टि से कम से कम बुनियादी स्वच्छता तक किसी भी प्रकार की पहुँच न रख पाने वालों की सर्वाधिक जनसंख्या भारत में है । इस दृष्टि से स्वच्छता अभियान का व्यापक उद्देश्य बुनियादी स्वच्छता तक पहुँच हर भारतीय का एक छोटा कदम पूरा कर सकता है ।

स्वच्छ भारत की संकल्पना न सिर्फ भारत सरकार का एक सार्थक प्रयास है बल्कि सभी भारतियों की यह एक नैतिक जिम्मेदारी है । और इसीलिए इस स्वच्छता अभियान को गांधी जी के जन्म दिन 2 अक्टूबर से जोड़ा गया है क्योंकि गाँधी जी स्वच्छता को देशभक्ति के सामान मानते थे । 

महात्मा गांधी इस बात पर बहुत बल देते थे सफाई का कार्य मनुष्य स्वयं करें क्योंकि जो सफाई नहीं करता वह पाप करता है । गांधी जी ने हमेशा सभी को अपना कार्य करने की शिक्षा दी । दक्षिण अफ्रीका में संघर्ष करते हुए भी लोगों को साफ सफाई जैसी अच्छी आदत को करने की शिक्षा दी ।

साफ सफाई का हमारे स्वास्थ्य से घनिष्ठ नाता होता है तभी तो जब हम गंदगी के संपर्क में आते है तो उसका सीधा कुप्रभाव हमारे स्वास्थ्य (health) पर पड़ता है। अत: अपनी और अपने घर की साफ सफाई  (obscure cleaning) के साथ – साथ हमें अपने आस – पास की साफ सफाई पर भी खास ध्यान देना चाहिए। साफ – सफाई या स्वच्छता हमारी मूलभूत कर्तव्यों में से ही एक है। 

लेकिन ध्यातव्य  है कि साफ  – सफाई की महत्ता केवल सामूहिक जीवन में ही नहीं बल्कि आर्थिक, सामाजिक और नैतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है । समाज के सर्वांगीण हित की दृष्टि से सफाई के बुनियादी तथ्यों तक पहुंचना बेहद जरुरी है पर विडम्बना यह है कि इन बुनियादी तथ्यों तक पहुंचने के लिए  सामायिक जागरूकता, सामान्य नागरिक संचेतना, शिक्षा में स्वच्छता को औचित्य्पूर्ण  सम्मानजनक स्थान आदि कई अनगिनत बातों को महत्व नहीं दिया जाता है । जबकि भारत में स्वास्थ्य व्यवस्था पर प्रति वर्ष करोंड़ों रुपये सरकारी तौर पर खर्च होते है फिर भी न जाने कितने ही बच्चों का जीवन कचरा बीनते हुए ही खत्म हो जाता है ।

सच तो यह है कि बढ़ती जनसंख्या के साथ कचरा प्रबंधन भी एक बड़ी समस्या बनकर उभरा है । इसलिए उपयोग की गई वस्तु का रिसाइकल कर आमजन के लिए रोजगार के नये रास्ते खोले जा सकते है। इसके अलावा कचरे से वर्मी कम्पोस्ट जैसे प्राकृतिक उर्वरको आदि का निर्माण किया जा सकता है । इससे जहाँ रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे, वही सही तरीके से कचरा निष्पादन से लोगों के स्वास्थ्य पर भी उनका बुरा असर नहीं पड़ेगा और हमारे स्वास्थ्य खर्चे में भारी कमी हो सकती है ।

गंदगी समाज और खुद अपने आप दोनों को लिए हानिकारक होती है । घर हो, ऑफिस हो, कोई पालतू जानवर हो या आपका अपना स्कूल, कुआ, तालाब, नदी आदि सहित स्वच्छता एक स्वस्थ आदत है जो स्वच्छ पर्यावरण और स्वस्थ जीवनशैली के लिए हर किसी के पास होनी चाहिए। स्वयं और राष्ट्रहित के लिए स्वच्छता के निम्न उपाय कारगर है –

–> स्वच्छ भारत की नीतियों का अनुसरण करते हुए अपने देश को स्वच्छ रखने में पूर्ण सहयोग प्रदान करें।

–> गीले एवं सूखे कचड़े हेतु हरे एवं नीले के डस्टबिन का प्रयोग करें।

–> देश भर में चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान में बढ़ – चढ़ कर सहयोग प्रदान करें।

–> खुले में शौच न करें , खुले में शौच करना एक दंडनीय अपराध है।

–> प्रतिबंधित पोलिथीन का प्रयोग न करें , यह भी दंडनीय अपराध है।

–> सिर्फ घर पर और खाने के पहले ही हाथ न धोएं।

–> Workplace पर भी हाथ धोने की अच्छी आदत डाले।

–> इसी तरह office में landline phone को कई लोग छूते है इसलिए phone का इस्तेमाल करने के बाद हाथ जरुर धोएं।  

–> ऐसे ही अन्य सामान भी घरों में होते है जैसे टीवी , एयरकंडीशनर , music system और दूसरी electronic device के remote, दरवाजों के handle और light switch, car स्टेयरिंग , बच्चों के खिलौने , घर और computer या laptop की keyboard, kitchen का sink इत्यादि के इस्तेमाल के बाद सफाई जरुरी है।

–> समुचित और नियमित सफाई के लिए यह गौरतलब है कि हर जगह की सफाई के लिए अलग तरह के उपकरणों , कीटनाशकों और खास तरह के तौर तरीकों को अपनाने की जरुरत रहती है।

–> Fridge में महज गैस्केट से ही नहीं बल्कि door handle और shelf से भी गंदगी फैलती है।   इसलिए इसे रोजाना नहीं तो कुछ दिनों पर साफ़ करते रहे।

–> पालतू जानवरों के साथ खेलने के बाद हाथ जरुर धोएं।

–> अपने घर और office की दीवारों और खिड़कियों की भीतरी दीवारों और कोनों की सफाई खास तौर पर करें।   अकसर देखने में आता है कि लोग ऊपरी सफाई करते है पर अंधेरे कोनो पर ध्यान नहीं देते हैं।   यही सबसे ज्यादा बीमारियों के कीटाणु पलते बढ़ते है।   और इनका सफाया करने में किसी तरह की कोताही बरतना बीमारियों को दावत देना ही है।

–> जब बीमार हो तो रुमाल की जगह टिश्यू पेपर  (Tissue paper)  का इस्तेमाल करें।

आखिरकार सबसे बड़ी सम्पत्ति आप की सेहत ही है । कहा भी जाता है कि स्वास्थ्य ही धन है और स्वास्थ्य है तो सबकुछ है । इसलिए इस धन को प्राप्त करने के लिए उपर्युक्त साफ – सफाई को नजरअंदाज मत कीजिए । साफ सफाई की जिम्मेदारी सिर्फ सरकार या प्रशासन की ही नहीं है। इसमें देश के प्रत्येक नागरिक की भूमिका अहम् है। अगर लोग इसके प्रति जागरूक नहीं होंगे तो स्वच्छता अभियान सफल होना संभव नहीं है।

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3 thoughts on “ स्वच्छता एवं साफ सफाई पर निबंध Essay And Speech on Cleanliness In Hindi ”

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10 Lines on Cleanliness in Hindi। स्वच्छता पर 10 लाइन निबंध

10 Lines on Cleanliness in Hindi

स्वच्छता जीवन का बहुत ही आवश्यक अंग है। विकसित समाज का पता स्वच्छता से लगाया जा सकता है। व्यक्ति को सदैव स्वच्छ रहना चाहिए। स्वच्छ शरीर में ही स्वच्छ आत्मा का निवास माना जाता है, इसी तरह स्वच्छता से समाज कितना विकसित है इसका पता चलता है। Cleanliness Essay in Hindi अक्सर विद्यालयों में निबंध के रूप में आता है। इसलिए आज हम “ स्वच्छता पर 10 लाइन निबंध ” लेकर आपके समक्ष आये है इस आर्टिकल में आप “ 10 Lines on Cleanliness in Hindi ” में पढ़ेंगे।

Table of Contents

10 Lines on Cleanliness in Hindi

  • स्वच्छता मनुष्य के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
  • गाँधी जी ने स्वच्छता को सेवा का भाव कहा था।
  • स्वच्छ मनुष्य ही स्वच्छ समाज की नीव रख सकते है।
  • लोगो को अपने घरो के साथ साथ अपने आस पड़ोस को भी साफ़ रखना चाहिए।
  • स्वच्छता से रहने पर हम बहुत सी बीमारियों से बच सकते है।
  • भारत में 2 अक्टूबर, 2014 को स्वच्छ भारत अभियान को शुरू किया गया था।
  • स्वच्छ भारत अभियान का मकसद भारत को गन्दगी मुक्त बनाना है।
  • विश्व स्तर पर आयरलैंड सबसे स्वच्छ देश है।
  • विश्व स्तर पर भारत स्वच्छ देशो की सूचि में 98वे स्थान पर स्थित है।
  • स्वच्छता की आवश्यकता व्यक्ति और समाज दोनों को है।

5 Lines on Cleanliness in Hindi

  • सरकार ने समय – समय पर नारो द्वारा लोगो को जागरूक करने का प्रयास किया है।
  • आज भी देश की अधिकांश जनता सफाई से नहीं रहती।
  • देश की अधिकांश जनता सफाई से नहीं रहते। , जिसका कभी – कभी उन्हें मुआवज़ा भी देना पड़ता है।
  • देश में पानी से संक्रमित रोग अधिक होते है , जिसका कारण है गन्दा पानी।
  • कहना ना होगा की हाल के वर्षो में स्वछता के प्रति लोगो की चेतना बढ़ी है।

Cleanliness in Hindi

स्वच्छ एक ऐसा शब्द है, जिसे सुनकर मन में पवित्रता का एहसास होता है। स्वच्छ तथा शुद्ध एक दूसरे के पुरक है। हिन्दू मान्यताओं के अनुसार जहाँ स्वछता होती है , वहां लक्ष्मी का वास होता है। स्वछता का अभिप्राय केवल पूजा घर की स्वछता से नहीं अपितु घर और बाहर के प्रत्येक स्थान की   साफ़ – सफाई से है। साफ़ कपडे कीटाणुरहित होते है और पहनने में भी अच्छे लगते है। आप एक व्यक्ति को देखे जो साफ़ – सुथरे कपडे पहनकर आपके सामने खड़ा है और उस व्यक्ति को देखे जो गंदे कपडे , गंदे जूते तथा बिखरे बालो के साथ आपके सामने खड़ा है। आपको वही व्यक्ति आकर्षित करेगा जो साफ़ कपड़ो में है एवं उसके प्रति आपके मन में श्रद्धा जागेगी। यहाँ साफ़ कपड़ो का अर्थ महंगे कपड़ो से हरगिज़ नहीं है। साफ़ अर्थात साबुन से धोये तथा आयरन किये हुए कपडे।

अपने कपडे की साफ़ – सफाई हमारा पहला दायित्व है। स्वछता यानि रोगो से मुक्ति चाहे वो शरीर की हो , खाने – पीने से सम्बंधित हो , घर की स्वछता से सम्बंधित हो अथवा अपने पर्यावरण की स्वछता से सम्बंधित हो। साफ़ – सुथरा घर किसे नहीं पसंद ? लकिन घर को साफ़ रखने हतु हमें थोड़ी सी परिश्रम की आवश्यकता है। रोज़ाना डेटोल से घर की सफाई करनी चाहिए। घर की प्रत्येक वस्तु को अपने निश्चित स्थान पर रखना चाहिए। घर साफ़ रखने के लिए घर की गन्दगी को बाहर न फैलाये। एक साफ़ घर में जाना किसको नहीं पसंद? जहाँ हर वस्तु व्यवस्थित ढंग से रखी हुई हो। सरकारी दफ्तर तो गन्दगी का खज़ाना होता है। इसमें कोई शक नहीं की ऐसा हमारे करतूतों की वजह से ही होता है। हम पान के पीच जहाँ -तहाँ दीवारों के ऊपर फेंक देते है। जहाँ दीवारों पर लिखा रहता है कि यहाँ थूकना मना है उसी स्थान पे विशेषरूप से थूकते है ,खुले स्थान पर शौच करते है ,जैसे कि हमने कसम खाई हो कि हम नहीं सुधरेंगे।

हम अक्सर गन्दगी का सम्बन्ध गरीबी से लगा लेते है,पर ये सरासर गलत है। जहाँ बस्तियाँ होती है वहां गन्दगी का ढेर होता है। घर हो अथवा बाहर लोग अपने घर को ही कचरा का ढेर बना देते है। और यहीं से शुरू होता बीमारियों का सिलसिला। इसका सबसे बड़ा और साक्षात प्रमाण है 2020 में हुए भारतवर्ष का सबसे बड़ा स्लम एरिया धारावी में कोरोना का फैलाव।

यह सच है कि कोरोना एक संक्रमित बीमारी है पर इसका सम्बन्ध सफाई से भी है। हम जितने साफ़ -सुथरे रहेंगे,कोरोना भी उतनी ही दूर रहेगी।सफाई की जरुरत हर प्राणी को है। हम प्राणियों में सबसे श्रेष्ठ कहे जाते है। शायद  इसलिए प्रकृति को गन्दा और प्रदूषित करने का दायित्व भी सबसे ज़्यादा हमारे ही कंधो पर है। गन्दगी भी फैलाते जा रहे है और पेड़ो की अंधाधुन कटाई भी करते जा रहें है।

स्वछता के ऊपर लोगो को शिक्षित करने की आवश्यकता है। जब तक सभी लोगो में जागरूकता नहीं आ जाती। लोग स्वछता का पालन सही ढंग से नहीं करेंगे। हमारी पुरानी संस्कृति इस बात का प्रमाण है की हमारा समाज साफ़ -सफाई को कितना महत्व देता था। सिंधु घाटी सभ्यता के बने चौड़े रास्ते, सड़क किनारे बड़े -बड़े नाले ,बड़ा स्नानागार इस बात का सबूत है की लोग सफाई को कितना महत्व देते थे।

पर बढ़ती जनसँख्या ने जैसी स्वछता पर अंकुश लगा दिया हो। सामने कूड़ादान होते हुए भी हम अपने खाने,पीने का रैपर रास्तों में ही फैक देते है। लोगो को जागरूक करना अति आवश्यक है। केवल सरकार पर दोषारोपण कर देने भर से समस्या का हल नहीं हो जाता। रास्तो ,बस ,पार्क ,सार्वजनिक स्थानों पर सफाई पर भाषण देते काफी लोग नज़र आ जायेंगे ,पर उस पर अमल करने वाले कम ही लोग नज़र आएंगे। केवल नाक भर ढक लेने से समस्या का हल नहीं हो जाता।

लोगो के दिमाग में केवल ये बात घुसानी होगी कि स्वछता का पालन करना अर्थात बीमारियों से दूर रहना है। चलिए जानते है कि स्वछता का   पालन कैसे करें –

1) रोज़ाना घर की साफ़ – सफाई करे।

2) खाना पक जाने उपरांत रसोई घर की अच्छे से सफाई करे।

3) सप्ताह में एक या दो बार शौचालय की सफाई करे।

4) घर का कूड़ा कूड़ेदान के फैके , यदि वह उपलब्ध न हो तो घर से सुनसान इलाके में फैके , जहाँ कोई आता – जाता नहीं।

5) रास्तों से चलते वक़्त जहाँ – तहाँ   ना थूके , ना शौच करे और ना गन्दगी फैलाएं।

6) हमें ध्यान रखना होगा की सफाई का सम्बन्ध बीमारियों से मुक्ति है।

7) रोज़ाना स्नान करके साफ़ कपडे पहने। सफ्ताह में कम से कम 2-3 बार साबुन लगाए।

8) नाखुनो को समय – समय पर काटते रहे।

9) बाहर जब भी निकले ध्यान रखे कि कपडे ज़मीन तक ना जाये और साथ में हमेशा सैनीटाइज़र रहे।

10) पहने हुए कपड़ो को साबुन से धोकर पुनः पहने।

11) बाजार से फल – सब्ज़ी खरीदकर इस्तेमाल करने से पूर्व अच्छी तरह धो ले।

12) पीने का पानी तथा खाना अच्छी तरह ढक कर रखे।

13) घर में अगर कोई पालतू जीव है , तो स्वछता का खास ध्यान रखे।

14) घर में अगर बच्चे है, तो सफाई का खास ध्यान रखे।

उपरोक्त छोटे – छोटे नियमो का पालन करके हम समाज में बड़े बदलाव ला सकते है। इस बात का ध्यान रखना होगा हम पहले अपनी स्वछता का ध्यान रखे फिर तो समाज स्वतः ही स्वच्छ हो ही जायेगा।

स्वछता के बारे में 10 पंक्तियाँ हिंदी में

  • स्वछता हमारे जीवन का मूल आधार है।
  • गन्दगी रोगो को निमंत्रण देती है।
  • स्वच्छ रहने से चित भी प्रसन्नचित रहता है।
  • साफ – सुथरा व्यक्ति सामान्य लोगो से ज़्यादा आकर्षित लगता है।
  • साफ़ वातावरण में मच्छर – मक्खी तथा दूसरे रोग फ़ैलाने वाले कीड़े – मौकोड़े भी कम भिनभिनाते है।
  • यदि पर्यावरण स्वच्छ रहे तो देखने में भी अच्छा लगता है और बीमारियाँ भी कम फैलती है।
  • गन्दगी रोगो का घर है। इसलिए यदि रोगमुक्त रहना है तो स्वच्छ रहें।
  • रसोई तथा शौचालय की विशेष रूप से साफ़ – सफाई का ध्यान रखे।
  • पानी तथा खाने को अच्छी तरह ढक कर रखे।
  • साफ़ बर्तनो में खाना पकाये और खाना बनने के बाद बर्तनो को अच्छी तरह धो ले।

हमें आशा है आप सभी को Cleanliness in Hindi पर छोटा सा लेख पसंद आया होगा। आप इस लेख को अपने स्कूल में 10 lines about Cleanliness in Hindi या 10 Lines on Swachata in Hindi के रूप में भी प्रयोग कर सकते है।

Read Also :-

10 Lines on Republic Day in Hindi 10 Lines on Holi Festival in Hindi 10 Lines on Diwali in Hindi 10 Lines on Jawaharlal Nehru in Hindi 10 Lines on Mahatma Gandhi in Hindi 10 Lines on Mother in Hindi

FAQ on Cleanliness in Hindi

Question: जीवन में स्वछता का क्या महत्व है? Ans-जीवन में स्वछता का बहुत महत्व है। स्वच्छ रहने से तन तो अच्छा रहता ही है साथ ही साथ मन भी अच्छा रहता है। घर और परिवेश के स्वच्छ रहने से तन निरोगी और मन भी प्रसन्नचित रहता है।

Question: स्वच्छ रहने के क्या -क्या फायदे है?किन्ही पाँच का उल्लेख करे। Ans-स्वच्छ रहने के निम्नलिखित फायदे है – 1) तन निरोगी रहता है। 2) मन प्रसन्न रहता है। 3) रोग दूर रहते है। 4) घर और परिवेश सुन्दर लगता है। 5) व्यक्ति आकर्षक और अच्छा लगता है।

Question: स्वच्छ रहने से हम रोगो से कैसे दूर रह सकते है? Ans-कीटाणु वहां जन्म लेते है, जहाँ गन्दगी पनपती है। सड़ी-गली वस्तुएं ,भोज्य प्रदार्थ ,कचरा आदि अनेक दिनों से पड़े रहने से इसमें रोगो की उत्पत्ति होती है। इसके कीटाणु यहाँ जन्म ग्रहण करते है तथा चारो ओर फ़ैल जाते है। घर की सफाई के लिए हम परिवेश को दूषित कर डालते है और रोगो का फैलने का अवसर प्रदान करते है। अतः रोगो से दूर रहना है तो हमें स्वच्छ रहना होगा।

Question: क्या स्वच्छ रहने वाले लोग कम बीमार पड़ते है? अगर हाँ तो कैसे? Ans-स्वछता के नियमो का पालन करने वाले व्यक्ति कम बीमार पड़ते है, क्योकि गदगी रोगो का घर होती है। जहाँ के लोग साफ -सफाई का ज़्यादा ध्यान रखने है। औरो की तुलना में कम बीमार पड़ते है।

Question: स्वच्छ रहने से सकरात्मक ऊर्जा का का विकास होता है? कैसे समझाइये ? Ans-स्वच्छ रहने से यक़ीनन सकारात्मक ऊर्जा का विकास होता है, जब हम स्वछता के नियमो का पालन करते है ,तो हमारा चित प्रसन्नचित रहता है। व्यक्तित्व आकर्षक लगता है ,मन का आत्मविश्वास बढ़ता है और हमारे अंदर के सकरात्मक ऊर्जा के विकास होता है। इसे एक छोटा सा उदहारण द्वारा समझा जा सकता है -जब हम एक नया कपड़ा पहनते है तो खुद को आईने में बार-बार देखते है। अर्थात उस वस्त्र के कारण हमारा आत्मविश्वास बढ़ता है।

स्वच्छ भारत पर निबंध (Clean India Essay In Hindi)

स्वच्छ भारत पर निबंध (Clean India Essay In Hindi Language)

आज   हम स्वच्छ भारत पर निबंध (Essay On Clean India In Hindi) लिखेंगे। स्वच्छ भारत पर लिखा यह निबंध बच्चो (kids) और class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए लिखा गया है।

स्वच्छ भारत पर लिखा हुआ यह निबंध (Essay On Clean India In Hindi) आप अपने स्कूल या फिर कॉलेज प्रोजेक्ट के लिए इस्तेमाल कर सकते है। आपको हमारे इस वेबसाइट पर और भी कही विषयो पर हिंदी में निबंध मिलेंगे , जिन्हे आप पढ़ सकते है।

स्वच्छ भारत पर निबंध (Clean India Mission Essay In Hindi)

सामान्य तौर पर देखा जाता है कि अगर हमे खुद का सही तरीके से विकास करना है, तो उसके लिए सफाई को महत्व देना अत्यंत जरुरी होता है।  जीवन की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए हमें आंतरिक और बाहरी रूप से भी स्वस्थ रहने की आवश्यक्ता है, ताकि हम किसी भी प्रकार से खुद का विकास कर सकें।

ऐसे में आज के समय में स्वच्छ भारत अभियान जगह-जगह देखा जा रहा है, जिसको सफल बनाने की जिम्मेदारी हम सभी भारतीयों की भी है।

क्या है स्वच्छ भारत?

स्वच्छ भारत एक ऐसा अभियान है, जिसके माध्यम से हमारे देश भारत को साफ सुथरा करने और उसे साफ रखने का प्रण लिया गया है। स्वच्छ भारत के जरिये देशवासी किसी भी प्रकार की स्वास्थ सम्बंधित समस्याएं और रोगो से दूर रह सकते हैं और नियमित रूप से सफाई रखने पर शारीरिक और मानसिक विकास भी सही तरीके से कर सकते है। ऐसे में स्वच्छ भारत अभियान को कहीं ना कहीं महत्वपूर्ण कदम माना जा सकता है।

स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत

भारत में सबसे पहले स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने 2 अक्टूबर 2014 को की थी। जिसके बाद से ही लोगों में इस दिन से स्वच्छ भारत के लिए जागरूकता पैदा हुई। ऐसे में स्वच्छ भारत की शुरुआत प्रत्येक भारतीय नागरिक के लिए की गई है, ताकि वे भी स्वच्छता के महत्व को समझें और नियमित रूप से भारत को स्वच्छ रखने के लिए अपना योगदान दें।

स्वच्छ भारत का ग्रामीण क्षेत्रों पर विशेष प्रभाव

आज भी ऐसा देखा जाता है कि स्वच्छता के प्रति ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों में जागरूकता की थोड़ी कमी है। इसका मुख्य कारण उनका अर्धशिक्षित होना भी है। फिर भी काफी हद तक ग्रामीण लोगों में भी अब शिक्षा की भावना आ चुकी है। जिस वजह से उनकी सोचने समझने की शक्ति कहीं ज्यादा विकसित हो चुकी है।

ऐसे में देखा जाता है कि जब स्वच्छ भारत अभियान जैसे किसी योजना का विकास हो रहा हो, तब ग्रामीण क्षेत्रों को भूलना सही नहीं होता। आज के समय ग्रामीण क्षेत्रों में भी अधिकारियों द्वारा विशेष रूप से जागरूकता लाने का कार्य किया जा रहा है।

ऐसे में समय समय पर ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की समस्या को समझते हुए उसे दूर करने का प्रयास करना जरुरी है। साथ ही उन्हें सफाई के बारे में भी उचित जानकारी देना जरुरी है, ताकि वे भी अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रह सके और अपना महत्वपूर्ण योगदान स्वच्छ भारत के लिए दे सके।

आज भारत के बहुत से ग्रामीण क्षेत्र पहले से ज्यादा विकास कर रहे है। यही नहीं बहुत से ग्रामीण क्षेत्र स्वच्छ भारत के प्रभाव से प्रभावित होकर स्वच्छता की और अग्रसर हो चुके है। यदि ऐसे ही चलते रहा, तो सम्पूर्ण भारत जल्द ही पूर्ण रूप स्वच्छ हो जायेगा।

भारत को स्वच्छ रखने की आवश्यक्ता 

पिछले कुछ समय से ऐसा देखा जा रहा है कि लगातार भारत को स्वच्छ रखने की कवायद शुरू हो चुकी है। जिसके मद्देनजर हर भारतीय का यह कर्तव्य बनता है कि वह अपने देश को सुरक्षित और स्वच्छ रखने के लिए पुरजोर कोशिश करें।

निरंतर रूप से देखने को मिल रहा है कि हमारा देश भारत प्रदूषित हो रहा है और जिसकी मुख्य जड़ हम मनुष्य ही हैं। हम सभी ने ही अपनी इस धरती को पूर्ण रूप से प्रदूषित कर दिया है, जिसके लिए हमें भारत को स्वच्छ रखने की आवश्यक्ता है।

स्वच्छता के ना होने की वजह से पशु पक्षियों को भी हानि हो रही है, जो एक बड़ी समस्या है। आपने गौर किया ही होगा कि जगह जगह पर प्लास्टिक के बैग फेंके हुए होते हैं, जो पशु पक्षियों और मनुष्यों के लिए बहुत घातक होते हैं। ऐसे में स्वच्छ भारत की आवश्यक्ता और भी ज्यादा बढ़ जाती है। यदि हम स्वच्छ भारत की कल्पना सही तरीके से करें, तो सभी प्राणियों को सुरक्षित रख सकते है।

स्वच्छ भारत के लिए कुछ उपाय

अगर आप अपने भारत देश को स्वच्छ रखना चाहते हैं, तो इसके लिए कुछ महत्वपूर्ण उपाय किए जा सकते हैं। इसके अंतर्गत सबसे पहले आपको अपने घर और आसपास के जगह को साफ सुथरा बनाना होगा, ताकि किसी भी प्रकार के रोगों से दूर रहा जा सके।

इसके अलावा यह भी देखा जाता है कि ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी घरों में शौचालय की उचित व्यवस्था नहीं है। ऐसे में इस अभियान के माध्यम से घर-घर शौचालय का निर्माण किया जाना चाहिए, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्वच्छता बनी रहे।

भारत को स्वच्छ बनाने के लिए प्लास्टिक से बनी हुई चीजो का इस्तेमाल कम से कम करना चाहिए, ताकि प्रदुषण कम हो सके और पर्यावरण को भी सुरक्षित रखा जा सके।

इसके अलावा अगर आप भारत को स्वच्छ रखना चाहते हैं, तो वृक्षारोपण करना एक बेहतरीन उपाय हो सकता है। जो कहीं ना कहीं हमारे वातावरण के साथ-साथ हमारे संपूर्ण देश को भी स्वच्छ बनाने में भूमिका रखता है। क्युकी प्रदुषण और स्वच्छता सिर्फ गन्दगी और कचरे से ही जुडी नहीं होती, बल्कि इसमें वातावरण में फैले प्रदुषण का भी समावेश है। 

स्वच्छ भारत के लिए किया जाएगा छात्रों को जागरूक

छात्र हमारे देश का भविष्य है। ऐसे में अगर नियमित रूप से उन्हें स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जाए, तो निश्चित रूप से ही हमे सफलता प्राप्त होगी। आने वाले समय में युवा वर्ग के लिए विशेष बातों का ध्यान रखना आवश्यक है, ताकि स्वच्छ भारत अभियान को ध्यान में रखते हुए दिशा निर्देशो को बनाया जा सके।

कई बार तो ऐसा भी होता है कि युवाओं के मन में देश के प्रति किसी भी प्रकार की भावना नहीं होती है, ऐसे में वे निश्चित रूप से ही स्वच्छ भारत अभियान को समझ नहीं पाते है। अगर आप भारत में रहने वाले नागरिक हैं, तो आपकी जिम्मेदारी बनती है कि आप भारत को स्वच्छ रखने की जिम्मेदारी लेकर आगे बढ़े।

इस प्रकार से आज हमने जाना कि भारत को स्वच्छ बनाने के लिए हम सभी को पहल करनी होगी। ताकि भारत को भी अन्य देशो की तरह साफ स्वच्छ, सुन्दर और सुरक्षित बनाया जा सके। सामान्य रूप से देखा जाता है कि स्वच्छता के प्रति आज प्रत्येक भारतीय इतना जागरुक नहीं है।

लेकिन फिर भी अगर नियमित रूप से स्वच्छ भारत बनाने के इस कार्य को किया जाए, तो भविष्य को सुरक्षित रखते हुए आगे बढ़ा जा सकता है और आने वाले पीढ़ी को भी उचित ज्ञान देते हुए स्वच्छता के महत्व को समझाया जा सकता है।

इन्हे भी पढ़े :-

  • स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध (Swacch Bharat Abhiyan Essay In Hindi)
  • 10 Lines On Swachh Bharat Abhiyan In Hindi And English Language
  • स्वच्छता पर निबंध (Cleanliness Essay In Hindi)
  • स्वच्छता का महत्व पर निबंध (Swachata Ka Mahatva Essay In Hindi)
  • प्लास्टिक मुक्त भारत पर निबंध (Plastic Mukt Bharat Essay In Hindi)

तो यह था स्वच्छ भारत पर निबंध , आशा करता हूं कि स्वच्छ भारत पर हिंदी में लिखा निबंध (Hindi Essay On Clean India Campaign) आपको पसंद आया होगा। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा है , तो इस लेख को सभी के साथ शेयर करे।

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स्वच्छता पर निबंध | Essay on Cleanliness in Hindi

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स्वच्छता पर निबंध | Essay on Cleanliness in Hindi!

स्वच्छता मानव समुदाय का एक आवश्यक गुण है ।यह विभिन्न प्रकार की बीमारियों से बचाव के सरलतम उपायों में से एक प्रमुख उपाय है । यह सुखी जीवन की आधारशिला है । इसमें मानव की गरिमा, शालीनता और आस्तिकता के दर्शन होते हैं । स्वच्छता के द्वारा मनुष्य की सात्विक वृत्ति को बढ़ावा मिलता है ।

साफ-सुथरा रहना मनुष्य का प्राकृतिक गुण है । वह अपने घर और आस-पास के क्षेत्र को साफ रखना चाहता है । वह अपने कार्यस्थल पर गंदगी नहीं फैलने देता । सफाई के द्वारा वह साँपों, बिच्छुओं, मक्खियों, मच्छरों तथा अन्य हानिकारक कीड़ों-मकोड़ों को अपने से दूर रखता है । सफाई बरतकर वह अपने चित्त की प्रसन्नता प्राप्त करता है । सफाई उसे रोगों के कीटाणुओं से बचाकर रखती है । इसके माध्यम से वह अपने आस-पड़ोस के पर्यावरण को प्रदूषण से मुक्त रखता है ।

कुछ लोग अपने स्वभाव के विपरीत सफाई को कम महत्त्व देते हैं । वे गंदे स्थानों में रहते हैं । उनके घर के निकट कूड़ा-कचरा फैला रहता है । घर के निकट की नालियों में गंदा जल तथा अन्य वस्तुएँ सड़ती रहती हैं । निवास-स्थान पर चारों तरफ से बदबू आती है । वहाँ से होकर गुजरना भी दूभर होता है । वहाँ धरती पर ही नरक का दृश्य

ADVERTISEMENTS:

दिखाई देने लगता है । ऐसे स्थानों पर अन्य प्रकार की बुराइयों के भी दर्शन होते हैं । वहाँ के लोग संक्रामक बीमारियों से शीघ्र ग्रसित हो जाते हैं । गंदगी से थल, जल और वायु की शुद्धता पर विपरीत असर पड़ता है ।

स्वच्छता का संबंध खान-पान और वेश- भूषा से भी है । रसोई की वस्तुओं तथा खाने-पीने की वस्तुओं में स्वच्छता का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है । बाजार से लाए गए अनाज, फल और सब्जियों को अच्छी तरह धोकर प्रयोग में लाना चाहिए । पीने के पानी को साफ बरतन में तथा ढककर रखना चाहिए । कपड़ों की सफाई का भी पूरा महत्त्व है । स्वच्छ कपड़े कीटाणु से रहित होते हैं जबकि गंदे कपड़े बीमारी और दुर्गंध फैलाते हैं ।

लोगों को शरीर की स्वच्छता का भी पूरा ध्यान रखना चाहिए । प्रतिदिन स्नान करना अच्छी आदत है । स्नान करते समय शरीर को रगड़ना चाहिए ताकि रोमकूप खुले रहें । सप्ताह में दो दिन साबुन लगाकर नहाने से शरीर के कीटाणु नष्ट हो जाते हैं । सप्ताह में एक दिन नाखूनों को काट लेने से इनमें छिपी गंदगी नष्ट हो जाती है । भोजन में सब्जियों और फलों की भरपूर मात्रा लेने से शरीर की भीतरी सफाई हो जाती है । दूसरी तरफ अधिक मैदे वाला बासी और बाजारू आहार लेने से शरीर की शुद्धि में बाधा आती है ।

घर की सफाई में घर के सदस्यों की भूमिका होती है तो बाहर की सफाई में समाज की । बहुत से लोग घर की गंदगी निकाल कर घर के सामने डाल देते हैं । इससे गंदगी पुन: घर में चली जाती है । घर के आस-पास का पर्यावरण दूषित होता है तो घर के लोग भी अछूते नहीं रह पाते । इसलिए समाज के सभी सदस्यों को आस-पड़ोस की सफाई में योगदान देना चाहिए । नदियों, तालाबों, झीलों, झरने के जल में किसी भी प्रकार की गंदगी का बहाव नहीं करना चाहिए । वायु में प्रदूषित तत्वों को मिलाने की प्रक्रिया पर लगाम लगानी चाहिए । अधिक मात्रा में पेड़ लगाकर वायु को शुद्ध रखना चाहिए ।

आत्मिक उन्नति के लिए निवास-स्थान के वातावरण का स्वच्छ होना अत्यावश्यक है । राष्ट्रपिता गाँधी जी स्वच्छता पर बहुत जोर देते थे । परंतु आधुनिक सभ्यता और हानिकारक उद्‌योगों के फैलाव के कारण पूरी दुनिया में प्रदूषण का संकट खड़ा हो गया है । अत: स्वच्छता में बाधक तत्वों को पहचान कर उनके प्रसार पर रोक लगानी चाहिए ।

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Essay on cleanliness in hindi स्वच्छता पर निबंध.

Check out Essay on Cleanliness in Hindi or Essay on Sanitation in Hindi. What should we do to make India Clean? Today we are going to write an essay on cleanliness in Hindi and from this essay, you can take useful examples to write an essay on cleanliness in Hindi (Swachata ka Mahatva Essay in Hindi Language) स्वच्छता पर निबंध (Essay on Swachata ka Mahatva in Hindi) in a better way. Essay on Cleanliness in Hindi is asked in most exams nowadays starting from 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11 and 12.

Essay on Cleanliness in Hindi

hindiinhindi Essay on Cleanliness in Hindi

Essay on Cleanliness in Hindi 300 Words

स्वच्छता मानव समुदाय का एक आवश्यक गुण है क्योकि यह एक क्रिया है जिससे हमारा शरीर, दिमाग, कपड़े, घर, आसपास और कार्यक्षेत्र साफ और शुद्ध रहते है। अपने आस-पास स्वच्छता रखना खुद को शारीरिक और मानसिक तौर पर स्वच्छ रखना है, जो हमे विभिन्न प्रकार की बीमारियों से बचाता है। हमे हर समय खुद को शुद्ध, स्वच्छ और अच्छे कपडे पहन कर रखने चाहिए क्योकि यह समाज में आपके अच्छे चरित्र को दिखाता है। साफ-सुथरा रहना मनुष्य का प्राकृतिक गुण है। अपनी खुद की स्वच्छता से मनुष्य का स्वास्थ्य ढीक रहता है जिससे उसकी आयु बीमार लोगो के मुकाबले ओर बढ़ती है। इसी लिए हम सब को हमारी धरती के जीवन को संभव बनाने के लिये इसके पर्यावरण और प्राकृतिक संसाधनों को शुद्ध बनाये रखना चाहिए।

स्वच्छता के कारण ही हम मानसिक, शारीरिक, सामाजिक और बौद्धिक तरह से स्वस्थ रहते है। अपने भी अपने घर में यह देखा होगा कि पूजा करने से पहले माता-पिता स्वच्छता को लेकर बहुत सख्त होते है। माता-पिता स्वच्छता को हमारी आदत बनाना चाहते है किन्तु उनका तरीका गलत है क्योकि वो हमे स्वच्छता के उद्देश्य और फायदे तो बताते ही नहीं। हर अभिवावक को तार्किक रुप से स्वच्छता के फायदे जरूर बताने चाहिए ताकि सब स्वच्छता कि एहमियत को समझ सके। हमे रोज अपने नहाना चाहिए, नाखुनों को काटना चाहिए साफ और इस्त्री किये हुए कपड़े ही पहनने चाहिए। हमे खाना खाने से पहले और बाद में साबुन से हाथ धोने चाहिए। हमे बहार के ज्यादा मसालेदार खाने से बचना चाहिए।

हमे स्वस्थ जीवन शैली और जीवन के स्तर को बनाए रखने के लिए अपने आसपास के पर्यावरण का ख्याल रखना चाहिए। हम अपने आस-पास के वातावरण को शुद्ध रखकर ही बहुत बीमारियों से बच सकते है। गंदगी से कई तरह के कीटाणु, बैक्टेरिया वाइरस तथा फंगस आदि पैदा होते है, जो हमारे स्वास्थ्य पर बुरा असर डालते है और बीमार हो जाते है। हमे अपने माता-पिता से सीखना चाहिए कि कैसे हम अपने घर और आस-पास के वातावरण को कैसे ओर शुद्ध बना सकते है।

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Clean India Healthy India Essay in Hindi 100, 200, 300, 400 & 500 Words

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Table of Contents

Clean India Healthy India Essay in Hindi 100 Words

Clean India Healthy India is a national campaign launched by the Government of India to promote cleanliness and hygiene in the country. The main objective of this campaign is to create awareness among people about the importance of cleanliness and its impact on the overall health and well-being of citizens. The campaign encourages people to adopt good sanitation practices such as proper disposal of waste, use of toilets, and personal hygiene habits. It aims to make India clean and free from diseases caused by poor sanitation. The campaign also emphasizes the importance of keeping our surroundings clean to prevent the spread of diseases and to promote a healthy environment. Overall, Clean India Healthy India is a significant initiative that aims to improve the quality of life of citizens and create a healthier and cleaner nation.

Clean India Healthy India Essay in Hindi 200 Words

Cleanliness is essential for a healthy and happy life. The “Clean India, Healthy India” campaign aims to promote cleanliness and good health among the citizens of India. It is crucial for everyone, especially in today’s world, where cleanliness is directly linked to physical and mental well-being.

First and foremost, maintaining cleanliness ensures a clean environment free of pollution and germs. It reduces the risk of diseases like malaria, dengue, and diarrhea that are caused by unhygienic conditions. By keeping our surroundings clean, we prevent the breeding of mosquitoes and other disease-causing organisms.

Furthermore, cleanliness promotes a positive mindset and a sense of discipline. When we keep our homes, schools, and public places clean, we create a pleasant and inviting atmosphere. This leads to increased productivity, as a clean and organized environment boosts concentration and focus.

Moreover, cleanliness is a matter of civic responsibility. It is our duty as responsible citizens to take care of our surroundings, and by doing so, we set an example for others to follow. When each individual contributes to maintaining cleanliness, the collective impact is enormous, leading to a healthier and more prosperous nation.

Clean India Healthy India Essay in Hindi 300 Words

Cleanliness is the essence of a healthy life. It not only refers to the cleanliness of our surroundings but also to our personal hygiene. The Clean India Healthy India campaign, also known as Swachh Bharat Abhiyan, was launched by the Indian government in 2014. This nationwide campaign aims to create awareness about the importance of cleanliness and hygiene among the citizens of India.

Firstly, maintaining cleanliness ensures a healthy environment. When we keep our surroundings clean, we reduce the risk of diseases caused by unhygienic conditions. Proper disposal of waste and regular cleaning of public places such as parks, streets, and schools is essential to prevent the breeding of diseases such as dengue and malaria. A clean environment also promotes better physical and mental health, as it reduces stress and increases overall well-being.

Secondly, personal hygiene plays a crucial role in maintaining good health. Regular handwashing with soap and clean water is essential to prevent the spread of germs and bacteria. It is important to cultivate habits such as brushing your teeth and bathing regularly to prevent infections and maintain personal cleanliness. By practicing good hygiene, we can reduce the risk of illnesses such as diarrhea, respiratory infections, and skin diseases.

Furthermore, the Clean India Healthy India campaign aims to bring about a behavioral change in individuals. It encourages citizens to take responsibility for their surroundings and actively participate in maintaining cleanliness. The campaign emphasizes the importance of waste segregation, proper disposal of garbage, and using public facilities responsibly. By fostering a sense of responsibility towards our environment, we can create a cleaner and healthier India for future generations.

In addition to the health benefits, a clean and hygienic India also has social and economic advantages. Clean cities and towns attract tourists, which can boost local businesses and create employment opportunities. A clean environment also instills a sense of pride and discipline among the citizens. It promotes a positive image of the country and fosters a sense of unity and cooperation among the population.

Clean India Healthy India Essay in Hindi 400 words

Clean India Healthy India is a campaign launched by the Government of India to promote cleanliness and hygiene throughout the country. It aims to create a clean and healthy environment for all citizens. The campaign started on October 2, 2014, with the goal of achieving a clean India by October 2, 2019, to coincide with the 150th birth anniversary of Mahatma Gandhi, who believed in the importance of cleanliness and sanitation.

Cleanliness plays a crucial role in maintaining good health. When our surroundings are clean, we are less likely to get sick and can live a healthier life. A clean environment reduces the spread of diseases and helps in the prevention of various illnesses. The Clean India Healthy India campaign focuses on cleanliness in public places, homes, schools, and other institutions to ensure the well-being of all individuals.

The campaign encourages individuals to engage in various activities that promote cleanliness and hygiene. These activities include cleaning public spaces, such as roads, parks, and markets, as well as maintaining personal hygiene through proper handwashing, using clean water, and disposing of waste responsibly. It also emphasizes the importance of sanitation facilities, such as toilets, which are essential for maintaining good health and preventing diseases.

Clean India and Healthy India aims to bring about a significant change in the mindset and behavior of individuals towards cleanliness. It seeks to instill a sense of responsibility and ownership among people for the cleanliness of their surroundings. The campaign promotes the idea that cleanliness is not just the responsibility of the government but also the duty of every citizen.

The success of the Clean India Healthy India campaign relies heavily on the active participation and cooperation of all members of society, including individuals, communities, schools, and organizations. It requires collective efforts to achieve the desired objective of a clean and healthy India.

In conclusion, Clean India Healthy India is a campaign that focuses on promoting cleanliness and hygiene across India. It aims to create a clean and healthy environment for all citizens, reducing the spread of diseases and ensuring the overall well-being of individuals. The campaign emphasizes the importance of personal and public cleanliness and encourages active participation from all sections of society. With the collective efforts of the government and its citizens, a clean and healthy India can be achieved, ensuring a better quality of life for everyone.

Clean India Healthy India Essay in Hindi 500 words

India is a beautiful country with vast landscapes, a rich culture, and diverse traditions. However, it is disheartening to witness the increasing amount of pollution and uncleanliness in our surroundings. Therefore, it is necessary to emphasize the importance of a clean India for a healthy India. In this essay, I will present arguments that showcase how cleanliness can significantly impact our health and well-being, and why it is crucial for us to actively participate in keeping our environment clean.

Reduction in Diseases:

Cleanliness plays a vital role in minimizing the spread of diseases. A clean environment prevents the breeding of mosquitoes and other disease-carrying insects, leading to a decrease in the risk of diseases such as dengue, malaria, and chikungunya. By maintaining cleanliness, we ensure that harmful pathogens do not multiply and cause infections. Therefore, a clean India translates into a healthier population.

Improved Air Quality:

With the growing industrialization and vehicle emissions in our country, air pollution has become a significant concern. Breathing polluted air can have severe health impacts, especially for children and the elderly. By promoting cleanliness, such as proper waste management and reducing air pollution sources, we can improve the quality of air we breathe, preventing respiratory problems, allergies, and other health issues.

Sanitation and Hygiene:

Cleanliness extends beyond just the environment. It also focuses on personal hygiene and sanitation. Proper sanitation facilities, including clean toilets and handwashing facilities, are essential to prevent the spread of diseases like diarrhea, cholera, and hepatitis. Children often fall prey to such illnesses due to unhygienic conditions. By educating ourselves and adopting good hygiene practices, we can ensure a healthier future for ourselves and the generations to come.

Boost in Tourism and Economy:

A clean India attracts both local and international tourists. Tourists prefer visiting clean and hygienic destinations. It not only enhances the overall experience but also improves the country’s economy by generating employment opportunities and promoting local businesses. A clean and healthy India will encourage more tourists to visit and explore, boosting the tourism industry and the nation’s growth.

Counterargument:

Some might argue that cleanliness initiatives are the government’s responsibility, not that of individuals. However, change starts from within, and every individual’s effort counts. The government can provide the necessary infrastructure and policies, but it is up to the citizens to actively participate in cleanliness drives and maintain cleanliness in their surroundings.

Conclusion:

A clean India is essential for our well-being and the overall progress of the nation. It is not only the government’s responsibility but also ours as responsible citizens. By practicing cleanliness, we create a healthier environment, reducing the spread of diseases and improving the air quality. Let us pledge to contribute towards a clean India, as it is not only beneficial for ourselves but also for the generations to come. Remember, “Clean India, Healthy India” is a vision we can turn into reality through our collective efforts.

Paragraph Describing A Rice Field For Grade 5, 6, 7, & 8 Students

How will My Essay on Rajasthan be in 2030 For Grade 5, 6, 7, 8, 9 & 10 Students?

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स्वच्छ विद्यालय पर निबंध – Essay on Cleanliness in School in Hindi

दोस्तो आज हमने Essay on Cleanliness in School in Hindi  लिखा है स्वच्छ विद्यालय पर निबंध कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 ,10, 11, 12 के विद्यार्थियों के लिए है. इस लेख में हमने विद्यालय को स्वच्छ कैसे रखे इस बारे में बताया है विद्यालय में स्वच्छता हमारे जीवन में किस प्रकार महत्व रखती है यह हमने निबंध की सहायता से बताया है.

दोस्तों हमारे जीवन में साफ-सफाई बहुत जरूरी है चाहे वह घर पर हो, चाहे स्कूल में हो या फिर कहीं पर भी हमें हर जगह को साफ सुथरा रखना चाहिए यह किसी और के लिए नहीं हमारे लिए ही फायदेमंद है.

साफ-सफाई का मतलब यह नहीं होता है कि आपने एक दिन सफाई कर दी और फिर महीनों तक सफाई नहीं की इसका मतलब यह होता है कि हमें नियमित रूप से साफ सफाई करनी चाहिए.

Essay on Cleanliness in School in Hindi for class 1 to 4

वर्तमान समय में साफ सफाई बहुत जरूरी है क्योंकि आजकल साफ-सफाई नहीं रहने की वजह से बहुत सी ऐसी बीमारियां फैल रही है जिनका इलाज संभव नहीं है.

बीमारियों से बचने के लिए हमें स्वच्छता को अपनाना होगा. हम विद्यार्थी हैं इसलिए याद आते समय हम स्कूल में ही रहते हैं इसलिए हम जिस स्कूल में जाते हैं वह साफ सुथरा होना बहुत जरूरी है.

Essay on Cleanliness in School in Hindi

Get some essay on Cleanliness in School in Hindi

हमारे आसपास का वातावरण स्वच्छ नहीं होने के कारण आए दिन कई गंभीर एलर्जी इंसान और जानवरों को हो रही है.

विद्यालय में साफ सफाई के लिए कर्मचारी होते हैं लेकिन अगर हम विद्यार्थी भी स्वच्छता के प्रति अगर सचेत हो जाएं तो विद्यालय में जरा भी गंदगी नहीं फैलेगी.

हमें हमेशा फटे हुए कागज और अन्य कूड़ा करकट हमेशा कूड़ेदान में ही डालना चाहिए कभी भी इधर-उधर नहीं फेंकना चाहिए क्योंकि इससे हमारे और हमारे मित्रों पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है.

हमें सदैव हमारे विद्यालय को साफ सुथरा रखना चाहिए.

Essay on Cleanliness in School in Hindi for Class 5 to 8

स्कूलों में साफ सफाई को बढ़ाने के लिए मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने 25 सितंबर 2014 में स्वच्छ भारत स्वच्छ विद्यालय अभियान उद्घाटन किया था. इस अभियान के तहत सभी स्कूलों में साफ सफाई अनिवार्य कर दी गई थी.

विद्यालय में साफ सफाई बहुत जरूरी है क्योंकि हमारे देश के भविष्य विद्यार्थी रोज स्कूल में जाते हैं और लगभग अपना पूरा दिन वही बिताते है अगर विद्यालय की साफ सुथरा नहीं होगा तो विद्यार्थियों में स्वास्थ्य संबंधी बीमारियां हो सकती है.

विद्यालय में प्रत्येक वर्ष रंग-रोगन होना चाहिए जिससे विद्यालय की दीवारें खराब नहीं होंगी और उनमें काई भी नहीं जमेगी. जिससे बीमारियों वाले बैक्टीरिया उत्पन्न होने की संभावना खत्म हो जाएगी.

यह भी पढ़ें –  स्वच्छ भारत अभियान निबंध Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi

विद्यालय में प्रत्येक कक्ष के आगे कूड़ादान होना चाहिए जिससे कक्षा से निकलने वाला घोड़ा सीधा कूड़ेदान में ही डालें सके. विद्यालय में पानी की टंकियों की सफाई प्रतिमाह होनी चाहिए जिससे टंकियों में बचा हुआ पानी प्रदूषित नहीं होगा.

प्रत्येक विद्यार्थी को विद्यालय की ड्रेस को नियमित रूप से साफ करना चाहिए. विद्यालय विद्यार्थी का दूसरा घर होता है इसलिए विद्यार्थियों को भी विद्यालय में साफ सफाई रखने में सहयोग देना चाहिए.

स्कूलों में प्रत्येक वर्ष ऐसी प्रतियोगिताओं का आयोजन करवाना चाहिए जिसमें विद्यार्थियों को साफ सफाई के बारे में बताना चाहिए.

विद्यालय का वातावरण स्वच्छ और स्वस्थ हो इसके लिए हमें विद्यालय में चारों ओर पेड़ पौधे लगाने चाहिए. प्रत्येक विद्यालय को विद्यार्थियों द्वारा रैली निकलवाई जानी चाहिए जिसमें स्वच्छता के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने चाहिए.

स्कूलों के मैदानों की साफ-सफाई प्रतिदिन होनी चाहिए क्योंकि बच्चे रोज वहीं पर खेलते हैं अगर मैदानों की साफ सफाई नहीं होगी तो वहां पर पढ़ने वाले विद्यार्थी बीमार हो सकते है.

Essay on Cleanliness in School in Hindi for Class 9 to 12

विद्यालय में साफ-सफाई का बहुत महत्व होता है क्योंकि यह विद्यार्थी के लिए दूसरे घर और एक मंदिर के समान होता है जहां विद्या की देवी मां सरस्वती का वास होता है. स्वच्छता को लेकर हमें सदैव सजग रहना चाहिए. स्वच्छता को बढ़ाने के लिए हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान चलाया है जिसके अंतर्गत हमारे पूरे देश में साफ-सफाई की जानी है और लोगों को भी साफ सफाई में सहयोग देना है.

इस अभियान से कई मंत्री, एनजीओ और साधारण लोग जुड़े हुए है. इस अभियान के कारण हमारे देश में स्वच्छता को बढ़ावा मिला है. इस अभियान से सभी वर्ग के लोग जुड़ते हैं और अपने आसपास की सफाई पर विशेष ध्यान दे रहे है.

स्वच्छ भारत अभियान से अब सभी विद्यालयों को भी जोड़ा गया है जिसका उद्घाटन मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी ने किया है. विद्यालय में संस्था बहुत अहम है क्योंकि यह हमारे देश का एक विशेष हिस्सा है. यहां पर हमारे देश को आगे बढ़ाने वाली भावी पीढ़ी पढ़ती है.

अगर विद्यालय में ही स्वच्छता नहीं होगी तो प्रतिदिन कोई ना कोई विद्यार्थी बीमार पड़ता रहेगा जिससे उसकी पढ़ाई में बाधा आएगी. विद्यालयों में सफाई बहुत ही गंभीर विषय है क्योंकि आमतौर पर देखा गया है कि कई विद्यालयों में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान नहीं दिया जाता है.

यह भी पढ़ें –  Mera Vidyalaya Essay in Hindi – मेरा विद्यालय पर निबंध

कई विद्यालयों की खबर समाचार पत्र पत्रिकाओं में आती रहती है कि वहां पर मिलने वाला खाना प्रदूषित होने के कारण कई बच्चे बीमार पड़ गए. ऐसा सिर्फ साफ सफाई में लापरवाही बरतने से होता है.

अभिभावकों को भी समय समय पर स्कूल में जाकर देखना चाहिए कि वहां पर साफ सफाई पर ध्यान दिया जा रहा है या नहीं क्योंकि जब तक स्कूलों में साफ सफाई नहीं होगी तब तक वहां पर शिक्षा संभव नहीं है. स्कूलों में वैसे तो साफ सफाई के लिए कर्मचारी रखे हुए होते हैं लेकिन हम विद्यार्थियों को भी स्कूल की साफ सफाई में सहयोग करना चाहिए.

आइए जानते हैं कि स्कूलों में इस प्रकार से हम साफ-सफाई कर सकते है-

शिक्षकों को विद्यार्थियों को साफ सफाई के महत्व के बारे में बताना चाहिए और समय-समय पर साफ सफाई के बारे में कई प्रतियोगिताएं आयोजित करवानी चाहिए.

साफ सफाई के महत्व के बारे में निबंध लेखन, कविता, चित्रकला, नाटक और वाद विवाद प्रतियोगिता के माध्यम से विद्यार्थियों को स्वच्छता के बारे में सरल माध्यम से बताया जा सकता है.

स्कूलों में प्रतिवर्ष रंगाई और पुताई का काम होना चाहिए जिससे स्कूल साफ सुथरा दिखाई दे.

स्कूलों में बालक और बालिकाओं के लिए अलग-अलग शौचालय की व्यवस्था होनी चाहिए और प्रत्येक शौचालय की नियमित रूप से साफ सफाई होनी चाहिए.

विद्यालय में समय समय पर पानी की पाइपों और टंकियों की सफाई होनी चाहिए क्योंकि अगर पानी ही प्रदूषित होगा तो सभी विद्यार्थी बीमार पड़ सकते है. टंकी की सफाई की दिनांक विद्यालय के नोटिस बोर्ड पर अंकित की जानी चाहिए जिससे अभिभावकों को पता चल सके कि टंकी की सफाई कितने समय के अंतराल में हो रही है.

विद्यालय के वातावरण को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए पेड़ पौधे और फूलों के बगीचे लगाने चाहिए जिससे विद्यालय का वातावरण सुगंधित और प्रदूषण रहित होगा और विद्यार्थियों का स्वास्थ्य भी उत्तम बना रहेगा.

विद्यालय के पेड़-पौधे से प्रतिदिन पत्ते गिरते रहते हैं जिससे कूड़ा करकट फैल जाता है इसलिए प्रतिदिन पेड़ पौधों की पत्तियों को इकट्ठा करके इन से खाद बनानी चाहिए और पौधों में डाल देनी चाहिए इससे बड़ा भी नहीं फैलेगा और पेड़ पौधों को खाद भी मिल जाएगी.

शिक्षकों को समय-समय पर विद्यालय में आने वाले पानी की जांच करवानी चाहिए.

विद्यालय में समय समय पर कीटनाशक दवाई का छिड़काव किया जाना चाहिए जिससे वहां पर पनप रहे कीटाणु और मच्छरों को हटाया जा सके. अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो कई प्रकार की बीमारियां फैल सकती है.

विद्यालयों की सभी कमरे हवादार होने चाहिए जिससे विद्यार्थियों को घुटन महसूस नहीं हो और वहां का वातावरण भी स्वच्छ बना रहे.

विद्यालय में प्रत्येक कक्ष के पास एक छोटा कूड़ा दान लगवाना चाहिए जिससे उस कक्षा से निकलने वाला कूड़ा करकट उसी कूड़ेदान में डाला जा सके और इससे पूरे विद्यालय में कूड़ा करकट भी नहीं फैलेगा.

विद्यालय के मैदान में छोटी घास लगवानी चाहिए जिससे वहां पर मिट्टी नहीं उड़े.

विद्यार्थियों को भी स्कूल को स्वच्छ रखने में सहयोग करना चाहिए उन्हें कचरा यहां वहां नहीं फैलाना चाहिए हमेशा कूड़ेदान में ही डालना चाहिए.

विद्यार्थियों को भी साथ रहना चाहिए हमेशा साफ-सुथरी वेशभूषा पहननी चाहिए जिसे भी कम से कम बीमार पड़े और रोज स्कूल जा पाए.

यह भी पढ़ें –

हम आशा करते है कि हमारे द्वारा Essay on Cleanliness in School in Hindi  पर लिखा गया निबंध आपको पसंद आया होगा। अगर यह लेख आपको पसंद आया है तो अपने दोस्तों और परिवार वालों के साथ शेयर करना ना भूले। इसके बारे में अगर आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं।

Image Credit – www.dnaindia.com

13 thoughts on “स्वच्छ विद्यालय पर निबंध – Essay on Cleanliness in School in Hindi”

Hamko English me chahiea 5 translation school ko safaie rakhne ke liea chote children ke liea

Arun kumar ji aap eske liye english essay ki website par visit kare.

Very useful essay thanks for help

Welcome Prius nirwan and keep visiting hindiyatra.

nice essay ,it help me very much.thankyou!!!!

Welcome shantan and thank your for appreciation, keep visitong hindiyatra.

thanks for helpful and useful content

Welcome simana nd thank you for appreciation.

Helpful and useful essay

Your essay was really nice and helpful for me .thanks

thank you Anushka Umale for appreciation.

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10 मोटिवेशनल किताबें जो आपको ज़रूर पढ़नी चाहिएं

पर्यावरण बचाने के 10 प्रैक्टिकल तरीके | world environment day – 5th june.

Last Updated: April 29, 2024 By Gopal Mishra 34 Comments

How To Save Environment in Hindi

पर्यावरण बचाने के 10 प्रैक्टिकल तरीके.

हाल ही में हम Indians ने एक ऐसा रिकॉर्ड बनाया है जो अन्य किसी भी देश के लिए तोड़ना लगभग असम्भव है. और वो रिकॉर्ड है दुनिया के 14 सबसे polluted शहर बनाने का.

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Friends, आपको बताने की ज़रुरत नहीं कि ये पृथ्वी..ये हवा.. ये पानी और ये पर्यावरण हमारे लिए कितना ज़रूरी है और आप ये भी जानते हैं कि हम human beings ने इन्हें कितना नुक्सान पहुंचाया है और पहुंचा रहे हैं… इसलिए आज मैं इस बारे में बात नहीं करूँगा. मैं बात करूँगा ACTION लेने के बारे में.

ये भी पढ़ें:  5 जून विश्व पर्यावरण दिवस | हमेशा के लिए सोने से पहले जाग जाओ!

इस पर्यावरण दिवस पर कुछ न कुछ ऐसा करिए और continuously करते रहिये जो हमारे environment को बचाने में काम आये. और इस काम को आसान बनाने के लिए आज मैं AchhiKhabar.Com पर आपके साथ ऐसे ही कुछ environment friendly practical ideas शेयर कर रहा हूँ जिन्हें आप बिना किसी ख़ास मेहनत के अपनी routine life का हिस्सा बना सकते हैं.

holy rummy

May be, इनमे से कुछ आप पहले से follow कर रहे होंगे… अच्छा है, but अगर आप यहाँ से कुछ ले पाएं और अपनी life का हिस्सा बना पाएं तो बहुत अच्छा होगा.

So let’s see the list:

How To Save Environment in Hindi

1. आधा किलोमीटर तक की राउंड ट्रिप पैदल या साइकिल से तय करें:

बहुत से लोग 100 कदम चलने के लिए भी पट्रोल फूंकते हैं…please don’t do it. एक Thumb Rule बनाइये –

अगर आना जाना मिला कर 1/2 km के अन्दर है तो मैं पैदल या साइकल जाऊँगा / जाउंगी.

ऐसा करने से पर्यावरण के साथ-साथ आपकी हेल्थ भी अच्छी हो जायेगी. 🙂

2. RO का waste water वेस्ट न होने दें:

Typically RO में जब 4 litre पानी डाला जाता है तब वो 1 लीटर पीने योग्य पानी देता है. यानी एक के लिए तीन बर्बाद. थोडा सा effort करके आप इस पानी को बचा सकते हैं और इसे-

  • पौधों में डालने घर की सफाई करने
  • इत्यादि के काम ला सकते हैं.

ये इतना मुश्किल भी नहीं है, मैं खुद RO से निकलने वाला पानी बचाता हूँ. इन पिक्चर्स को देखिये:

paryavaran bachane ke tareeke

3. कमरे से निकलते समय lights, fans, AC off कर दें:

ये तो स्कूल डेज से ही सिखाया जा रहा है, बहुत लोग follow भी करते हैं, पर अभी भी बहुत से लोग नहीं करते. So, if you don’t, plz follow it.

4. वाश बेसिन का फ्लो कम कर दें:

ये एक बेहद आसान और प्रैक्टिकल तरीका है पानी बचाने का.वाश बेसिन के नीचे भी पानी कण्ट्रोल करने के लिए एक टैप लगी होती है, अकसर वो पूरी खुली होती है, अगर आप उसे थोड़ा सा घुमा देंगे तो पानी का फ्लो अपने आप कुछ कम हो जाएगा और काफी पानी बर्बाद होने से बच पायेगा।

  • ज़रूर पढें:  पर्यावरण की महत्ता बताते 30 कथन

5. अपनी कार / बाइक / स्कूटी में शौपिंग बैग्स रखें:

क्या आप जानते हैं –

World Environment Day Facts in Hindi

प्लास्टिक को ना कहिये.. खुद से ना कहिये… सरकारी नियम और प्लास्टिक पे बैन का इंतज़ार मत करिए…अपनी गाड़ी में शौपिंग बैग्स, (preferably made of jute) रखिये, ख़ास तौर पर सब्जियां और किराने का सामन लेते समय. और इस बार (2018) पर्यावरण दिवस की थीम भी है “beat plastic pollution”. इसलिए आज से ये आदत डालने का बहुत अच्छा दिन है.

How To Save Environment From Pollution in Hindi

6. उतना खाना लीजिये जितना खा सकते हैं:.

क्या आप जानते हैं?

अन्न की बर्बादी सिर्फ अन्न की नहीं होती…उसके साथ करोड़ों लीटर पानी, तेल और उर्जा भी बर्बाद हो जाती है. घर हो या बाहर…पैसे का हो या फ्री का… खाना उतना ही लें जितना आसानी से ख़त्म कर सकें. खासतौर से restaurants में जाकर कम आर्डर करने में शर्म महसूस नहीं करें…शर्म सिर्फ खाना बर्बाद करने में आनी चाहिए.

7. इस बात को समझिये- पैसा आपका है लेकिन संसाधन समाज के हैं:

जब जमर्नी में रतन टाटा के कुछ दोस्त अपनी प्लेट्स में खाना छोड़ कर उठे तो restaurant में बैठे कुछ जर्मन्स ने विरोध किया और पुलिस बुला ली.

दोस्तों ने कहा हमने इसे पैसे दिए हैं.

तब पुलिस कर्मी ने उन पर 50 यूरो का फाइन लगाते हुए कहा –

पैसा आपका है लेकिन संसाधन समाज के हैं।

इस बात को आप भी गाँठ बाँध लीजिये… पैसा आपको किसी natural resource को वेस्ट करने का अधिकार नहीं देता. आपका पैसा आपको बिजली, पानी, खाना बर्बाद करने का अधिकार नहीं देता. (पूरा incident यहाँ पढ़िए )

8. Use and throw नहीं use and reuse करें

  • नयी पेन लेने की जगह उसकी रिफिल बदलवाएं
  • थोड़ी से खारबी के कारण जूते-कपड़े डंप करने की जगह मोची-दर्जी के पास जाएं
  • पुराने क्लास की कॉपीयां के सादे पन्ने प्रयोग करें

ज़रूर पढ़ें: हम क्या उगाते हैं, जब हम पेड़ लगाते हैं? | Hindi Poem on Trees

9. Sachin Tendulkar की तरह नहाएं

सचिन बाथ टब में या झरने से नहीं नहाते, वे बस 1 बाल्टी पानी से नहाते हैं. सचिन के लिए आपने बहुत तालियाँ बजायीं हैं, एक बाल्टी पानी से नहाने की आदत डालकर कर उन्हें भी आपके लिए तालियाँ बजाने का मौका दें.

  • Must Read: पानी की बर्बादी रोकने के 18 तरीके जिनपर आपने ध्यान नहीं दिया

10. बच्चों में Environment Friendly आदत डालें

हमने जो गलतियाँ कीं वो हमारे बच्चे ना करें इसके लिए ज़रूरी है कि हम शुरू से उन्हें पर्यावरण और उसके महत्त्व के बारे में बताएँ. हम उन्हें सिखाएं कि –

  • नहाने या brush करते समय पानी वेस्ट नहीं करना है.
  • Bed room हो या क्लास रूम, बाहर निकलते समय लाइट्स / फैन्स ऑफ करने हैं.
  • प्लास्टिक को ना कहना है.
  • जहाँ साइकिल से जा सकते हैं वहां मोटरसाइकिल से नहीं जाना है… जहाँ मोटरसाइकिल से जा सकते हैं वहां कार से नहीं जाना है.
  • घर का कूड़ा सड़क पर न फेंकना है न जलाना है.

दोस्तों, अंत में बस इतना याद रखियेगा कि-

Environment Quotes in Hindi

“हमें यह ग्रह हमारे पूर्वजों से उत्तराधिकार में नहीं मिला, ये हमें अपने बच्चों से उधार में मिला है.”

Let us build a greener tomorrow..let us care for our environment.

Gopal Mishra

  • 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस | हमेशा के लिए सोने से पहले जाग जाओ!
  • प्रकृति की विशेषता बताते 38 अनमोल विचार
  • पृथ्वी दिवस कथन व नारे
  • 5 चीँजे जो हम प्रकृति से सीख सकते है
  • प्रकृति से लें प्रेरणा
  • क्यों करें वृक्षारोपण? 10 कारण

Do you have some more ideas on  “ How To Save Environment in Hindi ”. Please share your comments.

Note: आप इस लेख को  पर्यावरण संरक्षण पर निबंध /  how to save the environment essay in Hindi के लिए प्रयोग कर सकते हैं.

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essay on keeping surrounding clean in hindi

June 8, 2023 at 7:40 am

Paryavaran bachane ke aur bhi kai tarike hai aapko unka thoda – thoda jikra jarur karna chahiye.

essay on keeping surrounding clean in hindi

June 5, 2023 at 1:18 pm

great artical

essay on keeping surrounding clean in hindi

July 1, 2022 at 10:26 pm

Wow! What a writer. You just inspired me Thanks a lot

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अपने आसपास की सफाई पर निबंध

अपने आस-पास सफाई कैसे रखें।   अपने आसपास की सफाई पर निबंध।.

प्रस्तावना :- आसपास के वातावरण साफ सुथरा हो तो किसे अच्छा नहीं लगता है हर जगह हर कोना आस पास का स्वच्छ और साफ हो ऐसी जगह सबको ही भाती है और इसमें नगर निगम और स्वच्छता कर्मी का बहुत बड़ा योगदान रहता है वह तो अपनी तरफ से पूरा योगदान देते हैं परंतु इसके बावजूद कुछ लोग गंदगी और कचरा करने से बाज नहीं आते हैं वह भी इंसान ही है आखिर कितना साफ करेंगे इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को अपने आसपास की साफ रखने की जिम्मेदारी स्वयं लेनी होगी ताकि साफ-सफाई से हम स्वस्थ रहें और हमारा वातावरण भी स्वच्छ रहे।

आसपास की रखो सफाई. इसमें हम सबकी भलाई. स्वच्छ रखेंगे वातावरण. स्वस्थ रहेंगे हम हर पल हर क्षण.

घर के हर दिन करे सफाई: – हमें हमारे घर की हर रोज सफाई करनी चाहिए वहां कचरा इकट्ठा नहीं होने देना चाहिए इससे किटाणु पनपते हैं और बीमारियां फैलती है घर की निम्न जगहों को नियमित रूप से साफ रखना चाहिए.

रसोई घर: – रसोई घर जहां हमारा भोजन इत्यादि बनता है उसकी सफाई नियमित होनी चाहिए बर्तन को अच्छी तरह से साफ रखना चाहिए ,गेस स्टैंड, बर्तन रखने की जगह ,सभी जगह साफ करना चाहिए रोज किचन की झाड़ू लगाना चाहिए साथ ही पोछा भी लगाना चाहिए ताकि खाने के साथ हम कोई गंदगी अपने खाने में नहीं आने दे और साफ-सुथरा भोजन ही खाएं साफ-सुथरा किचन रखें.

पूजा घर:-  पूजा घर पूजा घर हम जहां पूजा करते हैं इसकी सफाई रखनी चाहिए नियमित पोछे ओर और धोने जैसे सामान को धोये जहां बैठकर पूजा करते है वह जगह भी पोछना चाहिए कोई कचरा पूजा घर में नहीं होने देना चाहिए इसे हमारा मन भी अच्छा रहता है और पूजा करने में भी हमारा मन लगता है।

सोने का कमरा:-  सयनकक्ष जहां हम सोते हैं वहां की चादर बदलते रहे हो सके तो झाड़ू पोछा करें साथ ही वेक्यूम क्लीनर से फर्नीचर साफ रखें.

बाथरूम :- बाथरूम को रोज साफ़ करें दीवारें साफ करें डिटोल इत्यादि का प्रयोग करें ताकि कोई कीटाणु बाथरूम में ना पनपे ।

हमारे गाड़ी रखने की जगह और बगीचा:-   जहां हम हमारी गाड़ी रखते हैं वहां रोज झाड़ू लगाएं और बगीचे में सफाई रखे हो ओर रोज झाड़ू लगाए और कोई भी कचरा और प्रयोग में ना आने वाले सामान को इकट्ठा ना होने दें।

clean-our-surrounding

यदि साफ सफाई नहीं रखेंगे तब

यदि हम हमारे किचन, बाथरूम ओर पूरे घर में साफ सफाई नहीं रखेंगे तो छछूंदर ,काकरोच ,मक्खी ,चीटियां, मच्छर आदि पनपते हैं और साफ सफाई में अगर हम लापरवाही बरते तो बर्तन और अन्य सामानों के साथ ये गंदगी हमारे मुंह में जाती हैं जिससे हमें कई तरह की बीमारियां पकड़ लेती है कि यदि मच्छर पनपते है तो मलेरिया कॉलरा, निमोनिया, पीलिया, यह सब बीमारी होती है जो की गन्दगी की वजह से फैलती है इसलिए हमें हमारे घर और आंगन की सफाई पर नियमित ध्यान देना चाहिए इसलिए पूरे घर पर नियमित झाड़ू और पोछा लगाना चाहिए धूल इत्यादि को पोछना ओर बगीचे में कहीं भी पानी नहीं होने देना चाहिए किसी भी तरह की गन्दगी बीमारी का लक्षण होती है इसलिए इसे बचना चाहिए और नियमित साफ – सफाई करना चाहिए।

अपने आसपास सफाई रखने के लिए सही सोच

कुछ लोगों का सोचना है कि जहां गरीब व्यक्ति रहते हैं वही ज्यादा गंदगी होती है परंतु ऐसा सोचना बिल्कुल गलत है क्योंकि गरीब और साफ-सफाई का दूर-दूर तक कोई मेल नहीं है गरीबी तो इंसान की मजबूरी है परंतु सफाई तो उसकी जिम्मेदारी है इसके लिए अमीर या गरीब मायने नहीं रखता और घर की साफ सफाई में सब की बराबरी से हाथ बटाने की मंशा होनी चाहिए केवल घर के बड़े जिसमें मां होती है मां घर के हर काम को करती है तो क्या ये घर केवल माँ का ही होता है उसमें रहने वाले सभी सदस्यों का नहीं होता इसलिए सभी सदस्यों को मिलजर इसकी जिम्मेदारी उठानी चाहिए और यह सोच परिवार के हर सदस्य के नजरिया पर निर्भर करती है।

बच्चों में भी डाले साफ सफाई की आदत

बचपन में से बच्चों की देखभाल माता-पिता और घर के अन्य सदस्य करते हैं लेकिन बच्चे जब थोड़े बड़े होने लगता है तो उन्हें आपको सिखाना होगा कि साफ सफाई रखना जरूरी है ,बचपन से ही उसे अपनी सफाई की शिक्षा दे साथ ही उसे अपने आसपास की जगह को साफ रखना सिखाएं उसे बताएं कि अगर साफ सफाई नहीं रखी जाएगी तो बीमार होगा और बीमार होगा तो डॉक्टर के पास जाना पड़ेगा इसलिए उसे बताये कि अपनी साफ सफाई रखें ,और अपने आसपास की जगह को भी साफ रखें साफ सफाई में अपने बड़ों की मदद करें इससे वह भी साफ सफाई करना सीखेंगे और स्वस्थ रहेंगे।

साफ सफाई में योगदान

साफ सफाई इंसान की फितरत होती है वह अपने घर के आस पास तो साफ रखता है परंतु कुछ लोग ऐसे होते हैं कि घर ही को अपना समझते हैं और अपने घर के बाहर झूठा और जो भी कचरा होता है उठा कर बाहर फेक देते है क्योंकि वो समझते हैं कि उनकी जिम्मेदारी केवल घर के अंदर तक ही सीमित है इसलिए अपना फर्ज भूल जाते हैं और यह भूल जाते हैं कि सड़क ,अपने घर का बगीचा ,साफ रखना उनकी जिम्मेदारि है सड़क से ही गंदगी हमारे घर तक आती है और इसके साथ ही कई तरह की बीमारियां भी लेकर आती है इसलिए स्वम् साफ सफाई रखे और जो कर्मचारि ओर नगरनिगम की गाड़ियां आती है उसमें अपने घर को साफ रखकर उन्हें अपना पूरा योगदान प्रदान करे ।

उपसंहार इस प्रकार हमें हमारे घर की और आसपास की सफाई हमारे स्वास्थ्य के साथ ही वातावरण को भी साफ रखती है और इसका प्रथम पाठ हमे हमारे घर से ही मिलता है यदि हम हमारे घर को ओर हमारे आसपास के वातावरण को साफ रखेंगे तो धीरे-धीरे शहर और शहर देश सभी जगह सफाई दिखने लगेगी प्रदूषण में जमा हमारे देश की गिनती निचले स्तर पर की जाती है वही हमें आगे और आगे प्रथम स्थान पर लाना होगा और इसकी शुरुआत हमें हमारे आसपास के वातावरण से शुरू करना होगा।

सम्बंधित: Hindi Essay, हिंदी निबंध। 

  • जल प्रदूषण दूर करने की सावधानियां
  • स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध
  • सड़क स्वच्छता पर निबंध
  • पर्यावरण संरक्षण पर निबंध
  • प्रकृति का अभिशाप पर निबंध
  • प्रदूषण पर निबंध
  • जीव जंतु हमारे लिए उपकारी पर निबंध
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1 thought on “अपने आसपास की सफाई पर निबंध”

Aap n hmari bahut help ki thank you hamare school me nibandh pratiyogita hone ja rhi hai Aur isme bhag Liya hai aapke nibandh ke jariye hm apna lekhan likhenge aur hme ummid hai ki hm hi pass honge Kyo ki aapne bahut accha likha hai thanks a lot

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पर्यावरण संरक्षण पर निबंध व नारे Save Environment Essay & Slogans in Hindi

इस लेख में हमने पर्यावरण संरक्षण पर निबंध, बेहतरीन नारे (Save Environment Essay & Slogans in Hindi) प्रस्तुत किया है।

पर्यावरण सुरक्षा निबंध के माध्यम से हमने पर्यावरण को बचाने के महत्व, कारणों और चुनौतियों के बारे में बताया है। इस 1500 शब्दों के निबंध से स्कूल और कॉलेज के छात्र अपनी परीक्षा और प्रतियोगिता में मदद ले सकते हैं।

तो आईये शुरू करते हैं – पर्यावरण संरक्षण पर निबंध व नारे Save Environment Essay & Slogans in Hindi

Table of Content

पर्यावरण संरक्षण पर निबंध Save Environment Essay in Hindi

हमारे आस-पास का वो आवास पर्यावरण है जिसमे हम रहते है। इस प्राकृतिक आवास में उपस्थित प्राकृतिक घटक जो मनुष्यों और जानवरों के जीवन के लिए बहुत ही आवश्यक है। इन घटकों में मुख्य है हवा, पानी, मिट्टी तथा अन्य घटक भी शामिल है।

पर्यावरण संरक्षण क्या है? What is Save Environment in Hindi?

पर्यावरण संरक्षण का अर्थ है हमारे पर्यावरण को सुरक्षित करना यानी की पर्यावरण सुरक्षा। लेकिन हमारे द्वारा किये गए कई कारणों से हमारा पर्यावरण खराब हो रहा है।

ये कारण कुछ इस प्रकार है ग्लोबल वार्मिंग, वनों की कटाई और विभिन्न प्रकार के प्रदूषण में वृद्धि आदि कारणों से पर्यावरण हमारे लिये चिंता का कारण बन गया है।

न केवल मानव के लिए बल्कि अन्य जीवित प्राणियों के लिए भी पर्यावरण संरक्षण बहुत ही आवश्यक है। क्योंकि यदि पर्यावरण सुरक्षित नही रहेगा, तो पृथ्वी पर भी जीवन की संभावना कम हो जायेगी। इसीलिए हमे अपने पर्यावरण के संरक्षण के लिए ऐसे कदम उठाने चाहिए जिससे हमारा पर्यावरण सुरक्षित रहे।

पर्यावरण संरक्षण का महत्व Importance of Save Environment in Hindi

हमारे अनमोल पर्यावरण की सुरक्षा करना हमारे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि पृथ्वी पर सभी प्रकार के जीवों का जीवन पूरी तरह से इस पर निर्भर है। हम सभी जानते है कि मनुष्य पानी, हवा और अन्य प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग करके ही अपना जीवन जी रहे है।

वैसे तो हम भोजन में दूध, अंडे, और सब्जियों के साथ अन्य चीजों का सेवन करते हैं लेकिन वे सभी भी जानवरों और पौधों से ही प्राप्त होते हैं। जो हमारे वातावरण के द्वारा ही हमें प्राप्त होता है।

इसके अलावा सभी जीव जंतु वनस्पतिओं के द्वारा छोड़े गए ऑक्सीजन के कारण ही जीवित है। इसीलिए हमे अपने पर्यावरण को सुरक्षित रखना चाहिए जिससे हमारा अस्तित्व बना रहे।

पर्यावरण संरक्षण, इस पृथ्वी पर उपस्थित सभी प्राणियों के जीवन तथा प्राकृतिक संसाधनों के लिए बहुत ही आवश्यक है। आज की इस आधुनिकता में प्रदूषण के कारण पृथ्वी दूषित हो रही है। इसके परिणाम स्वरूप एक समय ऐसा आयेगा जब पृथ्वी पर मानव का जीवन असंभव हो जायेगा।

इस सभी कारणों को देखते हुए विश्व के 174 देशों ने मिलकर 1992 में ब्राजील में “पृथ्वी सम्मेलन” का आयोजन किया। जिसमे पर्यावरण को कैसे सुरक्षित करना है इसके बारे में चर्चा किया गया था।

इसके बाद सन 2002 में जोहान्सबर्ग में एक बार फिर ‘पृथ्वी सम्मेलन’ का आयोजन किया गया। जिसमे विश्व के सभी देशों ने पर्यावरण संरक्षण के लिए अपने अपने सुझाव दिए।

पढ़ें: पर्यावरण संरक्षण पर जबरदस्त नारे

पर्यावरण संरक्षण के कारण Why Should We Protect Our Environment?

आप सभी को पता होगा कि पर्यावरण के संकट के कई कारण है जैसे प्रदूषण, ग्लोबल वार्मिंग, वनों की कटाई आदि। हम आपको पर्यावरण के संकट के बारे में विस्तार से नीचे बताया है।

1. प्रदूषण का बढ़ना Increased Pollution

प्रदूषण (पढ़ें: प्रदुषण पर निबंध ) के बारे में आप सभी को पता होगा। आज के इस आधुनिकता में हम अपनी ज़रूरतों की पूर्ति के लिए प्लास्टिक , वाहनों, जैसे अन्य चीजों का इस्तेमाल करते है।

जिससे वायु प्रदूषण , जल प्रदूषण , भूमि प्रदूषण जैसी समस्या उत्पन्न हो रही है। प्रदूषण के कारण आज स्थिति इतनी गंभीर है कि लगभग 2 बिलियन लोगो के पास स्वच्छ पीने का पानी नही है। जो हमारे पर्यावरण के संकट का मुख्य कारण प्रदूषण है।

2. ग्लोबल वार्मिंग का बढ़ना Increased Global Warming

दोस्तों क्या आप सभी को पता भी है कि दिन प्रतिदिन ग्लोबल वार्मिंग (पढ़ें: ग्लोबल वार्मिंग पर निबंध ) का खतरा धीरे-धीरे बढ़ता ही जा रहा है।

इसका मुख्य कारण है कार्बन डाई ऑक्साइड (CO2)। हमारे द्वारा उपयोग किये गए जीवाश्म ईंधनों से निकलने वाला कार्बन डाई ऑक्साइड (CO2) हमारे वातावरण में उपस्थित होता है जो पृथ्वी के तापमान में वृद्धि करता है।

जिसके फलस्वरूप ग्लेशियर पिघलने लगते है और समुद्र के जल का स्तर बढ़ जाता है। इसके फलस्वरूप जो शहर तट पर उपस्थित होते है उनके डूबने का खतरा बढ़ जाता है।

3. वनों की कटाई में बढौतरी Increasing cutting of Trees

वनों की कटाई (पढ़ें: वनोन्मूलन पर निबंध ) पर्यावरण के संकट का एक मुख्य कारण है। मानव अपनी आवश्यकताओं के अनुसार वनों की कटाई करते रहते है। इसके कारण जंगली जंतुओं और पक्षियों का आवास नष्ट हो रहा है।

इसके अलावा वनों की कटाई के कारण वातावरण में कार्बन डाई ऑक्साइड (CO2) और कार्बन मोनो ऑक्साइड की मात्रा लगातार बढ़ती जा रही है, क्योंकि पेड़ ही कार्बन डाई ऑक्साइड (CO2) को ऑक्सीजन में बदलने का काम करते है।

4. जनसंख्या वृद्धि Population Growth

अधिक जनसंख्या (पढ़ें: जनसंख्या वृद्धि पर निबंध ) भी पर्यावरण के संकट के लिए जिम्मेदार है। जनसंख्या में वृद्धि होने के कारण संसाधनों की पूर्ति नही हो जाती है और मांग बढ़ जाती है।

जिससे मनुष्य अपने अस्तित्व को बनाये रखने के लिए पक्षियों और जानवरों का आश्रय नष्ट कर देता है। इससे पारिस्थितिकी तंत्र का संतुलन बिगड़ जाता है। जो हमारे पर्यावरण के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।

पर्यावरण संरक्षण के उपाय How to Save Environment?

दोस्तों जिस तरह से हम रह रहे है, जिससे हमारा वातावरण तेजी से दूषित हो रहा है। अगर ऐसे ही चलता रहा तो एक समय ऐसा भी आएगा। जब पृथ्वी पर भी जीवन असंभव हो जाएगा। इसके लिए हमें सही तरीके से पर्यावरण की देख-रेख करनी होगी और हमारे आने वाली नस्ल के लिए पर्यावरण को सुरक्षित रखना होगा।

पर्यावरण को सुरक्षित रखने के कई उपाय है, जिनके बारे में हमने नीचे बताया है। जो इस प्रकार है:

  • पर्यावरण का संरक्षण करने के लिए हमे मानवीय क्रिया कलापों को सुधारने की जरूरत है जिससे मानव और पर्यावरण के बीच संतुलन बना रहे।
  • पर्यावरण को संकट से बचाने के लिए हमें कारख़ानों से निकलने वाली दूषित हवा और कचरा का सही तरीके से निस्तारण करना चाहिए। जिससे हवा, जल और भूमि जैसे प्रदूषण होने से रोक कर हम अपने पर्यावरण को संरक्षित कर सके।
  • हमे पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए वनों की कटाई पर रोक लगनी चाहिए। तथा हमे वृक्षारोपण भी करने चाहिए। जिससे वातावरण में कार्बन डाई ऑक्साइड (CO2) की मात्रा का संतुलन बना रहे।
  • इसके लिए हमें लकड़ी, कागज़ के उत्पादों का उपयोग कम करना चाहिए। इसके स्थान पर हमे ई-पेपर या ई-बुक का इस्तेमाल करना चाहिए।
  • हमे जीवाश्म ईंधन का उपयोग कम करना चाहिए। जिससे वायु प्रदूषण की समस्या से बचा जा सके। ऐसा करने से हम पर्यावरण का संरक्षण कर सकते है।
  • किसानों को कीटनाशक और रासायनिक खाद का उपयोग काम करना चाहिए, जिससे पर्यावरण संरक्षण किया जा सके।
  • हमारे पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए हम 3R (recycle, reduce and reuse) की अवधारणा का उपयोग कर सकते है। इससे हम एक सामान को बार बार उपयोग पाएंगे और इससे पर्यावरण भी सुरक्षित रहेगा।
  • पर्यावरण को बचाने के लिए हमे अपने आस-पास के लोगो को जागरूक करना बहुत ही आवश्यक है, क्योंकि आज के समय भी लोग बहुत से चीजों से अनजान है। इसीलिए पर्यावरण संरक्षण के लिए लोगो को जागरूक करना बहुत जरूरी है।

पर्यावरण सुरक्षा के लिए सरकार के कदम Government Steps for Save Environment in India

हमारे पर्यावरण को बचाने के लिए सरकार ने कई कदम उठाये है। इसके साथ ही सरकार ने लोगो को जागरूक करने के लिए कई पहल भी किये है। जिनके बारे में जानकर सभी नागरिक पर्यावरण को बचाने के लिए सही कदम उठा सके। पर्यावरण को बचाने के लिए सरकार द्वारा उठाये कदम इस प्रकार है:

1. स्वच्छ भारत अभियान Swachh Bharat Abhiyaan

पढ़ें: स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध

पर्यावरण को बचाने के लिए भारत में सरकार द्वारा अब तक का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट स्वच्छ भारत अभियान है।

इस योजना की शुरुआत हमारे प्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नई दिल्ली के राजघाट पर 2 अक्टूबर 2014 को किया गया था। इस योजना का मकसद भारत को पूरी तरह से साफ़ सुथरा बनाना और हमारे पर्यावरण को सुरक्षित रखना।

2. नदियों की सफाई Cleaning of Rivers

आपको बता दें कि हमारे पंद्रहवें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने तीन दिन गंगा नदी की सफाई के अपने लक्ष्य को पूरा किया है।

गंगा नदी की सफाई करने से पर्यावरण नही अनुकूल बना रहेगा और इसके अलावा श्रद्धालुओं के लिए गंगा पवित्र भी रहेगी। इस योजना को प्रधानमंत्री ने जल संसाधन मंत्री सुश्री उमा भारती को सौंपा था।

पर्यावरण संरक्षण पर 10 नारे Slogans on Save Environment in Hindi

नीचे हमने पर्यावरण संरक्षण पर 10 बेहतरीन नारे दिए हैं जिन्हें आप विभिन्न कार्यक्रम और उत्सवों में उपयोग कर सकते हैं-

  • पर्यावरण का रखें ध्यान, तभी बनेगा देश महान।
  • पर्यावरण है हम सबकी जान, पेड़ लगाओ, जग स्वच्छ बनाओ, करो इसका सम्मान।
  • हम सबका है एक ही नारा, स्वच्छ सुंदर हो विश्व हमारा।
  • हमको रोकना होगा प्रदूषण, तभी होगा पर्यावरण का सही पालन-पोषण।
  • आने वाली पीढ़ी है बुद्धिमान और प्यारी, पर्यावरण की रक्षा है ज़िम्मेदारी हमारी।
  • आओ बच्चों समझें एक बात ज्ञान की, पेड़ पौधे करते हैं रक्षा हमारे प्राण की।
  • प्रकृति का ना करें हरण, आओ बचाएं पर्यावरण।
  • वातावरण को शुद्ध बनाना होगा, प्रदूषण मुक्त विश्व बनाना होगा।
  • वृक्ष, पानी और स्वच्छ हवा, यह तीन है जीवन रक्षा की अनमोल दवा।
  • पेड़ पौधों को ना करो नष्ट, वरना सांस लेने में होगा कष्ट।

निष्कर्ष Conclusion

आज अगर हम पर्यावरण सुरक्षा पर ध्यान नहीं देंगे तो आने वाले समय में हम पृथ्वी के विनाश को रोक नहीं पाएंगे। हमें अपने पर्यावरण को बचाने की शुरुवात आज और इसी वक्त से शुरू कर देना चाहिए।

आशा करते हैं पर्यावरण संरक्षण पर निबंध व नारे (Save Environment Essay & Slogans in Hindi) पर यह लेख आपको पसंद आया होगा।

essay on keeping surrounding clean in hindi

नमस्कार रीडर्स, मैं बिजय कुमार, 1Hindi का फाउंडर हूँ। मैं एक प्रोफेशनल Blogger हूँ। मैं अपने इस Hindi Website पर Motivational, Self Development और Online Technology, Health से जुड़े अपने Knowledge को Share करता हूँ।

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12 Comments

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स्वच्छ विद्यालय पर निबंध- Essay on Cleanliness in School in Hindi

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स्वच्छ विद्यालय पर निबंध- Essay on Cleanliness in School in Hindi

भूमिका

प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में साफ सफाई का बहुत महत्व है। हमारे आस पास का वातावरण स्वच्छ और साफ सुथरा होना चाहिए। विद्यार्थी जीवन में हम अपना अधिकतर समय स्कूल में ही व्यतीत करते हैं इसलिए हमारा विद्यालय का स्वच्छ होना बहुत ही आवश्यक है। यदि हमारा विद्यालय स्वच्छ नहीं होगा तो हम रोगों से ग्रस्त हो जाऐंगे जिनका इलाज भी संभव नहीं है। स्वच्छ विद्यालय के लिए मानव संसाधन विकास मंत्री इरानी स्मृति ने 25 सितंबर, 2014 को स्वच्छ भारत स्वच्छ विद्यालय अभियान का उद्घाटन किया था।

स्वच्छ विद्यालय के लाभ

स्वच्छ विद्यालय में पढ़ते समय मन भी लगता है और विद्यार्थी स्वस्थ रहता है। विद्यालय में साफ सफाई रहती है और विद्यालय दिखने में भी सुंदर लगता है। विद्यालय के शिक्षक और बच्चे खुशहाल रहते हैं।

विद्याल को स्वच्छ रखने को तरीके

विद्यालय को स्वच्छ रखने के लिए शिक्षक और विद्यार्थी समान रूप से भागीदारी दिखा सकते है जिसके लिए निम्नलिखित कार्य किए जा सकते हैं-

1. विद्यार्थी को कूड़ा खुले में नहीं डालना चाहिए बल्कि उन्हें कूड़ेदान में ही डालना चाहिए। 2. प्रत्येक कक्षा के बाहर छोटे छोटे कूड़ेदान रखे होने चाहिए। 3. स्कूल के मैदान की सफाई प्रतिदिन होनी चाहिए क्योंकि बच्चे वहीं पर खेलते हैं। 4. पानी की टंकी की प्रतिमाह सफाई होनी चाहिए और स्कूल में आने वाले पानी की समय समय पर जाँच होनी चाहिए। 5. विद्यार्थियों को अपनी और अपनी वर्दी की नियमित रूप से सफाई करनी चाहिए। 6. बच्चों को साफ सफाई के प्रति जागरूक किया जाना चाहिए। 7. समय समय पर स्कूल में साफ सफाई संबंधी प्रतियोगिताएँ करवाई जानी चाहिए। 8. शौचालयों तो नियमित रूप से सफाई की जानी चाहिए।

निष्कर्ष

स्वच्छ विद्यालय बच्चों के उज्जवल भविष्य देने में सहायक है जिसमें विद्यार्थी शारीरीक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहता है और रोगों से मुक्त रहता है। स्वच्छ विद्यालय बनाने के लिए सभी को प्रयास करना चाहिए और अभिभावकों भी स्कूल की स्वच्छता पर ध्यान देना चाहिए। स्वच्छ विद्यालय केवल स्कूल की साफ सफाई से नहीं बनता बल्कि स्वच्छ विद्यालय में विद्यार्थी, शिक्षक और कर्मचारी आदि भी स्वच्छ होने चाहिए और उन्हें नियमित रूप से सफाई करनी चाहिए। मोदी जी के द्वारा भी स्वच्छ भारत अभियान चलाया गया है जिसका मुख्य उद्देश्य पूरे भारत को स्वच्छ बनाना है। बच्चों को बचपन से ही स्वच्छता की आदत डालनी चाहिए और उन्हें गंदगी से होने वाली बिमारियों के विषय में बताना चाहिए। स्वच्छ विद्यालय हर विद्यार्थी की आवश्यकता है।

# Swachh Bharat Swachh Vidyalaya in Hindi

Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi

Essay on Cleanliness in Hindi

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स्वस्थ कैसे रहें पर निबंध (How to Keep Healthy Essay in Hindi)

हमेशा से ही कहा जाता रहा है कि ‘सेहत’ ही इंसान की असली दौलत होती है। हमारे शरीर की फिटनेस और स्वास्थ्य ही हमें अपने जीवन में हर समय ऊर्जावान बनाये रखने में मदद करती है। इन दिनों हम देख रहे हैं, कि हम में से कई लोग स्वास्थ्य संबंधी किसी न किसी समस्या से पीड़ित हैं। यह सब हमारे स्वास्थ्य के प्रति हमारी लापरवाही और खानपान के कारण होती है। अपने शरीर को स्वस्थ रखने और अच्छे जीवन को पाने के लिए हमें विभिन्न चीजों के पालन करने की आवश्यकता हैं।

मैंने इस निबंध के माध्यम से स्वस्थ और फिट रहने के कुछ सामान्य तरीके को दर्शाया है। मैं आशा करता हूं कि यह निबंध आपको आपके जीवन में इन आदतों को विकसित करने और स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रोत्साहित करेगा।

स्वस्थ रहने के तरीके पर दीर्घ निबंध (Long Essay on How to Keep Healthy in Hindi, Swasth rahane ke tarike par Nibandh Hindi mein)

1500 words essay.

स्वास्थ्य होने का मतलब केवल बाहरी यानी शारीरिक रूप से स्वस्थ होने से नहीं होता है। इसमें शारीरिक, मानसिक और सामाजिक स्वस्थ होना भी बहुत ही आवश्यक है। अच्छा स्वस्थ हमें अधिक ऊर्जा और कार्य करने की क्षमता से लाभान्वित करता है। हममें से हर कोई स्वस्थ और फिट रहने की इच्छा रखता है। लेकिन आपको खुद को स्वस्थ और फिट रहने के लिए बहुत ही प्रयास करने की आवश्यकता होती है। शरीर की देखभाल करने और स्वस्थ रहने का भाव हमारे मन में तभी आता है, जब हम स्वस्थ की समस्याओं से पीड़ित होते हैं। एक स्वस्थ शरीर हमें तनाव से मुक्त रखने में हमारी मदद करता है और तनाव से मुक्त रहकर हम अपने जीवन को स्वस्थ और खुशहाल बना सकते है।

स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं की उत्पत्ति

बहुत तेज गति से चल रही हमारी व्यस्त जीवन शैली में हमारे जीवन में आने वाली गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हमारे लिए बहुत ही चिंता का विषय होती है। तनाव और परेशानियां हमारे इस व्यस्त और भागदौड़ भरी जिंदगी का हिस्सा बन गयी हैं। यह हमारे मन और शरीर के संतुलन को बिगाड़ देता है। हमारे व्यस्त भरी जिंदगी में, हमारे पास अपना ख्याल रखने तक का समय भी नहीं होता है। हमारे स्वास्थ्य के प्रति यही लापरवाही हमारे शरीर को बेढंग और हमारे लिए अनेक स्वास्थ्य समस्याएं पैदा करती है।

हम अपने स्वस्थ जीवन शैली को जीना तक भूल जाते हैं। आज के समय में मोबाइल भी हमारी स्वास्थ्य समस्या का मूल कारण में से एक है। हममें से बहुत से लोग अपना भोजन, व्यायाम आदि दिनचर्या को भुलाकर केवल इसी मोबाईल की दुनिया में ही व्यस्त रहते हैं। अस्वास्थ्यकारी भोजन करने की आदत भी हमारे शरीर में विभिन्न प्रकार की बीमारियां और समस्याएं पैदा करती है। इस पीढ़ी के युवाओं में धूम्रपान, शराब पीने और नशीली दवाओं के उपयोग की आदत बहुत तेजी से बढ़ रही है और यही आज की युवा पीढ़ी में विभिन्न गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को पैदा करने का एक प्रमुख कारण बन गई है।

स्वस्थ रहने के कुछ आवश्यक तरीके

स्वास्थय के प्रति लापरवाही ही हमारे अस्वस्थ होने का कारण होती है। इसका एहसास हमें तब होता है, जब हम विभिन्न स्वास्थय समस्याओं से पीड़ित हो जाते हैं। हमारी शारीरिक प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती हैं और इस प्रकार हम किसी भी प्रकार की बीमारी की चपेट में आसानी से आ जाते हैं। हमारे शरीर को स्वस्थ और फिट रखने के लिए बहुत ही धैर्य और प्रयास की आवश्यकता होती है। ऐसा करना मुश्किल अवश्य है पर असंभव नहीं है। हमें खुद ही अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की आवश्यकता है। इसलिए हमें खुद को स्वस्थ रखने के लिए कई रणनीतियों का अपनाने की आवश्यकता हैं। खुद को स्वस्थ रखने के लिए मैंने यहां निचे कुछ उपायों को दर्शाया है, जो की हमें स्वस्थ रखने में मददगार साबित होंगी।

  • पौष्टिक भोजन करें

स्वस्थ शरीर के लिए हमें अपने आहार में स्वस्थ भोजन को अपनाना चाहिए। हमें अपने भोजन में पत्तेदार हरी सब्जियां, अनाज, दालें, फल आदि को अपने आहार में शामिल करना चाहिए। ये खाद्य पदार्थ विटामिन, प्रोटीन, खनिज और अन्य पौष्टिक आहार, जो हमारे विकास के लिए महत्वपूर्ण और आवश्यक होते है, ये सभी घटक इन खाद्य पदार्थों में शामिल होते हैं। हमें जंकफूड खाने और कोल्ड ड्रिंक्स पिने से खुद को बचाना चाहिए, क्योंकि इनमें कोई भी पोषक तत्व नहीं होते हैं। ये खाद्य पदार्थ केवल टेस्ट या स्वाद के लिए अच्छे होते हैं लेकिन ये हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही हानिकारक होते हैं। ये हमारे मोटापे की समस्या का मुख्य कारण हैं, जिसके कारण आजकल बहुत से लोग इससे पीड़ित हैं।

कोविड-19 के इस महामारी के दौरान विश्व स्वास्थ्य संगठन और हमारे राष्ट्रीय स्वास्थ्य विभागों द्वारा भोजन में पौष्टिक आहार लेने और अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने की सलाह पहले ही दी जा चुकी है। यह हमें इस घातक महामारी से बचाव और कई अन्य रोगों से बचाने में हमारी मदद करती है। इस तरह के भोजन से हम खुद को रोग मुक्त और अपने शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं।

  • रोजाना व्यायाम करें

हमें अपने व्यस्त कार्यक्रम में से कुछ समय अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए व्यायाम करने की आवश्यकता हैं। रोजाना 20-30 मिनट का वर्कआउट और फास्ट वॉकिंग हमें किसी भी तरह की बीमारी या स्वास्थ्य संबंधी समस्या को दूर करने में हमारी सहायता करती है। यह हमारी सहनशीलता को बढ़ाने और हमारी मांसपेशियों और हड्डियों को मजबूत करने में हमारी मदद करती है। यह तनाव को रोकने में भी हमारी मदद करती है और हमें अच्छी नींद देती है। योग और ध्यान से भी हमें अपने शारीर को फिट और उर्जावान बनाये रखने में मदद मिलती हैं।

  • भरपूर पानी का सेवन

हमें नियमित रूप से अधिक पानी पिने की आदत को अपनाना चाहिए। पानी के नियमित सेवन करने से हमारे शरीर से विषाक्त और अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालने में मदद मिलती है। खूब पानी पीना भी स्वस्थ जीवन शैली का एक हिस्सा है। रोजाना कम पानी पीना भी कई गंभीर स्वास्थ्य समस्या का कारण बन सकती है।

  • सुबह जल्दी उठना

हमें हमेशा से ही यह सलाह दी जाती है कि – “जल्दी सोना और सुबह जल्दी उठाना व्यक्ति को स्वस्थ, धनी और बुद्धिमान बनाता है”। हम सभी को सुबह जल्दी उठने की आदत को विकसित करना चाहिए। सुबह की सैर या जॉगिंग हमारे शरीर को ताजी ऑक्सीजन युक्त हवा से समृद्ध कराती है। सुबह जल्दी उठने से हम खुद को अधिक सक्रीय और ऊर्जावान महसूस करते है। हम अपने अलग-अलग काम को समय से पूरा कर सकते हैं, और इससे देर होने के अनावश्यक तनाव से भी बचा जा सकता है। एक अच्छी नींद जो हमारे दिमाग और शरीर को आराम देती है, जो की एक स्वस्थ शरीर के लिए बहुत ही आवश्यक है।

  • अपने भोजन को ठीक से चबाकर खाये

इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में हम में से बहुत से लोग खाना ठीक से चबाए बिना ही जल्दी से खा लेते हैं। हमें भोजन को ठीक से चबाकर खाना बहुत ही आवश्यक है। चबाया हुआ भोजन शरीर द्वारा आसानी से पचाया जा सकता है और इस प्रकार हमें अधिक पोषण और ऊर्जा प्राप्त होती है। ठीक से चबाकर खाया हुआ भोजन हमारे शरीर को अधिक पोषण और शक्ति प्रदान करता है। अगर हम खाना ठीक से चबाए बिना खाते हैं, तो इससे पाचन संबंधी कई समस्याएं हो सकती हैं और इसके कारण पेट में सूजन और वजन बढ़ सकता है।

  • स्वच्छ जीवन

हमें स्वयं को विभिन्न रोगों से मुक्त रखने के लिए अच्छी स्वछता बहुत ही आवश्यक है। अस्वच्छ रहन-सहन कई बार हमारी गंभीर बीमारियों का कारण बन जाती है। हमें नहाने, खान से पहले हाथ धोने और अपने आस-पास के पर्यावरण को साफ़ और स्वच्छ रखने की अच्छी आदत विकसित करनी चाहिए। अच्छी स्वच्छता बनाए रखना स्वस्थ जीवन शैली का एक आवश्यक अंग है।

  • मोबाइल फोन का सीमित उपयोग करें

आजकल मोबाइल फोन आलस्य और लापरवाही का कारण बन गया है। कई बार हम डायनिंग टेबल पर भी इसका इस्तेमाल नहीं छोड़ते हैं। हमें मोबाइल फोन के उपयोग को सीमित करने की आवश्यकता हैं, ताकि हम अपने शरीर और उसकी आवश्यकताओं पर ध्यान केंद्रित कर सकें। इससे हमें अपने काम को समय पर पूरा कर सकेंगे और अपने स्वास्थ्य को ठीक रखने में भी काफी सहायता मिलेगी।

क्या अमीरी की जगह अच्छे स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी जानी चाहिए ?

आजकल लोग आमतौर पर पैसा कमाने और सफलता के पीछे भागने पर अधिक ध्यान देते हैं। वे सभी अपने स्वास्थ्य की परवाह किये बिना ही कड़ी मेहनत करते हैं। इस तरह से हमारी इच्छाएं कभी खत्म नहीं होती है और साथ ही हमारे स्वास्थ पर इसका काफी असर होता है। इन दिनों हममें से ज्यादातर लोगों को मोटापा, मधुमेह, कैंसर, फेफड़ों की समस्या, अस्थमा, उच्च रक्तचाप आदि जैसे कई गंभीर समस्याओं से पीड़ित व्यक्ति को देखा जा सकता हैं। यह बदलाव हमारे व्यस्त जीवन शैली और हमारे अस्वस्थ खाने की आदतों के कारण होती है।

मुझे लगता है कि इस तरह से पैसे कमाने का कोई फायदा नहीं है, जिसके कारण हमारा स्वास्थ्य ही खराब हो जाए। पैसा स्वास्थ्य से ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं है क्योंकि एक बार जब हम बीमार हो जाते हैं तो पैसा हमारे स्वास्थ्य और फिटनेस को वापस नहीं कर सकता है। इसलिए स्वास्थ्य को पैसे से ज्यादा महत्वपूर्ण समझा जाता है, क्योंकि अच्छा स्वास्थ्य हमें खुश रखता है और हमें विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं से भी मुक्त रखता है। यदि हम खुद को स्वस्थ रखते है तो हम जीवन भर पैसे कमा सकते हैं लेकिन स्वास्थ्य खराब हो जाने पर ये पैसे दोबारा हमें कभी वैसा स्वास्थ्य नहीं दे सकते है।

स्वस्थ तन में ही स्वस्थ मन और विचार का वास होता है। सकारात्मक सोच हमारे स्वास्थ्य को भी बढ़ावा देती है, क्योंकि यह हमारे मन और शरीर में नकारात्मकता और अवांछित तनाव से छुटकारा दिलाने में हमारी मदद करते है। शरीर के स्वास्थ्य स्थिति के बारे में नियमित रूप से सूचित करने के लिए हमें अपने शरीर की नियमित जांच कराने की आवश्यकता है।

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स्वच्छता की परिभाषा और महत्व | Cleanliness Importance Definition In Hindi

स्वच्छता की परिभाषा और महत्व | Cleanliness Importance Definition In Hindi:  मानव जीवन के लिए स्वच्छता बहुत आवश्यक हैं.

गंदगी तथा कचरे से अनेक प्रकार की बीमारियाँ हो जाती हैं. बच्चे, जवान, वृद्ध बीमारियों से दुःख पाते है. जिससे उनके शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती हैं.

आज के इस लेख में हम आपकों बता रहे है स्वच्छता का अर्थ  स्वच्छता की परिभाषा  स्वच्छता का महत्व के बारे में विस्तार से जानेगे.

स्वच्छता की परिभाषा महत्व Cleanliness Importance Definition Hindi

अस्वच्छता से पर्यावरण प्रदूषित होता हैं. गंदगी के कारण अनेक प्रकार की प्रतिकूल दशाएं भी उत्पन्न हो जाती हैं.

इन सभी प्रतिकूल दशाओं से बचने के लिए एवं इन बीमारियों को मिटाने तथा पर्यावरण संरक्षण हेतु मानव के लिए स्वच्छता की आवश्यकता होती हैं.

स्वच्छता क्या है (what is cleanliness in hindi)

वे सभी प्रावधान, सुविधाएं सेवाएं जो मानव के मल मूत्र एवं कचरे आदि का निस्तारण करने में भूमिका अदा करते हैं. यह प्रक्रिया स्वच्छता कहलाती हैं.

  • सभी प्रकार की गंदगी को दूर कर, निरोग एवं आरामदायक जीवन जीना स्वच्छता हैं.
  • मानव जीवन मूल्यों में एक मूल्य स्वच्छ रहना भी है. स्वच्छता भारतीय संस्कृति का प्रतीक हैं.
  • भारतीय दर्शन में शरीर आत्मा मन बुद्धि व पर्यावरण को शुद्ध रखना, मानव जीवन का महत्वपूर्ण कार्य बताया गया है.
  • बिमारी फैलाने वाले कचरे में पारिवारिक और कारखानों का दूषित जल, मानव व पशुओं का ठोस कचरा व कृषि सम्बन्धी कचरे शामिल हैं.
  • स्वच्छता पूर्ण रूप से एक बड़ा विचार है. इसे विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अनेक प्रकार से परिभाषित किया हैं.
  • पर्यावरण को दूषित करने का एक कारण कचरे का खराब नियंत्रण भी हैं.

स्वच्छता की परिभाषा विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार (definition of cleanliness in hindi)

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने स्वच्छता को कई प्रकार से परिभाषित किया हैं.

  • लोगों को स्वच्छता के लिए शौचालयों व दूषित पानी को स्वच्छ करने के साधनों व उपायों को करने की आवश्यकता है.
  • स्वच्छता का सामान्य आशय उन प्रावधानों सुविधाओं और सेवाओं से है जो मानव के मल मूत्र और कचरे का सुरक्षित निस्तारण करते हैं.
  • बहुत से व्यवसायी लोग इस बात पर सहमत है कि स्वच्छता पूर्ण रूप से एक बड़ा विचार है कि इसमें निम्नलिखित बातों में सम्मिलित हैं.
  • मानव मल मूत्र कचरे आदि का सुरक्षित संग्रहण, भंडारण उपचार निस्तारण तथा पुनः प्रयोग.
  • ठोस कचरे का पुनः प्रयोग और पुनः चक्रण का प्रबंधन
  • पारिवारिक दूषित जल की निकासी और निस्तारण और पुनः प्रयोग पुनः चक्रण के उपाय.
  • तूफान के पानी की निकासी व्यवस्था
  • औद्योगिक कचरे का संग्रहण व निस्तारण प्रबंधन
  • खतरनाक कचरा जैसे रासायनिक कचरा, रेडियोएक्टिव कचरा और अस्पतालों का कचरा आदि का संग्रहण व निस्तारण प्रबंधन.

मानव जीवन में स्वच्छता का महत्व (Importance of cleanliness in human life)

मानव जीवन मूल्यों में एक मूल्य स्वच्छ रहना भी शामिल हैं. स्वच्छता भारतीय संस्कृति का प्रतीक हैं. भारतीय दर्शन में शरीर आत्मा, मन, बुद्धि तथा पर्यावरण का शुद्ध रखना मानव जीवन का महत्वपूर्ण कार्य बताया गया है.

स्वच्छता पूर्ण रूप में एक बड़ा विचार है. वर्तमान में शहरीकरण और औद्योगिकीकरण की प्रक्रियाओं ने कचरे की मात्रा को बढ़ावा दिया हैं.

कचरे या गंदगी का पैदा होना वर्तमान में एक मुख्य समस्या बन गई है. मानव के द्वारा स्वच्छता रखने से कचरे व गंदगी का निस्तारण तो होता ही है

साथ में अनेक प्रकार की बीमारियों व संक्रामक रोगों से भी मुक्ति मिल जाती है. स्वच्छता से हानिकारक कीट उत्पन्न नहीं हो पाते जिससे बीमारियों के फैलने पर रोक लग जाती हैं.

स्वच्छता के कारण मानव की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है जिससे मानव की औसत आयु बढ़ती है. स्वच्छता से पर्यावरणीय दशाएं अनुकूल बनी रहती है. किसी भी प्रकार का पर्यावरण प्रदूषण स्वच्छता से नियंत्रित हो जाता हैं.

स्वच्छता से शरीर शुद्ध रहता है, जिसमें बौद्धिक विकास होता है. स्वच्छ दशाओं से खाद्य जाल, खाद्य श्रंखला संतुलित बनती है जो पारिस्थितिकी तंत्र को संतुलित बनाए रखती हैं. उपरोक्त सभी कारणों से मानव जीवन में स्वच्छता महत्वपूर्ण स्थान है.

स्वच्छता का महत्व एवं घर की साफ सफाई | Cleanliness Health And Hygiene In Hindi

स्वस्थ रहने के लिए स्वच्छता आवश्यक है. घर वह स्थान होता है, जहाँ हमारा परिवार निवास करता है. परिवार के सभी सदस्यों को प्रसन्न चित व स्वस्थ रखने के लिए हमे अपने आवास और आसपास के स्थान को स्वच्छ रखना चाहिए. 

स्वच्छता का महत्व और अपने घर की साफ सफाई के लिए हमे निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए.

  • मकान की नालियाँ साफ सुथरी व ढकी हुई हो.
  • शौचालय व स्नानघर प्रतिदिन अच्छी तरह से साफ़ किये जाने चाहिए. क्योंकि यहाँ कीटाणु पनपने की सम्भावना सर्वाधिक होती है.
  • घर की नालियों में कीटनाशकों का नियमित छिड़काव किया जाना चाहिए.
  • कमरों में से दूषित हवा निकलने के लिए रोशनदान की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए.
  • समस्त कूड़ा करकट प्रतिदिन एक कूड़ेदान में एकत्र करने चाहिए. यह कूड़ादान ढक्कन वाला होना चाहिए.
  • रसोईघर में धुंए के निकास के लिए चिमनी की व्यवस्था होनी चाहिए.
  • घर में प्रतिदिन फिनायल आदि डालकर पोछा लगाया जाना चाहिए ताकि मक्खी मच्छर न फ़ैल सके.
  • घर का समस्त कूड़ा करकट बाहर नही फेकना चाहिए, इसे नगर परिषद् के सफाई कर्मचारी के सुपुर्द किया जाना चाहिए.
  • गली मुहल्ले की नालियाँ भी साफ करवानी चाहिए.
  • नगर परिषद से सम्पर्क कर समय समय पर कीटनाशकों फिनाइल, बीएचसी पाउडर आदि का छिडकाव करवाना चाहिए.
  • सामुदायिक स्वास्थ्य के लिए आवासीय बस्तियाँ योजनाबद्ध रूप से बसी होनी चाहिए, जिससे सभी आवासों के लिए समुचित हवा, पानी, रोशनी, जल निकास व शौचालय आदि की व्यवस्था हो.
  • गंदे जल के निकास की नालियाँ व गटर ढके हुए हो.
  • आवासीय बस्तियों में जल के गड्डे नही होने चाहिए, क्योंकि इन स्थानों पर मच्छर पनपने की संभावना अधिक रहती है.
  • जल स्रोत साफ स्वच्छ होने चाहिए, कुएँ ढकें हो, जिनमें समय समय पर जीवाणुनाशक दवाइयाँ डाली जाती रहे.
  • हैण्डपंप, कुएँ व बावडियों आदि के आस-पास का स्थान स्वच्छ रखना चाहिए. इन स्रोतों में कपड़े व बर्तन धोना, स्वयं नहाना, जानवरों को नहलाना आदि कार्य नही करने चाहिए.
  • पानी की टंकियो की नियमित सफाई की जानी चाहिए.
  • बस्ती में वृक्षारोपण करना चाहिए.
  • मरे हुए जानवरों को जलस्रोत या बस्तियों से दूर उचित स्थान पर डालना चाहिए.
  • हर घर के बाहर या कुछ घरों के बिच कचरा पात्र रखे जाए.
  • समुदाय के लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा करनी चाहिए.
  • लोगों को गंदगी से होने वाली बीमारियों व संक्रामक रोगों के बारे में जानकारी होनी चाहिए, ताकि वे अपने आस-पास के क्षेत्र को साफ सुथरा रख सके.
  • भारत सरकार ने 15 अगस्त 2014 को स्वच्छ भारत मिशन कार्यक्रम शुरू किया है, जिसके तहत 2 अक्टूबर 2019 तक  Swachh  Bharat Abhiyan चलेगा.

स्वच्छता क्या है- स्वच्छ शब्द का अर्थ है अत्यंत साफ, विशुद्ध, उज्ज्वल व स्वस्थ. ता प्रत्यय जोड़ने पर भाववाचक स्वच्छता का आशय सब प्रकार से साफ़ सफाई निर्मलता एवं पवित्रता हैं.

मन ह्रदय, शरीर तथा वस्त्रों की घर बाहर, पानी, वायु, भूमि आदि की निर्मलता या सफाई रखना ही स्वच्छता हैं. स्वच्छता अच्छे स्वास्थ्य, अच्छे संस्कार एवं सुसभ्यता की निशानी हैं.

स्वच्छता के प्रकार- स्वच्छता के अनेक प्रकार हैं. जैसे मन और शरीर की स्वच्छता, घर आंगन की स्वच्छता, पेयजल और भूमि की स्वच्छता, वायुमंडल और पर्यावरण की स्वच्छता, ये सब स्वच्छता के भेद हैं.

महात्मा गांधी ने अपने पत्रों के माध्यम से स्वच्छता के महत्व पर सुंदर विचार व्यक्त किये थे. इसी आशय से हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रव्यापी स्वच्छता अभियान का शुभारम्भ किया हैं.

स्वच्छता के लाभ- स्वच्छता का सीधा सम्बन्ध हमारी सभ्यता एवं स्वास्थ्य से हैं. खान पान में स्वच्छता रखने से शरीर स्वस्थ रहता है.

घरों के आसपास, सडकों, नालियों, पोखरों, नदियों आदि में गंदगी न फैलने से सारा वातावरण स्वच्छ रहता हैं. फलस्वरूप मानव तथा अन्य प्राणियों की आयु एवं स्वास्थ्य का स्तर बढ़ जाता हैं.

स्वच्छता हमारा योगदान- हमें अपने देश को स्वच्छ बनाए रखने के लिए घर से लेकर सार्वजनिक स्थानों तक सर्वत्र स्वच्छ रखना चाहिए. खुले में शौच नहीं करना चाहिए, गंदगी नही फैलानी चाहिए.

पेयजल को स्वच्छ रखना चाहिए. परन्तु हमें स्वयं ऐसा नहीं करना चाहिए और दूसरों को भी ऐसा करने से रोकना चाहिए. इसमें परस्पर सहयोग एवं सहभागिता का प्रयास जरुरी हैं.

उपसंहार – स्वच्छता मानव सभ्यता का एक श्रेष्ठ संस्कार हैं. स्वच्छता से समस्त पर्यावरण को स्वच्छ रखने की चेतना बढ़ती हैं.

भारत में स्वच्छता अभियान एक अच्छी योजना हैं. सुनागरिक होने के नाते हमें स्वच्छता के प्रसार प्रचार में योगदान करना चाहिए.

One comment

Thnxx ,it helped me a lot.

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Essay on Cleanliness of Environment for Kids

Kids nowadays are growing up in a world where they are constantly exposed to germs. They go to school, play outside and come into contact with people and things that can cause infections. The best way to protect themselves from getting sick is by being clean. Here is an essay on how you can help your kids stay clean and healthy by teaching them the importance of keeping their environment clean. When we think about the environment, the first thing that comes to mind is the pollution humans create. In reality, the cleanliness of our surroundings is just as important as our environmental responsibility . Read BYJU’S essay on cleanliness of the environment to learn the significance of keeping the environment clean.

The health of people and other living beings depends on a healthy environment. Clean air and water are essential for human health, while plants need clean soil to grow healthy. Keeping our surroundings clean can help protect our health and the environment. There is a famous saying, “ Cleanliness is Godliness ”, and we must follow some basic hygiene steps to maintain the same. Encourage your kids to participate in environmental education programmes. These programmes teach kids about the importance of conserving resources and keeping our planet clean. In addition, we have briefly explained the top five ways to keep our environment clean in this short essay on cleanliness of the environment.

Cleanliness of Environment

Table of Contents

How to encourage good hygiene in kids, top 5 ways to keep the environment clean, importance of cleanliness.

Cleanliness is one of the most important things to maintain in our environment. It is not only good for the environment but also for all living beings. We need to encourage good hygiene in our kids if we want them to be responsible stewards of their surroundings. We have provided some ways to maintain the cleanliness of the environment here in BYJU’S essay on cleanliness of environment in English.

Set a good example yourself and keep your home clean. This will help your kids see that it is vital to take care of their environment. Help your kids learn about the importance of taking care of their bodies. Talk about how dirty our hands and feet can be, and show them how easy it is to clean them up.

There is no denying that maintaining a clean environment is something that we need to always keep in mind. It improves the overall look and feel of our surroundings, and it also helps protect the health of ourselves and the animals that reside in our ecosystem. This cleanliness of environment essay will discuss the top five ways to clean up our environment that positively impact both the quality of life and the environment itself.

  • There are many ways that you can help keep the environment clean. The first way to keep the environment clean is by maintaining a healthy ecosystem and reducing the usage of chemical pesticides and fertilizers.
  • Keeping the environment clean is essential for everyone. Children are the future of the world, and they need to learn how to care for the environment.
  • Using less energy can save a lot of money in the long run. For example, if we use electricity to power our lights instead of a light bulb, we can save a lot of money.
  • Recycling can also save money. If we recycle materials, such as paper, plastic, and metals, we will save a lot of money in the long run.
  • Finally, using public transportation is one of the best ways to conserve energy and protect the environment. Public transit uses less fuel than driving in cars. It also reduces traffic congestion and air pollution.

Pollution is a problem any time it enters the environment. Across the world, pollution comes from several sources, including automobiles and factories. Pollution also comes from natural sources, such as rain, sea salt, volcanoes etc. Here are two reasons why it is vital to keep our environment clean:

  • Good for our health : Pollution can cause respiratory problems, heart disease, and even cancer. By keeping our environment clean, we can reduce the risk of these illnesses. It protects our resources. Polluting our environment harms natural resources such as water and air. We can save environment and these resources for future generations by cleaning up our act.
  • It preserves our heritage : When improperly disposed waste ends up in rivers and oceans, it can harm fish populations and contaminate marine habitats. By keeping our environment clean, we can prevent pollution and preserve all the species in aquatic habitats as well as other living beings on Earth.

It is now commonly acknowledged that the health of our environment is linked to our own. We must take measures to clean up our act and preserve the natural resources we depend on. However, many people continue to put their convenience above all else, leading to an increasingly polluted world. We need to reduce the cause and make a difference. We can create a cleaner, healthier future for ourselves and for generations to come by doing so. For more kids learning activities, like essays , worksheets and stories , visit BYJU’S website.

Frequently Asked Questions on Essay on Cleanliness of Environment

What are some ways to clean the environment.

There are many ways to clean the environment. Some of the ways are recycling, composting and using green energy. Each of these methods has its pros and cons, so it is important to choose the one that best suits our needs.

What is the importance of a clean environment?

A clean environment is vital because it can help improve health and well-being because it reduces the exposure people have to harmful chemicals. It can also reduce the risk of accidents because it makes it easier to see and avoid obstacles. Finally, a clean environment is less likely to produce harmful emissions that can impact the environment and human health.

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essay on keeping surrounding clean in hindi

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  • Cleanliness Essay

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Essay on Cleanliness

Introduction.

Cleanliness refers to the art of keeping our body, mind, house, work area and our surroundings clean. We can divide cleanliness into various types such as cleaning clothes, cleaning streets, clean surroundings, clean homes and personal cleanliness. We should make cleanliness our habit because cleaning of our body is important for good physical and mental health. Cleanliness of our surroundings and environment is essential for social and intellectual health. We should never compromise with cleanliness. Parents and teachers must encourage children to adopt the habit of cleanliness and make this a part of our lives. 

Cleanliness is not other’s responsibility. It is our own responsibility. It is very important to have a healthy living so basic cleanliness is significant in life. It is as essential as we need food, water and clothes to live. Absence of cleanliness leads to various types of diseases, illness and breeding places for flies, mosquitoes and cockroaches. 

Basic cleanliness starts from our own personal cleanliness and hygiene. To start with, we must wash hands regularly. Washing hands keeps germs and bacteria away. So, it is very important to wash hands before eating a meal. When we come back home from outside, the first thing we should do is wash hands to clean all dirt and germs. Every day we should take a bath and wear clean clothes. Clothes should be washed daily. After using the toilet, we must always wash hands with soap. We must cut or trim nails regularly. Cutting nails is essential for personal hygiene. If we don’t cut or trim nails regularly, then there is a high possibility for the dirt and germs to enter our body. In addition, brushing and flossing twice daily are also important for oral hygiene.

We must keep our homes clean all time. We should ensure that dusting, sweeping and mopping are done daily. Instead of littering our house with papers and wrappers, we must inculcate the habit of throwing them in wastebaskets. We should clean our bathrooms daily.  Our kitchen, where food is being cooked and stored should be cleaned and hygiene must be maintained. We must cover food all times so that flies and other insects don’t get into them. Utensils should be covered while cooking. After cooking and eating, dishes, spoons, glasses and other vessels should be thoroughly cleaned with hot water and soap. We should wash raw vegetables and fruits before consuming. We must eat fresh and hygienic food and avoid eating outside. If we leave food items out for a long time then there could be a growth of bacteria and viruses so refrigeration or other ways of storing food items is important. The source of drinking water should be proper. Drinking water should be either boiled or filtered through modern UV technology. Pest control and sanitization should be done periodically at homes to keep away cockroaches and flies. 

We must realize that keeping our surroundings and environment clean is as important as keeping our homes clean. It is the responsibility of every individual to keep the public places clean. One important way to keep the public places clean is to stop littering roads and streets. People should be educated not to spit and urinate in public. Proper toilets should be built in public places to avoid this. Proper sanitization of the drain pipes should be done. Everyone is responsible for the country’s environment. Cleaning the environment plays an important role in the development of a country. Cleaning our surroundings encourages people to do better work because it helps to reduce stress and focus well on work. It also provides employment to many people and thus reduces poverty.

Our Prime Minister, Sri. Narendra Modi has launched the campaign of ‘Swachh Bharat Abhiyan’ to promote cleanliness of our environment. We should support this initiative started by our government for a better and clean country. There is a proverb saying, “Cleanliness is next to Godliness” which explains maintaining clean surrounding results in a fresh mind and body, which leads to a successful life. Cleanliness helps in bringing spirituality and concentration. Cleanliness is the responsibility of every citizen for a peaceful and healthy living.

arrow-right

FAQs on Cleanliness Essay

Q1. Why is Cleanliness Important?

Ans. Cleanliness is important for a healthy living. It plays an important role in the development of a country.

Q2. How do we Take Care of our Personal Hygiene?

Ans. Following is the ways to maintain our personal hygiene:

Wash hands before eating meals.

Take a shower daily and wear clean clothes.

Do brushing and flossing twice in a day for oral hygiene.

Cut or trim nails regularly to remove dirt.

Q3. What Steps Should be Taken to Keep our Environment Clean?

Don’t litter on roads and streets.

Don’t spit and urinate in public places.

Proper sanitization of drain pipes.

Build proper toilets in public places.

Q4. Which Campaign the Government of India to Promote Cleanliness has Initiated?

Ans. The government of India has launched the campaign Swachh Bharat Abhiyan to promote cleanliness of our surroundings.

Logo

Essay on Importance Of Clean Surroundings

Students are often asked to write an essay on Importance Of Clean Surroundings in their schools and colleges. And if you’re also looking for the same, we have created 100-word, 250-word, and 500-word essays on the topic.

Let’s take a look…

100 Words Essay on Importance Of Clean Surroundings

Good health.

Clean surroundings are key to good health. When our environment is dirty, germs spread quickly. These germs can make us sick. By keeping our surroundings clean, we reduce the chance of illness. This means we can go to school, play, and be happy without the worry of getting sick.

Pleasant Environment

A clean place looks beautiful and feels nice. It makes us feel good when we are in a tidy room or a neat garden. It is like when we wear clean clothes; we feel fresh. Everyone likes to be in a place that is clean and well-kept.

Protecting Nature

Nature gives us air, water, and food. Keeping our surroundings clean helps nature stay healthy. If we throw trash everywhere, it can harm plants and animals. By cleaning up, we show that we care for the earth and all its living things.

250 Words Essay on Importance Of Clean Surroundings

Why clean surroundings matter.

Clean surroundings are important for many reasons. First, they make the place where we live, play, and work look nice. No one likes to see trash or dirt around them. It is not only about looking good, but also about feeling good. When our environment is clean, we feel happy and healthy.

Health Benefits

A clean area is good for our health. Dirt and garbage can carry germs that make us sick. If we keep our surroundings clean, we can stop germs from spreading. This means we will not get ill often and can go to school or play with our friends without worry.

Nature gives us air to breathe, water to drink, and food to eat. When we throw trash everywhere, it can harm plants and animals. By keeping our surroundings clean, we protect these natural resources and make sure they are there for us and future generations.

Respect for Community

Clean surroundings show that we care about our community. When we keep our places clean, we show respect for ourselves and others. It makes our neighborhood a better place to live. Everyone, including visitors, will think well of our community.

In conclusion, clean surroundings are key to a healthy, happy, and respected community. It is up to each one of us to do our part. By throwing trash in bins, recycling, and helping to clean up, we make our world a better place. Let’s all try to keep our surroundings clean every day!

500 Words Essay on Importance Of Clean Surroundings

Imagine living in a place where you can breathe fresh air, play in clean parks, and walk on litter-free streets. Sounds nice, right? Keeping our surroundings clean is very important for many reasons. It makes our environment beautiful, keeps us healthy, and even helps plants and animals thrive.

Health Comes First

Clean surroundings mean fewer germs and diseases. When our homes, schools, and places we visit are clean, we get sick less often. Dust and dirt can cause allergies and breathing problems. By cleaning regularly, we can stop these problems before they start. It’s like when you wash your hands before eating; you’re stopping germs from getting into your body.

A Beautiful Environment

No one likes to see trash on the ground or smell bad odors. A clean place is pleasant to look at and makes us feel happy. Think about a park filled with colorful flowers and green grass. Now think of the same park with trash everywhere. Which one would you rather play in? Keeping our environment clean helps keep it beautiful for everyone to enjoy.

Good for Animals and Plants

Animals and plants need clean water, air, and soil to live. When we throw garbage on the ground or into rivers, it can harm them. Fish can get sick from dirty water, and birds can get hurt from plastic. By cleaning up, we protect these living things and help nature stay healthy.

It Saves Money

Cleaning up litter and pollution is expensive. The money spent on cleaning could be used for fun things like new playgrounds or books for the library. If everyone does their part to keep things clean, we can save a lot of money. It’s like when you take care of your toys; they last longer, and you don’t have to buy new ones often.

It Teaches Responsibility

When we take care of our surroundings, we learn to be responsible. It’s like doing your homework or chores; it’s a way to show you can take care of things. And when we all do our part, it shows that we respect each other and our community.

How to Keep Surroundings Clean

Keeping our surroundings clean is simple. Throw trash in the bin, recycle things like paper and plastic, and don’t litter. You can also join or start a clean-up group in your area. Even small actions can make a big difference.

Clean surroundings are important for our health, the beauty of our environment, and the well-being of plants and animals. It also saves money and teaches us to be responsible. Let’s all do our part to keep our world clean. Remember, a clean place is a happy place!

That’s it! I hope the essay helped you.

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  • Essay on Importance Of Caring For Others
  • Essay on Importance Of Caring For Environment
  • Essay on Importance Of Body Language

Apart from these, you can look at all the essays by clicking here .

Happy studying!

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Importance of Cleanliness Essay

500 words essay on importance of cleanliness.

Each one of us enjoys living in a clean environment. We all have the ability to maintain cleanliness as it is not a tough task. Cleanliness is a habitual process that we must do on a daily basis. For instance, personal hygiene and environmental cleanliness are equally important to lead a happy life. The importance of cleanliness essay will explain this in further detail.

importance of cleanliness essay

Importance of Cleanliness

Cleanliness is a very essential component of human life in both physical and spiritual terms. Spiritual cleanliness refers to following the beliefs and rituals of your religion. On the other hand, the physical one is essential for the well-being of and existence of humanity.

It is essential to lead a healthy and well life. In fact, health and cleanliness are related to each other. To get good health, one must practice hygiene. It is essential to practice maintaining good health and prevent diseases .

Moreover, equally important is the cleanliness of our environment. When you maintain cleanliness, you can prevent disease and lead a healthy life. Health professionals advocate hygienic practices to prolong the lives of individuals.

Moreover, when the environment is clean, safety is enabled. For instance, we must ensure no spilling of water to prevent people from falling. Similarly, clearing bushes around homes will offer safety from harmful insects and animals.

Further, we must not only clean the environment but organize the environment carefully. In other words, put away harmful objects to prevent accidents. Similarly, in the food industry, cleanliness is of the utmost importance.

It ensures the well-being of the consumers. Most importantly, cleanliness enables the extension of a lifespan of an object. When you keep the metallic objects free from dust and rust, they will have a longer shelf life.

Thus, we see how cleanliness is important in every sphere of life. Whether it is living or inanimate objects, everything requires cleanliness. Moreover, it is also a moral virtue that makes people admirable.

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How to Maintain Cleanliness

There are many ways through which one can maintain cleanliness and keep themselves and the environment happy. A major way of maintaining cleanliness is brushing and bathing regularly.

Similarly, it is also important to wash hand as often as possible, mostly before and after meals. With the onset of the coronavirus, it has become even more important to wash our hands repeatedly.

Further, we must keep our nails trimmed and eat healthy food. Moving on to environmental cleanliness, we must clean the mess in our surroundings regularly. Try your best to avoid plastic bags and littering around by throwing garbage carelessly.

It is essential to effectively dispose of waste and wastewater . Most importantly, adopt reusing and recycling techniques to monitor pollution levels. Thus, we must practice all this and more to ensure cleanliness.

Conclusion of Importance of Cleanliness Essay

We must all do our bit to maintain cleanliness in our life. There are many initiatives launched by the government to practice cleanliness but it won’t work unless all of us do. It helps in inculcating good habits in citizens of the country. Along with practising it ourselves, we must also stop others from disturbing cleanliness.

FAQ of Importance of Cleanliness Essay

Question 1: What is the importance of cleanliness?

Answer 1: Maintaining cleanliness is a vital part of healthy living as it helps to improve our personality by staying clean externally and internally. It is everybody’s responsibility and one should keep themselves and their surroundings clean and hygienic.

Question 2: What are the effects of cleanliness?

Answer 2: Cleanliness has many positive effects on everyone. It directly impacts the ability to learn and has a significant effect on the mind of students. When there is a dirty environment, it may increases levels of stress. Moreover, cleanliness keeps one happy.

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    Essay On Cleanliness in Hindi - स्वच्छता एक कमरे या एक जगह की स्थिति है जो साफ सुथरी है। यह उन मूल्यों में से एक है, जिनसे आप बचपन में सीखते हैं। आप किसी को,

  3. स्वच्छता और साफ सफाई पर निबंध Essay And Speech on Cleanliness In Hindi

    स्वच्छता और हमारे जीवन में इसका महत्व पर निबंध. Cleanliness Essay in Hindi - नमस्कार! इस युग की एक समस्या जो सभी को परेशान कर रही है वह है अपने आसपास के माहौल का अस्वच्छ ...

  4. 10 Lines on Cleanliness in Hindi। स्वच्छता पर 10 लाइन निबंध

    Cleanliness Essay in Hindi अक्सर विद्यालयों में निबंध के रूप में आता है। आज आप "स्वच्छता पर 10 लाइन निबंध" या "10 Lines on Cleanliness in Hindi" में पढ़ेंगे।

  5. पर्यावरण बचाओ पर निबंध (Save Environment Essay in Hindi)

    पर्यावरण बचाओ पर निबंध (Save Environment Essay in Hindi) By अर्चना सिंह / June 3, 2023. पर्यावरण का संबंध उन जीवित और गैर जीवित चीजो से है, जो कि हमारे आस-पास मौजूद ...

  6. स्वच्छ भारत पर निबंध (Clean India Essay In Hindi)

    स्वच्छ भारत पर निबंध (Clean India Mission Essay In Hindi) प्रस्तावना. सामान्य तौर पर देखा जाता है कि अगर हमे खुद का सही तरीके से विकास करना है, तो उसके लिए सफाई को महत्व देना ...

  7. स्वच्छता पर निबंध

    साफ-सुथरी दुनिया की चाह में (निबंध) | Essay on In Search of a Clean World in Hindi ; Letter to Municipal Officer in Hindi ; छुट्टी का दिन पर निबंध / Essay on Holiday in Hindi

  8. Essay on Cleanliness in Hindi स्वच्छता पर निबंध

    Today we are going to write an essay on cleanliness in Hindi and from this essay, you can take useful examples to write an essay on cleanliness in Hindi (Swachata ka Mahatva Essay in Hindi Language) स्वच्छता पर निबंध (Essay on Swachata ka Mahatva in Hindi) in a better way. Essay on Cleanliness in Hindi is asked in ...

  9. Save Environment Essay in Hindi- पर्यावरण संरक्षण पर निबंध

    Slogan on Environment in Hindi- पर्यावरण संरक्षण पर स्लोगन. Save Trees Essay in Hindi- पेड़ बचाओ पर निबंध. ध्यान दें - प्रिय दर्शकों Save Environment Essay in Hindi आपको अच्छा लगा तो जरूर ...

  10. Clean India Healthy India Essay in Hindi 100, 200, 300, 400 & 500 Words

    Clean India Healthy India Essay in Hindi 300 Words. Cleanliness is the essence of a healthy life. It not only refers to the cleanliness of our surroundings but also to our personal hygiene. The Clean India Healthy India campaign, also known as Swachh Bharat Abhiyan, was launched by the Indian government in 2014.

  11. Essay on Cleanliness in School in Hindi

    Essay on Cleanliness in School in Hindi for class 1 to 4. वर्तमान समय में साफ सफाई बहुत जरूरी है क्योंकि आजकल साफ-सफाई नहीं रहने की वजह से बहुत सी ऐसी बीमारियां फैल रही है जिनका इलाज संभव ...

  12. पर्यावरण बचाने के 10 प्रैक्टिकल तरीके

    Do you have some more ideas on "How To Save Environment in Hindi". Please share your comments. Please share your comments. Note: आप इस लेख को पर्यावरण संरक्षण पर निबंध / how to save the environment essay in Hindi के लिए प्रयोग कर सकते हैं.

  13. अपने आसपास की सफाई पर निबंध » हिंदी निबंध, Nibandh

    आसपास की रखो सफाई. इसमें हम सबकी भलाई. स्वच्छ रखेंगे वातावरण. स्वस्थ रहेंगे हम हर पल हर क्षण. घर के हर दिन करे सफाई: - हमें हमारे घर की हर ...

  14. पर्यावरण संरक्षण पर निबंध, नारे Save Environment Essay Slogans Hindi

    पर्यावरण संरक्षण पर निबंध Save Environment Essay in Hindi. हमारे आस-पास का वो आवास पर्यावरण है जिसमे हम रहते है। इस प्राकृतिक आवास में उपस्थित प्राकृतिक घटक जो मनुष्यों ...

  15. स्वच्छ विद्यालय पर निबंध- Essay on Cleanliness in School in Hindi

    स्वच्छ विद्यालय पर निबंध- Essay on Cleanliness in School in Hindi. भूमिका. प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में साफ सफाई का बहुत महत्व है। हमारे आस पास का वातावरण ...

  16. स्वस्थ कैसे रहें पर निबंध (How to Keep Healthy Essay in Hindi)

    स्वस्थ कैसे रहें पर निबंध (How to Keep Healthy Essay in Hindi) हमेशा से ही कहा जाता रहा है कि 'सेहत' ही इंसान की असली दौलत होती है। हमारे शरीर की फिटनेस और ...

  17. स्वच्छता की परिभाषा और महत्व

    स्वच्छता की परिभाषा महत्व Cleanliness Importance Definition Hindi. अस्वच्छता से पर्यावरण प्रदूषित होता हैं. गंदगी के कारण अनेक प्रकार की प्रतिकूल दशाएं भी ...

  18. Essay on Cleanliness of Environment

    The first way to keep the environment clean is by maintaining a healthy ecosystem and reducing the usage of chemical pesticides and fertilizers. Keeping the environment clean is essential for everyone. Children are the future of the world, and they need to learn how to care for the environment. Using less energy can save a lot of money in the ...

  19. 100 Words Essay on How to Keep Our Surroundings Clean

    Practical Steps to Maintain Cleanliness. To keep our surroundings clean, we should start with waste management. Segregating waste into biodegradable and non-biodegradable can significantly help in proper disposal and recycling. Composting organic waste can serve a dual purpose of reducing waste and providing nutrient-rich soil for plants.

  20. Cleanliness Essay

    Essay on Cleanliness. Cleanliness refers to the art of keeping our body, mind, house, work area and our surroundings clean. We can divide cleanliness into various types such as cleaning clothes, cleaning streets, clean surroundings, clean homes and personal cleanliness. We should make cleanliness our habit because cleaning of our body is ...

  21. Essay on Cleanliness for Students and Children

    500+ Words Essay on Cleanliness. Cleanliness refers to the state of being clean. It is something which must not be forced but encouraged. Cleanliness is a good habit which can enhance the quality of one's life. Cleanliness of all kinds carries equal weight. Most importantly, parents and teachers must encourage this habit from early on kids.

  22. Essay on Importance Of Clean Surroundings for Students

    Keeping our surroundings clean helps nature stay healthy. If we throw trash everywhere, it can harm plants and animals. By cleaning up, we show that we care for the earth and all its living things. 250 Words Essay on Importance Of Clean Surroundings Why Clean Surroundings Matter. Clean surroundings are important for many reasons.

  23. Importance Of Cleanliness Essay in English

    Answer 2: Cleanliness has many positive effects on everyone. It directly impacts the ability to learn and has a significant effect on the mind of students. When there is a dirty environment, it may increases levels of stress. Moreover, cleanliness keeps one happy. Share with friends.